प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम लाल किले में पराक्रम दिवस समारोह में भाग लेंगे। स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महान लोगों के योगदान का सम्मान करने के लिए कदम उठाने के प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को 2021 में पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। इस वर्ष लाल किले में आयोजित होने वाला कार्यक्रम ऐतिहासिक प्रतिबिंबों तथा जीवंत सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों को एक साथ बुनने वाला बहुआयामी उत्सव होगा। उत्सव की गतिविधियां नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज की प्रगाढ़ विरासत पर आधारित होंगी। आगंतुकों को अभिलेखागार की प्रदर्शनियों, दुर्लभ तस्वीरों तथा दस्तावेजों के प्रदर्शन के माध्यम से नेताजी और आजाद हिंद फौज की उल्लेखनीय यात्रा का विवरण वाले गहन अनुभव से जुड़ने का अवसर मिलेगा। ये उत्सव 31 जनवरी तक मनाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान भारत पर्व का भी शुभारंभ करेंगे, जो 23 से 31 जनवरी तक चलेगा। यह गणतंत्र दिवस झांकी और सांस्कृतिक प्रदर्शनों के साथ देश की समृद्ध विविधता को दिखाएगा। इसमें 26 मंत्रालयों और विभागों के प्रयास शामिल होंगे। इसमें नागरिक केंद्रित पहलों पर प्रकाश डाला जाएगा, वोकल फॉर लोकल, विविध पर्यटक आकर्षण को विशिष्ट रूप से दिखाया जाएगा। यह लाल किले के सामने राम लीला मैदान और माधव दास पार्क में होगा।