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युवा संगम (चरण- IV) में हिस्सा लेने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू किया गया

शिक्षा मंत्रालय ने आज एक भारत-श्रेष्ठ भारत (ईबीएसबी) के तहत युवा संगम के चौथे चरण के लिए पंजीकरण पोर्टल को शुरू किया। युवा संगम, भारत सरकार की ओर से भारत के विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के युवाओं के बीच लोगों के बीच आपसी संबंध को मजबूत करने की एक पहल है।18-30 वर्ष के आयु वर्ग के इच्छुक युवा, मुख्य रूप से छात्र, एनएसएस/एनवाईकेएस स्वयंसेवक, नियोजित/स्व-रोजगार वाले व्यक्तिआदि साल 2023 में शुरू की गई इस अनूठी पहल के आगामी चरण में हिस्सा लेने के लिए युवा संगम पोर्टल के माध्यम से अपना पंजीकरण कर सकते हैं।इसके लिए पंजीकरण 4 फरवरी, 2024 तक स्वीकार किए जाएंगे।

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इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर, 2015 को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के बीच एक निरंतर और सुव्यवस्थित सांस्कृतिक जुड़ाव का विचार रखा था। इस विचार को आगे बढ़ाने के लिए ईबीएसबीको 31 अक्टूबर, 2016 को लॉन्च किया था।

ईबीएसबी के तहत शुरू किया गया युवा संगम, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)- 2020 से प्रेरित है और अनुभवात्मक शिक्षा व प्रत्यक्ष आधार पर भारत की समृद्ध विविधता के ज्ञान को आत्मसात करने पर ध्यान केंद्रित है।विविधता का उत्सव मनाने पर केंद्रित यह एक सांस्कृतिक आदान-प्रदान है, जिसमें प्रतिभागियों को जीवन के विविध पहलुओं, प्राकृतिक भू-आकृतियों, विकास संबंधित वहालिया उपलब्धियों और मेजबान राज्य के युवाओं से जुड़ने का व्यापक अनुभव प्राप्त होता है। युवा संगम के चौथे चरण के लिए पूरे भारत में 22 प्रतिष्ठित संस्थानों की पहचान की गई है। युवा संगम-IV के दौरान इन राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिभागीक्रमशः राज्य/केंद्रशासित प्रदेश के नोडल एचईआई के नेतृत्व मेंअपने जोड़े वाले राज्य/केंद्रशासित प्रदेश का दौरा करेंगे।

युवा संगम भारत सरकार की एक पहल है, जो ऑन-कैंपस और ऑफ-कैंपस छात्रों सहित युवाओं के लिए एक राज्य/केंद्रशासित प्रदेश से दूसरे राज्य/केंद्र शासित प्रदेश तक शैक्षणिक-सह-सांस्कृतिक पर्यटन आयोजित करने पर केंद्रित है। इन दौरों के दौरान प्रतिभागियों कोपांच व्यापक क्षेत्रों- पर्यटन, परंपरा, प्रगति, परस्पर संपर्क और प्रौद्योगिकी के तहत बहुआयामी एक्सपोजर प्रदान किया जाता है।विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के युवा 5-7 दिनों (यात्रा के दिनों को छोड़कर) के लिए अपने समकक्षों से मिलेंगे।इस दौरान उन्हें राज्य के विभिन्न पहलुओं का गहन अनुभव होगा और स्थानीय युवाओं के साथ बातचीत करने व उनके साथ गहराई से जुड़ने का अवसर मिलेगा।

ईबीएसबी के प्रतिभागी मंत्रालय/विभाग/एजेंसी ‘संपूर्ण सरकार’ दृष्टिकोण के उदाहरण हैं। इनमें शिक्षा, गृह, संस्कृति, पर्यटन, युवा कार्यक्रम व खेल, सूचना व प्रसारण मंत्रालय और रेल मंत्रालय के साथ उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास विभाग शामिल हैं।इस कार्यक्रम को लागू करने के लिए हर एक प्रतिभागी हितधारकों की अलग-अलग भूमिकाएं और जिम्मेदारियां हैं। इसके तहत प्रतिनिधियों का चयन और युवा संगम दौरों का संपूर्ण कार्यान्वयन नोडल उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) द्वारा किया जाता है,जो इस पहल को संचालित करता है।

युवा संगम के पिछले चरणों में युवाओं की ओर से अच्छी भागीदारी देखी गई है और तीन चरणों में क्रमशः 16767, 21380 तथा 29151 पंजीकरण हुए थे। युवा संगम को काशी तमिल संगमम् (केटीएस) के मॉडल पर सहयोगात्मक रूप से आयोजित किया गया और इसे भारत के सभी हिस्सों से व्यापक प्रतिक्रिया एवं भागीदारी प्राप्त हुई है। पूरे भारत में 2,870 से अधिक युवाओं ने युवा संगम के विभिन्न चरणों के तहत 69 दौरों में हिस्सा लिया है।इसने देश के युवाओं में स्वयंसेवा की भावना का संचार किया है और युवा संगम के प्रतिनिधियों ने एनईपी समारोह और जुलाई 2023 में दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम, आजादी का अमृत महोत्सव समारोह, मेरी माटी मेरा देश अभियान और राष्ट्र निर्माण की कई अन्य गतिविधियों में गहन योगदान दिया है।

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गणतंत्र दिवस-2024 के अवसर पर पुलिस, अग्निशमन सेवा, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा और सुधार सेवा के 1132 कर्मियों को वीरता/सेवा पदक से सम्मानित किया गया

गणतंत्र दिवस, 2024 के अवसर पर, पुलिस, अग्निशमन सेवा, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा और सुधार सेवा के कुल 1132 कर्मियों को वीरता/सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।

सरकार ने हाल के वर्षों में विभिन्न पुरस्कारों की संपूर्ण पुरस्कार व्यवस्था प्रणाली को तर्कसंगत बनाने और इसमें बदलाव लाने के लिए कई पहल की हैं। इस संबंध में, सोलह वीरता/सेवा पदकों (पुलिस, अग्निशमन सेवा, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा और सुधार सेवा के लिए) को तर्कसंगत बनाया गया है और निम्नलिखित चार पदकों में शामिल कर दिया गया है:

  1. वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएमजी)
  2. वीरता पदक (जीएम)
  3. विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम)
  4. सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम)

हाल ही में पदकों के पुनर्गठन के बाद, पुलिस, अग्निशमन सेवा, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा और सुधार सेवा के कुल 1132 कर्मियों को गणतंत्र दिवस, 2024 के अवसर पर वीरता/सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। विवरण इस प्रकार है: –

 

वीरता पदक – पुलिस सेवा

पदकों के नाम

 

प्रदान किये गये पदकों की संख्या
वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएमजी) 02
वीरता पदक (जीएम) 275

 

वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएमजी) और वीरता के लिए पदक (जीएम) क्रमशः जीवन और संपत्ति को बचाने, या अपराध को रोकने अथवा अपराधियों को गिरफ्तार करने में अदम्य साहसपूर्ण वीरता कार्य और वीरता के विशिष्ट कार्य के आधार पर प्रदान किए जाते हैं, जिससे संबंधित अधिकारी के दायित्वों और कर्तव्यों को ध्यान में रखते हुए होने वाले जोखिम का अनुमान लगाया जाता है।

277 वीरता पुरस्कारों में से अधिकांश में, वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के 119 कर्मियों, जम्मू और कश्मीर क्षेत्र के 133 कर्मियों और अन्य क्षेत्रों के 25 कर्मियों को उनकी वीरतापूर्ण कार्यों के लिए सम्मानित किया जा रहा है।

वीरता पदक प्राप्त करने वाले कर्मियों में से बीएसएफ कर्मियों को 02 पीएमजी बुटेम्बो में मोरक्कन रैपिड डिप्लॉयमेंट बटालियन (एमओआरडीबी) कैंप में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (मोनुस्को) में 15वें सदस्य के रूप में बीएसएफ के कांगो दल के तौर पर संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन के हिस्से के अंग के रूप में शांति स्थापना के प्रतिष्ठित कार्य में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किए गए हैं।

277 वीरता पदकों में से, 275 जीएम जम्मू-कश्मीर पुलिस के 72 कर्मियों, महाराष्ट्र के 18 कर्मियों, छत्तीसगढ़ के 26 कर्मियों, झारखंड के 23 कर्मियों, ओडिशा के 15 कर्मियों, दिल्ली के 08 कर्मियों, सीआरपीएफ के 65 कर्मियों, एसएसबी के 21 कर्मियों और शेष अन्य राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों और सीएपीएफ के सुरक्षा कर्मियों को प्रदान किए गए हैं।

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) और सराहनीय सेवा पदक (एमएसएम)

विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) सेवा में विशेष विशिष्ट रिकॉर्ड के लिए प्रदान किया जाता है और सराहनीय सेवा पदक (एमएसएम) संसाधन और कर्तव्य के प्रति समर्पण की विशेष सेवा के लिए प्रदान किया जाता है।

विशिष्ट सेवा के लिए 102 राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) में से 94 पुलिस सेवा को, 04 अग्निशमन सेवा को और 04 नागरिक सुरक्षा एवं होम गार्ड सेवा को प्रदान किए गए हैं। सराहनीय सेवा (एमएसएम) के लिए 753 पदकों में से 667 पुलिस सेवा को, 32 अग्निशमन सेवा को, 27 नागरिक सुरक्षा और होम गार्ड सेवा को और 27 सुधार सेवा को प्रदान किए गए हैं।

प्रदान किए गए पदकों का सेवा-वार विवरण

 

पदक का नाम पुलिस सेवा

 

अग्निशामक सेवा नागरिक सुरक्षा एवं होम गार्ड सेवा सुधारात्मक सेवा
विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) ( कुल दिए गए पदक: 102 ) 94 04 04
सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम)

कुल दिए गए पदक: 753 )

 

667 32 27 27
 

कुल

 

761

 

36

 

31

 

27

 

पुरस्कार विजेताओं की सूची का विवरण नीचे दिया गया है:

क्रमांक विषय

 

व्यक्तियों की संख्या अनुलग्नक

 

1 वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएमजी) 02 सूची-1
2 वीरता पदक (जीएम) 275 सूची-11
3 विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) 102 सूची-III
4 सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम) 753 सूची IV
5 पदक प्राप्तकर्ताओं की राज्यवार/बलवार सूची सूची के अनुसार सूची- V

 

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“वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरुर डालेंगे हम” विषय पर निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित

कानपुर भारतीय स्वरूप संवाददाता, दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज द्वारा 14वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2024 की थीम “वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरुर डालेंगे हम” विषय पर राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी एवं इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब की प्रभारी डॉ संगीता सिरोही के कुशल निर्देशन में निबंध प्रतियोगिता तथा पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन कर शपथ एवं रैली का आयोजन किया गया। प्राचार्य प्रो अर्चना वर्मा ने छात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करना चाहिए, यही मजबूत लोकतंत्र की नींव है। कार्यक्रम को सफल बनाने में सेल्फ फाइनेंस की डायरेक्टर प्रो वंदना निगम, भूगोल विभाग से डॉक्टर अंजना श्रीवास्तव एवं श्वेता गोंड, हिंदी विभाग से डॉ मंजुला श्रीवास्तव, रसायन शास्त्र विभाग से डॉ अंजली शुक्ला, कार्यालय अधीक्षक कृष्णेंद्र श्रीवास्तव समेत महाविद्यालय की समस्त छात्राओं का योगदान सराहनीय रहा।

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एस एन सेन बालिका विद्यालय पीजी कॉलेज में श्रीराम जी का सांकेतिक पदार्पण

भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन बालिका विद्यालय पीजी कॉलेज में श्रीराम जी का सांकेतिक पदार्पण किया गया जिसमें राम सीता और लक्ष्मण के रूप में महाविद्यालय की शारीरिक शिक्षा विभाग की छात्राओं ने अद्वितीय छवि दिखाते हुए श्री राम सीता मैया और श्री लक्ष्मण जी के रूप में महाविद्यालय सभागार में प्रवेश किया। कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय कानपुर खो खो संघ सचिव एवं रोटरी क्लब के क्रीड़ा विभाग के अध्यक्ष अजय शंकर दीक्षित द्वारा किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमन ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया साथी उन्हें एक रामायण उपहार के रूप में भेद करते हुए उनका स्वागत और अभिनंदन किया। सभी आगंतुकों ने राम सीता लक्ष्मण जी की आरती उतारी तदुपरांत उनके ऊपर फूलों की वर्षा की गई और सभी ने ईश्वर के रूप को अपने हृदय में उतारा। अजय ने छात्राओं को श्री राम के द्वारा किए गए त्याग और समर्पण के साथ-साथ उनके पुरुषोत्तम होने की विशेषताओं और व्यक्तित्व गुडों को अपनाने के लिए छात्रों को प्रेरित किया। मीडिया प्रभारी डॉ प्रीति सिंह ने बताया पूरे कार्यक्रम को संचालित और आयोजन शारीरिक शिक्षा विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर प्रीति पांडे के द्वारा किया गया महाविद्यालय में सभी शिक्षिका, छात्राएं एवं शिक्षक कर्मचारियों ने कार्यक्रमों में कार्यक्रम में सहभागिता की ।

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प्रधानमंत्री आज लाल किले में पराक्रम दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम लाल किले में पराक्रम दिवस समारोह में भाग लेंगे। स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महान लोगों के योगदान का सम्मान करने के लिए कदम उठाने के प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को 2021 में पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। इस वर्ष लाल किले में आयोजित होने वाला कार्यक्रम ऐतिहासिक प्रतिबिंबों तथा जीवंत सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों को एक साथ बुनने वाला बहुआयामी उत्सव होगा। उत्सव की गतिविधियां नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज की प्रगाढ़ विरासत पर आधारित होंगी। आगंतुकों को अभिलेखागार की प्रदर्शनियों, दुर्लभ तस्वीरों तथा दस्तावेजों के प्रदर्शन के माध्यम से नेताजी और आजाद हिंद फौज की उल्लेखनीय यात्रा का विवरण वाले गहन अनुभव से जुड़ने का अवसर मिलेगा। ये उत्सव 31 जनवरी तक मनाए जाएंगे।

प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान भारत पर्व का भी शुभारंभ करेंगे, जो 23 से 31 जनवरी तक चलेगा। यह गणतंत्र दिवस झांकी और सांस्कृतिक प्रदर्शनों के साथ देश की समृद्ध विविधता को दिखाएगा। इसमें 26 मंत्रालयों और विभागों के प्रयास शामिल होंगे। इसमें नागरिक केंद्रित पहलों पर प्रकाश डाला जाएगा, वोकल फॉर लोकल, विविध पर्यटक आकर्षण को विशिष्ट रूप से दिखाया जाएगा। यह लाल किले के सामने राम लीला मैदान और माधव दास पार्क में होगा।

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प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के तहत 1 करोड़ परिवारों को अपने घर की छत पर सौर ऊर्जा मिलेगी

प्रधानमंत्री  मोदी ने सूर्यवंशी भगवान श्री राम की प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर अपनी अयोध्या यात्रा के तुरंत बाद, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सौर ऊर्जा स्थापित करने के लक्ष्य के साथ “प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना” शुरू करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।

प्रधानमंत्री ने बैठक के दौरान कहा कि सूर्य की ऊर्जा का उपयोग छत वाले प्रत्येक घर द्वारा अपने बिजली के बिल को कम करने और उन्हें अपनी बिजली की जरूरतों के लिए वास्तव में आत्मनिर्भर बनाने के लिए किया जा सकता है।

प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना का लक्ष्य निम्न और मध्यम आय वाले व्यक्तियों को रूफटॉप सौर ऊर्जा की स्थापना के माध्यम से बिजली उपलब्ध करना है, साथ ही अतिरिक्त बिजली उत्पादन के लिए अतिरिक्त आय का अवसर उपलब्ध करना है।

प्रधानमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि आवासीय क्षेत्र के उपभोक्ताओं को बड़ी संख्या में रूफटॉप सौर ऊर्जा अपनाने को लेकर प्रेरित करने के लिए एक व्यापक राष्ट्रीय अभियान शुरू किया जाना चाहिए। इस योजना अंतर्गत देश के 1 करोड़ परिवारों को अपने घर की छत पर सौर ऊर्जा मिलेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि आज अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मेरा संकल्प और भी दृढ हुआ है कि भारत के लोगों के घर की छत पर उनका स्वयं का सोलर रूफ टॉप सिस्टम हो।

अयोध्या से लौटने के बाद मैंने पहला निर्णय यह लिया है कि हमारी सरकार 1 करोड़ घरों की छत पर रूफटॉप सोलर प्रणाली लगाने के लक्ष्य के साथ “प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना” का शुभारंभ करेगी।

इससे न केवल गरीबों और मध्यम वर्ग के बिजली के बिल में कमी आएगी, बल्कि इससे भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा।

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया:

“सूर्यवंशी भगवान श्री राम के आलोक से विश्व के सभी भक्तगण सदैव ऊर्जा प्राप्त करते हैं।

आज अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मेरा ये संकल्प और प्रशस्त हुआ कि भारतवासियों के घर की छत पर उनका अपना सोलर रूफ टॉप सिस्टम हो।

अयोध्या से लौटने के बाद मैंने पहला निर्णय लिया है कि हमारी सरकार 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने के लक्ष्य के साथ “प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना” प्रारंभ करेगी।

इससे गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल तो कम होगा ही, साथ ही भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा।

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तीर्थ से प्रगति तक: अयोध्‍यावासियों की नजरों में अयोध्या का कायाकल्प

पीढ़ियों से, धार्मिक महत्व से जुड़ा होने के कारण अयोध्या, भगवान राम की जन्मस्थली के रूप में आराधना का स्‍थल रहा है और दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए आध्यात्‍म के केन्‍द्र के रूप में कार्य करता रहा है। हालाँकि, हाल के वर्षों में एक असाधारण बदलाव देखने को मिला है, जिसमें शहर की तकदीर बदली और उसकी प्रगति और विकास का ताना-बाना विस्‍तार से बुना गया। विकास संबंधी पहलों की सावधानीपूर्वक तैयार की गई योजना और उनके कार्यान्वयन ने शहर के पुनरुत्थान का मार्ग प्रशस्त किया तथा संस्कृति और समृद्धि के प्रकाश स्‍तम्‍भ के रूप में इसकी कायाकल्‍प कर दी है।

अयोध्या के एक दुकान के मालिक राजेश कुमार गुप्ता ने राम मंदिर निर्माण के बाद समृद्धि की अपनी कहानी साझा की। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण से पहले उनके सामान की मांग न के बराबर थी और आय भी बहुत कम थी. हालाँकि, हाल के दिनों में, अयोध्या तीर्थयात्रियों और पर्यटकों का केन्‍द्र बन गया, जिससे उनके सामान की मांग बढ़ गई और बाद में उनकी आय में वृद्धि देखने को मिली। श्री गुप्ता कहते हैं कि वह प्रतिदिन केवल ₹300-400 कमाते थे, लेकिन भव्य राम मंदिर की घोषणा के बाद उनकी आय प्रतिदिन ₹1000-1500 हो गई।

राजेश कुमार गुप्तास्थानीय दुकानदार

अयोध्या का कायाकल्‍प मंदिर परियोजना से भी आगे तक फैला हुआ है। जैसा कि अयोध्या निवासी श्री श्याम लाल दास ने बताया, अयोध्या स्वच्छता का प्रतीक बन गया है। श्री दास ने कहा, पहले के समय की तुलना में, अब, आप स्वयं चमचमाती साफ-सुथरी सड़कें और साफ-सुथरे कूड़ेदान देख सकते हैं, इसके लिए सतर्क अयोध्या नगर निगम कर्मचारियों को धन्यवाद”। वह गर्व से पास के सुलभ शौचालय परिसर की ओर भी इशारा करते हैं, जो बेहतर स्वच्छता के प्रति अयोध्या की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

पलटू दास अखाड़े के एक संत, श्री आर.के. नाथ योगी, पवित्र सरयू नदी पर घाटों के परिवर्तन का वर्णन करते हैं। उन्होंने कहा कि पहले अच्छे निर्मित घाट नहीं थे। लोगों को नदी तक पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. लेकिन अब हालात बेहतर हो गए हैं और नदी के आसपास एक मजबूत बुनियादी ढांचा बनाया जा रहा है। आर.के. नाथ योगी ने भावुक होकर कहा, “यह स्थान अब स्वर्ग है।”

आर.के. नाथ योगीपलटू दास अखाड़े के संत

जैसा कि शहर ऐतिहासिक उद्घाटन का गवाह बनने के लिए तैयार हो रहा है, ये साक्ष्य उस समुदाय की भावनाओं को प्रतिबिंबित करते हैं जिसने बेहद उत्‍साह से परिवर्तनों को अपनाया है। राम मंदिर केवल एक स्मारक या पूजा स्थल के रूप में नहीं, बल्कि अयोध्या और उसके लोगों की संयुक्‍त परिवर्तनकारी यात्रा के प्रतीक के रूप में खड़ा है।

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भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास खंजर हिमाचल प्रदेश में प्रारंभ

भारत-किर्गिस्तान का 11वां संयुक्त विशेष बल अभ्यास खंजर हिमाचल प्रदेश के बकलोह स्थित विशेष बल प्रशिक्षण स्कूल में प्रारंभ हो गया है। यह अभ्यास 22 जनवरी से 3 फरवरी 2024 तक चलेगा। यह अभ्यास दोनों देशों में वैकल्पिक रूप से आयोजित एक वार्षिक कार्यक्रम है।

20 कर्मियों वाले भारतीय सेना के दल का प्रतिनिधित्व पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल) के सैनिकों द्वारा किया जा रहा है और किर्गिस्तान दल में 20 कर्मियों का प्रतिनिधित्व स्कॉर्पियन ब्रिगेड द्वारा किया जाता है।

इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय-VII के अंतर्गत निर्मित क्षेत्र तथा पर्वतीय इलाकों में आतंकवाद विरोधी और विशेष बलों के संचालन में अनुभवों एवं श्रेष्ठ व्यवहारों का आदान-प्रदान करना है। यह अभ्यास विशेष बल कौशल, प्रवेशन और निष्कर्षण की उन्नत तकनीकों को विकसित करने पर बल देगा।

यह अभ्यास अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद तथा चरमपंथ की साझी समस्याओं का समाधान करते हुए दोनों पक्षों को रक्षा संबंधों को मजबूत बनाने का अवसर प्रदान करेगा। इस अभ्यास से साझे सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने तथा द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के अतिरिक्त अत्याधुनिक स्वदेशी रक्षा उपकरणों की क्षमताओं को दिखाने का अवसर भी मिलेगा।

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श्याम नगर स्थित बाबा सिद्धेश्वर मंदिर में दीप दिवाली, प्रसाद वितरण, भंडारा एंव आतिशबाजी का भव्य आयोजन

कानपुर 23 जनवरी भारतीय स्वरूप, संवाद सूत्र सुभाष मिश्र       श्याम नगर स्थित बाबा सिद्धेश्वर मंदिर में दीप दिवाली प्रसाद वितरण भंडारा आतिशबाजी का भव्य आयोजन तथा 2100 दीप प्रज्वलित किए कार्यक्रम मे बच्चों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम कार्यक्रम को दीप प्रज्वलित कर जय श्री राम के नारे लगाए, जिसमें रक्षा मिश्रा विभु मिश्रा सुहानी सिंह अथर्व शुक्ला मिष्ठी पांडे श्रेया शुक्ला,अनुष्का रस्तोगी , ने पटाखे फुलझड़ी जमकर आतिशबाजी की आयोजित कार्यकर्ता अरुण त्रिपाठी, अतुल दीक्षित, गोपाल मिश्रा, पवन मिश्रा, सुभाष मिश्रा, बृजेश बाजपेई, सुदीप मिश्रा संदीप शुक्ला,विभोर महेश्वरी, अनुराग बाजपेई,अनंत दीक्षित,रत्नाकर श्रीवास्तव महिला कार्यकर्ताओं मे प्रमुख रूप से कृष्णा पांडे, दीप्ति अवस्थी, पिंकी बाजपेई, प्रतिभा मिश्रा, रिंकी रस्तोगी, मधु बाजपेई , बबीता महेश्वरी,प्रतिमा श्रीवास्तव, मनीशुक्ला शोभना अवस्थी,आदि महिलाएं उपस्थित रही,

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कानपुर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस. ऍन. सेन बी. वी. पी. जी. कॉलेज, कानपुर में शासन के निर्देशानुसार १४ जनवरी से २१ जनवरी २०२४ के मध्य स्वच्छता का विशेष अभियान चलाए जाने के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुमन ने स्वच्छ भारत अभियान के अपने अनुभवों को साझा करते हुए छात्र-छात्राओं को इसमें सम्मिलित होने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम संयोजक प्रो चित्र सिंह तोमर ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपने आसपास के क्षेत्र को साफ सुथरा रखना है। स्वच्छता ही अच्छे स्वास्थ्य की पहचान है। छात्र-छात्राओं ने महाविद्यालय परिसर को स्वच्छ कर स्वच्छता अभियान प्रारंभ किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।

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