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एस एन सेन महाविद्यालय में “व्यक्तित्व विकास एवं मानसिक स्वास्थ्य” विषय पर कार्यशाला आयोजित

कानपुर 12 अप्रैल, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के परामर्श केंद्र तथा स्कूल साइकॉलजी द्वारा ” पायस विजन काउंसलिंग सेंटर ” इस 11.04.2023 के साथ मिलकर दिनांक 11.04.2023 को एक ‌‍‌‍‍‍‍‍ द्विदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका विषय था ,” व्यक्तित्व विकास एवं मानसिक स्वास्थ्य” । कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन से हुआ दीप प्रज्वलन के पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो॰(डॉ॰) सुमन ने अपने आशीर्वचन से कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान समय को देखते हुए यह विषय छात्राओं के लिए बहुत ही लाभकारी है जिसके द्वारा वे अपने व्यक्तित्व का विकास कर के भविष्य के लिए स्वयं को तैयार कर सकती हैं ।इस तरह के कार्यक्रमों द्वारा हम छात्राओं मैं विभिन्न कौशलों को विकसित करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं । इसके बाद मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मोनिका सहाय ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि व्यक्तित्व विकास एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है जिसके लिए हम कभी भी व्यवहारिक कौशलों या सॉफ्ट स्किल्स को अर्जित करके स्वयं को बेहतर बना सकते हैं। कार्यक्रम में इसके बाद प्रोफेसर गार्गी यादव वोकेशनल कोर्स इंचार्ज ने वोकेशनल कोर्स को नई शिक्षा प्रणाली में शामिल करने के महत्व को बताया lइसके बाद पायस विजन सेंटर से आई हुई टीम ने छात्राओं को विभिन्न तरीकों से अपने व्यक्तित्व को विकसित करने तथा और बेहतर बनाने के लिए मार्गदर्शन दिया और उन्हें यह भी बताया और कैसे विभिन्न परिस्थितियों में हम अपने गुणों और कौशलों को प्रदर्शित कर सकते हैं।

कार्यशाला के दूसरे दिन दिनांक, 12.04.2023 को भी पायस विजन टीम के, आशीष पांडे के द्वारा छात्राओं को विभिन्न व्यवहारिक कौशलों को अर्जित करने व अपने व्यक्तित्व में नए गुणों का समावेश करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन परामर्श केंद्र की इंचार्ज डॉ मोनिका सहाय ने दिया। अंत में छात्राओं को सर्टिफिकेट वितरित किया गया। लगभग डेढ़ सौ छात्राओं ने इस कार्यशाला में प्रतिभाग किया था। कार्यक्रम को सफल बनाने में मनोविज्ञान विभाग की सुश्री प्रीति यादव ,डॉ अंजना गुप्ता, सुश्री मयूरिका गुप्ता एवं सुश्री सौम्या श्रीवास्तव का विशेष योगदान रहा l

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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज़मगढ़ में हरिहरपुर संगीत विश्वविद्यालय का शिलान्यास एवं 4583 करोड़ रूपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ में हरिहरपुर संगीत विश्वविद्यालय का शिलान्यास एवं 4583 करोड़ रूपए की कुल 117 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें 4257 करोड़ रूपए की लागत से नल से जल की 1358 योजनाओं और 175 करोड़ रूपए की लागत से सड़कों का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण संबंधी 55 योजनाओं का शिलान्यास हुआ। इसके अलावा 151 करोड़ रूपए की लागत से राज्य के विभिन्न 16 विभागों से संबंधित 61 योजनाओं का लोकार्पण भी हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि जिस आज़मगढ़ को पिछली सरकारों के समय में आतंक के गढ़ के रूप में जाना जाता था,  आज मोदी जी के नेतृत्व में उसी आजमगढ़ की धरोहर हरिहर घराने को सम्मान देने के लिए संगीत महाविद्यालय की नींव रखी गयी है। उन्होंने कहा कि आज़मगढ़ को कभी हरिहर घराने, पंडित छन्नूलाल मिश्र जैसे गायकी के विद्वानों के नाम से जाना जाता था, लेकिन उस आज़मगढ़ की छवि को धूमिल करने का काम पिछली राज्य सरकारों ने किया।

श्री अमित शाह ने कहा कि हरिहरपुर घराने के नाम में ही हरि और हर, दोनों हैं और गायकी और कला की दृष्टि से तीनों विधाओं, गायन, वादन और नृत्य, में एक ज़माने में आज़मगढ़ केन्द्र होता था। उन्होंने कहा कि हरिहरपुर घराने के ही पद्म विभूषण से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र, अंबिका मिश्र और डॉ. मनोज कुमार मिश्र जैसे कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त सभी कलाकारों को आज बहुत हर्ष होगा कि इसी आज़मगढ़ में संगीत विद्यालय शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश के कला व संगीत को संरक्षित कर ही भावी पीढ़ी के लिए संस्कृति को सुरक्षित किया जा सकता है, आजमगढ़ में स्थापित होने वाला संगीत महाविद्यालय हरिहरपुर के समृद्ध संगीत घराने को संजीवनी देने का काम करेगा।श्री शाह ने कहा कि ये संगीत महाविद्यालय आने वाले दिनों में ना केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत का गौरव समग्र विश्व में बढ़ाएगा।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि एक समय ऐसा था जब ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली नहीं होती थी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार व मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश को बिजली से युक्त कर विकास के नए युग की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि आज यहां हमने हर घर जल की योजना की नींव डाली है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी देश के हर घर में शुद्ध पीने का पानी नल से पहुँचा रहे हैं, आज आजमगढ़ में 4257 करोड रुपए की नल से जल की 1358 योजनाओं की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरे देश के 60% घरों में नल से जल पहुंचाया है और आज देश में हर एक सेकंड में एक घर में नल से जल पहुंचता है। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में देश के 11 करोड़ 66 लाख घरों में नल से जल पहुंचाने का काम समाप्त हो चुका है। श्री शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में फ्लोराइड से प्रभावित बस्तियों में भी नल से जल के ज़रिए पीने का शुद्ध पानी पहुंचाने की शुरुआत आज से हो रही है। इसके साथ ही आज यहां लगभग 4500 करोड़ रूपए की लागत वाली कई अन्य योजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन हुआ है।  अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंतत्री मोदी के नेतृत्व में आज उत्तर प्रदेश विकास की पहचान बना है। यहां सड़कों और नहरों का जाल बिछ गया है, हर किसान को प्रधानमंत्री किसान योजना के 6000 रूपए मिल रहे हैं, एक करोड़ 76 लाख घरों में गैस का सिलेंडर पहुंचा है, हर घर में शौचालय, बिजली पहुंचे हैं और आज एक भी गांव है ऐसा नहीं बचा है जहां बिजली पहुंचनी बाकी हो। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को विकास की दौड़ में आगे ले जाने के लिए डबल इंजन सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आजमगढ़ को हमेशा खराब कानून और व्यवस्था की परिस्थितियों का सामना करना पड़ता था लेकिन आज इस ज़िले को विकास का गढ़ बनाने का काम योगी सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के नोएडा और आज़मगढ़ में नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे बन रहे हैं, इसके साथ ही लखनऊ, वाराणसी और कुशीनगर सहित पांच अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला भारत का एकमात्र राज्य उत्तर प्रदेश बना है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पीएम गतिशक्ति योजना को भी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जमीन पर उतारा है। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश को दंगामुक्त प्रदेश बनाने का काम भी योगी सरकार ने किया है।

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के विकास के लिए दिल्ली के खजाने खोलकर राज्य को दिया है और हर योजना उत्तर प्रदेश से होकर ही देश में जाती है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता से कहा कि 2024 में विरोधी पार्टियां फिर से परिवारवाद और जातिवाद लेकर आएंगी और उन्हें गुमराह करने का काम करेंगी, लेकिन जनता एक बार फिर मोदी जी पर भरोसा करे।

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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी में कौशाम्बी महोत्सव-2023 का शुभारंभ और 613 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किय

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी में कौशाम्बी महोत्सव-2023 का शुभारंभ और विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया। इनमें लोक निर्माण विभाग की 405 करोड़ रुपये लागत की 70 योजनाओं और युवा कल्याण,खेल,नगर विकास व व्यावसायिक शिक्षा विभाग समेत 12 विभागों की 51 करोड़ रुपये लागत की 24 परियोजनाओं का लोकार्पण शामिल है।साथ ही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेज-3 की 151 करोड़ रुपये लागत की 19 योजनाओं और स्वास्थ्य एवं नगर विकास विभाग की 6 करोड़ रुपये की 4 योजनाओं का शिलान्यास भी किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ व उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि आज यहां एक जनपद में 613 करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रत्येक सांसद को खेल महोत्सव की प्रेरणा दी जिसके चलते ही कौशाम्बी महोत्सव में यहां के सांसदों ने बड़ी लगन और मेहनत से युवाओं को खेलने का एक मंच प्रदान किया है। सांसदों द्वारा शुरु की गयी ‘सांसद खेलकूद स्पर्धा’ में लगभग 16000 युवाओं ने ऑनलाइन आवेदन कर खेलना पसंद किया जिनमें से 3324 खिलाड़ियों को पुरुस्कृत किया गया है। श्री शाह ने खेलों में भाग लेने वाले सभी लोगों को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के ‘खेलो इंडिया’ का मूल मंत्र ही स्फूर्त व निरोगी शरीर और मजबूत मन बनाना है और हम सभी को इसे और आगे बढ़ाना चाहिए।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध और महावीर के जमाने में सोलह जनपदों में से एक वत्स जनपद की राजधानी कौशाम्बी हुआ करती थी। उस समय मगध जैसे बहुत बड़े-बड़े जनपदों के विकास के बावजूद कौशाम्बी को सबसे समृद्ध माना जाता था। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम व कलिंग विजय के बाद चक्रवर्ती सम्राट अशोक भी इस समृद्ध भूमि पर आकर रुके। श्री शाह ने भगत सिंह के साथ मिलकर अंग्रेजों के दांत खट्टे करने वाली कौशाम्बी की महान वीरांगना स्वतंत्रता सेनानी दुर्गा भाभी को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कौशाम्बी के करेंटी पुल का नाम दुर्गा भाभी पुल रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना भी की।

श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को सुरक्षित और समृद्ध बनाकर दुनियाभर में भारत का सम्मान बढ़ाया है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने कश्मीर से 5 अगस्त 2019 को धारा 370 को समाप्त कर दिया। अयोध्या में रामलला के जन्म स्थान पर उनका मंदिर बनाने का काम वर्षों से लटका हुआ था। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया और अब कुछ ही समय में भगवान श्री राम अपने निज मंदिर में विराजमान होंगे। श्री शाह ने कहा कि विपक्ष ने संसद के बजट सत्र के समय को बर्बाद किया, इसके लिए देश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र व Idea of India नहीं Idea of Dynasty खतरे में है क्योंकि जनता ने परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति को नकार दिया है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश के लोकतंत्र को जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण के चंगुल से मुक्त करवाया और गरीबों के कल्याण के ढेर सारी योजनाएं बनाईं।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की राह पर चल पड़ा है। राज्‍य में एक्सप्रेस-वे का बड़ा जाल बिछाने का काम किया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में गरीब कल्याण की योजनाएं जमीन पर उतारी जिससे आज राज्य के घर-घर में गरीबी का उन्मूलन हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 46 लाख से ज्यादा लोगों को घर देने का काम किया है, 2 करोड़ 61 लाख घरों में शौचालय बनाया गया, 1 करोड़ 75 लाख महिलाओं को गैस का सिलेंडर दिया गया, 10 लाख से ज्यादा रेहड़ी-पटरी वालों को ‘पीएम स्‍वनिधि योजना’ का फायदा दिया गया, ‘स्वामित्व योजना’ के अंतर्गत 35 लाख परिवारों को लाभ मिला, 2.5 करोड़ से ज्यादा किसानों को 52 हजार करोड़ रुपये दिए और हर गरीब के घर में मुफ्त राशन देने का काम किया गया।

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सिकंदराबाद और तिरुपति के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस से विशेष रूप से आध्यात्मिक पर्यटन को लाभ होगा और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री  मोदी ने कहा है कि वंदे भारत एक्सप्रेस गर्व, आराम और कनेक्टिविटी का पर्याय है।

श्री मोदी द्वारा सिकंदराबाद और तिरुपति के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किए जाने से संबंधित केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी के एक ट्वीट को साझा करते हुए, प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया:

“वंदे भारत एक्सप्रेस गर्व, आराम और कनेक्टिविटी का पर्याय है। सिकंदराबाद और तिरुपति के बीच चलने वाली इस ट्रेन से पर्यटन, विशेषकर आध्यात्मिक पर्यटन को लाभ होगा। इससे आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।”

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राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023 के लिए आवेदन आमंत्रित; अंतिम तिथि, 31.05.2023

उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने 2020 में राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार (एनएसए) का शुभारम्भ किया था, जो स्टार्टअप इकोसिस्टम में उत्कृष्ट स्टार्टअप्स और सक्षम बनाने वालों (एनेबलर्स) को पुरस्कृत करने और उन्हें पहचान देने के लिए है, जो अभिनव उत्पादों का निर्माण कर रहे हैं और जहां सामाज पर उनके प्रभाव को रेखांकित किया जा सकता है। अब तक, तीन वर्षों के लिए स्टार्टअप्स और सक्षम बनाने वालों (एनेबलर्स) को पुरस्कृत किया जा चुका है, जिन्होंने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023 के लिए आवेदन 1 अप्रैल 2023 से ‘लाइव’ कर दिए गए हैं और जमा करने की अंतिम तिथि 31 मई 2023 है।

विविध क्षेत्रों से जुड़े स्टार्टअप्स को पहचान देने और पुरस्कृत करने की विरासत को जारी रखते हुए, डीपीआईआईटी ने चौथे राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कारों की घोषणा की है। राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023, ‘विज़न इंडिया @ 2047’ के अनुरूप देश भर के नवाचारों का उत्सव मनाएगा, जहां भारत, अमृत काल की भावना से प्रेरित होकर प्रमुख क्षेत्रों में एक विकसित अर्थव्यवस्था बनने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

इस संस्करण में स्टार्टअप्स को 20 श्रेणियों में सम्मानित किया जाएगा, जिन्हें वर्तमान भारतीय और वैश्विक आर्थिक केंद्र-बिंदुओं पर गहन विचार-विमर्श के बाद तय किया गया है। ये श्रेणियां एयरोस्पेस, खुदरा और बदलाव लाने वाले तकनीकों में नवाचारों से लेकर उच्च प्रभाव केंद्रित वाली श्रेणियों तक हैं।

डीपीआईआईटी द्वारा प्रत्येक श्रेणी के एक विजेता स्टार्टअप को 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023 के विजेताओं और फाइनल में पहुँचने वालों को विशिष्ट वित्तीय व मार्गदर्शन सहायता (हैंडहोल्डिंग) प्रदान की जायेगी, जिसमें निवेशक और सरकार से जुडाव, मार्गदर्शन, अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंच, कॉर्पोरेट और यूनिकॉर्न कनेक्ट तथा अन्य शामिल हैं।

राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार (एनएसए) के तीन संस्करणों में देश भर के स्टार्टअप्स और इकोसिस्टम को सक्षम बनाने वालों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। तीन वर्षों में, एनएसए ने 6,400 से अधिक स्टार्टअप्स की सक्रिय भागीदारी देखी है और 450 से अधिक स्टार्टअप्स को विजेताओं और फाइनल में पहुँचने वाले प्रतिभागियों के रूप में मान्यता दी है।

अधिक जानकारी के लिए, https://www.startupindia.gov.in देखें।

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गडकरी ने 6 लेन वाले 212 किलोमीटर लंबे 12,000 करोड़ वाले दिल्ली-देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी ने आज केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री श्री जनरल वीके सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में 6 लेन वाले 212 किलोमीटर लंबे दिल्ली-देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया, जिसकी लागत 12,000 करोड़ रुपये है।

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यह एक्सप्रेसवे चार खंडों में विभाजित है और इसका निर्माण दिल्ली में अक्षरधाम के पास से शुरु होकर शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला के खेकड़ा में ईपीई इंटरचेंज, बागपत, शामली, सहारनपुर उत्तर प्रदेश से होकर उत्तराखंड के देहरादून तक किया जा रहा है। देहरादून के दतकाली में 1,995 करोड़ रुपये की लागत से 340 मीटर लंबी 3 लेन वाली सुरंग का निर्माण भी किया जा रहा है।

इस कॉरिडोर के निर्माण में अनेक प्रकार के विशेष प्रावधान किए गए हैं, जिसमें गणेशपुर से देहरादून तक मार्ग को वन्यजीवों के लिए सुरक्षित रखा गया है। इसमें 12 किलोमीटर एलिवेटेड रोड, 6 पशु अंडरपास, 2 हाथी अंडरपास, 2 बड़े पुल और 13 छोटे पुलों का प्रावधान है। पूरे एक्सप्रेसवे में 113 वीयूपी (वाहन अंडर पास), एलवीयूपी (हल्के वाहन अंडर पास), एसवीयूपी (छोटे वाहन अंडर पास), 5 आरओबी, 4 बड़े पुल और 62 बस शेल्टर का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही, 76 किलोमीटर सर्विस रोड, 29 किलोमीटर एलिवेटेड रोड और 16 प्रवेश-निकास बिंदु का भी निर्माण किया जा रहा है।

यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली-देहरादून एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पर 12 सड़क सुविधाओं का प्रावधान किया गया है। इस राजमार्ग को हरिद्वार से जोड़ने के लिए 2,095 करोड़ रुपये की लागत से 6 लेन वाले 51 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड सड़क का निर्माण किया जा रहा है।

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कोपरगंज स्थित कपड़ा बाजार में हुए अग्निकांड से प्रभावित परिवार एवं बाजार में काम करने वाले कमर्चारियों के बच्चों की शिक्षा आदि में सहायता हेतु जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट में की बैठक

विशेष संवाददाता, कोपरगंज स्थित कपड़ा बाजार में हुए अग्निकांड से प्रभावित परिवार एवं बाजार में काम करने वाले कमर्चारियों के बच्चों की शिक्षा में कसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो, इसके संबंध में आज जिलाधिकारी श्री विशाख जी0 की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व श्री राजेश कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि, सीबीएससी, आईसीएससी बोर्ड के कोऑडिनेटर, यूपी बोर्ड, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा , विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार , प्रधानाचार्य एसोसिएशन, विभिन्न औधोगिक संगठनों व संगठनों के प्रतिनिधि एवं व्यापारी संगठनों के साथ बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निम्न निर्देश दिए –

◆ पीड़ित परिवार एवं मार्केट में कार्य करने वाले कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा फ़ीस के आभाव में बाधित न हो पाए। इसके लिए समस्त सीबीएससी, आईसीएससी बोर्ड के कोऑडिनेटर, यूपी बोर्ड माध्यिमक शिक्षा, उच्च माध्यिमक शिक्षा व अन्य शिक्षण संस्थानों के उपस्थित प्रतिनिधियों से जिलाधिकारी द्वारा अपील की गई कि अग्निकाण्ड से पीड़ित परिवार के बच्चों पढ़ाई फीस के अभाव में बाधित न हो इसके संबंध में समस्त शिक्षण संस्थान अपने मैनजमेंट से वार्ता करते हुए आवश्यक कदम उठाए।
◆समस्त औधोगिक संगठन/व्यापारी संगठन, अपने संगठन की ओर से पीड़ित परिवार के बच्चों की शिक्षा लगातार जारी रहे, इसके संबंध में अपने संगठनों के माध्यम से बच्चों को गोद लेने की कार्यवाही सुनिश्चित करें।
◆ जिलाधिकारी द्वारा जनपद कानपुर नगर के समस्त सक्षम सभ्रान्त नागरिको से अपील की गई कि इस आपदा की घड़ी में वे आगे आए तथा पीड़ित बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने में अपना सहयोग प्रदान करे।
◆ बैठक के दौरान आईसीएससी/सीबीएससी एवं निजी विद्यालयों के विभिन्न संगठनों द्वारा इस पर सहमति जताते हुए यह अवगत कराया गया कि अग्निकांड से पीड़ित परिवारों के आश्रित बच्चों की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की समस्या नही होने दी जाएगी एवं संगठनों द्वारा इस बात का आश्वासन भी दिया गया है कि बच्चों की पढ़ाई एवं उससे जुडे़ हुए खर्च के संबंध में अपने स्तर से भी मदद की जाएगी। विभिन्न शिक्षक संगठनों द्वारा भी बच्चों को गोद लेकर उनकी पढ़ाई में मदद देने के संबंध में आश्वासन दिया गया। इस संबंध में आगे कार्यवाही सुनिश्चित कराने हेतु व्यापारिक संगठनों से आग्रह किया गया कि व्यापारी या कर्मचारी, जो इस अग्निकांड से प्रभावित हुए है एवं जिनकी बच्चों की फीस जमा करने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, उनका विवरण/विद्यालय का विवरण सहित उपलब्ध कराया जाए ताकि विद्यालयों से इस विवरण को शेयर करते हुए अग्रेतर कार्यवाही की जा सके।

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समाचार कानपुर से

शिक्षको को ओल्ड पेशन दिलाना हमारा उद्देश्य है- राज बहादुर सिंह चंदेल*

*स्मृति चिन्ह व राम नाम का रूपटटा देकर सम्मानित किया*

आज शिक्षको की सबसे बड़ी समस्या ओल्ड पेशन की है, उत्तर प्रदेश सरकार से शिक्षको को ओल्ड पेशन दिलाना हमारा मकसद है, बुढ़ापे मे बीमारी के कारण दवा पर सबसे ज्यादा खर्च होता है जब एक विघायक व सासंद पेशन पा सकता है तो एक शिक्षक क्यो नही यह बात एम एल सी विघायक राज बहादुर सिंह चंदेल ने एंटी करप्शन फाउंडेशन आफ इंडिया के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह मे कही, उन्होने यह भी कहा कि तदर्थ शिक्षको का विनयमितिकरण कराना भी हमारा मुख्य उद्देश्य है। सरकार शिक्षको की नियुक्त नही कर पा रही है आज प्रदेश मे सैकड़ो शिक्षको के पद खाली पड़े हुये है जिससे विघालयो मे बच्चो को पढ़ाने के लिए विषय शिक्षक उपलब्ध ही नही है।
सरकार को इस पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिये।
आज एंटी करप्शन फाउंडेशन आफ इंडिया के डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज दिलीप कुमार मिश्रा, आलोक पाण्डेय, गोविंद सिंह ने शिक्षक विधायक राज बहादुर सिंह चंदेल को स्मृति चिन्ह व राम नाम का रूपटटा पहना कर स्वागत व अभिनन्दन किया।
इस अभिनन्दन समारोह मे प्रमुख रूप से गोविंद सिंह, आलोक पाण्डेय, दिलीप कुमार मिश्रा, सर्वेश तिवारी, राजेन्द्र कुमार, जग महेंद्र अग्रवाल, कमल सिंह यादव आदि लोग मौजूद रहे।

*ईमानदारी*,
*कर्तव्यनिष्ठा व* *मेहनत से लगातार 6 वी बार विजयी*

उन्नाव के राजा शंकर सहाय इन्टर कालेज से अवकाश प्राप्त राज बहादुर सिंह चंदेल 1992 मे पहला चुनाव माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट से लडकर पाण्डेय गुट के चंदभूषण त्रिपाठी को 118 वोटो से हराया था,1998 व 2004 से शर्मा गुट से ही चुनाव लडकर पाण्डेय गुट के प्रत्याशी श्री कान्त द्विवेदी को हराया था,उसकी बाद से वह तीन बार से निर्दलीय चुनाव लड़कर 6 वी बार विजयी प्राप्त किया है। इस बार
भाजपा ने अपना प्रत्याशी वेणुगोपाल सिंह को उतार कर पूरी ताकत लगा दिया था,लेकिन आम शिक्षको मे मेहनत,लगन व ईमानदारी से अपनी छवि बना चुके राज बहादुर सिंह चंदेल विजयी होकर एक नया इतिहास बनाया।

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ऑनलाइन समान बेंचने वाली कंपनी ब्लिंक इट के कर्मचारियों ने की हड़ताल

कर्मचारियों का आरोप कंपनी बिना बताए काट लेती है पैसा

करीब 200 डिलीवरी बॉयज ने की हड़ताल

टीम लीडर पर भी अभद्रता के लगाए आरोप

कल्यानपुर के इन्द्रानगर में है स्टोर

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कल्याणपुर सीएससी से हुआ बच्चा चोरी

बच्चा चोरी की घटना से हॉस्पिटल में मचा हड़कंप

देर रात एक महिला वार्ड शातिर कर ले गई बच्चा चोरी

सुबह बच्चे की मां ने बच्चे को ना देखा तो उसके होश उड़ गए

महिला की चीख पुकार सुन हॉस्पिटल कर्मचारी मौके पर पहुंचे

जानकारी मिलते ही कल्याणपुर थाने का फोर्स पहुंचा हॉस्पिटल सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी पुलिस

कल्याणपुर थाना क्षेत्र के कल्याणपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की है घटना

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अवैध पिस्टल से हर्ष फायरिंग करते हुए पकड़ा गया डॉक्टर

पुलिस द्वारा पिस्टल समेत डॉक्टर के पकड़े जाने की सूचना

गुरुदेव चौकी की पुलिस ने डॉक्टर को पकड़ा

रावतपुर थाना क्षेत्र का मामला

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पनकी क्षेत्र में यातायात नियमों की उड़ी धज्जियां

मालखाऊ नीति के आगे टूटे यातायात के नियम कानून

नो एंट्री जोन में भारी वाहन कर रहे प्रवेश,लोगो के जान के साथ खिलवाड़

यातायात पुलिस कर्मियों से मिलीभगत कर भारी वाहन नो एंट्री जोन में कर रहे प्रवेश

बिना नंम्बर प्लेट के तेज़रफ़्तार डंफर,ट्रक नो एंट्री जोन में प्रवेश कर भर रहे फर्राटा

ड्यूटी पॉइंट पर तैनात यातायात पुलिस बनी मूर्ख दर्शक

पनकी थाना क्षेत्र भाटिया तिराहे पर तैनात TSI भूमिका संदिग्ध

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कमिशनरेट थाना सचेड़ी क्षेत्र में दबंगो के हौसलें बुलंद

सचेड़ी थाना क्षेत्र दबंगो में नही पुलिस का खौफ

पिस्टल से फायरिंग करते हुए दबंग युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

सचेड़ी थाना क्षेत्र भौती का बताया जा रहा दबंग युवक

राजू सचान उर्फ यशराज बताया जा रहा युवक का नाम

हथियार से फायरिंग कर दबंग क्षेत्र में बनाना चाहता भय का माहौल

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बदलाव जरूरी है

सालभर देश में कहीं न कहीं चुनाव होते रहते हैं और चुनावी सरगर्मियां तेज करने के लिए कोई न कोई घटनाएं घटती रहती हैं। घटती हुई घटनाएं और बदलते हुए परिप्रेक्ष्य 2024 की आहट देते महसूस हो रहे हैं।

देश में घटनाएं कितनी तेजी से घट रही हैं साथ ही घटनाओं पर प्रतिक्रियाएं भी। कोई भी घटना स्थिर नहीं रह पाती है। उस पर विवाद, टिप्पणियां चलती रहती हैं और जैसे ही नियम कानून के फैसले की बात आती है तब तक एक दूसरी घटना घट चुकी होती है। लोग पुरानी घटना को भुलाकर नई घटना पर अपना ध्यान केंद्रित कर लेते हैं। नोटबंदी, काला धन, बैंक घोटाले, नेताओं की मनमर्जियां, अभद्र टिप्पणियां, चुनावी हमले, अभद्र बयानबाजी, धर्मांधता, संसद में हंगामा, अडाणी मामला इन पर लगातार घटनाएं घट रही हैं और प्रतिक्रिया स्वरुप अन्य घटना घट जा रही है। एक घटना पर फैसला लंबित रहता है कि दूसरी अचंभित कर देती है। इन सारे मुद्दों में अभी तक कोई हल नहीं निकला है बस दबा दी गई है जैसे सरकारी दफ्तरों में फाइलें एक टेबल से दूसरे टेबल पर सरकती रहती है और धूल खाती रहती है और मीडिया भी सवाल पूछने से ज्यादा मामले को ढकने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाती है।
और यदि आज के मौजूदा हालात पर नजर डालें तो विपक्ष ने जो सवाल पूछा वो गलत नहीं था और सवाल पूछने का हक तो सांसद के साथ-साथ जनता को भी है लेकिन सवाल पूछने का खामियाजा संसद की सदस्यता समाप्ति और पंद्रह हजार जुर्माना मिला। उससे इतर सवाल यह भी है कि अडाणी मामले पर सरकार चुप्पी क्यों साधे हुए है? उसकी जांच क्यों नहीं की जा रही है? पिछले कुछ समय पहले सत्ता पक्ष के बयानों पर नजर डालें तो सत्ता पक्ष द्वारा ऐसे तमाम निम्न स्तरीय बयान है जिनमें नेताओं पर मानहानि के दावे और कानूनी कार्यवाही की जा सकती है। एक सम्मानित महिला पर अभद्र टिप्पणी और सत्तापक्ष के नेताओं की ऊटपटांग बयानबाजी उनके निम्न स्तरीय सोच को ही दर्शाती है।
लोकतंत्र के नाम पर अलग-अलग वक्त पर होने वाली तमाम राजनीतिक बहसों से परे निकल कर देखें तो अटल बिहारी बाजपेई ने अपने एक भाषण में लोकतंत्र का बहुत सुंदर उदाहरण पेश किया है उन्होंने बताया  कि कैसे नेता प्रतिपक्ष होने के बावजूद भी उन्हें सरकार की ओर से जिनेवा में सरकार का पक्ष रखने के लिए भेजा गया था। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि, “ऐसा नहीं है कि मेरे नेहरू जी से मतभेद नहीं हैं और मतभेद चर्चा में उभरकर आता भी है। एक दिन मैंने कह दिया कि आपका व्यक्तित्व मिलाजुला हुआ है। आपमें चर्चिल और चेंबरलिन दोनों हैं। नेहरू जी नाराज नहीं हुए और शाम को किसी इवेंट पर मुलाकात होने पर उन्होंने कहा कि आज बड़ा जोरदार भाषण दिया है तुमने और हंसते हुए चले गए। आजकल ऐसी आलोचना करना मतलब दुश्मनी को न्योता देने जैसा है। लोग बोलना बंद कर देंगे”। आज इस तरह की शालीनता कल्पना की बातें हैं। लोग सिर्फ एक दूसरे को नीचा दिखाने में ही लगे हुए हैं। यूं भी आजकल की राजनीति अवसरवादीता हो गई है।
संकीर्ण मानसिकता से किसी राष्ट्र का हित नहीं हुआ है और यदि हम फिर से जाति धर्म भाषा और क्षेत्र में बटेंगे तो क्या लंबे समय तक एक राष्ट्र के रूप में टिके रह पाएंगे? आज क्या सिर्फ गलत का विरोध करने के बजाय सिर्फ विरोध करना ही उद्देश्य रह गया है। जब सत्तायें समाज परिवर्तन और जन विश्वास को हासिल किए बगैर टिके रहना चाहती हैं तो वह अतिवाद के खंभों का सहारा लेती है और यह खंबे ज्यादा समय तक नहीं टिक रहते हैं। लगातार घटती हुई घटनाएं इशारा कर रही हैं कि राजनीति में परिपक्वता जरूरी हो गई है। अपनी मर्यादाओं और आचरण पर लक्ष्मण रेखा स्वयं ही खींचनी होगी। राष्ट्र को एक सूत्र में बांधे रखने के लिए अपने समकालीन नेताओं के आदर्शों को समझना जरूरी हो गया है।

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फरवरी, 2023 के लिए आठ प्रमुख उद्योगों का सूचकांक (आधार: 2011-12=100)

आठ प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक फरवरी 2022 के सूचकांक की तुलना में फरवरी 2023 के दौरान 6.0 प्रतिशत (अनंतिम) बढ़ गया। उर्वरक, कोयला, बिजली, सीमेंट, स्टील, रिफाइनरी उत्पाद और प्राकृतिक गैस का उत्पादन फरवरी 2023 में पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में बढ़ा है। आईसीआई चुने हुए आठ प्रमुख उद्योगों अर्थात कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली में उत्पादन का संयुक्त और एकल निष्पादन को मापता है। आठ प्रमुख उद्योगों में औद्योगिक उत्पादन का सूचकांक (आईआईपी) में शामिल मदों के भार का 40.27 प्रतिशत शामिल होता है। वार्षिक और मासिक सूचकांक तथा विकास दर का विवरण क्रमशः अनुलग्नक 1 तथा 2 में दिया गया है।

2. नवंबर 2022 के लिए आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक की अंतिम वृद्धि दर को इसके अनंतिम स्तर 5.4 प्रतिशत से संशोधित कर 5.7 प्रतिशत कर दिया गया है। अप्रैल-फरवरी 2022-23 के दौरान आईसीआई की संचयी वृद्धि दर पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 7.8 प्रतिशत (अनंतिम) दर्ज की गई।

3. आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक का सारांश नीचे दिया गया है:

कोयला – कोयला उत्पादन (भारांक: 10.33 प्रतिशत) फरवरी, 2023 में फरवरी, 2022 की तुलना में 8.5 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल से फरवरी 2022-23 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 15.2 प्रतिशत बढ़ा।

कच्चा तेल – कच्चे तेल का उत्पादन (भारांक: 8.98 प्रतिशत) फरवरी, 2023 में फरवरी, 2022 की तुलना में 4.9 प्रतिशत कम रहा। इसका संचयी सूचकांक अप्रैल से फरवरी, 2022-23 के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.6 प्रतिशत कम रहा।

प्राकृतिक गैस – प्राकृतिक गैस का उत्पादन (भारांक: 6.88 प्रतिशत) फरवरी, 2023 में फरवरी, 2022 की तुलना में 3.2 प्रतिशत अधिक रहा। अप्रैल से फरवरी, 2022-23 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.

पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद – पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन (भारांक: 28.04 प्रतिशत) फरवरी, 2022 की तुलना में फरवरी, 2023 में 3.3 प्रतिशत बढ़ गया। इसका संचयी सूचकांक अप्रैल से फरवरी, 2022-23 के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.2 प्रतिशत बढ़ा।

उर्वरक – उर्वरक उत्पादन (भारांक: 2.63 प्रतिशत) फरवरी, 2023 में फरवरी, 2022 की तुलना में 22.2 प्रतिशत बढ़ गया। इसका संचयी सूचकांक अप्रैल से फरवरी, 2022-23 के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 11.5 प्रतिशत बढ़ गया।

इस्पात – इस्पात उत्पादन (भारांक: 17.92 प्रतिशत) फरवरी, 2023 में फरवरी, 2022 की तुलना में 6.9 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल से फरवरी, 2022-23 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 7.5 प्रतिशत बढ़ा।

सीमेंट – सीमेंट उत्पादन (भारांक: 5.37 प्रतिशत) फरवरी, 2023 में फरवरी, 2022 की तुलना में 7.3 प्रतिशत बढ़ा। इसका संचयी सूचकांक अप्रैल से फरवरी, 2022-23 के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 9.7 प्रतिशत बढ़ा।

बिजली – बिजली उत्पादन (भारांक: 19.85 प्रतिशत) फरवरी, 2023 में फरवरी, 2022 की तुलना में 7.6 प्रतिशत बढ़ गया। इसका संचयी सूचकांक अप्रैल से फरवरी, 2022-23 के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 9.9 प्रतिशत बढ़ गया।

नोट 1: दिसंबर,2022, जनवरी 2023 और फरवरी, 2023 के आंकड़े अनंतिम हैं। स्रोत एजेंसियों के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार प्रमुख उद्योगों के सूचकांकों को संशोधित/अंतिम रूप दिया जाता है।

नोट 2 : अप्रैल, 2014 से, नवीकरणीय स्रोतों से बिजली उत्पादन के आंकड़े भी शामिल हैं।

नोट 3 : ऊपर इंगित किए गए उद्योग वार भार आईआईपी से प्राप्त अलग अलग उद्योग भार हैं और 100 के बराबर आईसीआई के संयुक्त भार के अनुपात में बढ़ाए गए हैं।

नोट 4 : मार्च, 2019 से, परिष्कृत इस्पात के उत्पादन के भीतर ‘कोल्ड रोल्ड (सीआर) क्वायल्स‘ मद के तहत हौट रोल्ड पिकल्ड एंड आयल्ड (एचआरपीओ) नामक एक नया इस्पात उत्पाद भी शामिल किया गया है।

नोट 5 : मार्च, 2023 के लिए सूचकांक शुक्रवार 28 अप्रैल, 2023 को जारी किया जाएगा।

अनुलग्नक 1

आठ प्रमुख उद्योगों का निष्पादन

आधार वर्ष: 2011-12=100

सूचकांक

क्षेत्र कोयला कच्चा तेल प्राकृतिक गैस रिफाइनरी उत्पाद उर्वरक इस्पात सीमेंट बिजली समग्र सूचकांक
भारांक 10.33 8.98 6.88 28.04 2.63 17.92 5.37 19.85 100.00
2012-13 103.2 99.4 85.6 107.2 96.7 107.9 107.5 104.0 103.8
2013-14 104.2 99.2 74.5 108.6 98.1 115.8 111.5 110.3 106.5
2014-15 112.6 98.4 70.5 108.8 99.4 121.7 118.1 126.6 111.7
2015-16 118.0 97.0 67.2 114.1 106.4 120.2 123.5 133.8 115.1
2016-17 121.8 94.5 66.5 119.7 106.6 133.1 122.0 141.6 120.5
2017-18 124.9 93.7 68.4 125.2 106.6 140.5 129.7 149.2 125.7
2018-19 134.1 89.8 69.0 129.1 107.0 147.7 147.0 156.9 131.2
2019-20 133.6 84.5 65.1 129.4 109.8 152.6 145.7 158.4 131.6
2020-21 131.1 80.1 59.8 114.9 111.6 139.4 130.0 157.6 123.2
2021-22 142.3 77.9 71.3 125.1 112.4 163.0 156.9 170.1 136.1
अप्रैल-फरवरी2021-22* 136.1 77.8 71.2 123.6 112.9 161.3 153.1 168.2 134.1
अप्रैल-फरवरी2022-23* 156.8 76.5 72.2 129.9 125.8 173.4 168.1 184.9 144.6
                     

*अनंतिम

 

विकास दर (वर्ष-दर-वर्ष आधार पर प्रतिशत में)

क्षेत्र कोयला कच्चा तेल प्राकृतिक गैस रिफाइनरी उत्पाद उर्वरक इस्पात सीमेंट बिजली समग्र बढ़ोतरी
भारांक 10.33 8.98 6.88 28.04 2.63 17.92 5.37 19.85 100.00
2012-13 3.2 -0.6 -14.4 7.2 -3.3 7.9 7.5 4.0 3.8
2013-14 1.0 -0.2 -12.9 1.4 1.5 7.3 3.7 6.1 2.6
2014-15 8.0 -0.9 -5.3 0.2 1.3 5.1 5.9 14.8 4.9
2015-16 4.8 -1.4 -4.7 4.9 7.0 -1.3 4.6 5.7 3.0
2016-17 3.2 -2.5 -1.0 4.9 0.2 10.7 -1.2 5.8 4.8
2017-18 2.6 -0.9 2.9 4.6 0.0 5.6 6.3 5.3 4.3
2018-19 7.4 -4.1 0.8 3.1 0.3 5.1 13.3 5.2 4.4
2019-20 -0.4 -5.9 -5.6 0.2 2.7 3.4 -0.9 0.9 0.4
2020-21 -1.9 -5.2 -8.2 -11.2 1.7 -8.7 -10.8 -0.5 -6.4
2021-22 8.5 -2.6 19.2 8.9 0.7 16.9 20.8 8.0 10.4
अप्रैल-फरवरी 2021-22* 9.8 -2.6 20.5 9.2 -0.4 18.4 22.3 8.2 11.1
अप्रैल-फरवरी 2022-23* 15.2 -1.6 1.5 5.2 11.5 7.5 9.7 9.9 7.8

*अनंतिमवर्ष दर वर्ष की गणना पिछले वर्ष के समान महीने की तुलना में की जाती है

परिशिष्ट II

आठ प्रमुख उद्योगों का निष्पादन

वार्षिक सूचकांक एवं वृद्धि दर

आधार वर्ष : 2011-12 = 100

सूचकांक

 

क्षेत्र कोयला कच्चा तेल प्राकृतिक गैस रिफाइनरी उत्पाद उर्वरक इस्पात सीमेंट बिजली समग्र सूचकांक
भारांक 10.33 8.98 6.88 28.04 2.63 17.92 5.37 19.85 100.00
फरवरी-22 174.4 71.6 64.9 124.9 102.4 165.0 167.7 160.8 137.1
मार्च-22 210.8 79.6 72.6 142.5 107.7 182.4 198.8 191.0 158.0
अप्रैल--22 147.7 77.8 70.9 134.7 96.1 164.0 170.9 194.5 144.6
मई--22 156.3 80.3 73.5 137.3 126.0 172.0 165.4 199.9 149.6
जून--22 148.0 76.9 70.9 130.3 126.4 158.2 177.4 196.9 143.9
जुलाई--22 132.7 77.3 72.6 129.8 127.6 166.8 155.4 188.9 141.1
अगस्त--22 127.5 76.7 73.0 123.6 130.9 170.5 152.0 191.3 139.9
सितंबर--22 127.5 75.2 72.1 120.2 127.0 172.8 158.7 187.4 138.6
अक्टूबर--22 145.8 77.4 73.0 123.5 129.5 177.3 155.2 169.3 138.8
नवंबर--22 167.5 75.8 71.8 119.7 129.2 175.5 164.3 166.7 139.4
दिसंबर--22* 184.3 78.2 74.5 139.3 129.9 180.5 184.8 179.4 151.6
जनवरी--23* 198.3 78.3 75.2 142.0 135.8 193.4 184.6 186.6 157.7
फरवरी-23* 189.3 68.1 67.0 129.1 125.2 176.5 180.0 173.1 145.4

*अंनतिम

 

विकास दर (वर्ष-दर-वर्ष आधार पर प्रतिशत में)

क्षेत्र कोयला कच्चा तेल प्राकृतिक गैस रिफाइनरी उत्पाद उर्वरक इस्पात सीमेंट बिजली समग्र बढ़ोतरी
भारांक 10.33 8.98 6.88 28.04 2.63 17.92 5.37 19.85 100.00
फरवरी-22 6.6 -2.2 12.5 8.8 -1.4 5.6 4.2 4.5 5.9
मार्च-22 0.3 -3.4 7.6 6.1 15.3 4.1 9.0 6.1 4.8
अप्रैल--22 30.1 -0.9 6.4 9.2 8.8 2.5 7.4 11.8 9.5
मई--22 33.5 4.6 7.0 16.7 22.9 15.1 26.2 23.5 19.3
जून--22 32.1 -1.7 1.2 15.1 8.2 3.3 19.7 16.5 13.1
जुलाई--22 11.4 -3.8 -0.3 6.2 6.2 7.5 0.7 2.3 4.8
अगस्त--22 7.7 -3.3 -0.9 7.0 11.9 5.8 2.1 1.4 4.2
सितंबर--22 12.1 -2.3 -1.7 6.6 11.8 7.7 12.4 11.6 8.3
अक्टूबर--22 3.8 -2.2 -4.2 -3.1 5.4 5.8 -4.2 1.2 0.7
नवंबर--22 12.3 -1.1 -0.7 -9.3 6.4 11.5 29.1 12.7 5.7
दिसंबर--22* 12.2 -1.2 2.6 3.7 7.3 6.3 9.5 10.4 7.0
जनवरी--23* 13.4 -1.1 5.3 4.5 17.9 10.8 4.6 12.7 8.9
फरवरी-23* 8.5 -4.9 3.2 3.3 22.2 6.9 7.3 7.6 6.0

*अनंतिम, वर्ष-दर-वर्ष की गणना पिछले वर्ष के इसी माह के आधार पर की जाती है।

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