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केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने आज कृषि एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र का उद्घाटन किया

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने आज नई दिल्ली के कृषि भवन में कृषि एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य देश के किसानों को डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग करके सूचना, सेवाओं और सुविधाओं से लैस करके सशक्त बनाना है। इस अवसर पर, श्री मुंडा ने कहा कि यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय का एक नवाचार है, जो पूरे देश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए है।

केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के मूल मंत्र- ‘न्यूनतम सरकार-अधिकतम शासन’ को ध्यान में रखते हुए कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सामान्य नागरिकों का जीवन अनावश्यक रूप से प्रभावित न हो और वे अपना कार्य पूरे मनोभाव से, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से कर सकें और स्वयं को आत्मनिर्भर, सक्षम और सशक्त बनाकर देश को सशक्त बनाने में भागीदार बनें। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, कृषि मंत्रालय ने आज किसानों को लाभ प्रदान करने के लिए इस नए डिजिटल आयाम को शामिल किया है। श्री मुंडा ने कहा कि आज प्रौद्योगिकी प्रत्येक लोगों के जीवन का अभिन्न अंग बन चुकी है और एक भागीदार के रूप में सरकार की अपनी जिम्मेदारी है क्योंकि प्रौद्योगिकी इसे और ज्यादा सशक्त बनाती है। मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि लोगों को और समर्थन प्रदान किया जाए जिससे सभी लोगों को प्रौद्योगिकी का लाभ प्राप्त हो सके। श्री मुंडा ने कहा कि सरकार पूरी पारदर्शिता, प्रतिबद्धता और उद्देश्य के साथ चाहती है कि गांव में रहने वाला आम किसान भी प्रौद्योगिकी के माध्यम से आत्मनिर्भर बन सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा इस बात पर बल देते हैं कि हम किसानों को बेहतर जानकारी, सेवाएं और सुविधाएं कैसे उपलब्ध कराएं, भागीदार बनकर किस प्रकार से हम उनकी उत्पादन क्षमता और सामर्थ्य को बढ़ाएं। चाहे हम किसी भी क्षेत्र में कितने भी कुशल क्यों न हों, कृषि विशेष रूप से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है क्योंकि मनुष्य भोजन के बिना जिंदा नहीं रह सकता है। इसीलिए; हमने कृषि क्षेत्र के महत्व पर बल दिया है और किसानों को अन्नदाता कहा है क्योंकि उन्हीं के कारण देश में खाद्यान्नों का उत्पादन और भंडारण होता है।

श्री मुंडा ने कहा कि नई पहल का उद्देश्य किसानों को खेतों की वास्तविक जानकारी उपलब्ध कराना है और यह भी पता लगाना है कि हमारे कृषि क्षेत्र के सामने उत्पन्न होने वाली वास्तविक चुनौतियां क्या-क्या हैं। उन्होंने कहा कि वास्तविक समय पर आंकड़ों की उपलब्धता और उसका विश्लेषण करने से कृषि संबंधित समस्याओं का समाधान किया जा सकता है और इससे कृषि क्षमता का विस्तार होगा तथा फसलें अच्छी होंगी, जिसका लाभ अंततः देश के किसानों को प्राप्त होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसान भी सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनेंगे। यह डिजिटल नवाचार 21वीं सदी में भारत को प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन का एक मजबूत आधार विश्वास है और सरकार इन प्रयासों द्वारा किसानों के बीच विश्वास और सुरक्षित वातावरण स्थापित करेगी।  मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, लेकिन ऐसे भारत को न केवल देखा जाना चाहिए बल्कि महसूस भी किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत न केवल विकसित बने, बल्कि एक समृद्ध भारत का निर्माण हो और आत्मनिर्भरता से साथ ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के सपने को साकार किया जाए। इसके बाद ही देश का प्रत्येक व्यक्ति गोर्वान्वित और सम्मानित महसूस करेगा और हमारी संस्कृति अपने आप में परिलक्षित होगी। श्री मुंडा ने कहा कि देश के किसी भी भाग में रहने वाला नागरिक भारत की मिट्टी से जुड़ा हुआ है और हमारे किसान खेतों के माध्यम से देश के विकास के भागीदार हैं। इसी क्रम में डिजिटल एग्रीकल्चर में ‘एग्री स्टैक’ एक अहम पहल है। इसके अंतर्गत डिजिटल फसल सर्वे शुरू किया गया है, जिसमें किसानों की फसलों की सटीक जानकारी का पता लगाया जा रहा है।

केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने महिला दिवस के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने रसोई गैस पर सब्सिडी देकर महिलाओं को विशेष उपहार प्रदान किया है, वहीं गणतंत्र दिवस के अवसर पर 2024 को नारी शक्ति वर्ष घोषित करते हुए देश की महिलाओं की शक्ति को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि भारत में वास्तव में महिलाओं का सम्मान होता है। श्री मुंडा ने कहा कि कृषि क्षेत्र में हो रहे नवाचारों को भी सही मायने में नारी शक्ति को समर्पित किया जा सकता है।

कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री मनोज आहूजा, सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने भी अपने विचार रखे। मंत्रालय के अपर सचिव श्री प्रमोद मेहरदा ने नई पहल के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।

‘मल्टीफंक्शनल सेंटर- कमांड सेंटर’ में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा कृषि क्षेत्र में किए जा रहे सभी डिजिटल नवाचारों को एक ही स्थल पर एक साथ बड़ी स्क्रीन पर देखा जा सकेगा। मृदा सर्वेक्षण से प्राप्त प्लॉट स्तर के आंकड़े, रिमोट सेंसिंग तकनीक द्वारा प्राप्त फसल सर्वेक्षण की जानकारी, मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी, डिजिटल फसल सर्वे से प्राप्त आंकड़े, कृषि मानचित्र पर उपलब्ध जानकारी, कृषि सांख्यिकी के लिए बनाए गए उपज (उपग) पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी सभी लोगों को एक ही स्थान पर प्राप्त होने से, इसके आधार पर विश्लेषण करना और सटीक निर्णय लेना संभव हो सकेगा, जो इस क्षेत्र में बहुत ही उपयोगी साबित होगा।

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सस्टेनेबल एनर्जी-टेक स्टार्टअप URJA SATHI को मिली 35 लाख रुपये की सीड फंडिंग

10 मार्च, भारतीय स्वरूप संवाददाता, सस्टेनेबल एनर्जी-टेक स्टार्टअप URJA SATHI को मिली 35 लाख रुपये की सीड फंडिंग ताजा फंडिंग का उपयोग Urja Sathi प्रतिभा हासिल करने, ग्राहक सहायता में सुधार करने और अपने संभावित B2B और B2C ग्राहकों के बीच मार्केटिंग, ब्रांडिंग और अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए करेगी. खनऊ स्थित सस्टेनेबल एनर्जी-टेक स्टार्टअप Urja Sathi ने अंकित जैन और शर्ली जैन से 35 लाख रुपये की सीड फंडिंग जुटाई है. इस सीड राउंड में Pror In Pvt Ltd. के को-फाउंडर नीरज कुमार पवार और आयु शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. ताजा फंडिंग का उपयोग Urja Sathi प्रतिभा हासिल करने, ग्राहक सहायता में सुधार करने और अपने संभावित B2B और B2C ग्राहकों के बीच मार्केटिंग,
ब्रांडिंग और अपनी पहुच बढ़ाने के लिए करेगी. Urja Sathi के फाउंडर अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, "यह निवेश Urja Sathi की यात्रा में एक महत्वपूर्ण नए अध्याय को चिह्नित करता है, और सभी खरीदारों, विक्रेताओं और भारत में क्लीन एनर्जी सेक्टर के प्रमुख खिलाड़ियों की एक विविध श्रृंखला को हमारे मंच के माध्यम से एक छत के नीचे लाने की हमारी दीर्घकालिक दृष्टि को बढ़ावा देता है, और अंततः यह भारत में नवीकरणीय ऊर्जा की आपूर्ति करने वाला सबसे बड़ा, सबसे कुशल और विश्वसनीय बाज़ार बन गया है. Urja Sathi मार्केटप्लेस पोर्टल और आगामी ऐप के माध्यम से, हम भारत में आवासीय और वाणिज्यिक दोनों ग्राहकों के लिए सौर और स्वच्छ ऊर्जा को अपनाने को सुव्यवस्थित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह बदले में पूरे उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने और इस दशक के अंत तक ग्लोबल क्लीन एनर्जी लीडर बनने और 2070 तक नेट ज़ीरो की ओर बढ़ने के संदर्भ में भारत के स्थिरता लक्ष्यों में सहायता करने में सहायक होगा." Paper Arizona के को-फाउंडर और Urja Sathi के निवेशकों – अंकित जैन और शर्ली जैन ने कहा, "हमारे देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने और ऊर्जा सुरक्षा में सुधार के लिए नवीकरणीय ऊर्जा और सौर ऊर्जा का उपयोग करना कभी भी इतना महत्वपूर्ण नहीं रहा है; और Urja Sathi, बाज़ार, टेक्नोलॉजी और सौर ऊर्जा पर अपने फोकस के साथ, भारत में स्वच्छ ऊर्जा व्यवसाय को सकारात्मक रूप से बदलने और क्रांति लाने के लिए तैयार है. हम सभी के लिए टिकाऊ और स्वच्छ ऊर्जा को अधिक सुलभ, लाभदायक और कुशल बनाने के लिए अनुराग और उनकी टीम के दृष्टिकोण और समर्पण से प्रभावित हुए, और इसलिए उनकी विकास यात्रा को तेजी से आगे बढ़ाने में Urja Sathi का समर्थन करने का फैसला किया." FSV Capital के को-फाउंडर और Urja Sathi के सलाहकार और संरक्षक, सौरभ जैन ने कहा, "पर्यावरण-चेतना और तकनीकी प्रगति द्वारा परिभाषित वर्तमान युग में, Urja Sathi दोनों आदर्शों में से सर्वश्रेष्ठ को बढ़ावा दे रहा है, और तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रहा है. स्थिरता और नवाचार के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता सराहनीय है, और मुझे ग्रीन एनर्जी इकोसिस्टम को बढ़ावा देने की उनकी क्षमता पर भरोसा है."

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एस एन सेन बालिका महाविद्यालय में पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन आयोजित

कानपुर भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन बालिका महाविद्यालय के विज्ञान संकाय ने पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन की प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्राचार्या प्रो सुमन , रसायन विज्ञान की विभागाध्यक्ष प्रो गार्गी यादव , वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ प्रीति सिंह तथा मुख्य अनुशासक कप्तान ममता अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित करके किया ।
प्राचार्या डॉ सुमन ने छात्राओ का उत्साह वर्धन करते ह्यूज उनको पीपीटी की उपयोगित बतायी और शैक्षिक गतिविधियों में अधिकाधिक प्रतिभाग के लिए प्रेरित किया बी एस सी प्रथम द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की छात्राओ ने प्रतिभाग किया और Black hole, Pedigree analysis,DNA structure,Plant movement,Digestive system of humans,Nuclic acid आदि विषयों पर अपने प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किए । निर्णायक मंडल में डॉ शैल बाजपेयी तथा डॉ समीक्षा सिंह रहे ।कु श्रृष्टि राजपाल प्रथम , कु अंशिका चौरासिया द्वितीय तथा कु आफ़रीन तृतीय रही । महाविद्यालय के समस्त शिक्षक गण एवं विषय से संबंधित छात्रायें उपस्थित रहे।

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क्राइस्ट चर्च कॉलेज में मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज द्वारा “प्लेसमेंट ड्राइव” अयोजित

कानपुर 11 फरवरी भारतीय स्वरूप संवाददाता, क्राइस्ट चर्च कॉलेज परिसर में मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड द्वारा” प्लेसमेंट ड्राइव” कार्यक्रम, महाविद्यालय के कैरियर काउंसलिंग सेल द्वारा अयोजित किया गया।मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की ओर से सोनू वर्मा ( ब्रांच हेड कानपुर), उपेंद्र सिंह (एच.आर.), शोभित और ऐश्वर्या(टीम लीड)के नेतृत्व में पहले चरण का साक्षात्कार किया गया, साथ ही उन्होंने बताया कि वे सब इसी प्रकार से प्रतिभागियों का मार्ग दर्शन आगे भी करते रहेंगे जो कि उनके भविष्य के लिए अत्यंत फलदायी होगा ,
इस सत्र में महाविद्यालय के स्नातक अंतिम वर्ष तथा परास्नातक के कुल 86 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग लिया , जिसमे से पहले चरण के साक्षात्कार के लिए 27 छात्र-छात्राओं को चयनित किया गया।
सभी प्रतिभागियों ने अपने कौशल के अनुसार साक्षात्कार में अपना बेहतर प्रदर्शन किया और इसे प्लेसमेंट की दिशा में एक शुभ अवसर बताया ।
सत्र में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. जोसेफ डेनियल के मार्गदर्शन में किया गया। कॅरियर काउंसलिंग सेल की संयोजिका प्रो. मीत कमल तथा अन्य स्टाफ प्रो. ज्योत्षना लाल,अंकिता ब्रगेंज़ा, आशीष दुबे,अरुनेश शुक्ला, तथा छात्र प्रतिनिधि सुंदरम मिश्रा, वैष्णवी, अनंत, उज्जवल, ,अंजलि, अभिषेक, यश, एवम महाविद्यालय के विद्यार्थी मौजूद रहे सभी ने इस सत्र को अत्यंत प्रभावपूर्ण बताया।

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तालाश उसकी.. जो रूह को छुए

न ही मोहताज हूँ मैं…
और .. न ही आरज़ू है कोई..
कि वो मुझे गुलाब देता …
बेहतरीन सौग़ातों से नवाज़ा हुआ है उसने मुझे …
शिद्दत दी ..
लम्हे दिये..
यादे दी ..
इन्तज़ार दिया ..
उसपर वो ..
उसका
बेशक़ीमती इश्क़ जो
आज भी
मेरी रूह को
महका रहा है
🌹♥️🌹♥️
ये फूल है .. या फिर तेरा ख़याल .. जिसे छूते ही ..महक जाती हूँ मैं .,

दोस्तों !
वैलेण्टाइन बहुत ख़ास दिन होता है उन लोगों के लिए जो प्यार का इज़हार करना चाहते हैं मेरे हिसाब से प्यार बताने की ..या जताने की चीज है ही नहीं .. इसे दिल और रूह अपने आप ही महसूस कर लेती है …
वैलेण्टाइन पर कुछ शेयर करना चाहती हूँ आप सब से .. 🙏

आज सब कन्फ़्यूज है सोचते हैं उन्हें मोहब्बत हो गई है..मगर कई बार वो महज़ एक आकर्षण या फिर ज़रूरत से बढ़ कर कुछ भी नहीं ..मोहब्बत तो इक पाक जज़्बा है जो सिर्फ़ इक बार ही होती है बार बार नही .. मगर लोगों का कहना है कि ये कभी भी हो सकता है।
..असल में ..ये एक अनियंत्रित मन की अवस्था है जिसे अपने मन पर ..इन्द्रियों पर कंट्रोल नही ।
हम सब…दोस्तों से
रिश्तेदारों से ..
बच्चों से और माँ बाप से करते है।
मगर हर प्यार मे फ़र्क़ होता है ..
शिद्दत का ..
तासीर का ..
केवल एक प्यार ,एक सम्बन्ध जो हमे सकून देता है जिसका सम्बंध हमारे जिस्म और रूह के साथ होता है वो एक ही हो सकता है ।
हमारे ऋषि मुनि कहा करते थे घर में रह कर ही ..
सब भोगों को ..भोग सकते है
भोगों को भोगते भोगते मन विरक्त होने लगता है .. और हम विरह की ओर चल पढ़ते हैं ।
विरह बहुत क्षरेठ अवस्था है जो इन्सान को भगवान की ओर ले जाने में सहायक होती है ..

जब इन्सान जीवन भोग चुकता है कुछ समय पश्चात कहने लगता है अब वो चीज़ नहीं रही ..चाहे वो रिश्ता हो या दुनियादारी हो ।
तब इन्सान उदासीनता को महसूस करने लगता है तो ऐसे मे ध्यान भटकता है यानि इधर उधर जाता है

जब कि वो ही अवस्था होती है जब हम अपने असली उद्देश्य की तरफ़ चल सके जिस कारण हम देह में आये हैं इक उम्र के बाद सहज होना .. रूक जाना और गहरा सोचना ज़रूरी है जो हम सब नहीं कर रहे ।
आज के दौर में लोग शादी को ले कर भी बड़े कन्फ़्यूज.है हर कोई यही चाहता कि उसकी शादी बड़े घर में हो … पैसे वाले के साथ हो .. जब कि हम सब जानते हैं कि पैसा हमें वो सुख नहीं दे सकता जिसे हम सकून कहते है।

दोस्तों !
लोगों की सूरतों पर न जा कर बल्कि दिल और संस्कारों को परखना लेना।
जीवन साथी पोटेन्षियिलटी …क्षमताओं .. और
क़ाबलियत के हिसाब से ही ढूँढना।याद ये भी रखना ..हर इन्सान पहले थोड़े से ही शुरू करता है फिर आगे बढ़ता है।जिन को पहले से ही सब बना बनाया मिल जाता है उनकी अपनी.. क्या क़ाबलियत हो सकती है। इन्सान वही है जो खुद खड़ा हो कर.. अपना रास्ता बनाता है गिर गिर कर संभलने वाला इन्सान ही असल मे सफल कहलाने के काबिल है ।

किसी ऐसे की तालाश…जो सिर्फ़ आप ही का हो .. जिसमें मर्यादा हो।
किसी ऐसे की तालाश.. जो तुम्हारी रूह को महका दे।

पैसा तो वक़्त के साथ बन भी जाता है और कई बार आप को दुख दे चला भी जाता है..देखा जा रहा है ..कई बार बच्चों की ..जहां शादियाँ हो रही होती है ..वहाँ सिर्फ़ पैसा ही पैसा होता है मगर सच्चाई ,लौयलटी ..,प्यार बिलकुल नहीं होते।लोग एक दूसरे से बहुत जल्दी ऊब रहे है ।
हर चीज़ की तरह ..उन्हें रिश्तो मे भी वैरायइटी चाहिए होती है।
यही वजह है कि लोग अपने रिश्तो मे ज़्यादा देर तक ख़ुश नहीं रह पा रहे ..और फिर शुरू हो जाती है किसी और की तालाश …जो लोगों के घुटन और डिप्रेशन की ख़ास वजह बन रही हैं समाज में।
दोस्तों ।
आज के दौर में प्यार जिस्मों तक ही सीमित है, जो बेहद अफ़सोस की बात है …इन्सान उस जिस्म की चाह में रहता है जो ख़त्म हो जायेगा ..किसी को अगर अपना बनाने की चाह हो, तो कोशिश करो कि उसकी रूह को छू पाओ या कोई …तुम्हारी रूह को छू पाये …जो वाक़ई में तुम्हारे सकून का सबब होगा ..सच्चे प्यार की तलाश अगर है तो पहले खुद सच्चा बनना पढ़ता .. अगर सीता जैसा पार्टनर चाहिए तो खुद को राम बनाना होगा ..केवल यही एक रास्ता है
जो आप को सकून की ओर ले जायेगा 🙏🌹

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एस ऍन सेन बी वी पी जी कॉलेज द्वारा मतदाता जागरुकता विषय पर एक-दिवसीय शिविर आयोजित

कानपुर 7 फरवरी भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस ऍन सेन बी वी पी जी कॉलेज की एन एस एस इकाई द्वारा मतदाता जागरुकता विषय पर एक-दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभ आरम्भ महाविद्यालय में ऍन एस ऐस यूनिट की स्वयंसेविकाओं द्वारा स्लोगन के द्वारा किया गया एवम ऍन एस एस प्रभारी प्रोफ चित्रा सिंह तोमर ने मतदाता जागरुकता पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया जिसमें महाविद्यालय की सब शिक्षिकाओं ने तथा छात्राओं ने भी प्रतिभाग किया । इसके पश्च्यात स्वयंसेविकाओं ने रैली निकल कर मतदाता जागरुकता के विषय में आम नागरिकों को जागरूक किया साथ ही गॉड ली हुई बस्ती ‘छोटी बीवी का हाता’ के प्रत्येक घर में जाकर महिलाओं, पुरुषों व युवाओं को मतदान के विषय में जानकारी प्रदान की तथा उन्हें मतदान के महत्व को समझाते हुए मतदान करने के लिए प्रेरित किया। शिविर का समापन महाविद्यालय में प्राचार्य प्रो. सुमन के स्वयंसेविकाओं को दिए गए मार्ग दर्शन के द्वारा किया गया । इस अवसर पर ऍन सी सी की इकाई प्रमुख डॉ प्रीति यादव भी सक्रिय रूप से उपस्थित रहीं । एवम शिविर का सफलतापूर्वक संचालन ऍन एस एस कार्यक्रम अधिकारी प्रो. चित्रा सिंह तोमर ने किया।

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तंत्र छोटे से शब्द की बड़ी कहानी…

तंत्र छोटे से शब्द की बड़ी कहानी भाग 10
जय श्री महाकाल
आज हम जानेंगे कन्फ्यूजन स्पेल/ इल्यूजन स्पेल
इल्यूजन स्पेल का अर्थ है विभभ्र्म, भ्रम, जा ल, मिथ्या भ्रांति या माया
इस क्रिया में इंद्रियों से प्राप्त ज्ञान में गड़बड़ ( अ सत्य ) यानी जो कुछ आपने सीखा है या जानते हैं उसमें हेर फेर कर देना जैसे वास्तविकता की जगहकुछ और हो दिखाई देना जैसे आप सोते हुए सपने देखते हैं उन सपनों में आपकी परिस्थिति भयावह कर दी जाती है नॉर्मल सपने कुछ देर चलते हैं और आप उन सपनों से विचलित नहीं होते ना ही डरते हैं क्योंकि आप उन सपनों को भूल जाते हैं जबकि जब आप पर इस तरह की क्रिया की जाती है तो वह सपने लंबे समय तक चलते हैं आपको याद रहते हैं और उठने के बाद आप खुद को काफी लो फील करते हैं बीमार महसूस करते हैं और बहुत थक गए हो जैसे ऐसा आपको महसूस होता है।
इन सपनों में आप खुद को किसी भी भयानक स्थिति में देख सकते हैं जैसे
1 ) आप किसी रेगिस्तान में चले जा रहे हैं आपको भूख प्यास लगी है लेकिन आपके आसपास कोई नहीं है तेज धूप है और आप सिर्फ दूर तक रेतीले टी लों में चलते-चलते जा रहे हैं और प्यास के मारे आपका गला पूरी तरह से सूखा जा रहा है जैसे आप अभी गिर पड़ेंगे !
2 ) आप कुछ बिल्डिंगों के ऊपर से, छतो पर पानी की टंकियों से कूदते हुए भाग रहे हैं, आपके पीछे कोई पड़ा है जिसे आप देख नहीं सकते लेकिन आपको महसूस हो रहा है कि कोई आपके पीछे पड़ा है जिससे आपको खुद को बचाना है।
3 ) आप किसी समुद्र या नदी में डूब रहे हैं कोई बड़ी मछली जानवर आपके पीछे पड़ा है और आप उससे बचने की कोशिश किया जा रहे हैं हाथ पांव मार रहे हैं तैरने की कोशिश कर रहे हैं!
4) जैसे जंगल से गुजर रहे हैं वहां दलदल में आप फस गए और जोर-जोर से ची ख रहे हैं बचाओ बचाओ कोई तो बचाओ कई बार आपके पीछे कोई जानवर पड़ जाता है और आप उससे बचने के लिए कहीं गुफाओं में घुस रहे हैं एवं किसी पेड़ के ऊपर चढ़ रहे हैं।
5) आप महसूस करते हैं जैसे आप किसी कमरे में हैं और उस कमरे की दीवारें आपके पास आती चली जा रही हैं और आप उन चारों दीवारों के बीच फंस जाने वाले हो, दब जाने वाले हो इस तरह के सीन कई बार पुरानी पिक्चरों में भी दिखाए जाते थे।
6) आप महसूस कर सकते हैं जैसे आपके शरीर पर कुछ कीड़े जैसे कॉकरोच,बिच्छू, सांप,कनखजूरे,चींटी,जोक,चूहे आदि आपके ऊपर चढ़ रहे हैं और आप वास्तव में उनसे डर कर उन्हें खुद से हटाने की कोशिश कर रहे हैं एवं नींदों में आपके हाथ पांव चलने लगते हैं उनको हटाने के लिए।
7) आपको अपने शरीर में जलन महसूस हो सकती है जैसे किसी ने पेट्रोल मिट्टी का तेल आदि डालकर जला दिया हो और आप बचने के लिए भाग रहे हैं जहां पानी दिख रहा है पानी में कूद रहे हैं मिट्टी दिख रही है मिट्टी में लो ट रहे हैं और वह आग बुझने का नाम ही नहीं ले रही।
8) कई बार आपको आपके परिवार के ही मरे हुए लोग दिखाई देते हैं जो आपको मार रहे होते हैं पीट रहे होते हैं या खींचकर अपने साथ ले जा रहे होते हैं इस तरह के के बुरे सपने आते हैं पूरी तरह से नेगेटिव।
इस तरह के स्वप्न पूरी रात चलते रहते हैं आप डरते रहते हैं और जब सुबह उठते हैं तो पूरी तरह से हैरान परेशान बीमार जैसे किसी ने आपकी पूरी एनर्जी ही खींच ली हो इसी तरह से कई बुरे अनुभव उस इंसान को हो सकते हैं। इससे बचने के लिए कोशिश करें जैसे ही आपको पहला हल्का अनुभव होता है उसी वक्त से मंत्र जाप करे,अपनी नजर उतारे औरा क्लीन करें खुद की भी और घर की भी, रात को कोई ना कोई कवच सुने जिस भी ईस्ट को आप मानते हैं, खुद को पैक करके सोए खुद को सकारात्मक रखें किसी भी नकारात्मकता को स्वयं पर हावी न होने दें ऐसी क्रिया करने वाले लोग तो चाहते ही यही है कि आप कई रातों तक डर से सो ना पाए आपके व्यक्तित्व में नकारात्मकता झलके,आप परेशान रहे और किसी भी तरह का कार्य आप ना कर सके।
आपको कुछ भी हो रहा हो तुरंत उस परेशानी से संबंधित डॉक्टर से मिले लेकिन अपने कॉन्शियस लेवल को बनाए रखें क्योंकि इस तरह की क्रिया जो भी करता है वह आपके पास का ही आपका अपना खास व्यक्ति, दोस्त,रिश्तेदार होता है ऐसा ना हो कि वह आपको किसी गलत डॉक्टर के पास ले जाए या गलत दवाइयां दे जिससे आपकी स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ जाए।

कन्फ्यूजन स्पेल इसका अर्थ है उलझा हुआ, उलझन में डालना अ स्पष्ट जैसे
1) कई प्रश्न पूछ कर उलझन में डाल देना
2) क्लियर रोड साइन ना होने पर उलझा जाना गलत दिशा में जाना
3) इतने ऑप्शन दे देना या दिखाना की आप समझ ही ना पाए आपको करना क्या है आप चाहते क्या है?
नर्सिंस्ट या आपका बुरा चाहने वाला आपके आसपास होता है और यह क्रिया आप पर की जाती है तो आप अपने लिए कभी भी सही समय पर सही जगह सही निर्णय नहीं ले पाते वह आपके कार्य,रिश्तो, खुशियों पर ग्रहण लगने के लिए तैयार रहता है इसलिए जब आप कोई कार्य करने की शुरुआत करना चाहते हैं तो वह आपके सामने कई प्रकार के सवाल खड़े कर देगा जैसे वह पैसा कहां से आएगा – अगर लाभ नहीं हुआ तो चूकाओगे कैसे- जिससे पैसा ले रहे हैं यदि वह गलत इंसान हुआ तो – इस काम को करने से अच्छा तो ऐसा कर ले – वैसा कर ले इस तरह के अनगिनत सवाल आपके सामने रख दिए जाते हैं और आप पहली ही सिढ़ी पर कन्फ्यूजन होकर खड़े रह जाते हैं आगे बढ़ ही नहीं पाते।
इसी तरह आपके रिश्तों पर भी यह सवाल उठाते हैं कभी आपकी गलतियां दिखाते हैं जो पास्ट में कभी अा पने की थी या आपके साथी ने अनजाने में की थी, कभी आपके स्टेटस का हवाला दिया जाता है कभी धर्म का तो कभी कार्य पर सवाल उठा दिए जाते हैं आपके अहंकार को इतनी हवा दे दी जाती है कि आपको समझ ही नहीं आता कि रिश्ते निभाने के लिए हमेशा दिमाग को नहीं लगना चाहिए आपकी खुद की गलती हो और आप अपने साथी से माफी मांगना चाहते हैं तो भी यह लोग आपको इतनी बातें सुनते हैं आपके अहम को आपके अहंकार को और सामने वाले की कुछ ऐसी बातों को जिससे कि आप उन रिश्तो को सुधारने की जगह और बिगाड़ देते हैं और फिर अंत में अकेले रह जाते हैं।
आपकी खुशी किसमे है जब आप यह जानकर उस दिशा में बढ़ने लगते हैं तो आपसे जलन ईर्ष्या द्वेष का भाव रखने वाले लोग आपके ही प्रिय बन कर आपके सामने ऑप्शन का पिटारा खोल देते हैं जैसे काम करने के लिए कई ऑप्शन रिश्तो में ऑप्शन घूमने में ऑप्शन कई तरह की बातों में उलझा कर आपको सबसे गलत जो होगा वही आपको चुनने में मदद करते हैं आपसे वह चुनवाते हैं जिससे आप उनसे ज्यादा आगे ना बढ़ सके आप तरक्की ना कर सके और आपके सामने रोज एक नई समस्या नई परेशानी खड़ी हो आपके रिश्ते इतने कलुषित क्लेश वाले हो जाए की मानसिक शांति पूरी तरह से खत्म हो जाए आपकी आप जीवन से पूरी तरह निराश हो जाए और यह सोचने पर मजबूर हो जाए कि मैं आखिर मेरी गलती कहां थी आखिर मेरी किस्मत इतनी खराब क्यों है एवं आप कई बार आत्महत्या तक की सोच को हवा देने लगते हैं और ऐसा लगता हैं कि आपके लिए इस जीवन में कुछ बचा ही नहीं है।
ऐसी स्थिति अगर आपको महसूस होती है तो सबसे पहले खुद को कुछ दिन के लिए अकेला कर लीजिए उस भीड़ से अलग जो आपके मार्ग में अवरोध डाल रहे हैं आपको गलत डायरेक्शन दे रहे हैं शांत मन से स्वयं से बात कीजिए आपकी स्वयं की खुशी किस में है खुद को समझते हुए आपको आगे बढ़ना होता है और जैसे ही आप अपनी खुशी को समझते हैं खुद को समझते हैं आपकी जीत निश्चित हो जाती है आप किसी पर आश्रित नहीं रहते हैं आपके जो निर्णय होते हैं वह आपके अपने होते हैं जो दूसरों के बताए हुए सलाहों से कहीं ज्यादा बेहतर होते हैं क्योंकि यदि आप इसमें कुछ गलत भी करते हैं तो भी आप उनसे सीखते हैं और उन गलतियों के लिए आप स्वयं जिम्मेदार होते हैं खुद को जिम्मेदार ठहराते हैं ना कि किसी और को इसलिए सबसे पहले स्वयं से सवाल कीजिए आपको अपने जीवन से क्या चाहिए आपको क्या काम करने से खुशी मिलेगी आपके साथी धनी होनी चाहिए या साथ देने वाले संस्कारी, इंसानियत,प्रेम का,सम्मान का भाव रखने वाले होने चाहिए इन सवालों का जवाब मिलते ही आप सही दिशा में आगे बढ़ते हैं सही समय पर सही निर्णय लेते हैं इस तरह से किसी भी स्थिति में स्वयं को शांत रखने का प्रयास करें और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े।
जय श्री महाकाल
जय श्री महाकाली
यदि आपको किसी भी तरह की सहायता की आवश्यकता है तो आप संपर्क कर सकते हैं ज्योतिष राखी हीलर तंत्र विशेषज्ञ सुनीता वाधवानी जी से 9784862029

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मां हमेशा जिंदा रहती है

मां हमेशा जिंदा रहती है…
कभी रसोई में तो कभी बगीचे में
दिख जाती है….
अक्सर सुई धागे में भी दिख जाती है
यूं ही बातों बातों में भी कभी याद बनकर
दिख जाती है…
मंदिर में, अलमारी में, पल पल पर घटते जा रहे हैं जीवन में
अक्सर मां दिख जाती है …. कोई व्यंजन कब सीखा.. याद नहीं
पर किसने कैसे सिखाए यह याद आ जाता है बगीचे का पौधा जो अब बड़ा हो गया है
अपने बड़े होने की बात बताता है…
न जाने कितनी बातें हैं याद आती….
मां घर के हर कोने में यूंही चलती रहती है
शायद…. हमेशा.

~प्रियांका वर्मा माहेश्वरी

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एस.एन. सेन बी.वी. पी.जी . महाविद्यालय तथा सी.एस.जे.एम. यू. कानपुर के ट्रेनिंग, नवाचार एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में उद्यमिता विकास : अवसर और कैरियर की संभावना ” विषय पर व्याख्यान आयोजित

एस.एन. सेन बी.वी. पी.जी . महाविद्यालय तथा सी.एस.जे.एम. यू. कानपुर के ट्रेनिंग, नवाचार एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में आज दिनांक 07/02/2024 को महाविद्यालय की छात्राओं हेतु “नवप्रवर्तन प्रौद्योगिकी में अभिनव विचारों के माध्यम से उद्यमिता विकास : अवसर और कैरियर की संभावना ” विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथि एवं वक्ता डॉ. अनिल त्रिपाठी (इनक्यूबेशन मैनेजर, सी.एस.जे.एम.आई.एफ.), डॉ.अजय जैन (ई.बी., सी.एस.जे.एम.यू.), प्राचार्या प्रोफेसर सुमन, सचिव श्री पी.के. सेन द्वारा सरस्वती माँ के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर किया गया। डॉ.अनिल कुमार त्रिपाठी ने नवाचार के संबंध में छात्रों का दृष्टिकोण, कंटेंट क्रिएटर्स के रूप में करियर, नए नवोन्वेषी रुझानों के रूप में सामग्री निर्माताओं की भूमिका तथा तीन प्रकार के इनोवेशन -प्रोडक्ट इनोवेशन, सेवा नवाचार, प्रक्रिया नवाचार आदि मुख्य पक्षों पर विस्तृत जानकारी छात्राओं को प्रदान के अंत में, नए कैरियर अवसर के रूप में नए नवीन रुझानों और तकनीकों के निर्माण में छात्रों के विचार भी जाने गए  कार्यक्रम का समापन समन्वयक प्रो.गार्गी यादव ने धन्यवाद ज्ञापन से किया  कार्यक्रम में प्रो. निशी प्रकाश, प्रो. रेखा चौबे, डॉ. रचना निगम (इनोवेशन सेल प्रभारी), डॉ प्रीति सिंह ,डॉ. शुभा बाजपेयी, डॉ.कोमल सरोज, डॉ. अनामिका, डॉ. प्रीता अवस्थी, डॉ. सपना रॉय आदि शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं|

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क्राइस्ट चर्च कॉलेज में इमरटिकस लर्निंग द्वारा “वॉक-इन ड्राइव” कार्यक्रम अयोजित

कानपुर 7 फरवरी भारतीय स्वरूप संवाददाता क्राइस्ट चर्च कॉलेज परिसर में इमरटिकस लर्निंग के द्वारा “वॉक-इन ड्राइव” कार्यक्रम, महाविद्यालय के कैरियर काउंसलिंग सेल द्वारा अयोजित किया गया, इमरटिकस लर्निंग के सहायक उपाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया  कौशल आविष्कारों को पूरा करने के लिए मानव पंजी की गुणवत्ता में सुधार करना आवश्यक है, उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र में अवसरों के बारे में बताया और बैंकिंग क्षेत्र में जोखिम विश्लेषक के महत्व के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जो शीघ्र ही तीसरी स्थान पर होने वाली है, और यह दिखाता है कि भारत में नौकरियों की कमी नहीं है, छात्रों को सिर्फ सही अवसर की तलाश करनी चाहिए।
उन्होंने छात्रों को सबसे महत्वपूर्ण अमेरिकी और विश्व बैंकों के बारे में बताया, Jio Mart में निवेश की महत्वपूर्णता पर चर्चा की, और LIC के महत्व को उजागर किया। “यदि आपका सही दृष्टिकोण है, लेकिन आपकी आवश्यक क्षमता नहीं है, तो सफलता प्राप्त करना कठिन हो सकता है। दृष्टिकोण यह परिभाषित करता है कि आप अपने लक्ष्य की ओर कैसे काम करते हैं या आगे बढ़ते हैं। विरूप, क्षमता यह परिभाषित करती है कि आपके पास कितनी स्पष्ट कौशल सीखने की क्षमता है या ज्ञान प्राप्त करने की क्षमता है जो आपकी लक्ष्य प्राप्ति में मदद करेगा।,” यह कहकर उन्होंने बताया कि सकारात्मक दृष्टिकोण कौशल की ओर ले जाता है। विभिन्न बैंकों के बारे में भी बताया जैसे कि निवेश बैंक, खुदरा बैंक, वित्तीय सेवाएं, उन्होंने बैंकिंग के विभिन्न पहलुओं की बात की। उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र में अवसरों की बात की और बैंकिंग क्षेत्र में जोखिम विश्लेषण की महत्वपूर्णता को समझाया।
सत्र में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. जोसेफ डेनियल के मार्गदर्शन में कॅरियर काउंसलिंग सेल की संयोजिका प्रो. मीत कमल तथा अन्य स्टाफ प्रो. अंकिता ब्रगेंज़ा, आशीष दुबे,अरुनेश शुक्ला, तथा छात्र प्रतिनिधि वैष्णवी अनंत, उज्जवल,अंजलि सचान, सुंदरम,अंजलि गुप्ता, अभिषेक, यश, एवम महाविद्यालय के विद्यार्थी मौजूद रहे सभी ने इस सत्र को अत्यंत प्रभावपूर्ण बताया।

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