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पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2024 तक विशेष अभियान 4.0 चलाएगा

स्वच्छता को संस्थानिक बनाने और लंबित मामलों को कम करने के विशेष अभियान 4.0 की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय (एमओपीएसडब्ल्यू) इन मान्यताओं को दैनिक परिचालन में शामिल करने के लिए व्यापक प्रारंभिक कदम उठा रहा है। मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत अभियान के दिशानिर्देश सभी संगठनों और सार्वजनिक उपक्रमों के साथ साझा किए गए हैं। अभियान की तैयारी और लक्ष्य निर्धारण को सुविधाजनक बनाने के लिए सचिव ने मंत्रालय के अधिकारियों और सभी संगठनों/सार्वजनिक उपक्रमों के प्रमुखों के साथ कई समीक्षा बैठकें की हैं।

 16 सितंबर से 30 सितंबर 2024 तक चलने वाले तैयारी चरण में 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2024 तक चलाए जाने वाले अभियान के लक्ष्यों को निर्धारित करने के लिए पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय और उसके संगठनों/सार्वजनिक उपक्रमों में दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक फाइलों/रिकॉर्डों तथा लंबित संदर्भों की समीक्षा की जा रही है। अब तक 164 स्वच्छता अभियानों की योजना तैयार की गई है और इस अवधि के दौरान समीक्षा के लिए लगभग 21,200 दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक फाइलों की पहचान की गई है।

अभियान के पिछले संस्करण यानि विशेष अभियान 3.0 में, मंत्रालय ने संसद सदस्यों, राज्य सरकारों, अन्य मंत्रालयों और आम जनता से प्राप्त संदर्भों के लंबित मामलों को कम करने के साथ-साथ संसदीय आश्वासनों को निपटाने में पर्याप्त प्रगति हासिल की थी। इसमें ​​लगभग 2,12,000 फाइलों की समीक्षा की गई, जिनमें से लगभग 28,000 फाइलों का निपटारा किया गया। इसके अतिरिक्त, लगभग 1,18,000 ई-फाइलें बंद की गईं और 36 नियमों को सरल बनाया गया। मंत्रालय द्वारा स्क्रैप निपटान से लगभग 72,000 वर्ग फीट जगह खाली हुई और  21.25 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया।

विशेष अभियान 4.0 के सफल क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय नियमित रूप से उच्च-स्तरीय समीक्षा भी कर रहा है।

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बाबारामदेव नगर की महिलाओं ने स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया

जयपुर की चहल-पहल वाले बाबारामदेव नगर में महिला नेत्रियों का समूह स्वच्छता के स्‍तर में बदलाव लेकर आया है, इससे साबित होता है कि असली बदलाव जमीनी स्तर से शुरू होता है। कई सालों से यहां रहने वाले सैकड़ों परिवार अपर्याप्त स्वच्छता सेवाओं से जूझ रहे थे। सीवर कनेक्शन की सुविधा उपलब्‍ध न होने और सामुदायिक शौचालयों के खराब रखरखाव के कारण विशेष रूप से महिलाओं को इन चुनौतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा। यह सब तब बदलना शुरू हुआ जब मंजू राणा, संजू राणा, छुट्टन बेगम और अन्य महिलाओं ने स्वच्छता क्रांति के नेतृत्व का बीड़ा उठाया।

मछुआरे, कचरा बीनने वाली और गृहणियों जैसी अनेक प्रकार की पृष्ठभूमि से आने वाली इन महिलाओं ने सामुदायिक प्रबंधन समिति (सीएमसी) और सिंगल विंडो फोरम (एसडब्ल्यूएफ) का गठन किया। उन्‍होंने अपने समुदाय में हाशिए पर पड़े लोगों की आवाज़ बनने का दृढ़ संकल्प लिया। सबसे पहले उन्‍होंने स्वच्छता संचालन और स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) दिशा-निर्देशों पर औपचारिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस ज्ञान के बल पर उन्होंने समुदाय को शामिल करने, साक्ष्य एकत्र करने सहित एक स्थायी स्वच्छता मॉडल के सह-निर्माण के लिए योजना तैयार की।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0051MPX.jpgप्रत्येक महिला नेत्री ने यहां के विशिष्ट समूहों पर ध्यान केंद्रित करते हुए बुजुर्गों, अकेली महिलाओं, दिव्यांगों और कचरा बीनने वालों तक पहुँची। इसके साथ ही उन्होंने 400 से अधिक निवासियों को सुरक्षित स्वच्छता प्रथाओं को अपनाने, गीला और सूखा कचरा अलग करने के काम को लेकर जागरूकता अभियानों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। जल्‍द ही इसके परिणाम सामने आने लगे। 100 घरों में से 25 घरों में शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है जबकि बाकि बचे 75 घरों में शौचालयों के निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी थी। महिलाओं ने सामूहिक जिम्मेदारी और स्वामित्व की भावना को बढ़ावा देते हुए मौजूदा सामुदायिक शौचालयों के रखरखाव का भी जिम्मा उठाया।

इन स्वच्छता चुनौतियों से निपटने के लिए महिलाओं की आवाज़ के महत्व को ध्‍यान में रखते  हुए, महिला नेत्रियों ने पुरुषों के नेतृत्‍व वाली झुग्‍गी-बस्ति विकास समिति (एसडीसी) से संपर्क किया। उन्होंने महिलाओं और कमज़ोर समूहों की विशिष्ट चिंताओं के निदान के लिए मज़बूत महिला प्रतिनिधित्व की आवश्यकता पर बल दिया। उनके प्रयासों से न केवल स्वच्छता के बुनियादी ढांचे में सुधार आया, बल्कि अधिक समावेशी और टिकाऊ समाधान में भी योगदान नजर आया और यहां के निवासियों के बीच व्यवहार परिवर्तन को बल मिला।

ये महिला नेत्री बेहतर स्वच्छता की दिशा में एक बड़े राष्ट्रीय आंदोलन का हिस्सा बनी हैं। स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुरू किया गया स्वाभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता (4एस) अभियान इसका एक उदाहरण है। 17 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2024 तक चलने वाला यह अभियान वार्षिक स्वच्छता ही सेवा पहल के साथ जुड़ा हुआ है और अब महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। 4एस अभियान केवल सफाई अभियान तक सीमित नहीं है; यह स्वच्छता के माध्यम से स्वामित्व, स्थिरता और गरिमा के मूल मूल्यों को दर्शाता है और ये सिद्धांत बाबारामदेव नगर की महिलाओं द्वारा किए गए काम से मेल खाते हैं।

पिछले दशक की स्वच्छ भारत मिशन की सफलता अपने आप में बहुत कुछ कहती है। 25 सितंबर, 2024 तक, भारत में गांव के घरों में 11.66 करोड़ शौचालय बनाए जा चुके हैं, जिससे अनेक गांवों में स्वच्छता परिदृश्य बदलाव का गवाह बना है। शहरी क्षेत्रों में, 63.63 लाख निजी शौचालयों (आईएचएचएल) का निर्माण किया गया है, जिससे लाखों लोगों के लिए स्वच्छता बनाए रखने की स्थिति में सुधार हुआ है।

ये संख्याएँ मिशन की सफलता के पैमाने को दर्शाती हैं लेकिन बाबारामदेव नगर की महिलाओं की व्यक्तिगत कहानियाँ आंदोलन के मर्म को प्रकट करती हैं।

उनके प्रयासों ने दिखाया है कि समुदाय की भागीदारी के बिना और विशेष रूप से महिलाओं की भागीदारी के बिना स्थायी स्वच्छता हासिल नहीं की जा सकती। जिम्मेदारी निभाते हुए इन महिलाओं ने न केवल अपनी बस्ती की स्वच्छता व्यवस्था को बदला है, बल्कि जिस नजरिये से उनका समुदाय महिलाओं के नेतृत्व को देखता है, उसे भी बदला है। उनका काम इसी तरह के दूसरे समुदायों को प्रेरित करता है इससे यह साबित होता है कि जब स्थानीय निवासी नेतृत्व करते हैं तो बदलाव संभव है।

स्वच्छ भारत मिशन अपनी 10वीं वर्षगांठ मना रहा है, ऐसे में बाबारामदेव नगर की कहानी जमीनी स्तर पर सक्रियता की शक्ति का प्रमाण है। इस बस्ती की महिलाओं ने दिखाया है कि स्वच्छ और स्वस्थ भारत के लिए न केवल बुनियादी ढांचे की बल्कि इसके लिए लोगों की प्रतिबद्धता और भागीदारी की भी आवश्यकता है। साहस, लचीलेपन और एक उज्जवल भविष्य की दृष्टि से परिपूर्ण उनकी यात्रा अनगिनत लोगों को अपने समुदायों में बदलाव लाने के लिए के लिए प्रेरित करती है।

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पति व पत्नी दोनों को अलग-अलग आवासीय योजना का लाभ देने में फंसा ग्राम विकास अधिकारी

आवासीय योजना में दो बार लाभ दिलाने वाले ग्राम विकास अधिकारी से वसूली व वेतन वृद्धि रोकने की हुई कार्यवाही

विकास खण्ड डेरापुर के ग्राम मिर्जापुर खुर्द में पति व पत्नी अर्थात दोनों को अलग-अलग आवासीय योजना का लाभ देने में फंसा ग्राम विकास अधिकारी।

भारतीय स्वरूप संवाददाता कानपुर देहात। जनपद में गरीबों के लिए संचालित आवासीय योजना में भ्रष्टाचार उजागर हो रहे हैं। जहां किसी को एक आवास की दरकार है तो किसी गाँव में एक ही परिवार (पति-पत्नी दोनों को) को एक की जगह दो-दो बार सरकारी आवासीय योजना का लाभ ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से दिया गया। इस बारे में की गई शिकायत की जांच के बाद खुलासा होने पर संबंधित तत्कालीन तैनात रहे ग्राम विकास अधिकारी पर विभागीय कार्यवाही के साथ एक वर्ष तक वेतन वृद्धि रोकी गयी है।
जनपद के डेरापुर विकासखंड के ग्राम पचायत-मझगवां के ग्राम मिर्जापुर खुर्द निवासी राजेन्द्र सिंह पुत्र इन्दपाल सिंह को वर्ष 1995-96 में उच्चीकृत आवासीय योजना से लाभान्वित किये जाने के बावजूद वर्ष 2017-18 में उनकी पत्नी शकुन्तला देवी को पुनः प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण से लाभान्चित किये जाने अर्थात शासनादेश के विपरीत एक ही परिवार को दो बार आवास योजना का लाभ प्रदान किये जाने के आरोप में तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी अधिकारी व वर्तमान में मलासा विकास खण्ड में तैनात रवि कुमार शुक्ला के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ करते हुए खण्ड विकास अधिकारी मैथा, को जाँच अधिकारी नामित किया गया था। ग्राम विकास अधिकारी के विरूद्ध गठित आरोप-पत्र, ग्राम सचिव द्वारा उपलब्ध कराये गये स्पष्टीकरण तथा जांच अधिकारी की जाँच आख्या दिनांक 28.03.2024 के क्रम में कार्यालय पत्र संख्या-635/विकास / स्था०/व्य० पत्रा0/2024-25 दिनांक 04.09.2024 के द्वारा रवि कुमार शुक्ला को नोटिस निर्गत करते हुए आवास योजना के नियमों की अनदेखी कर एक ही परिवार को नियम विपरीत आवास आवंटित कराये जाने के सम्बन्ध में विलम्बतम् दिनांक 10.09.2024 तक अनिवार्य रूप से स्पष्टीकरण प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिये गये थे किन्तु उनके द्वारा इस सम्बन्ध में कोई भी स्पष्टीकरण परियोजना निदेशक डीआरडीए व अतिरिक्त चार्ज जिला विकास अधिकारी बीरेंद्र सिंह को स्पष्टीकरण उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस प्रकरण की समीक्षा करने पर यह स्पष्ट हो रहा है कि प्रकरण में तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी रवि कुमार शुक्ला के साथ-साथ विकास खण्ड डेरापुर के तत्कालीन आवास पटल सहायक शैलेश कुमार गुप्त. कनिष्ठ सहायक की भी संलिप्तता / भूमिका पायी गयी है।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अन्तर्गत दुरूपयोग की गयी कुल धनराशि 1 लाख 20 हजार की आधी धनराशि 60 हजार की वसूली रवि कुमार शुक्ला से वसूली की धनराशि की कटौती उनके मासिक वेतन से नियमानुसार की जायेगी। तथा ग्राम विकास अधिकारी की एक वार्षिक तक की वेतन वृद्धि स्थाई रूप से रोके जाने का भी आदेश जारी किया गया है।

गौरतलब हो कि रवि कुमार शुक्ला के विरुद्ध की गई अन्य शिकायतों पर अगर जाँच कर ली जाए तो और भी मामलों में किये गए भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है।

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दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत *स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता* विषय पर कार्यक्रम आयोजित

भारतीय स्वरूप संवाददाता राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज, कानपुर द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा-2024 के अंतर्गत *स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता* विषय कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही के कुशल पर महाविद्यालय में एक पोस्टर एवम् मॉडल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें कु. आकांक्षा यादव प्रथम, अंतरा कश्यप द्वितीय तथा जहान्वी कश्यप तृतीय रही। इन पोस्टर्स का प्रयोग स्वच्छता पखवाड़े के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु तथा स्वच्छता एवं सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए किया जाएगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में एनएसएस की समस्त वॉलिंटियर्स का विशेष योगदान रहा। इस कार्यक्रम में कुल 50 वॉलंटियर्स ने प्रतिभाग किया।

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एस एन सेन बालिका महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस के अवसर पर स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित

भारतीय स्वरूप संवाददाता एस एन सेन बालिका विद्यालय पोस्ट ग्रेजुएट महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा दिनाँक 17/09/2024 से 02/10/2024 तक मनाये जा रहे “स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम 2024” तथा राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस के अवसर स्वयंसेवीकाओ द्वारा *गोलाघाट* पर जाकर स्वच्छता कार्यक्रम किया गया। “ *स्वच्छता ही सेवा”* थीम पर आधारित इस स्वच्छता पखवाड़े के दौरान सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता कार्यक्रमों के साथ-साथ सिंगल यूज़ प्लास्टिक की रोकथाम, एकत्रीकरण एवं निस्तारण हेतु विशेष रूप से प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ S. S.Singh (RHEO Kanpur )द्वारा किया गया l राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. श्वेता रानी ने स्वयंसेविकाओं से लोगों को जल सरोवरों को स्वच्छ रखने तथा दूषित न करने के लिए प्रेरित करने का सन्देश दिया l प्राचार्या डॉ सुमन ने सभी स्वयंसेविकाओं अपने-अपने घरों के आसपास के जल सरोवर को साफ रखने का संदेश दिया एकत्रित किए गए सिंगल यूज़ प्लास्टिक का एकत्रीकरण किया। मीडिया प्रसार प्रभारी डॉ प्रीति सिंह ने बताया कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की पूर्व प्रभारी डॉ. चित्रा सिंह तोमर, डॉ. प्रीति यादव प्रभारी एन सी सी ,तथा एन सी सी कैडेटो ने भी प्रतिभाग किया स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के अंर्तगत 24 सितंबर (मंगलवार)को कैंट क्षेत्र में स्थित गोला घाट की साफ सफाई की गई और आम जनमानस को स्वच्छता की भागीदारी थीम के अंर्तगत स्वच्छता की महत्ता के प्रति जागरुक किया गया।साथ-ही स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत महाविद्यालय में निर्मित स्मार्टक्लास में छात्राओं को स्वच्छता संबंधी योजना “AMRUT Mission” के बारे में व्याख्यान एवं वीडियो क्लिप के माध्यम से भी जानकारी दी गई। छात्राओं को स्वच्छता के संदर्भ में स्वयं भी जागरूक होने एवं अन्य लोगों को भी जागरूक करने का संदेश दिया गया।तथा अन्य शिक्षिकाओं सहित कोमल दिवाकर, मुस्कान राठौर, साक्षी, छवी, श्रद्धा वर्मा, नंदिका श्रीवास्तव, इस्मा नाज , अंशिका सिंह सहित 50 स्वयंसेविकाएं एवं ५० कैडेट उपस्थित रहीं।

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“स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” थीम पर स्वच्छता पखवाड़ा आयोजित

भारतीय स्वरूप संवाददाता कानपुर 23 सितंबर, दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज कानपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर संगीता सिरोही के कुशल निर्देशन में “स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” थीम पर केंद्रित स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्ग स्वच्छता की शपथ ली गई जिसमें महाविद्यालय की समस्त प्राध्यापिकाओं, कर्मचारियों तथा छात्राओं ने शपथ ली कार्यक्रम में लगभग 300 लोगों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का भी आयोजन किया गया। जिसमें “स्वभाव स्वच्छता- संस्कार स्वच्छता” विषय पर आधारित निबंध प्रतियोगिता पोस्टर प्रतियोगिता एवम् भाषण प्रतियोगिता एवम् प्रश्नोत्तरी प्रमुख है। इन पोस्टरों का प्रयोग बस्ती के स्वच्छता कार्यक्रम में जन-जागरूकता हेतु किया जाएगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय प्राचार्या प्रोफेसर बंदना निगम, सेल्फ फाइनेंस डायरेक्टर प्रो अर्चना वर्मा, कार्यालय अधीक्षक श्री कृष्ण श्रीवास्तव, डॉ अंजना श्रीवास्तव, डॉ अलका श्रीवास्तव डॉ अर्चना दीक्षित समेत समस्त प्राध्यापिकाओं, कर्मचारियों तथा छात्राओं छात्रों का सक्रिय योगदान रहा।

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पी.एम. विश्वकर्मा योजना की प्रथम वर्षगांठ पर एन.एस.टी.आई. लाभार्थी विश्वकर्माओं को प्रमाण पत्र एवं लोन वितरण-

कानपुर नगर, दिनांक 20 सितम्बर, 2024 (सू0वि0) एन.एस.टी.आई. गोविंद नगर, कानपुर मे पी0एम0 विश्वकर्मा योजना की प्रथम वर्षगांठ पर आयोजित समारोह मे मा0 उप मुख्यमंत्री, उ0प्र0, ब्रजेश पाठक द्वारा लाभार्थी विश्वकर्माओं को प्रमाण पत्र एवं सस्ती ब्याज दर एक लाख रूपये के ऋण से सम्बन्धित कागज़ात प्रदान किए गए। मा0 उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक जी का सम्मान पुष्प गुच्छ एवं मोमेंटों प्रदान कर पी0एम0 विश्वकर्मा योजना के प्रभारी एवं उप महानिदेशक अनिल कुमार द्वारा किया गया। मा0 विधायक गोविंद नगर सुरेन्द्र मैथानी तथा मा0 विधायक कल्याणपुर नीलिमा कटियार का सम्मान संस्थान के कार्यालयाध्यक्ष एम0 कुमारवेल तथा उप निदेशक मुरारी लाल रस्तोगी द्वारा एवं कानपुर नगर के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह का सम्मान अनिल कुमार द्वारा किया गया। इसके पूर्व पी0एम0 विश्वकर्मा योजना की प्रथम वर्षगांठ पर वर्धा, महाराष्ट्र मे मा0 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एवं कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री मा0 जयंत चौधरी जी की उपस्थिती मे आयोजित समारोह को स्क्रीन लगाकर संस्थान के ए.वी. हाल मे मा. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, उपस्थित विशिष्ट एवं अति विशिष्ट अतिथि तथा उपस्थित विश्वकर्माओं एवं संस्थान के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा सजीव प्रसारण को देखा गया।

मुख्य अतिथि मा. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक जी ने पी0एम0 विश्वकर्मा योजना की उपयोगिता को रेखांकित करते हुए अपने सम्बोधन मे कहा कि पूर्व मे समाज एवं देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने वाले विश्वकर्माओं की अनदेखी की गयी परंतु मा0 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन मे इस ओर विशेष ध्यान दिया गया है तथा पी0एम0 विश्वकर्मा योजना जैसी योजना को साकार करने का कार्य किया गया है, जिसके कारण आज अपने-अपने क्षेत्र मे पारंगत पारम्परिक शिल्पकारों को उच्च तकनीकी प्रशिक्षण निःशुल्क रूप से प्रदान कर एवं उच्च स्तरीय निःशुल्क टूल किट देकर उनके कौशल को विकसित करने का कार्य किया जा रहा है, जिससे कौशल विकास देश की अर्थव्यवस्था मे महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है।
समारोह मे कुल 33 लाभार्थी विश्वकर्माओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए तथा 03 विश्वकर्माओं सूरज कुमार, शिव कुमार तथा आशीष कुमार को सस्ती ब्याज दर एक लाख रुपये के ऋण से संबन्धित कागज़ात भी प्रदान किए गए। पी0एम0 इस अवसर पर पी0एम0 विश्वकर्मा योजना के ब्रांड एम्बेस्सेडर सुनील नारंग, अवधेश सोनकर तथा सुनील बजाज सहित संस्थान के अधिकारी एवं कर्मचारी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रवि पाण्डेय द्वारा किया गया।

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डी जी में “स्वच्छता ही सेवा रैली” एवं सफाई अभियान

भारतीय स्वरूप संवाददाता 17 सितंबर से चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान के अंतर्गत आज दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज, कानपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही के दिशा निर्देशन में स्वच्छता अभियान चलाया गया। जिसमें स्वयंसेवी छात्राओं ने महाविद्यालय परिसर एवं आसपास के क्षेत्र में सफाई की तथा रैली निकाल कर महाविद्यालय की अन्य छात्राओं, कर्मचारियों तथा सामान्य नागरिकों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। छात्राओं ने सिंगल यूज प्लास्टिक, जैसे पानी की बोतल, रैपर , पाउच, पॉलिथीन, टेट्रा पैक आदि को कलेक्ट करके कानपुर स्मार्ट सिटी , नगर निगम के कर्मचारियों को लगभग 50 किलोग्राम कूड़ा निस्तारण हेतु सौंपा गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ ज्योत्सना पांडे, डॉ सुषमा शर्मा, आकांक्षा यादव, अंतरा कश्यप, ज़ारा, ऐमन नूर, प्रिया समेत समस्त एनएसएस वॉलिंटियर्स का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम में कल 100 छात्राओं ने हिस्सा लिया।

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डॉ. शैली बिष्ट उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित

भारतीय स्वरूप संवाददाता डॉ. शैली बिष्ट निदेशक कैरियर दिशा को महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लखनऊ, नोएडा परिसर के सम्मानित कुलपति, प्रो. (डॉ.) भानु प्रताप सिंह, निदेशक डॉ. रतीश गुप्ता के साथ उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। एमयूआईटी में कॉर्पोरेट मामले, और एक्सिस ग्रुप ऑफ कॉलेजेज, कानपुर के महानिदेशक कर्नल (डॉ.) जाहिद सिद्दीकी। पुरस्कार समारोह रविवार, 15 सितंबर, 2024 को शिक्षक सम्मेलन और सम्मान समारोह के दौरान डीएनजी द ग्रैंड में हुआ। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले 150 से अधिक प्राचार्यों और शिक्षाविदों के बीच होना सौभाग्य की बात थी, सभी शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध थे और पैनल चर्चा में भाग लेते थे। साथ में, हम #InnovateInEducation और #FosterLifelongLearning के लिए प्रयास करते हैं। निरंतर समर्थन और मान्यता के लिए धन्यवाद!

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क्राइस्ट चर्च कॉलेज की एनएसएस इकाई द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा शुभारंभ

भारतीय स्वरूप संवाददाता क्राइस्ट चर्च कॉलेज कानपुर की एनएसएस इकाई द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया। जिसमें एनएसएस इकाई के राष्ट्रीय स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाओं द्वारा स्वच्छता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया| जिसमें विद्यार्थियों ने महाविद्यालय के परिसर के साथ-साथ आसपास के इलाकों में स्वच्छता को लेकर दुकानदारों और राहगीरों को जागरूक किया एवं सड़कों और बाकी जगहों से प्लास्टिक को इकट्ठा किया जिसमें विद्यार्थियों द्वारा 12 किलो प्लास्टिक से अधिक प्लास्टिक को एकत्रित किया गया | तत्पश्चात महाविद्यालय के प्राचार्य एवं सेक्रेटरी प्रो. जोसेफ डेनियल द्वारा बच्चों को स्वच्छ भारत अभियान के विषय पे बच्चों को जागरूक किया गया | और आज के इस सराहनीय कार्य के लिए बच्चो को प्रोत्साहित किया | इस कार्यक्रम को सफल बनाने मे कॉलेज की एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ अंकिता जैस्मिन लाल के साथ डॉ हिमांशु दीक्षित , डॉ आशीष कुमार दुबे , डॉ आशीष ओमर, डॉ पारुल गुप्ता , डॉ नाजिर हुसैन खान के साथ एनएसएस प्रमुख आर्यन जायसवाल और आयुष कुमार भारती का अहम योगदान रहा

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