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भारत की जी-20 अध्यक्षता के अंतर्गत वित्त और केंद्रीय बैंकों के उप-प्रमुखों की पहली बैठक मंगलवार से बेंगलुरु में शुरू होगी

जी-20 वित्त और केंद्रीय बैंकों के उप-प्रमुखों (एफसीबीडी) की पहली बैठक 13-15 दिसंबर 2022 के दौरान बेंगलुरु में आयोजित की जाएगी। यह बैठक, जो भारतीय जी-20 अध्यक्षता के अंतर्गत वित्त ट्रैक एजेंडे पर चर्चा की शुरुआत को रेखांकित करेगी, वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जाएगी।

जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के नेतृत्व में जी-20 वित्त ट्रैक, आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर केंद्रित है। यह वैश्विक आर्थिक संवाद और नीति समन्वय के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान करता है। वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की पहली बैठक 23-25 फरवरी, 2023 के दौरान बेंगलुरु में आयोजित की जाएगी।  प्रधानमंत्री ने बाली जी-20 शिखर सम्मेलन के अपने संबोधन में कहा था कि आज आवश्यकता इस बात की है कि विकास के लाभ सार्वभौमिक और सर्व-समावेशी हों। वित्त मंत्रालय ने इस विचार को जी-20 वित्त ट्रैक एजेंडे में शामिल किया है। उन्होंने हमें एक विज़न भी दिया है- भारत यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा कि जी-20, अगले एक साल में नए विचारों की परिकल्पना करने और सामूहिक कार्रवाई में तेजी लाने के लिए एक वैश्विक “सर्वाधिक प्रमुख शक्ति” के रूप में कार्य करे। जी-20 वित्त और केंद्रीय बैंक के उप-प्रमुखों की आगामी बैठक की सह-अध्यक्षता, श्री अजय सेठ, सचिव, आर्थिक कार्य विभाग और डॉ. माइकल डी. पात्रा, डिप्टी गवर्नर, आरबीआई द्वारा की जाएगी। इस दो दिवसीय बैठक में उनके जी-20 सदस्य देशों के समकक्ष और कई अन्य देशों तथा अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के समकक्ष भाग लेंगे, जिन्हें भारत द्वारा आमंत्रित किया गया है। जी-20 वित्त ट्रैक के तहत वैश्विक अर्थव्यवस्था के प्रमुख प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनमें वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संरचना, अवसंरचना विकास और वित्तपोषण, सतत वित्त, वैश्विक स्वास्थ्य, अंतर्राष्ट्रीय कराधान और वित्तीय समावेशन सहित वित्तीय क्षेत्र के विषय शामिल हैं।

बेंगलुरु की बैठक में, विचार-विमर्श, भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत वित्त ट्रैक के एजेंडे पर केंद्रित होंगे। इनमें शामिल हैं- 21वीं सदी की साझा वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों को फिर से उन्मुख करना, भविष्य के शहरों का वित्तपोषण, वैश्विक ऋण की कमजोरियों का प्रबंधन, वित्तीय समावेश और उत्पादकता लाभ को आगे बढ़ाना, जलवायु कार्रवाई और एसडीजी के लिए वित्तपोषण, गैर-समर्थित क्रिप्टो संपत्तियों के लिए विश्व स्तर पर समन्वित दृष्टिकोण और अंतर्राष्ट्रीय कराधान एजेंडा को आगे बढ़ाना आदि। बैठक के दौरान, ’21वीं सदी की साझा वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए बहुपक्षीय विकास बैंकों का सशक्तिकरण’ विषय पर एक पैनल चर्चा आयोजित की जाएगी। ‘हरित वित्तपोषण में केंद्रीय बैंकों की भूमिका’ पर एक सेमिनार भी आयोजित किया जाएगा।

भारत की जी-20 अध्यक्षता की थीम ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ जी-20 वित्त ट्रैक चर्चाओं का मार्गदर्शन करेगी। वित्त ट्रैक की लगभग 40 बैठकें भारत के विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाएंगी, जिनमें जी-20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठकें भी शामिल हैं। जी-20 वित्त ट्रैक के अंतर्गत होने वाले विचार-विमर्श, अंततः जी-20 राजनेताओं की घोषणा में परिलक्षित होंगे। भारत ने वर्तमान समय की विभिन्न चुनौतियों के बीच जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की है, जिनमें कोविड-19 महामारी से हुई क्षति, तीव्र भू-राजनीतिक तनाव, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा की बढ़ती चिंताएं, बढ़ते ऋण संकट, मुद्रास्फीति के दबाव और मौद्रिक तंगी आदि शामिल हैं। जी-20 की एक प्रमुख भूमिका, ऐसी चुनौतियों से निपटने में मार्गदर्शन प्रदान करना है। भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान, सबसे ज्यादा जरूरतमंद देशों का समर्थन करना और विकासशील देशों की चिंताओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करना; जी-20 के प्रयासों में सबसे प्रमुख होगा। वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक जी-20 वित्त ट्रैक एजेंडे को समावेशी तरीके से आगे बढ़ाएंगे, जिसका उद्देश्य आज की वैश्विक आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ बेहतर भविष्य की

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सोनी सब के ‘अलीबाबा: दास्‍तान ए काबुल’ में क्‍या होगा जब अलीबाबा का भाई कासिम पहुँचेगा सिमसिम की गुफा

सोनी सब का शो ‘अलीबाबा दास्‍तान-ए-काबुल’ अली (शेहजान खान) की जिन्‍दगी के एडवेंचर्स, कहानी में नये ट्विस्‍ट्स और आकर्षक दृश्‍यों से दर्शकों का लगातार मनोरंजन कर रहा है। मौजूदा कहानी में अली वाम की मौत का बदला मल्लिका-ए-तबाही, सिमसिम (सायंतनी घोष) से लेना चाहता है, लेकिन उसे पता नहीं है कि इस काम में उसके अपने भाई कासिम (विनीत रैना) की जिन्‍दगी खतरे में पड़ जाएगी।
‘अलीबाबा दास्‍तान-ए-काबुल’ के पिछले एपिसोड्स में हमने अली को मल्लिका-ए-तबाही, सिमसिम द्वारा भेजे गये खतरनाक सांप फकरी को हराते और वाम को तबाही से बचाने में कामयाब होते देखा था। अली अब वाम की जिन्‍दगी छीनने का बदला सिमसिम से लेना चाहता है। फकरी की मौत की खबर सुनकर सिमसिम भी गुस्‍से में है और बदला लेने की योजना बना रही है। इन घटनाओं के बाद से दोनों ही एक-दूसरे पर गुस्‍सा हैं, लेकिन वे नहीं जानते हैं कि आगे क्‍या होगा। दूसरी ओर, अली का भाई पता लगाने की कोशिश करेगा कि अली क्‍या योजना बना रहा है और उत्‍सुक होकर उसका पीछा करेगा। इसके बाद से अली और सिमसिम की जिन्‍दगी में घटनाएं एक मोड़ लेंगी। आने वाले एपिसोड्स में कई ट्विस्‍ट्स और टर्न्‍स आएंगे, जो दर्शकों को एक बार फिर एडवेंचर और जादू से भरे सफर पर लेकर जाएंगे!
क्‍या कासिम को पता चलेगा कि अली क्‍या करने जा रहा है, या सिमसिम उसकी जिन्‍दगी छीन लेगीᣛ?
अलीबाबा का किरदार निभा रहे शेहज़ान खान ने इस रोमांचक स्‍टोरीलाइन पर अपनी बात रखते हुए कहा, “अलीबाबा अपने लोगों और प्रियजनों से बहुत प्‍यार करता है। मेरी शख्सियत अली से काफी मिलती-जुलती है। बाबा अपने लोगों को तकलीफ में नहीं देख सकता, इसलिये तबाही के बाद वह सिमसिम से बदला लेने का फैसला करता है। इन एपिसोड्स की शूटिंग करना रोलर कोस्‍टर राइड जैसा था, क्‍योंकि उसमें एडवेंचर, ड्रामा और इमोशंस साथ-साथ चल रहे थे। आने वाले एपिसोड्स आपको एडवेंचर से भरे सफर पर लेकर जाएंगे और दर्शक कई ट्विस्‍ट्स देखेंगे। घटनाओं का मोड़ अली पर क्‍या असर डालता है, यह देखने लायक होगा। उम्‍मीद है कि दर्शक इस कहानी का मजा लेंगे और ‘अलीबाबा दास्‍तान-ए-काबुल’ को अपना प्‍यार देते रहेंगे। हमारे साथ बने रहिये और देखते रहिये ‘अलीबाबा दास्‍तान-ए-काबुल’, सोमवार से शनिवार रात 8 बजे, सिर्फ सोनी सब पर!

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एस.एन. सेन बी.वी.पी.जी. कॉलेज, आयोजित वार्षिक उत्सव 2022 के अन्तर्गत एकेडमिक प्रतियोगिताओं की श्रंखला ‘‘विविधा’’ में कार्यक्रम के तीसरे दिन एवं चौथे दिन क्रमश: ‘‘शाकाहार प्रोत्साहन’’ एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ

कानपुर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस.एन. सेन बी.वी.पी.जी. कॉलेज, मॉल रोड, कानपुर में आयोजित वार्षिक उत्सव 2022 के अन्तर्गत एकेडमिक प्रतियोगिताओं की श्रंखला ‘‘विविधा’’ में कार्यक्रम के तीसरे दिन दिनांक 09-12-2022 को मनोविज्ञान विभाग द्वारा ‘‘शाकाहार प्रोत्साहन’’ विषय पर आधारित अंतर विभाग स्लोगन प्रतियोगिता तथा महाविद्यालय के स्ववित्तपोषित विभाग B.B.A.,B.C.A.,B.Com. और अर्थशास्त्र एम0ए0 की छात्राओं के द्वारा Shark-Tank कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रबन्ध समिति के सचिव श्री पी0के0सेन, महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो0 (डॉ0) सुमन, सयुक्त-सचिव श्री सुभ्रो सेन, पूर्व प्राचार्या डॉ0 निशा अग्रवाल, विभागाध्यक्षा शिक्षा शास्त्र विभाग, कार्यक्रम संयोजिका डॉ0 निशि प्रकाश विभागाध्यक्षा समाज शास्त्र विभाग, कार्यक्रम प्रभारी डॉ. गार्गी यादव, विभागाध्यक्षा रसायन विज्ञान विभाग द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। स्लोगन प्रतियोगिता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्या जी ने छात्राओं को प्रेरित किया और कहा कि प्रतियोगिता का विषय अत्यंत महत्वपूर्ण है वर्तमान में यह पर्यावरण के विकास के लिए भी जागरुक करता है। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रतियोगिता के विषय की जानकारी मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ. मोनिका सहाय द्वारा दी गई जिसमें उन्होने बताया कि वर्तमान समय में किस प्रकार हम शाकाहार को अपना कर, अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। Shark-Tank कार्यक्रम का संचालन अर्थशास्त्र की प्रवक्ता डॉ0 प्रीता अवस्थी द्वारा किया गया Shark-Tank कार्यक्रम के विषय में बीसीए विभाग के अध्यक्ष डॉ0 प्रभात पाण्डेय जी ने जानकारी दी। Shark-Tank कार्यक्रम के नियमों की जानकारी बी-कॉम विभाग की प्रवक्ता डॉ0 अनमोल द्वारा दी गई।
स्लोगन प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ. निशि प्रकाश, विभागाध्यक्षा समाज शास्त्र विभाग तथा डॉ. किरण, विभागाध्यक्षा दर्शन शास्त्र विभाग शोभायमान रहे। स्लोगन तथा Shark-Tank प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे-

स्लोगन प्रतियोगिता
प्रथम पुरस्कार- वैष्णवी पाण्डेय B.A.3
द्वितीया पुरस्कार – यास्मीन बानो B.A. 3
तृतीया पुरस्कार- मीनाक्षी M.A. final
सांत्वना पुरस्कार- शिवानी यादव M.A. previous

Shark-Tank Competition
प्रथम पुरस्कार- अंशिका सक्सेना B.C.A.1
द्वितीया पुरस्कार – ईशा अग्रवाल B.C.A 2
तृतीया पुरस्कार- परिधि गौर व आइशा B.C.A.2 तथा श्रुति पाण्डेय व दिव्या मिश्रा B.C.A.2
सांत्वना पुरस्कार- ऋतिका तिवारी M.A.final

स्लोगन कार्यक्रम का संचालन विभाग की प्रवक्ता सहायक प्रो प्रीति यादव द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अंजना गुप्ता द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफलता पूर्वक संपादित करने में विभाग की प्रवक्ताओं सहायक प्रो मयूरिका गुप्ता और सुश्री सौम्या श्रीवास्तव ने योगदान दिया तथा कार्यक्रम में डॉ0 प्रभात पाण्डेय, डॉ सपना राय, डॉ प्रीता अवस्थी, डॉ कीर्ति अवस्थी, सौम्या चर्तुवेदी, डॉ अनमोल सम्मिलित रही।

वार्षिकोत्सव “विविधा-2022″के अन्तर्गत चौथे दिन अन्तर्विभागीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका विषय था- “Happiness is more important than success”
जिसमे महाविद्यालय के विभिन्न विभागो से छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का औपचारिक शुभारम्भ मुख्य अतिथि प्रो. स्वाति सक्सेना जी, कन्वीनर एजुकेशन एवं प्रबन्ध तन्त्र के सचिव प्रोबीर कुमार सेन, सदस्या दीपाश्री, प्राचार्या प्रोफेसर सुमन एवं निर्णायक मण्डल द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया |
प्रतियोगिता को प्रारंभ करते हुए कार्यक्रम प्रभारी प्रो० चित्रा सिंह तोमर ने विभिन्न प्रतिभागी टीमो का परिचय कराया एवं प्रतियोगिता से सम्बन्धित नियमो से सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया। उसके उपरान्त निर्णायक मण्डल द्वारा विजयी टीमो की घोषणा की गई जिसमे –
प्रथम पुरस्कार-कृष्णा कठेरिया, उज़मा (एम ए प्रथम)
द्वितीय पुरस्कार-अंशिका सक्सेना, सृष्टि शुक्ला (बी. सी. ए प्रथम)
तृतीय पुरस्कार – अमल सिद्दीकी, सोनल द्विवेदी (बी एस सी तृतीय)
सान्त्वना पुरस्कार – सहरीश, वैष्णवी मिश्रा (बी. ए तृतीय)
को दिया गया | कार्यक्रम का आयोजन मानविकी संकाय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। जिसमे पूर्व प्राचार्या प्रो. निशा अग्रवाल, प्रो० चित्रा सिंह तोमर, ऋचा सिंह, कोमल सरोज, डॉ संगीता सिंह एवं डॉ. निशा सिंह ने सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय की समस्त विभागों की शिक्षिकायें उपस्थित रहीं।
निर्णायक की भूमिका का निर्वहन संस्कृत विभाग की पूर्व विभागाध्यक्षा प्रो गीता देवी गुप्ता (सेवानिवृत्त) एवं प्रोफ़ेसर रेखा चौबे, समाजशास्त्र विभाग द्वारा किया गया।कार्यक्रम के समापन पर प्राचार्या प्रो० सुमन ने सभी उपस्थित अतिथियो एवं शिक्षिकाओं को धन्यवाद ज्ञापित किया एवं विजयी छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

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विजन 2047 को मूर्त रूप देने हेतु कानपुर नगर बहुत तेजी से विजन कानपुर 2047 ड्राफ्ट प्लान तैयार करने की ओर अग्रसर

कानपुर 10 दिसंबर जिला सूचना कार्यालय प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के विजन 2047 को मूर्त रूप देने हेतु कानपुर नगर बहुत तेजी से विजन कानपुर 2047 ड्राफ्ट प्लान तैयार करने की ओर अग्रसर है, जिसकी आधारशिला मंडलायुक्त कानपुर डॉ राजशेखर जी ने रख दी है, इस ड्राफ्ट प्लान को प्रभावी स्वरूप प्रदान करने हेतु मंडल आयुक्त कानपुर डॉ राजशेखर जी, विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों एवं समाज के विभिन्न सेक्टर जैसे शैक्षिक, उद्यमी, सामाजिक संगठन, कला, संस्कृति एवं पर्यटन, शहरी विकास, नवाचार, स्टार्टअप के साथ विचार विमर्श एवं संवाद आयोजित किए जा चुके हैं, जिसमें इन क्षेत्रों के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में अपने विचार, सुझाव और क्रियान्वयन के तरीके इत्यादि उपलब्ध कराएं हैं, अब तक 5 मुख्य संवाद कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं और आने वाले दिनों में कृषि एवं खेलकूद सेक्टर के साथ भी संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, विजन कानपुर 2047 के अध्यक्ष एवं मंडल आयुक्त कानपुर डॉ राजशेखर ने कहा इन संवाद कार्यक्रमों के पश्चात वृहद रूप से विचार विमर्श कार्यक्रम *कानपुर की बात* आयोजित की जाएगी , जिसमें समाज के हर सेक्टर के प्रतिनिधियों को एक साथ संयुक्त प्लेटफार्म पर आमंत्रित कर पूर्व में हुए संवाद कार्यक्रमों की समीक्षा एवं नए विचारों को अंतिम रूप से आमंत्रित कर ड्राफ्ट प्लान तैयार कर लिया जाएगा, डॉ राजशेखर ने बताया कि शहरवासी बड़ी संख्या में अपने सुझाव एवं फीडबैक विजन कानपुर 2047 के वेब पोर्टल visionkanpur2047.com पर ऑनलाइन भी उपलब्ध करा रहे हैं l

उन्होंने बताया अब तक लगभग 8000 फीडबैक प्राप्त हो चुके हैं और शहर वासियों के उत्साह और जोश को देखते हुए *वेब पोर्टल पर सुझाव और फीडबैक देने की अंतिम तिथि बढ़ा कर 15 दिसंबर 2022 कर दी गई है*, डॉ राजशेखर ने बताया कि विजन कानपुर 2047 पर ई पत्रिका का भी प्रकाशन कराया जा रहा है जिसमें विजन कानपुर 2047 के समन्वयक डॉ सुधांशु राय को मुख्य संपादक नामित किया गया है l उक्त पत्रिका में कोई भी शहरवासी, लेखक, साहित्यकार, कथाकार ,शिक्षक , छात्र-छात्राएं या अन्य व्यक्ति कानपुर के इतिहास (1947-2022) और कानपुर के विजन (2023-2047) से संबंधित अपने लेख कविताएं या अन्य तथ्य प्रकाशित करवा सकते हैं और अपने लेख मेल आईडी visionknp2047@gmail.com पर 15 दिसंबर 2022 तक उपलब्ध करवा सकते हैं,

किसी भी जानकारी हेतु विजन कानपुर समन्वयक के मोबाइल नंबर 8299173086 से संपर्क भी कर सकते हैं,

डॉ राजशेखर ने कहा विजन कानपुर 2047 मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश श्री दुर्गा शंकर मिश्रा जी के मार्गदर्शन में आगे बढ़ रहा है और आने वाले समय में पूरे प्रदेश के लिए विजन कानपुर 2047 एक मॉडल के रूप में स्थापित होगा,

उन्होंने कहा विजन कानपुर 2047 शहर के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखकर और शहरवासियों की परिकल्पना के अनुसार ही बनेगा।

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टूटे जब मन के धागे घायल तब संबंध हुए

टूटे जब मन के धागे घायल तब संबंध हुए, जब लगे मन में पिड़ा आंखो से जल नीर बहे। अधरों की खामोशी जब चीखे दूर खड़ी मरियादा सीचे अवशाद हुए। घायल आशु की भाषा से बिसरी यादो का श्रृंगार हुए। स्वर देकर झनकृत कराती बिरहा प्रेम के छंद हुए। जो अंकित हैं हृदय के बिंदु पर धूमिल सारे अनुबंध हुए। टूटे जब धागे घायल तब संबंध हुए। मैंने जीवन को बंध लिया पीड़ा के अंतस लहेरो में तुम सरस रागनी बह निकले हम तो टूटे तटबंध हुए। टूटे जब मन के धागे.. वंदना बाजपेई

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ग्वालटोली पुलिस का अजब खेल रंगदारी के केस में पुलिस ने लगा दी फाइनल रिपोर्ट

कानपुर 9 दिसंबर भारतीय स्वरूप संवाददाता, थाना ग्वालटोली में रंगदारी और धमकाने के मामले में करीब 1 साल पहले शिया शहर काजी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी पुलिस ने उसमें खेल करते हुए फाइनल रिपोर्ट लगा दी 4 दिन पहले इसी रंजिश के चलते आरोपियों ने एक बार फिर शिया शहर काजी के बेटे पर हमला किया था जिसमें पुलिस ने क्रॉस रिपोर्ट दर्ज करी थी इसी मामले को लेकर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमे में चार्ज शीट लगाने के बजाय उसमें फाइनल रिपोर्ट लगा दी सोमवार को इसी रंजिश के चलते आरोपियों ने शिया शहर काजी के बेटे हुसैन अब्बास पर जानलेवा हमला कर दिया *इस मामले में भी ग्वालटोली पुलिस ने उच्चाधिकारियों को सूचना देने के बजाय दोबारा से खेल करते हुए मामले में क्रास रिपोर्ट दर्ज कर दी* जबकि एसएलआर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हुसैन की हालत काफी गंभीर बनी हुई है

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एस एन सेन पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में विविधा-2022 के दूसरे दिन दो प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया

कानपुर, भारतीय स्वरूप संवाददाता एस एन सेन पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में विविधा-2022 के द्वितीय दिवस में दो प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के विज्ञान संकाय ने ऑन द अदर साइड ऑफ़ टेबल प्रतियोगिता का आयोजन किया एवं मेंहदी प्रतियोगिता का आयोजन किया।
महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो0 (डॉ0) सुमन, प्रो0 निशी प्रकाश चीफ प्रोक्टर, प्रो0 रेखा चौबे समाज शास्त्र विभाग रसायन विज्ञान की विभागाध्याक्षा डा गार्गी यादव वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यशा डा0 प्रीति सिंह तथा जन्तु विज्ञान की विभागाध्याक्षा डा0 शिवांगी सिंह ने दीप प्रज्जलित करके किया। प्रतियोगिता के निर्णायक प्रो0 सुनीता आर्या जन्तु विज्ञान विभाग डी0जी0पी0जी0 कॉलेज तथा डा0 विशाल सक्सेना वनस्पति विज्ञान विभाग डी0ए0वी0 पी0जी0 कॉलेज ने किया।
इस प्रतियोगिता में छात्राओं ने चाक डस्टर का प्रयोग करते हुए शिक्षकों द्वारा दिए गए विषय को समझाया, दूसरी प्रतियोगिता मेंहदी प्रतियोगिता थी इसका आयोजन कला विभाग ने किया जिसके निर्णायक मण्डल में प्रो0 निशी प्रकाश तथा प्रो0 रेखा चौबे रहे

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मेघालय की ग्रामीण आबादी को सड़कों और बाजारों तक पहुंच में वृद्धि

ग्रामीण विकास मंत्रालय ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) की शुरूआत की थी, जिसका उद्देश्य पूरे देश में योग्य असंबद्ध बस्तियों को (2001 की जनगणना के अनुसार उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए 250 और उससे ज्यादा लोगों की बस्ती) सभी मौसम में उचित सड़क संपर्क प्रदान करना था, जिससे ग्रामीण आबादी का सामाजिक-आर्थिक उत्थान किया जा सके। बाद में नए मध्यवर्तनों को शामिल करते हुए पीएमजीएसवाई के अधिदेश को और ज्यादा व्यापक बनाया गया। पीएमजीएसवाई-II की शुरुआत वर्ष 2013 में हुई थी, जिसमें मौजूदा ग्रामीण सड़कों में से 50,000 किलोमीटर सड़कों को अपग्रेड करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। पीएमजीएसवाई-III की शुरुआत 2019 में की गई,जो मार्गों और प्रमुख ग्रामीण संपर्कों के माध्यम से 1,25,000 किलोमीटर का समेकन करता है और ग्रामीण कृषि बाजारों, उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों और अस्पतालों से बस्तियों को जोड़ता है। पीएमजीएसवाई के दिशा-निर्देशों के अनुसार, ग्रामीण सड़कें राज्य का विषय है और राज्य सरकार अपने राज्य में इसकी नोडल कार्यान्वयन एजेंसी है। इसके अलावा, इस कार्यक्रम की इकाई बस्ती है, जिसका अर्थ जनसंख्या का एक ऐसा समूह है, जो एक ही क्षेत्र में रहता है और समय के साथ अपना निवास स्थान नहीं बदलता है। मेघालय राज्य मेंपीएमजीएसवाई के अंतर्गत सड़क संपर्क के लिए स्वीकृत 602 बस्तियों में से 481 बस्तियों को पहले ही सड़कों से जोड़ा जा चुका है।

उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय, पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) में संपर्क प्रदान करने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार के संबंधित मंत्रालयों के कार्यों में सहायता करता है, जिसमें दूरदराज के इलाकों में सड़क संपर्क प्रदान करना शामिल है, जिससे छोटे और दूरदराज के गांवों में रहने वाले जनजातीय लोगों को सुविधा प्राप्त होती है।

मेघालय राज्य में पिछले तीन वर्षों में डोनर मंत्रालय की मुख्य योजनाओं उत्तर पूर्व सड़क क्षेत्र विकास योजना (एनईआरएसडीएस) और उत्तर पूर्व विशेष अवसंरचना विकास योजना (एनईएसआईडीएस)के अंतर्गत स्वीकृत सड़कों की कुल लंबाई 169.51 किमी है, जिसे या तो सीधे तौर पर या उत्तर-पूर्वी परिषद (एनईसी) के माध्यम से कार्यान्वित किया जाता है। इसके अलावा, गृह मंत्रालय के सीमा प्रबंधन विभाग ने भी 2014-15 से “सड़क और पुल” क्षेत्र के अंतर्गत मेघालय सहित उत्तर पूर्व क्षेत्र में 992 परियोजनाओं की शुरूआत की हैं। यह जानकारी उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री, श्री जी. किशन रेड्डी ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में दिया।

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भारतीय रेलवे की उत्पादन इकाइयां वर्ष 2022-23 में रिकॉर्ड उत्पादन हासिल करने के लिए काफी तेजी से आगे बढ़ रही हैं

भारतीय रेलवे की उत्पादन इकाइयां यानी चित्तरंजन स्थित चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स (सीएलडब्ल्यू), वाराणसी स्थित बनारस लोकोमोटिव वर्क्स (बीएलडब्ल्यू), पटियाला स्थित पटियाला लोकोमोटिव वर्क्स (पीएलडब्ल्यू) वर्ष 2022-23 में रिकॉर्ड उत्पादन हासिल करने के लिए काफी तेजी से आगे बढ़ रही हैं।

वित्त वर्ष 2022-23 में 30 नवंबर तक 614 इलेक्ट्रिक इंजन बनाने के साथ ही भारतीय रेलवे ने पिछले वित्‍त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 25.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। पिछले वित्‍त वर्ष की इसी अवधि में 490 इलेक्ट्रिक इंजन बनाए गए थे।

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नितिन गडकरी ने उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 1121.95 करोड़ रुपये की लागत से एनएच उन्नयन कार्यों को मंजूरी दी

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने सिलसिलेवार कई ट्वीट करके यह जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश के अमेठी में अमेठी बाइपास (एनएच- 931) के पेव्ड शोल्डर के साथ 2-लेन के निर्माण को 283.86 करोड़ रुपये के साथ मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा, “इस परियोजना से यातायात सुगम होगी, कृषि उत्पादों का परिवहन आसान होगा और व्यापार व औद्योगिक विकास में यह मददगार साबित होगा, जिससे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।”

श्री गडकरी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में ईपीसी मोड के तहत एनएच- 130डी पर कोंडागांव और नारायणपुर जिलों में पेव्ड शोल्डर कॉन्फिगरेशन के साथ 2-लेन उन्नयन कार्य को 322.40 करोड़ रूपये की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना वर्तमान असुविधा को समाप्त करेगी और छत्तीसगढ़ के अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात की सुरक्षित और कुशल आवाजाही सुनिश्चित करेगी। मंत्री ने कहा कि इस खंड के विकास से लंबे यातायात मार्ग और माल ढुलाई की दक्षता में समग्र रूप से सुधार होगा, जिससे सुगम और सुरक्षित यातायात परिचालन सुनिश्चित हो सकेगा। श्री गडकरी ने आगे कहा, “इसके अलावा इस परियोजना के कार्यान्वयन से क्षेत्र के बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, जिससे आखिरकार क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

श्री गडकरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में एनएच- 730 पर दो लेन के फुटपाथ के साथ बलरामपुर बाईपास के निर्माण को ईपीसी मोड के तहत 515.69 करोड़ रुपये की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना भीड़-भाड़ वाले बलरामपुर शहर में प्रवेश किए बिना एनएच-330 और एनएच- 730 पर यातायात के सुचारू परिचालन को सुनिश्चित करेगी।

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