कानपुर 29 सितंबर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस.एन. सेन बी. वी. पी. जी. कॉलेज कानपुर में 27/09/2022 से दिनांक 02/10/2022 तक मनाए जाने वाले सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम के तीसरे दिन आज 29/09/2022 को डिजिटलाइजेशन के द्वारा बालिका सशक्तिकरण हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदत्त स्मार्टफोन वर्ष 2022 में स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को वितरित किया गया। वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या, आज के वितरण कार्यक्रम की प्रभारी प्रोफेसर अलका टंडन द्वारा किया गया। आज लगभग 210 छात्राओं को स्मार्टफोन प्रदान किए गए। इसी क्रम में आज ही महाविद्यालय प्राचार्या प्रो. सुमन के निर्देशन में अंग्रेजी विभाग द्वारा मॉल रोड स्थित छोटी बीबी का हाता में स्वास्थ्य एवम् स्वच्छता विषय पर समुदाय को जागरूक किया गया तथा सैनिटरी नैपकिन का वितरण भी किया गया। जागरूकता कार्यक्रम में प्रोफेसर अलका टंडन, श्रीमती कोमल सरोज, डॉ. पूजा गुप्ता का विशेष सहयोग रहा। स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम में प्रभारी कैप्टन ममता अग्रवाल, श्रीमती ऋचा सिंह, डॉ. संगीता सिंह, डॉ. अनामिका, श्रीमती रेशमा, सुश्री श्वेता रानी, डॉ. निशा सिंह, डॉ. कीर्ति पांडेय, श्री गौरांग (ऑफिस) तथा एन. सी. सी. छात्राओं ने सक्रिय योगदान दिया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार की उपस्थिति छात्राओं के लिए प्रेरणादायक रही।
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मजबूत कदम जरूरी
काफी समय बाद कांग्रेस खेमे में फिर से काफी हलचल दिखाई दे रही है कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर और घटनाक्रम बहुत तेजी से बदल रहे हैं। हालांकि राहुल गांधी की “भारत छोड़ो यात्रा” ने जनता का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है और एक सकारात्मक नजरिया भी उनके प्रति पनपने लगा है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस दल के अंदरूनी कलह का असर उनके मिशन पर पड़ सकता है।
विदित है कि अध्यक्ष पद के लिए गहलोत सूची में सबसे आगे हैं लेकिन आपसी विवाद के चलते फैसला निर्णायक नहीं हो पा रहा है। अध्यक्ष पद की लाइन में कांग्रेस नेतृत्व का विरोध करने वाले शशि थरूर भी आगे हैं। सचिन पायलट का मौन क्या असर दिखाएगा अभी गर्भ में है। शुरू शुरू में गहलोत और शशि थरूर का नाम आगे था लेकिन राजस्थान में मचे राजनीतिक बवाल से कई और नाम भी सामने आ रहे हैं- मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक है। यह सभी नाम और चेहरे गांधी परिवार के खास माने जाते हैं। यह सभी लोग चुनावी राजनीति से दूर हैं और इनकी अपनी पहचान है।
शायद यह पहली बार है जब कांग्रेस पार्टी को गैर गांधी परिवार का अध्यक्ष मिलेगा और यही वक्त है जब राजशाही व्यवस्था को दरकिनार कर आपसी कलह को मिटाकर संगठन को मजबूत किया जाए। राहुल गांधी की “भारत छोड़ो यात्रा” कांग्रेस पार्टी के अस्तित्व के लिए डूबते को तिनके का सहारा है।
~ प्रियंका वर्मा महेश्वरी
Read More »दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज एनएसएस इकाई फिर से सर्वश्रेष्ठ
कानपुर 25 सितंबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, महाविद्यालय की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संगीता सिरोही को छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर द्वारा पीएसआईटी में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के 54वें स्थापना दिवस समारोह में उनके द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट एवं सकारात्मक कार्यों तथा कुशल नेतृत्व हेतु गौरवमयी सम्मान *’गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार’* कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।
यह पुरस्कार उन्हें सांसद राज्यसभा, डॉ सुधांशु त्रिवेदी व कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक के कर-कमलों से प्राप्त हुआ। महाविद्यालय को यह पुरस्कार निरंतर दूसरे वर्ष प्राप्त हुआ है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय विश्वविद्यालय एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक, प्रो. के एन मिश्रा व महाविद्यालय प्राचार्या, प्रो. सुनंदा दुबे तथा प्रबंधतंत्र कैथवास नवीन एनएसएस वॉलिंटियर्स को दिया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रुप में आयुर्वेदाचार्य डॉ वंदना पाठक एवं अन्य गणमान्य लोगों में प्रति कुलपति प्रो अवस्थी जी, निदेशक, महाविद्यालय विकास परिषद, प्रो. आर के द्विवेदी जी कुलसचिव, डॉ अनिल यादव जी, एनएसएस के सहायक कार्यक्रम समन्वयक डॉ श्याम मिश्रा एवम् PSIT प्रबंधतंत्र से वाइस प्रेसिडेंट श्री अभिजीत जी व समस्त महाविद्यालयों के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
बदलते परिदृश्य
पिछले कुछ समय से मौजूदा राजनीति ने लोगों के जीवन में उथल-पुथल मचा रखी है। जिन वादों से सत्तायें हासिल की जातीं हैं उन्हीं वादों की धज्जियां सरकारें सरेआम उड़ाती है।
महिला सुरक्षा:- समाज में महिला सुरक्षा एक अहम मुद्दा है। जब सरकार यह वादा करती हैं कि बहू बेटियां निडर होकर रास्तों पर निकलेंगी तब वहीं यह देखने सुनने को मिलता है कि किसी सत्ताधारी दल के नेता या फिर किसी मंत्री के बेटे ने एक महिला के साथ दुष्कर्म किया और फिर हत्या कर दी। इस तरह के अपराध समाज में ज्यादा देखने को मिल रहे हैं एसिड फेंकना, हत्या करना, जिन्दा जला देना, यौन हिंसा, जबरदस्ती वेश्यावृत्ति जैसे अपराध बढ़ते जा रहे हैं। लड़कियां, महिलाएं निडर होकर बाहर निकलने से डरती है। इन दिनों लव जिहाद जैसे मामले ज्यादा दिखाई दे रहे हैं। और तो और महिला नेता, सांसद भी अब आपत्तिजनक फब्तियों से नहीं बच पाती हैं। महिलाएं लड़कियों के अलावा छोटी छोटी बच्चियां भी सुरक्षित नहीं है। यह घटनाएं रोंगटे खड़े कर देने के लिए काफी हैं।
युवावर्ग:- आज का युवा वर्ग कॉलेज में पढ़ने से ज्यादा नेतागिरी और नारेबाजी ज्यादा समय व्यतीत करता है। जहां देश के टाप-100 अमीरों की आमदनी के बराबर समूचे देश के 70 फीसद लोगों के आय हो, शिक्षा तो दूर लगभग एक तिहाई आबादी साक्षर भी नही है। मुफ्त का राशन, फ्री चीजों की लालसा और सुनहरे भविष्य का आश्वासन उन्हें शिक्षा से दूर कर रहा है। किसी भी देश का विकास उसकी शिक्षा पर आधारित है। भ्रष्ट अधिकारी और बिचौलियों द्वारा पेपर लीक करवा देना मेहनतकश बच्चों के साथ अन्याय है। प्रशासन व्यवस्था भी इस मामले पर आंखें मूंदे हुये रहती है।
धार्मिक उन्माद :- धर्म वो अफीम है जिसे चखने पर इसका नशा जल्दी उतरता नहीं है बल्कि और गहरा होता जाता है। कहीं पढ़ा था कि देश और धर्म को अलग रखा जाना चाहिए। अगर धर्म देश और समाज पर हावी हो गया तो उस देश का पतन निश्चित है। आज के परिदृश्य में यह बात सटीक बैठती है। धार्मिक होना, आस्थावान होना गलत नहीं है मगर अंधभक्ति में डूब कर सही गलत का फर्क ना कर पाना गलत है। आज ज्यादातर सरकारें धर्म का चोला पहनकर राजनीति करती है और मुद्दों से लोगों को भटका कर वोट की राजनीति कर रही है। धर्म से आगे लोग कुछ सोचना समझना नहीं चाहते। इसके आगे सारे मुद्दे फीके पड़ जाते हैं। मुफ्तखोरी, फ्री का लालच देकर जनता को अपाहिज बना दिया जा रहा है। यह मुफ्तखोरी आदमी को आगे बढ़ने और जुबान खोलने से रोकती है। आखिर क्यों चाहिए मुफ्त बिजली, राशन? जनता मुद्दों पर क्यों नहीं बात करती? सरकार से सवाल क्यों नहीं करती? जो वादे किए गए हैं ठंडे बस्ते में क्यों जा रहे है? क्यों नहीं कहती कि हमें फ्री चीजें नहीं चाहिए? हमें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराओ।
दबंगई:- चाहे पुलिस अधिकारी हो या नेता अपना दबदबा कायम रखने के लिए यह लोग अराजकता फैलाते हैं। अक्सर जातिवाद के हथियार कौन अपनाकर अपना दबदबा और सियासत दोनों पर पकड़ मजबूत करते हैं। प्रशासन की सांठगांठ से जंगलराज फैलता जा रहा है। पीड़ितों की गुहार नजरअंदाज कर दी जाती है। शिकायत दर्ज कराने आए लोगों के साथ निंदनीय व्यवहार किया जाता है। रक्षक ही भक्षक बने फिर रहे हैं। सत्ता की हनक कानून को ठेंगा दिखा रही हैं।
स्वास्थ्य :- स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर नजर डालें तो स्वास्थ्य व्यवस्था प्रणाली बहुत ही खराब है। कोरोना का वक्त इस बात का सबूत है कि लोग किस तरह से अव्यवस्था और सुविधा के अभाव में मरे। यह माना कि स्थिति नियंत्रण के बाहर थी फिर भी यदि पहली लहर से ही सावधान हो जाते तो इतनी मुसीबतों का सामना नहीं करना पड़ता। डॉक्टरों ने भी आपदा में अवसर का लाभ उठाया। इस बुरे दौर में संवेदनाएं मर चुकी थी और जीवन का मूल्य खत्म हो गया था। ऐसी ही अव्यवस्था कुछ समय पहले दिखी थी जब अस्पताल में बच्चे ऑक्सीजन की कमी से मर गए थे और यह बयान आया था कि अगस्त में तो बच्चे मरते ही हैं। व्यक्ति का नैतिक कितना पतन हो गया है, जो बच्चों के लिए ऐसी मानसिकता रखते हैं।
मीडिया:- विगत कुछ समय से मीडिया भी निष्पक्ष नहीं रह पा रही है। एक वक्त था जब मीडिया घटनाओं की जानकारी अपनी जान जोखिम में डालकर सच बयान करती थी। आजकल चाटुकारिता का बोलबाला है और इसी चाटुकारिता के बल पर लोग अपना स्वार्थ सिद्ध करते हैं। जिसकी भी हां में हां मिला हो वही बड़ा पत्रकार, न्यूज़ चैनल, एंकर होते हैं। एक भटकाव है कि मीडिया क्या सच कह रही है और क्या झूठ कह रही है।
स्थिति बदलने के बजाय बदलाव का सिर्फ ढोल पीटा जा रहा है। लोगों की सबसे कमजोर नस दबाकर उन्हें आस्था व धर्म के नाम पर मुद्दों से भटकाया जा रहा है। भारत एक कल्याणकारी राज्य है। इसलिए कमजोर वर्ग की सहायता की ही जानी चाहिए। लेकिन, हर वर्ग को मुफ्त की रेवड़ी बांटना भी कतई तर्कसंगत नहीं कहा जा सकता। दुर्भाग्य से इसमें सभी राजनीतिक दलों में सिर्फ होड़ ही दिख रही, जनता की वास्तविक पीड़ा को समझने की नीयत नहीं। राजनेताओं बल्कि मेनस्ट्रीम मीडिया, इनके आईटी सेल से लेकर कार्यपालिका (यानी अफसरशाही) तक एक महामारी की तरह फैल चुकी है। इसी का नतीजा है कि दावों के विपरीत महिला, युवा, व्यापारी, नौकरी पेशा, किसान, मजदूर सभी वर्ग परेशान हैं। ~प्रियंका वर्मा महेश्वरी
Read More »एस. एन.सेन बालिका विद्यालय पी. जी. कॉलेज मे विश्व राइनोसरस दिवस के उपलक्ष में पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित
कानपुर 23 सितंबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस. एन.सेन बालिका विद्यालय पी. जी. कॉलेज के जन्तु विज्ञान विभाग मे विश्व राइनोसरस दिवस के उपलक्ष में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर (डॉ.) सुमन एवं मुख्य अतिथि एवं जज, पी.पी. एन कॉलेज के जन्तु विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने द्वीप प्रज्वलन करके किया।
विषय की जानकारी देते हुए जन्तु विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शिवांगी यादव ने बताया कि विश्व राइनो दिवस का महत्व और उसका संरक्षण कितना आवश्यक है। डॉ. शैल वाजपेयी ने मुख्य अतिथि एवं जज का परिचय दिया।
कार्यक्रम का संचालन कुमारी ज़ेबा अफ़रोज़ ने किया । इस प्रतियोगिता में बी.एससी. प्रथम वर्ष , बी.एससी. द्वितीय वर्ष तथा बी.एससी. तृतीय वर्ष की छात्राओ ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। प्राचार्या प्रोफेसर(डॉ) सुमन मुख्य अतिथि एवं जज डॉ. शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने छात्राओं के पोस्टर का अवलोकन एवं मूल्यांकन किया । इस प्रतियोगिता में बी. एससी. प्रथम वर्ष से प्रथम पुरस्कार अश्मिता रावत द्वितीय पुरुस्कार श्रिष्टी जायसवाल तथा शिवांगी झा तृतीय पुरुस्कार हनीशा कपूर तथा मुस्कान को मिला। खुशी सैनी , योगिता, प्रियांशी शुक्ला तथा रिद्धि यादव को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। बी. एससी. तृतीय वर्ष से अमल सिद्दीकी एवं गरिमा कुशवाहा प्रथम स्थान पर रहे तथा द्वितीय स्थान पर विजिता शुक्ला, मुस्कान ने बाजी मारी।
प्रतियोगिता के अवसर पर रसायन विज्ञान की विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर(डॉ) गार्गी यादव एवं वनस्पति विभाग की विभाग अध्यक्ष डॉ प्रीति सिंह ने छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम का समापन डॉ शैल वाजपेयी ने सभी शिक्षक तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का धन्यवाद ज्ञापन करके किया। इस मौके पर महाविद्यालय की अन्य सम्मानित शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।
एसएन सेन महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के परामर्श केंद्र द्वारा आत्महत्या रोकथाम सप्ताह ” के अंतर्गत भाषण प्रतियोगिता एवं व्याख्यान का आयोजन
कानपुर 17 सितंबर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एसएन सेन महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के परामर्श केंद्र द्वारा दिनांक 16.09.22 को एक भाषण प्रतियोगिता एवं व्याख्यान का आयोजन “आत्महत्या रोकथाम सप्ताह ” के अंतर्गत किया गया, कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन से हुआ दीप प्रज्वलन के पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सुमन ने अपने आशीर्वचन से कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान समय में आत्महत्या एक गंभीर समस्या है इस तरह के कार्यक्रमों द्वारा हम छात्राओं को जागरूक करते हैं इसके दुष्परिणामों से ताकि वह आत्महत्या करने का कदम कभी ना उठाएं l इसके बाद मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मोनिका सहाय ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि आत्महत्या एक अभिशाप है और हम छोटे-छोटे प्रयासों के द्वारा इस समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं,
इसके उपरांत डॉक्टर आभा सक्सेना जो मनोवैज्ञानिक है pious vision मैं ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर हमारे आस पास कोई व्यक्ति असामान्य व्यवहार करता दिखे या स्वयं के लिए ऐसा महसूस करें तो वह किसी परामर्शदाता से ,दोस्तों से, या परिवार के सदस्यों को इस बात को जरूर बताएं जिससे कि उनकी इस समस्या का समाधान हो सके और आत्महत्या के लिए वे प्रेरित ना हो जाए, इसके बाद प्रतियोगिता के विजेताओं का नाम घोषित किया गया जो निम्न प्रकार से हैं:-
प्रथम स्थान सुरभि श्रीवास्तव
द्वितीय स्थान अदिति साहू
तृतीय स्थान अंशिका पाल
सांत्वना पुरस्कार 1 भूमिका सिंह
सांत्वना पुरस्कार 2 शिवानी यादव
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन मनोविज्ञान विभाग की प्रवक्ता असिस्टेंट प्रोफेसर प्रीति यादव ने किया कार्यक्रम का सफल संचालन मनोविज्ञान विभाग की प्रवक्ता डॉ अंजना गुप्ता द्वारा किया गया, मनोविज्ञान विभाग की अन्य प्रवक्ताओं सुश्री सौम्या श्रीवास्तव एवं सुश्री मयूरिका गुप्ता का भी कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग रहा, कार्यक्रम में सभी शिक्षिकाएं एवं छात्राएं उपस्थित रहे।
Read More »एस एन सेन बा• वि• पी• जी• कॉलेज के विज्ञान संकाय में अंतरमहाविद्यालयीय मॉडल प्रतियोगिता का आयोजन
कानपुर 16 सितंबर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन बा• वि• पी• जी• कॉलेज के विज्ञान संकाय में अंतरमहाविद्यालयीय मॉडल प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें 10 महाविद्यालयों ने प्रतिभाग किया।
वर्तमान समय में ओजोन परत जो हमारी पृथ्वी का सुरक्षा आवरण है, क्षतिग्रस्त होने के कारण पृथ्वी पर हानिकारक अल्ट्रावॉयलेट किरणों का प्रवेश मानव जाति तथा पृथ्वी को हानि पहुंचा रहा है जिसके कारण ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं और जलवायु परिवर्तन, असामान्य वर्षा, बढ़ता तापमान, बर्फ का पिघलना तथा समुद्र तल में उन्नयन हो रहा है।
इसीलिए ओज़ोन दिवस के अवसर पर छात्रों तथा समाज में जागरूकता उत्पन्न करने हेतु इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ• सुमन ने फीता काटकर किया।प्राचार्या डॉ• सुमन, दलहन अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ• अकरम, चंद्रशेखर आज़ाद कृषि विश्वविद्यालय के पादप रोग विज्ञान के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ• एस• के• बिस्वास, रसायन विज्ञान की विभागाध्यक्षा डॉ• गार्गी यादव तथा वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्षा डॉ• प्रीति सिंह ने दीप प्रज्वलित कर के किया। डॉ• अकरम तथा डॉ• बिस्वास ने छात्र- छात्राओं के मॉडलों का निरीक्षण एवं मूल्यांकन किया। मॉडलों के प्रदर्शन तथा छात्र-छात्राओं ने सरल शब्दों में अनेक समस्याओं तथा समाधानों को बताया। सभी ने छात्रों के प्रयास की भूरि-भूरि प्रशंसा की। प्रतियोगिता के परिणाम में –
प्रथम पुरस्कार -एस एन सेन महाविद्यालय की अमल सिद्दीक़ी, गरिमा कुशवाह तथा मुस्कान बी एस सी।तृतीय वर्ष
द्वितीय पुरस्कार -डी ए वी महाविद्यालय की सलोनी गंगवर,वर्तिका वर्मा तथा आकांशा शर्मा बी एस सी तृतीय वर्ष
तृतीय पुरस्कार -डी ऐ वी महाविद्यालय की कुमारी रागिनी तथा अक्षय कुमार बी एस सी द्वितीय वर्ष
सांत्वना पुरस्कार – डी बी एस महाविद्यालय रवि अहिरवार तथा आशी बी एस सी द्वितीय
ब्रह्मावर्त महाविद्यालय वर्तिका बाजपेई तथा स्नेहा शर्मा
पी पी एन महाविद्यालय की अस्ना खान बी एस सी प्रथम वर्ष
कार्यक्रम का संचालन डॉ• प्रीति सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्या डॉ• सुमन ने किया। डॉ• शैल वाजपाई, डॉ• शिवांगी यादव, डॉ• अमिता सिंह, डॉ• समीक्षा सिंह, कु• ज़ेबा आफरोज़ तथा कु• स्नेह त्रिवेदी ने कार्यक्रम में सक्रिय योगदान दिया।
Read More »एस एन सेन बालिका विद्यालय पी जी कॉलेज में अंग्रेजी विभाग द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा (01-15 सितंबर 2022) के अंतर्गत “Beat Plastic Pollution” विषय पर वेबीनार का आयोजन
कानपुर 15 सितंबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन बालिका विद्यालय पी जी कॉलेज, कानपुर में अंग्रेजी विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश शासन द्वारा निर्देशित स्वच्छता पखवाड़ा (०1-15 सितंबर 2022) के तत्वावधान में “Beat Plastic Pollution” विषय पर एक वेबीनार का आयोजन किया गया| कार्यक्रम का शुभारंभ अंग्रेजी विभाग की सहायक प्राध्यापिका श्रीमती कोमल सरोज ने किया| अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) अलका टंडन ने विषय का परिचय दिया| महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सुमन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं वक्ता रही| प्राचार्या महोदया ने अपने वक्तव्य में वर्तमान जीवन में प्लास्टिक के अतिशय प्रयोग पर प्रकाश डालते हुए एकल प्रयोग प्लास्टिक का बहिष्कार करने की बात कही| उन्होंने जीव, जंतुओं, नदियों एवं समुद्रों पर प्लास्टिक के भयानक दुष्प्रभाव को उजागर किया तथा कपड़े के बैग के प्रयोग पर जोर दिया| महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या डॉ निशा अग्रवाल ने आम जीवन में प्लास्टिक का प्रयोग न करने पर बल दिया| रसायन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ गार्गी यादव ने प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाने की बात कही| शारीरिक शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ प्रीति पांडे ने प्लास्टिक के दुष्प्रभाव पर एक सुंदर कविता प्रस्तुत की| वनस्पति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ प्रीति सिंह ने गाय एवं मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्लास्टिक के परस्पर दुष्प्रभाव पर पीपीटी प्रस्तुत किया| समाजशास्त्र की डॉ मीनाक्षी व्यास ने प्रत्येक व्यक्ति को भावी पीढ़ी के भविष्य हेतु स्वयं प्लास्टिक का प्रयोग न करने का प्रण लेने की बात कही| शिक्षा विभाग की श्रीमती रिचा सिंह ने गाय एवं समुद्री जीव के कल्याण हेतु सरकार के प्रयास के बारे में हमें जागरूक किया| इस वेबिनार में महाविद्यालय की समस्त शिक्षिकाओं एवं विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया| श्रेया दीक्षित और ओमाक्षी पंडित ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये।अंग्रेजी विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ पूजा गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया|
हिन्दी दिवस
हम गुलाम इसलिए हुए क्योंकि हमने अपने देश मे विदेशियों को आने दिया वो तो चले गये लेकिन उनकी भाषा का जाल इस कदर फैला है ।जिस वजह से हम आज हिन्दी दिवस मना रहे । कभी सुना है इंग्लिश डे मनाते हुए नही न? तो अपने देश अपनी भाषा का सम्मान करें जन जन मे यह जागरूकता फैलाए कि हिन्दी पढना ,बोलना ,लिखना आना ही चाहिए । अब बात ये है कि हम हिन्दुस्तानी अपनी ही भाषा हिन्दी को दिवस के रूप मे मनाने कि क्या जरूरत आ पड़ी? क्या हम मजबूर हैं अपने ही देश अपनी मात्र भाषा को बोलने ,पढने ,लिखने मे ? भाषा कोई त्योहार नही जो कुछ दिन मना कर हम भूल जायें।इसलिए मनाए नही इसे अपने जीवन मे गर्व से शामिल करें 💐🙏अपर्णा सिंह लखनऊ
किरण बजाज को मिला शिक्षा रत्न सम्मान
भारतीय स्वरुप संवाददाता, विगत दिवस सर्व जागरूक संगठन की जिला अध्यक्ष व किरण क्लासेस की फाउंडर किरण बजाज को पैरामाउंट इंटरनेशनल स्कूल दिल्ली में शिक्षा रत्न सम्मान से नवाजा गया। परिवार के फाउंडर राजू गावरी को गेस्ट ऑफ ऑनर मिला, जिस तरह आज चारों तरफ शिक्षा के क्षेत्र में आशातीत प्रयास हो रहे हैं उसी तरह से जीनियस ब्रेन एवं एचआरडी मिशन में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए जीत तोड़ प्रयास कर रहे हैं, जिस प्रकार एक राष्ट्र के लिए पैसे व इकनोमिक की महत्वता होती है वह तभी प्राप्त हो सकती है जब वह शैक्षिक रूप से मजबूत हो
हमारे देश के अध्यापक राष्ट्र के निर्माण के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं आज पैरामाउंट इंटरनेशनल स्कूल दिल्ली के प्रांगण में जीनियस ब्रेन विद एचआरडी मिशन ने शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रयास कर रहे एनजीओ, स्कूल, प्रिंसिपल, एजुकेटर को शिक्षा रत्न प्रदान करते हुए आज देश के राष्ट्र निर्माता यानी शिक्षक को सम्मानित किया गया| सर्व जागरूक संगठन व किरण क्लासेस की फाउंडर किरण बजाज जो कि बहुत से पिछड़े वर्ग के बच्चों व फिजिकल चैलेंज बच्चों को उठाने का निरंतर प्रयास कर रही हैं| उन्हें उनके सराहनीय प्रयास के लिए सम्मानित किया गया| वहीं हम सब साथ सम्मिलित परिवार जो कि एक ऐसा परिवार है जो तारक मेहता का उल्टा चश्मा से इंस्पायर्ड हुआ है| परिवार की ताकत को समझता हुआ वसुदेव कुटुंबकम को साबित करता है |जहां एक तरफ परिवार एकल हो रहे हैं और अपना मूल्य खो रहे हैं वही हम सब साथ सम्मिलित परिवार जो कि बढ़ चढ़कर परिवारिक रुप को महत्व देता हुआ सबका साथ व सबके विकास को सिद्ध करता हुआ आगे बढ़ रहा है| इनके फाऊंडर राजू गावरी जी जो कि सर्व जागरूक संगठन में भी सराहनीय कदम उठा रहे हैं| बाकी पूरे देश में से 100 स्कूल के शिक्षक वहां पर उपस्थित रहे| गुजरात से दिल्ली से सिरसा से हरियाणा से पंजाब से चंडीगढ़ से बहुत सारे जिलों से शिक्षक पहुंचे| वहां हम सब साथ सम्मिलित परिवार व सर्व जागरूक संगठन की टीम और किरण बजाज जिला अध्यक्ष व राजू गावरी फाउंडर चेयरपर्सन ऑफ हम सब साथ सम्मिलित परिवार, संदीप दीक्षित जी, प्राची अरोड़ा , मीना रानी जी, नीरज मलिक , कुसुमलता राठौर भी उस मौके पर मौजूद रहे