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दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के तहत 31,000 से अधिक रोजगार जुटाए जाने से ग्रामीण रोजगार को काफी बढ़ावा मिलेगा

ग्रामीण रोजगार को अधिक बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय 19 कैप्टिव नियोक्ताओं के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर रहा है, जिसके अंतर्गत इन नियोक्‍ताओं को दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्‍य योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के तहत 31,067 ग्रामीण गरीब युवाओं को 6 महीने की न्‍यूनतम अवधि के लिए कम से कम 10,000 रुपये प्रति माह वेतन के साथ प्रशिक्षित करने और लाभकारी रोजगार प्रदान करने का लक्ष्य प्रदान किया जा रहा है।

केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह कल नई दिल्ली में आयोजित समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। इस अवसर पर वे कुछ ऐसे उम्‍मीदवारों को नियुक्ति-पत्र भी बांटेंगे, जिन्‍होंने डीडीयू-जीकेवाई के तहत इसी प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त किया था और उनकी कैप्टिव नियोक्ताओं के यहां नियुक्ति होनी है।

श्री गिरिराज सिंह के निर्देश पर ग्रामीण विकास मंत्रालय ने डीडीयू-जीकेवाई के अंतर्गत कैप्टिव रोजगार (इन हाउस) दिशानिर्देश जारी किए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उम्मीदवारों को उद्योग की आवश्यकता के अनुसार प्रशिक्षित किया जा सकें और उन्हें रोजगार मिल सकें। कैप्टिव रोजगार मॉडल नियोक्ताओं को ग्रामीण युवाओं का चयन करने, उन्‍हें कौशल प्रदान करने और उन्हें अपने प्रतिष्ठान/अपनी अन्‍य संस्था/सहायक कंपनियों में तैनात करने की अनुमति प्रदान करता है।

आरटीडी (भर्ती, प्रशिक्षण और तैनाती) मॉडल को एक तरफ उद्योग की आवश्‍यकताओं को पूरा करने और दूसरी ओर ग्रामीण युवाओं के लिए स्थायी नौकरी सुनिश्चित करने के लिए विकसित किया गया है। यह मॉडल उद्योग, सरकार और ग्रामीण गरीब युवाओं के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। उद्योग अपनी आवश्यकता के अनुसार अपने कार्य स्थल पर ही इन युवाओं को अधिक व्यावहारिक प्रशिक्षण उपलब्‍ध कराने में सक्षम होगा, जबकि सरकार ग्रामीण गरीब युवाओं के लिए अधिक अवधि तक रोजगार (न्यूनतम छह महीने) सुनिश्चित करेगी।

कैप्टिव रोजगार (इन हाउस) के दिशानिर्देश डीडीयू-जीकेवाई कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए दिए जा रहे लाभों के कारण इस योजना में उद्योग की प्रत्यक्ष भागीदारी बढ़ाएंगे जिससे ग्रामीण युवाओं के लिए बड़ी मात्रा में रोजगार सुनिश्चित होंगे। कैप्टिव नियोक्ताओं को प्रदान किए जाने वाले कुछ लाभ इस प्रकार हैं: लक्ष्य आवंटन में सर्वोच्च प्राथमिकता, प्रदर्शन बैंक गारंटी की छूट, गुणवत्ता मूल्यांकन प्रक्रिया और शुल्क की छूट, उद्योग के संचालन को आसान बनाने के लिए प्रशिक्षण केंद्रों की लगन और डीडीयू-जीकेवाई के कुछ अन्य जनादेश के प्रति दिलचस्‍पी, तीन साल की अवधि के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन, उद्योग को अपने कार्य के लिए प्रशिक्षित जनशक्ति की प्राप्ति होगी जिससे नुक्‍सान कम होगा, कार्य प्रदर्शन बेहतर होगा और सरकार की प्रशिक्षण लागत को कम करने में भी मदद मिलेगी।

हालांकि, बदले में कैप्टिव नियोक्ताओं को सभी प्रशिक्षित उम्मीदवारों को कैप्टिव (इन-हाउस) रोजगार देने और 6 महीने की अवधि के लिए न्यूनतम 70 प्रतिशत प्रशिक्षित उम्मीदवारों को 10,000 रुपये के न्‍यूनतम वेतन पर रोजगार उपलब्‍ध कराना है। इसके अलावा 6 महीने से अधिक के प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के लिए 12,000 रुपये का रोजगार देने की जरूरत पड़ती है।

डीडीयू-जीकेवाई का मूल उद्देश्य कौशल प्राप्‍त करने के बाद ग्रामीण युवाओं को स्थायी रूप से लाभकारी रोजगार प्रदान करना है, इसलिए वर्ष 2020 में अंत्योदय दिवस के अवसर पर कैप्टिव रोजगार की अवधारणा की परिकल्पना की गई और इसका शुभारंभ किया गया।

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सड़क सुरक्षा एवम् साइबर क्राइम के लिए किया लोगो को जागरूक

कानपुर 28 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता, दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के षष्ठम दिवस का शुभारंभ प्रथम सत्र में प्रातः कालीन प्रार्थना, एनएसएस सॉन्ग, योगा, प्राणायाम के साथ हुआ। द्वितीय सत्र में आज के मुख्य विषय *सड़क सुरक्षा एवम् साइबर क्राइम* के अंतर्गत महाविद्यालय से अधिग्रहित मलिन बस्ती अस्पताल घाट तक पोस्टर प्रदर्शन व रैली का आयोजन कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही तथा प्राचार्या प्रोफेसर अर्चना वर्मा के कुशल निर्देशन में किया गया। जिसमें सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा, यातायात के नियमों का पालन करें, सावधान रहें सतर्क रहे जैसे नारों के द्वारा जन जागरूकता फैलाई गई। एनएसएस वॉलिंटियर्स ने मलिन बस्ती अस्पताल घाट में जाकर बस्ती वासियों, युवाओं, महिलाओं व बच्चो को पोस्टर, वाक्य, गीत, कविता, आपसी वार्तालाप एवम् नुक्कड़ नाटक के द्वारा यातायात के नियमों का पालन करने एवं साइबरक्राइम से बचने के उपाय समझाएं।
तत्पश्चात स्वल्पाहार के बाद तृतीय सत्र जो एक बौद्धिक सत्र रहा। मनोविज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शिप्रा श्रीवास्तव के विशेषज्ञ निर्देशन में सभी वॉलिंटियर्स ने एक पैनल डिस्कशन *महिलाओं का भावनात्मक शोषण* विषय पर किया। यह एक अत्यधिक रुचिकर एवं लाभदायक सेशन रहा। इसमें इस अति गंभीर, विश्वव्यापी समस्या को अनेक देशों के आंकड़ों के द्वारा रखा गया तथा विभिन्न प्रकार के भावनात्मक शोषण जैसे लिंग भेद, छेड़छाड़, घरेलू हिंसा, काम के आधार पर डिस्क्रिमिनेशन आदि से बचने व उसे रोकने के उपायों पर विचार-विमर्श किया गया। चतुर्थ सत्र में छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किए। शिविर को सुचारू रूप से चलाने में डॉ अंजना श्रीवास्तव, डॉ हिना , डॉ ज्योत्सना का विशेष सहयोग रहा। नूर सना, नून अनमता, नंदिनी, वर्षा, अभिव्यंजन समेत सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स ने कैंप में रुचि व उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।

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विद्या भारती उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश एवं गणित विभाग क्राइस्ट चर्च कालेज कानपुर के संयुक्त तत्वावधान में वैदिक गणित विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन

कानपुर 28 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता, विद्या भारती उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश एवं गणित विभाग क्राइस्ट चर्च कालेज कानपुर के संयुक्त तत्वावधान में वैदिक गणित विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन क्राइस्ट चर्च कॉलेज में किया गया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्याभारती उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संयोजक प्रो जयशंकर पांडेय, वैदिक गणित विशेषज्ञ प्रोफेसर कैलाश विश्वकर्मा एवं प्रोफेसर अनोखे लाल पाठक द्वारा वैदिक गणित विषय पर व्याख्यान दिए गए ।

हड़प्पा कालीन भवनों में गणितीय ज्यामिति एवं मापन विधियों का प्रयोग किया जाता था। वैदिक काल में शुल्व सूत्र, अथर्ववेद में गणित के सूत्र, शून्य की उत्पत्ति, स्थान मूल्य प्रणाली, दशमलव प्रणाली, स्वतंत्रता आंदोलन में गणितज्ञों वैदिक गणित के प्रणेता जगतगुरु स्वामी भारती कृष्ण तीर्थ जी महाराज एवं बाल गंगाधर तिलक जी की भूमिका, जैन तीर्थंकरों जैसे महावीराचार्य का गणित में योगदान, 300 वर्ष ईसा पूर्व ऋषि पिंगल द्वारा बायनरी अंको का प्रयोग, आर्यभट्ट द्वारा त्रिकोणमिति एवं पाई का मान ज्ञात करना, ब्रह्मगुप्त द्वारा पेल समीकरण की खोज, श्रीधराचार्य द्वारा द्विघात समीकरण को हल करना, वराहमिहिर द्वारा शून्य का वर्तमान स्वरूप प्रदान करना, भास्कराचार्य द्वारा समाकलन के क्षेत्र में योगदान, केरला स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स के गणितज्ञ माधव द्वारा कैलकुलस में लीब्निज प्रसार एवं ग्रेगरी श्रेणी की खोज, बोधायन द्वारा पाइथागोरस प्रमेय की खोज, वराहमिहिर द्वारा पास्कल त्रिकोण की खोज, रामानुजन का अनंत श्रेणियों के लिए योगदान एवं संख्या सिद्धांत में योगदान, कानपुर में जन्मे प्रोफेसर हरिश्चंद्र द्वारा हार्मोनिक एनालिसिस, रिप्रेजेंटेशन थ्योरी, ली ग्रुप के क्षेत्र में योगदान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर व्याख्यान दिया गया।
पश्चिम के महान गणितज्ञों न्यूटन, लीब्निज, पास्कल, पेल, पाइथागोरस, फिबोनैकी,हेरीगोन, रोल, ग्रेगरी, फरमैट, यूलर, केप्लर के द्वारा दिए गए गणित के अधिकांशतः सूत्र, सिद्धांत एवं प्रमेय भारतीय गणितज्ञों द्वारा सैकड़ों वर्ष पूर्व ही खोजे जा चुके थे।
आजादी के अमृत काल में भारत के महान गणितज्ञों के कार्यों को सम्पूर्ण विश्व में पहचान एवं सम्मान दिलाना भारत सरकार एवं समस्त भारतवासियों का कर्तव्य है।
इस संगोष्ठी में क्राइस्ट चर्च कॉलेज कानपुर के प्राचार्य प्रोफेसर जोसफ डेनियल द्वारा अपने उद्बोधन में समस्त वक्ताओं को इस कॉलेज में आकर विद्यार्थियों को इस ज्ञान के इस अनछुए पहलू से अवगत कराने के लिए भूरी भुर्री प्रशंसा करी गयी तथा प्राचीन भारत में वैदिक कालीन गणित की पढ़ाई पर बल दिया गया और भविष्य में ऐसी और अधिक वर्कशॉप करवाने के लिए हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया गया, इस कार्क्रम में गणित के विभागाध्यक्ष डॉक्टर आर के जुनेजा ने कार्यक्रम में लगे समस्त लोगो को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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जौनपुर में गौशाला का सच उजागर करने वाले पत्रकारों पर दर्ज मुकदमों की जवाबदेही हेतु मुख्य सचिव सहित अन्य को भारतीय प्रेस परिषद ने जवाबदेही के दिल्ली बुलाया

कानपुर 28 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता, भारतीय प्रेस परिषद ने जौनपुर के पत्रकारों द्वारा गौशाला का सच उजागर करने पर उनके विरुद्ध संगीन धाराओं में दर्ज मुकदमों का सुओ मोटो संज्ञान लेते हुए एक पत्र के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव,सचिव गृह (पुलिस)विभाग,पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश,जिलाधिकारी जौनपुर,पुलिस अधीक्षक जौनपुर को जवाबदेही सुनिश्चित करने हेतु दिल्ली बुलाया है।

श्याम सिंह पंवार सदस्य भारतीय प्रेस परिषद द्वारा संभल व जौनपुर में पत्रकारों पर दर्ज मुकदमों के मुद्दे पर भारतीय प्रेस परिषद में जिस प्रकार पैरवी की गई है वो बेहद साहसिक व सराहनीय कदम है। प्रेस की आजादी को बचाए रखने के लिए पिछले कुछ हफ्तों में भारतीय प्रेस परिषद ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव सहित अन्य अधिकारियों को जौनपुर व संभल में पत्रकारों पर दर्ज मुकदमों की जवाबदेही के लिए भारतीय प्रेस परिषद दिल्ली बुलाकर सरकार को आईना दिखाने का काम किया है। भारतीय प्रेस परिषद ने मुख्य सचिव स्तर के अधिकारियों के माध्यम से सरकार को ये एहसास कराने का प्रयास किया है कि सवाल पूछने मात्र व सच्चाई दिखाने या छापने के लिए पत्रकारों पर संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज कर पत्रकारों में भय व्याप्त करना भारतीय प्रेस परिषद के लिए बेहद चिंता का विषय है। श्याम सिंह पंवार द्वारा पत्रकारों की पीड़ा को स्वयं की पीड़ा महसूस कर भारतीय प्रेस परिषद के माध्यम से पत्रकारों के हित व कल्याण के लिए उनके संरक्षक के रूप में जिस शिद्दत से कार्य किया गया है वो भारतीय प्रेस परिषद के इतिहास में एक नज़ीर अवश्य बनेगी। पत्रकारिता की गरिमा को बचाए रखने के लिए आप द्वारा किए जा रहे जुझारू प्रयासों के लिए पत्रकार जगत आप का सदैव ऋणी रहेगा।

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समाचार कानपुर से

इस मानवता हनन का जिम्मेदार कौन है? यहां सब के सब मौन है!

कानपुर! थाना क्षेत्र पनकी अंतर्गत मानवता का ऐसा हनन चल रहा है… जिसे देखकर कठोर से कठोर दिल भी दहल जाएगा… वैसे यह मानवता का हनन पूरे देश में होता है लेकिन यह पनकी में जहां पर होता है वहीं से महज 10 कदम की दूरी पर स्कूली बच्चे पढ़ने आते हैं… छोटे-छोटे अबोध बालक से लेकर बड़े-बड़े तक! और यहां आस-पास भी छोटे-छोटे बच्चों का जमघट लगा रहता है… और उसी बीच वराह(सूअर) के मालिक आ कर उनको पकड़ते हैं… और इसी बीच वह बच्चों के सामने सूअर के छोटे-छोटे बच्चों को लात से मारते हैं… बच्चे बहुत तेज चीखते है… और उन्हीं के पास खड़ी उनकी मां एक टक से अपने बच्चे को निहारती रहती है… और यही पुरा दृश्य वहां खड़े बच्चे देखते रहते हैं… यह बात जितनी सरल लग रही है यह बात इतनी ही भविष्य के लिए दुर्बल है… इसको देखने वाले छोटे-छोटे बच्चों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा? यह प्रश्न नहीं… महा प्रश्न है!

और तो और यह सब तब हो रहा है जब इन 9 दिनों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने सब कुछ बंद करके रखा है… ताकि इन 9 दिनों किसी भी बेजुबान की जान ना जाए… और फिर सरेआम बच्चों की मासूमियत को छीन कर उनको मानवता का हनन सिखाना, कहां तक न्याय संगत है?
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थाना पनकी इंडस्ट्रियल एरिया चौकी पुलिस का सराहनीय कार्य

पनकी इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और चौकी प्रभारी मनोज सिंह ने शातिर चोरों की तोड़ी कमर

मनोज सिंह ने देर-रात तीन शातिर चोरों को दबोचा

पुलिस ने शातिर चोरों के पास से चोरी की MS N-8 की प्लेटें की बरामद

बीते माह भी पनकी पुलिस ने एटूजेड प्लांट में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले चोरों पर की थी कार्यवाही

पनकी इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने शातिर चोरों से गहनता से की पूछताछ,चोरों के गैंग का पुलिस कर सकती खुलासा

शातिर चोर रात के अंधेरे में एटूजेड प्लांट में चोरी की वारदात को देते थे अंजाम

कमिशनरेट पनकी थाना क्षेत्र का मामला

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इस अप्रैल फूल डे पर, टीवी कलाकारों ने बताया अपने सबसे मजेदार प्रैंक्स के बारे में

हर साल 1 अप्रैल को अप्रैल फूल्‘स डे या मूर्ख दिवस मनाया जाता है, जोकि प्रैंक्स करने के लिये मशहूर है। यह आपके रूटीन शेड्यूल को मजेदार बना देता है। मौज-मस्ती के इस मौके पर एण्डटीवी के कलाकारों-आयुध भानुशाली (‘दूसरी माँ‘ के कृष्णा), गजल सूद (‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कैट सिंह) और रोहिताश्व गौड़ (‘भाबीजी घर पर हैं‘ के मनमोहन तिवारी) ने अपने सह-कलाकारों के साथ किये गये मजेदार प्रैंक्स से जुड़ी यादों को ताजा किया। कृष्णा का किरदार निभा रहे आयुध भानुशाली ने कहा, ‘‘सेट पर मुझे लोग प्रैंक्स्टर कहकर बुलाते हैं। मैं अपने सह-कलाकारों पर प्रैंक्स करने और लोगों को हंसाने का कोई भी मौका नहीं गंवाता। मेरी मां अक्सर मेरी शरारतों से दुःखी हो जाती है, लेकिन अप्रैल फूल्‘स डे तो अपवाद होना चाहिये ना (हंसते हैं)। मैं नेहा दीदी (नेहा जोशी) के बेहद करीब हूं, जोकि शो में मेरी मां का किरदार निभा रही हैं। मेरे प्रैंक्स से वो चिड़चिड़ा जाती हैं। हाल ही में, हम एक गंभीर सीन की शूटिंग कर रहे थे, जैसे ही उन्होंने हमें सीन के बुलाया, मैंने उनकी साड़ी पर स्याही छिड़क दी। उस समय उनके चेहरे के जो भाव थे, वह मैं कभी भूल नहीं सकता। वह इतना घबरा गई थीं कि उन्होंने हमारे असिस्टेंट डायरेक्टर को बुलाया और उनसे साड़ी बदलवाने का अनुरोध किया, क्योंकि उन्होंने हल्के रंग की साड़ी पहन रखी थी। लेकिन साड़ी की स्याही जल्दी ही उड़ गई। मैं हंस-हंस कर लोट-पोट हो रहा था। वह एक जेल इंक था, जो पूरी तरह से गायब हो गया था। मैं इस साल अप्रैल फूल्‘स डे पर उनके साथ प्रैंक करने की सोच रहा हूं, लेकिन मैं यहां पर उसके बारे में नहीं बता सकता, क्योंकि मैंने यदि पहले से ही बता दिया कि मैं क्या करने वाला हूं, तो फिर वह मजा नहीं आ पायेगा।‘‘

गज़ल सूद, जोकि कैट सिंह का किरदार निभा रही हैं, ने कहा, ‘‘हमारे सेट पर योगेश जी (दरोगा हप्पू सिंह) एक प्रैंकस्टर हैं। वह अपने मजेदार प्रैंक्स से हमेशा हमें हंसाते रहते हैं। लेकिन एक दिन, मैंने उन पर ही प्रैंक करने का फैसला किया और वह हमारे प्रैंक में फंस भी गये (हंसती हैं)। एक सीन की शूटिंग के दौरान मैंने उनसे कहा कि, ‘आपकी मूंछें थोड़ी टेढ़ी लग रही हैं।‘ इतना सुनते ही उन्होंने मेकअप आर्टिस्ट को मूछों को ठीक करने के लिये बुला लिया। थोड़ी देर बाद मैंने उनसे फिर कहा, ‘आपकी मूछें अभी भी थोड़ी टेढ़ी लग रही हैं।‘ इसके बाद उन्होंने आईना मंगवाया और मेकअप आर्टिस्ट को फिर से मूंछें ठीक करने के लिये कहा। वह इतने सचेत हो गये कि थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझसे पूछना शुरू कर दिया कि अब तो मूंछें ठीक हैं ना। वह हमारे डायरेक्टर के पास भी चले गये और उनसे पूछने लगे कि कैमरे पर मेरी मूंछें ठीक लग रही हैं ना, जिस पर उन्होंने कहा कि, ‘ठीक लग रही है, पर आप फिर से फिक्स करना चाहो तो कर सकते हो।‘ वह बार-बार अपनी मूंछों को ठीक कर रहे थे। उन्हें ऐसे देखकर हमें बहुत हंसी आ रही थी। पैक-अप के दौरान, मैंने आखिरकार उन्होंने बताया कि उनकी मूंछें बिल्कुल सही थी और मैं उनके साथ प्रैंक कर रही थी। यह सुनकर वह चिड़चिड़ा गये, लेकिन उसके बाद तुरंत हंस भी पड़े।‘‘ रोहिताश्व गौड़ जोकि मनमोहन तिवारी की भूमिका निभा रहे हैं, ने कहा, ‘‘अप्रैल फूल्‘स डे मेरे लिये एक सेलीब्रेशन की तरह है। मैं अपने प्रियजनों के साथ मौज-मस्ती करने को कोई भी मौका हाथ से नहीं गंवाता हूं। हमारे शो की एक कहानी के लिये, मुझे शुभांगी अत्रे अभिनीत अंगूरी भाबी का किरदार निभाना था। मुझे उनकी तरह साड़ी पहननी थी, मेकअप करना था और हेयरस्टाइल बनाने थे, जोकि सबसे ज्यादा जरूरी थे। उस दिन हरकोई मेरे आउटफिट को लेकर हंस रहा था। मैंने उनके साथ मस्ती करने का फैसला किया। वे जब भी शुभांगी को सीन के लिये बुलाते थे, मैं कैमरे के सामने जाकर खड़ा हो जाता था। उन्हें शुरूआत में लगा कि मैं गलती से ऐसा कर रहा हूं, लेकिन मैंने बार-बार ऐसा किया और इससे वे चिढ़ गये। यह प्रैंक मैंने और शुभांगी जी ने मिलकर किया था। इतना ही नहीं, जब वे तिवारी जी के मेरे किरदार के लिये मुझे बुलाते थे, तो मैं कोई ध्यान ही नहीं देता था। मैं सिर्फ तभी फ्रेम में जाता था, जब वे बोलते थे कि ‘अंगूरी, फ्रेम में आओ।‘ मैंने अपने डायरेक्टर और उनके असिस्टेंट्स तथा अपने साथी कलाकारों को भी इतना कंफ्यूज कर दिया था, कि उन्हें मुझे रुकने के लिये बोलना पड़ता था। उस दिन से लेकर आज तक सभी लोग उस प्रैंक एवं मस्ती को याद करते हैं (हंसते हैं।)‘‘

देखिये ‘दूसरी माँ‘ रात 8:00 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ रात 10:00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ रात 10:30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार, सिर्फ एण्डटीवी पर!

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दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज की एनएसएस इकाई ने व्यक्तिगत स्वच्छता व शिक्षा का बस्ती के लोगों को महत्व समझाया

कानपुर 27 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता,दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज कानपुर में एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के पंचम दिवस का शुभारंभ प्रथम सत्र में प्रातः कालीन प्रार्थना, एनएसएस सॉन्ग, योगा, प्राणायाम के साथ हुआ। द्वितीय सत्र में आज के मुख्य विषय *व्यक्तिगत स्वच्छता एवम् शिक्षा का महत्व* के अंतर्गत महाविद्यालय से अधिग्रहित मलिन बस्ती अस्पताल घाट तक पोस्टर प्रदर्शन व रैली का आयोजन कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही तथा प्राचार्या प्रोफेसर अर्चना वर्मा के कुशल निर्देशन में किया गया। जिसमें ‘क्लीन कानपुर ग्रीन कानपुर, सफाई अपनाएं बीमारी भगाएं’ जैसे नारों के द्वारा जन जागरूकता फैलाई गई। एनएसएस वॉलिंटियर्स ने मलिन बस्ती अस्पताल घाट में जाकर बस्ती वासियों, युवाओं, महिलाओं व बच्चो को पोस्टर, वाक्य, गीत, कविता, आपसी वार्तालाप एवम् नुक्कड़ नाटक के द्वारा व्यक्तिगत स्वच्छता के अंतर्गत हाथ धोना सिखाया तथा उन्हें शरीर की सफ़ाई, प्रतिदिन स्नान करने, नियमित रूप से बालों को धोना, शैम्पू करना, तेल लगाना और भोजन करने के पूर्व तथा टॉयलेट करने के उपरांत हाथ धोने का महत्व बताया।
तत्पश्चात स्वल्पाहार के बाद तृतीय सत्र में छात्राओं के द्वारा 15 से 29 आयु वर्ग के बेरोजगार एवम् औपचारिक शिक्षा नहीं ग्रहण कर रहे लोगों का डोर टू डोर सर्वे किया गया। चतुर्थ सत्र में छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किए। शिविर को सुचारू रूप से चलाने में डॉ अंजना श्रीवास्तव, डॉ श्वेता अनुपम का विशेष सहयोग रहा। आस्था, शुभी, नंदिनी, सान्या, सौम्या, दीक्षा, समेत सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स ने कैंप में रुचि व उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।

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बीआरओ ने 138 दिनों के रिकॉर्ड समय में लेह-मनाली का रणनीतिक राजमार्ग खोला

सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लेह-मनाली राजमार्ग (एनएच 3) को 25 मार्च, 20023 को 138 दिनों के रिकॉर्ड समय में खोल दिया है। पिछले साल बीआरओ को इस राजमार्ग को यातायात के लिए खोलने में 144 दिन लगे थे। ये मनाली के रास्ते लद्दाख को बाकी भारत से जोड़ने वाला 427 किलोमीटर लंबा एक रणनीतिक राजमार्ग है। इसका लद्दाख के अंदरूनी क्षेत्रों में सशस्त्र बलों और उनकी आपूर्ति की आवाजाही में खासा रणनीतिक महत्व है। साथ ही ये लद्दाख के लोगों को भारत से जोड़ता है। ये राजमार्ग 422 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-कारगिल-लेह राजमार्ग (एनएच-1डी) का एक वैकल्पिक रास्ता है, जिसे 16 मार्च 2023 को सीमा सड़क संगठन द्वारा खोला गया था। बीआरओ ने निम्मू-पदम-दारच में 16,580 फीट पर स्थित शिंकुला दर्रे को भी 23 मार्च 2023 को 55 दिनों के रिकॉर्ड समय में खोल दिया है।

लेह-मनाली राजमार्ग आम तौर पर सर्दियां आने के साथ ही नवंबर के आखिर से बंद हो जाता है और मार्च में जाकर खुलता है। लद्दाख में बीआरओ फ्रंटलाइन प्रोजेक्ट हिमांक और हिमाचल प्रदेश में प्रोजेक्ट दीपक द्वारा पूरी 427 किलोमीटर सड़क की बर्फ को साफ कर दिया गया है। ये चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन कुशल जनशक्ति और अत्याधुनिक मशीनों से लैस दो अलग अलग टीमों द्वारा सड़क के दो छोर से शुरू किए गए। हिमाचल प्रदेश के सरचू में दो बर्फ हटाने वाली टीमों के एक समान बिंदु पर पहुंचने के साथ ही वहां एक ‘गोल्डन हैंडशेक’ समारोह आयोजित किया गया ताकि राजमार्ग को खुला घोषित किया जा सके।

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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्रीअमित शाह ने आज कर्नाटक के रायचूर में 4500 करोड़ रूपए के कुल 236 विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास किया

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज कर्नाटक के रायचूर में 4500 करोड़ रूपए के कुल 236 विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिनमें जल जीवन मिशन के तहत 1400 गांवों और 7 शहरों के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, पीडब्ल्यूडी के 105 कार्य और कर्नाटक सड़क विकास ऐजेंसी के 19 कार्य शामिल हैं।

अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में उनकी सरकार ही कर्नाटक का भला कर सकती है। उन्होने कहा कि कर्नाटक में अनेक विकास कार्य हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी ने ऊपरी भद्रा योजना के लिए 5300 करोड़ रूपए और ऊपरी कृष्णा योजना के लिए 5000 करोड़ रूपए प्रदान किए, साथ ही महादायी मुद्दे का समाधान किया। इसके अलावा रायचूर ज़िले में ग्रीनफील्ड हवाईअड्डे का निर्माण शुरू हो गया है। झींगे के निर्यात शुल्क में कमी करके प्रधानमंत्री मोदी जी ने झींगापालन से जुड़े किसानों को भी फायदा पहुंचाया है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत 11वीं से विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। दुनिया में सबसे ज़्यादा मोबाइल बनाने वाले देशों में भारत दूसरे, स्टार्ट-अप में तीसरे और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में चौथे स्थान पर है। इन सभी उपलब्धियों के आधार पर प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के शासन में सीमापार से आतंकी भारत में घुसकर हमला करते थे और सरकार कुछ नहीं बोलती थी। प्रधानमंत्री मोदी जी ने उड़ी और पुलवामा हमलों का बदला सर्जिकल और एयर स्ट्राइक के ज़रिए आतंकियों का सफाया करके लिया। श्री शाह ने कहा कि सिर्फ मोदी जी ही भारत को समृद्ध और सुरक्षित बना सकते हैं।

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस देश के करोड़ों लोगों के कल्याण के लिए अनेक काम किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 13 करोड़ गैस सिलिंडर दिए, 10 करोड़ शौचालय बनाए, हर घर बिजली पहुंचाई और प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के माध्यम से हर गरीब को 5 लाख रूपए तक का स्वास्थ्य बीमा दिया। मोदी जी ने 130 करोड़ लोगों को कोरोना से सुरक्षित बनाकर भारत को सुरक्षित बनाने का काम किया है। श्री शाह ने कहा कि मोदी जी देश के करोड़ों गरीबों को प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो अनाज मुफ्त दे रहे हैं।

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केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केन्द्रीय राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह ने इंडिगो की दिल्ली-धर्मशाला-दिल्ली की प्रथम उड़ान को झंडी दिखाई

केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह ने आज इंडिगो एयरलाइन की दिल्ली-धर्मशाला-दिल्ली की प्रथम उड़ान को झंडी दिखाई।

इस अवसर पर केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में इंडिगो की कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की और कहा कि इस पहाड़ी राज्य में उड़ान भरे बिना इंडिगो सही अर्थों में राष्ट्रीय एयरलाइन नहीं बन सकती थी। श्री ठाकुर ने एक बड़े हवाई अड्डे की आवश्‍यकता रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देशभर से हिमाचल आने वाले यात्रियों को दिल्ली जाना पड़ता है और फिर वहां से संबंधित राज्य के लिए कनेक्टिंग उड़ान पकड़नी पड़ती है। उन्‍होंने कहा कि एक बड़ा हवाई अड्डा यात्रियों को सीधी निर्बाध कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगा।

श्री ठाकुर ने देश में हवाई अड्डों से संबंधित अवसंरचना के त्‍वरित विस्तार का श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को दिया। उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में ही हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 140 से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि उड़ान योजना के कारण हवाई चप्पल पहनने वाले लोग अब हवाई जहाज में यात्रा कर पा रहे हैं।

इस हवाई अड्डे द्वारा उपलब्‍ध कराई जाने वाली सेवाओं के महत्व के बारे में चर्चा करते हुए, श्री ठाकुर ने कहा कि धर्मशाला हवाई अड्डा कनेक्टिविटी को सरल बनाते हुए पांच जिलों को जोड़ता है और इससे राज्य की आधी प्रत्‍यक्ष रूप से लाभान्वित होती है। इंडिगो की यह उड़ान इस राज्य के आधे हिस्से और पंजाब के कुछ स्थानों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगी।

केन्द्रीय राज्यमंत्री जनरल वी. के. सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि धर्मशाला हवाई अड्डा से पहली उड़ान 1990 में शुरू हुई थी, जिसके बाद इसके प्रचालनों का विस्तार हुआ और अब इसके पास 1376 मीटर लम्बा रनवे है। केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि स्‍थान की सुविधा उपलब्ध होने पर इस रनवे की लंबाई को और बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दलाई लामा की उपस्थिति के कारण इस हवाई अड्डे पर बहुत अधिक यातायात देखा जाता है और यह हवाई अड्डा पूरे उत्तर-पश्चिमी हिमाचल प्रदेश को हवाई संपर्क प्रदान करता है। इंडिगो की यह उड़ान और अधिक संख्या में पर्यटकों को हिमाचल लेकर आएगी जिससे राज्य के लोगों को बहुत लाभ होगा।

केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में पिछले 65 वर्षों में जितनी सुविधा अर्जित नहीं हुई थी, उतनी सुविधा पिछले नौ वर्षों के दौरान 148 हवाई अड्डों, वाटरड्रोम एवं हेलीपोर्ट के निर्माण के जरिए अर्जित की गई है। उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय अगले तीन से चार वर्षों के भीतर इस संख्या को बढ़ाकर 200 से अधिक करने के लक्ष्य को प्राप्‍त करने की दिशा में काम कर रहा है। यह प्रयास बड़े मेट्रो हवाई अड्डों के साथ-साथ देश के अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी सुलभ करते हुए दूरदराज के हवाई अड्डों को समान महत्व प्रदान करेगा।

श्री सिंधिया ने राज्य में खेल अवसंरचना के निर्माण के लिए श्री अनुराग ठाकुर के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनके अथक प्रयासों के कारण ही धर्मशाला आज न केवल क्षेत्रीय या राष्ट्रीय क्रिकेट, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का केंद्र बन गया है। उन्होंने धर्मशाला के शानदार स्टेडियम की तुलना दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्टेडियम से की। उन्होंने कहा कि क्रिकेट से राज्य की आर्थिक कार्यकलापों में तेजी आयी है और इसका श्रेय भी श्री अनुराग ठाकुर को जाता है।

श्री सिंधिया ने श्री अनुराग ठाकुर द्वारा धर्मशाला हवाई अड्डे के विस्तार के आग्रह को स्वीकार किया और कहा कि इसके लिए उनका मंत्रालय पहले से ही दो चरण की योजना पर काम कर रहा है। पहले चरण में वर्तमान रनवे को 1900 मीटर तक बढ़ाना शामिल है ताकि टर्बोप्रॉप विमान जो अभी लोड पेनल्टी के साथ उतरते हैं, उन्हें बिना लोड पेनल्टी के उतरने के लिए सक्षम बनाया जा सके। दूसरे चरण में रनवे को बढ़ाकर 3110 मीटर तक करना शामिल होगा, ताकि हवाईअड्डे पर बोइंग 737 और एयरबस ए320 को उतारने के विजन को साकार किया जा सके।

राज्य में अपने मंत्रालय की अन्य उपलब्धियों के बारे में श्री सिंधिया ने कहा कि शिमला हवाई अड्डे पर रनवे की मरम्मत का काम पूरा हो गया है और मंडी में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के लिए स्थल-स्वीकृति प्रदान की गयी है। उन्‍होंने दोहराया कि उनका मंत्रालय राज्य में नागरिक उड्डयन अवसंरचना के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

श्री सिंधिया ने कहा, ‘‘नागरिक उड्डयन क्षेत्र का पूर्ण लोकतंत्रीकरण हुआ है और जो लोग हवाई जहाजों को केवल उड़ते हुए देख सकते थे, वे आज इनमें उड़ रहे हैं।’’ उन्‍होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उड़ान योजना के विजन के फलस्वरूप भारत के हवाई यात्रियों की संख्या में 1 करोड़ 15 लाख लोग जुड़ गए हैं।

उड़ान के तहत हिमाचल राज्य को 44 रूट उपलब्‍ध कराए गए हैं, जिनमें से 22 पहले से ही प्रचालन में हैं। राज्य में मंत्रालय की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए, श्री सिंधिया ने कहा कि कनेक्टिविटी 2013-14 के प्रति सप्ताह 40 एयरक्राफ्ट से बढ़कर 110 एयरक्राफ्ट हो गई है और इस प्रकार 9 वर्षों में 175 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से धर्मशाला में, पिछले नौ वर्षों में हवाई यातायात की संख्या में 110 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो 2013-14 के प्रति सप्ताह 28 से बढ़कर आज 50 मूवमेंट तक पहुंच गई है।

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से संसद सदस्य श्री किशन कपूर ने कहा कि राज्य के लोगों के लिए हवाई संपर्क में विमान एक प्रमुख योगदान है। राज्य में कोविड 19 महामारी के दौरान पर्यटक कार्यकलापों में भारी गिरावट आयी थी और अब इसमें फिर से तेजी देखी जा रही है। श्री कपूर ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से धर्मशाला के लिए उड़ान भरने वाले विमानों की संख्या को बढ़ाने पर विचार करने का अनुरोध किया।

इंडिगो एयरलाइन दिल्ली से धर्मशाला के लिए प्रतिदिन उड़ानें प्रचालित करेगी। इस नए उड़ान सेक्‍टर से इंडिगो की दैनिक उड़ानों की संख्या बढ़कर 1795 हो गई है और प्रस्थान के मामले में यह दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी एयरलाइन बन गई है।

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