प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया;
‘वंदे भारत एक्सप्रेस की बदौलत दो अद्भुत शहरों चेन्नई और कोयम्बटूर के बीच अब और भी बेहतर कनेक्टिविटी हो गई है। ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया और इस अवसर पर युवा मित्रों से मुलाकात भी की।’
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया;
‘वंदे भारत एक्सप्रेस की बदौलत दो अद्भुत शहरों चेन्नई और कोयम्बटूर के बीच अब और भी बेहतर कनेक्टिविटी हो गई है। ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया और इस अवसर पर युवा मित्रों से मुलाकात भी की।’
प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना कैसे गरीबों को सस्ती कीमत पर दवाइयां दिलाने में मदद कर रही है, इस बारे में केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री सोम प्रकाश के एक भावनात्मक ट्वीट थ्रेड के जवाब में,
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया:
“भावुकता से भरे ऐसे कई उदाहरण हैं, जिनसे प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना की सफलता का पता चलता है। यह देखकर बहुत संतोष होता है कि आज देश में गरीब से गरीब लोग भी महंगी से महंगी दवा आसानी से खरीद सकते हैं।”
श्री आर.के. सिंह ने देश के समग्र आर्थिक विकास में व्यवहारिक और आधुनिक विद्युत क्षेत्र के महत्व पर बल दिया। उन्होंने बल देकर कहा कि भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए देश के सभी बिजली उपभोक्ताओं को 24 x 7 गुणवत्तापूर्ण, विश्वसनीय और सस्ती बिजली की आपूर्ति आवश्यक है। इस बात पर प्रकाश डाला गया कि अधिकांश डिस्कॉम ने अपनी विभिन्न पहलों जैसे संशोधित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस), अतिरिक्त विवेकपूर्ण मानदंड और देर से भुगतान अधिभार (एलपीएस) नियम 2022 के अंतर्गत विद्युत मंत्रालय द्वारा निर्धारित सुधार उपायों को लागू करना शुरू कर दिया है। यह सूचित किया गया था कि इस वर्ष बड़ी संख्या में विद्युत नियामक आयोगों ने समय पर शुल्क आदेश जारी किए हैं और ईंधन और बिजली खरीद लागत समायोजन (एफपीपीसीए) को भी लागू किया है। इस बात पर बल दिया गया था कि शुल्क लागत प्रतिबिंबित होना चाहिए और डिस्कॉम के व्यवहारिक होने के लिए नियामक आयोगों द्वारा व्यावहारिक नुकसान में कमी के रास्ते अपनाए जाने चाहिए। उन्होंने उल्लेख किया कि जून 2022 में मंत्रालय द्वारा अधिसूचित देर से भुगतान अधिभार नियम 2022 से डिस्कॉम के साथ-साथ जेनको को भी लाभ हुआ है। ऊर्जा मंत्री महोदय ने सही सब्सिडी लेखांकन के महत्व पर भी बल दिया। उन्होंने दोहराया कि देरी से बिलिंग और अपर्याप्त भुगतान की समस्याओं को दूर करने का एकमात्र समाधान स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग है।
बैठक के दौरान, माननीय मंत्री महोदय ने विद्युत वितरण क्षेत्र की योजनाओं के लिए एकीकृत वेब पोर्टल के संशोधित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) मॉड्यूल का भी शुभारंभ किया। पोर्टल वितरण क्षेत्र की सभी योजनाओं की निगरानी में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। यह अभिनव मंच संशोधित वितरण क्षेत्र योजना सहित बिजली वितरण योजनाओं के कार्यान्वयन में वास्तविक समय के अपडेट और गहरी पहुँच प्रदान करेगा, जिससे पारदर्शिता और दक्षता को सक्षम किया जा सकेगा। इस अवसर पर माननीय मंत्री महोदय ने विद्युत वितरण उपयोगिताओं की 11वीं एकीकृत रेटिंग – 2022, डिस्कॉम यानी बिजली वितरण कंपनियों की दूसरी उपभोक्ता सेवा रेटिंग – 2022 और राज्य ऊर्जा दक्षता सूचकांक – 2022 का भी शुभारंभ किया। 24 डिस्कॉम की एकीकृत रेटिंग में पिछले वर्ष की रेटिंग से सुधार हुआ है। चार डिस्कॉम, अर्थात् मेस्कोम, चेस्कोम और गेस्कोम और आंध्र प्रदेश पूर्वी डिस्कोम ने 3 अंक तक का उल्लेखनीय सुधार कर दिखाया है। इसके अलावा, 8 डिस्कॉम अर्थात। एमएसईडीसीएल, एपीडीसीएल, अजमेर, केएसईबी, एचईएससीओएम, बीईएससीओएम, ओडिशा साउथ और ओडिशा नॉर्थ डिस्कॉम ने अपनी रेटिंग में 2 पायदान का सुधार किया है। इसी प्रकार, 24 डिस्कॉम की उपभोक्ता सेवा रेटिंग में भी पिछले वर्ष की रेटिंग से सुधार हुआ है।
राज्यों में आरडीएसएस के अंतर्गत प्रगति की स्थिति की समीक्षा की गई। इस योजना का उद्देश्य परिचालन दक्षता को बढ़ाना और वितरण क्षेत्र की वित्तीय व्यवहार्यता सुनिश्चित करना है। मंत्री महोदय ने आरडीएसएस के अंतर्गत पूर्व-योग्यता मानदंड और सब्सिडी और ऊर्जा लेखांकन आदि सहित अन्य प्रमुख तत्वों के संबंध में डिस्कॉम के प्रदर्शन की भी समीक्षा की। राज्यों को योजना के कार्यान्वयन में तेजी लाने की सलाह दी गई है। राज्यों को आगे यह सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है कि प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने के बाद पाए गए अधिक लोड के लिए किसी भी उपभोक्ता पर कोई जुर्माना न लगाया जाए और चरणबद्ध तरीके से पिछले बकाया (यदि कोई हो) की वसूली के साथ-साथ वास्तविक लोड के आधार पर बिलिंग की जाए।
मंत्री महोदय ने बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उत्पादन क्षमता की उपलब्धता के संदर्भ में संसाधन पर्याप्तता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कम अवधि के दौरान योजनाबद्ध रखरखाव करने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि देश में बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए बिजली उत्पादन में निवेश जरूरी है। उन्होंने क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए बिजली क्षेत्र में व्यवहारिकता के महत्व को दोहराया।
राज्य/केंद्र सरकार, उपयोगिताओं और उद्योग सहित सभी हितधारकों के सामूहिक प्रयास से देश में आर्थिक रूप से व्यवहारिक और पर्यावरण की दृष्टि से स्थायी विद्युत क्षेत्र की दिशा में निर्बाध परिवर्तन सुनिश्चित होगा।
कानपुर 12 अप्रैल, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के परामर्श केंद्र तथा स्कूल साइकॉलजी द्वारा ” पायस विजन काउंसलिंग सेंटर ” इस 11.04.2023 के साथ मिलकर दिनांक 11.04.2023 को एक द्विदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका विषय था ,” व्यक्तित्व विकास एवं मानसिक स्वास्थ्य” । कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन से हुआ दीप प्रज्वलन के पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो॰(डॉ॰) सुमन ने अपने आशीर्वचन से कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान समय को देखते हुए यह विषय छात्राओं के लिए बहुत ही लाभकारी है जिसके द्वारा वे अपने व्यक्तित्व का विकास कर के भविष्य के लिए स्वयं को तैयार कर सकती हैं ।इस तरह के कार्यक्रमों द्वारा हम छात्राओं मैं विभिन्न कौशलों को विकसित करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं । इसके बाद मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मोनिका सहाय ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि व्यक्तित्व विकास एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है जिसके लिए हम कभी भी व्यवहारिक कौशलों या सॉफ्ट स्किल्स को अर्जित करके स्वयं को बेहतर बना सकते हैं। कार्यक्रम में इसके बाद प्रोफेसर गार्गी यादव वोकेशनल कोर्स इंचार्ज ने वोकेशनल कोर्स को नई शिक्षा प्रणाली में शामिल करने के महत्व को बताया lइसके बाद पायस विजन सेंटर से आई हुई टीम ने छात्राओं को विभिन्न तरीकों से अपने व्यक्तित्व को विकसित करने तथा और बेहतर बनाने के लिए मार्गदर्शन दिया और उन्हें यह भी बताया और कैसे विभिन्न परिस्थितियों में हम अपने गुणों और कौशलों को प्रदर्शित कर सकते हैं।
कार्यशाला के दूसरे दिन दिनांक, 12.04.2023 को भी पायस विजन टीम के, आशीष पांडे के द्वारा छात्राओं को विभिन्न व्यवहारिक कौशलों को अर्जित करने व अपने व्यक्तित्व में नए गुणों का समावेश करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन परामर्श केंद्र की इंचार्ज डॉ मोनिका सहाय ने दिया। अंत में छात्राओं को सर्टिफिकेट वितरित किया गया। लगभग डेढ़ सौ छात्राओं ने इस कार्यशाला में प्रतिभाग किया था। कार्यक्रम को सफल बनाने में मनोविज्ञान विभाग की सुश्री प्रीति यादव ,डॉ अंजना गुप्ता, सुश्री मयूरिका गुप्ता एवं सुश्री सौम्या श्रीवास्तव का विशेष योगदान रहा l
अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि जिस आज़मगढ़ को पिछली सरकारों के समय में आतंक के गढ़ के रूप में जाना जाता था, आज मोदी जी के नेतृत्व में उसी आजमगढ़ की धरोहर हरिहर घराने को सम्मान देने के लिए संगीत महाविद्यालय की नींव रखी गयी है। उन्होंने कहा कि आज़मगढ़ को कभी हरिहर घराने, पंडित छन्नूलाल मिश्र जैसे गायकी के विद्वानों के नाम से जाना जाता था, लेकिन उस आज़मगढ़ की छवि को धूमिल करने का काम पिछली राज्य सरकारों ने किया।
श्री अमित शाह ने कहा कि हरिहरपुर घराने के नाम में ही हरि और हर, दोनों हैं और गायकी और कला की दृष्टि से तीनों विधाओं, गायन, वादन और नृत्य, में एक ज़माने में आज़मगढ़ केन्द्र होता था। उन्होंने कहा कि हरिहरपुर घराने के ही पद्म विभूषण से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र, अंबिका मिश्र और डॉ. मनोज कुमार मिश्र जैसे कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त सभी कलाकारों को आज बहुत हर्ष होगा कि इसी आज़मगढ़ में संगीत विद्यालय शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश के कला व संगीत को संरक्षित कर ही भावी पीढ़ी के लिए संस्कृति को सुरक्षित किया जा सकता है, आजमगढ़ में स्थापित होने वाला संगीत महाविद्यालय हरिहरपुर के समृद्ध संगीत घराने को संजीवनी देने का काम करेगा।श्री शाह ने कहा कि ये संगीत महाविद्यालय आने वाले दिनों में ना केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत का गौरव समग्र विश्व में बढ़ाएगा।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि एक समय ऐसा था जब ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली नहीं होती थी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार व मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश को बिजली से युक्त कर विकास के नए युग की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि आज यहां हमने हर घर जल की योजना की नींव डाली है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी देश के हर घर में शुद्ध पीने का पानी नल से पहुँचा रहे हैं, आज आजमगढ़ में 4257 करोड रुपए की नल से जल की 1358 योजनाओं की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरे देश के 60% घरों में नल से जल पहुंचाया है और आज देश में हर एक सेकंड में एक घर में नल से जल पहुंचता है। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में देश के 11 करोड़ 66 लाख घरों में नल से जल पहुंचाने का काम समाप्त हो चुका है। श्री शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में फ्लोराइड से प्रभावित बस्तियों में भी नल से जल के ज़रिए पीने का शुद्ध पानी पहुंचाने की शुरुआत आज से हो रही है। इसके साथ ही आज यहां लगभग 4500 करोड़ रूपए की लागत वाली कई अन्य योजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन हुआ है। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंतत्री मोदी के नेतृत्व में आज उत्तर प्रदेश विकास की पहचान बना है। यहां सड़कों और नहरों का जाल बिछ गया है, हर किसान को प्रधानमंत्री किसान योजना के 6000 रूपए मिल रहे हैं, एक करोड़ 76 लाख घरों में गैस का सिलेंडर पहुंचा है, हर घर में शौचालय, बिजली पहुंचे हैं और आज एक भी गांव है ऐसा नहीं बचा है जहां बिजली पहुंचनी बाकी हो। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को विकास की दौड़ में आगे ले जाने के लिए डबल इंजन सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आजमगढ़ को हमेशा खराब कानून और व्यवस्था की परिस्थितियों का सामना करना पड़ता था लेकिन आज इस ज़िले को विकास का गढ़ बनाने का काम योगी सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के नोएडा और आज़मगढ़ में नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे बन रहे हैं, इसके साथ ही लखनऊ, वाराणसी और कुशीनगर सहित पांच अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला भारत का एकमात्र राज्य उत्तर प्रदेश बना है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पीएम गतिशक्ति योजना को भी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जमीन पर उतारा है। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश को दंगामुक्त प्रदेश बनाने का काम भी योगी सरकार ने किया है।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के विकास के लिए दिल्ली के खजाने खोलकर राज्य को दिया है और हर योजना उत्तर प्रदेश से होकर ही देश में जाती है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता से कहा कि 2024 में विरोधी पार्टियां फिर से परिवारवाद और जातिवाद लेकर आएंगी और उन्हें गुमराह करने का काम करेंगी, लेकिन जनता एक बार फिर मोदी जी पर भरोसा करे।
अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि आज यहां एक जनपद में 613 करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रत्येक सांसद को खेल महोत्सव की प्रेरणा दी जिसके चलते ही कौशाम्बी महोत्सव में यहां के सांसदों ने बड़ी लगन और मेहनत से युवाओं को खेलने का एक मंच प्रदान किया है। सांसदों द्वारा शुरु की गयी ‘सांसद खेलकूद स्पर्धा’ में लगभग 16000 युवाओं ने ऑनलाइन आवेदन कर खेलना पसंद किया जिनमें से 3324 खिलाड़ियों को पुरुस्कृत किया गया है। श्री शाह ने खेलों में भाग लेने वाले सभी लोगों को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के ‘खेलो इंडिया’ का मूल मंत्र ही स्फूर्त व निरोगी शरीर और मजबूत मन बनाना है और हम सभी को इसे और आगे बढ़ाना चाहिए।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध और महावीर के जमाने में सोलह जनपदों में से एक वत्स जनपद की राजधानी कौशाम्बी हुआ करती थी। उस समय मगध जैसे बहुत बड़े-बड़े जनपदों के विकास के बावजूद कौशाम्बी को सबसे समृद्ध माना जाता था। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम व कलिंग विजय के बाद चक्रवर्ती सम्राट अशोक भी इस समृद्ध भूमि पर आकर रुके। श्री शाह ने भगत सिंह के साथ मिलकर अंग्रेजों के दांत खट्टे करने वाली कौशाम्बी की महान वीरांगना स्वतंत्रता सेनानी दुर्गा भाभी को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कौशाम्बी के करेंटी पुल का नाम दुर्गा भाभी पुल रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना भी की।
श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को सुरक्षित और समृद्ध बनाकर दुनियाभर में भारत का सम्मान बढ़ाया है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने कश्मीर से 5 अगस्त 2019 को धारा 370 को समाप्त कर दिया। अयोध्या में रामलला के जन्म स्थान पर उनका मंदिर बनाने का काम वर्षों से लटका हुआ था। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया और अब कुछ ही समय में भगवान श्री राम अपने निज मंदिर में विराजमान होंगे। श्री शाह ने कहा कि विपक्ष ने संसद के बजट सत्र के समय को बर्बाद किया, इसके लिए देश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र व Idea of India नहीं Idea of Dynasty खतरे में है क्योंकि जनता ने परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति को नकार दिया है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश के लोकतंत्र को जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण के चंगुल से मुक्त करवाया और गरीबों के कल्याण के ढेर सारी योजनाएं बनाईं।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की राह पर चल पड़ा है। राज्य में एक्सप्रेस-वे का बड़ा जाल बिछाने का काम किया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में गरीब कल्याण की योजनाएं जमीन पर उतारी जिससे आज राज्य के घर-घर में गरीबी का उन्मूलन हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 46 लाख से ज्यादा लोगों को घर देने का काम किया है, 2 करोड़ 61 लाख घरों में शौचालय बनाया गया, 1 करोड़ 75 लाख महिलाओं को गैस का सिलेंडर दिया गया, 10 लाख से ज्यादा रेहड़ी-पटरी वालों को ‘पीएम स्वनिधि योजना’ का फायदा दिया गया, ‘स्वामित्व योजना’ के अंतर्गत 35 लाख परिवारों को लाभ मिला, 2.5 करोड़ से ज्यादा किसानों को 52 हजार करोड़ रुपये दिए और हर गरीब के घर में मुफ्त राशन देने का काम किया गया।
श्री मोदी द्वारा सिकंदराबाद और तिरुपति के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किए जाने से संबंधित केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी के एक ट्वीट को साझा करते हुए, प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया:
“वंदे भारत एक्सप्रेस गर्व, आराम और कनेक्टिविटी का पर्याय है। सिकंदराबाद और तिरुपति के बीच चलने वाली इस ट्रेन से पर्यटन, विशेषकर आध्यात्मिक पर्यटन को लाभ होगा। इससे आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।”
विविध क्षेत्रों से जुड़े स्टार्टअप्स को पहचान देने और पुरस्कृत करने की विरासत को जारी रखते हुए, डीपीआईआईटी ने चौथे राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कारों की घोषणा की है। राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023, ‘विज़न इंडिया @ 2047’ के अनुरूप देश भर के नवाचारों का उत्सव मनाएगा, जहां भारत, अमृत काल की भावना से प्रेरित होकर प्रमुख क्षेत्रों में एक विकसित अर्थव्यवस्था बनने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
इस संस्करण में स्टार्टअप्स को 20 श्रेणियों में सम्मानित किया जाएगा, जिन्हें वर्तमान भारतीय और वैश्विक आर्थिक केंद्र-बिंदुओं पर गहन विचार-विमर्श के बाद तय किया गया है। ये श्रेणियां एयरोस्पेस, खुदरा और बदलाव लाने वाले तकनीकों में नवाचारों से लेकर उच्च प्रभाव केंद्रित वाली श्रेणियों तक हैं।
डीपीआईआईटी द्वारा प्रत्येक श्रेणी के एक विजेता स्टार्टअप को 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2023 के विजेताओं और फाइनल में पहुँचने वालों को विशिष्ट वित्तीय व मार्गदर्शन सहायता (हैंडहोल्डिंग) प्रदान की जायेगी, जिसमें निवेशक और सरकार से जुडाव, मार्गदर्शन, अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंच, कॉर्पोरेट और यूनिकॉर्न कनेक्ट तथा अन्य शामिल हैं।
राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार (एनएसए) के तीन संस्करणों में देश भर के स्टार्टअप्स और इकोसिस्टम को सक्षम बनाने वालों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। तीन वर्षों में, एनएसए ने 6,400 से अधिक स्टार्टअप्स की सक्रिय भागीदारी देखी है और 450 से अधिक स्टार्टअप्स को विजेताओं और फाइनल में पहुँचने वाले प्रतिभागियों के रूप में मान्यता दी है।
अधिक जानकारी के लिए, https://www.startupindia.gov.in देखें।
यह एक्सप्रेसवे चार खंडों में विभाजित है और इसका निर्माण दिल्ली में अक्षरधाम के पास से शुरु होकर शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला के खेकड़ा में ईपीई इंटरचेंज, बागपत, शामली, सहारनपुर उत्तर प्रदेश से होकर उत्तराखंड के देहरादून तक किया जा रहा है। देहरादून के दतकाली में 1,995 करोड़ रुपये की लागत से 340 मीटर लंबी 3 लेन वाली सुरंग का निर्माण भी किया जा रहा है।
इस कॉरिडोर के निर्माण में अनेक प्रकार के विशेष प्रावधान किए गए हैं, जिसमें गणेशपुर से देहरादून तक मार्ग को वन्यजीवों के लिए सुरक्षित रखा गया है। इसमें 12 किलोमीटर एलिवेटेड रोड, 6 पशु अंडरपास, 2 हाथी अंडरपास, 2 बड़े पुल और 13 छोटे पुलों का प्रावधान है। पूरे एक्सप्रेसवे में 113 वीयूपी (वाहन अंडर पास), एलवीयूपी (हल्के वाहन अंडर पास), एसवीयूपी (छोटे वाहन अंडर पास), 5 आरओबी, 4 बड़े पुल और 62 बस शेल्टर का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही, 76 किलोमीटर सर्विस रोड, 29 किलोमीटर एलिवेटेड रोड और 16 प्रवेश-निकास बिंदु का भी निर्माण किया जा रहा है।
यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली-देहरादून एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पर 12 सड़क सुविधाओं का प्रावधान किया गया है। इस राजमार्ग को हरिद्वार से जोड़ने के लिए 2,095 करोड़ रुपये की लागत से 6 लेन वाले 51 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड सड़क का निर्माण किया जा रहा है।
विशेष संवाददाता, कोपरगंज स्थित कपड़ा बाजार में हुए अग्निकांड से प्रभावित परिवार एवं बाजार में काम करने वाले कमर्चारियों के बच्चों की शिक्षा में कसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो, इसके संबंध में आज जिलाधिकारी श्री विशाख जी0 की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व श्री राजेश कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि, सीबीएससी, आईसीएससी बोर्ड के कोऑडिनेटर, यूपी बोर्ड, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा , विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार , प्रधानाचार्य एसोसिएशन, विभिन्न औधोगिक संगठनों व संगठनों के प्रतिनिधि एवं व्यापारी संगठनों के साथ बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निम्न निर्देश दिए –
◆ पीड़ित परिवार एवं मार्केट में कार्य करने वाले कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा फ़ीस के आभाव में बाधित न हो पाए। इसके लिए समस्त सीबीएससी, आईसीएससी बोर्ड के कोऑडिनेटर, यूपी बोर्ड माध्यिमक शिक्षा, उच्च माध्यिमक शिक्षा व अन्य शिक्षण संस्थानों के उपस्थित प्रतिनिधियों से जिलाधिकारी द्वारा अपील की गई कि अग्निकाण्ड से पीड़ित परिवार के बच्चों पढ़ाई फीस के अभाव में बाधित न हो इसके संबंध में समस्त शिक्षण संस्थान अपने मैनजमेंट से वार्ता करते हुए आवश्यक कदम उठाए।
◆समस्त औधोगिक संगठन/व्यापारी संगठन, अपने संगठन की ओर से पीड़ित परिवार के बच्चों की शिक्षा लगातार जारी रहे, इसके संबंध में अपने संगठनों के माध्यम से बच्चों को गोद लेने की कार्यवाही सुनिश्चित करें।
◆ जिलाधिकारी द्वारा जनपद कानपुर नगर के समस्त सक्षम सभ्रान्त नागरिको से अपील की गई कि इस आपदा की घड़ी में वे आगे आए तथा पीड़ित बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने में अपना सहयोग प्रदान करे।
◆ बैठक के दौरान आईसीएससी/सीबीएससी एवं निजी विद्यालयों के विभिन्न संगठनों द्वारा इस पर सहमति जताते हुए यह अवगत कराया गया कि अग्निकांड से पीड़ित परिवारों के आश्रित बच्चों की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की समस्या नही होने दी जाएगी एवं संगठनों द्वारा इस बात का आश्वासन भी दिया गया है कि बच्चों की पढ़ाई एवं उससे जुडे़ हुए खर्च के संबंध में अपने स्तर से भी मदद की जाएगी। विभिन्न शिक्षक संगठनों द्वारा भी बच्चों को गोद लेकर उनकी पढ़ाई में मदद देने के संबंध में आश्वासन दिया गया। इस संबंध में आगे कार्यवाही सुनिश्चित कराने हेतु व्यापारिक संगठनों से आग्रह किया गया कि व्यापारी या कर्मचारी, जो इस अग्निकांड से प्रभावित हुए है एवं जिनकी बच्चों की फीस जमा करने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, उनका विवरण/विद्यालय का विवरण सहित उपलब्ध कराया जाए ताकि विद्यालयों से इस विवरण को शेयर करते हुए अग्रेतर कार्यवाही की जा सके।