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दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज में एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर का भव्य समारोह के साथ समापन

कानपुर 29 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता,दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर का आज समापन हुआ। कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही ने बताया कि यह शिविर 23 मार्च, 2023 से 29 मार्च, 2023 तक निरंतर 7 दिनों तक महाविद्यालय तथा अस्पताल घाट बस्ती में एनएसएस वॉलिंटियर्स के द्वारा चलाया गया। जिसमें आत्मनिर्भर भारत, महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, संसाधन– विशेषकर जल, मिट्टी एवं पर्यावरण संरक्षण, टी बी मुक्त भारत, सामाजिक न्याय, लैंगिक समानता, सड़क सुरक्षा, साइबर क्राइम, महिलाओं का भावनात्मक शोषण आदि जैसे ज्वलंतशील मुद्दों पर रैली, पोस्टर प्रदर्शन, कविता, गीत, नुक्कड़ नाटक, आपसी वार्तालाप, व्याख्यान, ग्रुप डिस्कशन आदि गतिविधियों के द्वारा जन जागरूकता फैलाई गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एडीएम सिटी, श्री अतुल कुमार जी, विशिष्ट अतिथि, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, कानपुर मंडल, श्री रिपुदमन सिंह जी तथा कार्यक्रम समन्वयक, छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर, प्रोफेसर के एन मिश्रा जी रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की सीनियर प्रोफेसर, डॉ निवेदिता टंडन ने तथा संचालन स्वयं वॉलिंटियर्स ने किया।
मुख्य अतिथि एडीएम सिटी, श्री अतुल कुमार जी ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि संसाधन संरक्षण व राष्ट्र निर्माण में महिलाओं का विशेष योगदान है इसीलिए सितंबर माह में दिल्ली में होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन में भी W–20 एवम् Y–20 को विकास के लक्ष्य का मुख्य बिंदु माना गया है। विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, कानपुर मंडल, श्री रिपुदमन सिंह जी ने सभी वॉलिंटियर्स के द्वारा किए गए समाज हित व सामुदायिक सेवा के कार्यों की भूरी–भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सभी मुद्दे ना केवल कानपुर या भारत वरन विश्व भर में परिचर्चा का मुख्य विषय हैं तथा इन पर और अधिक कार्य करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम समन्वयक, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, प्रोफेसर के एन मिश्र जी ने एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी तथा वॉलिंटियर्स को सफलतापूर्वक शिविर संपन्न करने की बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना केवल एक कार्य नहीं है बल्कि समाज के साथ जुड़कर अनुभव प्राप्त करना व यथासंभव समस्या का समाधान करना है। शिविर को सफल बनाने में सभी वॉलिंटियर्स ने उत्साह के साथ अपना सक्रिय योगदान किया। जिनमें से विशिष्ट योगदान करने वाले कुछ वॉलिंटियर्स मुख्य रुप से सौम्या उपाध्याय, दीक्षा तिवारी, शिखा, वैष्णवी, शान्या, अभिव्यंजना सिंह, नूर सना, नूर अनमता, नंदिनी, मुस्कान यादव को अतिथियों के द्वारा मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ अर्चना दीक्षित, डॉ अंजना श्रीवास्तव , डॉ श्वेता, डॉ ज्योत्सना, डॉ हिना, श्री कृष्णेंद्र श्रीवास्तव, आकांक्षा, दीपा, श्री रामचंद्र समेत महाविद्यालय के समस्त टीचिंग में नॉन टीचिंग स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा। समारोह में महाविद्यालय की समस्त छात्रायें, विभागाध्यक्ष व प्राध्यापिकायें सम्मिलित रही।
दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज, कानपुर

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कानपुर अपडेट

मैट्रो के कार्य में आ रही बाधाएं हुई दूर, बीआईसी की भूमि पर आज से प्रारंभ हुआ मेट्रो का कार्य।

चुन्नी गंज स्थित बीआईसी की भूमि पर जिलाधिकारी के आदेश के पश्चात चुन्नी गंज से परेड के निर्माणाधीन मेट्रो सेक्शन के निर्माण कार्य को आगे बढाते हुए चुन्नीगंज शनि देव मंदिर के सामने बीआईसी की भूमि पर आज से मेट्रो का निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ

निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण जिलाधिकारी श्री विशाख जी, प्रोजेक्ट डायरेक्टर मेट्रो श्री अरविंद, अपर जिलाधिकारी नगर श्री अतुल कुमार द्वारा किया गया।

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केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अमृतसर और गैटविक हवाई अड्डे के बीच सीधी उड़ान सेवा का उद्घाटन किया

केंद्रीय नागरिक विमानन और इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने आज अमृतसर और गैटविक के बीच सीधी उड़ान सेवा का उद्घाटन किया। अमृतसर और गैटविक के बीच बिना किसी ठहराव के यह उड़ान सेवा एयर इंडिया द्वारा आज से निम्नलिखित कार्यक्रम के अनुसार संचालित की जाएगी:

उड़ान संख्या प्रस्थान का स्थान पहुँचने का स्थान उड़ान के दिनों की संख्या प्रस्थान का समय (एलटी) पहुँचने का समय (एलटी)
एआई 169 एटीक्यू एलजीडबल्यू सप्ताह में तीन दिन 1320 1755
एआई 170 एलजीडबल्यू एटीक्यू सप्ताह में तीन दिन 2010 0840+1

केंद्रीय नागरिक विमानन और इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि यह नई अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रेरक का काम करेगा। यह एक भावनात्मक विषय भी है क्योंकि ब्रिटेन में पंजाब के लाखों लोग रहते हैं और यह नई उड़ान सेवा दो अलग-अलग देशों में रहने वाले परिवारों को जोड़ने का काम करेगी ।

श्री सिंधिया ने अमृतसर हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे के विकास पर बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने अमृतसर हवाई अड्डे के विकास का भरोसा दिया है। सरकार ने 50 करोड़ रुपये की लागत से 13 पार्किंग एप्रन विकसित किए हैं। श्री सिंधिया ने कहा कि 100 करोड़ रुपये की लागत से विमानों की आसान आवाजाही के लिए एक समानांतर टैक्सी-ट्रैक भी विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि 250 करोड़ रुपये की लागत से एक नया एकीकृत टर्मिनल भी विकसित किया गया है।

नागरिक विमानन मंत्री महोदय श्री सिंधिया ने कनेक्टिविटी के बारे में कहा कि यह अमृतसर और इंग्लैंड के बीच तीसरी उड़ान सेवा है और इसे मिलाकर छह अंतरराष्ट्रीय उड़ानें अमृतसर से इंग्लैंड के लिए चल रही हैं। श्री सिंधिया ने कहा कि वर्ष 2014 तक अमृतसर हवाई मार्ग से सिर्फ 6 शहरों से जुड़ा था, लेकिन पिछले 9 वर्ष में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह बढ़कर 21 शहरों तक पहुंच गया है और इसमें 250 प्रतिशत का उछाल आया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले साप्ताहिक यातायात आवागमन 217 प्रति सप्ताह था जो अब 87 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बढ़कर 416 प्रति सप्ताह हो गया है। श्री सिंधिया ने कहा कि क्षेत्रीय संपर्क सेवा उड़े देश का आम नागरिक-उड़ान योजना के अंतर्गत, पंजाब में 145.35 करोड़ रुपये के बजट के साथ 20 हवाई मार्ग चालू हो चुके हैं और निकट भविष्य में 4 और हवाई मार्ग शुरू करने की योजना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कनाडा के साथ ओपन स्काई ऑफर पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें एयरलाइन ऑपरेटर भारतीय शहरों और उनके कनाडा के समकक्षों के बीच असीमित उड़ान सेवाएँ संचालित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें आशा है कि इस समझौते से पंजाब राज्य और वहां के लोगों को लाभ होगा।

उद्घाटन समारोह में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री श्री सोम प्रकाश, श्री. एस.के. मिश्रा संयुक्त सचिव, नागरिक उड्डयन मंत्रालय श्री मालविंदर सिंह जग्गी सचिव नागरिक उड्डयन, पंजाब सरकार और एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री कैंपबेल विल्सन उपस्थित थे।

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दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के तहत 31,000 से अधिक रोजगार जुटाए जाने से ग्रामीण रोजगार को काफी बढ़ावा मिलेगा

ग्रामीण रोजगार को अधिक बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय 19 कैप्टिव नियोक्ताओं के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर रहा है, जिसके अंतर्गत इन नियोक्‍ताओं को दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्‍य योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के तहत 31,067 ग्रामीण गरीब युवाओं को 6 महीने की न्‍यूनतम अवधि के लिए कम से कम 10,000 रुपये प्रति माह वेतन के साथ प्रशिक्षित करने और लाभकारी रोजगार प्रदान करने का लक्ष्य प्रदान किया जा रहा है।

केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह कल नई दिल्ली में आयोजित समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। इस अवसर पर वे कुछ ऐसे उम्‍मीदवारों को नियुक्ति-पत्र भी बांटेंगे, जिन्‍होंने डीडीयू-जीकेवाई के तहत इसी प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त किया था और उनकी कैप्टिव नियोक्ताओं के यहां नियुक्ति होनी है।

श्री गिरिराज सिंह के निर्देश पर ग्रामीण विकास मंत्रालय ने डीडीयू-जीकेवाई के अंतर्गत कैप्टिव रोजगार (इन हाउस) दिशानिर्देश जारी किए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उम्मीदवारों को उद्योग की आवश्यकता के अनुसार प्रशिक्षित किया जा सकें और उन्हें रोजगार मिल सकें। कैप्टिव रोजगार मॉडल नियोक्ताओं को ग्रामीण युवाओं का चयन करने, उन्‍हें कौशल प्रदान करने और उन्हें अपने प्रतिष्ठान/अपनी अन्‍य संस्था/सहायक कंपनियों में तैनात करने की अनुमति प्रदान करता है।

आरटीडी (भर्ती, प्रशिक्षण और तैनाती) मॉडल को एक तरफ उद्योग की आवश्‍यकताओं को पूरा करने और दूसरी ओर ग्रामीण युवाओं के लिए स्थायी नौकरी सुनिश्चित करने के लिए विकसित किया गया है। यह मॉडल उद्योग, सरकार और ग्रामीण गरीब युवाओं के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। उद्योग अपनी आवश्यकता के अनुसार अपने कार्य स्थल पर ही इन युवाओं को अधिक व्यावहारिक प्रशिक्षण उपलब्‍ध कराने में सक्षम होगा, जबकि सरकार ग्रामीण गरीब युवाओं के लिए अधिक अवधि तक रोजगार (न्यूनतम छह महीने) सुनिश्चित करेगी।

कैप्टिव रोजगार (इन हाउस) के दिशानिर्देश डीडीयू-जीकेवाई कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए दिए जा रहे लाभों के कारण इस योजना में उद्योग की प्रत्यक्ष भागीदारी बढ़ाएंगे जिससे ग्रामीण युवाओं के लिए बड़ी मात्रा में रोजगार सुनिश्चित होंगे। कैप्टिव नियोक्ताओं को प्रदान किए जाने वाले कुछ लाभ इस प्रकार हैं: लक्ष्य आवंटन में सर्वोच्च प्राथमिकता, प्रदर्शन बैंक गारंटी की छूट, गुणवत्ता मूल्यांकन प्रक्रिया और शुल्क की छूट, उद्योग के संचालन को आसान बनाने के लिए प्रशिक्षण केंद्रों की लगन और डीडीयू-जीकेवाई के कुछ अन्य जनादेश के प्रति दिलचस्‍पी, तीन साल की अवधि के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन, उद्योग को अपने कार्य के लिए प्रशिक्षित जनशक्ति की प्राप्ति होगी जिससे नुक्‍सान कम होगा, कार्य प्रदर्शन बेहतर होगा और सरकार की प्रशिक्षण लागत को कम करने में भी मदद मिलेगी।

हालांकि, बदले में कैप्टिव नियोक्ताओं को सभी प्रशिक्षित उम्मीदवारों को कैप्टिव (इन-हाउस) रोजगार देने और 6 महीने की अवधि के लिए न्यूनतम 70 प्रतिशत प्रशिक्षित उम्मीदवारों को 10,000 रुपये के न्‍यूनतम वेतन पर रोजगार उपलब्‍ध कराना है। इसके अलावा 6 महीने से अधिक के प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के लिए 12,000 रुपये का रोजगार देने की जरूरत पड़ती है।

डीडीयू-जीकेवाई का मूल उद्देश्य कौशल प्राप्‍त करने के बाद ग्रामीण युवाओं को स्थायी रूप से लाभकारी रोजगार प्रदान करना है, इसलिए वर्ष 2020 में अंत्योदय दिवस के अवसर पर कैप्टिव रोजगार की अवधारणा की परिकल्पना की गई और इसका शुभारंभ किया गया।

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सड़क सुरक्षा एवम् साइबर क्राइम के लिए किया लोगो को जागरूक

कानपुर 28 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता, दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के षष्ठम दिवस का शुभारंभ प्रथम सत्र में प्रातः कालीन प्रार्थना, एनएसएस सॉन्ग, योगा, प्राणायाम के साथ हुआ। द्वितीय सत्र में आज के मुख्य विषय *सड़क सुरक्षा एवम् साइबर क्राइम* के अंतर्गत महाविद्यालय से अधिग्रहित मलिन बस्ती अस्पताल घाट तक पोस्टर प्रदर्शन व रैली का आयोजन कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही तथा प्राचार्या प्रोफेसर अर्चना वर्मा के कुशल निर्देशन में किया गया। जिसमें सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा, यातायात के नियमों का पालन करें, सावधान रहें सतर्क रहे जैसे नारों के द्वारा जन जागरूकता फैलाई गई। एनएसएस वॉलिंटियर्स ने मलिन बस्ती अस्पताल घाट में जाकर बस्ती वासियों, युवाओं, महिलाओं व बच्चो को पोस्टर, वाक्य, गीत, कविता, आपसी वार्तालाप एवम् नुक्कड़ नाटक के द्वारा यातायात के नियमों का पालन करने एवं साइबरक्राइम से बचने के उपाय समझाएं।
तत्पश्चात स्वल्पाहार के बाद तृतीय सत्र जो एक बौद्धिक सत्र रहा। मनोविज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शिप्रा श्रीवास्तव के विशेषज्ञ निर्देशन में सभी वॉलिंटियर्स ने एक पैनल डिस्कशन *महिलाओं का भावनात्मक शोषण* विषय पर किया। यह एक अत्यधिक रुचिकर एवं लाभदायक सेशन रहा। इसमें इस अति गंभीर, विश्वव्यापी समस्या को अनेक देशों के आंकड़ों के द्वारा रखा गया तथा विभिन्न प्रकार के भावनात्मक शोषण जैसे लिंग भेद, छेड़छाड़, घरेलू हिंसा, काम के आधार पर डिस्क्रिमिनेशन आदि से बचने व उसे रोकने के उपायों पर विचार-विमर्श किया गया। चतुर्थ सत्र में छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किए। शिविर को सुचारू रूप से चलाने में डॉ अंजना श्रीवास्तव, डॉ हिना , डॉ ज्योत्सना का विशेष सहयोग रहा। नूर सना, नून अनमता, नंदिनी, वर्षा, अभिव्यंजन समेत सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स ने कैंप में रुचि व उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।

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विद्या भारती उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश एवं गणित विभाग क्राइस्ट चर्च कालेज कानपुर के संयुक्त तत्वावधान में वैदिक गणित विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन

कानपुर 28 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता, विद्या भारती उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश एवं गणित विभाग क्राइस्ट चर्च कालेज कानपुर के संयुक्त तत्वावधान में वैदिक गणित विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन क्राइस्ट चर्च कॉलेज में किया गया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्याभारती उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संयोजक प्रो जयशंकर पांडेय, वैदिक गणित विशेषज्ञ प्रोफेसर कैलाश विश्वकर्मा एवं प्रोफेसर अनोखे लाल पाठक द्वारा वैदिक गणित विषय पर व्याख्यान दिए गए ।

हड़प्पा कालीन भवनों में गणितीय ज्यामिति एवं मापन विधियों का प्रयोग किया जाता था। वैदिक काल में शुल्व सूत्र, अथर्ववेद में गणित के सूत्र, शून्य की उत्पत्ति, स्थान मूल्य प्रणाली, दशमलव प्रणाली, स्वतंत्रता आंदोलन में गणितज्ञों वैदिक गणित के प्रणेता जगतगुरु स्वामी भारती कृष्ण तीर्थ जी महाराज एवं बाल गंगाधर तिलक जी की भूमिका, जैन तीर्थंकरों जैसे महावीराचार्य का गणित में योगदान, 300 वर्ष ईसा पूर्व ऋषि पिंगल द्वारा बायनरी अंको का प्रयोग, आर्यभट्ट द्वारा त्रिकोणमिति एवं पाई का मान ज्ञात करना, ब्रह्मगुप्त द्वारा पेल समीकरण की खोज, श्रीधराचार्य द्वारा द्विघात समीकरण को हल करना, वराहमिहिर द्वारा शून्य का वर्तमान स्वरूप प्रदान करना, भास्कराचार्य द्वारा समाकलन के क्षेत्र में योगदान, केरला स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स के गणितज्ञ माधव द्वारा कैलकुलस में लीब्निज प्रसार एवं ग्रेगरी श्रेणी की खोज, बोधायन द्वारा पाइथागोरस प्रमेय की खोज, वराहमिहिर द्वारा पास्कल त्रिकोण की खोज, रामानुजन का अनंत श्रेणियों के लिए योगदान एवं संख्या सिद्धांत में योगदान, कानपुर में जन्मे प्रोफेसर हरिश्चंद्र द्वारा हार्मोनिक एनालिसिस, रिप्रेजेंटेशन थ्योरी, ली ग्रुप के क्षेत्र में योगदान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर व्याख्यान दिया गया।
पश्चिम के महान गणितज्ञों न्यूटन, लीब्निज, पास्कल, पेल, पाइथागोरस, फिबोनैकी,हेरीगोन, रोल, ग्रेगरी, फरमैट, यूलर, केप्लर के द्वारा दिए गए गणित के अधिकांशतः सूत्र, सिद्धांत एवं प्रमेय भारतीय गणितज्ञों द्वारा सैकड़ों वर्ष पूर्व ही खोजे जा चुके थे।
आजादी के अमृत काल में भारत के महान गणितज्ञों के कार्यों को सम्पूर्ण विश्व में पहचान एवं सम्मान दिलाना भारत सरकार एवं समस्त भारतवासियों का कर्तव्य है।
इस संगोष्ठी में क्राइस्ट चर्च कॉलेज कानपुर के प्राचार्य प्रोफेसर जोसफ डेनियल द्वारा अपने उद्बोधन में समस्त वक्ताओं को इस कॉलेज में आकर विद्यार्थियों को इस ज्ञान के इस अनछुए पहलू से अवगत कराने के लिए भूरी भुर्री प्रशंसा करी गयी तथा प्राचीन भारत में वैदिक कालीन गणित की पढ़ाई पर बल दिया गया और भविष्य में ऐसी और अधिक वर्कशॉप करवाने के लिए हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया गया, इस कार्क्रम में गणित के विभागाध्यक्ष डॉक्टर आर के जुनेजा ने कार्यक्रम में लगे समस्त लोगो को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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जौनपुर में गौशाला का सच उजागर करने वाले पत्रकारों पर दर्ज मुकदमों की जवाबदेही हेतु मुख्य सचिव सहित अन्य को भारतीय प्रेस परिषद ने जवाबदेही के दिल्ली बुलाया

कानपुर 28 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता, भारतीय प्रेस परिषद ने जौनपुर के पत्रकारों द्वारा गौशाला का सच उजागर करने पर उनके विरुद्ध संगीन धाराओं में दर्ज मुकदमों का सुओ मोटो संज्ञान लेते हुए एक पत्र के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव,सचिव गृह (पुलिस)विभाग,पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश,जिलाधिकारी जौनपुर,पुलिस अधीक्षक जौनपुर को जवाबदेही सुनिश्चित करने हेतु दिल्ली बुलाया है।

श्याम सिंह पंवार सदस्य भारतीय प्रेस परिषद द्वारा संभल व जौनपुर में पत्रकारों पर दर्ज मुकदमों के मुद्दे पर भारतीय प्रेस परिषद में जिस प्रकार पैरवी की गई है वो बेहद साहसिक व सराहनीय कदम है। प्रेस की आजादी को बचाए रखने के लिए पिछले कुछ हफ्तों में भारतीय प्रेस परिषद ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव सहित अन्य अधिकारियों को जौनपुर व संभल में पत्रकारों पर दर्ज मुकदमों की जवाबदेही के लिए भारतीय प्रेस परिषद दिल्ली बुलाकर सरकार को आईना दिखाने का काम किया है। भारतीय प्रेस परिषद ने मुख्य सचिव स्तर के अधिकारियों के माध्यम से सरकार को ये एहसास कराने का प्रयास किया है कि सवाल पूछने मात्र व सच्चाई दिखाने या छापने के लिए पत्रकारों पर संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज कर पत्रकारों में भय व्याप्त करना भारतीय प्रेस परिषद के लिए बेहद चिंता का विषय है। श्याम सिंह पंवार द्वारा पत्रकारों की पीड़ा को स्वयं की पीड़ा महसूस कर भारतीय प्रेस परिषद के माध्यम से पत्रकारों के हित व कल्याण के लिए उनके संरक्षक के रूप में जिस शिद्दत से कार्य किया गया है वो भारतीय प्रेस परिषद के इतिहास में एक नज़ीर अवश्य बनेगी। पत्रकारिता की गरिमा को बचाए रखने के लिए आप द्वारा किए जा रहे जुझारू प्रयासों के लिए पत्रकार जगत आप का सदैव ऋणी रहेगा।

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समाचार कानपुर से

इस मानवता हनन का जिम्मेदार कौन है? यहां सब के सब मौन है!

कानपुर! थाना क्षेत्र पनकी अंतर्गत मानवता का ऐसा हनन चल रहा है… जिसे देखकर कठोर से कठोर दिल भी दहल जाएगा… वैसे यह मानवता का हनन पूरे देश में होता है लेकिन यह पनकी में जहां पर होता है वहीं से महज 10 कदम की दूरी पर स्कूली बच्चे पढ़ने आते हैं… छोटे-छोटे अबोध बालक से लेकर बड़े-बड़े तक! और यहां आस-पास भी छोटे-छोटे बच्चों का जमघट लगा रहता है… और उसी बीच वराह(सूअर) के मालिक आ कर उनको पकड़ते हैं… और इसी बीच वह बच्चों के सामने सूअर के छोटे-छोटे बच्चों को लात से मारते हैं… बच्चे बहुत तेज चीखते है… और उन्हीं के पास खड़ी उनकी मां एक टक से अपने बच्चे को निहारती रहती है… और यही पुरा दृश्य वहां खड़े बच्चे देखते रहते हैं… यह बात जितनी सरल लग रही है यह बात इतनी ही भविष्य के लिए दुर्बल है… इसको देखने वाले छोटे-छोटे बच्चों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा? यह प्रश्न नहीं… महा प्रश्न है!

और तो और यह सब तब हो रहा है जब इन 9 दिनों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने सब कुछ बंद करके रखा है… ताकि इन 9 दिनों किसी भी बेजुबान की जान ना जाए… और फिर सरेआम बच्चों की मासूमियत को छीन कर उनको मानवता का हनन सिखाना, कहां तक न्याय संगत है?
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थाना पनकी इंडस्ट्रियल एरिया चौकी पुलिस का सराहनीय कार्य

पनकी इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और चौकी प्रभारी मनोज सिंह ने शातिर चोरों की तोड़ी कमर

मनोज सिंह ने देर-रात तीन शातिर चोरों को दबोचा

पुलिस ने शातिर चोरों के पास से चोरी की MS N-8 की प्लेटें की बरामद

बीते माह भी पनकी पुलिस ने एटूजेड प्लांट में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले चोरों पर की थी कार्यवाही

पनकी इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने शातिर चोरों से गहनता से की पूछताछ,चोरों के गैंग का पुलिस कर सकती खुलासा

शातिर चोर रात के अंधेरे में एटूजेड प्लांट में चोरी की वारदात को देते थे अंजाम

कमिशनरेट पनकी थाना क्षेत्र का मामला

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इस अप्रैल फूल डे पर, टीवी कलाकारों ने बताया अपने सबसे मजेदार प्रैंक्स के बारे में

हर साल 1 अप्रैल को अप्रैल फूल्‘स डे या मूर्ख दिवस मनाया जाता है, जोकि प्रैंक्स करने के लिये मशहूर है। यह आपके रूटीन शेड्यूल को मजेदार बना देता है। मौज-मस्ती के इस मौके पर एण्डटीवी के कलाकारों-आयुध भानुशाली (‘दूसरी माँ‘ के कृष्णा), गजल सूद (‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कैट सिंह) और रोहिताश्व गौड़ (‘भाबीजी घर पर हैं‘ के मनमोहन तिवारी) ने अपने सह-कलाकारों के साथ किये गये मजेदार प्रैंक्स से जुड़ी यादों को ताजा किया। कृष्णा का किरदार निभा रहे आयुध भानुशाली ने कहा, ‘‘सेट पर मुझे लोग प्रैंक्स्टर कहकर बुलाते हैं। मैं अपने सह-कलाकारों पर प्रैंक्स करने और लोगों को हंसाने का कोई भी मौका नहीं गंवाता। मेरी मां अक्सर मेरी शरारतों से दुःखी हो जाती है, लेकिन अप्रैल फूल्‘स डे तो अपवाद होना चाहिये ना (हंसते हैं)। मैं नेहा दीदी (नेहा जोशी) के बेहद करीब हूं, जोकि शो में मेरी मां का किरदार निभा रही हैं। मेरे प्रैंक्स से वो चिड़चिड़ा जाती हैं। हाल ही में, हम एक गंभीर सीन की शूटिंग कर रहे थे, जैसे ही उन्होंने हमें सीन के बुलाया, मैंने उनकी साड़ी पर स्याही छिड़क दी। उस समय उनके चेहरे के जो भाव थे, वह मैं कभी भूल नहीं सकता। वह इतना घबरा गई थीं कि उन्होंने हमारे असिस्टेंट डायरेक्टर को बुलाया और उनसे साड़ी बदलवाने का अनुरोध किया, क्योंकि उन्होंने हल्के रंग की साड़ी पहन रखी थी। लेकिन साड़ी की स्याही जल्दी ही उड़ गई। मैं हंस-हंस कर लोट-पोट हो रहा था। वह एक जेल इंक था, जो पूरी तरह से गायब हो गया था। मैं इस साल अप्रैल फूल्‘स डे पर उनके साथ प्रैंक करने की सोच रहा हूं, लेकिन मैं यहां पर उसके बारे में नहीं बता सकता, क्योंकि मैंने यदि पहले से ही बता दिया कि मैं क्या करने वाला हूं, तो फिर वह मजा नहीं आ पायेगा।‘‘

गज़ल सूद, जोकि कैट सिंह का किरदार निभा रही हैं, ने कहा, ‘‘हमारे सेट पर योगेश जी (दरोगा हप्पू सिंह) एक प्रैंकस्टर हैं। वह अपने मजेदार प्रैंक्स से हमेशा हमें हंसाते रहते हैं। लेकिन एक दिन, मैंने उन पर ही प्रैंक करने का फैसला किया और वह हमारे प्रैंक में फंस भी गये (हंसती हैं)। एक सीन की शूटिंग के दौरान मैंने उनसे कहा कि, ‘आपकी मूंछें थोड़ी टेढ़ी लग रही हैं।‘ इतना सुनते ही उन्होंने मेकअप आर्टिस्ट को मूछों को ठीक करने के लिये बुला लिया। थोड़ी देर बाद मैंने उनसे फिर कहा, ‘आपकी मूछें अभी भी थोड़ी टेढ़ी लग रही हैं।‘ इसके बाद उन्होंने आईना मंगवाया और मेकअप आर्टिस्ट को फिर से मूंछें ठीक करने के लिये कहा। वह इतने सचेत हो गये कि थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझसे पूछना शुरू कर दिया कि अब तो मूंछें ठीक हैं ना। वह हमारे डायरेक्टर के पास भी चले गये और उनसे पूछने लगे कि कैमरे पर मेरी मूंछें ठीक लग रही हैं ना, जिस पर उन्होंने कहा कि, ‘ठीक लग रही है, पर आप फिर से फिक्स करना चाहो तो कर सकते हो।‘ वह बार-बार अपनी मूंछों को ठीक कर रहे थे। उन्हें ऐसे देखकर हमें बहुत हंसी आ रही थी। पैक-अप के दौरान, मैंने आखिरकार उन्होंने बताया कि उनकी मूंछें बिल्कुल सही थी और मैं उनके साथ प्रैंक कर रही थी। यह सुनकर वह चिड़चिड़ा गये, लेकिन उसके बाद तुरंत हंस भी पड़े।‘‘ रोहिताश्व गौड़ जोकि मनमोहन तिवारी की भूमिका निभा रहे हैं, ने कहा, ‘‘अप्रैल फूल्‘स डे मेरे लिये एक सेलीब्रेशन की तरह है। मैं अपने प्रियजनों के साथ मौज-मस्ती करने को कोई भी मौका हाथ से नहीं गंवाता हूं। हमारे शो की एक कहानी के लिये, मुझे शुभांगी अत्रे अभिनीत अंगूरी भाबी का किरदार निभाना था। मुझे उनकी तरह साड़ी पहननी थी, मेकअप करना था और हेयरस्टाइल बनाने थे, जोकि सबसे ज्यादा जरूरी थे। उस दिन हरकोई मेरे आउटफिट को लेकर हंस रहा था। मैंने उनके साथ मस्ती करने का फैसला किया। वे जब भी शुभांगी को सीन के लिये बुलाते थे, मैं कैमरे के सामने जाकर खड़ा हो जाता था। उन्हें शुरूआत में लगा कि मैं गलती से ऐसा कर रहा हूं, लेकिन मैंने बार-बार ऐसा किया और इससे वे चिढ़ गये। यह प्रैंक मैंने और शुभांगी जी ने मिलकर किया था। इतना ही नहीं, जब वे तिवारी जी के मेरे किरदार के लिये मुझे बुलाते थे, तो मैं कोई ध्यान ही नहीं देता था। मैं सिर्फ तभी फ्रेम में जाता था, जब वे बोलते थे कि ‘अंगूरी, फ्रेम में आओ।‘ मैंने अपने डायरेक्टर और उनके असिस्टेंट्स तथा अपने साथी कलाकारों को भी इतना कंफ्यूज कर दिया था, कि उन्हें मुझे रुकने के लिये बोलना पड़ता था। उस दिन से लेकर आज तक सभी लोग उस प्रैंक एवं मस्ती को याद करते हैं (हंसते हैं।)‘‘

देखिये ‘दूसरी माँ‘ रात 8:00 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ रात 10:00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ रात 10:30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार, सिर्फ एण्डटीवी पर!

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दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज की एनएसएस इकाई ने व्यक्तिगत स्वच्छता व शिक्षा का बस्ती के लोगों को महत्व समझाया

कानपुर 27 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता,दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज कानपुर में एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के पंचम दिवस का शुभारंभ प्रथम सत्र में प्रातः कालीन प्रार्थना, एनएसएस सॉन्ग, योगा, प्राणायाम के साथ हुआ। द्वितीय सत्र में आज के मुख्य विषय *व्यक्तिगत स्वच्छता एवम् शिक्षा का महत्व* के अंतर्गत महाविद्यालय से अधिग्रहित मलिन बस्ती अस्पताल घाट तक पोस्टर प्रदर्शन व रैली का आयोजन कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही तथा प्राचार्या प्रोफेसर अर्चना वर्मा के कुशल निर्देशन में किया गया। जिसमें ‘क्लीन कानपुर ग्रीन कानपुर, सफाई अपनाएं बीमारी भगाएं’ जैसे नारों के द्वारा जन जागरूकता फैलाई गई। एनएसएस वॉलिंटियर्स ने मलिन बस्ती अस्पताल घाट में जाकर बस्ती वासियों, युवाओं, महिलाओं व बच्चो को पोस्टर, वाक्य, गीत, कविता, आपसी वार्तालाप एवम् नुक्कड़ नाटक के द्वारा व्यक्तिगत स्वच्छता के अंतर्गत हाथ धोना सिखाया तथा उन्हें शरीर की सफ़ाई, प्रतिदिन स्नान करने, नियमित रूप से बालों को धोना, शैम्पू करना, तेल लगाना और भोजन करने के पूर्व तथा टॉयलेट करने के उपरांत हाथ धोने का महत्व बताया।
तत्पश्चात स्वल्पाहार के बाद तृतीय सत्र में छात्राओं के द्वारा 15 से 29 आयु वर्ग के बेरोजगार एवम् औपचारिक शिक्षा नहीं ग्रहण कर रहे लोगों का डोर टू डोर सर्वे किया गया। चतुर्थ सत्र में छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किए। शिविर को सुचारू रूप से चलाने में डॉ अंजना श्रीवास्तव, डॉ श्वेता अनुपम का विशेष सहयोग रहा। आस्था, शुभी, नंदिनी, सान्या, सौम्या, दीक्षा, समेत सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स ने कैंप में रुचि व उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।

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