Breaking News

देश प्रदेश

एस. एन. सेन बी. वी. पी. जी. कॉलेज में महात्मा गांधी एवम् लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिवस मनाया गया एवम् महाविद्यालय प्रेक्षागार में सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम का समापन संपन्न

कानपुर 2 अक्टूबर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस. एन. सेन बी. वी. पी. जी. कॉलेज कानपुर में आज महात्मा गांधी जी एवम् लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्मदिवस पर दिनांक 02/10/2022 को महाविद्यालय प्रेक्षागार में सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम का समापन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री पी. के. मिश्रा, सचिव श्री पी. के. सेन, महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर सुमन, प्रबंध समिति के संयुक्त सचिव श्री शुभ्रो सेन, सदस्या श्रीमती दीपाश्री सेन के द्वारा महात्मा गांधी एवम् श्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा पुष्पांजलि द्वारा किया गया। प्रबंध तंत्र ने सभी को गांधी जयंती की शुभकामनाएं तथा सेवा पखवाड़ा के सफल आयोजन की बधाईयां प्रेषित की। कार्यक्रम संयोजिका इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. मनीषा दीवान ने महात्मा गांधी जी और शास्त्री जी के विचारों की वर्तमान में सार्थकता पर महत्त्वपूर्ण व्याख्यान दिया। कॉलेज के . संयुक्त सचिव श्री शुभ्रो सेन ने छात्राओ को आर्शीवचन दिया
प्राचार्या महोदया ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए महाविद्यालय को उन्नति के पथ पर अग्रसर रखने का अपना संकल्प दोहराया। राष्ट्रीय पर्व प्रभारी डॉ. रचना निगम, सुश्री श्वेता रानी, डॉ. सारिका अवस्थी ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार पूर्ण समर्पण के साथ उपस्थित रहा।

Read More »

दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज मैं मनाई गई महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती

कानपुर 2 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज, कानपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा आज 2 अक्टूबर के दिन महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर माल्यार्पण और ‘वैष्णव जन ते तेने कहिए पीर पराई जाने रे’ की धुन के साथ हुआ । आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भूगोल विभाग की असि. प्रो. डॉ अंजना श्रीवास्तव ने लाल बहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी के जीवन और व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके आध्यात्मिक गुणों की चर्चा की उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी मां शास्त्री जी दोनों में नेतृत्व की अलौकिक और अद्भुत क्षमता थी जिसकी वजह से वह सामान्य जनमानस को आकर्षित करते थे। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संगीता सिरोही ने किया। इस अवसर पर असि. प्रो. कु० श्वेता गोंड एवं एनएसएस की सभी स्वयं सेविकाएं उपस्थित रही। सभी ने गांधी जी तथा शास्त्री जी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके बारे में अपने विचार गीत, कविता आदि विधाओं के माध्यम से व्यक्त किए।

Read More »

आयुक्त कानपुर ने हैलेट और जीएसवीएम छात्रावासों का निरीक्षण किया

कानपुर 1 अक्टूबर जिला सू कार्यालय , फ़ॉलो अप के रूप में और जीएसवीएम के परिसर में एच1एन1 संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करने के लिए, आयुक्त कानपुर ने हैलेट और जीएसवीएम छात्रावासों का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में प्राचार्य, उप प्राचार्य, इमर्जन्सी विंग के प्रभारी, महिला छात्रावास प्रभारी अधिकारी, नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद थे।

आयुक्त द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण तथ्य और निर्देश हैं:

1) आयुक्त ने हैलेट के आपातकालीन विंग का दौरा किया और छात्र पाखी आशीष के स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में अपडेट लिया, जिनका एच1एन1 का इलाज चल रहा है।
कमिश्नर ने मरीज के माता-पिता से बातचीत की और इलाज के बारे में पूछा। वे हैलेट डॉक्टरों और नर्सों की टीम द्वारा दिए गए उपचार और देखभाल से संतुष्ट है।
आयुक्त ने प्रिंसिपल जीएसवीएम को नियमित रूप से रोगी की स्थिति का आकलन करने और आवश्यकतानुसार सर्वोत्तम संभव उपचार के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा। आयुक्त ने गर्ल्स एंड बॉयज हॉस्टल परिसरों का दौरा किया और परिसर के स्वच्छता अभियान की प्रगति की जाँच की। जीएसवीएम और नगर निगम की टीमें काम पर थीं और उन्होंने 3 से 4 दिनों तक सफाई अभियान चलाकर सभी अपशिष्ट पदार्थों और उगने वाले खरपतवारों को हटाने, नालियों की सफाई आदि के लिए अभियान चलाया है।

आयुक्त ने प्रधानाध्यापक जीएसवीएम एवं नगर स्वस्थ अधिकारी से कहा कि वे स्वच्छता अभियान की स्वयं से निगरानी करें और अगले 3 से 4 दिनों में कठोर निगरानी करके परिसर को साफ करवाएं।

3) प्रधानाचार्य ने आयुक्त को सभी छात्रों को दिए गए टीकाकरण और रोगनिरोधी उपचार के बारे में बताया।इसको फ़ॉलो अप कर पूर्ण करने के निर्देश दिए।

Read More »

एस.एन.सेन बालिका विद्यालय पी.जी.कॉलेज में -“आजादी के 75 वर्ष उपलब्धियां एवं चुनौतियां” विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित

कानपुर 1 अक्टूबर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस.एन.सेन बालिका विद्यालय पी.जी.कॉलेज में राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा एक पोस्टर प्रतियोगिता जिसका शीर्षक था -“आजादी के 75 वर्ष उपलब्धियां एवं चुनौतियां” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमन द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुआ। प्रोफेसर सुमन ने देश की उन्नति के नए आयाम व चुनौतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि देश को विकसित देश की श्रेणी में आने के लिए एक लंबा सफर तय करना है। इस पोस्टर प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में शिक्षा शास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. संगीता सिंह एवं अर्थशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर रोली मिश्रा सम्मिलित है। इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. रश्मि गुप्ता ने कहा कि गांधी जयंती के पूर्व दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए जो बलिदान दिए वह आज के परिप्रेक्ष्य में हमारे देश के लिए कितने महत्वपूर्ण है इस प्रतियोगिता में बीए प्रथम वर्ष बी. ए. द्वितीय वर्ष एवं बी. ए. तृतीय वर्ष की छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस प्रतियोगिता में बी.ए. द्वितीय वर्ष की छात्रा उन्नति तिवारी को प्रथम पुरस्कार द्वितीय पुरस्कार बी.ए. द्वितीय वर्ष की छात्रा लामिया तृतीय पुरस्कार छात्रा संजौली गुप्ता बी. ए. फर्स्ट ईयर को प्राप्त हुआ। इस कार्यक्रम का संचालन कुमारी पूनम अहॆरवार ने किया। इस कार्यक्रम में प्रो. निशि प्रकाश, प्रो. रेखा चौबे, कैप्टन ममता अग्रवाल, ऋचा सिंह, डॉ. अनामिका, कोमल सरोज, डॉ. पूजा गुप्ता, श्रीमती किरन आदि उपस्थित रहें।

Read More »

जनरल अनिल चौहान ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पदभार संभाला, राष्ट्र की आशाओं को पूरा करने और चुनौतियों से मिलकर निपटने का संकल्प लिया

जनरल अनिल चौहान, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, एसएम, वीएसएम ने दिनांक 30 सितंबर, 2022 को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में पदभार ग्रहण किया। जनरल चौहान सेना के तीनों अंगों से जुड़े मामलों पर रक्षा मंत्री के प्रधान सैन्य सलाहकार तथा साथ ही सचिव के रूप में सैन्य मामलों के विभाग के प्रमुख भी होंगे। वह चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) के स्थायी अध्यक्ष भी होंगे।

पदभार ग्रहण करने से पहले मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में जनरल चौहान ने कहा कि सीडीएस के रूप में घोषित होना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि नए सीडीएस से तीनों सेवाओं, सरकार और नागरिकों की उम्मीदें एवं आकांक्षाएं हैं, जिन्हें वह अपनी पूरी क्षमता से पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के सामने मौजूद सुरक्षा चुनौतियों से सेना के तीनों अंगों संयुक्त रूप से निपटेंगे।

इससे पहले जनरल चौहान ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने साउथ ब्लॉक लॉन में ट्राई-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण भी किया, जिसमें वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना उप प्रमुख वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे और सशस्त्र बलों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

Read More »

अनुराग सिंह ठाकुर कल प्रयागराज से एक महीने तक चलने वाले देशव्यापी स्वच्छ भारत 2022 अभियान की शुरुआत करेंगे

केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 1 अक्टूबर 2022 से एक महीने तक चलने वाले देशव्यापी स्वच्छ भारत 2022 का शुभारंभ करेंगे।

स्वच्छ भारत 2022 कार्यक्रम का आयोजन देश भर के 744 जिलों के छह लाख गांवों में नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) से संबद्ध युवा मंडलों और राष्ट्रीय सेवा योजना से संबद्ध संस्थानों के नेटवर्क के माध्यम से किया जा रहा है। युवा कार्यक्रम विभाग ने स्वच्छ भारत 2022 के माध्यम से एक करोड़ किलोग्राम प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा करने और उसे निपटाने का लक्ष्य रखा है।

इससे पहले, एक वीडियो संदेश में स्वच्छ भारत 2022 के बारे में जानकारी देते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि स्वच्छ भारत 2022 की शुरुआत जागरूकता बढ़ाने, लोगों को संगठित करने और भारत को स्वच्छ बनाने में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की जाएगी। इस पहल में विभिन्न क्षेत्रों, भाषाओं और पृष्ठभूमि के लोग एक साथ मिलकर काम करेंगे और इन लोगों द्वारा कचरे का निपटान पूरी तरह से स्वैच्छिक आधार पर किया जाएगा। स्वच्छ भारत 2022 सिर्फ एक कार्यक्रम ही नहीं है, बल्कि यह लोगों को स्वच्छता के महत्व का अहसास कराने का एक गंभीर प्रयास है। यह देश के खुशी सूचकांक (हैप्पीनेस इंडेक्स) में भी योगदान देगा। युवा कार्यक्रम विभाग इस अभियान को देश में लोगों द्वारा चलाया जाने वाला सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान बनाने का प्रयास कर रहा है।

स्वच्छ भारत 2022 कार्यक्रम का उद्देश्य 01 अक्टूबर, 2022 से 31 अक्टूबर 2022 के दौरान  देश के सभी जिलों में सार्वजनिक स्थानों एवं घरों की सफाई का आयोजन करना है और अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ एवं कचरा मुक्त रखने के प्रति नागरिकों में जागरूकता एवं गर्व की भावना जगाने के कार्य में समाज के सभी वर्गों, पंचायती राज संस्थानों (पीआरआई) सहित सरकारी संगठनों और गैर-सरकारी संगठनों को शामिल करना है। साथ ही, यह अभियान “स्वच्छ काल: अमृत काल” का मंत्र देगा और जनभागीदारी के माध्यम से स्वच्छता के इस कार्यक्रम को एक जन-आंदोलन बनाएगा।

Read More »

फिल्म रायबरेली का ट्रेलर धूमधाम से हुआ लांच

कानपुर 1 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, मैनपुरी के रहने वाले प्रोड्यूसर विनीत यादव की चर्चित फिल्म रायबरेली का ऑफिशियल ट्रेलर धूमधाम से आज नावेल्टी होटल लाटूश रोड में मेयर प्रमिला पांडे व मशहूर कॉमेडियन अन्नू अवस्थी के हाथों लॉन्च हुआ इस अवसर पर प्रमिला पांडे ने बताया कि प्रदेश सरकार फिल्म उद्योग को बहुत बढ़ावा दे रही है इसलिए अरबों रुपया खर्च करके प्रदेश सरकार नोएडा में फिल्म सिटी ला रही है अनु अवस्थी ने बताया कि कानपुर में टैलेंट की कमी नहीं है और कानपुर के कलाकार मुंबई में छाए हुए हैं फिल्म प्रोड्यूसर विनीत यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि इसके पहले उनकी फिल्म शूटआउट एट इटावा सफारी रिलीज हो चुकी है। कानपुर के चर्चित कलाकार अजय त्रिपाठी ने बताया की अब वह जमाने चले गए जब लोग घरों से भाग भाग कर बॉलीवुड में अपना भाग्य आजमाने जाते थे आप यूपी और खास तौर पर कानपुर में ही बड़े बड़े निर्माता आ रहे हैं और नई नई प्रतिभाओं को चांस मिल रहा है राजू श्रीवास्तव मरने से 2 महीने पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले थे और उनको उन्नाव और कानपुर के बीच फिल्म सिटी विकसित करने की सलाह दी थी। इस अवसर पर मेयर प्रमिला पाण्डेय, विधायक अमिताभ बाजपेयी, मशहूर कॉमेडियन अन्नू अवस्थी, पूर्व विधायक सतीश निगम, फिल्म के मुख्य विलेन गौरव कुमार, फिल्म के निर्माता और हीरो विनीत यादव फिल्म के लेखक इनायत अली और हीरोइन इस्मत आदि उपस्थित थे।

Read More »

क्राइस्ट चर्च कॉलेज में एनएसएस इकाई के द्वारा पोषण माह के अवसर पर पोषण पर चित्रकारी प्रतियोगिता आयोजित

कानपुर 1 अक्टूबर, भारतीय स्वरूप संवाददात, क्राइस्ट चर्च कॉलेज कानपुर में कल एनएसएस इकाई के द्वारा पोषण माह के अवसर पर पोषण पर चित्रकारी प्रतियोगिता का कार्यक्रम आयोजित किया गया इस कार्यक्रम का प्रारंभ कॉलेज के प्राचार्य डॉ जोसेफ डेनियल तथा एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर सुनीता वर्मा के निर्देशन में हुआ।
प्रतियोगिता में अनेक प्रतिभागियों ने भाग लिया और अपनी चित्रकारी का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम का समापन डॉ सुनीता वर्मा ने अपनी एनएसएस इकाई के सह प्रमुख मोमिन अली तथा विलायत फातिमा ने अपनी टीम जिनमे मुस्कान,जरीन,इरम,अक्सा,कांची,अंजली,सोनल,रितेश के साथ मिल के कार्यक्रम का सफलता पूर्वक समापन किया।

Read More »

प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में 36वें राष्ट्रीय खेल के शुभारंभ की घोषणा की

प्रधानमंत्री मोदी ने आज अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में 36वें राष्ट्रीय खेल के शुभारंभ की घोषणा की। आयोजन के दौरान, प्रधानमंत्री ने देसर में विश्वस्तरीय “स्वर्णिम गुजरात खेल विश्वविद्यालय” का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय खेल में भाग लेने वाले देश भर के एथलीटों को भी संबोधित किया।

सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेल के उद्घाटन पर उत्साहजनक माहौल शब्दों से परे है। उन्होंने कहा कि जब आयोजन इतना अद्भुत और अद्वितीय हो, तो उसकी ऊर्जा ऐसी ही असाधारण होगी। उन्होंने कहा कि 7000 से अधिक एथलीट, 15000 से अधिक प्रतिभागी, 35000 से अधिक कॉलेज, विश्वविद्यालय और स्कूल और 50 लाख से अधिक छात्रों का राष्ट्रीय खेल से सीधा जुड़ाव अद्भुत और अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “विश्व का सबसे बड़ा स्टेडियम, विश्व का इतना युवा देश, और देश का सबसे बड़ा खेल उत्सव! जब आयोजन इतना अद्भुत और अद्वितीय हो, तो उसकी ऊर्जा ऐसी ही असाधारण होगी।” उन्होंने स्टेडियम में मौजूद सभी लोगों के साथ राष्ट्रीय खेल गान ‘जुडेगा इंडिया – जीतेगा इंडिया’ के प्रमुख शब्दों का उच्चारण किया। उन्होंने कहा कि एथलीटों के चेहरे पर चमक रहा आत्मविश्वास भारतीय खेल के आने वाले स्वर्ण युग का अग्रदूत है। उन्होंने इतने कम समय में इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने के लिए गुजरात के लोगों की क्षमता की भी सराहना की।

कल अहमदाबाद में हुए भव्य ड्रोन शो को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे शानदार भव्य ड्रोन शो को देखकर तो हर कोई अचंभित है, गर्व से भरा हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा, “टेक्नोलॉजी का ऐसा सधा हुआ इस्तेमाल, ड्रोन की तरह ही गुजरात को, भारत को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।” राष्ट्रीय खेल 2022 के लिए आधिकारिक शुभंकर – सावज, एशियाई शेर के बारे में चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह शुभंकर भारत के युवाओं के बीच निर्भीक भागीदारी के मूड को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह वैश्विक परिदृश्य में बढ़ते भारत का भी प्रतीक है।

स्टेडियम की विशिष्टता के बारे में, प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां अन्य परिसर केवल कुछ खेल सुविधाओं तक सीमित हैं, सरदार पटेल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में फुटबाल, हॉकी, बास्केटबॉल, कबड्डी, बॉक्सिंग और लॉन टेनिस जैसे अनेकों खेलों की सुविधा एक साथ उपलब्ध है। उन्होंने कहा, ‘ये एक तरह से पूरे देश के लिए एक मॉडल है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि जब इंफ्रास्ट्रक्चर का स्तर अच्छा होता है, तो एथलीटों का मनोबल भी ऊंचा होता है।” राष्ट्रीय खेल में भाग लेने के लिए दूसरे राज्यों से आने वाले खिलाड़ियों से राज्य में नवरात्रि के आयोजन का आनंद लेने का आग्रह करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय नवरात्रि का पावन अवसर भी चल रहा है। श्री मोदी ने कहा, “गुजरात में मां दुर्गा की उपासना से लेकर गरबा तक, यहां की अपनी अलग ही पहचान है।”

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय जीवन में खेल के महत्व को दोहराया। उन्होंने कहा, “खेल के मैदान में खिलाड़ियों की जीत, उनका दमदार प्रदर्शन, अन्य क्षेत्रों में देश की जीत का भी रास्ता बनाता है। स्पोर्ट्स की सॉफ्ट पावर, देश की पहचान को, देश की छवि को कई गुना ज्यादा बेहतर बना देती है।” उन्होंने कहा “मैं स्पोर्ट्स के साथियों को अक्सर कहता हूं – सक्सेस स्टार्टस विद एक्शन! यानी, आपने जिस क्षण शुरुआत कर दी, उसी क्षण सफलता की शुरुआत भी हो गई। अगर आपने आगे बढ़ने के उत्साह का त्याग नहीं किया है, तो जीत आपका पीछा करती रहती है।”

खेल के क्षेत्र में हुई प्रगति पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 8 साल पहले तक भारत के खिलाड़ी, सौ से भी कम इंटरनेशनल इवेंट्स में हिस्सा लेते थे। इसके विपरीत, अब भारत के खिलाड़ी 300 से भी ज्यादा इंटरनेशनल इवेंट्स में शामिल होते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “8 साल पहले भारत के खिलाड़ी 20-25 खेलों को खेलने ही जाते थे। अब भारत के खिलाड़ी करीब 40 अलग-अलग खेलों में हिस्सा लेने जाते हैं। पदकों की संख्या के साथ-साथ भारत की आभा आज बढ़ रही है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के कठिन दौर में भी खिलाड़ियों का मनोबल नहीं गिरने दिया गया. “हमने स्पोर्ट्स स्पिरिट के साथ स्पोर्ट्स के लिए काम किया। टॉप्स जैसी योजनाओं के जरिए वर्षों तक मिशन मोड में तैयारी की। आज बड़े-बड़े खिलाड़ियों की सफलता से लेकर नए खिलाड़ियों के भविष्य निर्माण तक, टॉप्स एक बड़ी भूमिका निभा रहा है।” उन्होंने याद किया कि भारत ने इस साल टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ ओलंपिक प्रदर्शन दिया। इसी तरह, बैडमिंटन टीम द्वारा थॉमस कप की जीत से नई खुशियां मिलीं। उन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में पैरा-एथलीटों की उपलब्धि की भी प्रशंसा की। उन्होंने इस पुनरुत्थान में महिला एथलीटों की समान और मजबूत भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सफलता इससे पहले भी संभव थी, लेकिन भारत में खेल आवश्यक व्यावसायिकता के बजाय भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से प्रभावित थे। उन्होंने कहा, “हमने इसे साफ किया और युवाओं में उनके सपनों को पूरा करने के लिए विश्वास जगाया।” न्यू इंडिया के बारे में उन्होंने कहा कि एक ऐसा भारत, जो न केवल नीति-निर्माण में विश्वास करता है, बल्कि राष्ट्र के युवाओं के साथ मिलकर आगे बढ़ता है। प्रधानमंत्री ने फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसे प्रयासों की ओर इशारा किया, जो आज एक जन-आंदोलन बन गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में देश का खेल बजट करीब 70 प्रतिशत बढ़ा है। इसीलिए, आज खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा संसाधन भी दिए जा रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा अवसर भी मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश में खेल विश्वविद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं, और देश के कोने-कोने में उन्नत स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जा रहा है। श्री मोदी ने कहा कि सेवानिवृत्त खिलाड़ियों के जीवन को आसान बनाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में भी काम किया जा रहा है ताकि नई पीढ़ी को संन्यास लेने वाले खिलाड़ियों के अनुभवों का लाभ मिल सके।

भारत की सभ्यता और संस्कृति के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि खेल हजारों वर्षों से भारत की विरासत और विकास यात्रा का हिस्सा रहा है। “आजादी के अमृत काल में, देश इस परंपरा को अपनी विरासत में गर्व के साथ पुनर्जीवित कर रहा है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि अब देश के प्रयास और उत्साह केवल एक खेल तक सीमित नहीं है, बल्कि ‘कलारीपयट्टू’ और योगासन जैसे भारतीय खेलों को भी महत्व मिल रहा है। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि इन खेलों को नेशनल गेम्स जैसे बड़े आयोजनों में शामिल किया गया है।” प्रधानमंत्री ने यहां इन खेलों का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों से कहा, “मैं एक बात विशेष रूप से कहना चाहता हूं। आप एक तरफ हजारों साल पुरानी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं, साथ ही साथ खेल जगत के भविष्य को नेतृत्व दे रहे हैं। आने वाले समय में जब इन खेलों को वैश्विक पहचान मिलेगी तो आपका नाम इन क्षेत्रों में लीजेंड के तौर पर लिया जाएगा।”

संबोधन के समापन में प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों से सीधे बात की और उनके साथ एक मंत्र साझा किया। उन्होंने कहा, “सभी खिलाड़ियों को मैं एक मंत्र और देना चाहता हूं। अगर आपको कंपटीशन जीतना है, तो आपको कमिटमेंट और कंटिन्यूटी को जीना सीखना होगा।” स्पोर्ट्स स्पिरिट की बात करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि खेलों में हार-जीत को कभी भी हमें आखिरी नहीं मानना चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि भारत जैसे युवा देश के सपनों को साकार किया जा सकता है यदि स्पोर्ट्स स्पिरिट आपके जीवन का हिस्सा बन जाए। श्री मोदी ने कहा, “आपको याद रखना होगा, जहां आंदोलन है, वहां प्रगति है।” श्री मोदी ने कहा “आपको इस गति को मैदान के बाहर भी बनाए रखना होगा। यह गति आपके जीवन का मिशन होना चाहिए। मुझे विश्वास है कि राष्ट्रीय खेल में आपकी जीत से देश को जश्न मनाने का मौका मिलेगा और भविष्य में नया आत्मविश्वास भी पैदा होगा।”

गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल, गुजरात के राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत, केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर, संसद सदस्य, श्री सी. आर. पाटिल, गुजरात के गृह मंत्री श्री हर्ष संघवी और अहमदाबाद के मेयर श्री किरीट परमार इस अवसर पर उपस्थित थे।

पृष्ठभूमि

गुजरात राज्य में पहली बार राष्ट्रीय खेल का आयोजन किया जा रहा है। यह 29 सितंबर से 12 अक्टूबर, 2022 तक आयोजित किया जाएगा। देश भर के लगभग 15,000 खिलाड़ी, कोच और अधिकारी 36 प्रकार के खेलों में हिस्सा लेंगे, जिससे यह अब तक का सबसे बड़ा राष्ट्रीय खेल बन जाएगा। खेल आयोजन छह शहरों – अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, राजकोट और भावनगर में संपन्न किए जाएंगे। तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, गुजरात ने अंतरराष्ट्रीय मानकों का एक मजबूत स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की यात्रा शुरू की, जिससे राज्य को बहुत कम समय में विभिन्न खेलों की तैयारी करने में मदद मिली।

Read More »

अनुसूचित जातियों की बकाया रिक्तियों को भरने के लिए 2 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक विशेष अभियान

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष विजय सांपला ने कहा कि सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (पीएसबी) अनुसूचित जातियों की बैकलॉग रिक्तियों को भरने के लिए इस साल 2 अक्टूबर से एक विशेष अभियान अभियान शुरू करेंगे। यह बात उन्होंने अनुसूचित जातियों के लिए ऋण और अन्य कल्याणकारी योजनाओं पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के प्रदर्शन के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित करने के एक दिन बाद कही, बैठक की अध्यक्षता एनसीएससी अध्यक्ष और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संयुक्त रूप से की थी। एनसीएससी के अध्यक्ष और वित्त मंत्री ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा अनुसूचित जाति समुदाय से संबंधित व्यक्तियों को ऋण देने और आरक्षण, बैकलॉग रिक्तियों, कल्याण के कामकाज और शिकायत निवारण तंत्र और अन्य मुद्दों के संदर्भ में उनके कल्याण के लिए किए गए विभिन्न उपायों की समीक्षा की थी। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए, विजय सांपला ने कहा, “बैंक बैकलॉग रिक्तियों को भरने के लिए 2 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक अभियान चलाएंगे। साथ ही बैंकों को  31 अक्टूबर तक इस अभियान के दौरान अनुसूचित जाति की लंबित शिकायतों को दूर करने और पूरा करने का निर्देश दिया गया है।

 

सांपला ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा, “केंद्र सरकार के स्टैंड अप इंडिया कार्यक्रम के अनुसार, बैंकों की शाखाएं उन्हें सौंपे गए लक्ष्यों, विशेष रूप से अनुसूचित जाति समुदाय के सदस्यों के प्रति दायित्वों को पूरा करेंगी । इसी तरह एनआरएलएम, एनयूएलएम, मुद्रा, स्वाभिमान और आवास योजना जैसी अन्य केंद्र सरकार की योजनाओं के संबंध में, बैंकों को अनुसूचित जाति के लाभार्थियों के लिए निर्धारित प्रतिशत को प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए।”

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002CH5I.jpg

विजय सांपला ने आगे कहा,”बैंक सभी योजनाओं में अनुसूचित जाति के लाभार्थियों की भर्ती और कवरेज के संबंध में आरक्षण नीति पर एक रिपोर्ट भेजेंगे और हर साल दो बार एनसीएससी को सभी योजनाओं की प्रगति प्रस्तुत करेंगे। साथ ही बैंकों से कहा गया है कि वे हर साल 14 अप्रैल से 30 अप्रैल (डॉ. बीआर अम्बेडकर के जन्मदिन) की अवधि के दौरान एनसीएससी के सामने फिजिकल प्रेजेंटेशन दें; और प्रत्येक वर्ष अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में एक रिपोर्ट भेजें।”

बैंकों को सभी आउटसोर्स कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन देने और इस संबंध में डीएफएस और एनसीएससी को रिपोर्ट जमा करने का भी निर्देश दिया गया है। बैंक उन सभी ऋणों के डेटा की समीक्षा करेंगे जिन्हें स्वीकृत किया गया था लेकिन वितरित नहीं किया गया था, और अंतर का विश्लेषण करेंगे।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0036VBC.jpg

यह पाया गया कि एससी-वीसीएफ (अनुसूचित जाति-उद्यम पूंजी कोष) में बहुत सारे मामले हैं जहां खाते एनपीए बन गए हैं। बैंकों को ऋण की मंजूरी के समय बैकवर्ड फॉरवर्ड लिंकेज की जांच करने का निर्देश दिया गया था। सांपला ने उल्लेख किया कि ऋण स्वीकृत करने से पहले और परियोजनाओं के उचित कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए बैंक अनुसूचित जाति के उद्यमियों को परियोजना मूल्यांकन में मदद करने के लिए सलाहकारों की सेवाएं ले सकते हैं।

सांपला ने अंत में कहा कि बैंकरों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अनुसूचित जाति या ऐसी अन्य योजनाओं के लिए क्रेडिट एन्हांसमेंट गारंटी योजना के तहत आवेदन करने वाले प्रत्येक पात्र अनुसूचित जाति के व्यक्ति को इसका लाभ मिले।

Read More »