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ख्वाहिशों के दौर में सुकून कहां

भारतीय स्वरूप 3 january, वक़्त बहुत तेज़ी से भाग रहा है और हम सब वक़्त के साथ भाग रहे है ,अपनी अपनी आकांक्षाओं के पीछे।
ये बात इश्क़ की हो, मोह की हो,या कोई दुनियावी लगाव,या हो सकता है कोई ख़ास इच्छा जिसको पाने के लिए हम सब पल पल मर रहे होते ख़ुवाईशो के इस दौर में ,कौन है ? जो आज ख़ुशी से रह पा रहा है।सुकून से जी पा रहा है।इतनी भागदौड़ करने के बाद भी सन्तोष ..तो कहीं भी नहीं नज़र नही आता। जैसे बाज़ार तो लगा हुआ हैअभिलाषाओं का, ख़ुवाईशो का ,आकांक्षाओं का..मगर उन्हें ख़रीद पाना..हर किसी के बस मे नहीं। जो होता है हमारे पास,उसकी क़दर नहीं ,कुछ और ,कहीं और ,ख़ुशी ढूँढने में लगे हैं सभी। दोस्तों !अगर कुछ और मिल भी जाये तो भी ख़ुवाईशे कहाँ ख़त्म होगी।हम सब रोज़ देख ही रहे हैं अपने आसपास।बहुत कुछ टूटा बहुत कुछ रूठा बहुत मिले ..बहुत गये .,बहुत बिछड़े भी ,इस गुजरते हुये सालों मे।वक़्त ने करवट ली और बहुतो के घर बने और बहुतों के उजड़ भी गये वक़्त है साहेब बदलेगा भी। हर हाल मे हमे मुस्कुराना है ..हर पल हमे ज़िन्दादिली से निभाना है।दोस्तों नया साल ,नया आग़ाज़ होगा, नया अंदाज़ होगा ,हर हाल मे ख़ुश रहने का नया अंदाज़ अपनाना होगा ,हर बात मे शुक्र करे क्यूँकि बहुत लोग तरसते है वो जीवन जीने के लिए,जो आप जी रहे है ..
दुनिया की कोई भी ताक़त आप को परेशान नही कर सकती ।किसी को खोने का दर्द ,किसी चीज़ को न पा सकने का गम।अगर दिल से ये दर्द ही निकल जाये तो यक़ीनन ज़िन्दगी बहुत ख़ुशनुमा हो सकती है बहुत कुछ हालात हमने ही खुद अपने लिए चुने होते है
दुख या डिप्रेशन के अहसास को अपनी इजाज़त के बग़ैर,अपने दिल मे कभी भी न पनपने दे .. “दिल “आप के बस मे हो ,न की “आप “दिल के बस मे हो ..कभी कभी दिल बहुत तकलीफ़ में होता है और तकलीफ़ देने वाला भी कोई और नही हमारे ही दिल मे होता है।वो कोई भी हो सकता है हमारे हालात ,हमारी खुवाईशे हमारी कमज़ोरियाँ ,हमारी खुद की आदतें।वो सब चीजे जो हमे तंग करती है उनमे से आप खुद ही,खुद को बाहर निकाल सकते है दूसरा और कोई नही।
दोस्तों कभी कभी खुद से बात किया करें अपने आप से भी हमें माफ़ी माँगनी चाहिए क्योंकि हम ही अक्सर खुद अपना दिल दुखा देते हैं किसी और को ख़ुश करते करते।कई रिश्तों को निभाते निभाते हम खुद ही टूट रहे होते है ।तो क्या बेहतर नही उन रिश्तों का टूट जाना,जिनसे आप अन्दर ही अन्दर टूट रहे होते है।
ख़ुद के लिये हम ही ऐसे हालात पैदा कर लेते हैं जिसकी वजह से हम अपनी ख़ुशी के मालिक हम न रह कर ..दूसरे के हाथों में दे देते हैं और फिर कोई भी हमारे लिये सजाये मुक़र्रर कर देता है। हमारी हंसी ,हमारी गमी ,दूसरों के व्यावहार पर निर्धारित हो जाती
है।ये कोई और नहीं करता हम ख़ुद ही उसे ऐसा करने की इजाज़त देते हैं।
आने वाले नये वर्ष में विचारे और सोचे कि आप को क्या करना है ।छोटी छोटी बातों के लिये उदास या डिप्रेशन मे जाना है या इक फ़ौजी की तरह हर हालात मे आगे बढ़ना है अपने दिल और दिमाग मे जो अव्यवस्था या हलचल है उसे परखे उसे शान्त करे या बाहर निकाल फेंके ।खुद मे नई ऊर्जा से भरीये।हँसिये हसांये..कुछ नये संकल्प ,कुछ नये लक्ष्य, कुछ नया ,कुछ अलग से जिससे आप भी सकून से रहे और दूसरे भी।हर समस्या का हल हमारे ही पास है आज नये साल मे हम सब को अपनी नाकारातमक ऊर्जाओं को सकारात्मक ऊर्जाओं मे बदलना है अपनी सकारात्मक ऊर्जा सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड मे भेजनी है यही इस वक़्त सारे विश्व के कल्याण के लिये आवश्यक है नये वर्ष की ढेरों शुभ कामनाओं के साथ आप की अपनी दोस्त 🙏 स्मिता

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राज्यपाल आनंदीबेन द्वारा जिला कारागार में महिला बन्दियों एवं उनके साथ रह रहे बच्चों को कम्बल, रजाई, गर्मशाल, गर्म वस्त्र, पुस्तकें खिलौने, फल, चिप्स, चाकलेट, बिस्कुट वितरित

कानपुर 29 दिसम्बर, 2021(सू0वि0) महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में जिला कारागार में महिला बन्दियों एवं उनके साथ रह रहे बच्चों को कम्बल, रजाई, गरमशाल, गरम वस्त्र, पुस्तकें खिलौने, फल, चिप्स, चाकलेट, बिस्कुट इत्यादि का वितरण किया गया। इस अवसर पर महिला बन्दियों को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि यह हमारे जो बच्चें है जिन्होंने कोई काम नही किया है फिर भी जो सजा भुगत रहे है। उनकी शिक्षा व पढाई के लिये पर्याप्त अवसर मिले इसी लिये यह कार्यक्रम किया गया है। सरकार ने बच्चों के शिक्षा के लिये पर्याप्त प्रबंध किया है। उन्होंने महिला बन्दियों का आवहन किया कि जेल में रहकर भी थोडा सा समय निकाल कर अपने बच्चों को अवश्य पढायें। उन्होंने कहा कि सभी महिला बन्दी समय को फिजूल की बातों में मत विताये। बच्चों को अच्छा संस्कार दीजिये। घर पर जो संस्कार मिलता है वह जेल में नही मिलता, ऐसा वातावरण बनाये जिससे बच्चे अच्छा संस्कार प्राप्त करके आगे बढे।
महामहिम राज्यपाल ने महिला बंदियो को नसीहत देते हुये कहा कि वह मन से बदला लेने की भावना निकाल दें। कोई ऐसा काम न करे जिससे फिर से उन्हें यहॉ न आना पडे, यह संकल्प ले कर जायें। उन्होंने कहा कि जेल में जो काम आप लोगो को सिखाया जाता है वह काम दिल लगाकर सीखे। उन्होंने कहा कि देश में पहले महिलाओं को घर से निकलने नही देते थे। सरकार ने महिलाओं के हित में ऐसी योजना बनायी कि आज महिलायें अपना घर का काम करके बाहर निकल कर भी पैसा कमा रही है। जो महिलाये पढ नही पायी है वे अपने बच्चों को आगे बढा रही है। उन्होंने कहा कि जेल में जो भी कार्य आपसे लिया जाता है उसे परिश्रम से सीखे ताकि घर जाने पर पॉच-दस हजार रुपये कमा सके। उन्होंने कहा कि महिला बंदियो एवं उनके बच्चों के लिये पॉच कम्प्यूटर सीखने के लिये दिया गया है। उन्होंने कहा कि सिलाई मशीन व जेल में उपलब्ध संसाधनों से जो आप तैयार करोगे बिक्री होने पर आपकी धनराशि बैंक एकाउन्ट में जमा होती है। जेल से छूटने पर घर वापस जाने पर चेक मिलता है। उन्होंने महिला बंदियो से कहा कि वह सुबह प्रार्थना करे, शाम को भजन र्कीतन करे व बच्चों को अवश्य पढाये। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिये सेवा का अवसर है। सरकार द्वारा समाज में जागृति लाने के लिये पूरा प्रयास किया जा रहा है। पिंक बूथों के माध्यम से भी महिलाओं की सुरक्षा, स्वाभिमान की रक्षा की जा रही है। उन्होंने इस मौके पर चीफ बालंटियर डा0 सोहेब अहसन द्वारा महिला बंदियो एवं उनके साथ रह रहे बच्चों को कम्बल, रजाई, गरम वस्त्र एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराने में बधाई देते हुये प्रसन्शा की। उन्होंने इस मौके पर महिला बन्दियो के बच्चों को दुलारा व पुचकारा भी।
इस मौके पर उन्होंने महिला बैरक जिला करागार में महिला बंदी हेतु पुनर्वास कम्प्यूटर प्रशिक्षण प्रयोगशाला कम्प्यूटर कक्ष का उद्घाटन किया। उन्होंने कम्प्यूटर प्रशिक्षण ले रही प्रिया सिंह एवं वेदिका से उनकी पढाई एवं प्रशिक्षण संबंधित आवश्यक जानकारी ली। उन्होंने आगे पढते रहने के लिये प्रेरित किया।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी डा0 महेन्द्र कुमार, अपर जिलाधिकारी नगर श्री अतुल कुमार, जेल अधीक्षक कारागार श्री आर0के0 जायसवाल, उप महानिरीक्षक कारागार श्री शैलेन्द्र मैत्रेय, समाजसेवी डा0 सोहेबे अहसन आदि उपस्थित रहे।

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छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय का 36वां दीक्षांत समारोह रंगारंग कार्यक्रम के साथ सम्पन्न

कानपुर 29 दिसम्बर (सू0वि0) छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय का 36वां दीक्षांत समारोह राज्यपाल/कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में एवं मुख्य अतिथि  सांसद राज्यसभा डा0 सुधांशु त्रिवेदी तथा विशिष्ट अतिथि प्रदेश की उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार की उपस्थित में सम्पन्न हुआ।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुये मा0 राज्यपाल/कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के 36वें दीक्षांत समारोह में उपस्थित होकर गर्व महसूस कर रही हूॅ। आपके इस विश्वविद्यालय को छत्रपति शाहू जी महाराज नाम दिया गया है, छत्रपति शाहू जी महाराज को इतिहास में सामाजिक विषमताओं के खिलाफ संघर्ष करने और समाज में सामाजिक समानता को स्थापित करने के लिये जाना जाता है। वह समाज उत्थान के लिये महिला शिक्षा के उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने पर विशेष जोर देते थे। उन्होंने इस अवसर पर उनको कोटि-कोटि प्रणाम करते हुये एवं उपाधि प्राप्त करने वाले एवं पदक विजेताओं, उनके शिक्षकों एवं अभिभावकों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस दीक्षांत समारोह में दो लाख पैंतीस हजार दो सौ छप्पन विद्यार्थियों को उपाधियॉ प्रदान की जा रही है जिसमें एक लाख छब्बीस हजार आठ सौ पन्चानवें छात्राओं को उपाधियॉ दी जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी बेटिया उच्च शिक्षा की ओर आगे बढ रही है, आज प्रत्येक क्षेत्र में हमारी बेटियों ने अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज की है। समान अवसर मिलने पर हमारी बेटिया लडकों से आगे निकल चुकी है। इससे हमारे समाज में हो रहे परिर्वतन की झलक और नये भारत की तस्वीर साफ दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि आज पचास प्रतिशत से भी ज्यादा मेडल लेकर आगे बढ रही है।
दीक्षांत समारोह में मा0 राज्यपाल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों एवं कालेजो में जो बालिकाये शिक्षा ग्रहण कर रही है उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुये उनका हीमोग्लोबिन चेक कराना होगा। उन्होंने कहा कि हम एक ओर बालिकाओं को शिक्षित करें दूसरी ओर उनके स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखें। भारत सरकार महिलाओं को दो डिलवरी तक पौष्टिक भोजन व आहार के लिये पॉच हजार रुपये देती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्राप्त करने के साथ देश का भविष्य उज्जवल एवं सशक्त होना चाहिए तभी देश आगे बढेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के विषय में स्वामी विवेकानन्द जी ने कहा था कि जो शिक्षा साधारण व्यक्ति को जीवन संग्राम में समर्थ नही बना सकती जो मनुष्य में चरित्रबल व परहित भावना नही ला सकती वह भी कोई शिक्षा होती है, वास्तव में जिस शिक्षा के द्वारा जीवन में अपने पैरों पर खडा होना चाहता है वही शिक्षा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में शिक्षा के उद्देश्य में ऐसी ही परिकल्पना की गयी है, जिसमें कहा गया है कि शिक्षा से चरित्र निर्माण होना चाहिये, विद्यार्थियों में नैतिकता, तार्कितता, करुणा और संवेदनशीलता विकसित की जानी चाहिये और इसके साथ ही विद्यार्थियों को रोजगार के लिये सक्षम बनाना चाहिये। इसका उद्देश्य शिक्षा नीति में सुधार करना और छात्रों में मौलिक दायित्व एवं समाजिक मूल्यों एवं देश के साथ जुडाव होना चाहिये।
उन्होंने कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के अनुरुप कौशल विकास को शामिल कर इस दिशा में आगे बढ रहा है। विश्वविद्यालय नित नये अनुप्रयोगों के लिये प्रयत्नशील है। विश्वविद्यालय में शोद्य व नवाचार को बढावा दिया जा रहा है तथा श्री रमन लघु शोद्य परियोजना की शुरुआत की गयी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में स्वरोजगार को बढावा देना बहुत महत्वपूर्ण हो रहा है। इस विश्वविद्यालय ने छात्र-छात्राओं को स्वरोजगार परक बनाने के लिये इनोवेशन, स्टार्टअप हेतु प्रेरित करने के लिये एक सेन्टर की स्थापना की है। विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को सुलभ रोजगार के लिये केन्द्रीय पलेस्मेन्ट सेल की स्थापना की। उन्होंने कहा कि मुझे प्रशन्नता है कि विश्वविद्यालय द्वारा सामाजिक उत्थान एवं पुनर्वास में सक्रिय भूमिका का निर्वान्ह किया जा रहा है। इस दिशा में ग्रामीण अंचलो के आंगनबाडी केन्द्रों में सामग्री वितरित की है। विश्वविद्यालय द्वारा महिला ग्राम प्रधान को जागरुक करने के लिये कई प्रशिक्षण कार्यक्रम, सामाजिक कुरीतियों को हटाने के लिये आयोजित किये है। उन्होंने कहा कि हर प्रधान अपने गांव को टीवी मुक्त व कुपोषण मुक्त करने का कार्य करे।
इस अवसर पर मा0 राज्यपाल ने सर्वप्रथम मा0 सांसद राज्यसभा डा0 सुधांशु त्रिवेदी को डिलीट की मानद उपाधि प्रदान की इसके पश्चात उन्होंने विश्वविद्यालय की छात्र-छात्राओं को उपाधियॉ प्रदान की, जिसमें गुलिस्तानाज को विश्वविद्यालय के समस्त संकायों को सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी के लिये कुलाधिपति स्वर्ण पदक, रजत पदक सहित पॉच पदक, इसिका सिंह, इसानी द्विवेदी एवं सायनावानों को कुलाधिपति कास्य पदक प्रदान किये। विश्वविद्यालय के चिकित्सा संकाय में सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी के लिये साक्षी त्रिपाठी, उच्चतर सामाजिक विज्ञान संकाय में अंकित कुमार को कुलपति स्वर्ण पदक प्रदान किया। इसी क्रम में उन्होंने विभिन्न संकायों के 47 छात्र-छात्राओं को विभिन्न पदक प्रदान किये। कार्यक्रम में कला संकाय के 27, विज्ञान संकाय के 06, वाणिज्य संकाय के 04, शिक्षा प्रशिक्षण संकाय के 04, जीव विज्ञान व कृषि संकाय के एक-एक, व्यवसाय एवं प्रबंधन संकाय के 02 छात्र-छात्राओं को पीएचडी की उपाधि कुलपति द्वारा प्रदान की गयी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि मा0 सांसद राज्यसभा डा0 सुधांशु त्रिवेदी ने संबोधित करते हुये कहा कि भारत की परम्परा में दीक्षा का महत्व शिक्षा के महत्व से अधिक है, शिक्षा तो निरन्तर प्राप्त की जा सकती है। शिक्षा आपके बुद्धि व मस्तिस्क का विकास करती है, जबकि दीक्षा आपकी चेतना का विकास करती है। इस अवसर पर राज्यमंत्री उच्च शिक्षा विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी श्रीमती नीलिमा कटियार ने अपने उद्बोधन में कहा कि वोकल फॉर लोकल के साथ छात्र छात्राओं को आगे बढ़ना चाहिए। जिन मूल्यों आदर्शों और परम्पराओं को पूरे विश्व ने स्वीकारा है, हमें उन्हें लेकर ही आगे बढ़ना है और भारत को विश्वगुरू के रूप में स्थापित करना है।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय पहला ऐसा विश्वविद्यालय है जिसने नई शिक्षा नीति 2020 का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया। साथ ही उन्होंने बताया कि यहां पर 26 नए वोकेशनल कोर्स भी शुरू किए गए हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को राज्य सांसद सुधांशु त्रिवेदी द्वारा 50 लाख की धनराशि दी गई है उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर के लिए सरकार द्वारा डेढ़ करोड़ की धनराशि दी गई है। साथ ही उन्होंने बताया कि 30 टी.बी से ग्रसित बच्चों को गोद लिया है और उनके भरण-पोषण की जिम्मेदारी ली है।
विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 45 पीएचडी छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल द्वारा उपाधि दी गयी जिसमें 25 छात्र (55.56प्रतिशत) तथा 20 (44.44 प्रतिशत) छात्राएं हैं। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गांवों में स्थित परिषदीय स्कूलों के छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल द्वारा को प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया । कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल द्वारा कुल 86 पदक 55 छात्र-छात्राओं को दिए गए। पदक पाने वालों में 19 छात्र(34.55प्रतिशत) और 36 छात्राएं (65.45प्रतिशत) हैं।
विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं के अंकतालिका, प्रमाणपत्र, उपाधि पत्र, माइग्रेशन प्रमाणपत्र इत्यादि को डिजिटली सुरक्षित रखने के लिए “डिजिलॉकर” एप को भी लांच किया गया। इस सुविधा का उपयोग करते हुए छात्र-छात्राएं अपने विविध डॉक्यूमेंट्स को ऑनलाइन सुरक्षित रख सकेगें। इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने अपने पहले प्रकाशन के रूप में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित अधिकांश व्यक्तियों का परिचय करवाने वाली एक पुस्तक का भी विमोचन किया गया। इस पुस्तक में विगत 3 वर्षाे के विजेताओं के बारे में जानकारी संकलित की गई।
दीक्षांत समारोह में सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक रहेगा। इस ऐप के लिए वि.वि. कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक द्वारा छात्रों को 20 हजार की धनराशि दी गई थी, जिसके लिए छात्रों ने कुलपति महोदया को धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सीडीसी डॉ0 आर0के0 द्विवेदी, पी0एस0 चौधरी (वित्त अधिकारी), प्रो0 संजय कुमार स्वर्णकार, कुलसचिव डॉ0 अनिल यादव, प्रो0 सुधीर अवस्थी, प्रो0 नंदलाल, प्रो0सुधांशु पांडिया, डॉ0राशि अग्रवाल, सहायक मीडिया प्रभारी विवेक सचान, प्रो0सुविज्ञा अवस्थी, डॉ0 जितेंद्र डबराल, सुरक्षा प्रभारी डॉ0 आर0पी0सिंह, डॉ0प्रवीन कटियार, डॉ शिप्रा श्रीवास्तव, आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।

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भूतपर्व सैनिक के आश्रितों/शहीद सैनिकों की वीर नारियों को कम्प्यूटर फैशन डिजाइंनिग प्रशिक्षण वित्तीय वर्ष 2021-2022 में निःशुल्क संचालित किया जाएगा

कानपुर  24 दिसम्बर, (सू0वि0) जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी, कर्नल बी0एस0 शुक्ला के अनुसार, निदेशालय सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास, उ0प्र0, लखनऊ के माध्यम से जनपद- कानपुर नगर के भूतपर्व सैनिक के आश्रितों/शहीद सैनिकों की वीर नारियों को कम्प्यूटर फैशन डिजाइंनिग प्रशिक्षण वित्तीय वर्ष 2021-2022 में निःशुल्क संचालित किया जाना है। कृपया इच्छुक पूर्व सैनिक आश्रितों/शहीद सैनिकों की वीर नारियों को यह अवगत कराना है कि प्रशिक्षण हेतु अपना नाम जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय, कानपर नगर मे माह जनवरी 10 तक अपना नाम दर्ज कराने की कृपा करें।

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कानपुर सिटी ट्रान्सपोर्ट के निदेशक मण्डल की बैठक में नागरिकों को अच्छी सुविधायें व प्रदूषणमुक्त वातावरण प्रदान करने के उद्देश्य से सुझाव दिए गए

कानपुर 24 दिसंबर, मण्डलायुक्त, कानपुर मण्डल, की अध्यक्षता में कानपुर सिटी ट्रान्सपोर्ट के निदेशक मण्डल की 14वीं बैठक में कानपुर शहर के नागरिकों को अच्छी सुविधायें व प्रदूषणमुक्त वातावरण प्रदान करने के उद्देश्य से निम्नलिखित बिन्दुओं पर निर्णय लिया गया, जिसमे जिलाधिकारी, कानपुर, नगर आयुक्त, नगर निगम, कानपुर के अतिरिक्त अपर नगर आयुक्त, कानपुर, सम्भागीय परिवहन अधिकारी, सचिव, केडीए व प्रबन्ध निदेशक, केसीटीएसएल द्वारा भी प्रतिभाग किया गया-

1. कानपुर शहर के नागरिकों को इन बसों में “QR आधारित स्मार्ट कार्ड मन्थ्ली पास (मासिक पास)” के माध्यम से यात्रा करने की सुविधा जल्द ही प्रारम्भ की जाएगाी, जिसमे दैनिक यात्रा करने पर जो किराया दिया जाता है उससे भी रियायती दरों पर मासिक यात्रा किया जाना सम्भव होगा।
विद्यार्थियों और श्रमिकों को बड़ी सहायता मिलेगी।

2. आम नागरिकों को चार्टर्ड दरो पर निजी आवश्यकताओं हेतु बसों की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने हेतु निर्णय लिया गया।

3. इलेक्ट्रिक बसों को जीपीएस बेस्ड बनाते हुए यात्रियों की शिकायतों के त्वरित निस्तारण एवं बस आवागमन की सही जानकारी देने हेतु केसीटीएसएल की बसों हेतु टोल फ्री आधारित कण्ट्रोल रूम की स्थापना का निर्णय लिया गया।

4. यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए एवं बस स्टेशन इत्यादि के विकास हेतु “यात्री सुविधा निधि” विकसित करने के लिए बैठक में निर्णय लिया गया।

5. ३६ पुरानी बसों को नीलाम करने के लिए भी निर्णय लिये गये।

6. बैठक के दौरान निदेशक मण्डल को अवगत कराया गया कि केसीटीएसएल के लिए बेहतर स्लोगन प्राप्त करने हेतु एवं सुगम यातायात, पर्यावरण संरक्षण के साथ 2030 में कानपुर शहर की धारणा पर अवधारित दिनांक 25.12.2021 को अटल घाट पर प्रातः 10ः00-12ः00 बजे के मध्य चित्रकारी हेतु आयोजित प्रतियोगिता से अवगत कराया गया जिस पर निदेशक मण्डल द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गयी और सफल आयोजन की शुभकामनायें भी दी गयी।

7. निदेशक मण्डल को अवगत कराया गया कि केसीटीएसएल के लिए लोगो बनाये जाने की प्रतियोगिता हेतु दैनिक जागरण एवं टाइम्स ऑफ इण्डिया समाचार पत्रों में दिनांक 10.12.2021 को विज्ञापन प्रकाशित कराया जा चुका है। इस प्रतियोगिता की अन्तिम तिथि 05.01.2022 है तथा सफल प्रतियोगी को धनराशि रू0 11,000.00 से पुरस्कृत किया जाएगा।

8. निदेशक मण्डल द्वारा प्रबन्धक(संचालन/विषय विशेषज्ञ) की नियुक्ति के उपरान्त कोरोना काल के बाद संचालन प्रतिफलों की समीक्षा करने पर प्रतिफलों में सुधार पाये जाने पर (जून में 85 लाख प्रति माह से November में 1.20 करोड़ प्रति माह) प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मार्च 2022 तक लक्षित प्रतिफलों को प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया।

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क्राइस्ट चर्च डिग्री कॉलेज में वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव ‘अभिव्यक्ति’ आयोजित

 

कानपुर 24 दिसंबर, क्राइस्ट चर्च डिग्री कॉलेज में वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव ‘अभिव्यक्ति’ के समापन दिवस पर नृत्य एवं गायन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना से हुआ ।सांस्कृतिक परिषद की संयोजिका डॉ विभा दीक्षित ने जीवन में ललित कलाओं का महत्व बताते हुए निर्णायक मंडल में उपस्थित डॉ राजेश्वरी ढौंडियाल , डॉ वंदना देबोराय , रवि जी एवं कार्यवाहक प्रधानाचार्य डॉ आशुतोष सक्सेना का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया। नृत्य एवं गायन प्रतियोगिताप का आयोजन डॉ विभा दीक्षित, डॉ अपराजिता शुक्ला , डॉ मीतकमल, डॉक्टर शालिनी कपूर के निर्देशन में हुआ। आलोक कमल व आयुषी पाठक ने सभी को अपनी खास पेशकश से ऊर्जा से भर दिया दिया। नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर जूही सिंह रही, द्वितीय स्थान पर स्वीकृति एवम आंशिका शुक्ला, तीसरे स्थान पर विवेक पॉल व खुशी मल्होत्रा एवम सांत्वना पुरस्कार राखी पॉल व अर्चना सिंह रहे । गायन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर कशिश तिवारी द्वितीय स्थान पर शेरोन यादव व पीटर एवं तृतीय स्थान फ़राज़ अहमद व गौरव मिश्र एवम सांत्वना पुरस्कार ऋषभ पांडे व सौम्य बैनर्जी को मिला। प्रतियोगिताओं में 42 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया और कत्थक ,भांगड़ा ,बंगाली, पहाड़ी ,हरियाणवी नृत्य के माध्यम से अपना हुनर दिखाया।कार्यक्रम का संचालन राईना एवं सहस्रांशु, अभिषेक एवं विकास , नमन एवं वेदांत ने किया। प्रतियोगिता में छात्र प्रतिनिधि इश्तिका कुशवाहा, उदित कुमार वर्मा, ख़ुशी होटवानी , नबा खान उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन अनन्य चौधरी द्वारा दी गयी ।

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एस. एन. सेन बालिका विद्यालय पीजी कॉलेज में चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर पोस्टर ,स्लोगन एवं भाषण प्रतियोगिता अयोजित

कानपुर 23 दिसंबर एस. एन. सेन बालिका विद्यालय पीजी कॉलेज कानपुर के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर पोस्टर ,स्लोगन एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ निशा अग्रवाल , निर्णायक मंडल की सदस्य डॉ गार्गी यादव (विभागाध्यक्ष, रसायन शास्त्र विभाग।) एवं डॉ किरण( विभागाध्यक्ष, दर्शनशास्त्र विभाग) के द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके किया गया। अर्थशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ निशा वर्मा ने सभी का स्वागत किया तत्पश्चात उन्होंने चौधरी चरण सिंह के द्वारा किसानों के हितों के लिए जो प्रयास किए गए उसके बारे में संक्षिप्त में छात्राओं को अवगत कराया। प्राचार्य जी ने छात्राओं को लक्ष्य निर्धारित करके आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। भाषण प्रतियोगिता में रितिका तिवारी और निकिता सविता ने संयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि दिव्यांशी बाजपेई ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया एवं वैष्णवी मिश्रा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। पोस्टर प्रतियोगिता में स्वाति गौतम ने प्रथम, रुखसार बानो ने द्वितीय और दीपाली पाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। स्लोगन प्रतियोगिता में निशा सिद्दीकी ने प्रथम स्थान, प्रीति कश्यप ने द्वितीय स्थान और सोनाली साहू ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अंत में डॉक्टर प्रीता अवस्थी के द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया गया। इसके पश्चात राष्ट्रगान के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ।

 

 

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समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित राजकीय अनुसूचित जाति बालक छात्रावास (आवासीय) का शिवराजपुर कानपुर नगर में माह जनवरी में शुरू होगा संचालन

कानपुर नगर 20 दिसम्बर, (सू0वि0) जिला समाज कल्याण अधिकारी डा०प्रज्ञा पाण्डेय ने बताया है कि समस्त शिक्षण संस्थानों में अध्ययरत छात्रों को सूचित किया जाता है कि समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित राजकीय अनुसूचित जाति बालक छात्रावास (आवासीय) शिवराजपुर कानपुर नगर में माह जनवरी 2022 में संचालन शुरू हो रहा है जिसकी क्षमता 50 छात्रों की होगी। उक्त छात्रावास में 70 प्रतिशत अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्र तथा 30 प्रतिशत सामान्य/अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षित है। छात्रावास में निवास हेतु उच्च शिक्षा, विकलांग एवं सूदूर छात्रों को वरीयता दी जायेगी। छात्र अभिभावक की आय रू0-2.50 लाख वार्षिक आय से अधिक न हो। इच्छुक छात्र विज्ञप्ति प्रकाशन की तिथि से 15 दिवस के अन्दर राजकीय अनुसूचित जाति बालक छात्रावास (आवासीय), शिवराजपुर, कानपुर नगर के कार्यालय से आवेदन प्राप्त कर पूर्ण रूप से भरकर उक्त अवधि में जमा कर सकते है। विज्ञापन तिथि से 15 दिवस के पश्चात कोई भी आवेदन पत्र स्वीकार नही किये जायेगे। कानपुर नगर में अध्ययनरत छात्र ही आवेदन का पात्र होगा। उक्त छात्रावास में रहने वाले छात्रों को निम्नलिखित शुल्क/काशनमनी नगद रूप से छात्रावास कार्यालय में आवेदन के साथ ही जमा करना अनिवार्य होगा। बिना उक्त शुल्क जमा किया आवेदन पत्रों पर विचार नही किया जायेगा। किसी भी विवाद की स्थिति में जिला समाज कल्याण अधिकारी कानपुर नगर का निर्णय मान्य होगा।

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एस.एन.सेन बा.वि.पी.जी. कॉलेज, में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा कैरियर वार्ता आयोजित।

कानपुर 18 दिसंबर, एस.एन.सेन बा.वि.पी.जी. कॉलेज, कानपुर में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा कैरियर वार्ता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य वक्ता श्री सुजीत सिंह, कैरियर मोटीवेटर, श्री अजय जैन जी, सदस्य विश्वविद्यालय एंप्लॉयमेंट ब्यूरो, प्रबंध समिति के सचिव श्री पी. के. सेन एवं प्राचार्य डॉ. निशा अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया।

मुख्य वक्ता ने छात्राओं से उनके कैरियर के प्रति जागरूक रहने और सामर्थ्य अनुसार अपना लक्ष्य निर्धारित करने की सलाह दी उन्होंने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं छात्राओं को अपना व्यक्तित्व विकास, भाषा शैली और आत्मविश्वास विकसित करना चाहिए। आज के प्रतियोगी युग में छात्राओं को पढ़ाई के साथ साथ नवीनतम जानकारियों को जानने की आवश्यकता है।

विश्वविद्यालय के एंप्लॉयमेंट ब्यूरो के सदस्य श्री अजय जैन जी ने छात्राओं के लिए गाइडेंस व्याख्यानों और व्यक्तिगत परामर्श के माध्यम से उनकी करियर की रुचि परिभाषित करने की आवश्यकता बताई।

प्राचार्या डॉ निशा अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत स्थापित हुआ ट्रेंनिंग एंड प्लेसमेंट सेल छात्राओं के आगे भी विभिन्न कार्यक्रम करवाता रहेगा।
कार्यक्रम का संचालन प्लेसमेंट सेल की इंचार्ज डॉ गार्गी यादव ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ निशा वर्मा ने किया।
व्याख्यान में प्लेसमेंट सेल समिति की कु कोमल सरोज व समस्त शिक्षिकाएं और छात्राएं उपस्थित रहीं।

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कौन फतह करेगा यूपी का चुनावी रण

देश के पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, मणिपुर और गोवा के विधान सभा चनावों का बिगुल बस बजने ही वाला है| सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में लगे हुए हैं| एक ओर जहाँ जनता के बीच लोक लुभावन वादों और तोहफों की बरसात हो रही है वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चालू है| लक्ष्य सबका एक है कि सत्ता हर हाल में उन्हें ही मिले| हो भी क्यों न, आखिर राजनीति का उद्देश्य ही आज मात्र सत्ता सुख भोगना है| जन सेवा तो हो ही रही है| बस जन सेवा में निज सेवा की निष्पत्ति होनी चाहिए| 2017 के चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने अखिलेश यादव को बाहर का रास्ता दिखाते हुए भाजपा को 303 सीटें देकर भारी बहुमत से सत्ता सौंपी थी| भाजपा जहाँ पुनः यूपी की सत्ता चाहती है वहीँ सपा भी वापसी के लिए छटपटा रही है| प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी एक ओर यूपी के ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं वहीँ दूसरी ओर योगी सरकार अनुपूरक बजट के बहाने जनता पर सौगातों की बौछार करने में लगी हुई है| निराश्रित महिलाओं, दिव्यांगजनों तथा वृद्धजनों की पेंशन 500 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये करने की घोषणा हुई है| कुष्ठ रोगियों की पेंशन 3000 रुपये प्रतिमाह होने जा रही है| असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को अगले चार महीने तक 500 रुपये प्रतिमाह भरण-पोषण भत्ता दिया जायेगा| महिलाओं को इलाज के लिए आयुष्मान भारत की राशि खर्च होने के बाद पांच लाख रुपये अतिरिक्त मिलेंगे| आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का मानदेय बढ़ने जा रहा है| 24 घण्टे बिजली देने के लिए 10 अरब की धनराशि पावर कारपोरेशन को दी गयी है| प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी काशी कारीडोर का लोकार्पण कर चुके हैं| जल्द ही वह कानपुर में मेट्रों का लोकार्पण करने वाले हैं| चुनाव पूर्व ऐसी अनेक सरकारी परियोजनाओं की सौगात प्रदेशवासियों को मिलने वाली है| उधर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश भर में रेलियाँ कर रहे हैं, भाजपा की खामियां गिनाते हुए उसकी योजनाओं और परियोजनाओं को अपना बता रहे हैं| उन्होंने चाचा शिवपाल सिंह यादव को मनाकर समाजवादी पार्टी का प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ गठजोड़ कर लिया है| अब चाचा भतीजे मिलकर यूपी फतह करने निकलेंगे| बसपा और कांग्रेस भी भाजपा को सत्ताच्युत करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं| इस बार आम आदमी पार्टी भी यूपी में जमीन तलाश रही है| सांसद संजय सिंह बीते लगभग दो महीने में यूपी के अनेक दौरे कर चुके हैं| कांग्रेस लखीमपुर खीरी प्रकरण को उछालकर प्रदेश के किसानों को अपने पक्ष में लाने का प्रयास कर रही है| राहुल गाँधी ने सदन के अन्दर इस मामले को लेकर सरकार पर हमला बोला है तो प्रियंका गाँधी वाड्रा ने केन्द्रीय गृह राज्य मन्त्री अजय मिश्र उर्फ़ टेनी महाराज को कैबिनेट से निष्कासित न करने को मोदी सरकार का नैतिक दिवालियापन कहा है|
उत्तर प्रदेश की जनता का रुख तो चुनाव की घोषणा होने के बाद ही स्पष्ट समझ में आयेगा| परन्तु फ़िलहाल सपा और भाजपा में सीधी लड़ाई होती दिखाई दे रही है| अखिलेश यादव की जन सभाओं में उमड़ती भारी भीड़ देखकर भाजपा के रणनीतिकारों को पसीना आना स्वाभाविक है| कृषि बिल वापसी के बाद भी किसान भाजपा के साथ आते नहीं दिखाई दे रहे हैं| लखीमपुर खीरी प्रकरण की जाँच करने वाली पुलिस टीम द्वारा इसे सुनियोजित साजिश बताये जाने के बाद किसानो का एक बड़ा वर्ग भाजपा से दूरी बना रहा है| कांग्रेस द्वारा इस मामले में सरकार पर लगाये जाने वाले आरोपों से उसे और अधिक बल भी मिल रहा है| भाजपा को सम्भवता इस बात का अहसास भी है| इसीलिए वह अपना हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है| उसके नेता किसानों को लेकर कोई भी बयान देने से बचते हुए नजर आ रहे हैं| विभिन्न परियोजनाओं और लाभकारी घोषणाओं के द्वारा भाजपा लखीमपुर खीरी प्रकरण पर मिटटी डालने का हर सम्भव प्रयास कर रही है| प्रधानमन्त्री द्वारा काशी कारीडोर का लोकार्पण हो या गंगा एक्सप्रेस वे की आधारशिला रखना हो, कानपुर में मेट्रो का लोकार्पण हो या गोरखपुर में एम्स का उद्घाटन हो| अथवा प्रयागराज में दो लाख महिला कर्मचारियों के कार्यक्रम में शिरकत करना हो| सबका मूल उद्देश्य यूपी फतह ही है| चुनाव सर पर आते ही चित्रकूट में हिन्दू एकता महाकुम्भ का आयोजन हिन्दुओं को समेटने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है| हालाकि राहुल गाँधी और अखिलेश यादव भी स्वयं को सबसे बड़ा हिन्दू सिद्ध करने में लगे हुए हैं| परन्तु इसका उन्हें शायद ही कोई लाभ मिले| अखिलेश यादव का शिवपाल सिंह के साथ आना उनके लिए नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है| क्योंकि शिवपाल सिंह यादव की पुरानी छवि अभी भी जनमानस के पटल पर बसी हुई है|
चुनाव की बयार में आरोप-प्रत्यारोप से लेकर लोक लुभावन घोषणाओं तक सब कुछ है परन्तु जो होना चाहिए वह दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता| कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा मुद्दा है| लेकिन किसी भी दल की चुनावी घोषणाओं में इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है| यही वह मुद्दा था जिस पर सपा ने सत्ता गवायीं थी और भाजपा ने पायी थी| सन 2002 में मुलायम सिंह यादव् के मुख्यमन्त्री बनने के बाद से प्रदेश की कानून व्यवस्था जिस तरह बिगड़ी वह आज तक नहीं सँभल पायी| 2017 आते-आते प्रदेश में भ्रष्टाचार और अराजकता की सारी हदें पार हो चुकी थीं| सरकारी विभागों में खुलेआम लूट हो रही थी| बड़े-बड़े अपराधी पैसे के दम पर छूट जाते थे और निर्दोष गम्भीर धाराओं में सलाखों के पीछे पहुँचा दिये जाते थे| महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएँ सारे रिकार्ड तोड़ चुकी थीं| तब प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी चुनावी सभाओं में प्रदेशवासियों को यह आश्वासन दिया था कि यदि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो भ्रष्टाचारियों और अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी| उनके इस आश्वासन से समाज का वह अन्तिम व्यक्ति भी आश्वस्त हुआ था जो जाति, सम्प्रदाय, दलगत राजनीति तथा लोक लुभावन घोषणा से सर्वथा परे रहकर मतदान करता है| चुनावी इतिहास साक्षी है कि सत्ता सदैव उसी को मिलती है जिसके पक्ष में यह आम नागरिक होता है| परन्तु दुर्भाग्य से आज 2021 पूरा होने तक उस आम आदमी को निराशा ही हाँथ लगी है| शिक्षा, सुरक्षा, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे आज भी हासिये पर हैं| ऐसे में आम जन अभी निर्णय नहीं कर पा रहा है कि वह किसके साथ खड़ा हो| क्योंकि इस समय जितने भी राजनीतिक दल चुनावी में समर में ताल ठोक रहे हैं उन सबका रिपोर्ट कार्ड आम आदमी के पास है| अतः फ़िलहाल यह कहना मुश्किल है कि यूपी का चुनावी रण कौन फतह करेगा|

डॉ.दीपकुमार शुक्ल (स्वतन्त्र पत्रकार)
125/5ए, योगेन्द्र विहार, खाड़ेपुर, नौबस्ता, कानपुर नगर-208021.
मो.9450329314

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