-कोरेन्टीन नही हुए तो 29 टेक्नीशियन के संक्रमित होने का खतरा
कोरोना संक्रमण की रोकथाम, बचाव के लिए केन्द्र व उत्तरप्रदेश सरकार,स्वास्थ्य विभाग ज़िला प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहे है कि इस महामारी को फैलने से रोका जाए।लेकिन कुछ लापरवाह ओहदेदार के तानाशाही रवैये के चलते कोविड19 लैब में भी कोरोना संक्रमण का ख़तरा है क्योंकि जो लैब टेक्नीशियन अभी तक कानपुर व आस पास के ज़िलों के संक्रमितों की कोरोना जाँच कर रहे हैं उन टेक्नीशियन को भी हो सकता है कोरोना।
अब अगर नियम की बात की जाए तो जो टेक्नीशियन टीम जाँच करती है उनको 15 दिन बाद कोरेन्टीन किया जाता है और दूसरी टीम को जाँच में लगना होता है।
कानपुर मेडिकल कॉलेज में बनी कोविड 19 लैब में 13 अप्रैल से जो टीम जाँच के लिए लगी है आज 5 मई तक वही टीम कर रही है कार्य।नियमानुसार उस टीम को अभी तक कोरेन्टीन नही किया गया,जबकि दूसरी टीम लैब मौजूद होते हुए भी क्या अस्पताल प्रसाशन इन टेक्नीशियन को कोरोना संक्रमित होने का इंतज़ार कर रहा है लापरवाही के चलते पूरे मेडिकल कॉलेज की होगी छवि धूमिल।जहाँ एक ओर प्रचार्या डॉ आरती लाल चंदानी कोरोना के विरूद्ध जंग में रात-दिन एक करे हुए है,वही दूसरी ओर कोविड19 लैब HOD अस्पताल प्रसाशन व प्रदेश सरकार की बदनामी करवाने में कोई कसर नही छोड़ रही।
अगर लैब में संक्रमण फैला तो कौन होगा ज़िम्मेदार यह प्रश्न विचारणीय है।