कानपुर 24 फरवरी भारतीय स्वरूप संवाददाता, फिजियो कनेक्ट 3 इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में सम्मानित हुए डॉ सुधीर कुमार द्विवेदी
मानव रचना यूनिवर्सिटी फरीदाबाद में फिजियो कनेक्ट 3 इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ जिसमें कानपुर शहर के माने जाने जिला अस्पताल डफरिन के फिजियोथैरेपिस्ट डॉक्टर सुधीर कुमार द्विवेदी को अटल फिजियोथेरेपी सेवा अवार्ड से सम्मानित किया गया साथ में ही डॉक्टर पूजा आनंद डीन (श्री गुरु गोविंद सिंह ट्राईसेंट्री यूनिवर्सिटी गुरुग्राम) का स्पोर्ट्स फिजियोथैरेपिस्ट एवं उनके कार्यों के विषय पर विस्तृत चर्चा हुई जिसको डॉक्टर द्विवेदी ने चेयर पर्सन के रूप में सेशन चेयर किया एवं डॉ पूजा आनंद डीन (एसजीटी यूनिवर्सिटी गुरुग्राम) को स्मृति चिन्ह अवार्ड के रूप में देकर उनको सम्मानित किया जिसके उपरांत सेशन चेयर पर्सन के रूप में डॉक्टर द्विवेदी को कार्यक्रम के चेयरमैन डॉक्टर सर्वोत्तम चौहान एवं डॉक्टर सौरभ त्यागी ने सम्मान देकर सम्मानित किया फिजियो कनेक्ट 3 के मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री और भारी उद्योग भारत सरकार श्री कृष्ण पाल गुर्जर एवं इंटरनेशनल फिटनेस मॉडल मिस जापान मेगुमी साइटों एवं देश के मशहूर शायर अजहर इकबाल ने भी अपनी टीम के साथ आय एवं कांफ्रेंस के चेयरमैन डॉक्टर सर्वोत्तम चौहान ने आए हुए मुख्य अतिथियों के साथ मिलकर डॉक्टर सुधीर कुमार द्विवेदी को अटल फिजियोथैरेपी सेवा अवार्ड से सम्मानित किया कार्यक्रम के चेयरमैन डॉक्टर सर्वोत्तम चौहान ने बताया कि फिजियोथेरेपी आज के जीवन की एक मॉडर्न मेडिसिन है जो कि सब की जरूरत है एडवांस फिजियोथैरेपी &रिहैबिलिटेशन सेंटर के डायरेक्टर डॉ सुधीर कुमार द्विवेदी ने बताया कि फिजियथेरेपी मरीजों के लिए ही नहीं बल्कि फिटनेस एवं खेलकूद और लाइफस्टाइल का भी अभिन्न अंग है फिजियोथेरेपी आज के समय में आधुनिक होती जा रही है आधुनिक तकनीकों को कांफ्रेंस के जरिए प्रदेश देश के कोने कोने तक पहुंचाने का ही हमारा उद्देश्य है कांफ्रेंस के मुख्य अतिथि श्री कृष्ण पाल गुर्जर केंद्रीय राज्य मंत्री और भारी उद्योग भारत सरकार ने बताया कि फिजियोथेरेपी का स्तर आज के समय में बहुत ऊपर जा रहा है और यह हर घर की आम जरूरत बनती जा रही है पिछले हफ्ते ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी फिजियोथेरेपी और फिजियोथेरेपी के डॉक्टर की काफी सराहना की थी श्री गुर्जर ने बताया कि फिजियोथेरेपी कनेक्ट 3 को द मायरा फाउंडेशन के सौजन्य से आयोजित किया गया है इसके सहयोगी मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट आफ रिसर्च एंड स्टडीज रहे जिसमें करीब 800 प्रतिभागियों ने भाग लिया और इसी के साथ करीब 30 यूनिवर्सिटी ने भी भाग लिया
कांफ्रेंस के चेयरमैन डॉक्टर सर्वोत्तम चौहान को चेयरमैन डॉक्टर सौरभ त्यागी सचिव डॉ नितेश मल्होत्रा डॉक्टर के के शर्मा मानव रचना यूनिवर्सिटी की ओर से एन सी वाधवा डीजीएल खन्ना डॉक्टर रिजवी ने कांफ्रेंस में सभी भागीदारों एवं आयोजन की काफी सराहना की
युवा जगत
सिटिजन फैसिलिटेशन (नगरीय सुविधा केन्द्र) सेन्टर का जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण
कानपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अन्तर्गत कानपुर नगर निगम मुख्यालय के भूमितल पर बन रहे सिटिजन फैसिलिटेशन (नगरीय सुविधा केन्द्र) सेन्टर का आज जिलाधिकारी श्री विशाख जी0 द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान, श्री शिवशरणप्पा जी.एन. (नगर आयुक्त), श्री सूर्यकान्त त्रिपाठी (अपर नगर आयुक्त प्रथम), श्री आर.के. सिंह (नोडल अधिकारी, केएससीएल), एस.पी.वी कर्मचारी तथा आई.टी-पी.एम.यू टीम उपस्थित रहे ।
यह सिटीजन फैसिलिटेशन सेन्टर में नगर निगम के माध्यम से प्रदान की जा रही विभिन्न प्रकार की सुविधाओं एवं नागरिकों की समस्याओं के समाधान हेतु जोनवानर/विभागवार अलग-अलग काउन्टर/पटल निर्धारित किये जायेगा एवं आम जन की समस्याओं को इन पटलो के माध्यम से प्राप्त कर निर्धारित समय-सीमा में निस्तारण सुनिश्चित किया जाएगा। प्रत्येक सेवा/समस्या के निस्तारण हेतु समय-सीमा निर्धारित किया जायेगा एवं इस निर्धारित समय-सीमा के तहत समस्या का समाधान व सेवा को प्रदान किया जाना, इन नगर निगम के पटलो द्वारा सुनिश्चित किया जायेगा।
जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान निम्नलिखित निर्देश दिए गए:-
1- सिटीजन फैसिलिटेशन सेन्टर के माध्यम से शिकायतों को प्राप्त किया जाना एवं उसकी प्रोसेसिंग हेतु साफ्टवेयर भी तैयार किया जाए ताकि समस्त प्रकार की अभिलेखों का परीक्षण एवं आख्याओं का प्रेषण भी इस साफ्टवेयर के माध्यम से किया जा सके।
2- अभिलेखों की स्कैनिंग/डिस्पैंच इत्यादि हेतु सिटीजन फैसिलिटेशन सेन्टर के अन्दर ही जोनवार पटल बनाया जाए ताकि प्रतिदिन प्राप्त हो रहे आवेदनों को उसी दिन प्रोसेस किया जा सके।
3- जिन प्रकरणों में प्रमाण पत्र/परमिट इत्यादि निर्गत होना है, उसे निर्धारित समय-सीमा के उपरान्त प्राप्त किये जाने हेतु कलेक्शन काउन्टर भी प्रथक से तैयार किया जाए।
पर्यावरण संस्कृति एवं संरक्षण में तकनीकी का प्रयोग विषय पर व्याख्यान आयोजित
कानपुर 24 फरवरी भारतीय स्वरूप संवाददाता, दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज द्वारा पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए *पर्यावरण संस्कृति एवं संरक्षण में तकनीकी का प्रयोग* विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या प्रो. अर्चना वर्मा जी ने तथा संचालन डॉ अंजना श्रीवास्तव ने किया।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ अनिता निगम ने छात्राओं को अपना व्याख्यान देते हुए उन्हें ‘इको मित्रम’ ऐप डाउनलोड कराया एवम् बीजारोपण का महत्व व संस्कृति तथा पर्यावरण संरक्षण से संबंधित अति महत्वपूर्ण जानकारियां दी। विभागाध्यक्ष, भूगोल , डॉ. संगीता सिरोही ने बताया कि इस अवसर पर एक “इको क्लब” भी बनाया गया जिसमें छात्राओं को “पर्यावरण मित्र” के रूप में नियुक्त किया गया है। आज इस अवसर पर 25 पौधे भी इको क्लब के द्वारा लगाए गए। धन्यवाद प्रस्ताव डॉ शशि बाला सिंह के द्वारा दिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर श्वेता, कृष्णेंद्र श्रीवास्तव, आकांक्षा अस्थाना, रामचंद्र, पारस व शिवनाथ, लक्ष्मी, पूनम और कु. पवित्रा का विशेष योग योगदान रहा। सभी छात्राओं ने सक्रियता के साथ व्याख्यान में भाग लिया।
एस एन सेन बालिका विद्यालय पीजी कॉलेज में विश्व चिंतन दिवस(वर्ल्ड थिंकिंग डे )मना
कानपुर भारतीय स्वरूप संवाददाता, एसएन सेन बालिका विद्यालय पीजी कॉलेज की वैष्णवी रेंजर टीम ने विश्व चिंतन दिवस(वर्ल्ड थिंकिंग डे )मनाया जो कि प्रत्येक वर्ष विश्व भर में 22 फरवरी को मनाया जाता है। इस दिन स्काउटिंग एवं गाइडिंग के संस्थापक ल लॉयड पावेल एवं उनकी बहन लेडी ऑलवे पावेल की जन्मदिवस के रूप में उनकी याद में मनाया जाता है। 2023 इस वर्ष की थीम है “हमारी दुनिया हमारा शांतिपूर्ण भविष्य”। इस समारोह में विशिष्ट अतिथि माननीय श्री संतोष दिक्षित ( लीडर ट्रेनर ) एवं महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सुमन (लीडर ट्रेनर ) रहे। श्री संतोष दिक्षित जी ने रेंजर्स को प्रत्येक दिन सेवा भाव में कार्य करने के लिए प्रेरित किया एवं उससे होने वाली खरी कमाई को एक नोटबुक में एकत्र कर उसका विश्लेषण करने के लिए छात्राओं को प्रेरित किया। प्राचार्य प्रोफेसर सुमन ने रेंजर्स को एडवांस कोर्स करने के लिए एवं राज्यपाल और राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए आगे बढ़े और रेंजर्स में सेवा भाव के साथ देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ प्रीति पांडे जोकि महाविद्यालय की रेंज टीम की प्रभारी हैं ने पूरे कार्यक्रम को आयोजित एवं संचालित किया एवं उनकी सहयोगी डॉक्टर रोली मिश्रा भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। वर्ल्ड थिंकिंग डे पर भारी संख्या में छात्राएं एवं रेंजर्स उपस्थित रहे और इस समारोह को खुशी और उल्लास के साथ वर्चुअल प्लेटफार्म पर मनाया गया।
Read More »डी जी कॉलेज में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस
कानपुर 21 फरवरी भारतीय स्वरूप संवाददाता, दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज में आज सेंचुरी क्लब कोऑर्डिनेटर डॉ संगीता सिरोही के कुशल निर्देशन में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या प्रो अर्चना वर्मा जी ने की। उन्होंने अपने संबोधन में छात्राओं को अवगत कराया कि अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 21 फरवरी को मनाया जाता है। UNESCO द्वारा यह दिवस फरवरी, 2000 से प्रतिवर्ष भाषायी और सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषावाद को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया जाने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए ही कानपुर विजन @2047 तथा G-20 के अंतर्गत यह दिवस मनाया गया। इस अवसर पर छात्राओं के द्वारा एक भाषण व पोस्टर प्रेजेंटेशन का आयोजन भी किया गया। कु. दीपांशु धीमान ने कहा कि आजादी के 100 सालों में अपने कानपुर में ‘वसुधैव कुटुंबकम्’, ‘सर्वधर्म समभाव’ व ‘विविधता में एकता’ हम सभी का महत्वपूर्ण लक्ष्य है। डॉ अर्चना दीक्षित ने बताया कि महाविद्यालय में छात्राओं के व्यक्तित्व का चहुंमुखी विकास करने के लिए समय-समय पर राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय दिवस और समसामयिक मुद्दों पर निबंध लेखन, भाषण, संगोष्ठी व सेमिनार, कविता पाठ, रैली आदि का आयोजन इनके व्यापक प्रचार-प्रसार एवम् जन-जागरूकता को ध्यान में रखते हुए किया जाता है। कार्यक्रम को सफल बनाने में चीफ प्रॉक्टर प्रो अर्चना श्रीवास्तव, प्रो सुगंधा तिवारी, प्रो वंदना निगम, प्रो अलका श्रीवास्तव, डॉ मंजुला, डॉ अंजना श्रीवास्तव, डॉ स्वेता तथा डॉ कृष्णेंद्र समेत महाविद्यालय की समस्त प्रवक्ताओं व छात्राओं का सराहनीय योगदान रहा।
बेलगावी (कर्नाटक), शमशाबाद (तेलंगाना), बारामती (महाराष्ट्र), किशनगढ़, अजमेर (राजस्थान), बालेश्वर (ओडिशा), कुरनूल (आंध्र प्रदेश) और ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश) में कर्मचारी राज्य बीमा निगम के नए अस्पताल स्थापित करने की घोषणा
कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, कर्मचारी राज्य बीमा-ईएसआई निगम ने बैठक के दौरान बेलगावी (कर्नाटक), शमशाबाद (तेलंगाना), बारामती (महाराष्ट्र), किशनगढ़, अजमेर (राजस्थान) और बालेश्वर, (ओडिशा) में 100 बिस्तरों वाले अस्पतालों, कुरनूल (आंध्र प्रदेश) में 30 बिस्तरों वाला ईएसआई अस्पताल और ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश) में 350 बिस्तरों वाला कर्मचारी राज्य बीमा-ईएसआई निगम अस्पताल की स्थापना के प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की।
इनके अलावा, सिक्किम के रंगपो में नए स्वीकृत 30 बिस्तरों वाले कर्मचारी राज्य बीमा-ईएसआई निगम अस्पताल को 100 बिस्तरों वाले अस्पताल में अपग्रेड करने और राज्य से कर्मचारी राज्य बीमा-ईएसआई निगम अस्पताल, गुनाडाला, विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश) और मैथन, रांची (झारखंड) सरकार का भी अधिग्रहण करने का भी निर्णय लिया गया। कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को बेहतर चिकित्सा देखभाल और सुविधाएं प्रदान करने के लिए नए अधिग्रहीत अस्पतालों को सीधे कर्मचारी राज्य बीमा-ईएसआई निगम द्वारा संचालित किया जाएगा।
कम आबादी वाले उत्तर-पूर्वी क्षेत्र, निजी अस्पतालों/औषधालयों/नर्सिंग होम आदि की भारी कमी और पूर्वोत्तर राज्यों में कर्मचारी राज्य बीमा निगम योजना की वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए, कर्मचारी राज्य बीमा-ईएसआई निगम ने पूर्वोत्तर राज्यों और सिक्किम को ईएसआई योजना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना जारी रखने का फैसला किया। उत्तर पूर्वी राज्यों (असम को छोड़कर) के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 से लागू होने वाले अधिकतम सीमा तक का पूरा खर्च कर्मचारी राज्य बीमा निगम द्वारा वहन किया जाएगा, इसके अलावा, अतिरिक्त वित्तीय सहायता जिसके अंतर्गत राज्य सरकार को 40 लाख रुपये प्रति डिस्पेंसरी (10 लाख रुपये तिमाही) उपलब्ध करायी जाती है, उसे भी शुरू किया जायेगा। यह मानक चिकित्सा देखभाल के अंतर्गत नियमित फंड आवंटन के अलावा एक अतिरिक्त लाभ होगा। यह नए औषधालयों के लिए भी उपलब्ध रहेगा, यदि वे मौजूदा निर्देशों के अनुसार खोले जाते हैं।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने बैठक में कोविड-19 महामारी के दौरान बेरोजगार हुए बीमित श्रमिकों को राहत देने के लिए अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभों को दो और वर्षों के लिए बढ़ाने के प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की।
अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना (एबीवीकेवाई) आकस्मिक बेरोजगारी में कार्यकर्ता के जीवनकाल में 90 दिनों तक नकद मुआवजे के रूप में एक कल्याणकारी उपाय है।
श्री भूपेंद्र यादव ने सामाजिक सुरक्षा संहिता-2020 के लागू होने के बाद कर्मचारी राज्य बीमा-ईएसआई योजना के दायरे में आने वाले बीमित श्रमिकों और उनके आश्रितों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि को देखते हुए कर्मचारी राज्य बीमा निगम-ईएसआईसी को बहु-आयामी रणनीतियों को अपनाकर चिकित्सा सेवाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और आईपी और उनके लाभार्थियों को प्राथमिक चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए विस्तार करने का निर्देश दिया।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम-ईएसआईसी ने 31.03.2024 तक कर्मचारी राज्य बीमा निगम-ईएसआईसी अस्पताल और चिकित्सा महाविद्यालय, अलवर (राजस्थान) और बिहटा (बिहार) में आम जनता के लिए मुफ्त चिकित्सा देखभाल सुविधाओं के विस्तार के प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान कर दी है। कर्मचारी राज्य बीमा निगम-ईएसआईसी के अंतर्गत दवा/ड्रेसिंग और उपभोग्य सामग्रियों की सुविधा भी उन्हें निःशुल्क प्रदान की जाएगी। इससे आस-पास के क्षेत्रों में लाखों आम जनता परेशानी मुक्त गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल मुफ्त में प्राप्त कर सकेगी।
इनके अलावा, कर्मचारी राज्य बीमा निगम-ईएसआई निगम के वर्ष 2022-23 के संशोधित अनुमान, वर्ष 2023-24 के बजट अनुमान और वर्ष 2023-24 के प्रदर्शन बजट पर विचार-विमर्श किया गया और अन्य कार्यसूची मदों के साथ इसे अनुमोदित किया गया।
केंद्रीय श्रम मंत्री की अध्यक्षता में क्षेत्रीय चिकित्सा आयुक्तों, चिकित्सा आयुक्तों, बीमा आयुक्तों और कर्मचारी राज्य बीमा निगम-ईएसआईसी के क्षेत्रीय निदेशकों के साथ एक अलग बैठक में रेफरल प्रणाली में सुधार, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में संसाधनों का अधिकतम उपयोग, पहुंच से बाहर तक पहुंचने जैसे मुद्दे (असंगठित क्षेत्र के श्रमिक) और व्यावसायिक रोगों पर विचार-विमर्श किया गया और कार्रवाई बिंदुओं की पहचान की गई,
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र में दुनिया के सबसे बड़े और अनोखे दिव्यांग पार्क – अनुभूति समावेशी पार्क की आधारशिला रखी।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज नागपुर, महाराष्ट्र में दुनिया के सबसे बड़े और अनोखे दिव्यांग पार्क – अनुभूति समावेशी पार्क की आधारशिला रखी
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि समावेशी समाज के निर्माण के प्रधानमंत्री मोदी के विजन को ध्यान में रखते हुए इस पार्क को विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सहानुभूति दर्शाने के बजाय यह पार्क संवेदना दिखाएगा, इसलिए इस पार्क का नाम अनुभूति दिव्यांग पार्क रखा गया है।
गडकरी ने कहा कि इस पार्क के माध्यम से न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में समावेश का संदेश पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि इस पार्क में सभी 21 प्रकार की दिव्यांगता के लिए अनुकूलित सुविधाएं होंगी, इसमें स्पर्श और गंध उद्यान, हाइड्रोथेरेपी इकाई, जल चिकित्सा, मानसिक रूप से विक्षिप्त बच्चों के लिए स्वतंत्र कक्ष, मां जैसी सुविधाएं शामिल हैं। ‘दिव्यांग पार्क-अनुभूति इंक्लूसिव पार्क’ से केवल देशभर में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में इन्क्लूजन का अर्थात समावेशी समाज संकल्पना का संदेश पहुँचेगा।
गडकरी ने कहा कि नागपुर शहर देश के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक है। वर्ष 2016 में, केंद्र सरकार ने दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों के लिए दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम को पारित किया था। उन्होंने कहा कि यह कानून दिव्यांगों को सम्मान के साथ जीने का अधिकार देने के लिए है। इसी के तहत केंद्र सरकार ने पहल करते हुए दक्षिण भारत और मध्य प्रदेश में कुछ दिव्यांग पार्क बनाए हैं, इसी कड़ी में नागपुर के पारदी परिसर में दिव्यांग बच्चों और आम नागरिकों के लिए यह ‘अनुभूति समावेशी पार्क’ बनाया जा रहा है. उन्होंने ने कहा कि यह दुनिया का पहला समावेशी दिव्यांग पार्क है। 90 हजार वर्ग फुट क्षेत्र में बन रहे इस पार्क के लिए भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा लगभग 12 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि यहां दिव्यांगों के साथ-साथ आम जनता और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विभिन्न परियोजनाओं की परिकल्पना की गई है।
डी जी कॉलेज में मनाया गया सामाजिक न्याय दिवस
कानपुर भारतीय स्वरूप संवाददाता, दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज, राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा आज 20 फरवरी को कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही के निर्देशन में विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया गया। प्राचार्या डॉ अर्चना वर्मा ने अपने उद्बोधन में बताया कि इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य सामाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना और गरीबी, लिंग, शारीरिक भेदभाव, अशिक्षा, धार्मिक भेदभाव को खत्म करने के लिए विभिन्न समुदायों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक साथ लाना है। इस अवसर पर एनएसएस वॉलिंटियर्स अर्पिता, दीक्षा, आस्था आदि ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम को सफल बनाने में की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अंजना श्रीवास्तव, डॉ अर्चना दीक्षित, डॉ श्वेता, आकांक्षा अस्थाना, दीक्षा मालवीया तथा सभी छात्राओं का सराहनीय योगदान रहा।
पनकी के प्रसिद्ध अद्रितीय शिव मन्दिर में धूम-धाम से मनी शिवरात्रि-*
प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी हुआ भण्डारे व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन*
*कानपुर नगर, 18 फरवरी, 2023 (सू0वि0)* ढाई सौ वर्ष से भी अधिक प्राचीन अद्वितीय शिव मंदिर में महाशिवरात्रि के दिन प्रतिवर्ष भंडारा आयोजित किया जाता है। यह भंडारा मंदिर के ट्रस्टी श्री अवनीश अवस्थी मालिनी अवस्थी, माता ऊषा अवस्थी जी एवं परिवार के सदस्यों द्वारा आयोजित किया जाता है। दूर-दूर से लोग इस भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने आते हैं। अद्वितीय शिव मंदिर में उपस्थित भगवान शिव का विग्रह अत्यंत प्राचीन है। भंडारे की खास बात यह भी रहती है भोजन के साथ-साथ भक्ति संगीत भजनों व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी धूम रहती है। प्रसिद्ध गायिका श्रीमती मालिनी अवस्थी जी के अतिरिक्त कानपुर की गायिका एवं उनके शिष्य कविता सिंह रेनू गौर एवं दल ने अपना कार्यक्रम प्रस्तुत किया, इस अवसर पर भोलेनाथ की शोभायात्रा भी निकली प्रातः काल 9:00 बजे से प्रारंभ हुआ भंडारा देर शाम तक अनवरत चलता रहा। आसपास के क्षेत्र के लोग देर शाम तक प्रसाद ग्रहण करने आते रहे।
Read More »खेलों में डोपिंग की समस्या से निपटने के लिए युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, एनआईपीईआर हैदराबाद और एफएसएसएआई के बीच त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
खेलों में डोपिंग के खिलाफ निरंतर लड़ाई जारी रखते हुए, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) और राष्ट्रीय औषधि शिक्षा और अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद (एनआईपीईआर हैदराबाद) ने भारत में पोषण पूरक परीक्षण क्षमता का निर्माण करने, पोषक तत्वों की खुराक के उपयोग से जुड़े जोखिमों के बारे में जानकारी प्रदान करने और जागरूकता पैदा करने, स्वच्छ खेल और डोपिंग रोधी डोमेन में अनुसंधान के अवसरों को बढ़ाने और खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित और डोप-मुक्त पोषण पूरक के विकल्प प्रदान करने के लिए एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
यह समझौता ज्ञापन “खिलाड़ियों के लिए विशेष आहार उपयोग के लिए भोजन” के क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में आदेश के अनुपालन में आपसी प्रतिबद्धता का एक रूप है। यह सहयोग भारत में खेल पारिस्थितिकी तंत्र और जनता के लाभ के लिए एनआईपीईआर हैदराबाद में परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा एकत्र किए गए डेटा और सूचना के प्रसार के लिए उपकरणों को विकसित करने में मदद करेगा।
यह समझौता ज्ञापन भारत में पोषण पूरकों के विपणन और वितरण में सर्वोत्तम पहलों को प्रोत्साहित करेगा। यह एथलीटों को पोषक तत्वों की खुराक में मौजूद हानिकारक घटकों के बारे में भी शिक्षित करेगा जो उनके दीर्घकालिक प्रदर्शन को प्रभावित कर सकते हैं।
श्रीमती सुजाता चतुर्वेदी, सचिव (खेल), युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार ने कार्यक्रम का संचालन किया और युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार की देश में एक स्वच्छ खेल वातावरण बनाने की दिशा में निरंतर प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने आगे कहा कि यह समझौता ज्ञापन हमारे एथलीटों और खेल समुदाय को पोषण के बारे में सजग निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाने की दिशा में एक कदम है।
श्रीमती एस अपर्णा, सचिव, औषध विभाग, भारत सरकार ने खिलाड़ियों के लिए पोषक तत्वों की खुराक के परीक्षण में देश के विकास की दिशा में इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए सभी को बधाई दी।
श्रीमती एस अपर्णा, सचिव, औषध विभाग, भारत सरकार, श्रीमती सुजाता चतुर्वेदी, सचिव (खेल), युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार, श्री रजनीश टिंगल, संयुक्त सचिव, औषध विभाग, भारत सरकार, श्री कुणाल, संयुक्त सचिव (खेल), युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार और श्रीमती रितु सैन, महानिदेशक और सीईओ, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में औषध विभाग के कार्यालय, शास्त्री भवन, नई दिल्ली में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
वर्तमान परिदृश्य में, पोषक तत्वों की खुराक के उपयोग से जुड़े जोखिमों के बारे में जागरूकता की कमी, बाजार में दूषित उत्पादों की उपस्थिति और पोषक तत्वों की खुराक के बारे में प्रासंगिक जानकारी की कमी के कारण डोपिंग के अनजाने मामलों से डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन होता है और एथलीटों के करियर को जोखिम होता है। यह समझौता ज्ञापन डोपिंग के अनजाने मामलों से निपटने और देश में एक सुरक्षित खेल वातावरण बनाने की दिशा में एक कदम है।
युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी, भारत (नाडा) डोपिंग के अनजाने मामलों के खिलाफ एथलीटों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। इससे पहले 2022 में, भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) और राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) के बीच एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे, ताकि देश में पोषण पूरक परीक्षण क्षमता और अनुसंधान का निर्माण किया जा सके। नाडा जागरूकता अभियानों, आईईसी सामग्री, सोशल मीडिया सूचना आउटरीच और ऑडियो-विजुअल सामग्री के माध्यम से पोषण संबंधी पूरक आहार से जुड़े जोखिमों के बारे में एथलीटों और खेल संगठनों को संवेदनशील बनाने की दिशा में भी काम कर रहा है।
Read More »