कानपुर 28 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता, दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के षष्ठम दिवस का शुभारंभ प्रथम सत्र में प्रातः कालीन प्रार्थना, एनएसएस सॉन्ग, योगा, प्राणायाम के साथ हुआ। द्वितीय सत्र में आज के मुख्य विषय *सड़क सुरक्षा एवम् साइबर क्राइम* के अंतर्गत महाविद्यालय से अधिग्रहित मलिन बस्ती अस्पताल घाट तक पोस्टर प्रदर्शन व रैली का आयोजन कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही तथा प्राचार्या प्रोफेसर अर्चना वर्मा के कुशल निर्देशन में किया गया। जिसमें सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा, यातायात के नियमों का पालन करें, सावधान रहें सतर्क रहे जैसे नारों के द्वारा जन जागरूकता फैलाई गई। एनएसएस वॉलिंटियर्स ने मलिन बस्ती अस्पताल घाट में जाकर बस्ती वासियों, युवाओं, महिलाओं व बच्चो को पोस्टर, वाक्य, गीत, कविता, आपसी वार्तालाप एवम् नुक्कड़ नाटक के द्वारा यातायात के नियमों का पालन करने एवं साइबरक्राइम से बचने के उपाय समझाएं।
तत्पश्चात स्वल्पाहार के बाद तृतीय सत्र जो एक बौद्धिक सत्र रहा। मनोविज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शिप्रा श्रीवास्तव के विशेषज्ञ निर्देशन में सभी वॉलिंटियर्स ने एक पैनल डिस्कशन *महिलाओं का भावनात्मक शोषण* विषय पर किया। यह एक अत्यधिक रुचिकर एवं लाभदायक सेशन रहा। इसमें इस अति गंभीर, विश्वव्यापी समस्या को अनेक देशों के आंकड़ों के द्वारा रखा गया तथा विभिन्न प्रकार के भावनात्मक शोषण जैसे लिंग भेद, छेड़छाड़, घरेलू हिंसा, काम के आधार पर डिस्क्रिमिनेशन आदि से बचने व उसे रोकने के उपायों पर विचार-विमर्श किया गया। चतुर्थ सत्र में छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किए। शिविर को सुचारू रूप से चलाने में डॉ अंजना श्रीवास्तव, डॉ हिना , डॉ ज्योत्सना का विशेष सहयोग रहा। नूर सना, नून अनमता, नंदिनी, वर्षा, अभिव्यंजन समेत सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स ने कैंप में रुचि व उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।