लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में 12 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में 1351 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे
लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के मतदान के लिए 12 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के 95 संसदीय क्षेत्रों (29-बैतूल सहित) के लिए कुल 2963 नामांकन दाखिल किए गए। सभी 12 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 19 अप्रैल 2024 थी। दाखिल सभी नामांकनों की जांच के बाद 1563 नामांकन वैध पाए गए।
तीसरे चरण में, गुजरात में 26 संसदीय क्षेत्रों से अधिकतम 658 नामांकन दाखिल किए गए थे, इसके बाद महाराष्ट्र में 11 संसदीय क्षेत्रों से 519 नामांकन थे। महाराष्ट्र में 40-उस्मानाबाद संसदीय क्षेत्र में अधिकतम 77 नामांकन प्राप्त हुए, इसके बाद छत्तीसगढ़ में 5-बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में 68 नामांकन प्राप्त हुए।
लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के लिए राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशवार विवरण:
राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश | तीसरे चरण में निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या | प्राप्त नामांकन | जांच के बाद वैध नामांकन | नाम वापस लेने के बाद,चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार |
असम | 4 | 126 | 52 | 47 |
बिहार | 5 | 141 | 54 | 54 |
छत्तीसगढ़ | 7 | 319 | 187 | 168 |
दादरा और नगर हवेली तथा
दमन और दीव |
2 | 28 | 13 | 12 |
गोवा | 2 | 33 | 16 | 16 |
गुजरात | 26 | 658 | 328 | 266 |
जम्मू और कश्मीर | 1 | 28 | 21 | 20 |
कर्नाटक | 14 | 503 | 272 | 227 |
मध्य प्रदेश | 9 | 236 | 140 | 127 |
महाराष्ट्र | 11 | 519 | 317 | 258 |
उत्तर प्रदेश | 10 | 271 | 104 | 100 |
पश्चिम बंगाल | 4 | 101 | 59 | 57 |
कुल | 95 | 2963 | 1563 | 1352 |
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मनोरंजन के अपने डेली डोज़ के लिए तैयार हो जाइए… डीडी फ्री डिश पर ज़ी लेकर आ रहा है एक नया मूवी चैनल ज़ी अनमोल सिनेमा 2
भारतीय स्वरूप संवाददाता एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट – अपनी रोजमर्रा की भागदौड़ और व्यस्त ज़िंदगी के तनाव से छुटकारा पाने के लिए सबकी बस यही एक जरूरत होती है। ऐसे में डीडी फ्री डिश पर अलग-अलग कार्यक्रमों की बेतहाशा मांग को पूरा करने के लिए एक नया हिंदी मूवी चैनल ज़ी अनमोल सिनेमा 2 आ रहा है। ज़ी के व्यापक लाइनअप में यह बिल्कुल नया चैनल 26 अप्रैल से डीडी फ्री डिश चैनल नंबर 73 पर उपलब्ध होगा।
ज़ी अनमोल सिनेमा 2 को 15-30 साल की उम्र के दर्शकों को आकर्षित करने के लिहाज से तैयार किया गया है। युवा दर्शकों की बढ़ती रुचि और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए, यह चैनल साउथ की डब और हिंदी फिल्मों का एक जोरदार मिश्रण पेश करता है, जो दर्शकों को दोनों फिल्म उद्योगों के मनोरंजन से जोड़े रखेगा। जहाँ युवा ग्रामीण दर्शकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कोई दूसरा हिंदी फिल्म चैनल नहीं है वहीं ज़ी अनमोल सिनेमा 2 ने इस बात का खास ख्याल रखा है। इस चैनल का लक्ष्य दर्शकों के साथ व्यक्तिगत रूप से जुड़कर, ‘नए भारत का नया साथी’ के रूप में एक खास पहचान बनाकर इस कमी को पूरा करना है।
ज़ी हिंदी मूवीज़ क्लस्टर के बिज़नेस हेड – श्री रुचिर तिवारी ने कहा, “ज़ी अनमोल सिनेमा 2 हमारे लाखों भारतीय दर्शकों की अलग-अलग पसंद को ध्यान में रखते हुए मनोरंजन प्रदान करने की हमारी अटूट प्रतिबद्धता की एक मिसाल है। यह चैनल युवा दर्शकों के नजरिए और उनके जज़्बातों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। हम जो कुछ भी करते हैं, उसके जरिए हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि दर्शक कभी मनोरंजन के अपने डेली डोज़ से अछूते ना रहें।”
300 से ज्यादा फिल्म टाइटल्स के व्यापक संग्रह के साथ, इस चैनल का लक्ष्य देश भर में लाखों डीडी फ्री डिश दर्शकों के लिए टेलीविजन देखने के अनुभव को बेहतर बनाना है।
26 अप्रैल से ज़ी अनमोल सिनेमा 2 देखिए और अपने घरों के सुकून भरे माहौल में मनोरंजन की दुनिया में खो जाइए।
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अतुल दीक्षित
सम्पादक मुद्रक प्रकाशक
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Read More »एस एन सेन महाविद्यालय में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI )मशीन लर्निंग (ML )इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स अर्थात् (आई ओ टी) ,हार्डवेयर बोर्ड्स ,सेंसर , एप्लीकेशन प्रोटोकॉल पर व्याख्यान आयोजित
भारतीय स्वरूप संवाददाता एस एन सेन ब वि पी जी कॉलेज में चल रही आठ दिवसीय व्याख्यान माला के तीसरे दिन दलहन अनुसंधान संस्थान के डॉ मनमोहन देव का व्याख्यान हुआ ।
व्याख्यान का शुभारंभ माँ सरस्वती के वंदन और माल्यार्पण के साथ हुआ । डॉ देव , प्रो सुमन , प्रो गार्गी यादव ,डॉ प्रीति सिंह ने दीप प्रज्वलित किया
डॉ मनमोहन देव का व्याख्यान मुख्यतः आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI )मशीन लर्निंग (ML )इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स अर्थात् (आई ओ टी) ,हार्डवेयर बोर्ड्स ,सेंसर , एप्लीकेशन प्रोटोकॉल ,पीथन, ज्यूपिटर नोटबुक, कूगर आदि के बारे में जानकारी दी ।आज ९ बिलियन आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस डिवाइस हैं पर ये इतनी तेज़ी से बढ़ रहा है कि २०२५ तक १९ बिलियन होने की संभावना है।सुपरवाइज्ड लर्निंग और अनसुपर्विज़्ड लर्निंग में क्या अंतर है। किस प्रकार डीआईएस फोरकास्ट और वेदर फोरकास्ट होता है ।कोई भी सेंसर अल्ट्रासोनिक वेव के सिद्धांत पर कैसे काम करता है।ड्रोन और कृषि में उसका उपयोग , प्रधानमंत्री जी की योजना महिला किसान ड्रोन निधि और डिजिटल स्काई की जानकारी दी साथ ही ड्रोन ख़रीदने के लिए सरकार की नियमावली भी बतायी।नयी नयी जानकारी पाकर छात्राओ की ख़ुशी देखते ही बनती थी। व्याख्यान में डा शैल बाजपेयी , डॉ शिवंगी यादव ,डॉ अमित सिंह ,डॉ रश्मि गुप्ता तथा श्री अवधेश मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।
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अतुल दीक्षित
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Read More »क्राइस्ट चर्च कॉलेज में अनुसंधान परियोजना निर्माण पर कार्यशाला आयोजित
भारतीय स्वरुप संवाददाता क्राइस्ट चर्च कॉलेज कानपुर के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा 22 से 24 अप्रैल 2024 तक रिसर्च प्रोजेक्ट मेकिंग पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सामाजिक विज्ञान के स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों को सामाजिक विज्ञान की जटिलताओं से परिचित कराना था। एक अच्छा शोध प्रोजेक्ट बनाना एक विज्ञान भी है और कला भी। व्याख्यान में अनुसंधान समस्या की पहचान से लेकर सही अनुसंधान पद्धति चुनने से लेकर डेटा संग्रह, डेटा विश्लेषण और रिपोर्ट लेखन तक शामिल थे। राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र विभाग से प्रोफेसर आशुतोष सक्सेना, प्रोफेसर विभा दीक्षित और डॉ. अर्चना वर्मा पहले दो दिनों के लिए मुख्य संसाधन व्यक्ति थे।
प्रसिद्ध सामाजिक वैज्ञानिक और आईआईटी कानपुर में समाजशास्त्र के पूर्व प्रोफेसर, ए के शर्मा द्वारा ‘अंडरस्टैंडिंग रिसर्च प्रोजेक्ट्स’ विषय पर विशेष व्याख्यान दिया गया। उन्होंने एक अच्छा शोध प्रोजेक्ट बनाने के विभिन्न आयामों और दृष्टिकोणों पर चर्चा की। उन्होंने एक अच्छा शोध करने में उपयोग की जाने वाली विभिन्न विधियों के बारे में विस्तार से बताया। उनका मुख्य जोर पूरी शोध प्रक्रिया को सीधा, तथ्यात्मक और सरल बनाने पर था। अनुसंधान में नैतिकता और साहित्यिक चोरी से बचना आवश्यक है।
सेमिनार का उद्घाटन कॉलेज के प्राचार्य एवं सचिव प्रोफेसर जोसेफ डेनियल ने किया. समाजशास्त्र विभाग की सुश्री साक्षी यादव और उनकी स्वयंसेवकों की टीम ने कार्यशाला का आयोजन बहुत सुचारू रूप से किया। कार्यशाला में क्राइस्ट चर्च कॉलेज और अन्य कॉलेजों के यूजी और पीजी छात्रों, अनुसंधान विद्वानों और संकाय सदस्यों के साथ-साथ सामाजिक विज्ञान के विभिन्न विषयों ने भी भाग लिया।
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अतुल दीक्षित
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Read More »राष्ट्रपति ने आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित नागरिक अलंकरण समारोह में 3 पद्म विभूषण, 8 पद्म भूषण और 55 पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला, केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह सहित भारत सरकार के अनेक मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अलंकरण समारोह के बाद केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह और अन्य केन्द्रीय मंत्रियों ने पद्म पुरस्कार विजेताओं के साथ गृह मंत्री द्वारा उनके आवास पर दिए गए रात्रि भोज के दौरान संवाद किया।
पद्म पुरस्कार विजेता कल सुबह (23 अप्रैल, 2024) राष्ट्रीय समर स्मारक (National War Memorial) पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। वे राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री संग्रहालय का भी भ्रमण करेंगे।
संघ लोक सेवा आयोग ने संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा (II), 2023 का अंतिम परिणाम घोषित किया
2. विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए तीन सूचियों में कुछ सामान्य उम्मीदवार मौजूद हैं।
3. भारतीय सैन्य अकादमी के लिए सरकार द्वारा सूचित रिक्तियों की संख्या 100 है, इनमें राष्ट्रीय कैडेट कोर-एनसीसी ‘सी’ प्रमाणपत्र (सेना विंग) धारकों के लिए आरक्षित 13 रिक्तियां शामिल हैं। भारतीय नौसेना अकादमी, एझिमाला, केरल कार्यकारी शाखा (सामान्य सेवा)/हाइड्रो के लिए 32 [राष्ट्रीय कैडेट कोर-एनसीसी ‘सी’ सर्टिफिकेट (एनसीसी स्पेशल एंट्री के माध्यम से नेवल विंग) धारकों के लिए 06 रिक्तियों सहित] 32 रिक्तियाँ और वायु सेना अकादमी, हैदराबाद के लिए [03 रिक्तियां राष्ट्रीय कैडेट कोर-एनसीसी स्पेशल एंट्री के माध्यम से राष्ट्रीय कैडेट कोर-एनसीसी ‘सी’ सर्टिफिकेट (एयर विंग) धारकों के लिए आरक्षित हैं।
4. आयोग ने भारतीय सैन्य अकादमी, भारतीय नौसेना अकादमी और वायु सेना अकादमी में प्रवेश के लिए लिखित परीक्षा में क्रमशः 2675, 0970 और 0622 को योग्य मानने की सिफारिश की थी। सेना मुख्यालय द्वारा आयोजित एसएसबी परीक्षण के बाद अंतिम रूप से उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों की संख्या है।
5. इन सूचियों को तैयार करने में मेडिकल जांच के नतीजों को ध्यान में नहीं रखा गया है.
6. इन अभ्यर्थियों की जन्म तिथि और शैक्षिक योग्यता के सत्यापन की प्रक्रिया अभी जारी है। इसलिए इन सभी अभ्यर्थियों की उम्मीदवारी इस आधार पर अनंतिम है। उम्मीदवारों से अनुरोध है कि वे अपने द्वारा दावा की गई जन्मतिथि/शैक्षणिक योग्यता आदि के समर्थन में अपने मूल प्रमाण पत्र, उनकी फोटोस्टेट सत्यापित प्रतियों के साथ अपनी पहली पसंद के अनुसार सेना मुख्यालय/नौसेना मुख्यालय/वायु मुख्यालय को अग्रेषित करें।
7. यदि पते में कोई परिवर्तन होता है, तो अभ्यर्थियों को परामर्श दिया जाता है कि वे संबंधित मुख्यालय को तुरंत सूचित करें।
8. परीक्षा के परिणाम संघ लोक सेवा आयोग की वेबसाइट (http://www.upsc.gov.in) पर उपलब्ध हैं। हालांकि, संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा (II), 2023 के लिए अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) के अंतिम परिणाम की घोषणा के बाद अभ्यर्थियों के अंक वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे।
9- अभ्यर्थी किसी भी अधिक जानकारी के लिए आयोग के कार्यालय के गेट ‘सी’ के पास सुविधा काउंटर से या तो व्यक्तिगत रूप से या टेलीफोन नंबर 011- 23385271/011-23381125/011-23098543 पर किसी भी कार्य दिवस पर प्रात: 10:00 बजे से 17:00 बजे के बीच संपर्क कर सकते हैं।
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने वित्तीय प्रबंधन के लिए नया स्वनिर्मित ‘अकाउंट मैनेजर सॉफ्टवेयर’ अमल में लाना शुरू किया
सीएसआईआर ने 1 अप्रैल 2024 को, 30 जून की सामान्य वित्तीय नियम (जीएफआर) की समय सीमा से काफी पहले, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अपना वार्षिक लेखा-जोखा तैयार कर लिया था। वित्तीय वर्ष 2023-24 का वार्षिक लेखा-जोखा पहले ही सीएजी कार्यालय में दाखिल किया जा चुका है।
इस्तेमाल में आसानी के लिए डिज़ाइन किए गए सहज इंटरफ़ेस के साथ, इस सॉफ़्टवेयर के उपयोगकर्ता बहुत सरलता से वित्तीय डेटा को इनपुट, ट्रैक और नियंत्रित कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यह व्यापक वित्तीय रिपोर्ट, बैलेंस शीट, आय व व्यय के विवरण और अन्य प्रासंगिक विश्लेषण तैयार करता है, जो सीएसआईआर को सुविचारित निर्णय लेने के लिए कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि के साथ सशक्त बनाता है। यह सॉफ्टवेयर भूमिका-आधारित पहुंच के जरिए से डेटा सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।
इस सीएसआईआर सॉफ्टवेयर की सबसे महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक इसकी वास्तविक समय की निगरानी क्षमता है, जो उपयोगकर्ताओं को वास्तविक समय में वित्तीय गतिविधियों की निगरानी करने की अनुमति देती है। यह समय पर हस्तक्षेप करने और बेहतर निर्णय लेने में सक्षम बनाता है।
लेखा-परीक्षण, पर्यावरण एवं वैज्ञानिक विभाग, सी एंड एजी, नई दिल्ली की महानिदेशक सुश्री गुरवीन सिद्धू को बैलेंस शीट की हस्ताक्षरित प्रति प्रदान की
यह सॉफ्टवेयर अद्वितीय दक्षता के साथ सीएसआईआर के भीतर वित्तीय लेनदेन, लेखांकन और रिपोर्टिंग को सुव्यवस्थित और प्रबंधित करने में मदद करता है। यह वित्तीय डेटा के प्रबंधन को बहुत आसान बनाता है और हर प्रक्रिया में पारदर्शिता व सटीकता को सुनिश्चित करता है। वित्तीय कार्यप्रणालियों को मानकीकृत करके, दक्षता में सुधार करके और सीएसआईआर प्रयोगशालाओं में बेहतर वित्तीय नियंत्रण को सक्षम करके, इस सॉफ्टवेयर ने वित्तीय प्रबंधन का एक नया युग प्रारंभ किया है, जो अपने सभी कर्मचारियों, पेंशनभोगियों, पारिवारिक पेंशनभोगियों और परियोजना कर्मचारियों के एक जटिल नेटवर्क को संभालता है।
एएमएस सॉफ्टवेयर को एक इन-हाउस टीम द्वारा विकसित किया गया था। इस टीम में सीनियर डिप्टी एफए श्री एस.पी. सिंह, एफएओ श्री अरविंद खन्ना और तकनीकी अधिकारी सुश्री आकांक्षा त्रेहन थीं। इसे डॉ. एन. कलैसेल्वी, महानिदेशक, सीएसआईआर/सचिव, डीएसआईआर के मार्गदर्शन और श्री चेतन प्रकाश जैन, संयुक्त सचिव एवं वित्तीय सलाहकार, सीएसआईआर/डीएसआईआर के नेतृत्व में सीएसआईआर मुख्यालय और देश भर में फैली इसकी 37 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं में अमल में लाया गया है।
एनएफडीसी ने 18वें मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (एमआईएफएफ) में विशेष एनीमेशन कार्यशाला की घोषणा की
मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (एमआईएफएफ) का आयोजन करने वाली सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की नोडल एजेंसी राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) की ओर से आगामी 18वें मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (एमआईएफएफ) में सभी इच्छुक एनिमेटरों को अपनी रचनात्मकता को मुक्त करने और विशेष एनीमेशन क्रैश कोर्स और वीएफएक्स पाइपलाइन कार्यशाला में महत्वपूर्ण विशेषज्ञता हासिल करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।यह अनूठा अवसर 16 जून से 20 जून तक पांच दिवसीय गहन कार्यक्रम प्रदान करता है, जिसका नेतृत्व बैटमैन और वंडर वुमन जैसी प्रतिष्ठित परियोजनाओं पर काम कर चुके वार्नर ब्रदर्स के एक अनुभवी एनीमेशन फिल्म निर्माता करेंगे। प्रतिभागी व्यावहारिक ज्ञान और उद्योग संबंधी अंतर्दृष्टि प्राप्त करते हुए, मूवी, सीरीज़ और गेमिंग एनीमेशन की मनोरम दुनिया का अन्वेषण करेंगे।
भारत में फिल्मों, विजुअल इफेक्ट्स (वीएफएक्स), गेमिंग एनीमेशन और मोबाइल प्लेटफॉर्म के लिए मनमोहक सामग्री की बढ़ती मांग के कारण एनीमेशन क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हो रही है। यह प्रतिभाशाली और उत्साही एनिमेटरों के लिए रोमांचक अवसरों में रूपांतरित होती है। भारत में एनीमेशन उद्योग फल-फूल रहा है। 25% की वृद्धि दर और 2023 तक 46 बिलियन रूपये के अनुमानित मूल्य (फिक्की-ईवाई रिपोर्ट 2023) के साथ, यह रोमांचक क्षेत्र उत्साही युवाओं के लिए अवसरों का खजाना प्रदान करता है।
चाहे आप कहानी सुनाने के जुनून और रचनात्मक प्रवृत्ति से युक्त उभरते हुए एनिमेटर हों या पूरी तरह नौसिखिए, यह कार्यशाला सभी के लिए खुली है और एक संतोषप्रद करियर के लिए आपकी मददगार हो सकती है। इसके लिए एनिमेशन में किसी तरह का कोई पूर्व अनुभव आवश्यक नहीं है। केवल अपने उत्साह और बुनियादी कंप्यूटर कौशल के साथ आएं।
सीटें केवल 20 प्रतिभागियों तक सीमित हैं, इसलिए पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर आज ही पंजीकरण कराएं। वर्कशॉप शुल्क मात्र 10,000/- रुपये है और इसमें ब्लेंडर जैसे सॉफ़्टवेयर तक पहुंच शामिल है। यह कार्यशाला एनएफडीसी, 24 डॉ. गोपालराव देशमुख मार्ग, मुंबई 400026 में आयोजित की जाएगी।
इस कार्यशाला का चयन क्यों करें?
- सर्वश्रेष्ठ से सीखें: प्रमाणित ट्रैक रिकॉर्ड वाले इस उद्योग के अनुभवी पेशेवर से प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त करें।
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- उद्योग संबंधी अंतर्दृष्टि: मूवी और गेमिंग एनीमेशन पाइपलाइन की बारीकियों को समझें और नौकरी के अवसरों का पता लगाएं।
- वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र: भारत में फिल्म निर्माण और एनीमेशन के क्षेत्र के अग्रणी संगठन एनएफडीसी से प्रतिष्ठित प्रमाणपत्र प्राप्त करें।
अतिरिक्त लाभ:
- पुरस्कार-विजेता फिल्मों का अनुभव करें: समीक्षकों द्वारा प्रशंसित ढेरों वृत्तचित्रों और एनिमेटेड शॉर्ट्स में खुद को तल्लीन करें।
- मास्टर क्लासेज : विशेष मास्टर क्लास सत्रों के माध्यम से उद्योग जगत की प्रसिद्ध हस्तियों से सीखें
सीमित सीटें उपलब्ध हैं! तत्काल पंजीकरण करें
पंजीकरण और अधिक जानकारी के लिए, कृपया https://miff.in/animation-crash-course/ पर विजिट करें / या हमें pr@nfdcindia.comपर ईमेल करें।
अपने एनीमेशन कौशल को उन्नत बनाने और प्रतिष्ठित मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में शामिल होने का यह सुनहरा अवसर न चूकें।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षा स्थिति का जमीनी स्तर पर आकलन करने के लिए विश्व के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन का दौरा किया
एरियल सर्वेक्षण के पश्चात, रक्षा मंत्री 15,100 फीट की ऊंचाई पर एक अग्रिम चौकी पर उतरे और उन्हें सियाचिन ग्लेशियर में परिचालन तैयारी और वर्तमान सुरक्षा स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने जमीनी स्तर पर कमांडरों के साथ परिचालन चुनौतियों से जुड़े पहलुओं पर भी विचार-विर्मश किया।
सैनिकों को संबोधित करते हुए, श्री राजनाथ सिंह ने विषम परिस्थितियों में वीरता और दृढ़ संकल्प के साथ मातृभूमि की रक्षा के पुण्य पथ पर चलने के लिए उनकी प्रशंसा की। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि राष्ट्र सशस्त्र बल कर्मियों का सदैव ऋणी रहेगा, क्योंकि उनके बलिदान के वजह से हर नागरिक सुरक्षित महसूस करता है। “हम शांतिपूर्ण जीवन जी रहे हैं, क्योंकि हम आश्वस्त हैं कि हमारे बहादुर सैनिक सीमाओं पर दृढ़ता से खड़े हैं। आने वाले समय में जब राष्ट्रीय सुरक्षा का इतिहास लिखा जाएगा, तो बर्फीले ठंडे ग्लेशियर में हमारे सैनिकों की वीरता और दृढ़ इच्छाशक्ति के कामों को गर्व के साथ याद किया जाएगा। यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणादायक रहेगी।”
श्री सिंह ने कहा कि सियाचिन कोई आम जगह नहीं है, बल्कि उन्होंने इसे भारत की संप्रभुता और दृढ़ संकल्प का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि जैसे दिल्ली भारत की राष्ट्रीय राजधानी है, मुंबई वित्तीय राजधानी है, बेंगलुरु प्रौद्योगिकी राजधानी है, उसी तरह, सियाचिन साहस, दृढ़ निश्चय और संकल्प की राजधानी है।
हाल ही में, देश ने ऑपरेशन मेघदूत की सफलता की 40वीं वर्षगांठ मनाई। श्री सिंह ने 13 अप्रैल, 1984 को भारतीय सेना द्वारा सियाचिन में शुरू किये गये इस ऑपरेशन को देश के सैन्य इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय बताया। उन्होंने कहा, ”ऑपरेशन मेघदूत की कामयाबी हम सभी के लिए गर्व की बात है।”
इस अवसर पर, रक्षा मंत्री ने मातृभूमि की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि के रूप में सियाचिन युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
गौरतलब है कि श्री सिंह ने 24 मार्च, 2024 को लेह का दौरा किया था और सैनिकों के साथ होली मनाई थी। उनका सियाचिन जाने का कार्यक्रम था, लेकिन प्रतिकूल मौसम के कारण इसे स्थगित करना पड़ा था। लेह से रक्षा मंत्री ने सियाचिन में तैनात सैनिकों से फोन पर बात की थी और उन्हें बताया कि वह जल्द ही विश्व के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र का दौरा करेंगे और उनके साथ बातचीत करेंगे। इस तरह आज की यात्रा के साथ, श्री सिंह ने, अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद, अपना वादा पूरा किया।