पुणे 3 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, 40 साल की उम्र में, फिटनेस से वंचित शरीर के साथ दो किशोरों की परवरिश करते हुए, सुश्री प्रीति मस्के ने 2016 में अनिच्छा से 5 किमी दौड़ के लिए पंजीकरण कराया। आज, 2022 में, प्रीति म्हास्के, सुपर फिट, दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड रखती हैं – प्रत्येक दौड़ने और साइकिल चलाने के लिए। अविश्वसनीय परिवर्तन, है ना!? साइकिल चलाने का उनका जुनून केवल बढ़ रहा है। यदि आप उसे चेतावनी देते हैं कि एक विशेष मार्ग अप्राप्य है या xyz घंटों में नहीं देखा जा सकता है, तो प्रीति इसे एक आदर्श चुनौती के रूप में देखती है! इसे हासिल करने के लिए उसे केवल अगले तीन महीने लगते हैं। उसकी शारीरिक क्षमता, मानसिक शक्ति और इच्छाशक्ति का इससे बेहतर सारांश क्या हो सकता है! ऐसी ही एक राइड में प्रीति का एक्सीडेंट हो गया। इसने, स्वाभाविक रूप से, नाजुक मानव शरीर और मृत्यु के बारे में विचारों का एक हिमस्खलन जारी किया। उनके समर्पित शोध ने उन्हें मस्तिष्क-मृत्यु और अंग दान के समाधान के रूप में सीखने के लिए प्रेरित किया। उसकी खोज एक एनजीओ, रीबर्थ फाउंडेशन में समाप्त हुई, जो उसके शहर – पुणे में काम कर रही थी। रीबर्थ पिछले 7 वर्षों से पूरे भारत में अंगदान के प्रति जागरूकता और प्रसार पर काम कर रहा है। प्रीति ने अब अंगदान जागरूकता के लिए अपनी भविष्य की सवारी को समर्पित करने का फैसला किया है। इस नेक काम में योगदान के रूप में, प्रीति ने पाकिस्तान सीमा से चीन सीमा तक, 13 दिनों में कुल 3800 किमी की ट्रांस-इंडिया सवारी करने का संकल्प लिया है। सवारी 1 नवंबर, 2022 को नारायण सरोवर, कोटेश्वर, गुजरात से शुरू होगी और 13 नवंबर, 2022 (3810 किमी) पर किबिथू, अरुणाचल प्रदेश में समाप्त होगी। बेहद दृढ़ निश्चयी महिला प्रीति का मानना है कि उम्र किसी के जुनून की खोज में बाधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अब साइकिल चलाने के अपने प्यार का पालन करते हुए अंगदान के लिए योगदान देने का संकल्प लिया है। प्रीति मस्के ने कहा, “मेरे कट्टरपंथी तरीके के बावजूद, अगर मैं अंगदान के माध्यम से एक भी जीवन बचाने में सक्षम हूं, तो मुझे लगता है कि मैं इस ग्रह पर अपनी भूमिका निभाऊंगी।” हार्दिक बधाई, टीम रीबर्थ अधिक जानकारी के लिए: वेब: www.rebirthtrust.org फेसबुक: https://www.facebook.com/Rebirthorgandonation Instagram: https://www.instagram.com/rebirthtrust/ Youtube: https://www .youtube.com/channel/UC8jM2PJvQJWs14MF-t0AqFg
Read More »महिला जगत
वित्त मंत्री ने 141 कोयला खदानों की अब तक की सबसे बड़ी नीलामी शुरू की
केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन ने कहा है कि भारत जैसी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को कोयला उत्पादन और उसके गैसीकरण की परियोजनाओं में अधिक निवेश की आवश्यकता है और वह भी तब जब विश्व स्तर पर, विशेष रूप से गैस के ईंधन की कीमतें बढ़ रही हैं। कोयला मंत्रालय की कोयला खदान नीलामी के छठे दौर का आज नई दिल्ली में शुभारंभ करते हुए वित्त मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत वर्तमान में दुनिया में सबसे अच्छा निवेश गंतव्य है। मंत्री महोदया ने कहा कि वर्तमान सरकार की नीतिगत स्थिरता और पारदर्शी प्रक्रिया के कारण बिजली क्षेत्र के लिए कोयले के आयात में 41% की कमी आई है। वित्त मंत्री ने कहा कि आज की 141 कोयला खदानों की नीलामी से बारह राज्यों को प्रत्यक्ष लाभ होगाI कोयला क्षेत्र को खोलने (अनलॉक करने) के लिए हाल में ही की गई पहलों के लिए कोयला मंत्रालय की सराहना करते हुए श्रीमती सीतारमन ने कहा कि खनन क्षेत्र में सुधार हमारी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को सही गति प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि वित्त मंत्रालय कोयले के गैसीकरण और वाणिज्यिक खनन में प्रोत्साहन के लिए हर संभव सहायता करेगा। समारोह को संबोधित करते हुए कोयला, खान एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि कोयला मंत्रालय कोयले के उपयोग को बढ़ाने के लिए वैकल्पिक पद्धति ढूँढ रहा है। श्री जोशी ने कहा कि वित्त मंत्रालय ने कोयले के गैसीकरण के लिए 6000 करोड़ रुपये अन्वेषण प्रक्रिया के लिए 250 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन दिया है। अब तक की सबसे बड़ी नीलामी के दौरान आज ग्यारह राज्यों की 141 खदानों की नीलामी की गई। श्री जोशी ने कहा कि पूर्व में नीलाम हो चुकी खदानों में उत्पादन शुरू हो गया है और आशा है कि अगले वर्ष तक नई खदानों से एक से 1.5 करोड़ टन कोयले का उत्पादन होने लगेगाI श्री जोशी ने आगे कहा कि अब तक की गई समीक्षा के अनुसार कोयला मंत्रालय इस वर्ष 90 करोड़ टन कोयला उत्पादन होने का अनुमान लगा रहा है। समारोह को कोयला, खान एवं रेल राज्य मंत्री श्री रावसाहेब पाटिल दानवे, कोयला सचिव श्री अमृत लाल मीणा और अपर सचिव श्री एम. नागराजू ने भी संबोधित किया।
वाणिज्यिक नीलामी के छठे दौर में 133 कोयला खदानें नीलामी के लिए रखी गई थीं, जिनमें से 71 नई कोयला खदानें हैं और 62 कोयला खदानें वाणिज्यिक नीलामी के पहले चरणों से चल रही हैं। इसके अतिरिक्त, वाणिज्यिक नीलामी के पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत 8 कोयला खदानों को शामिल किया गया था, जिसके लिए पहले प्रयास में एकल बोलियां प्राप्त हुई थीं। नीलामी की इस किश्त के शुभारंभ के साथ ही कोयला मंत्रालय तापीय (थर्मल) कोयले के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
संरक्षित क्षेत्रों, वन्यजीव अभयारण्यों, संवेदनशील बसावटों, 40% से अधिक वन क्षेत्रों, भारी निर्मित क्षेत्र आदि के अंतर्गत आने वाली खदानों को नीलामी से बाहर रखा गया है। जिन क्षेत्रों में घनी बस्ती, उच्च हरित आवरण या महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे आदि की उपस्थिति है, के अंतर्गत आने वाली कुछ ऐसी कोयला खदानों की ब्लॉक सीमाओं में बोलीदाताओं की रुचि और इन कोयला ब्लॉकों में भागीदारी बढ़ाने के लिए हितधारकों के परामर्श के दौरान प्राप्त टिप्पणियों के आधार पर संशोधन किया गया है। नीलाम की जा रही खदानें झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, तमिलनाडु और बिहार के कोयला/लिग्नाइट वाले राज्यों में फैली हुई हैं।
नीलामी प्रक्रिया की प्रमुख विशेषताओं में अग्रिम राशि और बोली सुरक्षा राशि में कमी, आंशिक रूप से खोजी गई कोयला खदानों के मामले में कोयला खदान के कुछ हिस्से को छोड़ने की अनुमति, राष्ट्रीय कोयला सूचकांक और राष्ट्रीय लिग्नाइट सूचकांक की शुरुआत, बिना प्रवेश बाधाओं के भागीदारी में आसानी, कोयला उपयोग में पूर्ण लचीलापन, अनुकूलित भुगतान संरचनाएं, शीघ्र उत्पादन के लिए प्रोत्साहन, कोयला गैसीकरण और स्वच्छ कोयला प्रौद्योगिकियों का उपयोग शामिल है।
निविदा दस्तावेज की बिक्री 03 नवंबर, 2022 से शुरू होगी। खदानों, नीलामी की शर्तों, समय सीमा आदि का विवरण मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमएसटीसी) के नीलामी मंच पर देखा जा सकता है। प्रतिशत राजस्व हिस्सेदारी के आधार पर एक पारदर्शी दो चरण की प्रक्रिया के माध्यम से नीलामी ऑनलाइन आयोजित की जाएगी। वाणिज्यिक कोयला खदानों की नीलामी के लिए कार्य प्रणाली कोयला मंत्रालय के एकमात्र लेनदेन सलाहकार एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड ने विकसित की थी और वही कोयले की नीलामी प्रक्रिया के संचालन में मंत्रालय की सहायता कर रही है।
Read More »मिजोरम विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं राष्ट्रपति मुर्मू
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने आज (3 नवंबर, 2022) आइजोल में मिजोरम विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया। उन्होंने शिक्षा से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया जिनमें मिजोरम विश्वविद्यालय में एसटी गर्ल्स हॉस्टल और मौलपुई में सरकारी आइजोल कॉलेज, आइजोल में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (आईआईएमसी) का स्थायी परिसर और पछुंगा यूनिवर्सिटी कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएट अकादमिक ब्लॉक शामिल हैं। इस अवसर पर संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यह जानकर प्रसन्नता हुई कि मिजोरम विश्वविद्यालय, जो 2001 से सक्रिय हुआ है, आज गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने वाला पूर्वोत्तर क्षेत्र का एक प्रमुख विश्वविद्यालय है।
उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय ने शिक्षाविदों को बढ़ावा देने के लिए गंभीर प्रयास किए हैं जिसके परिणामस्वरूप विज्ञान, कला, वाणिज्य, इंजीनियरिंग और चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। विश्वविद्यालय ने ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’ का दर्जा प्राप्त किया है और कुछ बेहतरीन पहल की हैं। उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में मिजोरम विश्वविद्यालय का ढांचागत विकास सराहनीय है। राष्ट्रपति ने कहा कि मिजोरम विश्वविद्यालय में छात्रों को इनोवेशन्स और व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए तीन इन्क्यूबेटर हैं। विश्वविद्यालय ने विभिन्न शैक्षणिक और तकनीकी सहयोग के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न विश्वविद्यालयों और संगठनों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करने के रास्ते तलाशने और अकादमिक और तकनीकी क्षेत्रों में उत्कृष्टता के नए मानक बनाने के लिए एक नया खाका तैयार किया है।
छात्रों को संबोधित करते हुए,राष्ट्रपति ने कहा कि दीक्षांत समारोह उनके परिवार के सदस्यों के प्रयासों को याद करने और पहचानने का एक महत्वपूर्ण अवसर है जिन्होंने उनकी पूरी यात्रा में उनका साथ दिया है। उनकी क्षमताओं की कोई सीमा नहीं है। इसलिए उन्हें बस अपनी क्षमता का एहसास करना चाहिए। वे अपनी प्रतिभा और क्षमता को सबसे अच्छी तरह से पहचानते हैं। राष्ट्रपति ने उन्हें दुनिया का पता लगाने और नए प्रयोग करने की सलाह दी। राष्ट्रपति ने छात्रों से अशिक्षितों को शिक्षित करने और ज्ञान का प्रकाश फैलाने की जिम्मेदारी लेने का भी आग्रह किया। इस तथ्य की ओर इशारा करते हुए कि 2021-22 के शैक्षणिक सत्र में स्नातक छात्रों में लड़कियों की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक है, राष्ट्रपति ने कहा कि उच्च शिक्षा में महिलाओं की बढ़ती संख्या प्रशंसनीय है लेकिन इसे उच्च दर से बढ़ाना चाहिए। हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी कार्यबल में भी बढ़ी हुई भागीदारी में तब्दील हो। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो पूरा देश आगे बढ़ेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि मिजोरम विश्वविद्यालय और सैरंग में दो अनुसूचित जनजाति बालिका छात्रावासों का उद्घाटन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अन्य सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करके छात्राओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा कि आईआईएमसी आइजोल के स्थायी परिसर के उद्घाटन से पूरे पूर्वोत्तर में मीडिया और जनसंचार अध्ययन को बढ़ावा मिलेगा।
Read More »एस एन सेन पी जी कॉलेज में व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम “फ्रेश एंड क्रेज़ी” का आयोजन किया गया
कानपुर 3 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन बी. वी. पी.जी कॉलेज कानपुर में प्राचार्या प्रोफेसर डॉ. सुमन के निर्देशन एवं सहयोग से छात्राओं के लिए एक व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम “फ्रेश एंड क्रेज़ी” का आयोजन किया गया जिसके तहत गायन, नृत्य,मिमिक्री एवं रैंप वॉक जैसी प्रतियोगिताओं में छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का संयोजन अर्थशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रोली मिश्रा,अंग्रेजी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पूजा गुप्ता और मनोविज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर सुश्री प्रीति यादव ने किया। संगीत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. हरीश झा,शारीरिक शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. प्रीति पांडेय, हिंदी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शोभा बाजपेई और समाजशास्त्र विभाग की प्रोफेसर डॉ. मीनाक्षी व्यास निर्णायक दल के सदस्य रहे जिन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्राओं की प्रतिभा का अवलोकन करके निर्णय सुनाया। बी. ए. तृतीय वर्ष की छात्रा कु. वैष्णवी मिश्रा ने कार्यक्रम का संचालन करके अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में नृत्य प्रतियोगिता में सलोनी सिंह ने प्रथम, सिमरन ने द्वितीयऔर सृष्टि गौतम एवं अंशिका तिवारी ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। ग्रुप नित्य में एनसीसी टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। संगीत में करुणासागर,अलीशा सिंह और खुशी गुप्ता ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। रैंप वॉक में सृष्टि, गौतम, वैशाली शुक्ला ने क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा निकिता सविता एवं पंकजा ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। मिमिक्री में बी. ए. तृतीय वर्ष की हर्षिता साहू ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
Read More »ठगी से कमाए धन से सकून नहीं मिलता
इंग्लैंड की सर्दी और बादलों का घिरे रहना,यहाँ के लोगो को बिलकुल भी पंसद नहीं,मगर हमारे भारत में ऐसे मौसम को आशिक़ाना मौसम कहा जाता है, और शायर लोगों की कलम खुद ब खुद चलने लगती है। मगर यहाँ ,इंग्लैंड की धूप बहुत ही हसीन और लाजवाब होती है।सर्दी और फिर उस पर धूप,कैसे लगता होगा।इसका अंदाज़ा ,हर कोई लगा सकता है।सौंधी सौंधी सी धूप में बैठी, मैं सुबह की चाय का आनंद ले ही रही थी।आज दोपहर को नीरा आ रही थी मेरे घर ,मुझ से मिलने।मैं बहुत ख़ुश थी।यहाँ का लाइफ़ स्टाइल ही कुछ ऐसा है कि लोग अक्सर वीकेंड पर ही मिला करते है।आज तो बुधवार था।जल्दी ही मैंने चाय ख़त्म की, कुछ लचं की तैयारी कर,नीरा का इंतज़ार करने लगी।इतने में ही नीरा की गाड़ी घर के बाहर थी।मैंने दरवाज़ा खोला तो देखा, नीरा कुछ बदली सी लगी।कुछ उदास ,उतरा सा, चेहरा दिखा मुझे।लंच का वक़्त तो था ही,हम सीधे खाने की मेज़ पर जा बैठे।इधर उधर की बातों के बाद मैंने पूछा नीरा सब कुछ ठीक तो है न ?मेरे पूछने की देर थी और नीरा ने लम्बी साँस ली और अपना दिल खोल कर मेरे सामने रख दिया।कहने लगी !उसके पति ने इतना बड़ा कारोबार शुरू किया था।इतना पैसा कमाया, मगर आज सब उसके पति के भाइयों के अधिकार में है।ये बात शायद हर घर की कहानी होती ही है दोस्तों।
ये सब सुन कर मुझे अच्छा नहीं लग रहा था।जैसे उस की मौजूदगी में मेरा दम घुटने लगा था,मगर मैं सुन रही थी।मुझे लगा,जो वो कहना चाह रही है,मुझे उसे सुनना चाहिये। उसका मन हल्का हो जायेगा,मगर वो तो रूकने का नाम ही नहीं ले रही थी। बोलती ही जा रही थी ,कभी जेठानी, कभी देवरानी की बात ,वग़ैरह वग़ैरह।
मैंने तब उसका हाथ ,अपने हाथ में लेकर कहा ! नीरा नीरा !! थोड़ा शांत हो जाओ।नीरा तुम जानती हो कि तुम्हारी प्राबल्म क्या है ? नीरा जब तुम किसी के घर जाती हो ,उस वक़्त तुम दूसरो की बातों का कूड़ा करकट,अपने सिर पर लाध कर ,अपने ही घर ले आती हो ,जब कि होना तो ये चाहिए कि उनकी सोच का कूड़ा करकट वही ,उनके ही दरवाज़े पर छोड़ कर आया जाये,और अपने घर में बिलकुल साफ़ मन से, दाखिल किया जाये।कभी तुम चाहोगी कि किसी की बातों का,किसी की सोच का कूड़ा करकट अपने घर में लाया जाये।नीरा इक दम सोच में पड़ गई और बोली “न बाबा न !! “कभी भी मैं ऐसा नहीं चाहूँगी।
मैंने कहा! नीरा बस रब पर विश्वास रखो,सब ठीक हो जायेगा।मेरे देखते देखते ही नीरा रोने लगी।
दोस्तों !जिसने सब अपने हाथों से बनाया हो और वो छिन जाये।उसे कैसे महसूस होता है ,उसका ये दर्द मै बख़ूबी समझ पा रही थी।
दोस्तों।मेरा मानना ये है कि हमारे करमो के हिसाब से हमें घर परिवार मिलता है ,तो हम दोष किसे दे?हमारा सब से ज़्यादा लेना देना ,अपने ही परिवार से शुरू होता है कभी भाई बहन ,कभी माँ बाप ,के रूप में क़र्ज़ उतारते हैं ।जिस के साथ हमारा सबसे भारी क़र्ज़ पिछले जन्म में रहा होता है।वही पति या पत्नी बन कर आते है और पति पत्नी के रूप मे दोनों इक दूजे का सारा क़र्ज़ उतारते है।बच्चों के लिए हम दिन रात मेहनत करके सब कुछ करते हैं और हम हंस हंस कर अपना सारा कमाया धन ,उनके ही नाम करके अपना क़र्ज़ उतारते है ।हर कोई लेना देना कर रहा है कोई हंस कर ,कोई रो कर क़र्ज़ा उतार रहा है ।बहुत बार तो पति पत्नी का रिश्ता,प्यार मोहब्बत का होता भी नही ,बस इक दूसरे का क़र्ज़ ही उतार रहे होते है।
दोस्तों ! इक बात याद आ रही है मुझे।इक बार किसी महात्मा के दो सेवक थे।एक के घर बेटी थी और दूसरे के घर में बेटा था।जब दोनों शादी के लायक़ हुये तो महात्मा ने कहा ,इन दोनों की शादी कर दो।जल्दी ही दोनों की शादी हो गई।अभी तीन साल भी नहीं गुजरे थे कि दोनो का तालाक हो गया।लड़की का पिता बहुत दुखी हुआ।दोनों ही महात्मा के पास पहुँच गये।पूछने लगे कि आप की ही मर्ज़ी से ये शादी हुई थी।आप ने हमे पहले कंयू नही बताया कि ये दोनों ऐसे अलग हो जायेंगें।लड़की का पिता कहने लगा! मैंने करोड़ों की पूँजी बेटी की शादी पर खर्च कर दी।अब बहुत दुख लगता है कि मेरा कितना पैसा बर्बाद हो गया और मेरी बेटी का घर भी न बस पाया।महात्मा ने कहा ! इन दोनों का
हिसाब किताब कुछ ऐसा ही था।दोनों ने पूछा ! वो कैसे ?
महात्मा ने कहा! अब जो तुम इक दूसरे के समधी बने हो ,मगर पिछले जन्म मे तुम दोनों सगे भाई थे।जो अब लड़की का पिता है,उसने पिछले जन्म में अपने भाई को ख़ूब ठगा था और बहुत दुखी किया था।जिस भाई को ठगा था ,वो अब इस जन्म में समधी बन कर आया है और उसके यहाँ बेटा हुआ था।जिसने ठगा था उसके यहाँ बेटी
हुई।अब बेटी की शादी पर उसने हंस हंस कर ,खुले दिल से ,भर भर कर लड़के वालों को दिया और अपने पिछले जन्म का क़र्ज़ उतारा।अब बच्चों के तालाक से ,वो पैसा भी बर्बाद हुआ और मन भी दुखी हुआ।
दोस्तों ! भगवान बहुत बड़ा न्यायाधीश है।ठगी से कमाया पैसा हमें लगता है कि वो फल फूल रहा है मगर वक़्त आने पर,उसका बुरा असर हमारे ही बच्चों को भुगतना पड़ता है।
”बेशक ठगी से धन कमाना आसान हो सकता है मगर उस धन से सकून मिल जाए ये नामुमकिन होता है”।
दोस्तों!” मैंने नीरा को तो ये बात बड़ी आसानी से कह दी और समझा भी दी मगर मैं खुद सोचने पर मजबूर हो गई कि कैसे रह लेता है कोई ?
किसी का कुछ चुरा कर ,चाहे वो किसी का पैसा हो ,किसी का हक़ हो,किसी का विश्वास हो या फिर ..किसी का दिल ही कंयू न हो।भला कैसे कोई चैन से सो सकता है किसी को बेचैन करके ?..ये बात हम तो न समझ पाये दोस्तों ,अगर आप को समझ आये तो हमें भी ज़रूर समझा देना 🙏 स्मिता केंथ
दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज में हर्षोल्लास से मनाई गई सरदार पटेल की जयंती “एकता दिवस’
कानपुर 31 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती *एकता दिवस* के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज, कानपुर द्वारा कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही के निर्देशन में आयोजित *रन फॉर यूनिटी* कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि नमामि गंगे विभाग, भाजपा के प्रदेश संयोजक श्रीकृष्ण दीक्षित तथा विशिष्ट अतिथि जनजाति मोर्चा के कानपुर के जिला अध्यक्ष अनूप चौधरी के द्वारा सरदार पटेल के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। राष्ट्रीय एकता को अखंड रखने हेतु शपथ, रन फॉर यूनिटी, चित्र प्रदर्शनी, भाषण व गीत आदि सांस्कृतिक गतिविधियां एन एस एस वॉलिंटियर्स के द्वारा की गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्राचर्या प्रो. सुनंदा दुबे जी ने इस अवसर पर ‘स्वास्थ्य संसार संस्थान’ के अध्यक्ष प्रमोद श्याम जी के सहयोग से पौधारोपण कर प्रकृति संरक्षण का संदेश भी छात्राओं को दिया। इस अवसर पर महाविद्यालय की समस्त प्राध्यापिकायें, छात्राएं तथा कर्मचारी उपस्थित रहे।
Read More »आज भी प्रासंगिक लौहपुरुष
31 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन बालिका विद्यालय पी.जी. कॉलेज में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 147 वीं जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमन के निर्देशन में चीफ प्रॉक्टर प्रो. निशि प्रकाश ने कार्यक्रम का संयोजन किया। महाविद्यालय की एन.एस.एस. प्रभारी डॉ. चित्रा सिंह तोमर के निर्देशन में एन. एस. एस. इकाई के द्वारा 1 किलोमीटर का ‘रन फॉर यूनिटी’ तथा एन.सी.सी. प्रभारी डॉ. प्रीति यादव के नेतृत्व में एन.सी.सी. कैडेट्स ने मार्च पास्ट तथा परेड के द्वार एकता का संदेश दिया। महाविद्यालय में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में छात्रा खुशी ने सभी शिक्षिकाओं के साथ सभी छात्राओं को एकता एवम् अखंडता की शपथ दिलाई। चित्रकला विभाग प्रभारी डॉ. रचना निगम द्वारा एक पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम पुरस्कार अनुष्का सिंह, द्वितीय पुरस्कार संयुक्त रूप से रजनेश यादव व निशा सिंह तथा तृतीय पुरस्कार ओमाक्षी पंडित को प्रदान किया गया। इस अवसर पर रोवर्स रेंजर्स प्रभारी डॉ. प्रीति पांडे के निर्देशन में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें शिवानी यादव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया । छात्राओं द्वारा कविता पाठ एवम् देशगान में बढ़ चढ़ कर सहभागिता की गई। आज के कार्यक्रम में प्रो. रेखा चौबे, प्रो. अलका टंडन, प्रो. निशा अग्रवाल, डॉ. मोनिका सहाय, प्रो. मीनाक्षी व्यास, डॉ. प्रीति सिंह, डॉ. शुभा बाजपई, डॉ. पूजा गुप्ता, डॉ. अनामिका राजपूत एवम् स्वेता रानी का सक्रिय योगदान रहा।
Read More »मलिन बस्ती के बच्चों के साथ मनाया दीपोत्सव
दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही के द्वारा स्वयंसेविकाओ के साथ मिलकर प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर दीपोत्सव के उपलक्ष में गंगा नदी के किनारे सिविल लाइंस सरसैया घाट स्थित मलिन बस्ती में 22 अक्टूबर को धनतेरस के अवसर पर *गरीब बच्चों को पौष्टिक आहार व मिठाइयां वितरित की गई।*
इस अवसर पर डॉ. संगीता सिरोही को समाज सेवा, शिक्षा एवम् शोध के क्षेत्र मे किए जा रहे हैं विशिष्ट कार्यों के लिए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नमामि गंगे विभाग भाजपा, उत्तर प्रदेश के संयोजक श्रीकृष्ण दीक्षित “बड़े जी”, स्वदेशी, स्वाबलंबी, आत्मनिर्भर भारत के लिए पूर्वोत्तर राज्य में अलख जगाने वाले ‘स्वदेशी जागरण मंच’ के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य भाई अरुण मुखर्जी के द्वारा सम्मानित भी किया गया।
इसी क्रम में सरसैया घाट पर ही 23 अक्टूबर को आयोजित दीप उत्सव कार्यक्रम में *बच्चों को पटाखे फल-फूल, फ्रूटी व लोकल कुम्हारों के द्वारा बनाए गए मिट्टी के दिये खरीद कर बांटें तथा बच्चों के संग खुशी के क्षण बिताए*। इस अवसर पर वहां उपस्थित सभी लोगों के द्वारा एक साथ मिलकर भजन गाते हुए मां गंगा की आरती भी की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी ने पर्यावरण को साफ स्वच्छ रखने, गंगा को निर्मल रखने तथा प्लास्टिक व कचरा मुक्त भारत के नव निर्माण की शपथ दिलाते हुए सभी से एक दीप स्वच्छता व राष्ट्र के लिए जलवाया।
मुख्य अतिथि ने राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि सभी खाद्य सुरक्षा और पौष्टिक आहार सुनिश्चित करने तथा खुशियों का स्तर बढ़ाने तथा राष्ट्र-निर्माण में इस प्रकार के प्रयासों के किए जाने की महती आवश्यकता है। कार्यक्रम में ‘इनर व्हील क्लब’ की सदस्य बहनो, ‘आरोग्यधाम’ के डॉ हेमंत मोहन, डॉ आरती मोहन, पार्षद दल के नेता यशपाल सिंह, ’मिशन मुस्कान’ के प्रमुख संदीप मिश्रा व वहां उपस्थित सभी वॉलिंटियर्स ने सभी बच्चों तथा बस्ती वासियों के साथ मिलकर हर्षोल्लास के साथ पटाखे चलाते हुए दीपोत्सव मनाया।
एस एन सेन महाविद्यालय क़ी एन एस एस यूनिट फूलबाग तथा आस पास की मलिन बस्ती की सफ़ाई की गयी एवं प्लास्टिक का कचरा एकत्र किया गया
कानपुर १९ अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन महाविद्यालय क़ी एन एस एस यूनिट कदोमबिनी देवी द्वारा कार्यक्रम अधिकारी प्रो. चित्रा सिंह तोमर तथा हेल्थ क्लब इंचार्ज डॉ प्रीति सिंह के निर्देशन में फूलबाग तथा आस पास की मलिन बस्ती की सफ़ाई की गयी एवं प्लास्टिक का कचरा एकत्र किया गया! प्रत्येक स्वयमसेवक द्वारा १.o kg प्लास्टिक एकत्रीकरण किया गया! कुल 40kg प्लास्टिक एकत्र किया गया! कार्यक्रम गवर्नमेंट स्कूल की प्रिंसिपल डॉ शर्मिस्था मलिक की उपस्थिति में स्वच्छता ड्राइव किया गया! सम्पूर्ण पार्क एवं गणेश शंकर विद्यार्थी उद्यान एवं बस्ती के आस पास का क्षेत्र से प्लास्टिक एकत्र किया गया! स्वयं सेविकाओं के प्रयास को समस्त क्षेत्र वासियों व गवर्नमेंट प्रतिनिधि महोदया ने बहुत सराहा! कॉलेज क़ी प्राचार्या प्रफ़ेसर सुमन ने को उत्साहित करते हुए कार्यक्रम का शुभारम्भ स्वयं प्लास्टिक उठाकर किया और एन एस एस यूनिट को क्षेत्र स्वच्छता व प्लास्टिक एकत्रीकरण क़े लिए सराहा
कार्यउपरांत एकत्र किया गया प्लास्टिक वेस्ट मटीरियल नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी के पास निस्तारण हेतु भिजवा कर रसीद भी प्राप्त की गयी!महाविद्यालय की एन सी सी प्रभारी ड़ा प्रीति यादव तथा ३० कडेट्स ने सक्रिय सहयोग किया कार्यक्रम में कुल ६० छात्राओं ने हिस्सा लिया।
Read More »डी जी कॉलेज में किया गया प्लोग रन का आयोजन
“प्रकृति के हैं दुश्मन तीन प्लास्टिक पाउच पॉलीथिन”
कानपुर 19 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, स्वच्छ भारत अभियान (क्लीन इंडिया)-2* के अंतर्गत डी.जी. कॉलेज, कानपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना की वॉलंटियर्स ने कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही के कुशल निर्देशन में रैली निकालकर तथा पोस्टर व स्लोगन लिखकर जन-जागरूकता करते हुए प्लाग रन किया। इस दौरान *सिंगल यूज प्लास्टिक, पाउच, पॉलिलिथिन* आदि का एकत्रीकरण महाविद्यालय परिसर से प्रारंभ कर दो टोलियों में अस्पताल घाट मलिन बस्ती तथा नवीन मार्केट तक किया गया। *स्थानीय पार्षद – मनोज पांडे* ने भारत सरकार द्वारा आरंभ किए गए ‘स्वस्थ इंडिया-स्वच्छ इंडिया’ अभियान के अंतर्गत वॉलिंटियर्स के द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। प्राचार्या प्रो. सुनंदा दुबे जी ने वॉलिंटियर्स को सामुदायिक सेवा व समाज सेवा के माध्यम से राष्ट्र विकास में योगदान करने के लिए प्रेरित किया। अभियान में कुल 50 छात्राओं ने प्रतिभाग किया इस दौरान छात्राओं के द्वारा लगभग 75 किलो कूड़ा एकत्रित कर उसका यथोचित निस्तारण किया गया। टीम लीडर सौम्या उपाध्याय, आकांक्षा, अभिव्यंजना व कायनात ने प्रशंसनीय कार्य किया।
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