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उन्नाव के इस मदरसे में भ्रष्टाचार “गुलजार” है

उन्नाव के इस मदरसे में भ्रष्टाचार “गुलजार” है.
जिस जिले और मंडल का मदरसा, वहीं की एक भी भर्तियां नहीं!

कानपुर 17 सितंबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, उन्नाव/शुक्लागंज। जिला उन्नाव में यूं तो दर्जनों मदरसे हैं, लेकिन केवल दो ही मदरसे सरकार की ग्रांट-इन-ऐड की लिस्ट पर हैं। इनमें से एक बांगरमऊ में, तो दूसरा शुक्लागंज में है। दुख की बात ये कि उन्नाव के इन दोनों ही अनुदानित मदरसों में अनियमितताओं का अंबार है। शुक्लागंज स्थित “मदरसा गुलजार-ए-हिंद तालीमी मरकज” के प्रबंधक तो संचालन से लेकर शिक्षकों की भर्तियों तक में जबरदस्त अनियमितताएं बरतने के बावजूद बचते आ रहे हैं। इस कारण खुद को नियम-कानून और संविधान से ऊपर समझने की गलतफहमी पाल बैठे हैं। वो पूर्व सरकारों द्वारा दी गई “भ्रष्टाचार और लूट की खुली छूट” वाली मानसिकता से उबर नहीं पा रहे हैं, ओवर कॉन्फिडेंट हैं। दरअसल कानपुर के जूही निवासी प्रबंधक के इस मदरसे में केवल “भ्रष्टाचार ही गुलजार” है। जानकारों के अनुसार कानपुर के एक मदरसा माफिया और दामाद का शुक्लागंज के इस मदरसे की भर्तियों में बड़ा रोल है। माफिया और इनके दामाद ने अपने कन्नौज के रिश्तेदारों को यहां पर भर्ती करवाया है। बाद में “म्यूचुअल ट्रांसफर” करेंगे।
“मदरसा गुलजार-ए-हिंद तालीमी मरकज” में शिक्षकों व कर्मचारियों के लगभग 14 अनुदानित पदों पर भर्तियां में नियम कानून की धज्जियां उड़ा दी गईं। जिस उन्नाव जिले में ये मदरसा स्थित है, उस जिले को तो छोड़िए…पूरे लखनऊ मंडल का एक भी कैंडिडेट भर्ती नहीं किया गया। हैरतंगेज ढंग से मदरसे के 14 अनुदानित पदों में से 7 पदों पर जिला कन्नौज के और 5 पदों पर कानपुर नगर जिले के कैंडिडेट्स को नियम विरुद्ध भर्ती कर लिया गया। बड़ी हैरत है कि मदरसा संचालकों को उन्नाव सहित पूरे लखनऊ मंडल में एक भी ऐसा कैंडिडेट नहीं मिल पाया जो ठीक से उर्दू, अरबी पढ़ा सके! इसपर भी बड़ी हैरत की बात ये है की प्रबंधक ने “उर्दू एवं अरबी मदरसा भर्ती, मान्यता एवं सेवा नियमावली 1987” के पृ. 3, नियम संख्या 21 की धज्जियां उड़ाते हुए अपनी पत्नी को ही मदरसे का प्रिंसिपल बना डाला। बाकी की भर्तियों की प्रक्रिया में भी भारी अनियमितताएं बरती गईं, जिनका उल्लेख अगली खबरों में करेंगे।
मदरसा गुलजार ए हिंद में अनियमिततायें उजागर करने को जब उन्नाव जिला अल्पसंख्यक कार्यालय में आरटीआई दाखिल करके नियुक्ति पत्रावलियां मांगी गईं तो विभाग ने विचित्र जवाब दिया। लिखा कि “आवेदक खुद मदरसे से ही शिक्षकों की नियुक्ति पत्रावलियां ले लें, उनको निर्देशित कर दिया गया है..”। अब भला भ्रष्टाचारी खुद अपनी पोल क्यों खोलेगा..? सवाल ये खड़ा हुआ कि हर महीने मदरसे के शिक्षकों व स्टाफ की लाखों रुपए सैलरी और ग्रांट अनुमोदित करने वाले अल्पसंख्यक विभाग के पास मदरसे की नियुक्ति पत्रावलियां और रिकॉर्ड तक नहीं है क्या..? इसपर एक आरटीआई रिमाइंडर देकर विभाग से फिर से कहा गया की नियुक्ति पत्रावलियां नहीं हैं तो लिख कर दें…रिमाइंडर का जवाब विभाग से आने के बजाए मदरसे से आया कि ” नियुक्ति पत्रावलियां और शिक्षक व स्टाफ की डिटेल बेहद निजी मसला है, नहीं दे सकते..”। मतलब मदरसे ने खुद नया कानून बना कर नियुक्तियों को निजी मामला बता दिया, जिसके उसने विज्ञापन तक प्रकाशित नहीं किए थे।
स्पष्ट सरकारी नियम है कि मदरसों के अनुदानित पदों पर भर्ती के लिए प्रबंधन को एक जिला या मंडल स्तर के और एक राज्य स्तर के अखबार में वेकेंसी का विज्ञापन जारी करना पड़ेगा, जिससे कि भर्ती की सूचना उस जिले और मंडल के हर जिले के उपयुक्त और क्वालीफाइंग कैंडिडेट्स तक पहुंच पाए। सही युवाओं को सरकारी नौकरी पाने का मौका मिले और मदरसे में पढ़ाई का स्तर भी बेहतर रहे। लेकिन उन्नाव के इस मदरसे ने इस सरकारी नियम की धज्जियां उड़ाई। कोई पारदर्शिता नहीं बरती।

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एसएन सेन महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के परामर्श केंद्र द्वारा आत्महत्या रोकथाम सप्ताह ” के अंतर्गत भाषण प्रतियोगिता एवं व्याख्यान का आयोजन

कानपुर 17 सितंबर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एसएन सेन महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के परामर्श केंद्र द्वारा दिनांक 16.09.22 को एक भाषण प्रतियोगिता एवं व्याख्यान का आयोजन “आत्महत्या रोकथाम सप्ताह ” के अंतर्गत किया गया, कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन से हुआ दीप प्रज्वलन के पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सुमन ने अपने आशीर्वचन से कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान समय में आत्महत्या एक गंभीर समस्या है इस तरह के कार्यक्रमों द्वारा हम छात्राओं को जागरूक करते हैं इसके दुष्परिणामों से ताकि वह आत्महत्या करने का कदम कभी ना उठाएं l इसके बाद मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मोनिका सहाय ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि आत्महत्या एक अभिशाप है और हम छोटे-छोटे प्रयासों के द्वारा इस समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं,

इसके उपरांत डॉक्टर आभा सक्सेना जो मनोवैज्ञानिक है pious vision मैं ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर हमारे आस पास कोई व्यक्ति असामान्य व्यवहार करता दिखे या स्वयं के लिए ऐसा महसूस करें तो वह किसी परामर्शदाता से ,दोस्तों से, या परिवार के सदस्यों को इस बात को जरूर बताएं जिससे कि उनकी इस समस्या का समाधान हो सके और आत्महत्या के लिए वे प्रेरित ना हो जाए, इसके बाद प्रतियोगिता के विजेताओं का नाम घोषित किया गया जो निम्न प्रकार से हैं:-
प्रथम स्थान सुरभि श्रीवास्तव

द्वितीय स्थान अदिति साहू

तृतीय स्थान अंशिका पाल

सांत्वना पुरस्कार 1 भूमिका सिंह

सांत्वना पुरस्कार 2 शिवानी यादव

कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन मनोविज्ञान विभाग की प्रवक्ता असिस्टेंट प्रोफेसर प्रीति यादव ने किया कार्यक्रम का सफल संचालन मनोविज्ञान विभाग की प्रवक्ता डॉ अंजना गुप्ता द्वारा किया गया, मनोविज्ञान विभाग की अन्य प्रवक्ताओं सुश्री सौम्या श्रीवास्तव एवं सुश्री मयूरिका गुप्ता का भी कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग रहा, कार्यक्रम में सभी शिक्षिकाएं एवं छात्राएं उपस्थित रहे।

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एस एन सेन बा• वि• पी• जी• कॉलेज के विज्ञान संकाय में अंतरमहाविद्यालयीय मॉडल प्रतियोगिता का आयोजन

कानपुर 16 सितंबर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन बा• वि• पी• जी• कॉलेज के विज्ञान संकाय में अंतरमहाविद्यालयीय मॉडल प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें 10 महाविद्यालयों ने प्रतिभाग किया।
वर्तमान समय में ओजोन परत जो हमारी पृथ्वी का सुरक्षा आवरण है, क्षतिग्रस्त होने के कारण पृथ्वी पर हानिकारक अल्ट्रावॉयलेट किरणों का प्रवेश मानव जाति तथा पृथ्वी को हानि पहुंचा रहा है जिसके कारण ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं और जलवायु परिवर्तन, असामान्य वर्षा, बढ़ता तापमान, बर्फ का पिघलना तथा समुद्र तल में उन्नयन हो रहा है।
इसीलिए ओज़ोन दिवस के अवसर पर छात्रों तथा समाज में जागरूकता उत्पन्न करने हेतु इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ• सुमन ने फीता काटकर किया।प्राचार्या डॉ• सुमन, दलहन अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ• अकरम, चंद्रशेखर आज़ाद कृषि विश्वविद्यालय के पादप रोग विज्ञान के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ• एस• के• बिस्वास, रसायन विज्ञान की विभागाध्यक्षा डॉ• गार्गी यादव तथा वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्षा डॉ• प्रीति सिंह ने दीप प्रज्वलित कर के किया। डॉ• अकरम तथा डॉ• बिस्वास ने छात्र- छात्राओं के मॉडलों का निरीक्षण एवं मूल्यांकन किया। मॉडलों के प्रदर्शन तथा छात्र-छात्राओं ने सरल शब्दों में अनेक समस्याओं तथा समाधानों को बताया। सभी ने छात्रों के प्रयास की भूरि-भूरि प्रशंसा की। प्रतियोगिता के परिणाम में –
प्रथम पुरस्कार -एस एन सेन महाविद्यालय की अमल सिद्दीक़ी, गरिमा कुशवाह तथा मुस्कान बी एस सी।तृतीय वर्ष

द्वितीय पुरस्कार -डी ए वी महाविद्यालय की सलोनी गंगवर,वर्तिका वर्मा तथा आकांशा शर्मा बी एस सी तृतीय वर्ष

तृतीय पुरस्कार -डी ऐ वी महाविद्यालय की कुमारी रागिनी तथा अक्षय कुमार बी एस सी द्वितीय वर्ष

सांत्वना पुरस्कार – डी बी एस महाविद्यालय रवि अहिरवार तथा आशी बी एस सी द्वितीय
ब्रह्मावर्त महाविद्यालय वर्तिका बाजपेई तथा स्नेहा शर्मा
पी पी एन महाविद्यालय की अस्ना खान बी एस सी प्रथम वर्ष

कार्यक्रम का संचालन डॉ• प्रीति सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्या डॉ• सुमन ने किया। डॉ• शैल वाजपाई, डॉ• शिवांगी यादव, डॉ• अमिता सिंह, डॉ• समीक्षा सिंह, कु• ज़ेबा आफरोज़ तथा कु• स्नेह त्रिवेदी ने कार्यक्रम में सक्रिय योगदान दिया।

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विश्व ओजोन दिवस के अवसर पर रसायन विज्ञान विभाग, क्राइस्ट चर्च कॉलेज द्वारा लघु कार्यक्रम का आयोजन

कानपुर 16 सितंबर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, विश्व ओजोन दिवस के अवसर पर रसायन विज्ञान विभाग, क्राइस्ट चर्च कॉलेज, कानपुर द्वारा एक लघु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर ज्योत्सना लाल की प्रार्थना से हुई। स्वागत भाषण डॉ. सुधीर गुप्ता, एसोसिएट प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष, रसायन विज्ञान विभाग ने दिया। उन्होंने संगोष्ठी के लिए कॉलेज के संकाय सदस्यों और छात्रों का स्वागत किया। इस अवसर का विषयगत परिचय प्रो. मीत कमल, प्रोफेसर, रसायन विज्ञान विभाग द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में एक डाक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई।

इस अवसर की अध्यक्ष श्रीमती अन्नू गोयल, संस्थापक, संरक्षण एवं सामाजिक संगठन, थीं। उन्होंने यह कहकर दर्शकों को अवगत कराया कि यह वर्ष वियना कन्वेंशन के 35 वर्ष और वैश्विक ओजोन परत संरक्षण के 35 वर्ष हैं। उन्होंने कहा कि सूर्य के प्रकाश के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं होगा। लेकिन सूर्य से निकलने वाली ऊर्जा पृथ्वी पर जीवन के फलने-फूलने के लिए बहुत अधिक होगी यदि यह ओजोन परत नहीं होती। यह समतापमंडलीय परत पृथ्वी को सूर्य की अधिकांश हानिकारक पराबैंगनी विकिरण से बचाती है। सूरज की रोशनी जीवन को संभव बनाती है, लेकिन जैसा कि हम जानते हैं, ओजोन परत उस जीवन का संरक्षण करती है।
सचिव, कॉलेज गवर्निंग बॉडी और प्रिंसिपल, प्रो जोसेफ डैनियल ने ओजोन परत संरक्षण की सामयिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हर साल यह दिवस ओजोन परत के क्षरण के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने और इसे संरक्षित करने के संभावित समाधान खोजने के लिए मनाया जाता है। इस दिन दुनिया भर से लोग ओजोन परत पर बातचीत और सेमिनार करते हैं। शिक्षक छात्रों को ओजोन परत के लाभों के बारे में पढ़ाते हैं और जागरूकता फैलाने के लिए विशेष कार्यक्रम और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इसलिए, छात्रों को प्रासंगिक मुद्दे की दिशा में काम करना चाहिए।
विभाग के कुछ छात्रों ने स्वयं रचित कविताओं और गीतों का पाठ किया। धन्यवाद प्रस्ताव प्रो. अनिंदिता भट्टाचार्य, प्रोफेसर, रसायन विज्ञान विभाग ने दिया। पूरे कार्यक्रम का संचालन डॉ. आशिम कुमार नथानिएल, एसोसिएट प्रोफेसर रसायन विज्ञान विभाग, द्वारा किया गया था। इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्यों सहित समस्त प्राध्यापक एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे

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सचेंडी पुलिस के खेल निराला,खुलासे में किया गड़बड़झाला

सचेंडी पुलिस के खेल निराला,खुलासे में किया गड़बड़झाला

टेलीग्राम एप मामले में दो आरोपितों को पकड़ा,एक को सेटिंग कर छोड़ा टेलीग्राम एप के माध्यम से हुई थी धोखाधड़ी

तेज तर्रार कहे जाने वाले SHO प्रद्दुम्न सिंह ने अपनी टीम के साथ दो लोगो को पकड़ा

लखनऊ के प्रणव मिश्रा और रनियां के कुलदीप को किया गया था गिरफ्तार

प्रभु इच्छा (SHO) से कारखास बने जयवीर ने कुलदीप को दिया अभय दान (सूत्र)

कुलदीप को मिला इलाकाई होने का फायदा,SHO के चहेते कारखास जयवीर ने सेटिंग कर कुलदीप को केस से किया बाहर (सूत्र) तेज तर्रार और पहले से विवादित रहे SHO प्रधुम्न सिंह ने कर दिया आधा अधूरा खुलासा

SHO साहब के कारनामे CCTV में होंगे कैद,क्या कप्तान साहब खंगालेगे सचेंडी थाने के CCTV

आउटर एसपी और जनप्रिय अधिकारी तेज स्वरूप सिंह आखिर कब लेंगे मामले का संज्ञान

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एस एन सेन बालिका विद्यालय पी जी कॉलेज में अंग्रेजी विभाग द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा (01-15 सितंबर 2022) के अंतर्गत “Beat Plastic Pollution” विषय पर वेबीनार का आयोजन

कानपुर 15 सितंबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस एन सेन बालिका विद्यालय पी जी कॉलेज, कानपुर में अंग्रेजी विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश शासन द्वारा निर्देशित स्वच्छता पखवाड़ा (०1-15 सितंबर 2022) के तत्वावधान में “Beat Plastic Pollution” विषय पर एक वेबीनार का आयोजन किया गया| कार्यक्रम का शुभारंभ अंग्रेजी विभाग की सहायक प्राध्यापिका श्रीमती कोमल सरोज ने किया| अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) अलका टंडन ने विषय का परिचय दिया| महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सुमन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं वक्ता रही| प्राचार्या महोदया ने अपने वक्तव्य में वर्तमान जीवन में प्लास्टिक के अतिशय प्रयोग पर प्रकाश डालते हुए एकल प्रयोग प्लास्टिक का बहिष्कार करने की बात कही| उन्होंने जीव, जंतुओं, नदियों एवं समुद्रों पर प्लास्टिक के भयानक दुष्प्रभाव को उजागर किया तथा कपड़े के बैग के प्रयोग पर जोर दिया| महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या डॉ निशा अग्रवाल ने आम जीवन में प्लास्टिक का प्रयोग न करने पर बल दिया| रसायन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ गार्गी यादव ने प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाने की बात कही| शारीरिक शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ प्रीति पांडे ने प्लास्टिक के दुष्प्रभाव पर एक सुंदर कविता प्रस्तुत की| वनस्पति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ प्रीति सिंह ने गाय एवं मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्लास्टिक के परस्पर दुष्प्रभाव पर पीपीटी प्रस्तुत किया| समाजशास्त्र की डॉ मीनाक्षी व्यास ने प्रत्येक व्यक्ति को भावी पीढ़ी के भविष्य हेतु स्वयं प्लास्टिक का प्रयोग न करने का प्रण लेने की बात कही| शिक्षा विभाग की श्रीमती रिचा सिंह ने गाय एवं समुद्री जीव के कल्याण हेतु सरकार के प्रयास के बारे में हमें जागरूक किया| इस वेबिनार में महाविद्यालय की समस्त शिक्षिकाओं एवं विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया| श्रेया दीक्षित और ओमाक्षी पंडित ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये।अंग्रेजी विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ पूजा गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया|

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फिल्मी स्टाइल में स्कार्पियो सवार गुंडो ने मचाया उत्पात

कानपुर 15 सितंबर भारतीय स्वरूप संवाददाता बर्रा सचान चौराहे पर फिल्मी स्टाइल में स्कार्पियो सवार गुंडो ने मचाया उत्पात बीच चौराहे पर खड़ी गाड़ियों में की जमकर तोड़ फोड़

दो गाड़ियों के बदमाशो ने तोड़े शीशे गाड़ियों को किया क्षतिग्रस्त

चौराहे से पुलिस पिकेट रही नदारद यादव मार्केट पुलिस चौकी के कुछ दूरी पर हुई घटना

पूरी वारदात से बर्रा थाना पुलिस बनी रही अनजान

स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची बर्रा थाने का फ़ोर्स

चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना हुई कैद आरोपी मौके से फरार।

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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा हिंदी दिवस का आयोजन

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कानपुर नगर के सचिव श्री सुशील कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि दिनांक 14 सितम्बर 2022 को जनपद न्यायालय, कानपुर नगर परिसर में जनपद न्यायाधीश श्री संदीप जैन की अध्यक्षता में सभी न्यायिक अधिकारियों व कानपुर बार एसोसियेशन के अधिवक्ताओं की उपस्थिति में प्रातः 10.00 बजे हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी पखवाड़ा मनाये जाने के सम्बन्ध में कार्यक्रम न्यायालय परिसर के प्रथम तल पर आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री संदीप जैन, जनपद न्यायाधीश महोदय, श्री सैय्यम मऊज बिन आसिम, न्यायाधीश कामर्शियल कोर्ट व श्री डी० के० तिवारी व श्री आर० के० शुक्ला, न्यायाधीश एम.ए.सी.टी., कानपु नगर व कानपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री नरेश चन्द्र त्रिपाठी द्वारा मां सरस्वती की मूर्ति पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर किया गया।
जनपद न्यायाधीश श्री संदीप जैन द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि चूंकि हम सभी हिन्दी क्षेत्र के निवासी है, हिन्दी हम लोगो की मातृभाषा है जिसका सीधा सम्बन्ध लोगों के हृदय से है। वादकारियों को यह जानने का पूरा हक है कि उनके मामलें में निर्णय किन विधि व्यवस्थाओं एवं विधि प्रावधानों को दृष्टिगत रखते हुये किया गया है। उनके द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित समस्त न्यायाधीशगण व अधिवक्तागण से न्यायालय के सभी कार्य हिन्दी में करने हेतु प्रेरित किया गया।
उक्त कार्यक्रम में अपर जनपद न्यायाधीशगण श्री संतोष कुमार तिवारी, श्री चन्द्रगुप्त, श्री विकास गोयल, मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट श्रीमती शिखा रानी जायसवाल आदि एवं बार व लायर्स के पदाधिकारीगण व अधिवक्तागण श्री अनुराग श्रीवास्तव, श्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह, श्री पवन तिवारी, श्री अनूप शुक्ला, श्री सुकर्ण सिह एवं श्री अजय प्रताप सिंह आदि उपस्थित रहे।

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एस०एन० सेन बा० वि० पी० जी० कॉलेज द्वारा हिंदी दिवस का आयोजन

कानपुर 14 सितंबर भारतीय स्वरूप संवाददाता एस०एन० सेन बा० वि० पी० जी० कॉलेज, कानपुर में हिंदी विभाग द्वारा हिंदी दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य वक्ता प्रोफेसर राकेश शुक्ल हिंदी विभाग विक्रमाजीत सिंह सनातन धर्म कॉलेज कानपुर, महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सुमन, हिंदी विभागाध्यक्ष रचना शर्मा ने दीप प्रज्वलन कर किया।
इस अवसर पर एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन, जिसका विषय : “विश्व पटल पर हिंदी का महत्व” तथा विभाग की छात्राओं द्वारा तैयार की गई आंचलिक कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु की कहानी पंचलाइट का मंचन कर सभी का मन मोह लिया।
विश्व पटल पर हिंदी का महत्व विषय पर मुख्य वक्ता ने अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि स्वाधीनता आंदोलन के दौरान विश्व श्रृंखल भारत को एक सूत्र में बांधने का कार्य भी हिंदी ने ही किया था विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक छोटे से कालखंड में हिंदी को जो अहर्ता और प्रतिष्ठा प्राप्त हुई वह हिंदी के कारण।

प्राचार्या डॉ सुमन ने मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए उन्हें उत्तरीय एवं स्मृति चिन्ह स्वरूप राम दरबार भेंट किया। प्राचार्या ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि हिंदी संपूर्ण भारत को राष्ट्रीय भाव से जोड़ने वाली भाषा है। विश्व पटल पर हिंदी के बढ़ते प्रभाव को अब स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है हिंदी विश्व बाजार में अपनी गहरी पैठ बना चुकी है और हिंदी भाषा का भविष्य उज्जवल है।
मुख्य वक्ता एवं प्राचार्या द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर कहानी का मंचन में प्रतिभाग करने वाली छात्राओं को पुरस्कार स्वरूप प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
हिंदी विभाग की सहायक प्रवक्ता रेशमा ने विषय प्रवर्तन किया। मुख्य वक्ता का परिचय विभाग की प्रवक्ता डॉ० दीपाली गुप्ता ने एवम अंकिता शर्मा ने कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग प्रदान किया।

हिंदी दिवस समारोह में महाविद्यालय के समस्त प्रवक्तागण, कर्मचारीगण एवं छात्राएं उपस्थित रही।
कार्यक्रम का सफल संचालन हिंदी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ शुभा बाजपेई ने तथा आभार ज्ञापन रचना शर्मा ने किया।

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हिन्दी दिवस

हम गुलाम इसलिए हुए क्योंकि हमने अपने देश मे विदेशियों को आने दिया वो तो चले गये लेकिन उनकी भाषा का जाल इस कदर फैला है ।जिस वजह से हम आज हिन्दी दिवस मना रहे । कभी सुना है इंग्लिश डे मनाते हुए नही न? तो अपने देश अपनी भाषा का सम्मान करें जन जन मे यह जागरूकता फैलाए कि हिन्दी पढना ,बोलना ,लिखना आना ही चाहिए । अब बात ये है कि हम हिन्दुस्तानी अपनी ही भाषा हिन्दी को दिवस के रूप मे मनाने कि क्या जरूरत आ पड़ी? क्या हम मजबूर हैं अपने ही देश अपनी मात्र भाषा को बोलने ,पढने ,लिखने मे ? भाषा कोई त्योहार नही जो कुछ दिन मना कर हम भूल जायें।इसलिए मनाए नही इसे अपने जीवन मे गर्व से शामिल करें 💐🙏अपर्णा सिंह लखनऊ 

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