Breaking News

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के संबंध में आज राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों, उपरा ज्यपालों व प्रशासकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के ज़रिए संवाद किया

आज़ादी का अमृत महोत्सव देश के हर नागरिक के लिए गौरव का विषय है, आज़ादी के 75 सालों में हमारे देश ने ना केवल लोकतंत्र की जड़ों को गहरा किया है बल्कि विकास के हर पहलू की दृष्टि से आज हम विश्व में उचित स्थान पर खड़े हैं

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज़ादी के अमृत महोत्सव को एक नए तरीक़े से मनाने का संकल्प लिया है

‘हर घर तिरंगा’ देश के हर नागरिक के दिलोदिमाग़ में देशभक्ति की भावना को उच्चतम स्तर पर ले जाने का कार्यक्रम है

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनभागीदारी के माध्यम से 13 से 15 अगस्त, 2022 के बीच सभी घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराना है, इस प्रयास में देश के सरकारी और निजी प्रतिष्ठान भी शामिल होंगे

देश में 20 करोड़ से ज़्यादा घर और सौ करोड़ से अधिक लोग तीन दिन अपने घर पर तिरंगा फहराएंगे और तिरंगे के माध्यम से पुन: अपने आप को भारत माता की सेवा में समर्पित करेंगे

इस कार्यक्रम की सफलता केवल विचार या आह्वान से नहीं हो सकती, इसे केन्द्र सरकार, राज्य सरकार व जनता की भागीदारी से ही जन-जन तक पहुंचाने का काम हम कर पाएँगे

20 करोड़ तिरंगे हर घर पर फहराना एक भगीरथ कार्य है और यह कार्यक्रम देश में देशभक्ति की एक नई भावना जगाने में बहुत बड़ा योगदान देगा

इस वर्ष 22 जुलाई से हम सब अपने अपने होमपेज पर, हर राज्य की हर वेबसाइट और देश का प्रत्येक व्यक्ति अपने फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट के होमपेज पर तिरंगा लगाएँ

प्रभात फेरी महात्मा गांधी की आज़ादी की लड़ाई का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग था, 11 से 14 अगस्त तक प्रभात फ़ेरी के कार्यक्रम को हर गांव में मनाने के लिए सभी राजनीतिक दलों, सरकारी संस्थानों, एनजीओ, सहकारी समितियों को अपना योगदान देना चाहिए

जब बच्चे, बूढ़े, युवा और किशोर मिलकर भारत माता का यशोगान करते हुए हाथ में तिरंगा लेकर गांव में एक घंटे तक प्रभात फेरी निकालेंगे तो तिरंगा लगाने का हमारा ये कार्यक्रम अपने आप ही सफल हो जाएगा

राज्य सरकारों के सभी विज्ञापनों में‘हर घर तिरंगा’ का प्रचार किया जाए, राज्यों के मुख्यमंत्री टीवी चैनल्स और लोकल चैनल्स से निवेदन करें तो वे भी छोटे-छोटे कार्यक्रम कर इसे आगे ले जाएँ

गांवों की सहकारी समिति और पीएसयू के माध्यम से भी इसका प्रचार करना चाहिए, हर व्यक्ति इस कार्यक्रम से जुड़ जाए इसके लिए हमें प्रचार के सभी माध्यमों का उपयोग करना चाहिए

झंडे के उत्पादन के लिए भारत सरकार ने बहुत सारी व्यवस्थाएं की हैं, देश के पोस्ट ऑफ़िस में तीनों प्रकार के झंडे उपलब्ध होंगे, हर व्यक्ति ऑनलाइन भी तिरंगा ख़रीद सकता है

जब 13 अगस्त से  इस अभियान की शुरू हो तब अपने घर पर झंडा फहराकर अगर हम सब भारत सरकार द्वारा डेडीकेटेड वेबसाइट पर अपनी सेल्फ़ी डालें तो इस अभियान को गति मिलेगी और 15 अगस्त तक हमें करोड़ों घरों पर तिरंगा देखने का सौभाग्य मिलेगा

देश की युवा पीढ़ी को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत करने और देश के बच्चों, किशोरों व युवाओं को आने वाले अनेक सालों तक देश के विकास, सुरक्षा और भविष्य के साथ जुड़ने का संस्कार देने का दायित्व हम सबका है
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के संबंध में आज राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों, उपराज्यपालों व प्रशासकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के ज़रिए संवाद किया। इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री जी किशनरेड्डी भी उपस्थित थे।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image001O9AG.jpg

इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज़ादी का अमृत महोत्सव देश के हर नागरिक के लिए गौरव का विषय है और आज़ादी के 75 सालों में हमारे देश ने ना केवल लोकतंत्र की जड़ों को गहरा किया है बल्कि विकास के हर पहलू की दृष्टि से आज हम विश्व में उचित स्थान पर खड़े हैं। आज़ादी के अमृत महोत्सव को देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने एक नए तरीक़े से मनाने का संकल्प लिया और इसके तीन उद्देश्य हैं। पहला, जिन नामी-बेनामी शहीदों ने देश की आज़ादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया, देश की युवा पीढ़ी को उनके और उनके बलिदान के बारे में जानकारी देकर देशभक्ति के संस्कार को सृजित करना। दूसरा, 75 सालों में हमने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और कई क्षेत्रों में भारत आज दुनिया में शीर्ष स्थान पर है, ये वर्ष उन उपलब्धियों का महिमामंडन करने का वर्ष है। तीसरा, ये संकल्प का वर्ष है। देश के प्रधानमंत्री जी ने आज़ादी के अमृत महोत्सव से लेकर आज़ादी की शताब्दी तक के 25 साल के कालखंड को अमृत काल के रूप में मनाने का आह्वान किया है। अमृत काल में देश में हर क्षेत्र में आज़ादी की शताब्दी के समय हम कहां खड़े होंगे, ये 25 साल संकल्प सिद्धि का समय है।

श्री अमित शाह ने कहा कि ‘हर घर तिरंगा’ देश के हर नागरिक के दिलोदिमाग़ में देशभक्ति की भावना को उच्चतम स्तर पर ले जाने का कार्यक्रम है। देश में 20 करोड़ से ज़्यादा घर और सौ करोड़ से अधिक लोग तीन दिन अपने घर पर तिरंगा फहराएंगे और तिरंगे के माध्यम से पुन: अपने आप को भारत माता की सेवा में समर्पित करेंगे। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनभागीदारी के माध्यम से 13 से 15 अगस्त, 2022 के बीच सभी घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराना है। इस प्रयास में देश के सरकारी और निजी प्रतिष्ठान भी शामिल होंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि तिरंगा फहराने से देश के प्रति देशभक्ति की भावना और मजबूत होने के साथ ही इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि देश के बच्चे और युवा देश की आजादी के लिए अनगिनत शहीदों द्वारा किए गए बलिदानों से अवगत हो सकें। ये कार्यक्रम दुनियाभर में पहला ऐसा कार्यक्रम होगा जो किसी भी राष्ट्र ने अपनी आज़ादी या किसी और दिन को मनाने के लिए कभी नहीं मनाया होगा। इस कार्यक्रम की सफलता केवल विचार या आह्वान से नहीं हो सकती, इसे केन्द्र सरकार, राज्य सरकार व जनता की भागीदारी से ही जन-जन तक पहुंचाने का काम हम कर पाएँगे, तभी ये कार्यक्रम और इसका उद्देश्य भी सफल होगा। 20 करोड़ तिरंगे हर घर पर फहराना एक भगीरथ कार्य है और यह कार्यक्रम देश में देशभक्ति की एक नई भावना जगाने में बहुत बड़ा योगदान देगा।केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के तीन वर्टिकल्स हैं। पहला, प्रचार-प्रसार के माध्यम से सभी लोगों को इसके साथ जोड़ना और जन-जन तक इसे पहुंचाना। दूसरा, उत्पादन और तीसरा, घर घर पर झंडा लगाना। केन्द्र, राज्य सरकारों, ज़िला पंचायतों म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन, पंचायतों और व्यक्तियों को इन तीनों वर्टिकल्स के लिए काम करना होगा। इस वर्ष 22 जुलाई से हम सब अपने अपने होमपेज पर, हर राज्य की हर वेबसाइट और देश का प्रत्येक व्यक्ति अपने फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट के होमपेज पर तिरंगा लगाएँगे तो इसका प्रचार-प्रसार अपने आप होगा।  अमित शाह ने कहा कि प्रभात फेरी महात्मा गांधी की आज़ादी की लड़ाई का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग था और 11 से 14 अगस्त तक प्रभात फ़ेरी के कार्यक्रम को हर गांव में मनाने के लिए सभी राजनीतिक दलों, सरकारी संस्थानों, एनजीओ, सहकारी समितियों को अपना योगदान देना चाहिए। प्रभात फ़ेरी ने ही स्वदेशी, भारत छोड़ो आंदोलन और सविनय अवज्ञा आंदोलन को घर-घर पहुंचाने का काम किया था। जब बच्चे, बूढ़े, युवा और किशोर मिलकर भारत माता का यशोगान करते हुए हाथ में तिरंगा लेकर गांव में एक घंटे तक प्रभात फेरी निकालते हैं तो तिरंगा लगाने का हमारा ये कार्यक्रम अपने आप हो जाएगा। श्री शाह ने कहा कि राज्य सरकारों के सभी विज्ञापनों में‘हर घर तिरंगा’ का प्रचार किया जाए, राज्यों के मुख्यमंत्री टीवी चैनल्स और लोकल चैनल्स से निवेदन करें तो वे भी छोटे-छोटे कार्यक्रम कर इसे आगे ले जाएँगे। गांवों की सहकारी समिति और पीएसयू के माध्यम से भी इसका प्रचार करना चाहिए। हर व्यक्ति इस कार्यक्रम से जुड़ जाए इसके लिए हमें प्रचार के सभी माध्यमों का उपयोग करना चाहिए।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि दूसरा वर्टिकल है उत्पादन। इसके लिए भारत सरकार ने बहुत सारी व्यवस्थाएं की हैं। देश के पोस्ट ऑफ़िस में तीनों प्रकार के झंडे उपलब्ध हों, ऐसी व्यवस्था भारत सरकार ने की है। पोस्ट ऑफ़िस से भी आप अपना ऑर्डर बुक कर सकते हैं, वहां से हर नागरिक जाकर झंडा ख़रीद सकता है और ऑनलाइन ख़रीद की भी व्यवस्था है। राज्य सरकारों के लिए GEM पर तानों प्रकार के झंडे उपलब्ध हैं। राज्यों को उत्पादन में मदद करने के लिए भारत सरकार ने पर्याप्त व्यवस्था की है और इसे नागरिकों के बीच प्रचारित करने से वे अपने आप भी ऑनलाइन झंडा मंगा सकते हैं। राज्यों के सारे पीएसयू, राज्यों के सारे कर्मचारी, कोऑपरेटिव सोसायटी के सारे कर्मचारी, सारे सदस्य अगर इस मूवमेंट के साथ जुड़ जाते हैं तो हम 20 करोड़ के लक्ष्य को बहुत आसानी के साथ प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि जब 13 तारीख़ को ये अभियान शुरू हो तब अपने घर पर झंडा फहराकर अगर हम भारत सरकार द्वारा डेडीकेटेड वेबसाइट (https://harghartiranga.com/) पर अपनी सेल्फ़ी डालते हैं तो 13 तारीख़ से ही इस अभियान को गति मिल जाएगी और 15 तारीख़ तक करोड़ों घरों पर तिरंगा देखने का सौभाग्य हम सबको मिलेगा। उन्होंने कहा कि देश की युवा पीढ़ी को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत करने और देश के बच्चों, किशोरों व युवाओं को आने वाले अनेक सालों तक देश के विकास, सुरक्षा और  भविष्य के साथ जुड़ने का संस्कार देने का दायित्व हम सबका है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज़ादी के अमृत महोत्सव के माध्यम से इसे आगे बढ़ाने का काम किया है। ये एक बहुत महत्वपूर्ण कार्यक्रम है क्योंकि अमृत महोत्सव के कार्यक्रम 15 अगस्त, 2023 तक चलने वाले हैं। अगर 15 अगस्त, 2022 को हम इसे शिखर तक ले जाते हैं तो 2022 से 2023 के दौरान हर घर में आज़ादी का अमृत महोत्सव, अमृत काल के लिए एक संकल्प और हर क्षेत्र में देश को सर्वोच्च स्थान पर पहुंचाने का हमारा संकल्प ज़रूर सिद्ध होगा। बैठक के दौरान गुजरात, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, पंजाब, दिल्ली, नागालैंड, असम और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों ने हर घर तिरंगा कार्यक्रम पर अपने विचार और सुझाव साझा किए।उन्होंने कार्यक्रम में अपने-अपने राज्यों के सभी घरों और प्रतिष्ठानों की पूर्ण भागीदारी का आश्वासन दिया। उन्होंने देश की आजादी के 75वें वर्ष में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए आभार व्यक्त किया।

Read More »

भारी वर्षा के कारण चमोली जिला अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग -07 पर सड़क क्षतिग्रस्त

चमोली जिला में  अभूतपूर्व भारी,बारिश, पिछले एक सप्ताह के दौरान 39 मिलीमीटर की औसत वर्षा की तुलना में 79.4 मिलीमीटर की भारी बारिश, ने राष्ट्रीय राजमार्ग -07 के कुछ हिस्सों को व्यापक नुकसान पहुंचाया है, जिस पर तुरंत ध्यान दिया गया और यातायात बहाल कर दिया गया। किलोमीटर 398+500 (कर्णप्रयाग) और किलोमीटर 419+900(पुरसारी) के दो गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त स्थानों पर भी सावधानी के साथ यातायात बहाल कर दिया गया है एवं ठेकेदार द्वारा सड़क को पूरी चौड़ाई में फिर से उपयोग लायक बनाने का कार्य किया जा रहा है।

हाल की मीडिया रिपोर्टों में यह आरोप लगाया गया है कि सरकार ने प्रतिष्ठित चारधाम परियोजना के कार्यान्वन के लिए एक ब्लैकलिस्टेड कंपनी को नियुक्त किया है एनएचआईडीसीएल एतद द्वारा यह स्पष्ट करता है कि कोई भी ब्लैकलिस्टेड ठेकेदार उसकी किसी भी परियोजना में संलग्न नहीं है और उसकी परियोजनाओं के लिए ठेकेदारों का चयन एक निर्धारित उचित प्रक्रिया के बाद किया जाता है। संलग्न कंपनियां केंद्र और राज्य सरकार की बुनियादी ढांचे की कई परियोजनाओं को क्रियान्वित कर रही हैं।

सड़कों का निर्माण ईपीसी मोड में किया जा रहा है जिसमें निर्माण के बाद भी चार साल तक खामियों को दूर करने की जिम्मेदारी ठेकेदार की है। एनएचआईडीसीएल देश में उच्च गुणवत्ता वाले राजमार्ग की अवसंरचना के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।

Read More »

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने अमृत महोत्सव के तहत एक दिन में लगभग 1.25 लाख पौधे लगाए

‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तत्वावधान में,भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने एक राष्ट्रव्यापी वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया और 114 चिन्हित स्थानों पर वृक्षारोपण के माध्यम से एक दिन में लगभग 1.25 लाख पौधे लगाए। दिन भर चलने वाली इस पहल की शुरुआत केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी द्वारा नागपुर में की गई। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का लक्ष्य भारत की आजादी के 75वें वर्ष पर अमृत महोत्सव मनाने के क्रम में 15 अगस्त 2022 तक 75 लाख वृक्षारोपण करना है। अपने संबोधन में गडकरी ने कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय वृक्षारोपण एवं पौधरोपण पर ध्यान दे रहा है। इन पौधों की जियोटैगिंग पर भी काफी जोर दिया जा रहा है ताकि इन पौधों की प्रगति एवं वृद्धि पर नजर रखी जा सके। उन्होंने लोगों से आगे आकर इस कार्यक्रम में भाग लेने का आह्वान किया ताकि इस वृक्षारोपण अभियान का स्थायी एवं दीर्घकालिक लाभ प्राप्त किया जा सके।

wps3

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी.के. सिंह और एनएचएआई की अध्यक्ष ने भी गाजियाबाद के डासना में आयोजित एक समारोह में पौधे लगाए। अपने संबोधन मेंश्री सिंह ने कहा कि हम प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप एक व्यवहारिक एवं टिकाऊ इकोसिस्टम बनाने के लिए काम कर रहे हैं और यह वृक्षारोपण अभियान पर्यावरण को बेहतर बनाने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण योगदान देगा।

wps4

एनएचएआई की अध्यक्ष श्रीमती अलका उपाध्याय ने कहा कि एनएचएआई न केवल विश्वस्तरीय राष्ट्रीय राजमार्ग का नेटवर्क बनाने के लिए लगन के साथ काम कर रहा है, बल्कि पर्यावरण को बनाए रखने की दिशा में भी काफी प्रयास कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ ही जल निकायों के पुनर्भरण एवं कायाकल्प के लिए देश भर में वनीकरण और ‘अमृत सरोवर’ के निर्माण पर काफी जोर दिया गया है।

wps5

पर्यावरण की स्थिरता का संदेश फैलाने वाले इस अभियान में विभिन्न राज्यों के जनप्रतिनिधियों, नागरिक समाज के स्थानीय लोगों, गैर सरकारी संगठनों, कॉलेज के छात्रों और महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की सक्रिय भागीदारी देखी गई। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत एनएचएआई ने कई पहल की हैं जिनमें वृक्षारोपण अभियान और राष्ट्रीय राजमार्गों के निकट स्थित तालाबों या ‘अमृत सरोवरों’ का निर्माण शामिल है, जोकि जल निकायों को पुनर्जीवित करने और भूजल के स्तर को ऊपर लाने में मदद करते हैं।

Read More »

प्रधानमंत्री ने वैक्सीन की 200 करोड़ खुराक का आंकड़ा पार करने पर देशवासियों को बधाई दी

प्रधानमंत्री  मोदी ने विज्ञान में उल्लेखनीय विश्वास दिखाने और कोविड -19 वैक्सीन की 200 करोड़ खुराक का विशेष आंकड़ा पार करने पर देशवासियों की सराहना की है। उन्होंने इस अभियान में डॉक्टरों, नर्सों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों, वैज्ञानिकों, नवोन्मेषियों और उद्यमियों की भावना तथा दृढ़ संकल्प की भी सराहना की है।

प्रधानमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मांडविया की घोषणा के जवाब में ट्वीट किया:

“भारत ने फिर रचा इतिहास! वैक्सीन की 200 करोड़ खुराक का विशेष आंकड़ा पार करने पर सभी भारतीयों को बधाई। उन लोगों पर गर्व है, जिन्होंने भारत के टीकाकरण अभियान को पैमाने और गति में अद्वितीय बनाने में योगदान दिया है। इसने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत किया है।

वैक्सीन की शुरुआत से ही, भारत के लोगों ने विज्ञान में उल्लेखनीय विश्वास दिखाया है। हमारे डॉक्टरों, नर्सों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों, वैज्ञानिकों, नवोन्मेषियों और उद्यमियों ने पृथ्वी को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं उनकी भावना और दृढ़ संकल्प की सराहना करता हूं।”

Read More »

35 साल देश की शानदार सेवा करने के बाद आईएनएस सिंधुध्वज सेवामुक्त

आईएनएस सिंधुध्वज ने 35 साल की शानदार अवधि तक अपनी सेवाएं देने के बाद शनिवार, 16 जुलाई 2022 को भारतीय नौसेना को अलविदा कह दिया। इस समारोह में पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल बिस्वजीत दासगुप्ता मुख्य अतिथि थे। इस डीकमीशनिंग कार्यक्रम में कोमोडोर एसपी सिंह (सेवानिवृत) समेत 15 पूर्व कमांडिंग ऑफिसर्स, कमिशनिंग सीओ और 26 अनुभवी कमीशनिंग क्रू ने हिस्सा लिया।

इस पनडुब्बी के शिखर पर एक भूरे रंग की नर्स शार्क चित्रित है और इसके नाम का अर्थ है समुद्र में हमारी ध्वजवाहक। जिस प्रकार इसके नाम से पता चलता है, सिंधुध्वज स्वदेशीकरण की ध्वजवाहक थी और नौसेना में अपनी पूरी यात्रा के दौरान रूस निर्मित सिंधुघोष श्रेणी की पनडुब्बियों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए भारतीय नौसेना के प्रयासों की ध्वजवाहक थी। इस पनडुब्बी को श्रेय जाता है कि कई चीजें इसने पहली बार कीं। जैसे, हमारे स्वदेशी सोनार यूएसएचयूएस, स्वदेशी उपग्रह संचार प्रणाली रुकमणी और एमएमएस, जड़त्वीय नेविगेशन प्रणाली और स्वदेशी टॉरपीडो फायर कंट्रोल सिस्टम का परिचालन इस पर ही हुआ। सिंधुध्वज ने डीप सबमर्जेंस रेस्क्यू वेसल के साथ मेटिंग और कार्मिक स्थानांतरण का काम भी सफलतापूर्वक किया, और ये इकलौती पनडुब्बी है जिसे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा इनोवेशन के लिए सीएनएस रोलिंग ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।  इस पारंपरिक समारोह को सूर्यास्त के समय आयोजित किया गया। बादलों से घिरे आसमान ने इस आयोजन की गरिमा को और बढ़ा दिया जब डीकमिशनिंग ध्वज को उतारा गया और 35 साल की शानदार गश्त के बाद इस पनडुब्बी को सेवामुक्त कर दिया गया।

Read More »

प्रधानमंत्री ने पी. वी. सिंधु को अपना पहला सिंगापुर ओपन खिताब जीतने पर बधाई दी

प्रधानमंत्री मोदी ने पी. वी. सिंधु को अपना पहला सिंगापुर ओपन खिताब जीतने पर बधाई दी है। श्री मोदी ने यह भी कहा है कि यह देश के लिए गर्व का क्षण है और यह उपलब्धि उभरते खिलाड़ियों को प्रेरणा भी देगी।

केन्द्रीय खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर के एक ट्वीट के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा;

“मैं @Pvsindhu1 को अपना पहला सिंगापुर ओपन का खिताब जीतने पर बधाई देता हूं। उन्होंने एक बार फिर से अपनी असाधारण खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया है और सफलता हासिल की है। यह देश के लिए गर्व का क्षण है और यह उपलब्धि उभरते खिलाड़ियों को प्रेरणा भी देगी।”

Read More »

प्रधानमंत्री 18 जुलाई को एनआईआईओ सेमिनार ‘स्वावलंबन’ को संबोधित करेंगे

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 18 जुलाई, 2022 को शाम 4:30 बजे डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में एनआईआईओ (नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन) सेमिनार ‘स्वावलंबन’ को संबोधित करेंगे।

आत्मनिर्भर भारत का एक प्रमुख घटक रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना है। इस प्रयास को आगे बढ़ाने के क्रम में प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान ‘स्प्रिंट चैलेंज’ का अनावरण करेंगे, जिसका उद्देश्य भारतीय नौसेना में स्वदेशी प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देना है। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक भाग के रूप में, एनआईआईओ ने रक्षा नवाचार संगठन (डीआईओ) के साथ मिलकर भारतीय नौसेना में कम से कम 75 नई स्वदेशी प्रौद्योगिकियों/उत्पादों को शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस सहयोगी परियोजना का नाम स्प्रिंट (आईडेक्स, एनआईआईओ और टीडीएसी के माध्यम से आर एंड डी में उत्कृष्टता को समर्थन देना) है।

सेमिनार का उद्देश्य रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए भारतीय उद्योग और शिक्षाजगत को इस कार्यक्रम से जोड़ना है। दो दिवसीय सेमिनार (18-19 जुलाई) उद्योगजगत, शिक्षाजगत, सेना और सरकार के प्रतिनिधियों को रक्षा क्षेत्र के लिए विचार-विमर्श करने और सिफारिशों देने के लिए एक साझा प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगा। नवाचार, स्वदेशीकरण, आयुध और विमानन विषयों पर सत्र आयोजित किए जाएंगे। सेमिनार के दूसरे दिन सरकार के सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) दृष्टिकोण के अनुरूप हिंद महासागर क्षेत्र में आउटरीच पर चर्चा की जाएगी।

Read More »

नेशनल मीडिया क्लब के “मैंगो फेस्टिवल” में छाया मोदी आम

यूपी सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने किया उदघाटन ।

महोत्सव में हर आम और खास ने शिरकत किया।

कानपुर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, इंसान के हाँथ की बनाई नही खाते हम आम के मौसम में मिठाई नही खाते, यह पंक्तियां नेशनल मीडिया क्लब के मैंगो फेस्टिवल पर सटीक बैठती है , इस मैंगो फेस्टिवल का उदघाटन मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करने पहुँची उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल व वर्तमान में योगी मंत्रिमंडल की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने फीता काटकर किया । कानपुर के प्रमिला सभागार में आयोजित इस मैंगो फेस्टिवल में मंत्री , सांसद , विधायक , उद्योगपति , आलाअधिकारी समाजसेवियों के अलावा और नामचीन हस्तियों का तांता लगा रहा । इस कार्यक्रम में लगभग 300 से ज्यादा प्रजातियों के आम की प्रदर्शनी लगाई गई । जिसमें मोदी आम मेहमानों में आकर्षण का केंद्र बना । जिसके बाद कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्या ने मोदी आम को बेस्ट मैंगो के खिताब से नवाज़ा । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बेबी रानी मौर्य के अलावा, उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री संजय गंगवार, राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने इस महोत्सव की जमकर तारीफ की ।
कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्या ने इस खास आम महोत्सव की जमकर तारीफ़ की । उन्होंने कहा कि देशभर में उन्होंने अब तक अनगिनत पार्टी देखी , लेकिन इस मैंगो पार्टी में आकर एक अलग एहसास हुआ । उन्होंने कहा कि मैंने अपने कई साथियों से सुना कि उन्हें इस मैंगो पार्टी का बेसब्री से इंतजार रहता है, ऐसे आयोजन देश मे होना एक अलग एहसास कराता है ।इस दौरान राज्यमंत्री संजय गंगवार ने नेशनल मीडिया क्लब के संस्थापक व सहारा समय के समूह संपादक रमेश अवस्थी की जमकर तारीफ करते हुए कहा की यह फेस्टिवल अपने आप में एक अलग छटा बिखेरता है । उन्होंने इस आम महोत्सव के लिए आयोजकों को बधाई दी साथ ही कहा कि कृषि प्रधान देश में कृषकों की फसल को इतना बड़ा प्लेटफार्म देना काबिले तारीफ है। वहीं उत्तरप्रदेश सरकार की राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ल ने कहा कि नेशनल मीडिया क्लब की आम पार्टी का सभी को एक साल तक इंतजार रहता है। क्योकि यह अन्य आयोजनों से अलग है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कानपुर की महापौर प्रमिला पाण्डेय ने कहा कि मैं इस आयोजन का हर वर्ष बेसब्री से इंतजार करती हूँ, ऐसा आयोजन जिसमे देश प्रदेश व कानपुर नगर के कई नामचीन हस्तियों का एक साथ होना इस आयोजन को अति ख़ास बनाता है, मैं ऐसे आयोजन में आकर और आमो की इतनी प्रजातियों को देखकर महसूस करती हूँ कि ये सच मे खास लोगों की आम पार्टी है। वहीं आरएसएस के प्रांत प्रचारक श्री राम जी ने मैंगो फ्रेस्टिवल में आम की प्रदर्शनी की जमकर तारीफ की, उन्होंने प्रदर्शनी में आये हुए किसानों का भी उत्साहवर्धन किया ।

वहीं नेशनल मीडिया क्लब के संस्थापक और सहारा समय के ग्रुप एडिटर रमेश अवस्थी ने आये हुए मेहमानों का स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया, इस दौरान उन्होंने बताया कि मैंगो फेस्टिवल का मकसद किसानों की मेहनत से जनता को रूबरू कराना तो है साथ ही आम जनमानस को पता चले कि हमारे देश का किसान कितनी मेहनत करके उन्हें स्वाद और शक्ति उत्पन्न करने वाले फल और अनाज पैदा करता है । उन्होंने कहा कि आम का स्वाद तो सभी को लुभाता है लेकिन इसकी गुठलियां भी कारगर होती है ।
नेशनल मीडिया क्लब के अध्यक्ष और मैंगो फेस्टिवल के आयोजक सचिन अवस्थी के ने बताया कि पार्टी का मकसद लोगो को आम की प्रजतियो से अवगत करना था । उन्होंने कहा की देश में 700 ज्यादा प्रकार के आम उपलब्ध है । जिनमे से 300 से अखिक आम के प्रकार इस प्रदर्शनी में मौजूद है ।
इस कार्यक्रम के दौरान संगीत लहरियों ने भी भक्ति व फिल्मी गीत संगीत से कार्यक्रम में चार चाँद लगाए । इस दौरान भारतीय जनता पार्टी से सांसद सत्यदेव पचौरी, पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी, महापौर प्रमिला पाण्डेय, एमएलसी सलिल विश्नोई , विधायक सुरेंद्र मैथानी , जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण , पूर्व विधायक रघुनंदन सिंह भदौरिया , वरिष्ठ भाजपा नेता वीरेंद्र दुबे, प्रकाश पाल, पंजाबी अकादमी के चेयरमैन गुरविंदर सिंह छाबड़ा , गुरु सिंह सभा के हरविंदर सिंह लार्ड , सुखविंदर सिंह लाडी, जिला अध्यक्ष सुनील बजाज , महामंत्री वीरेश त्रिपाठी , महामंत्री संतोष शुक्ला , दक्षिण की भाजपा जिलाध्यक्ष बिना आर्या पटेल , महामंत्री शिवराम सिंह , क्षेत्रीय सह मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी , भाजपा युवा मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सुनील साहू , पूर्व जिला अध्यक्ष नवाब सिंह ,राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश अवस्थी, पार्षद नवीन पंडित, पार्षद संदीप जायसवाल, पूनम द्विवेदी समेत सैकड़ो भाजपाई मौजूद रहे । वही समाजवादी पार्टी से विधायक अमिताभ बाजपेई, विधायक हसन रूमी, पूर्व विधायक सतीश निगम, वीरेंद्र शुक्ला, महासचिव अभिषेक गुप्ता मोनू मौजूद रहे । जबकि प्रशानिक महकमें से जॉइन कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी, एडीसीपी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव, डीसीपी प्रमोद कुमार, डीसीपी विजय ढुल, केडीए सचिव शत्रुघन वैश्य , अपर नगर आयुक्त रोली गुप्ता , कार्डियोलॉजी निदेशक डॉ विनय कृष्णा, डॉ राकेश वर्मा समेत दर्जनों अधिकारी मौजूद रहे ।
वहीं डेन केबिल नेटवर्क के डायरेक्टर संजीव दीक्षित , कानपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अवनीश दीक्षित , उधोगपति विजय कपूर, आईआईए अध्यक्ष आलोक , महाराज शिवाकान्त शास्त्री महाराज, जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश तिवारी , चरनजीत सिंह बंटी आदि गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम में शिरकत कर के कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई ।

Read More »

मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत विकास खंड सरसोल की ग्राम पंचायत महुआ गांव एवं तिलशहरी बुजुर्ग का निरीक्षण

मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 महेन्द्र कुमार द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत विकास खंड सरसोल की ग्राम पंचायत महुआ गांव एवं तिलशहरी बुजुर्ग का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान बी एस ए इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा कार्य बहुत ही धीमी गति से किया जा रहा है अभी तक ओवरहेड टैंक पानी की टंकी का डिजाइन और ड्राइंग ही आईआईटी बीएचयू से अनुमोदित नहीं कराया गया है और जिन गलियों के अंदर खुदाई करके पाइप लाइन डाली गई है उन गलियों को सही नहीं कराया गया है। इस संबंध में अधिशासी अभियंता जल निगम को निर्देश दिए गए कि संबंधित कंपनी को पत्र लिखना सुनिश्चित करें। सोलर पैनल की स्थापना का कार्य भी अभी तक नहीं किया गया है निर्देश दिए गए कि शीघ्र ही ओवरहेड टैंक का निर्माण कराएं तथा सोलर पैनल की स्थापना करवाएं। इसकी देखरेख के लिए कंपनी के द्वारा बताया गया कि 10 साल तक इसका वार्षिक मेंटेनेंस किया जाएगा इसके उपरांत परियोजनाएं ग्राम पंचायत को हस्त गत कर दी जाएंगी।
मौके पर पंप हाउस का निर्माण हो रहा था जो अभी प्रारंभिक अवस्था में ही है। निर्देश दिए गए कि शीघ्र ही इसको भी पूर्ण कराया जाए।

Read More »

ससुराल गेंदा फूल

नेहा इंजीनियरिंग की डिग्री तो मिल गई है अब तुम्हारा आगे का क्या विचार है? स्मिता:- यार ! मेरे विचार से क्या होता है? घरवाले लड़का देख रहे हैं। एक जगह बात भी चल रही है। मम्मी कह रही थी कि अगर अच्छा लड़का मिल गया तो हाथ पीले कर दूंगी।

नेहा:-  तो जॉब के लिए ट्राई नहीं करेगी?
स्मिता:- करना तो चाह रही लेकिन पता नहीं क्या कर पाती हूं और अनमनी होकर घर जाने लगी।
स्मिता के बारे में सोचते सोचते नेहा घर पहुंच गई।
नेहा:- मां क्या बनाया है खाने में?
मां:- कढ़ी चावल है, फ्रेश हो जाओ फिर खा लो। फिर आराम से बात करते हैं। नेहा ने सवालिया नजर से मां की तरफ देखा।
मां:- तेरी बुआ ने एक लड़का बताया है। अच्छा घर परिवार है ऐसा बोल रही थी जीजी। अच्छा घरबार होगा तो रिश्ता तय कर सकते हैं।
नेहा:- मां मेरी पढ़ाई अभी बाकी है। मुझे एमबीए करना है फिर जॉब करना है। इस बारे में फिर सोचूंगी।
मां:- देखो ! लोग अच्छे होंगे तो रिश्ता तय कर देंगे फिर चाहे शादी बाद में करें। नेहा कुछ नहीं बोली। नेहा शाम की राह देखने लगी कि वह पापा से इस विषय पर बात करेगी। पढ़ाई कर लेने के बाद में क्या तुरंत शादी कर देना ही सही होता है? क्या यही एक जिम्मेदारी रह जाती है हमारी हम लड़कियों के प्रति? यही सब सोचते सोचते नेहा की आंख लग गई। शाम को पापा आए तो नेहा ने चाय बना कर दी और कहा, “पापा मुझे आपसे कुछ बात करनी है।”
पापा बोले, “बोलो बेटा क्या चल रहा है दिमाग में?
नेहा:- पापा मुझे अभी एमबीए करके जॉब करनी है फिर उसके बाद मेरी शादी की जाये पर मम्मी और बुआ अभी से मेरे पीछे पड़ी है!
पापा:- देखो बेटा तुमको कुछ करने के लिए मना नहीं किया है और हम अभी से देखेंगे तब जाकर एक-दो साल में कुछ ढंग के रिश्ते आएंगे और तुमको जो करना है उसके लिए कोई मना थोड़ी कर रहे है। जब तुम आर्थिक रूप से मजबूत हो जाओगी हम तभी तुम्हारी शादी करेंगे।
इधर स्मिता के घर में उसके ऊपर लगातार शादी के लिए दबाव बन रहा था। स्मिता भी चाह रही थी कि वह जॉब करें और उसके बाद ही उसकी शादी हो लेकिन उसकी मां यह बात नहीं समझ पा रही थी।
इधर नेहा को प्लेसमेंट मिल गया था और वह अपनी नौकरी के साथ साथ एमबीए की तैयारी में लग गई थी।
स्मिता ने भी अपने पापा से परमिशन लेकर अपनी जॉब शुरू कर दी लेकिन स्मिता के पापा ने स्पष्ट कह दिया था कि यदि ससुराल वाले नौकरी नहीं पसंद करेंगे तो तुझे नौकरी छोड़नी पड़ेगी। स्मिता कुछ नहीं बोली यह सोच कर कि चलो घर से बाहर काम कदम तो निकले। दोनों सहेलियां अपनी अपनी राह पर चलने लगी। दोनों में अक्सर फोन के जरिए बातचीत होते रहती थी।
नेहा:- हेलो स्मिता ! मेरी शादी पक्की हो गई है मेरा कलीग ही है। अजय नाम है उसका। बस हाय हेलो ही थी, ज्यादा कुछ बातचीत भी नहीं थी हमारी। अजय मुझे पसंद करते हैं यह बात मुझे पता नहीं थी। उसके घरवालों ने पापा से मिलकर मेरा हाथ मांग लिया।
स्मिता:- अरे वाह! कांग्रेचुलेशन ! शादी की तारीख कब निकली है ? मुझे भी तो शॉपिंग करनी है, अभी से शुरू करनी होगी।
नेहा:- तीन महीने बाद की तारीख निकली है।
स्मिता:- वाह़़….. बढ़िया!
शादी के दिन करीब आ रहे थे और तैयारियां शुरू हो चुकी थी। नेहा ऑफिस के काम के साथ-साथ शादी की तैयारी भी कर रही थी । आखिर वह दिन भी आ गया जब नेहा शादी करके ससुराल चली गई। अजय को पति रूप में पाकर नेहा खुश थी लेकिन एक अनजाना सा डर भी था उसके मन में कि पता नहीं हम दोनों में सामंजस्य हो पाएगा कि नहीं? मैं नौकरी छोड़ना नहीं चाहती थी और पता नहीं अजय के मन में क्या है? अजय क्या चाहते हैं मैंने कभी इस विषय पर बात भी नहीं की? उसका ससुराल में पहला दिन बहुत अच्छा रहा। घर के माहौल और तौर-तरीकों को समझने का प्रयास करते रही। किचन में सब देखती समझती रही, यथासंभव काम में हाथ बंटाती रही। मेरे ऑफिस की छुट्टियां अब खत्म होने वाली थी। कुछ दिनों में मुझे ऑफिस ज्वाइन करना था और मुझे अब अजय से बात करना जरूरी हो गया था। शाम को जब वह घर आए तो चाय मैं कमरे में ही ले आई।
नेहा:- सुनो! कुछ बात करनी है आपसे।
अजय:- हां…. बोलो ।
नेहा:- मेरे ऑफिस ज्वाइन करने का समय आ रहा है, छुट्टियां खत्म हो रही है।
अजय:-  हां तो दिक्कत क्या है? समय से ऑफिस ज्वाइन कर लो।
नेहा:- वो…. मम्मी पापा से बात….
अजय:-  उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। तुम ऑफिस जाना शुरु कर दो।
मैं मुस्कुरा कर रह गई। मम्मी को बताना जरूरी था कि मैं ऑफिस जाने वाली हूं। सुबह किचन में काम करते हुये मैंने कहा, मम्मी जी मैं मंडे से ऑफिस जाना शुरू कर रही हूं।
मम्मी:- हां ठीक है… सारे मेहमान चले गये हैं और रस्में भी पूरी हो गई है तो तुम अपना ऑफिस शुरू कर सकती हो। मुझे आश्चर्य हो रहा था कि सब इतनी आसानी और नॉर्मल तरीके से कैसे हो रहा है। रात में खाना खाने के बाद जब मैं अजय के साथ वॉक पर निकली तो उनसे पूछा कि घर में किसी को एतराज नहीं है मेरे काम करने पर?
अजय:-  जब हमारे रिश्ते की बात चल रही थी तब तुम्हारे पापा ने हमें पहले ही बता दिया था कि तुम नौकरी करना चाहती हो और उन्होंने कहा भी था कि लड़की आर्थिक रूप से मजबूत रहे तो ज्यादा अच्छा है। मम्मी ने बस इतना ही कहा था कि घर बाहर मैनेज कर लेगी तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। तुम्हारे पापा ने कहा कि आप लोगों का साथ और समय उसे जरुर मदद करेगा और मैं भी चाहता हूं कि तुम अपनी नौकरी नहीं छोड़ो।
मुझे पापा पर बहुत प्यार आया। मैं खुश थी।
सुबह मम्मी ने पूछा, “ऑफिस के लिए कितने बजे निकलेगी?”
नेहा:- मैं 9:00 बजे निकल जाऊंगी मम्मी ।
मम्मी:-  अरे अजय! इसे ऑफिस छोड़ते हुए चले जाना।
अजय:- हम दोनों का रूट अलग है मम्मी! इसे छोड़ने के चक्कर में मुझे लेट हो जाएगा।
नेहा:- कोई बात नहीं मैं रिक्शा से चली जाऊंगी।
मम्मी:- ठीक है कुछ दिन एडजस्ट कर लो। (अजय से कहते हुये) इसे टू व्हीलर दिला दो ताकि आने-जाने में सुविधा रहे।
मैं देख रही थी कि मम्मी मेरे सभी कामों में मदद करती थी और मैं धीरे-धीरे घर में सेट होते जा रही थी मम्मी धीरे धीरे जिम्मेदारियां मेरे ऊपर डाल रही थी मेरे मन का डर निकलते जा रहा था और घर में मैं रमते जा रही थी।
इधर स्मिता की भी शादी तय हो गई थी। मन में डर भी था और खुशी भी थी। कुछ नये सपने सजने लगे थे। नेहा को जब शादी का पता चला तो वह स्मिता को छेड़ने लगी।
नेहा:- अब तो महारानी के भाव नहीं मिलेंगे ! अब तो नखरे ही नखरे दिखेंगे! अब कहां मुझे याद रखोगी! अच्छा तुम जीजू से कब मिलवा रही हो ?
स्मिता:- फोन पर बात कर लो और फिर किसी दिन मिलवा भी दूंगी।
नेहा:- अच्छा यह बताओ तुम तो यहां ही बड़ी मुश्किल से नौकरी कर रही हो वहां पर लोग क्या बोल रहे हैं?
स्मिता:- अभी तक किसी ने कुछ कहा नहीं है आलोक को भी एतराज नहीं है मेरे काम करने से। सासू जी बोल रही थी कि मेरी तबीयत ठीक नहीं रहती है, मुझसे घर के काम अब संभाले नहीं जाते।
नेहा के मन में घर लौटते समय यही सवाल घूम रहा था कि स्मिता ससुराल में एडजस्ट कर पाएगी क्या? उसे सबका सपोर्ट मिलेगा क्या?
तय समय पर स्मिता की शादी हो गई। पहले ही दिन से स्मिता ने घर के काम संभाल लिए। ऑफिस की छुट्टी खत्म होते ही स्मिता ने घर में कहा कि कल से वह ऑफिस जा रही है। सास ने कहा, “नाश्ता खाना निपटा कर जाना मेरी तबीयत ठीक नहीं है।”
स्मिता:- जी मम्मी !
अगले दिन जब स्मिता ऑफिस जाने लगी तो सास में टोक दिया, “नई नई शादी हुई है थोड़ा बहुत तैयार होकर, साड़ी पहन कर जाया करो। तुमको तो कोई कुछ कहेगा नहीं मुझे ही सब कहेंगे कि बहू बहुत तेज है।”
स्मिता:- जी मम्मी ।
शादी के कुछ दिन गुजरने के बाद इस स्मिता अपनी सुविधानुसार कपड़े पहनकर ऑफिस जाने लगी। सास मुंह तो बना लेती पर कहती कुछ नहीं। बस बड़बड़ाते रहती कि हमारे वक्त में मजाल था कि हम अपने बड़ों के कहने से बाहर जाए और आजकल के बच्चे हैं जिन्हें कुछ सुनना ही नहीं।”
घर के रीति-रिवाज और तौर-तरीकों पर मम्मी जी मेरे मायके से तुलना करती रहती और मेरी कोशिश होती कि मैं जल्दी से जल्दी घर से ऑफिस चली जाऊं अगर आलोक का साथ ना होता तो शायद मैं ससुराल में सामंजस्य नहीं बैठा पाती। आलोक हर बात को हल्के में लेकर हंसी मजाक में उड़ा देते और मैं चैन की सांस लेती थी। कितना फर्क है है मेरे और नेहा के ससुराल में। नेहा की सास हर काम में मदद करती है और मुझे मदद की उम्मीद रखनी पड़ती है। मैं आलोक के सहारे सफर तय कर रही हूं। ससुराल और उनसे जुड़े रिश्तो के बारे में न जाने कितनी बातें होती रहती हैं यह सच है कि हम हर एक को एक ही तराजू मैं नहीं तोल सकते हैं।
प्रियंका वरमा माहेश्वरी
गुजरात

Read More »