कानपुर 25 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज कानपुर मे कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संगीता सिरोही के कुशल निर्देशन में एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के तृतीय दिवस का शुभारंभ प्रथम सत्र में प्रातः कालीन प्रार्थना, एनएसएस सॉन्ग, योगा, प्राणायाम के साथ हुआ।
द्वितीय सत्र में आज के मुख्य विषय *संसाधन संरक्षण : पर्यावरण एवं जल* के अंतर्गत पोस्टर प्रदर्शन व रैली का आयोजन किया गया। जिसमें जल है तो कल है, जल ही जीवन का आधार है, पर्यावरण सुरक्षा आत्मरक्षा जैसे नारों के द्वारा जन जागरूकता फैलाई गई। एनएसएस वॉलिंटियर्स ने मलिन बस्ती अस्पताल घाट में जाकर बस्ती वासियों, युवाओं, महिलाओं व बच्चो को संसाधनों विशेष रूप से पर्यावरण, जल व मिट्टी आदि के संरक्षण के संबंध में पोस्टर, वाक्य, नुक्कड़ नाटक, आपसी वार्तालाप आदि के द्वारा समझाया।
तत्पश्चात स्वल्पाहार के बाद तृतीय सत्र में जल संरक्षण एवम् संचयन पर आई टी विभाग से असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ज्योत्सना पांडे के द्वारा तथा पर्यावरण एवं मिट्टी के संरक्षण पर उर्दू विभाग से असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ हिना अफशा के द्वारा छात्राओं को व्याख्यान दिया गया। इसी विषय पर छात्राओं ने ग्रुप डिस्कशन तथा क्विज भी किया। चतुर्थ सत्र में छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किए।
महाविद्यालय प्राचार्या प्रो. अर्चना वर्मा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति द्वारा प्रदत्त संसाधनों का संरक्षण करना हमारी प्राथमिक ड्यूटी है। हमें मानव तथा पृथ्वी के अस्तित्व के लिए संसाधनों को संरक्षित करके रखना चाहिए। एनएसएस वॉलिंटियर्स कु. सौम्या उपाध्याय ने सभी वक्ताओं का धन्यवाद प्रेषित किया। कार्यक्रम में सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स विशेष रुप से शिखा, दीक्षा, दामिनी, दिव्या, वैष्णवी आदि की सक्रिय सहभागिता सराहनीय रही।
Bharatiya Swaroop
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस ने एक अभिनव बचत उत्पाद – ‘आईसीआईसीआई प्रू गोल्ड’ लॉन्च किया
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस ने एक अभिनव बचत उत्पाद – ‘आईसीआईसीआई प्रू गोल्ड’ लॉन्च किया
• ‘तत्काल आय’ संस्करण पॉलिसी जारी होने के 30 दिनों के बाद पूरक आय प्रदान करता है
• ‘बूस्टर के साथ तत्काल आय’ वैरिएंट हर 5वें पॉलिसी वर्ष में अतिरिक्त गारंटीशुदा आय प्रदान करता है
• ‘स्थगित आय’ संस्करण ग्राहकों को दूसरे और 13वें पॉलिसी वर्ष के बीच कभी भी गारंटीशुदा आय प्राप्त करने में सक्षम बनाता है
• ‘प्रीमियम ऑफसेट’ विकल्प सेविंग्स वॉलेट में संचित कॉर्पस से भविष्य के प्रीमियम का भुगतान करने में सक्षम बनाता है
24 मार्च, 2023: आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस ने आईसीआईसीआई प्रू गोल्ड लॉन्च किया है, जो ग्राहकों को उनकी विविध आय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक अतिरिक्त आय स्ट्रीम बनाने में सक्षम बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया एक अभिनव दीर्घकालिक बचत उत्पाद है। आजीवन आय की गारंटी प्राप्त करने के अलावा, उत्पाद में जीवन बीमा घटक परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है।
ग्राहकों की आय की विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिए, यह उत्पाद तीन प्रकारों में उपलब्ध है, अर्थात् तत्काल आय, बूस्टर के साथ तत्काल आय और विलंबित आय।
‘तत्काल आय’ प्रकार का विकल्प चुनने वाले ग्राहक पॉलिसी जारी होने की तारीख से 30 दिनों के बाद आय प्राप्त करना चुन सकते हैं, जिससे वे तुरंत आजीवन आय का एक पूरक स्रोत बना सकते हैं।
जो ग्राहक “तत्काल आय बूस्टर के साथ” संस्करण खरीदते हैं, वे जीवन भर की आय के अलावा हर पांचवें पॉलिसी वर्ष में अतिरिक्त गारंटीकृत आय प्राप्त करते हैं, जो पॉलिसी जारी करने की तारीख से 30 दिनों के बाद शुरू होती है।
‘अस्थगित आय’ प्रकार में, ग्राहकों के पास अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार यह चुनने की छूट होती है कि वे कब आय शुरू करना चाहते हैं। ग्राहक दूसरे पॉलिसी वर्ष की शुरुआत में या 13वें पॉलिसी वर्ष के अंत तक आय प्राप्त करना शुरू कर सकते हैं। यह ग्राहकों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार आय प्राप्त करने की सुविधा देता है।
इन लाभों के अलावा, आईसीआईसीआई प्रू गोल्ड ग्राहकों को अपनी आय को नियमित भुगतान के रूप में प्राप्त करने के बजाय बचत वॉलेट में संचित करने का विकल्प प्रदान करता है। ग्राहक अपनी वित्तीय जरूरतों के आधार पर अपने सेविंग्स वॉलेट में जमा राशि को या तो आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से निकाल सकते हैं। प्रीमियम ऑफ़सेट विकल्प ग्राहकों को संचित कोष से अपने भविष्य के प्रीमियम का भुगतान करने में सक्षम बनाता है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के चीफ डिस्ट्रीब्यूशन ऑफिसर श्री अमित पलटा ने कहा, “बढ़ती महंगाई कई उपभोक्ताओं को अपने पेशे से प्राप्त आय के अलावा गारंटीकृत आय का एक अतिरिक्त स्रोत बनाने के लिए प्रेरित कर रही है। यह आईसीआईसीआई प्रू गोल्ड को डिजाइन करने की उत्पत्ति थी। यह अभिनव दीर्घकालिक बचत उत्पाद ग्राहकों को बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित आय का एक गारंटीकृत स्रोत प्रदान करता है।
आईसीआईसीआई प्रू गोल्ड को विशेष रूप से ग्राहकों को तरलता के मामले में लचीलापन प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और उनकी आय की जरूरतों को पूरा करने के लिए अनुकूलित किया जा सकता है। इस उत्पाद के सभी तीन प्रकार, यानी तत्काल आय, बूस्टर और स्थगित आय के साथ तत्काल आय, ग्राहकों को जीवन बीमा के अलावा गारंटीकृत और बोनस-उन्मुख नियमित आय का संयोजन प्रदान करते हैं।
हमने ‘प्रीमियम ऑफ़सेट’ भी पेश किया है, जो एक नई सुविधा है जो ग्राहकों को बचत वाले वॉलेट में संचित कॉर्पस के विरुद्ध भविष्य के प्रीमियम को ऑफसेट करने का विकल्प प्रदान करती है। इस दीर्घकालिक बचत उत्पाद के साथ, हमारा लक्ष्य अपने ग्राहकों को उनके वित्त को प्रभावित करने वाली अनिश्चितताओं के बारे में चिंता किए बिना उनकी विविध आय आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम बनाना है।
Read More »दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज, में एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन महिलासशक्तिकरण व विश्व क्षय रोग दिवस के रूप में मनाया गया
कानपुर 24 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता, दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज में एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के द्वितीय दिवस का शुभारंभ प्रथम सत्र में प्रातः कालीन प्रार्थना, एनएसएस सॉन्ग, योगा, प्राणायाम के साथ हुआ।
द्वितीय सत्र में आज के मुख्य विषय *महिला सशक्तिकरण* के अंतर्गत पोस्टर प्रदर्शन व रैली का आयोजन किया गया। जिसमें ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’, ‘बेटी का सम्मान करो बेटो जैसा प्यार दो’ ‘पढ़ी-लिखी लड़की रोशनी है घर की’ जैसे नारों के द्वारा जन जागरूकता फैलाई गई। एनएसएस वॉलिंटियर्स ने मलिन बस्ती अस्पताल घाट में जाकर बस्ती वासियों को महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा व सशक्तिकरण के संबंध में पोस्टर, वाक्य, आपसी वार्तालाप आदि के द्वारा समझाया।
तत्पश्चात स्वल्पाहार के बाद तृतीय सत्र में आज का विषय *विश्व क्षय रोग दिवस* , 2023 को समर्पित किया गया। जिसमे इस साल के थीम ” *हम टी बी खत्म कर सकते हैं* ” को ध्यान में रखकर ग्रुप डिस्कशन किया गया। मुख्य वक्ता विहान केयर एंड सपोर्ट सेंटर, एनजीओ से श्री गोविंद पांडे व हेल्थ प्रमोटर श्री अंकित सचान ने छात्राओं को क्षय रोग के कारण एवं निवारण तथा सावधानियों के बारे में विस्तृत जानकारियां दी। यह सेशन अत्यधिक लाभदायक रहा।महाविद्यालय प्राचार्या प्रो. अर्चना वर्मा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दोनों ही विषय वर्तमान संदर्भ में अत्यधिक समीचीन एवं प्रासंगिक हैं। यह छात्राओं के चौमुखी विकास के लिए अत्यधिक आवश्यक है। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता ने बताया कि इस शिविर में प्रतिदिन 4 सत्र किए जाएंगे जिनमें अलग-अलग समसामयिक विशेष महत्व के विषय रखे जाएंगे। भूगोल विभाग से असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अंजना श्रीवास्तव ने आज के सभी अतिथियों महाविद्यालय शासन एवं प्रशासन तथा छात्राओं का धन्यवाद प्रेषित किया। कार्यक्रम में सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स ने सक्रियता के साथ हिस्सा लिया
एस. एन. सेन बी. वी. पी. जी. कॉलेज की छात्रा हीना बानो ने बी. ए. तृतीय वर्ष में सी. एस. जे. एम. यूनिवर्सिटी कानपुर में सर्वोच्च अंक प्राप्त किए
कानपुर 24 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता एस. एन. सेन बी. वी. पी. जी. कॉलेज कानपुर के लिए स्वर्णिम गौरव का क्षण है कि महाविद्यालय की छात्रा हीना बानो पुत्री श्री अब्दुल हमीद ने बी. ए. तृतीय वर्ष हिंदी भाषा परीक्षा में सी. एस. जे. एम. यूनिवर्सिटी कानपुर में सर्वोच्च अंक प्राप्त कि। इस हेतु दिनांक 22 मार्च 2023 को विश्विद्यालय दीक्षांत समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महामहिम आनंदीबेन पटेल के द्वारा हींगवाला स्व. श्रीमती रामदुलारी कपूर स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. रचना शर्मा ने बताया कि हीना बानो उनके 25 वर्षों के कार्यकाल में स्वर्ण पदक से सम्मानित होने वाली प्रथम छात्रा हैं। महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. सुमन ने कहा कि ये उनके एक वर्ष के कार्यकाल में मिलने वाला पहला पदक अवश्य है मगर ये स्वर्णिम सफर अभी आगे भी जारी रहेगा। हिंदी विभाग की डॉ. शुभा बाजपेई, श्रीमती रेशमा, श्रीमती अंकिता शर्मा, सुश्री अपर्णा त्रिपाठी ने हीना की इस उपलब्धि पर हर्षाभिव्यक्ति की। समस्त शिक्षिकाओं ने हीना बानो को बधाई दी एवम् गर्व की अनुभूति की।
Read More »नितिन गडकरी ने रांची, झारखंड में 9400 करोड़ रुपये की 21 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया
श्री गडकरी ने कहा कि 7000 करोड़ रुपये की लागत से रांची से वाराणसी तक 260 किलोमीटर के 4 लेन वाले इंटर कॉरिडोर के निर्माण से 5 घंटे में रांची से वाराणसी पहुंचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि 635 किलोमीटर का 4 लेन वाला रायपुर-धनबाद आर्थिक कॉरिडोर कोयला, स्टील, सीमेंट और अन्य खनिजों के परिवहन की सुविधा प्रदान करेगा।
पीएम फसल बीमा योजना में नवाचार व पारदर्शिता, ‘डिजीक्लेम’ का कृषि मंत्री द्वारा शुभारंभ
कार्यक्रम में श्री तोमर ने कहा कि डिजीक्लेम के साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में नई विधा का शुभारंभ हु्आ, जिससे केंद्र-राज्य सरकारों को सुविधा के साथ ही किसानों को क्लेम मिल जाएं, इसकी सुनिश्चितता पारदर्शिता के साथ की जा सकेगी। आयुष्मान भारत योजना के बाद प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भारत की बहुत बड़ी योजना है जो प्राकृतिक परिस्थितियों पर आधारित है। पिछले 6 साल से संचालित इस योजना के अंतर्गत बीमित किसानों को उनकी उपज के नुकसान की भरपाई के रूप में अभी तक 1.32 लाख करोड़ रु. का भुगतान किया गया है। श्री तोमर ने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय सभी राज्य सरकारों, बीमा कंपनियों व किसानों के संपर्क में भी रहता है और समय-समय पर आने वाली कठिनाइयों का परिमार्जन किया जाता है। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के लिए ग्रिवांस पोर्टल बनाया गया है, जिसका लाभ परिलक्षित हो रहा है। इस पोर्टल को पूरे देश के लिए उपयोग करें, इसकी कोशिश हो रही है। अभी तक सामान्य तौर पर यह माना जाता था कि जो किसान ऋणी है, वहीं बीमित होता है लेकिन प्रसन्नता की बात है कि इस संबंध में जागरूकता तेजी से बढ़ रही है और गैर-ऋणी किसान भी फसल बीमा कराने की ओर अग्रसर हो रहे हैं। इस दिशा में ‘मेरी पालिसी-मेरे हाथ’अभियान का भी बड़ा योगदान है। श्री तोमर ने कहा कि हम सबका लक्ष्य यहीं होना चाहिए कि किसान स्वयं जागरूक हो जाएं व हर किसान बीमित हो ताकि प्राकृतिक प्रकोप की स्थिति में उसके नुकसान की भरपाई हो सकें।
श्री तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र के समक्ष चुनौतियां तो रहती ही है, लेकिन इनका समाधान बहुत ही शिद्दत के साथ सरकारें कर सकें, इसमें टेक्नालाजी विशेष सहायक है। आम किसानों तक मौसम की सटीक जानकारी भी पहुंच सकें, इसके लिए टेक्नालाजी की मदद से कृषि मंत्रालय द्वारा प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियों, राज्य सरकारों एवं किसानों सबका समन्वय बढ़ रहा है, जिसके परिणामस्वरूप अब अनेक राज्य प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़ने के लिए निरंतर अग्रसर हो रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि सबके संयुक्त प्रयत्नों के कारण इस बीमा योजना की लोकप्रियता और बढ़ेगी।
कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्यप्रताप शाही, केंद्रीय कृषि सचिव श्री मनोज अहूजा, पीएमएफबीवाई के सीईओ श्री रितेश चौहान सहित उ.प्र., राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड व हरियाणा के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। बीमा कंपनियों व बैंकों के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में उपस्थित थे, वहीं सैकड़ों प्रतिनिधि वर्चुअल जुड़े थे।
अनवरगंज – मांधाना एलिवेटेड ट्रैक प्रोजेक्ट को ,नेटवर्क प्लानिंग समुह ने पास किया परियोजना प्रधानमंत्री गति शक्ति परियोजना मे शामिल
कानपुर शहर को 2 भागो में विभाजित करते हुए नियमित यातायात जाम के साथ ही दक्षिण क्षेत्र का मुख्य शहरी क्षेत्र से सुगम संपर्क के अभाव तथा औद्योगिक विकास में बाधक बन रही अनवरगंज से मंधना रेल्वे ट्रैक के विकराल समस्या के सामाधान हेतु लगभग तीन दशकों से लंबित पढ़ी अनवरगंज मांधना ट्रैक को एलिवेटेड करने की परियोजना की नेटवर्क प्लानिंग समुह, जिसमें, 15 मंत्रालय के प्रतिनिधि होते है, की दिल्ली में संपन्न हुई बैठक मे अन्य प्रस्तावों के साथ इस प्रस्ताव का भी प्रजेंटेशन देखा गया ।
डाक्टर राजशेखर ने बताया, इस बैठक से पूर्व पूर्वोत्तर रेल्वे की उप वाणिज्य संचालन प्रबंधक शिल्पी kanojia, उप मुख्य अभियंता तथा कानपुर के संबंधित विभागों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर सुझाव प्राप्त कर प्रजेंटेशन तैयार किया गया।
डाक्टर राजशेखर ने, आज आधिकारिक रूप से प्राप्त सूचनाओं का हवाला देते हुए बताया की कानपुर शहर की इस महत्वपूर्ण परियोजना के प्रेजेंटेशन की तैयारी इतनी सार्थक रूप से की गई थी जिसमे इस परियोजना से कानपुर नगर को मिलने वाले लाभ तथा रेलवे के लाभ को प्रस्तुत किया गया जिसकी नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप के सदस्यों ने जम कर सराहना की और इसे आगे कैबिनेट कमेटी ऑफ इकनॉमिक अफेयर के पास
अंतिम प्रक्रिया हेतु संस्तुति कर भेज दिया, जहां से शीघ्र ही निर्माण कार्य आरंभ करने के निर्देश मिल जायेगे।
इस संबंध में राजशेखर आयुक्त कानपुर मंडल ने बताया की,यह रेल्वे का 16 किलोमीटर का सेक्शन जिसमें 16 रेल्वे क्रॉसिंग, कानपुर के विकास मे बढ़ी बाधा है, और समान्तर चल रही जी टी रोड के कारण जाम और दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण बना हुआ था।
इस विकराल समस्या को लेकर विभिन्न संगठनों के द्वारा पिछले तीस वर्षो से उठाया जा रहा था, लेकिन निदान नहीं हो पा रहा था
पिछले वर्ष कानपुर की समीक्षा बैठक करने आए माननीय मंत्री जतिन प्रसाद से इस परियोजना को शासन स्तर से पहल करने के लिए राजशेखर आयुक्त ने अनुरोध किया, मुख्य सचिव महोदय ने रेलवे बोर्ड चेयरमैन को इसका संज्ञान दिया साथ ही शासन स्तर से इसके लिए एक कमेटी गठित की गई जिसमे आयुक्त कानपुर मंडल, पुलिस आयुक्त, महा प्रबंधक पूर्वुत्तर रेलवे, तथा उत्तर मध्य रेलवे द्वारा नामित अधिकारी, परियोजना निदेशक कानपुर मेट्रो, नीरज श्रीवास्तव स्तंत्र निर्देशक कानपुर स्मार्ट सिटी, मुख्य अभियंता नगर निगम महा प्रदबंधक सेतु निगम, अधीक्षण अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग, तथा परियोजना निदेशक राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण कन्नौज नामित हुए
इसकी एक महत्त्वपूर्ण बैठक प्रमुख सचिव आवास ने दिनाँक 11 मई 2022 को आयोजित हुई
।कानपुर के विकास में अति गंभीर माननीय सांसद गण देवेंद्र सिंह भोले जी और सत्यदेव पचौरी जी ने भी माननीय रेल मंत्री से मिलकर इस प्रोजेक्ट को और आगे बढ़ाया।
डॉक्टर राजशेखर ने बताया की नियमित फॉलोअप तथा रेलवे के साथ नीरज श्रीवास्तव समन्वयक उच्च स्तरीय संयुक्त विकास समिति के साथ समन्वय करते रहने से यह कार्ययोजना गति शील रही।
विभिन्न चरणों में डीपीआर पूर्ण करने में पूर्वोत्तर रेलवे के उच्च अधिकारियों ने नियमित कानपुर आयुक्त स्तर पर बैठकों में प्रति भाग किया जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, विकास प्राधिकरण, नगर निगम इत्यादि के अधिकारियों के साथ तथा उद्योग संघटनो के सुझावों से इस महत्वपूर्ण योजनाओं की डीपीआर बन सकी जो सर्वप्रथम रेलवे बोर्ड के बाद नीति आयोग पहुंची और नीति आयोग से नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप को बैठक में इस परियोजनाओं को और आगे बढ़ाते हुए कैबिनेट कमेटी ऑफ इकनॉमिक अफेयर में चला गया।
आज रेलवे के अधिकारियों ने मंडलायुक्त से वार्ता कर धन्यवाद दिया और शीघ्र ही आगामी बैठक आयोजित करने हेतु अनुरोध किया जिसमें की भविष्य में आवश्यक कार्यों का रूप रेखा बनाया जा सके।
डॉक्टर राजशेकर ने बताया कानपुर के विकास की श्रंखला में यह परियोजना बहुआयामी है जो यहां के औद्योगिक विकास को और गति देगी,उन्होंने कहा की इस महत्वपूर्ण परियोजना के आगे बढ़ने मे माननीय सांसद देवेन्द्र सिंह भोले जी, और सत्यदेव पचौरी जी, का बहुत आभार व्यक्त करते, इस कार्य मे प्रयासरत संगठनों के प्रतिनिधियों को सहयोग के लिये धन्यवाद तथा, पूर्वोत्तर रेल्वे के वरिष्ठ अधिकारियों, जिला प्रशासन अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ समन्वय जैसे महत्वपूर्ण कार्यो के लिए नीरज श्रीवास्तव के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
Read More »दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा निकाली गई आत्मनिर्भर भारत रैली
कानपुर 23 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता, दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज कानपुर में 23 मार्च, 2023 को एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि नमामि गंगे विभाग भाजपा के प्रदेश संयोजक श्रीकृष्ण दीक्षित बड़े जी अनुसूचित जनजाति मोर्चा, कानपुर के जिलाध्यक्ष अनूप चौधरी जी, स्वस्थ संसार संस्थान (एनजीओ) के संस्थापक प्रमोद श्याम जी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्या प्रोफेसर अर्चना वर्मा ने तथा संचालन कार्यक्रम संयोजिका, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता ने किया। प्रथम सत्र में सरस्वती वंदना के साथ ही शहीद दिवस के उपलक्ष में भारत के गौरव, शान और आजादी के लिए लड़ने वाले सरदार भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु, सुखदेव को श्रद्धांजलि दी गई। जिसमें सरदार भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण, पुष्पांजलि तथा शहीद दिवस स्पीच व कविता पाठ एवम् पोस्टर प्रेजेंटेशन एनएसएस वॉलिंटियर्स के द्वारा किया गया।
तत्पश्चात द्वितीय सत्र में आज के मुख्य विषय *आत्मनिर्भर भारत* के अंतर्गत पोस्टर प्रदर्शन व रैली का आयोजन किया गया। एनएसएस वॉलिंटियर्स ने आत्मनिर्भर भारत के ऊपर अपने विचार भी रखे। छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए मुख्य अतिथि ने विषय को समीचीन बताते हुए कहा कि यह विषय वर्तमान संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमारे देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी ने 12 मई 2020 को आत्मनिर्भर भारत अभियान योजना की घोषणा की है। जिससे कि देश के 130 करोड़ लोग आत्मनिर्भर हो और हम कोरोना वायरस से लड़ने में सक्षम हो। प्राचार्या जी ने कहा कि *आत्मनिर्भर भारत – मेक इन इंडिया स्टार्टअप* देश में बेरोजगारी की समस्या को दूर करने में सहायक साबित हो सकता है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से एनएसएस वॉलिंटियर्स सौम्या उपाध्याय दीक्षा शिखा वैष्णवी अभिव्यंजना आदि का योगदान रहा सभी वॉलिंटियर्स ने कैंप की सभी गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ अर्चना दीक्षित, डॉ अंजना श्रीवास्तव , डॉ श्वेता, श्री कृष्णेंद्र श्रीवास्तव, आकांक्षा, दीपा, श्री रामचंद्र सुमित महाविद्यालय के समस्त टीचिंग में नॉन टीचिंग स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा।
भारतीय रेल ने ओडिशा का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण पूरा किया
ओडिशा राज्य का भूभाग पूर्वी तट, दक्षिणी पूर्वी एवं दक्षिणी पूर्वी मध्य रेलवे के अधिकार क्षेत्र में पडता है। ओडिशा के कुछ मुख्य रेलवे स्टेशन हैं : भुवनेश्वर, कटक, पुरी, संबलपुर, भद्रक, राउरकेला तथा झारसुगुडा। रेल नेटवर्क ओडिशा से देश के दूसरे हिस्सों में खनिज अवयवों, कृषि उत्पादों एवं अन्य वस्तुओं के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ओडिशा में पहली रेलवे लाइन 1897 में कटक-खुरदा रोड-पुरी के बीच बनाई गई थी। ओडिशा राज्य की कुछ प्रतिष्ठित रेलगाड़ियां हैं : हावड़ा-पुरी एक्सप्रेस, कोणार्क एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस, हीराकुंड एक्सप्रेस, विशाखा एक्सप्रेस और भुवनेश्वर – नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस। ये रेलगाड़ियां राज्य के विभिन्न हिस्सों और भारत के अन्य प्रमुख शहरों के लिए सुविधाजनक कनेक्टविटी प्रदान करती हैं।
घुमन्तू विमुक्त जनजातियां
मंत्रालय ने दिनांक 16.02.2022 को डीएनटी समुदायों के कल्याणार्थ ‘’डीएनटी समुदायों के आर्थिक सशक्तिकरण की स्कीम (सीड)’’ आरंभ की है। अगले पांच वर्षों के लिए इस स्कीम का कुल परिव्यय 200 करोड़ रुपए है। इस स्कीम के निम्नलिखित चार घटक हैं:-
- डीएनटी उम्मीदवारों को प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने के लिए सक्षम बनाने हेतु उन्हें गुणवत्तापरक कोचिंग प्रदान करना,
- उन्हें स्वास्थ्य बीमा प्रदान करना,
- सामुदायिक स्तर पर आजीविका पहल की सुविधा उपलब्ध कराना और
- इन समुदायों के सदस्यों हेतु घरों के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना।
इसके अलावा, डीएनटी समुदायों के कल्याणार्थ यह मंत्रालय निम्नलिखित स्कीमें भी कार्यान्वित कर रहा है:-
- ओबीसी, ईबीसी तथा डीएनटी छात्रों के लिए मैट्रिकपूर्व छात्रवृत्तियों की केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम।
- ओबीसी, ईबीसी तथा डीएनटी छात्रों के लिए मैट्रिकोत्तर छात्रवृत्तियों की केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम।
- ओबीसी, ईबीसी तथा डीएनटी छात्रों के लिए विद्यालयों में उत्कृष्ट शिक्षा की केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम (नया इंटरवेंशन)।
- ओबीसी, ईबीसी तथा डीएनटी छात्रों के लिए महाविद्यालयों में उत्कृष्ट शिक्षा की केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम (नया इंटरवेंशन)।
भारत सरकार ने फरवरी, 2014 में घुमंतू तथा अर्ध-घुमंतू जनजातियों के कल्याणार्थ राष्ट्रीय विमुक्त, घुमंतू तथा अर्ध-घुमंतू जनजाति आयोग (एनसीडीएनटी) का गठन किया था। एनसीडीएनटी ने दिनांक 08.01.2018 को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। एनसीडीएनटी ने अनेक कार्यकलाप आरंभ किए हैं, जिनमें अन्य बातों के साथ-साथ, विमुक्त, घुमंतू तथा अर्ध-घुमंतू समुदायों की सूची तैयार करना, समुदाय के प्रतिनिधियों तथा एनजीओ के साथ विचार-विमर्श करना, फील्ड दौरे करना, प्राप्त शिकायत याचिकाओं तथा ज्ञापनों का विश्लेषण करना आदि शामिल हैं। आयोग ने इन समुदायों के कल्याणार्थ किए जाने वाले कई उपायों की भी सिफारिश की है।
यह जानकारी सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री मंत्रालय की मंत्री सुश्री प्रतिमा भौमिक ने आज राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
अनुबंध-I
घुमंतू तथा विमुक्त समुदायों की सूची
क्र.सं. | राज्य | घुमंतू समुदाय | विमुक्त समुदाय | |
1 | अंडमान व निकोबार द्वीप समूह | 6 | 1 | |
2 | आंध्र प्रदेश | 34 | 26 | |
3 | अरुणाचल प्रदेश | 1 | 0 | |
4 | असम | 0 | 0 | |
5 | बिहार | 50 | 3 | |
6 | चंडीगढ़ | 31 | 2 | |
7 | छत्तीसगढ | 17 | 11 | |
8 | दादरा और नगर हवेली | 4 | 0 | |
9 | दमन और दीव | 4 | 0 | |
10 | राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली | 26 | 29 | |
11 | गोवा | 2 | 0 | |
12 | गुजरात | 52 | 13 | |
13 | हरियाणा | 35 | 14 | |
14 | हिमाचल प्रदेश | 41 | 0 | |
15 | जम्मू और कश्मीर | 14 | 0 | |
16 | झारखंड | 39 | 5 | |
17 | कर्नाटक | 76 | 85 | |
18 | केरल | 21 | 1 | |
19 | लक्षद्वीप | 0 | 0 | |
20 | मध्य प्रदेश | 31 | 20 | |
21 | महाराष्ट्र | 40 | 14 | |
22 | मणिपुर | 0 | 0 | |
23 | मेघालय | 2 | 0 | |
24 | मिजोरम | 2 | 0 | |
25 | नागालैंड | 0 | 0 | |
26 | ओडिशा | 31 | 11 | |
27 | पुदुचेरी | 13 | 0 | |
28 | पंजाब | 23 | 9 | |
29 | राजस्थान | 29 | 13 | |
30 | सिक्किम | 5 | 0 | |
31 | तमिलनाडु | 60 | 68 | |
32 | तेलंगाना | 36 | 36 | |
33 | त्रिपुरा | 14 | 0 | |
34 | उत्तर प्रदेश | 18 | 31 | |
35 | उत्तराखंड | 21 | 25 | |
36 | पश्चिम बंगाल | 32 | 8 | |
सकल योग | 810 | 425 |
स्रोत: राष्ट्रीय विमुक्त, घुमंतू तथा अर्ध-घुमंतू जनजाति आयोग ने दिसम्बर, 2017 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।