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भारतीय रेलवे ने अक्टूबर 2023 तक 887.24 मीट्रिक टन माल की ढुलाई की

अप्रैल-अक्टूबर 2023 से संचयी आधार पर, भारतीय रेलवे द्वारा 887.25 मीट्रिक टन की माल ढुलाई हासिल की गई, जबकि पिछले साल की माल ढुलाई 855.64 मीट्रिक टन थी। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 31.61 मीट्रिक टन का सुधार है। रेलवे ने पिछले वर्ष की तुलना में 92345.27 करोड़ रुपये की तुलना में 95929.30 करोड़ रुपये अर्जित किए हैं, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 3584.03 करोड़ रुपये अधिक हैं।

अक्टूबर 2023 के दौरान, अक्टूबर 2022 में 118.95 मीट्रिक टन के लदान की तुलना में, 129.03 मीट्रिक टन की प्रारंभिक माल ढुलाई की गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 8.47 प्रतिशत का सुधार है। अक्टूबर 2022 में 13353.81 करोड़ रुपये की माल ढुलाई आय की तुलना में, अक्टूबर 2023 में 14231.05 करोड़ रुपये का माल ढुलाई राजस्व हासिल किया गया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 6.57 प्रतिशत का सुधार है।

भारतीय रेल ने, अक्टूबर 2023 के दौरान, कोयला 64.82 मिलियन टन, लौह अयस्क 14.81 मिलियन टन,  कच्‍चा लोहा और फिनिश्ड स्टील 5.74 मिलियन टन, सीमेंट (इएक्‍ससीएल़. क्लिंकर) 6.32 मिलियन टन , क्लिंकर 4.77 मिलियन टन , खाद्यान्न 3.62 मिलियन टन, उर्वरक 5.72 मिलियन टन, खनिज तेल 4.35 मिलियन टन, कंटेनर 7.15 मिलियन टन और शेष अन्य वस्तुओं में 8.55 मिलियन टन माल ढुलाई की।

“हंगरी फॉर कार्गो” मंत्र का पालन करते हुए, भारतीय रेलवे ने व्यापार करने में आसानी के साथ-साथ प्रतिस्पर्धी कीमतों पर सेवा देने में सुधार के लिए निरंतर प्रयास किया है। ग्राहक केंद्रित दृष्टिकोण और चुस्त नीति निर्माण द्वारा समर्थित व्यवसाय विकास इकाइयों के काम ने रेलवे को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि की ओर बढ़ने में मदद की।

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अक्टूबर 2023 में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.72 लाख करोड़ रुपये के साथ अप्रैल 2023 के बाद दूसरी बार सर्वाधिक रहा, वर्ष दर वर्ष 13 प्रतिशत की वद्धि दर्ज की गई

अक्टूबर, 2023 के महीने में एकत्रित सकल जीएसटी राजस्व  1,72,003 करोड़ रुपये है, जिसमें से सीजीएसटी 30,062 करोड़ रुपये है, एसजीएसटी 38,171 करोड़ रुपये है, आईजीएसटी  91,315 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्र किए गए  42,127 करोड़ रुपये सहित) है और उपकर 12,456 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्र 1,294 करोड़ रुपये सहित) है।

सरकार ने आईजीएसटी से सीजीएसटी को 42,873 करोड़ रुपये और एसजीएसटी को 36,614 करोड़ रुपये का निपटान किया है। नियमित निपटान के बाद अक्टूबर, 2023 के महीने में केंद्र और राज्यों का कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 72,934 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 74,785 करोड़ रुपये है।

अक्टूबर, 2023 महीने का राजस्व पिछले वर्ष के इसी महीने के जीएसटी राजस्व से 13 प्रतिशत अधिक है। महीने के दौरान, घरेलू लेन-देन (सेवाओं के आयात सहित) से राजस्व भी पिछले वर्ष के इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से प्राप्त राजस्व से 13 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में औसत सकल मासिक जीएसटी संग्रह अब 1.66 लाख करोड़ रुपये है और पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक है।

नीचे दिया गया चार्ट चालू वर्ष के दौरान मासिक सकल जीएसटी राजस्व में रुझान दर्शाता है। नीचे दी गई तालिका में अक्टूबर 2023 तक प्रत्येक राज्य के निपटान के बाद के जीएसटी राजस्व के राज्य-वार आंकड़े दर्शाए गए हैं।

चार्टः जीएसटी संग्रह में रुझान

तालिका: आईजीएसटी का एसजीएसटी और एसजीएसटी हिस्सा राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों को निपटान किया गया

अप्रैल-अक्टूबर (करोड़ रुपये में)

  निपटान पूर्व एसजीएसटी निपटान के बाद एसजीएसटी [1]
राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश 2022-23 2023-24 वृद्धि 2022-23 2023-24 वृद्धि
जम्मू एवं कश्मीर 1,318 1,762 34% 4,299 4,817 12%
हिमाचल प्रदेश 1,341 1,546 15% 3,368 3,302 -2%
पंजाब 4,457 4,903 10% 11,378 13,115 15%
चंडीगढ़ 351 389 11% 1,227 1,342 9%
उत्तराखंड 2,805 3,139 12% 4,513 4,890 8%
हरियाणा 10,657 11,637 9% 18,291 20,358 11%
दिल्ली 8,000 9,064 13% 16,796 18,598 11%
राजस्थान 8,832 9,859 12% 19,922 22,571 13%
उत्तर प्रदेश 15,848 18,880 19% 38,731 42,482 10%
बिहार 4,110 4,731 15% 13,768 15,173 10%
सिक्किम 179 297 66% 489 629 29%
अरुणाचल प्रदेश 282 378 34% 932 1,155 24%
नागालैंड 125 177 42% 564 619 10%
मणिपुर 166 210 27% 812 659 -19%
मिजोरम 105 168 60% 488 573 18%
त्रिपुरा 242 299 23% 847 928 9%
मेघालय 265 353 33% 841 988 17%
असम 2,987 3,428 15% 7,237 8,470 17%
पश्चिम बंगाल 12,682 13,799 9% 22,998 24,607 7%
झारखंड 4,329 5,152 19% 6,466 7,128 10%
ओडिशा 8,265 9,374 13% 11,031 12,723 15%
छत्तीसगढ़ 4,285 4,773 11% 6,421 7,656 19%
मध्य प्रदेश 6,062 7,384 22% 15,418 18,100 17%
गुजरात 21,644 24,005 11% 32,943 36,322 10%
दादरा एवं नगर हवेली

और दमन एवं दीव

381 372 -3% 709 606 -15%
महाराष्ट्र 48,870 58,057 19% 74,612 84,712 14%
कर्नाटक 20,165 23,400 16% 37,924 42,657 12%
गोवा 1,111 1,307 18% 2,024 2,299 14%
लक्षद्वीप 6 16 162% 18 66 259%
केरल 7,016 8,082 15% 17,450 18,370 5%
तमिलनाडु 20,836 23,661 14% 34,334 37,476 9%
पुदुचेरी 271 288 6% 695 833 20%
अंडमान व निकोबार

द्वीप समूह

112 125 12% 287 311 8%
तेलंगाना 9,538 11,377 19% 21,301 23,478 10%
आंध्र प्रदेश 7,347 8,128 11% 16,441 18,488 12%
लद्दाख 81 121 49% 311 377 21%
अन्य केन्द्र शासित प्रदेश 97 140 44% 281 685 144%
कुल योग 2,35,167 2,70,777 15% 4,46,167 4,97,562 12%

[1] निपटान के बाद का जीएसटी राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों के जीएसटी राजस्व और आईजीएसटी के एसजीएसटी हिस्से का संचयी हिस्सा है जो राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों को दिया जाता है।

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भारतीय लाल बिच्छू के डंक के बेहतर उपचार के लिए विकसित किया गया नया रोगोपचारक फॉमूलेशन

भारतीय लाल बिच्छू के जहर से उत्‍पन्‍न विषाक्तता और संबंधित लक्षणों को रोकने के लिए वाणिज्यिक घोड़े के एंटी-बिच्छू एंटीवेनम (एएसए), अल्‍फा1-एड्रेनोसेप्टर एगोनिस्ट (एएए) और विटामिन सी की कम खुराक से युक्त एक नया चिकित्सीय दवा फॉर्मूलेशन (टीडीएफ) बिच्छू के डंक के रोगियों के नैदानिक प्रबंधन में सुधार करने में मदद कर सकता है।

बिच्छू का जहर दुनिया के कई देशों में एक गंभीर समस्या है। भारतीय लाल बिच्छू (मेसोबुथुस टैमुलस), अपने जानलेवा डंक के कारण, दुनिया के सबसे खतरनाक बिच्छुओं में से एक है। एम. टैमुलस विष (एमटीवी) के खिलाफ, नसों के अंदर से दी जाने वाली घोड़े के एंटी-बिच्छू एंटीवेनम (एएसए), बिच्छू के डंक के लिए एकमात्र उपलब्ध उपचार है। हालांकि, सबसे प्रचुर मात्रा में कम आणविक द्रव्यमान चैनल विष के खिलाफ जहर-विशिष्ट एंटीबॉडिज का कम अनुपात बिच्छू के डंक रोगियों के कुशल नैदानिक प्रबंधन के लिए एक बाधा है। इसलिए, आवश्यक उच्च एंटीवेनम से इलाज किए गए रोगियों में प्रतिकूल सीरम प्रभाव हो सकते हैं। बिच्छू के जहर और इसके उपचार के लिए बड़े पैमाने पर अनुसंधान और वैकल्पिक चिकित्सा की आवश्यकता होती है।

परंपरागत रूप से, अल्‍फा 1- एड्रेनोसेप्टर एगोनिस्ट (एएए), जैसे कि प्राज़ोसिन, का उपयोग अकेले या वाणिज्यिक एएसए के साथ संयोजन में डंक रोगियों के उपचार के लिए भी किया जाता है; हालांकि, यह चिकित्सा कम प्रभावी है और इसकी कुछ सीमाएं हैं।

इस महत्वपूर्ण मुद्दे को हल करने के लिए, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के एक स्वायत्त संस्थान, इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईएएसएसटी) के वैज्ञानिकों की एक टीम के साथ-साथ तेजपुर विश्वविद्यालय एनआईईएलआईटी, गुवाहाटी के शोधकर्ताओं ने वाणिज्यिक एएसए, एएए और विटामिन सी की कम खुराक वाले नए रोगेपचारक दवा फॉर्मूलेशन (टीडीएफ) का भारतीय लाल बिच्छू के जहर से उत्‍पन्‍न विषाक्तता और संबंधित लक्षणों को रोकने के लिए आविष्कार किया है।

दवा की प्रभावकारिता का परीक्षण पहली बार कैनोरहाब्डिस एलिगेंस पर किया गया थायह एक मुक्त-जीवित निमेटोड मॉडल है, जो कि एक इनविवो पशु मॉडल के विकल्प के रूप में है। यह शोध हाल ही में जर्नल टॉक्सिन्स में प्रकाशित हुआ है। इस नई दवा के फॉर्मूलेशन पर एक भारतीय पेटेंट भी दायर किया गया है।

इस अध्‍ययन में निदेशक प्रोफेसर आशीष मुखर्जी, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ एमआर खान, आईएएसएसटी से आईपीडीएफ डॉ अपरूप पात्रा, तेजपुर विश्वविद्यालय से डॉ भबाना दास और उपासना पुजारी और एनआईईएलआईटी, गुवाहाटी से डॉ एस महंत शामिल थे जिन्‍होंने ने पहली बार प्रमाणित किया कि सीएलिगेंस, न्यूरोटॉक्सिक बिच्छू के जहर के खिलाफ, दवा के अणुओं की न्यूट्रलाइजेशन क्षमता की जांच के लिए एक अच्छा मॉडल जीव हो सकता है।

नोवेल टीडीएफ ने कुशलतापूर्वक भारतीय लाल बिच्छू के जहर को बेअसर कर दिया, रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि, अंग ऊतक क्षति, नेक्रोसिस और विस्टार चूहों में फुफ्फुसीय एडिमा को उत्‍प्रेरित किया, जो वाणिज्यिक एएसए, एएए और विटामिन सी की तुलना में बहुत बेहतर है। यह उपचार बिच्छू के डंक के खिलाफ प्रभावी उपचार की बहुत आशा जगाता है और इससे दुनिया भर में लाखों रोगियों की जान बचाई जा सकेगी।

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सितंबर 2022 की तुलना में सितंबर 2023 में आठ प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक 8.1 प्रतिशत (अंनतिम) बढ़ा

आठ प्रमुख उद्योगों (आईसीआई) के संयुक्त सूचकांक में सितंबर 2022 के सूचकांक की तुलना में सितंबर 2023 में 8.1 प्रतिशत (अनंतिम) की वृद्धि हुई। कोयला, इस्पात, बिजली, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, सीमेंट और उर्वरक के उत्पादन में सितंबर 2023 में पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई। वार्षिक और मासिक सूचकांक तथा वृद्धि दर का विवरण नीचे दिया गया है।

आईसीआई आठ प्रमुख उद्योगों जैसे सीमेंट, कोयला, कच्चा तेल, बिजली, उर्वरक, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और  इस्पात के उत्पादन के संयुक्त और विशिष्ट निष्पादन को मापता है। आठ प्रमुख उद्योगों में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में शामिल वस्तुओं का 40.27 प्रतिशत हिस्सा शामिल है।

जून 2023 के लिए आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक की अंतिम वृद्धि दर को संशोधित कर 8.4 प्रतिशत कर दिया गया है। अप्रैल से सितंबर, 2023-24 के दौरान आईसीआई की संचयी वृद्धि दर पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 7.8 प्रतिशत (अनंतिम) दर्ज की गई।

आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक का सारांश नीचे दिया गया है:

सीमेंट– सीमेंट उत्पादन (भारांक: 5.37 प्रतिशत) सितंबर 2022 की तुलना में सितंबर 2023 में 4.7 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल से सितंबर, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 11.5 प्रतिशत बढ़ गया।

कोयला– कोयला उत्पादन (भारांकः10.33 प्रतिशत) सितंबर 2022 की तुलना में सितंबर 2023 में 16.1 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल से सितंबर 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 12.2 प्रतिशत बढ़ गया।

कच्चा तेल- कच्चे तेल का उत्पादन (भारांक: 8.98 प्रतिशत) सितंबर 2022 की तुलना में सितंबर 2023 में 0.4 प्रतिशत कम हो गया। अप्रैल से सितंबर, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 0.4 प्रतिशत कम हो गया।

बिजली– बिजली उत्पादन (भारांक:19.85 प्रतिशत) सितंबर 2022 की तुलना में सितंबर 2023 में 9.3 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल से सितंबर, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 6.0 प्रतिशत बढ़ गया।

उर्वरक- उर्वरक उत्पादन (भारांक: 2.63 प्रतिशत) सितंबर 2022 की तुलना में सितंबर 2023 में 4.2 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल से सितंबर 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 7.0 प्रतिशत बढ़ गया।

प्राकृतिक गैस– प्राकृतिक गैस का उत्पादन (भारांक: 6.88 प्रतिशत) सितंबर  2022 की तुलना में सितंबर 2023 में 6.5 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल से सितंबर, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 4.3 प्रतिशत बढ़ गया।

पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद– पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन (भारांक: 28.04 प्रतिशत) सितंबर 2022 की तुलना में सितंबर 2023 में 5.5 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल से सितंबर, 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 4.0 प्रतिशत बढ़ गया।

इस्पात- इस्पात उत्पादन (भारांक: 17.92 प्रतिशत) सितंबर, 2022 की तुलना में सितंबर 2023 में 9.6 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल से सितंबर 2023-24 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 14.2 प्रतिशत बढ़ गया।

नोट 1: जुलाई 2023अगस्त 2023 और सितंबर2023 का डेटा अनंतिम हैं। स्रोत एजेंसियों के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार प्रमुख उद्योगों की सूचकांक संख्याओं को संशोधित/अंतिम रूप दिया जाता है।

नोट 2: अप्रैल 2014 सेनवीकरणीय स्रोतों से बिजली उत्पादन संबंधी डेटा भी शामिल है।

नोट 3: ऊपर बताए गए उद्योग-वार भार आईआईपी से प्राप्त विशिष्ट उद्योग भार हैं और आनुपातिक आधार पर 100 के बराबर आईसीआई के संयुक्त भार तक बढ़ाए गए हैं।

नोट 4: मार्च 2019 सेतैयार स्टील के उत्पादन में कोल्ड रोल्ड (सीआर) कॉइल्स‘ आइटम के तहत हॉट रोल्ड पिकल्ड एंड ऑयल्ड (एचआरपीओ) नामक एक नया स्टील उत्पाद भी शामिल किया गया है।

नोट 5: अक्टूबर 2023 के लिए सूचकांक गुरुवार 30 नवंबर 2023 को जारी किया जाएगा।

आठ प्रमुख उद्योगों का निष्पादन

वार्षिक सूचकांक एवं वृद्धि दर

आधार वर्ष: 2011-12=100

सूचकांक

सेक्टर कोयला कच्चा तेल प्राकृतिक गैस रिफाइनरी उत्पाद उर्वरक इस्पात सीमेंट बिजली समग्र सूचकांक
भार 10.33 8.98 6.88 28.04 2.63 17.92 5.37 19.85 100.00
2012-13 103.2 99.4 85.6 107.2 96.7 107.9 107.5 104.0 103.8
2013-14 104.2 99.2 74.5 108.6 98.1 115.8 111.5 110.3 106.5
2014-15 112.6 98.4 70.5 108.8 99.4 121.7 118.1 126.6 111.7
2015-16 118.0 97.0 67.2 114.1 106.4 120.2 123.5 133.8 115.1
2016-17 121.8 94.5 66.5 119.7 106.6 133.1 122.0 141.6 120.5
2017-18 124.9 93.7 68.4 125.2 106.6 140.5 129.7 149.2 125.7
2018-19 134.1 89.8 69.0 129.1 107.0 147.7 147.0 156.9 131.2
2019-20 133.6 84.5 65.1 129.4 109.8 152.6 145.7 158.4 131.6
2020-21 131.1 80.1 59.8 114.9 111.6 139.4 130.0 157.6 123.2
2021-22 142.3 77.9 71.3 125.1 112.4 163.0 156.9 170.1 136.1
2022-23 163.5 76.6 72.4 131.2 125.1 178.1 170.6 185.2 146.7
अप्रैल-सितंबर 22-23 140.0 77.4 72.2 129.3 122.3 167.4 163.3 193.2 143.0
अप्रैल-सितंबर 23-24* 157.0 77.1 75.3 134.4 130.8 191.2 182.0 204.7 154.1

*अनंतिम

वृद्धि दरें (वर्ष-दर-वर्ष आधार पर प्रतिशत में)

सेक्टर कोयला कच्चा तेल प्राकृतिक गैस रिफाइनरी उत्पाद उर्वरक इस्पात सीमेंट बिजली समग्र वृद्धि
भार 10.33 8.98 6.88 28.04 2.63 17.92 5.37 19.85 100.00
2012-13 3.2 -0.6 -14.4 7.2 -3.3 7.9 7.5 4.0 3.8
2013-14 1.0 -0.2 -12.9 1.4 1.5 7.3 3.7 6.1 2.6
2014-15 8.0 -0.9 -5.3 0.2 1.3 5.1 5.9 14.8 4.9
2015-16 4.8 -1.4 -4.7 4.9 7.0 -1.3 4.6 5.7 3.0
2016-17 3.2 -2.5 -1.0 4.9 0.2 10.7 -1.2 5.8 4.8
2017-18 2.6 -0.9 2.9 4.6 0.03 5.6 6.3 5.3 4.3
2018-19 7.4 -4.1 0.8 3.1 0.3 5.1 13.3 5.2 4.4
2019-20 -0.4 -5.9 -5.6 0.2 2.7 3.4 -0.9 0.9 0.4
2020-21 -1.9 -5.2 -8.2 -11.2 1.7 -8.7 -10.8 -0.5 -6.4
2021-22 8.5 -2.6 19.2 8.9 0.7 16.9 20.8 8.0 10.4
2022-23 14.8 -1.7 1.6 4.8 11.3 9.3 8.7 8.9 7.8
अप्रैल-सितंबर 22-23 21.0 -1.3 1.8 10.1 11.5 6.9 11.0 10.8 9.8
अप्रैल-सितंबर 23-24* 12.2 -0.4 4.3 4.0 7.0 14.2 11.5 6.0 7.8

*अनंतिम। वर्ष दर-वर्ष की गणना पिछले वर्ष के संबंधित वित्तीय वर्ष पर की जाती है

आठ प्रमुख उद्योगों का निष्पादन

मासिक सूचकांक एवं वृद्धि दर

आधार वर्ष: 2011-12=100

सूचकांक

सेक्टर कोयला कच्चा तेल प्राकृतिक गैस रिफाइनरी उत्पाद उर्वरक इस्पात सीमेंट बिजली समग्र सूचकांक
भार 10.33 8.98 6.88 28.04 2.63 17.92 5.37 19.85 100.00
सितंबर-22 127.5 75.2 72.1 120.2 127.0 172.8 158.7 187.4 138.6
अक्टूबर-22 145.8 77.4 73.0 123.5 129.5 177.3 155.2 169.3 138.8
नवंबर-22 167.5 75.8 71.8 119.7 129.2 175.5 164.3 166.7 139.4
दिसंबर-22 184.4 78.2 74.5 139.3 129.9 190.9 184.8 179.4 153.4
जनवरी-23 198.6 78.3 75.2 142.0 135.8 199.5 184.7 186.6 158.8
फरवरी-23 190.1 68.1 67.0 129.1 125.2 185.4 180.2 174.0 147.3
मार्च-23 235.5 77.3 74.6 144.7 118.1 204.4 198.4 188.0 164.7
अप्रैल-23 161.2 75.0 68.9 132.7 118.7 191.2 192.0 192.3 151.2
मई -23 167.6 78.8 73.2 141.1 138.2 192.5 191.8 201.6 157.4
जून-23 162.4 76.4 73.4 136.2 130.8 191.9 195.0 205.2 155.9
जुलाई-23* 152.6 78.9 79.0 134.4 131.8 190.5 166.1 204.0 153.0
अगस्त-23* 150.3 78.4 80.3 135.4 133.3 191.7 181.3 220.5 157.4
सितंबर-23* 148.1 74.9 76.8 126.8 132.3 189.5 166.1 204.8 149.9

*अनंतिम

 

वृद्धि दरें (वर्ष-दर-वर्ष आधार पर प्रतिशत में)

सेक्टर कोयला कच्चा तेल प्राकृतिक गैस रिफाइनरी उत्पाद उर्वरक इस्पात सीमेंट बिजली समग्र वृद्धि
भार 10.33 8.98 6.88 28.04 2.63 17.92 5.37 19.85 100.00
सितंबर-22 12.1 -2.3 -1.7 6.6 11.8 7.7 12.4 11.6 8.3
अक्टूबर-22 3.8 -2.2 -4.2 -3.1 5.4 5.8 -4.2 1.2 0.7
नवंबर-22 12.3 -1.1 -0.7 -9.3 6.4 11.5 29.1 12.7 5.7
दिसंबर-22 12.3 -1.2 2.6 3.7 7.3 12.3 9.5 10.4 8.3
जनवरी-23 13.6 -1.1 5.2 4.5 17.9 14.3 4.7 12.7 9.7
फरवरी-23 9.0 -4.9 3.1 3.3 22.2 12.4 7.4 8.2 7.4
मार्च-23 11.7 -2.8 2.7 1.5 9.7 12.1 -0.2 -1.6 4.2
अप्रैल-23 9.1 -3.5 -2.9 -1.5 23.5 16.6 12.4 -1.1 4.6
मई-23 7.2 -1.9 -0.3 2.8 9.7 12.0 15.9 0.8 5.2
जून-23 9.8 -0.6 3.5 4.6 3.4 21.3 9.9 4.2 8.4
जुलाई-23* 14.9 2.1 8.9 3.6 3.3 14.2 6.9 8.0 8.4
अगस्त-23* 17.9 2.1 10.0 9.5 1.8 12.4 19.3 15.3 12.5
सितंबर-23* 16.1 -0.4 6.5 5.5 4.2 9.6 4.7 9.3 8.1

*अनंतिम। वर्ष दर-वर्ष की गणना पिछले वर्ष के इसी महीने से की जाती है

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केंद्रीय सूचना आयोग ने साइबर सुरक्षा पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया

केन्द्रीय सूचना आयोग ने कल साइबर सुरक्षा पर एक दिन की संगोष्ठी का आयोजन किया। सूचना आयुक्त सुरेश चंद्र मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर, सूचना आयुक्त हीरालाल सामरिया, सरोज पुन्हानी और उदय माहुरकर सम्मानित अतिथि थे। रश्मि चौधरी, सचिव, सीआईसी ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। सोमनाथ बनर्जी, सीआईएसओ और वरिष्ठ उपाध्यक्ष, ग्लोबल सर्विसेज ने मुख्य भाषण दिया।

रश्मि चौधरी, सचिव, सीआईसी ने अपने स्वागत भाषण में साइबर सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया और प्रतिभागियों को सक्रिय रूप से चर्चा में शामिल होने तथा सूचनाप्रद संगोष्ठी में भाग लेने के लाभों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।

सोमनाथ बनर्जी, सीआईएसओ और वरिष्ठ उपाध्यक्ष, ग्लोबल सर्विसेज ने अपने मुख्य भाषण के माध्यम से दर्शकों को साइबर सुरक्षा के खतरों और चुनौतियों से अवगत कराया। बाद में, उन्होंने ‘साइबर खतरे और इन खतरों के जवाबी उपाय’ विषय पर अपने सत्र में कई दिलचस्प तथ्यों और उपाख्यानों का भी उल्‍लेख किया। दर्शकों ने उनके साथ बातचीत की और इस विषय पर अपना ज्ञान बढ़ाया।

एनआईसी-सीईआरटी के संयुक्त निदेशक सैयद हसन महमूद ने ‘सरकारी कर्मचारियों के लिए साइबर सुरक्षा दिशानिर्देश’ विषय पर श्रोताओं को जानकारी दी। उन्होंने साइबर जगत के क्या करें और क्या न करें तथा साइबर स्वच्छता के महत्व के बारे में बताया। अंजना चौधरी और वधावन ने उस समाधान के बारे में बात की, जो खतरों और कमजोरियों के नाम पर अब तक चर्चा की गई समस्याओं के लिए प्रदान की जा सकती है। पवन कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष (कानूनी) और प्रमुख (मुकदमेबाजी) ने ‘साइबर अपराध मामलों, बैंक धोखाधड़ी आदि में साक्ष्य का वैज्ञानिक विश्लेषण’ विषय के माध्यम से वित्तीय मामलों में साइबर सुरक्षा के महत्व और इसकी अत्यधिक आवश्यकता पर बल दिया। शिव कुमार, वरिष्ठ निदेशक (आईटी) ने कार्यक्रम के मास्टर ऑफ सेरेमनी के रूप में भूमिका निभायी। सीआईसी की अपर सचिव रूप अवतार कौर ने सभी को धन्यवाद-ज्ञापन दिया। इस संगोष्ठी में सीआईसी के लगभग 170 अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया।

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क्राइस्ट चर्च कॉलेज में मिशन शक्ति: नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी सशक्तिकरण पर सेमिनार आयोजित

कानपुर 31 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, क्राइस्ट चर्च कॉलेज महाविद्यालय के एनएसएस इकाई द्वारा एक दिवसीय सेमिनार का अयोजन किया गया , जिसकी थीम मिशन शक्ति: नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी सशक्तिकरण जिसके अंतर्गत विभिन्न कॉलेजों के एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर उपस्थित हुए, द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत हुई तत्पश्चात प्राचार्य जोसेफ डेनियल ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया ,सेमिनार में ऑनलाइन माध्यम से प्रो. विनय कुमार पाठक छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने ओज पूर्ण विचारों से कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को जागरूक किया इसी श्रंखला में प्रो .रिपुदमन  , प्रो. मंजू सिंह , प्रो. राजेश कुमार द्विवेदी, डॉ श्याम मिश्रा ने अपने शब्दों से कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का महिलाओं का सशक्तिकरण करने के लिए सामाजिक बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया,कार्यक्रम में एनएसएस इकाई के स्वयं सेवकों ने नारी सशक्तिकरण पर छोटा सी नृत्य नाट्य प्रस्तुति की , तथा एनएसएस इकाई के स्वयं सेवकों ने लक्ष्य गीत की प्रस्तुति दी तथा डी जी कॉलेज की प्रोग्राम ऑफिसर डॉ संगीता सिरोही ने कार्यक्रम में ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से उपस्थित लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा एकता दिवस के उपलक्ष्य पर सभी को शपथ ग्रहण कराई गई क्राइस्ट चर्च की प्रोग्राम ऑफिसर डॉ सुनीता वर्मा व एनएसएस हेड रितेश यादव, मानवी शुक्ला तथा उनके साथ उनकी टीम जिसमे हर्षिता,आर्थर ,अहमद, तरंग, आयुष,अपेक्षा, नागेंद्र , इरम , आयुषी, सोनल , प्राची , शौर्य , विपिन , आर्यन , दिया , हर्ष, विक्रम, विवेक आदि के सहयोग से कार्यक्रम का समापन हुआ ।

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राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई लौह पुरुष सरदार पटेल की जयंती

कानपुर 31 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज, कानपुर के द्वारा कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही के कुशल निर्देशन में एकता रन, एकता की शपथ, भाषण प्रतियोगिता एवम व्याख्यान का आयोजन कर लौह पुरुष सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। महाविद्यालय प्राचार्य प्रो अर्चना वर्मा जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि वल्लभभाई पटेल महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, हमारे देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं प्रथम गृहमंत्री थे। भारतवर्ष की एकता एवम अक्षुण्णता को बनाए रखने के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल के द्वारा दिखाया गया रास्ता अतिमहत्वपूर्ण है। कार्यक्रम को सफल बनाने में सेल्फ फाइनेंस की डायरेक्टर प्रो वंदना निगम, कार्यालय अधीक्षक कृष्णेंद्र श्रीवास्तव,एन सी सी इंचार्ज डॉ मनीष पांडे, भूगोल विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अंजना श्रीवास्तव, बी एड विभाग इंचार्ज डॉ सबीहा अंजुम एवं समस्त प्राध्यापिकाओं , एनएसएस वॉलिंटियर्स तथा महाविद्यालय की समस्त छात्राओं का विशेष योगदान रहा।

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“प्रोटीन संशलेषण में न्यूक्लिक अम्लों की भूमिका व महत्त्व” विषय पर व्याख्यान आयोजित

कानपुर 29 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता एस. जे. महाविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग द्वारा एक विशिष्ट व्याख्यान आयोजित किया गया है जिसका शीर्षक “प्रोटीन संशलेषण में न्यूक्लिक अम्लों की भूमिका व महत्त्व” के मुख्य अतिथि प्रो०सुनीता आर्या डी.जी.पी.जी. महाविद्यालय, कानपुर द्वारा व्याख्यान दिया गया। न्यूक्लिक अम्लों को प्रोटीन संशलेषण में भूमिका व प्रोटीन निर्माण की प्रक्रिया को समझाया। इसके अतिरिक्त शरीर के विकास में प्रोटीन के महत्त्व को बतलाया। कार्यक्रम क संचालन डॉ अनुराग सिंह कुशवाह द्वारा किया गया तथा डॉ०रीता गुप्ता, डॉ० वंदना मिश्रा, डॉ० रामकेश परिहार, डॉ० रेखा शुक्ला एवं डॉ० सुनील उमराव ने सहयोग प्रदान किया कार्यक्रम क समापन में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० संजीव कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि, शिक्षकगण तथा समस्त छात्र / छात्राओं ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कानपुर में संबोधन

सीएम योगी आदित्यनाथ ने 84 परियोजनाओं का लोकार्पण किया

बेटियों की शादी के लिए सरकार पैसे दे रही- सीएम योगी

डबल इंजन सरकार में बेटियों को हर सुविधा- सीएम योगी

बस्ता, किताब और ड्रेस सबकुछ मुफ्त – सीएम योगी

अब विकास में किसी के साथ भेदभाव नहीं- सीएम योगी

लोगों को मुफ्त गैस सिलेंडर दे रहे हैं – सीएम योगी

हर घर को नल से जल पहुंचा रहे हैं – सीएम योगी।।

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विद्यार्थियों की अभिरुचि एवं आधुनिक शिक्षा प्रणाली” विषयक शैक्षिक दक्षता वृृद्धि व्याख्यानमाला आयोजित

कानपुर 28 अक्टूबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, राजकीय इंटर कॉलेज टिकरी,विकास खण्ड, ददरौल, शाहजहाँपुर के तत्त्वावधान में नक्षत्र फाउण्डेशन द्वारा “विद्यार्थियों की अभिरुचि एवं आधुनिक शिक्षा प्रणाली” विषयक शैक्षिक दक्षता वृृद्धि व्याख्यानमाला की पाँचवी प्रस्तुति का आयोजन किया गया। उक्त व्याख्यानमाला में वक्ता के रूप में डॉ शिव प्रकाश (वरिष्ठ पुस्तकालय अधिकारी एवं हिंदी अधिकारी, सीएसआईआर-केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान, लखनऊ) अम्बरीष श्रीवास्तव(अम्बर), आर्किटेक्चरल इंजीनियर एवं साहित्यकार, सीतापुर, रोहित कुमार(यूजीसी एसआरएफ, जैव रसायन प्रभाग,सीएसआईआर-सीडीआरआई, लखनऊ) उपस्थित रहे। उक्त व्याख्यानमाला में विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा उक्त विषय से संबंधित प्रश्न भी पूछे गए व्यख्यानमाला में रोहित कुमार ने बताया कि जीवन में ज्ञान का विस्तार करना बहुत आवश्यक है। अम्बरीष श्रीवास्तव(अम्बर) ने बताया कि शिक्षा में विभिन्न सिद्धांतो को उदाहरण के माध्यम से सरल बनाया जा सकता है। डॉ शिव प्रकाश ने अपने व्याख्यान में बताया कि परीक्षा में प्राप्त हुए अंको से विषय के प्रति अपनी रुचि को परिवर्तित नहीं करना चाहिए। उक्त कार्यक्रम में राजकीय इंटर कॉलेज टिकरी के प्रधानाचार्य राघव मिश्रा, विद्यालय के प्रवक्ता विजय सिंह, विद्यालय के सहायक अध्यापक प्रशांत पाठक, एवं कार्यक्रम संयोजिका डॉ ऋचा आर्या उपस्थित रहीं।

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