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राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव 2023 मुंबई में प्रारंभ हुआ, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना का प्रदर्शन

राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव की मुंबई में शुरुआत हो चुकी है और इस बार यह आयोजन सभी के लिए एक विशेष विजुअल तथा म्यूजिकल कार्यक्रम होगा। राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव 2023 का उद्घाटन महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और केंद्रीय संस्कृति मंत्री श्री जी किशन रेड्डी द्वारा कल शाम मुंबई में चर्चगेट स्थित आजाद मैदान में किया गया। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा 11 से 19 फरवरी तक सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ इस महोत्सव का आयोजन किया गया है।

महाराष्ट्र सरकार में सांस्कृतिक कार्य, वन एवं मत्स्य पालन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और महाराष्ट्र सरकार में ही पर्यटन, कौशल विकास, रोजगार, उद्यमिता तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए सम्मानित अतिथि थे।

राज्यपाल ने उद्घाटन अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना का स्थायी संदेश देता है। उन्होंने कहा, राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव यह दर्शाता है कि भाषा एवं सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों में कई विविधताओं के बावजूद, भारत एकजुट तथा एक राष्ट्र है। राज्यपाल ने कामना करते हुए कहा कि यह महोत्सव कुंभ मेले की तरह ही विश्व प्रसिद्ध होगा।

श्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि भारत सरकार भारतीय संस्कृति के पुनर्जागरण का सूत्रपात कर रही है। उन्होंने इस संबंध भारत की समृद्ध संस्कृति व परंपरा को ध्यान में रखते हुए दुनिया के समक्ष उदाहरण के रूप में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का हवाला दिया।

राज्यपाल ने सभी से आध्यात्मिक और कालातीत परंपराओं को अपने जीवन में यथोचित बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने सभी मुंबई वासियों व महाराष्ट्र राज्य तथा देश के अन्य हिस्सों के लोगों से बड़ी संख्या में इस महोत्सव में आने और समृद्ध शिल्प, कला, व्यंजन एवं भारतीय संस्कृति के अन्य पहलुओं का भरपूर आनंद लेने का आह्वान किया।

संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने घोषणा करते हुए कहा कि इस वर्ष 14 अप्रैल को डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती पर एक विशेष पर्यटक बाबासाहेब अम्बेडकर सर्किट ट्रेन का शुभारंभ किया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने नागरिकों, कलाकारों एवं कारीगरों सहित सभी दर्शकों के साथ अपने विचार साझा करते हुए कहा कि लगभग 1000 कलाकार मुंबई के लोगों के लिए इस महोत्सव के दौरान अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह शहर प्राचीन परंपरा व आधुनिकता का संगम है, जिसमें सांस्कृतिक रूप से समृद्ध पर्यटक स्थलों, संस्थानों, त्योहारों और नृत्य तथा सिनेमा सहित कला के अन्य स्वरूपों की एक समृद्ध टेपेस्ट्री है। श्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि “एक भारत श्रेष्ठ भारत” से प्रेरित तथा कला एवं संस्कृति के माध्यम से भारत की विविधता के उत्सव को दर्शाने और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए इस महोत्सव को आयोजित किया जा रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महोत्सव हमारी समृद्ध संस्कृति को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचाएगा और देशवासियों के बीच हमारी स्वदेशी संस्कृति एवं कला के प्रति आदर तथा प्रेम को फिर से जागृत करेगा। उन्होंने कहा कि हम वोकल फॉर लोकल को भी बढ़ावा दे रहे हैं और भारत सरकार ने बड़े पैमाने पर देश के तीर्थ स्थलों का विकास किया है।

केंद्रीय संस्कृति मंत्री श्री जी किशन रेड्डी ने सभी मुंबईवासियों से एक ही छत के नीचे आयोजित इस महोत्सव में आने और भारतीय संस्कृति की विभिन्न अभिव्यक्तियों में खुद को भिगोकर प्रेरणा, ज्ञान तथा मनोरंजन प्राप्त करने की अपील की।

महाराष्ट्र सरकार में सांस्कृतिक कार्य, वन एवं मत्स्य पालन मंत्री, सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि भारत दुनिया भर के देशों में सबसे विविध व सांस्कृतिक रूप से समृद्ध देश है। उन्होंने इस अवसर पर देश और महाराष्ट्र राज्य की कई लोक कलाओं को याद किया। श्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि संस्कृति मन की शांति के लिए महत्वपूर्ण है, जिसे केवल धन मात्र से प्राप्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की “एक भारत श्रेष्ठ भारत” पहल में महाराष्ट्र सक्रिय रूप से अपना योगदान देना जारी रखेगा।

भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय में संयुक्त सचिव सुश्री अमिता साराभाई ने कहा कि महोत्सव का उद्देश्य विभिन्न राज्यों की संस्कृतियों को एक-दूसरे के साथ तथा 3सी अर्थात आम नागरिक के साथ शिल्प, संस्कृति और व्यंजनों के माध्यम से जोड़ना है।

उद्घाटन समारोह में तेजस्विनी साठे और उनकी मंडली द्वारा शास्त्रीय कथक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कलाकारों के प्रतिभाशाली समूह ने शास्त्रीय नृत्य के जीवंत, लयबद्ध तथा अभिव्यंजक स्वरूप के माध्यम से दर्शकों का मन मोह लिया और उन्हें आनंदित कर दिया। मशहूर गायक मोहित चौहान ने अपनी प्रस्तुति में ‘तुमसे ही, 25 साल का सुरिला सफर’ (25 साल का संगीतमय सफर) शीर्षक से कई गीतों की मधुर प्रस्तुति दी।

केंद्रीय मंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम के विस्मृत और कम ज्ञात नायकों की विषयवस्तु पर आरएसएम के आयोजन स्थल पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा स्थापित की गई प्रदर्शनी स्टालों का दौरा किया। उन्होंने प्रसिद्ध गायक मोहित चौहान के संगीत समारोह में भी भाग लिया। लगभग 300 स्थानीय लोक कलाकारों, कुछ ट्रांसजेंडर तथा अलग-अलग दिव्यांग कलाकारों व प्रसिद्ध शास्त्रीय कलाकारों के साथ-साथ अन्य जाने-माने कलाकारों के साथ पूरे भारत से आने वाले करीब 350 लोक एवं जनजातीय कलाकार अपने मोहक प्रदर्शनों से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे और उनमें उत्साह भरेंगे। इन कलाकारों के अलावा, भारत के सभी राज्यों तथा केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के सभी सात क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों से लगभग 150 शिल्पकारों को आंगन के तहत उनकी कला एवं शिल्प बिक्री-सह-प्रदर्शनी के लिए आमंत्रित किया गया है, जिसके लिए लगभग 70 स्टॉल उपलब्ध कराए गए हैं। साथ ही, महाराष्ट्र राज्य हथकरघा विभाग और स्टार्टअप के लिए 25 स्टॉल लगाए जा रहे हैं। संस्कृति मंत्रालय द्वारा हर वर्ष भारत के अलग-अलग राज्यों में इस महोत्सव का आयोजन किया जाता है। यह साल 2019 में मध्य प्रदेश में, 2022 में आंध्र प्रदेश व तेलंगाना में आयोजित किया गया और अब महाराष्ट्र में इसका आयोजन किया जा रहा है।

 

प्रतिदिन का कार्यक्रम विवरण इस प्रकार रहेगा:

  1. सुबह 11:00 बजे से रात 10:00 बजे तक हस्तशिल्प एवं कला प्रदर्शनी
  2. दोपहर 02:30 बजे से अपराह्न 03:30 बजे तक स्थानीय कलाकारों द्वारा मार्शल आर्ट की प्रस्तुति
  3. शाम 04:00 बजे से शाम 05:30 बजे तक स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुति
  4. शाम 06:00 बजे से शाम 06:45 बजे तक पारंपरिक, जनजातीय और लोक नृत्य कोरियोग्राफिक प्रस्तुति
  5. शाम 07:00 बजे से रात 08:15 बजे तक प्रसिद्ध शास्त्रीय कलाकारों द्वारा कार्यक्रम का आयोजन
  6. रात 08:30 बजे से 10:00 बजे तक प्रसिद्ध स्टार कलाकारों द्वारा आयोजित कार्यक्रम

इस क्यूआर कोड को स्कैन करके यहां पर दैनिक कार्यक्रमों का विवरण प्राप्त करें।

राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के आयोजन स्थल पर एक फूड कोर्ट स्थापित किया गया है, जिसमें पूरे भारत से खाद्य व्यंजनों को उपलब्ध कराने वाले लगभग 37 स्टॉल होंगे और स्थानीय फूड स्टॉल के साथ-साथ आम जनता के लिए मोटे अनाज से बना हुआ भोजन भी उपलब्ध होगा।

इस कार्यक्रम में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण वाले सभी सात क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र और अकादमियां भाग ले रही हैं। यह कार्यक्रम महाराष्ट्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।

राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है और यह लोगों को एक साथ आने तथा भारत की सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक परंपराओं का अनुभव प्राप्त करने का अवसर है। पूरे कार्यक्रम के दौरान सभी नागरिकों और कला प्रेमियों के लिए प्रवेश निःशुल्क है। इस अनोखे सांस्कृतिक अनुभव को देखना न भूलें और हमारे साथ संगीतमय तथा सांस्कृतिक यात्रा का आनंद लें!

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केंद्रीय खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने लखनऊ में भारतीय खेल प्राधिकरण – राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में खेल संबंधित नए बुनियादी ढांचे का उद्घाटन किया

केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने रविवार को लखनऊ में भारतीय खेल प्राधिकरण के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में उपलब्ध खेल के बुनियादी ढांचे को और बेहतर बनाने के प्रयास के साथ 300 बिस्तरों वाले छात्रावास, अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ कुश्ती के लिए एक उन्नत हॉल तथा एक खेल चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन किया।

 

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लखनऊ स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण का राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र महिला कुश्ती एथलीटों के राष्ट्रीय शिविरों का केंद्र रहा है, जहां पर भारत की विशिष्ट वर्ग की महिला पहलवानों को प्रशिक्षण दिया जाता है।

एनसीओई लखनऊ में 300 बिस्तरों वाले छात्रावास के निर्माण के साथ ही इसकी क्षमता में काफी बढ़ोतरी हो गई है और अब यहां किसी भी समय राष्ट्रीय शिविर में आने वाले खिलाड़ियों सहित 460 एथलीटों के रहने की क्षमता स्थापित हो गई है। नया छात्रावास महिला एथलीटों को समर्पित होगा, जबकि 80 बिस्तरों के मौजूदा दो छात्रावास इस केंद्र में लड़कों के प्रशिक्षण के लिए आरक्षित रहेंगे।

खेल चिकित्सा केंद्र को मौजूदा मेडिकल सेंटर से अपग्रेड किया गया है और अब इसमें खेल विज्ञान विशेषज्ञों के साथ-साथ एक खेल मनोवैज्ञानिक भी होंगे। इस प्रांगण को पूरी तरह से सुसज्जित खेल विज्ञान केंद्र बनाने के लिए यहां पर उन्नत बायोमैकेनिक मशीनें लगाई जा रही हैं।

उद्घाटन अवसर पर श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि लखनऊ का भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र पहले एक छोटा केंद्र था, जिसे अब अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण मानकों के अनुकूल बनाने के लिए नया रूप दिया गया है। उन्होंने कहा, हमारे प्रयास हमेशा से यही सुनिश्चित करने के लिए होते रहे हैं कि भारतीय एथलीटों के पास उस तरह की सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों, जो उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने में सहायता कर सकती हैं और ये परिवर्तन उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।

श्री ठाकुर ने विशेष रूप से इस केंद्र से महिला एथलीटों द्वारा दर्शाए जा रहे शानदार प्रदर्शन का उल्लेख किया और उन्होंने मणिपुर की भारोत्तोलक एम. मार्टिना देवी के प्रदर्शन का भी जिक्र किया, जो एनसीओई लखनऊ में प्रशिक्षण लेती हैं और हाल ही में मध्य प्रदेश में संपन्न खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान 7 रिकॉर्ड तोड़ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि जब किसी केंद्र से एथलीट प्रतिस्पर्धा करते हैं तो इस दौरान केंद्र द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का भी परीक्षण होता है। केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा कि मार्टिना की हालिया उपलब्धि यह साबित करती है कि लखनऊ में एनसीओई एथलीटों को वास्तव में उसी तरह का प्रशिक्षण, आहार और आवास की सुविधा प्राप्त हो रही है, जिसकी उन्हें आवश्यकता है।

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भारत की राष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन- 2023 के समापन सत्र को संबोधित किया

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज (12 फरवरी, 2023) लखनऊ में उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन- 2023 के समापन सत्र को संबोधित किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें इसकी प्रसन्नता है कि उनकी उत्तर प्रदेश की यात्रा राज्य के विकास के इस महान उत्सव के अवसर पर हो रही है।

राष्ट्रपति ने कहा कि जनसंख्या के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य होने के अलावा उत्तर प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था में योगदान करने की दृष्टि से कई क्षेत्रों में पहले स्थान पर है। उत्तर प्रदेश गेहूं सहित कुल खाद्यान्न उत्पादन में भारत में पहले पायदान पर है। इसके अलावा गन्ना और आलू के उत्पादन में भी यह देश में पहले स्थान पर है। वहीं, आम और मटर के उत्पादन में भी इस राज्य का सबसे अधिक योगदान है। इसी तरह दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश अग्रणी है। कृषि उत्पादों में समृद्ध होने के कारण, उत्तर प्रदेश में कृषि आधारित उद्यमों के लिए काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने इस पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की कि इस शिखर सम्मेलन के दौरान ‘भारत की खाद्य टोकरी का लाभ उठाना: खाद्य प्रसंस्करण के लिए अवसर’ और ‘डेयरी और पशुपालन क्षेत्र में अवसरों को खोलना’ पर सत्र आयोजित किए गए।

उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि राजनीतिक स्थिरता और प्रशासन की निरंतरता निवेशकों के लिए काफी सहायक सिद्ध होती है। राष्ट्रपति ने आगे कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में एक स्थिर और निर्णय लेने वाली सरकार है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने दूरदर्शी नीतियों की परिकल्पना की है और उन्हें लागू किया है। इसके परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश नए भारत के विकास इंजन की भूमिका निभाने में सक्षम और तैयार है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से उत्तर प्रदेश में लगभग 35.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का अनुमान है, जिससे लाखों लोगों को रोजगार के अवसर मिलने की उम्मीद है।

राष्ट्रपति ने बताया कि उत्तर प्रदेश में लगभग 95 लाख एमएसएमई हैं। देश के किसी एक राज्य में यह संख्या में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि देश के उद्योगों का आधार होने के अलावा एमएसएमई, कृषि क्षेत्र के बाद सबसे अधिक रोजगार के अवसर भी प्रदान करते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उत्तर प्रदेश का एमएसएमई क्षेत्र भारत के आर्थिक विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में उत्तर प्रदेश ने खुद को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया है। उत्तर प्रदेश भारत की अर्थव्यवस्था के पांचवें हिस्से में अपना योगदान देगा। उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के प्रयासों से आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी मजबूती मिलेगी।

राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में रक्षा गलियारे के विकास से भारत की रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा। इससे निवेश भी आएगा और रोजगार भी सृजित होंगे।

राष्ट्रपति ने कहा कि विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार विभिन्न प्रयास कर रही है। राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत नवीकरणीय ऊर्जा के विकास, हरित ऊर्जा गलियारे और ऊर्जा रूपांतरण जैसे प्रयासों से भारत को शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।

राष्ट्रपति ने कहा कि निवेश के बढ़ते वातावरण में स्वरोजगार की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने इसका उल्लेख किया कि उत्तर प्रदेश में स्टार्ट-अप क्रांति के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इन प्रयासों से उत्तर प्रदेश स्वरोजगार के क्षेत्र में भी अग्रणी स्थान प्राप्त करेगा।

राष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश को एक पसंदीदा निवेश गंतव्य बनाने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उत्तर प्रदेश ‘सर्वश्रेष्ठ निवेश राज्य’ के रूप में वैश्विक प्रतिष्ठा प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश ज्यादा समृद्ध होगा, तो भारत भी अधिक समृद्ध होगा।

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भव्य समारोह आयोजित कर ‘कन्यादान सेवा संस्थान’ ने करवाया निर्धन कन्याओं का विवाह

कानपुरः अवनीश सिंह। समाजसेवी संस्था कन्यादान सेवा संस्थान के तत्वावधान में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ उद्देश्य को पूरा करने के साथ-साथ उनका जीवन संवारने की दिशा में एक अभियान के तहत भव्य कार्यक्रम आयोजित करते हुए 6 कन्याओं का विवाह कराते हुए समाज के प्रति अपने कर्तव्य को लेकर एक सजग प्रहरी के रूप में एक उदाहरण पेश किया है। विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी 6 कन्याओं का विवाह कार्यक्रम बर्रा-8 स्थित चौधरी राम गोपाल यादव चौराहा में आयोजित किया। सामूहिक विवाह कार्यक्रम की रौनक देखने लायक रही जिसमें 6 दूल्हे घोड़ी में सवार होकर एक साथ बारात लेकर कार्यक्रम स्थल की तरफ बढ़ते हुए जा रहे थे। इस दौरान संस्थान के सदस्यों के साथ साथ वहां से गुजर रहे राहगीरों व क्षेत्रीय लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया व दूल्हा और दुल्हन को शुभकामनाएं भी दी।

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इंजीनियर बेटे की तलाश में बुजुर्ग दंपत्ति 4 माह से लगा रहा उच्चाधिकारियों की चौखट के चक्कर

कानपुरः  यूं तो प्रदेश सरकार, कानून व्यवस्था के नाम पर अपनी पीठ थपथपाते नहीं थकती है किन्तु कुछ ऐसे मामले प्रकाश में आ ही जाते हैं जिससे सवालिया निशान लगना लाजिमी है। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है और यह मामला है कानपुर पुलिस कमिश्नरेट अन्तर्गत का। जहां पुलिस के लचीले रवैए से परेशान एक बुजुर्ग दंपत्ति पुलिस अधिकारियों की चौखट के चक्कर लगा रहा है और अपने बेटे की तलाश में धक्के खाता फिर रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, बर्रा 8 में रहने वाले 65 वर्षीय जगदीश नारायण सचान रिटायर्ड बैंक कर्मी है। सचान के अनुसार उनका इकलौता बेटा सुमित सचान जो कि गुड़गाव में एमएनसी कंपनी में बतौर इंजीनियर पद पर कार्यरत था, कानपुर स्थित घर से रहकर कंपनी का कार्य कर रहा था। वह 4 माह पूर्व से संदिग्ध परिस्थितियों में गायब है। सचान के अनुसार, 1 अक्टूबर की शाम 7 बजे सुमित अपने परिजनों को अपने दोस्तों के साथ जाने की बात कह कर निकला था रात करीब 2 बजे तक घर वालों से बात होती रही उसने बताया कि वह अपने मित्र दीपेंद्र के साथ है। सुबह जब सुमित घर नही लौटा उनको चिंता हुई। करीब 8 बजे बेटे के मित्र सिद्धार्थ के पिता ने घर पर बताया कि सुमित व उसके मित्र सिद्धार्थ की भैरवघाट में डूब गए हैं।

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इलेक्ट्रानिक एंड प्रिंट मीडिया एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जिले की टीम के साथ की चर्चा

रायबरेली। इलेक्ट्रानिक एंड प्रिंट मीडिया एसोसिएशन की बैठक व सम्मान समारोह नगर के महावीर होटल की सभागार में सम्पन्न हुआ। बताते चलें कि बीते दिन एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव देवी पाल व प्रदेश अध्यक्ष अंकित पाल साथ ही प्रदेश सचिव प्रीती पाल का महावीर होटल में जिलाध्यक्ष राम मिलन शर्मा की अगुवाई में भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मैं पत्रकारों के अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष कर रही हूं और आगे भी करती रहूंगी। जिला टीम से साथ देने की अपील की। जिला टीम की ओर से अतिथियों का स्वागत किया गया।साथ ही ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष चंद्रेश त्रिवेदी, वरिष्ठ सलाहकार राजकुमार शर्मा, भाजपा महिला मोर्चा जिला उपाध्यक्ष प्राची सविता व एसोसिएशन के जिला संरक्षक वाई.पी. सिंह को भी माल्यार्पण कर व अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री विनीत सिंह द्वारा एसोसिएशन को लैपटाप भेंट किया गया। इस मौके पर विनीत सविता, देवदत्त,इमरान,अनिल कुमार, प्रवीण कुमार,विमल कुमार, अनुभव, मनीष कुमार, राजन शर्मा, राजेंद्र कुमार शर्मा,विनीत द्विवेदी,धर्मेंद्र कुमार, गोविंद सिंह, नीतेश सिंह, राकेश कुमार गुप्ता, अनिल कुमार गुप्ता, अवधेश कुमार प्रजापति, ज्योति साहू व रवि शंकर सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन युवा पत्रकार जितेंद्र सविता व कवि वाई.पी. सिंह ने किया।

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प्रधानमंत्री ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस में मुंबई-सोलापुर वंदे भारत और मुंबई-साईंनगर शिरडी वंदे भारत को झंडी दिखाकर रवाना किया

प्रधानमंत्री मोदी ने आज मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस में दो वंदे भारत ट्रेनों को झंडी दिखाकर रवाना किया। ये दो ट्रेनें हैं- मुंबई-सोलापुर वंदे भारत और मुंबई-साईंनगर शिरडी वंदे भारत। उन्होंने मुंबई में सड़क यातायात की भीड़ को कम करने और वाहनों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने के लिए दो सड़क परियोजनाओं- सांताक्रूज चेंबूर लिंक रोड और कुरार अंडरपास परियोजना- को भी राष्ट्र को समर्पित किया।

छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के प्लेटफार्म नं. 18 पर आने के बाद, प्रधानमंत्री ने मुंबई-साईंनगर शिरडी वंदे भारत का निरीक्षण किया। उन्होंने ट्रेन के चालक दल और कोच के अंदर बैठे बच्चों से बातचीत भी की।

सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत में रेलवे, विशेष रूप से महाराष्ट्र में उन्नत रेल-संपर्क के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि पहली बार दो वंदे भारत ट्रेनों को एक ही दिन हरी झंडी दिखाई गई है। उन्होंने रेखांकित किया कि ये वंदे भारत ट्रेनें मुंबई और पुणे जैसे आर्थिक केंद्रों को आस्था के केंद्रों से जोड़ेंगी, जिससे कॉलेज,    कार्यालय, व्यवसाय, तीर्थ यात्रा और कृषि उद्देश्यों के लिए यात्रा करने वालों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि नई वंदे भारत ट्रेनों से शिरडी, नासिक, त्र्यंबकेश्वर और पंचवटी जैसे पवित्र स्थानों की यात्रा आसान हो जाएगी, जिससे पर्यटन के साथ-साथ तीर्थाटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा, “सोलापुर वंदे भारत एक्सप्रेस से पंढरपुर, सोलापुर, अक्कलकोट और तुलजापुर की तीर्थ यात्रा और भी अधिक आसान हो जायेगी।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन आधुनिक भारत की भव्य तस्वीर है। “ये भारत की गति और पैमाने का प्रतिबिंब है।” वंदे भारत ट्रेनों को लॉन्च करने की गति के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तक देश के 17 राज्यों के 108 जिलों को जोड़ने वाली 10 वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि आज शुरू की जा रही विभिन्न परियोजनाएं, जीवन को और आसान बनाएंगी। उन्होंने कहा कि ऊपरी सड़कें (एलिवेटेड रोड) पूर्वी और पश्चिमी उपनगरीय क्षेत्रों तथा अंडरपास को जोड़ेंगी, जो महत्वपूर्ण है।

प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी के भारत के लिए सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने की जरूरत को दोहराया क्योंकि इससे नागरिकों का जीवन-यापन व्यापक रूप से आसान होगा। उन्होंने कहा कि आधुनिक ट्रेनों की शुरुआत, मेट्रो के विस्तार और नए हवाई अड्डों एवं बंदरगाहों के निर्माण के पीछे यही सोच है। बजट भी इस सोच को मजबूत करता है क्योंकि पहली बार बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विशेष रूप से 10 लाख करोड़ आवंटित किए गए हैं। इसमें रेलवे की हिस्सेदारी 2.5 लाख करोड़ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि रेल बजट में महाराष्ट्र के लिए आवंटन में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है और उम्मीद जताई कि डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से महाराष्ट्र में कनेक्टिविटी में और तेजी से विस्तार होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा, “इस साल के बजट से मध्यम वर्ग मजबूत हुआ है।” उन्होंने इस तथ्य को रेखांकित किया कि इस वर्ष के बजट में वेतनभोगी और व्यवसाय करने वाले, दोनों वर्गों की जरूरतों का ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले दो लाख रुपये से अधिक आय वाले लोगों पर कर लगाया जाता था, लेकिन यह वर्तमान सरकार ही है जिसने शुरुआत में इस सीमा को बढ़ाकर पांच लाख रुपये और अब इस साल के बजट में सात लाख रुपये कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा, “जिन लोगों को यूपीए सरकार के दौर में 20 प्रतिशत कर देना पड़ता था, उन्हें आज कोई कर नहीं देना पड़ता है।” उन्होंने इस तथ्य पर भी प्रकाश डाला कि नई नौकरियों वाले लोगों के पास अब और अधिक बचत करने का अवसर है।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन का समापन करते हुए यह विश्वास व्यक्त किया कि ‘सबका विकास सबका प्रयास’ की भावना को बढ़ावा देने वाला यह बजट हर परिवार को ताकत देगा और सभी को एक विकसित भारत बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस, केन्द्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव, केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री नारायण राणे, केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री रामदास अठावले एवं श्री कपिल मोरेश्वर पाटील और महाराष्ट्र सरकार के मंत्रीगण सहित कई गणमान्य लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।

पृष्ठभूमि

मुंबई-सोलापुर वंदे भारत ट्रेन और मुंबई-साईंनगर शिरडी वंदे भारत ट्रेन दो ऐसी ट्रेनें हैं जिन्हें प्रधानमंत्री ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह नए भारत के लिए बेहतर, अधिक कुशल और यात्रियों की जरूरतों के अनुकूल परिवहन से संबंधित बुनियादी ढांचे के निर्माण के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

मुंबई-सोलापुर वंदे भारत ट्रेन देश की नौवीं वंदे भारत ट्रेन होगी। यह नई विश्वस्तरीय ट्रेन मुंबई और सोलापुर के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर करेगी और सोलापुर में सिद्धेश्वर, सोलापुर के निकट अक्कलकोट, तुलजापुर, पंढरपुर और पुणे के निकट आलंदी जैसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों की यात्रा को भी सुविधाजनक बनाएगी।

मुंबई-साईनगर शिरडी वंदे भारत, जोकि देश की दसवीं वंदे भारत ट्रेन है, महाराष्ट्र के नासिक, त्र्यंबकेश्वर, साईंनगर शिरडी और शनि सिंगनापुर जैसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों के साथ कनेक्टिविटी को बेहतर करेगी।

मुंबई में सड़क यातायात की भीड़ को कम करने और वाहनों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने के लिए, प्रधानमंत्री ने सांताक्रूज चेंबूर लिंक रोड (एससीएलआर) और कुरार अंडरपास को राष्ट्र को समर्पित किया। कुर्ला से वकोला तक और कुर्ला में एमटीएनएल जंक्शन, बीकेसी से एलबीएस फ्लाईओवर तक जाने वाला यह नवनिर्मित एलिवेटेड कॉरिडोर शहर में पूर्व-पश्चिम कनेक्टिविटी को उन्नत करेगा। यह सड़क वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे को ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे से जोड़ेगी जिससे पूर्वी और पश्चिमी उपनगर कारगर तरीके से आपस में जुड़ेंगे। वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे (डब्ल्यूईएच) पर यातायात को आसान बनाने की दृष्टि से कुरार अंडरपास बेहद महत्वपूर्ण है, जोकि डब्ल्यूईएच के मलाड और कुरार की ओर वाले हिस्से को जोड़ता है। यह लोगों को आसानी से सड़क पार करने और साथ ही वाहनों को डब्ल्यूईएच पर भारी ट्रैफिक में फंसे बिना चलने की सुविधा देता है।

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तीसरी तिमाही में नालको का लाभ दूसरी तिमाही की तुलना में 61 फीसदी बढ़ा

खान मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र की नवरत्न कंपनी नेशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (नालको) ने दिसंबर, 2022 को समाप्त तीसरी तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की है। वित्तीय वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणामों की समीक्षा के लिए ओडिशा के भुवनेश्वर में बोर्ड की एक बैठक आयोजित की गई। इसके अनुसार नालको ने चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में 274 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ प्राप्त किया है। इससे पहले दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 170 करोड़ रुपये था।

वहीं, तीसरी तिमाही में कंपनी ने 3290 करोड़ रुपये की शुद्ध बिक्री की। इस दौरान एल्युमिना की कम बिक्री, उच्च इनपुट लागत के साथ-साथ वैश्विक चुनौतीपूर्ण व्यापार परिदृश्य और अस्थिरता ने लाभ मार्जिन को प्रभावित किया। इन बातों के बावजूद कंपनी ने सभी मोर्चों पर उत्पादन में मजबूत बढ़ोतरी दर्ज की है।

नालको के सीएमडी श्री श्रीधर पात्रा ने कहा कि मंदी की अवधि से उबरने में नालको की परिचालन दक्षता और टीम वर्क ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने आगे बताया कि वैश्विक स्तर पर एल्युमीनियम की कीमतों में बढ़ोतरी व उच्च उत्पादन मात्रा निश्चित रूप से आने वाली तिमाहियों में लाभ मार्जिन में वृद्धि करेगी और समग्र वित्तीय वर्ष 2022-23 के परिणामों में चौथी तिमाही अपना महत्वपूर्ण योगदान देगी।

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गडकरी ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में फ्लेक्स हाइब्रिड वाहनों के बाजार के लिए अपार संभावनाएं हैं’

 केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज लखनऊ में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्य के परिवहन मंत्री  दयाशंकर सिंह, नीति आयोग के सीईओ  परमेश्वरन अय्यर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में ‘ई-मोबिलिटी, वाहन और भविष्य की गतिशीलता’ विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित किया।

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श्री गडकरी ने कहा कि भारत में कुल पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) में से 25 प्रतिशत ईवी उत्तर प्रदेश में ही पंजीकृत होने को देखते हुए उत्तर प्रदेश में फ्लेक्स हाइब्रिड वाहन बाजार के लिए अपार संभावनाएं हैं। कानपुर, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ जैसे शहर ई-वाहनों या इलेक्ट्रिक वाहनों एवं लिथियम बैटरियों के प्रमुख विनिर्माण केंद्र बनते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि फि‍लहाल इस राज्य के अंदर 740 इलेक्ट्रिक बसें चलती हैं जिनकी संख्‍या जल्द ही बढ़कर 5000 हो जाएगी। मंत्री महोदय ने कहा कि सरकार इस राज्य में प्रत्येक 150 किमी दूरी पर स्क्रैपिंग सेंटर और वाहन फिटनेस सेंटर स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश इथेनॉल का सबसे बड़ा उत्पादक है और इसके साथ ही प्राथमिकता के आधार पर दूसरी पीढ़ी का अपेक्षाकृत कम कार्बन वाला इथेनॉल विकसित किया जा रहा है।

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किसानों को ‘अन्नदाता’ के साथ-साथ ‘ऊर्जादाता’ भी बताते हुए श्री गडकरी ने कहा कि नया भारत हमेशा स्वदेश में ही निर्माण करने को काफी बढ़ावा देता है जो सुरक्षित, पुनर्चक्रण योग्य एवं टिकाऊ या सतत होता है, और इसके साथ ही गतिशीलता के क्षेत्र में हरित ऊर्जा और हरित अर्थव्यवस्था के लिए व्‍यापक गुंजाइश सुनिश्चित करता है।

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प्रधानमंत्री ने इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया

इस अवसर पर अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री ने फिजियोथेरेपिस्ट के महत्व को सांत्वना, आशा, सौम्यता और पुनर्स्वास्थ्य लाभ के प्रतीक के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि एक फिजियोथेरेपिस्ट न केवल शारीरिक चोट का इलाज करता है बल्कि रोगी को मनोवैज्ञानिक चुनौती से निपटने का साहस भी देता है।

प्रधानमंत्री ने फिजियोथेरेपिस्ट पेशे की व्यावसायिकता की सराहना करते हुए कहा कि शासन की भावना के अनुरूप कैसे उनमें आवश्यकता के समय सहायता प्रदान करने की समान भावना अंतर्निहित होती है। उन्होंने कहा कि बैंक खाते, शौचालय, नल का पानी, निःशुल्क चिकित्सा उपचार और सामाजिक सुरक्षा तंत्र के निर्माण जैसी बुनियादी जरूरतों के प्रावधान में सहायता के साथ, देश का गरीब और मध्यम वर्ग अब अपने सपनों को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने दुनिया को दिखा दिया है कि वे अपनी क्षमता से नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में सक्षम हैं।

इसी तरह, उन्होंने रोगी में आत्मनिर्भरता का भाव सुनिश्चित करने वाले इस पेशे की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत भी आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पेशा ‘सबका प्रयास’ का भी प्रतीक है क्योंकि रोगी और चिकित्सक दोनों को समस्या पर काम करने की जरूरत है और यह स्वच्छ भारत और बेटी बचाओ जैसी कई योजनाओं और जन आंदोलन में परिलक्षित होता है।

प्रधानमंत्री ने फिजियोथेरेपी की भावना को रेखांकित किया जिसमें सामजस्यता, निरंतरता और दृढ़ विश्वास जैसे कई महत्वपूर्ण संदेश हैं जो शासन की नीतियों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव में, फिजियोथेरेपिस्ट को एक पेशे के रूप में बहुप्रतीक्षित मान्यता मिली, क्योंकि सरकार संबद्ध और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर विधेयक के लिए राष्ट्रीय आयोग लेकर आई, जो देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में फिजियोथेरेपिस्ट के योगदान को मान्यता देता है। श्री मोदी ने कहा कि इससे आप सभी के लिए भारत के साथ-साथ विदेशों में भी काम करना आसान हो गया है। सरकार ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन नेटवर्क में फिजियोथेरेपिस्ट को भी जोड़ा है। इससे आपके लिए रोगियों तक पहुंचना आसान हो गया है। प्रधानमंत्री ने फिट इंडिया मूवमेंट और खेलो इंडिया के वातावरण में फिजियोथेरेपिस्ट के लिए बढ़ते अवसरों की भी चर्चा की।

प्रधानमंत्री ने फिजियोथेरेपिस्ट से लोगों को उचित मुद्रा, सही आदतें, सटीक व्यायाम के बारे में शिक्षित करने के कार्य को अपनाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि लोग फिटनेस को लेकर सही दृष्टिकोण अपनाएं। उन्होंने कहा कि आप इसे लेख लिखने और व्याख्यान देने के माध्यम से कर सकते हैं और मेरे युवा मित्र इसे रील्स के माध्यम से भी दिखा सकते हैं।

फिजियोथेरेपी के अपने व्यक्तिगत अनुभव का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा अनुभव है कि जब योग की विशेषज्ञता को फिजियोथेरेपिस्ट के साथ जोड़ा जाता है तो इसकी शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। शरीर की सामान्य समस्याएं, जिनमें अक्सर फिजियोथेरेपी की जरूरत पड़ती है, कई बार योग से भी दूर हो जाती हैं। इसलिए आपको फिजियोथेरेपी के साथ-साथ योग भी जरूर जानना चाहिए। यह आपकी पेशेवर क्षमता को बढ़ाएगा।

फिजियोथेरेपी पेशे का एक बड़े हिस्से के वरिष्ठ नागरिकों से जुड़े होने को देखते हुए, प्रधानमंत्री ने अनुभव और सरल-कौशल की आवश्यकता पर बल दिया और पेशेवरों से दस्तावेजों को सहेजते हुए उन्हें दुनिया के सामने अकादमिक दस्तावेज प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रस्तुत करने को कहा।

श्री मोदी ने इस क्षेत्र के विशेषज्ञों से वीडियो परामर्श और टेली-मेडिसिन के तरीके विकसित करने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि यह तुर्की में भूकंप जैसी स्थितियों में उपयोगी हो सकता है जहां बड़ी संख्या में फिजियोथेरेपिस्ट की जरूरत होती है और भारतीय फिजियोथेरेपिस्ट मोबाइल फोन के माध्यम से वहां मदद कर सकते हैं और फिजियोथेरेपिस्ट एसोसिएशन को इस दिशा में विचार करने को कहा। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के समापन पर कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि आप जैसे विशेषज्ञों के नेतृत्व में, भारत फिट भी होगा और सुपर हिट भी होगा।

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