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शिक्षा

दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज, एनएसएस एनसीसी व मिशन शक्ति द्वारा विजन कानपुर @2047 के संबंध में जन जागरूकता रैली निकली

कानपुर 19 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज, एनएसएस एनसीसी व मिशन शक्ति की छात्राओं के द्वारा महाविद्यालय से ग्रीन पार्क तथा एल्गिन मिल तक 3 किलोमीटर के क्षेत्र में विजन कानपुर @2047 के संबंध में स्लोगन व बैनर के द्वारा जन जागरूकता पैदा करने हेतु रैली निकाली गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, कानपुर रिपुदमन सिंह रहे। वीरांगना लक्ष्मीबाई जयंती को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सहयोग से नारी शक्ति दिवस के रूप में माल्यार्पण व पुष्पांजलि देकर मनाया गया। इस अवसर पर अभिव्यंजना सिंह ने रानी लक्ष्मीबाई बनकर उनके द्वारा कहे गए वक्तव्य को छात्राओं तक पहुंचाया तथा अन्य छात्राओं ने उनके जीवन वृत्त से संबंधित कविताएं व भाषण भी दिए। डॉ निवेदिता टंडन, डॉ साधना सिंह, डॉ सुमन सिंह, डॉ अर्चना दीक्षित, डॉ स्वाति सक्सेना, डॉ शुभ्रा राजपूत, डॉ संगीता सिरोही, व कृष्णेंद्र श्रीवास्तव समेत महाविद्यालय की सभी प्राध्यापिकाएं तथा छात्राएं रैली में उपस्थित रही।

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एस एन सेन बा वि पी जी कालेज में “विश्व दर्शन शास्त्र दिवस” के उपलक्ष्य में भविष्य का मानव /आगामी मानव विषय पर अतिथि व्याख्यान एवं पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित

कानपुर 17 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन बा वि पी जी कालेज कानपुर के दश॔न शास्त्र विभाग द्वारा “विश्व दश॔न शास्त्र दिवस” के उपलक्ष्य में The Forthcoming Human अथवा भविष्य का मानव /आगामी मानव विषय पर एक अतिथि व्याख्यान एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।
काय॔क्रम मे महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो.(डा.)सुमन, अतिथि वक्ता के रूप मे अथ॔शास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डा.रोली मिश्रा एवं निणा॔यक मण्डल की सदस्य के रूप मे मनोविज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डा.प्रीति यादव उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आरंभ माँ सरस्वती की पुष्पांजलि से हुआ।तदुपरांत प्राचार्या समेत सभी अतिथियों का स्वागत उत्तरीय द्वारा किया गया ।प्राचार्या प्रोफेसर सुमन ने अपने प्रेरक उद्बोधन से छात्राओं को जीवन के महत्वपूर्ण तत्वों से अवगत कराया तथा निरंतर विकास हेतु प्रेरणा प्रदान की ।अपने व्याख्यान मे डॉ रोली मिश्रा ने आर्टिफिशल इंटेलीजेंस के आधार पर आगामी मानव की अवधारणा को स्पष्ट किया ।धन्यवाद ज्ञापन दश॔न शास्त्र विभाग की अध्यक्षा श्रीमती किरण ने किया एवं संचालन बी ए द्वितीय वर्ष की छात्रा कशिश सिह ने किया ।
पोस्टर प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के सदस्यो डा रेली मिश्रा एवं डा प्रीति यादव ने सभी पोस्टर का अवलोकन करने के उपरांत परिणाम घोषित किए जिसमे महिमा वर्मा प्रथम ,बीनू विश्वकर्मा द्वितीय, नैनसी यादव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। रोनिका निषाद एवं वैष्णवी पाण्डेय को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
काय॔क्रम के अंत मे दश॔न शास्त्र विभाग की ओर से प्राचार्या महोदया को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए एवं अतिथि व्याख्याता तथा निणा॔यक मण्डल के सदस्यों को प्रमाण पत्र दिए गये। काय॔क्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया ।

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भागवती एजुकेशन सेंटर डिग्री कॉलेज मंधना में बाल दिवस के उपलक्ष्य बच्चों के रंगारंग कार्यक्रम

कानपुर नगर संवाद सूत्र सुभाष मिश्र, के भागवती एजुकेशन सेंटर डिग्री कॉलेज मंधना रोड पर 14 नवंबर के उपलक्ष्य बच्चों के द्वारा धूमधाम से मनाया रंगारंग कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के प्रवक्ता गण एवं छात्र छात्राओं ने महाँ विद्यालय के दत्तक ग्राम टिकना पुरवा का भ्रमण किया! वहां के जूनियर विद्यालय में बच्चों का रंगारंग कार्यक्रम खेलकूद प्रतियोगिता कराई गई!! विजेताओं को फल फूल एवं मोमेंटो देकर छात्र छात्राओं को प्रोत्साहित किया, इस अवसर पर महाविद्यालय की निर्देशिका डॉक्टर गिरीश कुमारी सिंह एवं प्राचार्य डॉ अर्चना भदौरिया मीडिया प्रभारी ज्योति मिश्रा आदि लोग उपस्थित रहे!

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ग्रैंड एनुअल कॉन्सर्ट यूफोरिया – 2022 में बच्चो ने दिखाई अपनी प्रतिभा

कानपुर 15 अक्टूबर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, आजादी का अमृत महोत्सव की थीम पर यूनाइटेड पब्लिक स्कूल में वार्षिक महोत्सव में आयोजन किया गया । “ग्रैंड एनुअल कॉन्सर्ट यूफोरिया – 2022” के नाम से रविवार को हुए इस आयोजन में गीत संगीत के माध्यम से छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया । मुख्य अतिथि सांसद सत्यदेव पचौरी जी ने कार्यक्रम की एंकरिंग कर रहे छात्र यश यादव सहित कई अन्य छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया । स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. नमिता माथुर के मुताबिक 11वीं कक्षा के छात्र यश यादव ने “आई०एस०सी अंतर विद्यालयीय हिंदी वाद-विवाद प्रतियोगिता” में बोलकर कानपुर में पहला स्थान प्राप्त किया है । मर्चेंट्स चैंबर आफ उत्तर प्रदेश के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. इंद्र मोहन रोहतगी , स्कूल के महासचिव रोचक रोहतगी ने प्रतिभागी बच्चो का उत्साह वर्धन किया

 

 

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दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज द्वारा मायांजली चेरिटेबल ब्लड बैंक, के सहयोग से स्वैच्छिक रक्तदान शिविर अयोजित

कानपुर 14 नवंबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, बाल दिवस के उपलक्ष में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज, कानपुर के द्वारा मायांजली चेरिटेबल ब्लड बैंक, सिविल लाइंस कानपुर के सहयोग से कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही के नेतृत्व में एक *स्वैच्छिक रक्तदान शिविर* का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं, प्राध्यापिकाओं समेत समस्त शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की स्वास्थ संबंधी जांच की गई। जिनमें मुख्य रुप से हिमोग्लोबिन, वजन, ब्लड प्रेशर, ब्लड इंफेक्शन आदि हैं। शिविर का शुभारंभ प्राचार्या प्रो अर्चना वर्मा जी ने किया। चीफ प्रॉक्टर प्रो अर्चना श्रीवास्तव के द्वारा छात्राओं को रक्तदान से संबंधित व्याख्यान भी दिया गया। शिविर में लगभग 100 से अधिक छात्राओं के स्वास्थ संबंधी जांचें की गई तथा एन एस एस की 35 स्वयंसेविकाओं ने रक्तदान किया। रक्तदान करने वाली सभी छात्राओं को डोनर कार्ड, गिफ्ट, सर्टिफिकेट, फल, जूस, फ्रूटी व बिस्किट आदि का वितरण भी किया गया। शिविर में मुख्य रुप से डॉ अर्चना दीक्षित, डॉ अंजना श्रीवास्तव, डॉ पारुल , कृष्णेंद्र श्रीवास्तव तथा मायांजली ब्लड बैंक से आई टीम के मेडिकल ऑफिसर डॉ अशोक गुप्ता, इंचार्ज विजय सिंह, नीरज कुमार, तनीशा, सिमरन, पवन कुमार व अभिमन्यु पांडे आदि का सहयोग सराहनीय रहा।

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मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने आई आई टी संस्थान दौरे के साथ इंडियन गवर्नेंस समिट’22 का उद्घाटन किया

कानपुर, 5 नवंबर, 2022: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने पब्लिक पॉलिसी एण्ड ओपीनियन सेल, आईआईटी कानपुर द्वारा आयोजित इंडियन गवर्नेंस समिट’22 के उद्घाटन के लिए मुख्य अतिथि रूप में आज भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर का दौरा किया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहते हुए, उन्होंने संस्थान की कुछ महत्वपूर्ण अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं से परिचित होने के लिए दौरा भी किया।उत्तर प्रदेश कैडर के 1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी और आई आई टी (IIT) कानपुर (B.Tech – EE) से स्नातक । उन्होंने बहुत ही विनम्र शुरुआत की थी, लेकिन पूरी लगन और समर्पण के साथ, उपलब्धियों की सीढ़ी चढ़ते चले गए। इंडियन गवर्नेंस समिट’22 में श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने नीति निर्माण पर बात की है l दशकों के एक शानदार करियर में, उन्होंने राज्य और संघीय सरकारों में कई शीर्ष पदों पर कार्य किया है, जिनमें राज्य और संघीय कराधान, राजस्व प्रशासन, आंतरिक सुरक्षा, सतर्कता, नागरिक उड्डयन, पर्यटन, खेल, कृषि अनुसंधान के क्षेत्र, चिकित्सा और स्वास्थ्य, खनन और शहरी विकास शामिल हैं। चार साल से अधिक समय तक, उन्होंने आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय में भारत सरकार के सचिव के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन-शहरी (एसबीएम-यू), प्रधान मंत्री आवास योजना-शहरी (पीएमएवाई-यू), कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन (अमृत), दीन दयाल अंत्योदय योजना सहित कई प्रमुख शहरी मिशनों की योजना और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।

शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के हिस्से के रूप में, श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने आईआईटी कानपुर में सी3आई हब, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर ड्रोन और नेशनल सेंटर फॉर फ्लेक्सिबल इलेक्ट्रॉनिक्स का दौरा किया। C3i हब में, उन्हें ई-गवर्नेंस के लिए आई आई टी (IIT) कानपुर में विकसित ब्लॉकचेन तकनीक दिखाई गई। राष्ट्रीय ब्लॉकचैन परियोजना के हिस्से के रूप में, आईआईटी कानपुर ने ई-गवर्नेंस सेवाओं के लिए यूपी और कर्नाटक राज्य सरकारों के साथ गठजोड़ किया है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर ड्रोन में, आईआईटी कानपुर के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर अभिषेक ने मुख्य अतिथि को ड्रोन के लिए ईंधन सेल विकास के साथ-साथ ड्रोन की सहनशक्ति, ऊंचाई और भार क्षमता का प्रदर्शन किया। उन्हें COVID के दौरान वैक्सीन और आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन भी दिखाए गए।

श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने आईआईटी कानपुर के नेशनल सेंटर फॉर फ्लेक्सिबल इलेक्ट्रॉनिक्स में विकसित प्रिंट करने योग्य इलेक्ट्रॉनिक्स और लिखने योग्य इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट का जायजा लिया। उन्हें 3डी प्रिंट करने योग्य एंटी-जालसाजी लेबल, लिखोट्रोनिक्स (राइटेबल इलेक्ट्रॉनिक्स), क्लीन रूम, रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) टैग, नेत्रहीनों के लिए नॉवेल हैप्टिक स्मार्ट वॉच, थर्मल जैकेट, IV बॉटल लेवल डिटेक्शन लेबल जैसे विभिन्न उपकरण दिखाए गए जो स्वचालित रूप से द्रव प्रवाह, मेटा सतह एंटीना, स्मार्ट शेल्फ के लिए दबाव सेंसर, दूसरों के बीच का पता लगाता है।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहते हुए उत्तर प्रदेश के *मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा*, “आज की लोक नीति केवल योजना बनाने के बारे में नहीं है, बल्कि कार्यान्वयन के बारे में है। आज के भारत में, सार्वजनिक नीतियों को प्रभावी ढंग से जनता तक पहुँचाना महत्वपूर्ण है। ”
“आज आईआईटी कानपुर में विभिन्न अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं का दौरा करने के बाद मैं वास्तव में प्रसन्न हूं। मुझे लगता है कि पहले की तुलना में बहुत कुछ बदल गया है। आईआईटी कानपुर विभिन्न मोर्चों पर आगे बढ़ रहा है।”
श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यान्वयन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के तहत योजना की स्वीकृति की गति में काफी वृद्धि हुई है और अब तक 11 लाख से अधिक लाभार्थियों को मकान मिल चुके हैं और लाभार्थियों को 13 लाख से अधिक आवास स्वीकृत किये जा चुके हैं. उन्होंने अंग्रेजी को एक संचार भाषा के रूप में सीखते हुए, एनईपी के अनुरूप स्थानीय भाषाओं को प्राथमिकता देने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें भाषा को बाधा नहीं बल्कि अपनी ताकत बनने देना चाहिए।

*आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने कहा*, “हमें इंडियन गवर्नेंस समिट’22 के मुख्य अतिथि के रूप में श्री दुर्गा शंकर मिश्रा को पाकर खुशी हो रही है। नीति निर्माता के रूप में उनका विशाल अनुभव और राज्य के मुख्य सचिव के रूप में उनकी वर्तमान भूमिका यूपी के लिए विकास की नई संभावनाएं लेकर आई है। आईआईटी कानपुर विभिन्न महत्वपूर्ण अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं पर राज्य सरकार के साथ जुड़ा हुआ है। हम प्रभावी नीति बनाने के लिए अपना योगदान देना जारी रखेंगे जिससे न केवल राज्य बल्कि राष्ट्र को भी लाभ हो। ”

श्री दुर्गा शंकर मिश्रा को आईआईटी कानपुर में एक महत्वाकांक्षी मेगा प्रोजेक्ट के रूप में आने वाले गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई। स्कूल की आधारशिला केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस साल जुलाई में रखी थी। इसमें 500 बिस्तरों वाला यदुपति सिंघानिया सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल भी होगा। उन्होंने महत्वाकांक्षी हृदययंत्र परियोजना का भी दौरा किया, जिसे एलवीएडी (लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस) सुविधा के रूप में भी जाना जाता है, जो एक किफायती और उन्नत कृत्रिम हृदय विकसित करने पर काम कर रहा है जो चिकित्सा विज्ञान में गेम-चेंजर हो सकता है। उन्हें एक सिम्युलेटर के अलावा विकास के तहत प्रोटोटाइप और सतह के उपचार पर चल रहे शोध को दिखाया गया था जो एलवीएडी के परीक्षण के लिए हृदय में परिवर्तनशील रक्त प्रवाह की नकल करता है।

पब्लिक पॉलिसी एंड ओपिनियन सेल, आई आई टी (IIT) कानपुर द्वारा वार्षिक भारतीय शासन शिखर सम्मेलन में भारत-विशिष्ट दृष्टिकोण के साथ नीति निर्माण के प्रमुख मुद्दों पर प्रकाश डाला गया और आमंत्रित गणमान्य व्यक्तियों और उपस्थित लोगों द्वारा समाधान और व्यापक चर्चा की गई।

*आईआईटी कानपुर के बारे में:*

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, भारत सरकार द्वारा स्थापित प्रमुख संस्थानों में से एक है। 1959 में पंजीकृत, संस्थान को 1962-72 की अवधि के दौरान अपने शैक्षणिक कार्यक्रमों और प्रयोगशालाओं की स्थापना में यू.एस.ए. के नौ प्रमुख संस्थानों द्वारा सहायता प्रदान की गई थी। अग्रणी नवाचारों और अत्याधुनिक अनुसंधान के अपने रिकॉर्ड के साथ, संस्थान को इंजीनियरिंग, विज्ञान और कई अंतःविषय क्षेत्रों में ख्याति के एक शिक्षण केंद्र के रूप में दुनिया भर में जाना जाता है। संस्थान को एनआईआरएफ द्वारा लगातार शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों में स्थान दिया गया है। औपचारिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अलावा, संस्थान उद्योग और सरकार दोनों के लिए मूल्य के क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास में सक्रिय रहा है। औपचारिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अलावा, संस्थान उद्योग और सरकार दोनों के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास में सक्रिय योगदान देता है।

अधिक जानकारी के लिए www.iitk.ac.in पर विजिट करें।

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एस एन सेन बालिका विद्यालय पी जी कॉलेज की छात्राओं के लिए शैक्षिक भ्रमड़ आयोजित

कानपुर 4 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन बालिका विद्यालय पी जी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग ने बी एस सी प्रथम द्वितीय तथा तृतीय वर्ष की छात्राओं के लिए शैक्षिक भ्रमड़ का आयोजन किया
दो दिवसीय भ्रमड़ ३-४ नवंबर२०२२ का शुभारम्भ प्रचार्या डॉ सुमन तथा वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ प्रीति सिंह ने छात्राओं का मनोबल बढ़ाकर तथा विज्ञान की उपयोगिता एवं तकनीकी हेतु प्रेरित करके किया
नयी शिक्षा नीति के अन्तर्गत उच्च शिक्षा को रोज़गारपरक तथा आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास में वनस्पति विज्ञान के नए पाठ्यक्रम में शैक्षिक भ्रमण को शिक्षा का अभिन्न अंग बना दिया गया है
बी एस सी की कुल 103 छात्राओं ने चंद्रा शेखर आज़ाद विश्वविद्यालय के सोईल केमिस्ट्री , बाओकोंट्रोल लैब , मशरूम कल्टिवेशन लैब एंटमालजी लैब , हॉर्टिकल्चर गार्डेन, नर्सरी, तितली बाग तथा म्यूज़ीयम का भ्रमड़ किया ।चंद्र शेखर आज़ाद कृषि विश्वविद्यालय के डीन डॉ डी आर सिंह ने अनुमति के अतिरिक्त स्वयं छात्राओं को सम्बोधित करते हुए विश्वविद्यालय का इतिहास बताते हुए विज्ञान की उपयोगिता पर प्रकाश डाला और छात्राओं को विज्ञान की पढ़ाई हेतु प्रेरित किया। वेक अतिरिक्त डॉ अनिल सचान,विभागाध्यक्ष मृदा विज्ञान ,डॉ एड के बिस्वास, विभागाध्यक्ष प्लांट पथॉलॉजी,डॉ वी के त्रिपाठी विभागाध्यक्ष हॉर्टिकल्चर तथा डॉ राम सिंह एंटमालजी , ड़ा द्विवेदी ने सक्रिय सहयोग करते हुए अपने अपने विभागों में छात्राओं का मर्गदर्शन करते हुए अनेक विदेशी उपकरण दिखाए उनकी जानकारी दी एवं किस प्रकार उनका उपयोग शोध कार्यों में होता है दिखाया। इस भ्रमण में डॉ प्रीति सिंह, डॉ समीक्षा सिंह, डॉ रायी घोष तथा डॉ स्नेह त्रिवेदी के अतिरिक्त अवधेश, हरिनारायण तथा दिनेश शुक्ला ने भरपूर सहयोग किया।

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एस.एन.सेन बी. वी. पी.जी. कॉलेज में सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया

कानपुर 3 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत एस.एन.सेन बी. वी. पी.जी. कॉलेज कानपुर में एल.आई.सी. कानपुर और सेन महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्त्वाधान में सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। सतर्कता जागरूकता सप्ताह 31 अक्टूबर से 6 नवंबर तक मनाया जा रहा है जिसे सार्वजनिक जीवन में नैतिकता को बढ़ाने के लिए, लोगों को भ्रष्टाचार से उत्पन्न खतरों के बारे में जागरूक करने के लिए, हित धारकों को एक साथ लाने के लिए मनाया जाता है। केंद्रीय सतर्कता आयोग इसे हर वर्ष बनाता है। वर्ष 2022 में सतर्कता सप्ताह की थीम है- *एक विकसित राष्ट्र के लिए, भ्रष्टाचार मुक्त भारत* ।
प्राचार्या प्रोफेसर (डॉ.) सुमन ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा की यदि अब भी हम सजग नहीं हुए तो भ्रष्टाचार रूपी दीमक हमारे देश को खोखला कर देगा। समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) निशि प्रकाश ने कहा कि समाज का हर नागरिक जागेगा तभी भ्रष्टाचार के दानव को समाप्त किया जा सकता है ।इस कार्यक्रम के अंतर्गत महाविद्यालय की छात्राओं ने निबंध, स्लोगन, पोस्टर और भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया। पोस्टर प्रतियोगिता में भव्या शुक्ला ,अनुभवी और संजौली गुप्ता ने क्रमशः प्रथम ,द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया । स्लोगन प्रतियोगिता में रानू तिवारी ने प्रथम एवं कोमल शर्मा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में कृष्णा कठेरिया ने प्रथम स्थान एवं यास्मीन बानो और अमरीन ने संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान एवं प्रगति द्विवेदी और कीर्ति बाजपेई ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रो. (डॉ.) अलका टंडन , डॉ. प्रीति पांडे, डॉ. ममता अग्रवाल, प्रो. (डॉ.) निशा वर्मा, डॉ. शुभा बाजपेई, डॉ. रचना निगम ने निर्णायक मंडल की भूमिका का निर्वहन कर छात्राओं का उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम का प्रभावपूर्ण संचालन समाजशास्त्र विभाग की प्रोफेसर (डॉ.) मीनाक्षी व्यास के द्वारा किया गया। डॉ. सुनीता शुक्ला ने कार्यक्रम में सहयोग किया।धन्यवाद ज्ञापन समाजशास्त्र विभाग की प्रोफेसर (डॉ.) रेखा चौबे के द्वारा किया गया।

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इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने भारत का पहला पानी में तैरता वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित किया

संचार मंत्रालय, भारत सरकार के डाक विभाग के तहत स्थापित इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने आज श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) में वित्तीय साक्षरता को बढ़ाने के लिए भारत का पहला पानी पर तैरता वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित किया। ‘निवेशक दीदी’ पहल के तहत ‘महिलाओं के लिए, महिलाओं के द्वारा’ की अवधारणा के साथ वित्तीय साक्षरता बढ़ाना लक्ष्य है।

विशाल और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होने के नाते भारत की जनसांख्यिकी में वित्तीय साक्षरता का प्रसार चुनौतीपूर्ण है क्योंकि आबादी का एक बड़ा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों में रहता है। दुनिया के सबसे बड़े डाक नेटवर्क की मदद से आखिरी छोर तक पहुंच बढ़ाने और वित्तीय समावेशन के अंतर को पाटने के लिए आईपीपीबी ने नई पहल की है।

भारत सरकार के निर्देश पर, आईपीपीबी ने ग्रामीण भारत को ध्यान में रखते हुए वित्तीय समावेशन की यह यात्रा शुरू की है, जहां तक पहुंच और संचार में हमेशा बाधा रही है। शुरुआत से ही, डाकिया/ग्रामीण डाक सेवक देश के कोने-कोने में आम जनता तक पहुंचते रहे हैं और उनके दरवाजे पर डिजिटल बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं।

वित्तीय साक्षरता अभियान को आगे बढ़ाने के लिए, आईपीपीबी ने कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय (एमसीए) के तत्वावधान में निवेशक शिक्षा एवं संरक्षण कोष प्राधिकरण (आईईपीएफए) के सहयोग से ‘निवेशक दीदी’ नामक पहल शुरू की है। इसमें ‘महिलाओं के द्वारा, महिलाओं के लिए’ अवधारणा को आत्मसात किया गया है। निवेशक दीदी पहल महिलाओं के लिए महिलाएं की सोच पर आधारित है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अपने मन में उठे सवालों को किसी महिला के साथ साझा करने में अधिक सहज महसूस करती हैं। कश्मीर घाटी की तीन निवेशक दीदी प्रतिनिधियों को श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में हाल ही में आयोजित हुए आईईपीएफए सम्मेलन के दौरान केंद्रीय कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री श्री राव इंद्रजीत सिंह और सांसद (श्रीनगर) डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर आईईपीएफए की सीईओ श्रीमती अनीता शाह अकेला, जेएस एमसीए और आईईपीएफए, डाक विभाग, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, सीएससी ई-गवर्नेंस, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान, कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

(श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में आईईपीएफए सम्मेलन में केंद्रीय कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री श्री राव इंद्रजीत सिंह और सांसद (श्रीनगर) डॉ. फारूक अब्दुल्ला)  ‘निवेशक दीदी’ पहल के शुभारंभ के हिस्से के रूप में, आईपीपीबी ने एक नवनियुक्त निवेशक दीदी द्वारा भारत का पहला पानी पर तैरने वाला वित्तीय साक्षरता शिवर आयोजित किया। यह शिविर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में विश्व प्रसिद्ध डल झील के आसपास के स्थानीय निवासियों के बीच आयोजित किया गया। शिकारा इन लोगों के जीवन का अभिन्न अंग है, ऐसे में कई शिकारा पर ही लोग जुटे और ‘निवेशक दीदी’ ने शिकारा से ही स्थानीय कश्मीरी भाषा में वित्तीय साक्षरता सत्र आयोजित किया। इस तरह से पूरा सत्र डल झील के पानी में आयोजित किया गया इस पहल के बारे में बात करते हुए डाक विभाग के सचिव श्री विनीत पांडे ने इसे वित्तीय समावेशन की खाई को पाटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। भारत में आयोजित पहला तैरता हुआ वित्तीय साक्षरता शिविर देश के हर घर में दूर-दूर तक पहुंचने की डीओपी टीम की क्षमता को दर्शाता है, जबकि भौगोलिक क्षेत्र अलग-अलग हैं। इसने ग्रामीण महिलाओं के लिए अपने वित्तीय उत्पादों और सेवाओं को लेकर समझ बढ़ाने, धोखाधड़ी से सावधान रहने और निवेशक दीदी की मदद से अपनी भाषा में सहायता पाने का मार्ग प्रशस्त किया है।

पहले तैरने वाले वित्तीय साक्षरता शिविर पर बोलते हुए इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के एमडी और सीईओ श्री जे. वेंकटरामू ने कहा, ‘निवेशक दीदी के जरिएआईपीपीबी ग्रामीण आबादी के सामने भाषा और वित्तीय उत्पादों एवं सेवाओं की बुनियादी समझ को लेकर सामने आने वाली चुनौतियों को पार करते हुए नया मील का पत्थर हासिल करेगा। ग्रामीण जनता से गहरा सामाजिक जुड़ाव रखने वाली महिला डाकियानिवेशक दीदी विशेष रूप से महिलाओं में वित्तीय जागरूकता बढ़ाएंगी और उनकी समस्याओं का समाधान करने के साथ सुविधाजनक तरीके से सहयोग करेंगी।

(श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में डल झील के आसपास स्थानीय निवासियों के बीच तैरता हुआ वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित किया गया)

तैरता हुआ वित्तीय साक्षरता शिविर श्री गुरशरण राय बंसल, मुख्य महाप्रबंधक और मुख्य बिक्री एवं विपणन अधिकारी और श्री विश्वनाथ दिव्य सहायक महाप्रबंधक (विपणन) के साथ आईपीपीबी और डीओपी टीम की देखरेख में आयोजित किया गया। सत्र में बैंकिंग और वित्तीय उत्पादों से लेकर संस्थाओं की ओर दी जाने वाली मुख्यधारा की वित्तीय सेवाओं के महत्व और धोखाधड़ी से बचाव के उपायों के साथ निवेश को लेकर विभिन्न प्रकार के जोखिम से सुरक्षा आदि विषयों पर चर्चा की गई। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक आखिरी छोर तक वित्तीय सशक्तीकरण के अपने अभियान को बढ़ाने के लिए ऐसे प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

आईपीपीबी के बारे में

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) को संचार मंत्रालय के अधीन डाक विभाग के तहत स्थापित किया गया है, जिस पर भारत सरकार का शत-प्रतिशत मालिकाना हक है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक सितंबर, 2018 को आईपीपीबी का शुभारंभ किया था। बैंक की स्थापना इस दृष्टिकोण के तहत की गई है कि इसके जरिए भारत के आम जनमानस के लिए अत्यंत सुगम, सस्ती और भरोसेमंद बैंक सेवा उपलब्ध कराई जा सके। आईपीपीबी का बुनियादी काम यह है कि वह बैंकों तक कम पहुंच वाले और बैंकिंग सेवाओं से न जुड़े लोगों के लिए देश के 160,000 डाकघरों (145,000 ग्रामीण डाकघर), 400,000 डाक कर्मियों के नेटवर्क का इस्तेमाल करे। आईपीपीबी की पहुंच और उसके संचालन का स्वरूप ‘इंडिया स्टैक’ के प्रमुख स्तंभों पर आधारित है, जिसके तहत कागज रहित, नकद रहित, बिना बैंक गए, आसान और सुरक्षित तरीके से उपभोक्ता के दरवाजे पर सेवा उपलब्ध हो। इसके लिए सीबीएस-समेकित स्मार्टफोन और बायोमेट्रिक उपकरण को माध्यम बनाया गया। जनता के लिए सस्ते नवाचार और बैंक प्रक्रिया को सुगम बनाने पर जोर देते हुए आईपीपीबी 13 भाषाओं में उपलब्ध इंटरफेस के जरिए आसान व सस्ते बैंकिंग समाधान सुगम बना रहा है। आईपीपीबी कम से कम नकदी इस्तेमाल वाली अर्थव्यवस्था में तेजी लाने और डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण में अपना योगदान करने के लिए संकल्पित है। भारत समृद्ध होगा, जब हर नागरिक को वित्तीय सुरक्षा और समान अवसर मिलेंगे। हमारा मूलमंत्र है– हर उपभोक्ता महत्वपूर्ण है; हर लेन-देन महत्वपूर्ण है और हर जमा धन मूल्यवान है।

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मिजोरम विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं राष्ट्रपति मुर्मू

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने आज (3 नवंबर, 2022) आइजोल में मिजोरम विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया। उन्होंने शिक्षा से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया जिनमें मिजोरम विश्वविद्यालय में एसटी गर्ल्स हॉस्टल और मौलपुई में सरकारी आइजोल कॉलेज, आइजोल में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (आईआईएमसी) का स्थायी परिसर और पछुंगा यूनिवर्सिटी कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएट अकादमिक ब्लॉक शामिल हैं। इस अवसर पर संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यह जानकर प्रसन्नता हुई कि मिजोरम विश्वविद्यालय, जो 2001 से सक्रिय हुआ है, आज गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने वाला पूर्वोत्तर क्षेत्र का एक प्रमुख विश्वविद्यालय है।

उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय ने शिक्षाविदों को बढ़ावा देने के लिए गंभीर प्रयास किए हैं जिसके परिणामस्वरूप विज्ञान, कला, वाणिज्य, इंजीनियरिंग और चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। विश्वविद्यालय ने ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’ का दर्जा प्राप्त किया है और कुछ बेहतरीन पहल की हैं। उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में मिजोरम विश्वविद्यालय का ढांचागत विकास सराहनीय है। राष्ट्रपति ने कहा कि मिजोरम विश्वविद्यालय में छात्रों को इनोवेशन्स और व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए तीन इन्क्यूबेटर हैं। विश्वविद्यालय ने विभिन्न शैक्षणिक और तकनीकी सहयोग के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न विश्वविद्यालयों और संगठनों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करने के रास्ते तलाशने और अकादमिक और तकनीकी क्षेत्रों में उत्कृष्टता के नए मानक बनाने के लिए एक नया खाका तैयार किया है।

छात्रों को संबोधित करते हुए,राष्ट्रपति ने कहा कि दीक्षांत समारोह उनके परिवार के सदस्यों के प्रयासों को याद करने और पहचानने का एक महत्वपूर्ण अवसर है जिन्होंने उनकी पूरी यात्रा में उनका साथ दिया है। उनकी क्षमताओं की कोई सीमा नहीं है। इसलिए उन्हें बस अपनी क्षमता का एहसास करना चाहिए। वे अपनी प्रतिभा और क्षमता को सबसे अच्छी तरह से पहचानते हैं। राष्ट्रपति ने उन्हें दुनिया का पता लगाने और नए प्रयोग करने की सलाह दी। राष्ट्रपति ने छात्रों से अशिक्षितों को शिक्षित करने और ज्ञान का प्रकाश फैलाने की जिम्मेदारी लेने का भी आग्रह किया। इस तथ्य की ओर इशारा करते हुए कि 2021-22 के शैक्षणिक सत्र में स्नातक छात्रों में लड़कियों की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक है, राष्ट्रपति ने कहा कि उच्च शिक्षा में महिलाओं की बढ़ती संख्या प्रशंसनीय है लेकिन इसे उच्च दर से बढ़ाना चाहिए। हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी कार्यबल में भी बढ़ी हुई भागीदारी में तब्दील हो। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो पूरा देश आगे बढ़ेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि मिजोरम विश्वविद्यालय और सैरंग में दो अनुसूचित जनजाति बालिका छात्रावासों का उद्घाटन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अन्य सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करके छात्राओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा कि आईआईएमसी आइजोल के स्थायी परिसर के उद्घाटन से पूरे पूर्वोत्तर में मीडिया और जनसंचार अध्ययन को बढ़ावा मिलेगा।

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