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अरेंज मैरिज

“हेलो मिसेज पाटिल कैसीं हैं?”

मिसेस पाटिल :- “अच्छी हूं ! चाय पीने आ जाइए आप भी, साथ में पिएंगे।”

(फोन पर दूसरी ओर से) अरे कहां ! अभी विकी को ट्यूशन छोड़ने जाना है और फिर उसे डांस क्लास भी छोड़ना है। पूरा वक्त तो इन बच्चों में ही बीत जाता है।

मिसेस पाटिल:- “कभी वक्त निकाला करो हमारे लिए भी और थोड़ा आराम खुद को भी दिया करो।

(फोन पर ) जी जरूर आऊंगी फुर्सत में! आपके यहां का जो माली है उसे मेरे यहां भेजेंगीं क्या ?

मैिसेज पाटील:- जी जरूर! कल आएगा तब भेजती हूं।

जी! अच्छा नमस्ते !

आभा पाटिल! इस नाम से को जीते हुए मुझे 30 साल हो गए हैं। मैं अब आभा रह ही नहीं गई। आभा पाटिल में अब बहू, बीवी, मां और जिम्मेदार औरत ही रह गई है। जिंदगी ऐसे ही कुछ उलझती और कुछ सुलझती सी रही, मैं भी कुछ इसी तरह अपने घर संसार को आगे बढ़ाती रही। शादी हो कर आई थी तभी बड़े प्यार से जिम्मेदारियों की चाबी मेरे हाथ में थमा दी गई और धीरे-धीरे मैं जिम्मेदारी की चाबी से जिंदगी के ताले खोलते चली गई और खुद उसी में कैद होती गई। ऐसा नहीं था कि इस जिम्मेदारी को उठाने मे मुझे कुछ दिक्कत महसूस हो रही था या कुछ घुटन महसूस हो रही थी बल्कि मैं खुशी खुशी जिम्मेदारियां उठा रही थी।
भार्गव पाटिल मेरे पति बड़े ही जिंदादिल आदमी है, मुझे कैसे खुश रखना है वो उन्हें बहुत अच्छे से आता है। वो शुरू से ही वह मेरा बहुत ध्यान रखते आए हैं। कहीं भी जाना हो या बीमारी हो हमेशा मेरे साथ रहते। कभी समयाभाव रहा हो तो बता देते थे। इसी तरह धीरे धीरे हम दोनों अपनी गृहस्थी में व्यस्त होते जा रहे थे। रिंकी और चिकी के आने के बाद दस पंद्रह साल किस तरह निकल गए मालूम ही नहीं पड़ा। मैं इन बच्चों और घर में ऐसी रम गई कि बाहर की दुनिया और खुद को भूल गई। पूजा-पाठ, रिश्तेदार, बच्चे घर बस यही जीवन बन गया था। भार्गव ने भी अपने आपको काम में धीरे-धीरे व्यस्त कर लिया था, आखिर हमारी जिम्मेदारियां जो बढ़ रही थी।

यूं तो हम दोनों आदर्श पति पत्नी थे। एक दूसरे के सुख दुख में साथ रहते थे। घूमना फिरना साथ-साथ, एक-दूसरे की केयर, कभी अकेलापन नहीं लगता था। कुछ सोचने के लिए समय ही नहीं था, बस कभी – कभार मन कुछ खाली खाली सा लगता था और वह खालीपन कैसे पूरा हो यह भी नहीं मालूम था। प्यार क्या होता है यह मैंने कभी जाना ही नहीं। जब प्यार करने की उम्र थी तब मैं किताबों में डूबी रहती थीं और पढ़ाई पूरी होते ही शादी हो गई। जिस उम्र में लोगों को मोहब्बत होती है उस उम्र में मैं गृहस्थी की दुनिया में आ गई थी। जब कभी भी भार्गव से झगड़ा हो जाता था तो बात करने की पहल मुझे ही करनी पड़ती थी। सॉरी या मनाने – बोलने का जिम्मा मेरा ही होता था। नाराजगी में मैं अकेले ही रोधो कर खुद को मना कर काम में व्यस्त हो जाती थी। कभी मन होता था कि कोई मुझे भी मनाए, प्यार भरी बातें करें, भविष्य की चिंताओं को छोड़कर सिर्फ अपनी बातें करें, पर यह कोरा ख्याल ही रहा। बच्चों के भविष्य की चिंताएं ऐसा सोचने नहीं देती थी।
रिवाज है हमारे यहां कि प्यार पति को ही करना पड़ता है फिर चाहे प्यार हो या ना हो। ऐसा भी नहीं है कि प्यार नहीं होता क्योंकि कुछ वक्त अगर जानवर भी साथ रह ले तो उससे भी प्यार हो जाता है फिर हम तो इंसान हैं। प्यार के अंकुर फूट ही पड़ते हैं और बढ़ती उम्र के साथ यह प्यार भी बढ़ते ही जाता है। अरेंज मैरिज मतलब समझौते के साथ-साथ शादी के बाद का प्यार। साथ ही एक परिपक्व प्रेम और सहारा ~ प्रियंका वर्मा महेश्वरी 

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क्राइस्ट चर्च कॉलेज की एनएसएस इकाई द्वारा महाविद्यालय प्रांगण में स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत स्वच्छता अभियान चलाया

कानपुर 8 अक्टूबर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, क्राइस्ट चर्च कॉलेज कानपुर की एनएसएस इकाई द्वारा महाविद्यालय प्रांगण में स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसका प्रारंभ कॉलेज के प्राचार्य डॉ जोसेफ डेनियल तथा एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ सुनीता वर्मा के निर्देशन में हुआ।
इसके साथ ही एनएसएस स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय में एकत्रित अनावश्यक घास,पत्तियां,पॉलिथीन व प्लास्टिक के पैकेट को साफ कर पौधो की निराई,गुड़ाई कर उन में पानी दिया और स्वच्छता का उदाहरण प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का समापन डॉ सुनीता वर्मा ने अपनी एनएसएस इकाई के सह प्रमुख विलायत फातिमा तथा मोमिन अली ने अपनी टीम जिनमे जरीन,इरम,सोनल,मुस्कान,अंजली,रितेश,कांची,हर्षिता,सौम्या,अंचल तथा वेदिका के साथ मिल के कार्यक्रम का सफलता पूर्वक समापन किया।

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रक्षा मंत्री ने उत्तराखंड में सशस्त्र बलों एवं आईटीबीपी के जवानों के साथ विजयदशमी मनाई

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज उत्तराखंड के औली में सशस्त्र बलों एवं आईटीबीपी के जवानों के साथ विजयदशमी मनाई। रक्षा मंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान शास्त्र पूजा की तथा राष्ट्र की सुरक्षा और आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करने में सशस्त्र बलों एवं अर्धसैनिक बलों के योगदान की सराहना की।

जवानों को तुरंत संबोधित करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वर्दीधारण किए हुए पुरुषों एवं महिलाओं के साथ बातचीत करना हमेशा प्रेरणा का स्रोत होता है। उन्होंने दोहराया कि पूरे देश को हमारे जवानों की क्षमताओं और देश की सुरक्षा में उनके योगदान पर गर्व व विश्वास है। रक्षा मंत्री ने देश को बाहरी खतरों से बचाने में हमारे बलों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, “प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस सुरक्षित वातावरण ने भारत को आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने और प्रगति की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने में सक्षम बनाया है ।”

रक्षा मंत्री ने गलवान में हुई घटना के दौरान हमारे जवानों की अद्वितीय बहादुरी एवं साहस की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत “पूरी दुनिया एक परिवार है” के सिद्धांत में विश्वास करता है, लेकिन अगर कोई बाहरी देश बुरी नजर डालता है तो वह मुंहतोड़ जवाब देता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बहादुरी के कारण पूरी दुनिया ने भारत के बढ़ते कद को स्वीकार किया और भारत अंतरराष्ट्रीय महत्व के सभी मुद्दों पर निर्णय निर्धारित करने वाले प्रमुख देशों में से एक के रूप में उभरा। भारत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सम्मान के साथ सुना जाता है।

श्री राजनाथ सिंह ने शास्त्र पूजा के महत्व के बारे में भी बताया और भारतीय संस्कृति की परंपराओं एवं विशिष्टता पर प्रकाश डाला, जो सभी चीजों की एकता पर जोर देती है। उन्होंने हमें सिखाया कि हमें उन सभी चीजों के योगदान को स्वीकार करना चाहिए, दोनों जीवित और निर्जीव, जो हमारे जीवन में योगदान करती हैं, जिसमें “शस्त्र” (हथियार) शामिल हैं, जो हमें अपनी रक्षा करने में सहायता करते हैं।

इसके बाद रक्षा मंत्री ने उन जवानों से बातचीत की, जिन्होंने उत्साहपूर्वक विजयदशमी मनाई और समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर जवानों ने देशभक्ति के गीत भी गाए।

इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, जीओसी-इन-सी सूर्य कमान लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी, सशस्त्र बल एवं आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी और जवान मौजूद थे।

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नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोल्हापुर और मुंबई के बीच सीधी उड़ानों का उद्घाटन किया

नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्य मंत्री जनरल विजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त) के साथ आज कोल्हापुर से मुंबई के लिए एक सीधी उड़ान का उद्घाटन किया। इस उड़ान को नागर विमानन मंत्रालय की महत्वाकांक्षी आरसीएस उड़ान योजना के तहत टियर-2 और टियर-3 शहरों को हवाई संपर्क प्रदान करने और सभी के लिए सस्ती हवाई यात्रा उपलब्‍ध कराने के लिए लॉन्च किया गया है। यह उड़ान निम्नलिखित कार्यक्रम के अनुसार सप्ताह में तीन बार मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को कोल्हापुर तथा मुंबई के बीच संचालित होगी:

 

फ्लाइट नं. कहां से

 

कहां तक

 

फ्रीक्‍वेंसी

 

प्रस्‍थान का समय   आगमन का समय प्रभावी तिथि
एस5 161 मुम्‍बई

 

कोल्‍हापुर

 

2,4,6 1030 बजे

 

  1125 घंटे 4 अक्टूबर 2022

 

एस5 162 कोल्‍हापुर

 

मुम्‍बई

 

2,4,6 1150 बजे

 

  1245 घंटे

 

4 अक्टूबर 2022

अपने उद्घाटन संबोधन में श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उड़ान योजना देश के आम नागरिक के लिए हवाई यात्रा सस्ती बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार कर रही है। इस योजना के तहत अब तक 433 नए रूट शुरू किए गए हैं और एक करोड़ से अधिक यात्री इससे लाभान्वित हुए हैं। श्री सिंधिया ने यह भी आश्वासन दिया कि कोल्हापुर हवाई अड्डे के एप्रन का विस्तार नवंबर में शुरू किया जाएगा और मार्च 2023 में घरेलू टर्मिनल भवन का भी उद्घाटन किया जाएगा।

नागर विमानन राज्‍य मंत्री जनरल विजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त) ने कोल्हापुर और मुंबई के लोगों को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि इस उड़ान से न केवल यात्रा में आसानी होगी बल्कि कई क्षेत्रों में व्यापार और वाणिज्य गतिविधियों को भी काफी बढ़ावा मिलेगा।

इस उद्घाटन कार्यक्रम में श्री संजय मांडलिक सांसद (कोल्हापुर), श्री धैर्यशील माने, सांसद (हटकानगले), श्री धनंजय महादिक, सांसद (राज्यसभा), श्री चंद्रकांत पाटिल कैबिनेट मंत्री (महाराष्ट्र सरकार) की गरिमामयी उपस्थिति रही। इसके अलावा श्रीमती उषा पाधी अपर सचिव, नागर विमानन मंत्रालय, श्री संजय घोड़ावत अध्यक्ष – स्टार एयर, कैप्टन सिमरन सिंह तिवाना, सीईओ, स्टार एयर और नागर विमानन मंत्रालय, एएआई तथा स्टार एयर के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

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राष्ट्रपति ने दीनदयाल बंदरगाह, कांडला, गुजरात में 280 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने गुजरात के कांडला में दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण की 280 करोड़ रुपये से अधिक की चार महत्वपूर्ण परियोजनाओं की आधारशिला रखी। ये परियोजनाएं समग्र आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए बंदरगाह के लॉजिस्टिक प्रदर्शन को बढ़ाने के साथ उसके संपूर्ण भीतरी इलाकों के विकास के साथसाथ बंदरगाह अवसंरचना को बढ़ाएगी। इन परियोजनाओं से जहाजों के टर्नअराउंड समय में और सुधार और कार्गो की तेजी से निकासी के साथसाथ बंदरगाह की कार्गो हैंडलिंग क्षमता में भी सुधार होगा।

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69.51 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ कार्गो जेट्टी क्षेत्र के अंदर नए गुंबद के आकार के गोदामों के निर्माण की परियोजना से ऊंचाई बढ़ जाएगी, जिसके परिणामस्वरूप अधिक कार्गो हैंडलिंग होगी, जो पांचवीं पीढ़ी के ट्रकों परिवहन वाहनों द्वारा हाइड्रोलिक सिस्टम के माध्यम से बल्क कार्गो को उतारने के लिए उपयुक्त है।
80 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ कार्गो जेट्टी क्षेत्र के अंदर 66 हेक्टेयर क्षेत्र में प्लॉट्स और स्टॉर्म वाटर ड्रेन का उन्नयन कंक्रीट रोड, स्टॉर्म वाटर ड्रेन नेटवर्क, विद्युत केबलों के लिए पाइप नाली, फ़र्श और श्रमिकों की सुविधा, पेयजल, शौचालय और श्रमिकों के लिए विश्राम गृह जैसी सुविधाएं होंगी। 47 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ कार्गो जेट्टी क्षेत्र के अंदर अन्य 40 हेक्टेयर क्षेत्र में भूखंडों, सड़कों और तूफानी जल नालियों के उन्नयन से कस्टम बॉन्डेड क्षेत्र के अंदर हैंडलिंग और भंडारण क्षमता में वृद्धि होगी और 8.8 लाख मीट्रिक टन की क्षमता के साथ ड्राई कार्गो के आयात निर्यात को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। 87.32 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ टूना रोड को टू लेन से फोर लेन में अपग्रेड करने की परियोजना के परिणामस्वरूप तेजी से कार्गो निकासी होगी, जिससे पोर्ट पर ट्रैफिक हैंडलिंग में वृद्धि होगी और भविष्य में पोर्ट ट्रैफिक को निर्बाध रूप से समायोजित किया जा सकेगा। यह राष्ट्रीय राजमार्ग से बंदरगाह को बहुत वांछित कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और गति शक्ति के अनुरूप बंदरगाह तक पहुंचने वाली सड़कों को एक नया रूप प्रदान करेगा। परियोजना से पीपीपी पर डीपीए द्वारा विकसित की जाने वाली प्रस्तावित जेटी को भी लाभ होगा।

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राष्ट्रपति ने माल ढुलाई के मामले में देश का नंबर एक बंदरगाह होने के लिए दीनदयाल बंदरगाह की उपलब्धि को स्वीकार किया और सराहना की कि गुजरात के बंदरगाहों ने पूरे देश के लगभग 40 प्रतिशत माल ढुलाई को संभालता है। उन्होंने पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की उपलब्धियों और इन परियोजनाओं के माध्यम से दीनदयाल बंदरगाह की कार्गो हैंडलिंग क्षमता बढ़ाने के लिए इसके विभिन्न प्रयासों की भी प्रशंसा की, जो पूरे क्षेत्र के लिए फायदेमंद होगा।

दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटीकांडला (डीपीएने चालू वित्त वर्ष की पहली दो तिमाहियों में 70.14 एमएमटी कार्गो को संभाल कर पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 17.22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। जुलाई 2022 में 12.04 एमएमटी कार्गो जो एक महीने में अब तक का सबसे अधिक संचालन है। बंदरगाह ने वर्ष 2021-22 के लिए अब तक का सबसे अधिक 127.1 एमएमटी कार्गो का संचालन किया था। बंदरगाह ने बंदर बेसिन जेट्टी एरियाकांडला में 4 सुपर ओवर डायमेंशन पैकेज कार्गो के रोल ऑफ को भी संभाला था। डीपीए, कांडला ने मेसर्स सीईएल के साथ साझेदारी में पोर्ट पर गेट संचालन के पूर्ण स्वचालन को भी बढ़ाया है और मेसर्स एनआईएसजी के मार्गदर्शन में आरएफआईडी आधारित एक्सेस कंट्रोल सिस्टम दृष्टि” शुरू किया है। पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने भारत में बंदरगाह क्षेत्र के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता के तहत गुजरात राज्य में सागरमाला कार्यक्रम के तहत 57,000 करोड़ रुपये की 74 परियोजनाओं की पहचान की है। जिनमें से 9,000 करोड़ रुपये की 15 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। 25,000 करोड़ रुपये से अधिक की 33 परियोजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है और 22,700 करोड़ रुपये की 26 परियोजनाओं का विकास कार्य चल रहा है। इन परियोजनाओं को केंद्रीय मंत्रालयों, प्रमुख बंदरगाहों, राज्य समुद्री बोर्ड और अन्य राज्य एजेंसियों द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। राष्ट्रपति ने अपनी गुजरात यात्रा के दौरान अस्पताल भवनों, सिंचाई परियोजनाओं, सड़क संपर्क और बंदरगाहों से संबंधित 1300 करोड़ रुपये से अधिक की कुल विभिन्न परियोजनाओं को जनता को समर्पित किया है और उनकी आधारशिला रखी है। कार्यक्रम में गुजरात के राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत; श्री गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ; भारत सरकार के पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग और पर्यटन राज्य मंत्री श्री श्रीपद येसो नाईक; गुजरात सरकार में स्वास्थ्य मंत्री श्री ऋषिकेश पटेल; गुजरात सरकार में जनजातीय विकास मंत्री श्री नरेश पटेल; राज्य के जनजातीय विकास और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती निमिषाबेन सुथार; पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री भूषण कुमार और दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटीकांडला के अध्यक्ष श्री एस.केमेहता उपस्थित थे।

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नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बिलासपुर से इंदौर के बीच सीधी उड़ान सेवा का उद्घाटन किया

नागरिक विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के साथ आज दिनांक 3 अक्टूबर, 2022 को बिलासपुर से इंदौर के लिए सीधी उड़ान सेवा का उद्घाटन किया। बिलासपुर-इंदौर-बिलासपुर के बीच संचालित उड़ान सेवा 3 अक्टूबर 2022 (आज) से प्रभावी होगी। इस मार्ग पर यह उड़ान सेवा प्रत्येक सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार को संचालित होगी।

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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने संबोधन में कहा, “यह नई हवाई संपर्क सेवा दोनों राज्यों के लोगों को सुविधा प्रदान करेगी और इन क्षेत्रों के आर्थिक विकास में योगदान देगी।” नागरिक विमानन मंत्री महोदय ने आगे कहा कि मंत्रालय वर्ष 2026 तक हेलिपोर्ट और वाटर एयरोड्रोम सहित 200 गंतव्यों के संचालन के लिए काम कर रहा है। श्री सिंधिया ने कहा कि केंद्र सरकार नागरिक विमानन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने और देश के हर हिस्से में हवाई संपर्क सेवा में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।

बिलासपुर छत्तीसगढ़ राज्य का और इंदौर मध्य प्रदेश राज्य का प्रमुख शहर है। इन शहरों के बीच बेहतर हवाई संपर्क सेवा से इस क्षेत्र में पर्यटन और व्यापार की गतिविधियों को बढ़ावा देने और उनके समग्र आर्थिक विकास में योगदान करने में मदद मिलेगी।

Imageएलायंस एयर की उड़ान संख्या 9आई 691 बिलासपुर से 11 बजकर 35 मिनट पर प्रस्थान करेगी। और 13 बजकर 25 मिनट पर इंदौर पहुंचेगी। इस विमान सेवा के लिए प्रारंभिक किराया 2,847 रुपये रखा गया है, जिसमें सभी कर शामिल हैं। उड़ान संख्या 9आई 692 इंदौर से 13 बजकर 55 मिनट पर प्रस्थान करेगी और 15 बजकर 45 मिनट पर बिलासपुर पहुंचेगी। इस उड़ान सेवा का प्रारंभिक किराया 3,218 रुपये रखा गया है, जिसमें सभी कर शामिल हैं।

उद्घाटन समारोह के दौरान मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट, जिला बिलासपुर के प्रभारी मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, श्री अरुण साव, सांसद (लोकसभा) बिलासपुर, श्री. शंकर लालवानी, सांसद (लोकसभा) इंदौर, श्री शैलेश पांडे, विधायक बिलासपुर, श्री धर्मलाल कौशिक, विधायक बिल्हा, श्री रामचरण यादव, महापौर नगर निगम, बिलासपुर, श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, संसदीय सचिव, छत्तीसगढ़ सरकार मौजूद थे। इसके अलावा, श्रीमती उषा पाधी, नागर विमानन मंत्रालय के अपर सचिव श्री विक्रमदेव दत्त, मुख्य प्रबंध निदेशक-सीएमडी, एआईएएचएल, श्री विनीत सूद, मुख्य कार्यकारी अधिकारी-सीईओ, एलायंस एयर, और एमओसीए, एएआई, एलायंस एयर और बिलासपुर और इंदौर के स्थानीय प्रशासन के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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ग्राम कोरथा के 26 मृतकों के आश्रितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मुआवजा मिला

कानपुर 5 अक्टूबर भारतीय स्वरूप जिला सूचना कार्यालय, ग्राम कोरथा विकासखण्ड-भीतरगांव, तहसील नर्वल में दिनांक 01.10.2022 को थाना साढ़ क्षेत्रार्न्गत घटित दुर्घटना में ग्राम कोरथा के 26 मृतकों के आश्रितों को मा0 मुख्यमंत्री राहत कोष से रू0 2-2 लाख एवं 07 घायलों को रू0 50-50 हजार की धनराशि का चेक प्रदान किया गया एवं 20 मृतकों के परिवारों को प्रति परिवार 1 बीघा कृषि पट्टा प्रदान किया गया। साथ ही केन्द्र सरकार की तरफ से मृतको के आश्रितों को रू0 2-2 लाख एवं घायलों को रू0 50-50 हजार की धनराशि आर0टी0जी0एस0 के माध्यम से स्थानान्तरित की जाएगी।
इस दौरान श्री राकेश सचान, मा0 मंत्री, श्री देवेन्द्र सिंह‘‘भोले‘‘ मा0 सांसद, अकबरपुर लोकसभा, श्री अभिजीत सांगा, मा0 विधायक बिठूर, श्रीमती सरोज कुरील, मा0 विधायक, घाटमपुर, जिलाधिकारी कानपुर नगर, पुलिस अधीक्षक, कानपुर आउटर एवं उपजिलाधिकारी नर्वल आदि उपस्थित रहे।

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आप को देखा तो इक कमी का अहसास हुआ

साँची तुम वहाँ अकेली कंयू बैठी हो ? जब से आई हो चुप सी हो।रेवा ने सांची को कहा।साँची बोली,नहीं ऐसा कुछ नहीं रेवा ! तुम लोग बैठो।मैं शायद थकी हूँ।मैं रूम में जा रही हूँ।शायद सफ़र की थकान थी या कुछ और।साँची इक माध्यम परिवार में रहने वाली ,संस्कारों से परिपूर्ण और सादगी की बेमिसाल प्रतिमा थी।कोई भी उसे देखें तो उसके व्यक्तित्व का दीवाना हो जाता।हर शाम साँची रेवा के छोटे भाई को पढ़ाने ज़ाया करती थी,मगर इक शख़्स ऐसा भी था वहाँ।रेवा का बड़ा भाई मुकेश सिंघानिया, जो अच्छा बिज़नेसमैन तो था ही ,शहर के जाने माने इंडस्ट्रियलिस्ट में उसका नाम जाना जाता था।पार्टियो में उठने बैठने का शौक़ीन ,अपनी मर्ज़ी का मालिक था वो।आते जाते कभी कभार साँची से आमना सामना होता तो हैलो !हाय हो ज़ाया करती।रेवा अक्सर हंसी में छेड़ भी दिया करती,ये कह कर ,कि उसका भाई उसे पसंद करता है।मगर साँची इस बात को इक मज़ाक़ से ज़्यादा कुछ न समझती।दोनों का व्यक्तित्व इक दूजे से बिलकुल अलग सा था,मगर दोनों ही इक दूजे के लिये इक खिंचाव सा महसूस करते।साँची को खुद नहीं पता था कि मुकेश के सामने आते ही उसके शरीर में कंपन, इक सरसराहट सी कंयू हो ज़ाया करती है। रात गहरी हो रही थी।ठीक साँची की उदासी की तरह। इक गहरी साँस भर साँची बोझिल कदमों से होटल के कमरे की तरफ़ चल पड़ी।ठण्ड बहुत होने की वजह से रूम में आ कर सीधे काफ़ी बनाई और पास पड़ी किताब उठा कर फ़ायर प्लेस के पास बैठ कर पढ़ने लगी।जैसे मन को कहीं और लगाने की कोशिश में थी।बस दो ही पन्ने मुश्किल से पढ़ पाई।किताब हाथ में तो थी मगर साँची कहीं और ही थी।किताब में जैसे मन नहीं लग रहा था। कल रात की अपनी ही चीखें उसे अपने कानों में सुनाई दे रही थी।आँखों के सामने वही नजारा बार बार आ रहा था जिसे वो कब से झुठलाने की कोशिश कर रही थी।उसे याद आ रहा था कि कल रात ,जब वो आदि को पढ़ाने गई तो बारिश बहुत ज़ोरों पर थी।साँची जैसे ही आदि के घर पहुँची।सब को वहाँ न पा कर गेट से वापिस जाने लगी तो इतने में मुकेश की गाड़ी आ गई।मुकेश गाड़ी से निकल कर लड़खड़ाते हुए गिरने ही वाला था कि साँची ने उसे हाथ देकर संभाल लिया।उसने जल्दी से नौकर को मदद के लिये आवाज़ें दी मगर जब कोई नहीं आया तो खुद मुकेश को सहारा दे कर घर के अंदर ले गई।सोफ़े पर मुकेश को बिठाकर जैसे ही मुड़ी।मुकेश ने उसका हाथ ज़ोर से पकड़ लिया और अपनी ओर खिंचने लगा।साँची चिल्लाई !ये क्या कर रहे हैं आप ? मुकेश की लाल आँखे और उसका ये रूप।दो मिनट के लिए कुछ समझ ही नहीं पाई कि ये क्या हो रहा है।साँची ने कोशिश की खुद को छुड़ाने की मगर मुकेश आज जैसे खुद में था ही नहीं।पूरे होश हवास खो बैठा था और बोलता जा रहा था।अभी मत जाओ रीटा।शराब के नशे में साँची को रीटा समझ कर अपने सीने से लगाने के लिये ,उसे कमर से पकड़ कर अपनी ओर खींच कर ज़बरदस्ती करने लगा।साँची चिल्ला रही थी।साँची खुद को छुड़ाने की कोशिश में थी।इसी कश्मकश में उसकी साड़ी मेज़ के कोने में फँस कर फटती चली गई मगर फिर भी फटी हुई साड़ी को खुद पर लपेटते हुए, किसी तरह खुद को बचा कर वहाँ से बाहर सड़क की ओर भागने लगी थी।सूनी सड़क पर अकेली भागती जा रही थी।जैसे तैसे घर आ कर दरवाज़ा बंद कर खूब रोई।उसे यक़ीन नहीं हो रहा था।मुकेश ने उसके साथ ऐसी हरकत की है।जब से साँची मनाली आई थी बिलकुल गुमसुम सी हो गई थी।नफ़रत और ग़ुस्से के मिले जुले भावों से झूझ रही थी साँची।इतने में उसकी मोबाइल की घन्टी बजी।साँची ने फ़ोन उठाया तो दूसरी तरफ़ मुकेश था।बोला ! साँची जो कल शाम हुआ उसके लिए मुझे माफ़ कर दो।अच्छे से तो,मुझे कुछ याद नहीं,मगर धुँधला सा याद है और आप की फटी हुई साड़ी का टुकड़ा,मुझे रात की सारी बात बयान कर गया।ग़ुस्से और नफ़रत की वजह से साँची ने फ़ोन बीच में ही काट दिया।साँची मनाली से वापस आ कर आदि के यहाँ नहीं गई।दिन पर दिन गुजरते जा रहे थे।एक दिन साँची ने सोचा !आदि की पढ़ाई का नुक़सान न हो तो,अगले दिन आदि को पढ़ाने उसके घर चली गई तो रेवा की दादी ने बताया कि मुकेश को कितने दिनों से बहुत बुख़ार हो रहा है जो उतरने का नाम ही नहीं ले रहा।साँची ने इस बात पर कोई ध्यान नहीं दिया। रेवा भी बता रही थी कि इतना चहकने वाला उसका भाई मुकेश एक दम चुप सा हो गया है।अगले रोज़ कालेज के बाद सीधा ही आदि के यहाँ चली गईं।रेवा अभी कालेज से आई नही थी शायद।दादी नौकर को आवाज़ें दे रही थी मगर नौकर को आसपास न पा कर दादी ने साँची को कहा !चल बेटा ज़रा तू ही जा कर खाना मुकेश के कमरे में दे आ।साँची न चाहते हुए भी दादी को कुछ न कह सकी और सीधा ऊपर मुकेश के कमरे में पहुँच गई।मुकेश सो रहा था,मासूम से बच्चे की तरह।उसका कमरा साफ़ सुधरा ,हर इक चीज़ ,अपनी जगह ठिकाने पर थी।सोचने लगी इतनी सुसज्जित इन्सान, ऐसी मानसिकता का मालिक कैसे हो सकता है ?जैसे ही वो प्लेट रख कर वापस जाने के लिए मुड़ी।मुकेश ने आवाज़ दी।साँची प्लीज़! दो मिनट रूक जाओ।मुझे तुम से कुछ कहना है जब तक नहीं कहूँगा, मेरा मन ऐसे बेचैन ही रहेगा।साँची मुझे माफ़ कर दो।उस रात, मैं होश में नहीं था।साँची बिना कुछ कहे बाहर आ गई।साँची का कुछ न कहना,मुकेश को बहुत तकलीफ़ दे गया।इक रोज़ नौकर के हाथ चिट्ठी लिखकर साँची को भेजी मगर साँची ने वो चिट्ठी नौकर के सामने ही फाड़ दी।साँची को ऐसा करते हुए मुकेश ने ,ऊपर बालकनी से देख लिया था।इक तीर सा चुभा ,मुकेश के दिल पर। वक़्त निकलता गया। इक रोज़ रेवा ने साँची से मुकेश की जन्मदिन की पार्टी के लिए रूकने को कहा।साँची के बहुत मना करने के बाद भी उसे वहाँ रूकना पड़ा।पार्टी मे लोगों की भीड़ ,डांस, म्यूज़िक के बीच साँची का दम घुट रहा था।साँची बाहर कोरीडोर में आ गई।मुकेश भी पार्टी में तो था मगर उसकी नज़र सिर्फ़ साँची के आसपास ही थी। अचानक साँची को पार्टी में न पा कर , वो भी साँची को ढूँढता हुआ बाहर आ गया।साड़ी में लिपटी साँची ,शान्त सी , अकेले खड़ी थी।उसके घने लम्बे बाल,मुख पर आई लटे,मुकेश को दीवाना सा बना रही थी।चाँद की चाँदनी में और भी खूबसूरत लग रही थी।मुकेश हिम्मत करके साँची के पास आया।धीरे से आकर साँची से कहा! मैं जानता हूँ मेरी गलती माफ़ी के काबिल नहीं है मगर आज शहर की तमाम भीड़ मुझे बधाई देने आई है,पर न जाने क्यों उस में आप की बधाई की कमी ने मुझे अन्दर से उदास कर रखा है साँची।कुछ ऐसा है आप में,जो मैंने पहले कभी नहीं देखा ,न ही कभी महसूस किया।दादी अक्सर कहती हैं कि मैं शादी कर लूँ मगर मन कभी माना ही नहीं।हर चीज़ आसानी से मिलती रही, कभी पता ही नहीं चला कि कमी क्या होती है मगर आप को देखा तो इक कमी का अहसास हुआ है मुझे।मुकेश बोलता जा रहा।साँची मैं उम्मीद नहीं करता कि तुम मुझे माफ़ कर दो मगर मैं सारी उम्र तुम्हारा इन्तज़ार ज़रूर करूँगा।साँची बिना कुछ कहे वहाँ से निकल गई।मुकेश बस उसे जाते देखता रहा।अब मुकेश हर वक़्त काम में व्यस्त रखने लगा था खुद को।अब उसका प्यार सिर्फ़ प्यार न रह कर इक इबादत सा हो गया था।जिस में इन्सान का प्यार कम नहीं होता ,बस ख़ामोश सा हो जाता है। वक़्त गुज़रता गया साल तीन बाद
इक रोज़, साँची आदि को पढ़ा कर बाहर आ रही थी तो उसके कानों में रेवा और मुकेश की बातें पड़ गई।रेवा कह रही थी।भाई तुम शादी के लिए हाँ कंयू नहीं कर रहे,कब से दादी कहे जा रही है, मुकेश बोला !रेवा मै किसी को चाहता हूँ उसी का इन्तज़ार ताउम्र करूँगा।रेवा ने कहा !मुझे नाम बताओ ? भाई मैं खुद उसे मनाऊँगी तुम से शादी के लिए।मुकेश कहने लगा। पगली !दिल के रिश्तों पर ज़ोर ज़बरदस्ती नहीं चलती।तेरा भाई दुनिया की हर चीज़ ख़रीदने की ताक़त रखता है मगर उसे नहीं पता था कि किसी का दिल या किसी का प्यार ख़रीदा नहीं जा सकता।मुकेश की बात सुन कर रेवा की भी आँखे नम हो गईं। जाने अनजाने मुकेश के वो अल्फ़ाज़ साँची के दिल को छू गये थे।सोच रही थी, कितना बदल भी गया है।किस के लिए ? मेरे लिए न किस बात का ग़रूर है मुझे।मैं क्यों उस बात को माफ़ नहीं पा रही।तीन साल से मुकेश मेरा ही तो इन्तज़ार कर रहा है।धीरे धीरे साँची के लिए मुकेश आम से ख़ास होता चला गया।तीन साल गुज़र चुके थे आज भी मुकेश के जन्म दिन पर सब था वहाँ। “नहीं थी तो “ बस मुकेश के चेहरे की मुस्कान ही नहीं थी। पार्टी चल रही थी।मुकेश ने महसूस किया कि साँची उसके कहीं आसपास है।मुकेश ने आँखें बंद कर ली और खुद को समझाया,ये सिर्फ़ उसका ख़याल ही है और कुछ नहीं।इस ख़्याल के आते ही उसका ध्यान दरवाज़े की ओर चला गया, तो देखा साँची वहाँ खड़ी थी।मुकेश तेज कदमों से साँची की ओर बढ़ने लगा।दोनों की धड़कन तेज हो रही थी,अधरों पर हल्की सी मुस्कुराहट लिये साँची धीरे से बोली!मुकेश तुम्हारे प्यार का,तुम्हारे इन्तज़ार का,तुम्हारी शिद्दत से की हुई चाहत का ,अहसास है मुझे।साँची फूलों का गुलदस्ता मुकेश को देते हुए बोली !”जन्मदिन की बधाई हो मुकेश” मेरे पास आप को देने के लिये कोई क़ीमती तोहफ़ा नही है।मुकेश ने कहा ! तुम सोच भी नहीं सकती कि मैं आज कितना ख़ुश हूँ। मेरे जन्मदिन पर तुम्हारा आना ही बेशक़ीमती तोहफ़ा है साँची, और तुम्हारे मुँह से अपना नाम सुनना ,ये भी तोहफ़े से कम नही।साँची की आँखे भर आई और उसने धीरे से अपना हाथ मुकेश के हाथ पर रख दिया।जैसे कह रही थी अब उसकी ख़ुशी भी मुकेश के होने से ही है। दोस्तों ! साँची की सादगी ,न केवल उसके दिल को बल्कि उसकी रूह तक को छू गई 🙏दोस्तों ! सादगी को हलके में मत लिया कीजिए। “बहुतों का ग़रूर टूटते हुए देखा है हमने ,जब कभी उनकी मुलाक़ात सादगी से गई”

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ब्रेकिंग न्यूज

भारतीय स्वरूप ब्रेकिंग न्यूज

➡️2020 बैच के 16 आईएएएस अधिकारियों को ट्रेनिंग पूरी होने के बाद मिली जॉइंट मजिस्ट्रेट के रूप में तैनाती 7 अक्टूबर को join करेंगे सभी अधिकारी।

➡️आइएएस अधिकारी जयदेव सीएस को वाराणसी, नूपुर गोयल को उन्नाव, अजय जैन को मथुरा, प्रत्यूष पांडेय को बरेली, निधि बंसल को झांसी, नेहा बंधु को गोरखपुर, परीक्षित खटाना को आगरा, रामया आर. को सहारनपुर, सुथान अब्दुल्लाह को प्रयागराज, महाराज सुमित राजेश को बाराबंकी, ओजस्वी राज को मेरठ, विशाल कुमार को अयोध्या, अभिनव गोपाल को कानपुर नगर।

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उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, तेलंगाना,और ओडिशा के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए कार्यक्रम

आयोग ने महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और ओडिशा के निम्नलिखित विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में रिक्तियों को भरने के लिए उपचुनाव कराने का निर्णय लिया है :-

क्रमांक राज्य का नाम विधानसभा क्षेत्र संख्या और नाम
महाराष्ट्र 166-अंधेरी पूर्व
बिहार 178-मोकामा
बिहार 101-गोपालगंज
हरियाणा 47-आदमपुर
तेलंगाना 93-मुनुगोड़े
उत्‍तर प्रदेश 139-गोला गोकर्णनाथ
उड़ीसा 46-धामनगर (एससी)

उपचुनाव का कार्यक्रम इस प्रकार है:

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उपचुनाव का कार्यक्रम
मतदान कार्यक्रम तिथि

 

राजपत्र अधिसूचना जारी करने की तिथि 7 अक्टूबर, 2022 (शुक्रवार)
नामांकन की अंतिम तिथि 14 अक्टूबर, 2022 (शुक्रवार)
नामांकनों की जांच की तिथि 15 अक्टूबर, 2022 (शनिवार)
उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर, 2022 (सोमवार)
मतदान की तिथि 3 नवंबर, 2022 (गुरुवार)
मतगणना की तिथि 6 नवंबर, 2022 (रविवार)
तिथि जिसके पूर्व चुनाव संपन्न किया जाएगा 8 नवंबर, 2022 (मंगलवार)

 

  1. मतदाता सूची

इन चुनावों में ऊपर दिए गए विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए दिनांक 01.01.2022 तक प्रकाशित मतदाता सूची का उपयोग किया जाएगा।

  1. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वीवीपीएटी

आयोग ने उपचुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर ईवीएम और वीवीपैट का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। पर्याप्त संख्या में ईवीएम और वीवीपैट उपलब्ध करा दिए गए हैं और इन मशीनों की मदद से मतदान सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सभी कदम उठाए गए हैं।

  1. मतदाताओं की पहचान

मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) मतदाता की पहचान का मुख्य दस्तावेज होगा। हालांकि, नीचे दिए गए पहचान दस्तावेजों में से कोई भी दस्‍तावेज मतदान केंद्र पर दिखाया जा सकता है:

  1. आधार कार्ड,
  2. मनरेगा रोजगार कार्ड,
  3. बैंक/डाकघर द्वारा जारी फोटो वाली पासबुक,
  • iv. श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड,
  1. ड्राइविंग लाइसेंस,
  • vi. पैन कार्ड,
  1. एनपीआर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड,
  2. भारतीय पासपोर्ट,
  • ix. फोटो के साथ पेंशन दस्तावेज,
  1. केंद्र/राज्य सरकार/सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों/सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, और
  • xi. सांसदों/विधायकों/एमएलसी को जारी आधिकारिक पहचान पत्र
  1. सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार का विशिष्ट दिव्यांगता आईडी (यूडीआईडी) कार्ड
  1. आदर्श आचार संहिता

आयोग के निर्देश संख्या 437/ 6/1एनएसटी/2016-सीसीएस, दिनांक 29 जून, 2017 के तहत जारी आंशिक संशोधन (आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध) के अंतर्गत आदर्श आचार संहिता उस जिले (जिलों) में तत्काल प्रभाव से लागू होगी जिसमें चुनाव होने वाले विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का पूरा या कोई भी क्षेत्र शामिल है।

  1. पिछले आपराधिक जीवन के संबंध में सूचना

आपराधिक इतिहास वाले उम्मीदवारों को प्रचार अवधि के दौरान तीन बार समाचार पत्रों और टेलीविजन चैनलों के माध्यम से इस संबंध में जानकारी प्रकाशित कराना अपेक्षित है। एक राजनीतिक दल जो आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को चुनाव में खड़ा करता है, उसे भी अपने उम्मीदवारों की आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी अपनी वेबसाइट और समाचार पत्रों और टेलीविजन चैनल दोनों पर तीन बार प्रकाशित करनी होती है।

आयोग ने अपने पत्र संख्या 3/4/2019/एसडीआर/वोल. चतुर्थ दिनांक 16 सितंबर, 2020 में निर्देश दिया है कि तीन बार की इस निर्दिष्ट अवधि को निम्नलिखित तरीके से तय किया जाएगा, ताकि मतदाताओं के पास ऐसे उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि के बारे में जानने के लिए पर्याप्त समय हो:

ए.  उम्मीदवारी वापस लेने के पहले 4 दिनों के अंदर।

बी. अगले 5वें – 8वें दिन के बीच।

सी. 9वें दिन से प्रचार के अंतिम दिन तक (मतदान की तारीख से दो दिन पहले तक)

(उदाहरण: यदि उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि महीने की 10 तारीख है और मतदान महीने की 24 तारीख को हैतो घोषणा के प्रकाशन के लिए पहली समय अवधि महीने की 11 और 14 तारीख के बीच होगीदूसरी और तीसरी समय अवधि क्रमशः 15 से 18वीं और 19 से 22 वीं तिथि के बीच होगी।)

यह नियम 2015 की रिट याचिका (सी) संख्या 784 (लोक प्रहरी बनाम भारत संघ और अन्य) और 2011 की रिट याचिका (सिविल) संख्या 536 (पब्लिक इंटरेस्ट फाउंडेशन एवं अन्य बनाम भारत संघ एवं अन्य) में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसरण में है।

यह जानकारी ‘अपने उम्मीदवारों को जानो’ शीर्षक वाले ऐप पर भी उपलब्ध होगी।

  1. उपचुनाव के दौरान कोविड संबंधित व्यवस्था-

देश भर में कोविड की स्थिति में समग्र सुधार को देखते हुए और एनडीएमए/एसडीएमए द्वारा डीएम अधिनियम के तहत प्रतिबंधात्मक उपाय को वापस लेने के मद्देनजर, भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा समय-समय पर जारी किए गए परामर्शों का पालन करने का निर्णय लिया गया है। उप-चुनाव की प्रक्रिया के दौरान, पांच-स्तरीय रणनीति, यानी टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार के अनुपालन पर निरंतर ध्यान दिया जाना चाहिए। जिला मशीनरी को कोविड की स्थिति पर प्रभावी ढंग से निगरानी रखनी चाहिए और अपेक्षित कानूनी/प्रशासनिक मानदंडों द्वारा निर्धारित कोविड उपयुक्त व्यवहार के मानदंडों को लागू करना चाहिए।

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