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देश भर में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्ण कवरेज के लिए आयुष्मान भव अभियान जारी

सेवा पखवाड़ा के तहत पूरे देश में 17 सितंबर से आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्ण कवरेज के लिए आयुष्मान भव अभियान चलाया जा रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ‘आयुष्मान भव’ अभियान का उद्घाटन किया। आयुष्मान भव अभियान का लक्ष्य देश भर में स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच और समावेशिता को फिर से परिभाषित करना है। सेवा पखवाड़ा का मुख्य उद्देश्य भौगोलिक बाधाओं को दूर करते हुए हर गांव और कस्बे तक व्यापक स्वास्थ्य देखभाल कवरेज का विस्तार करना है और यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी स्वास्थ्य सेवा का लाभ लेने से वंचित न रह जाए।

आयुष्मान भव अभियान के तहत 17 सितंबर 2023 से 30,000 से अधिक आयुष्मान मेले का आयोजन किया गया, जिनमें 19 सितंबर, 2023 तक 2.5 लाख से अधिक मरीज आए। नीचे 17 सितंबर 2023 से संकेतकों और आयुष्मान मेलों के लाभार्थियों की एक व्यापक सूची है:

नीचे दी गई तालिकाएँ आयुष्मान भव के तहत आयुष्मान मेलों की उपलब्धियों पर प्रकाश डालती हैं:

आयुष्मान भव अभियान के तहत, पिछले 3 दिनों में ही 2.5 लाख से अधिक आभा पहचान पत्र बनाए गए। इस दौरान 10 लाख से अधिक लोगों को मुफ्त दवाएं दी गईं और 8 लाख से अधिक लोगों को मुफ्त निदान सेवाएं प्राप्त हुई हैं। सेवा पखवाड़ा का उद्देश्य आयुष्मान कार्ड वितरित करना, आभा पहचान पत्र बनाना और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं तथा तपेदिक (निक्षय मित्र), सिकल सेल रोग जैसे गैर-संचारी रोगों के साथ ही रक्त दान और अंग दान अभियानों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।

सेवा पखवाड़ा के तहत प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने के लिए नागरिकों को अपने निकटतम स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों पर जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

क्र.सं. संकेतक 17 सितंबर से संचयी रिपोर्ट
1 कुल स्वास्थ्य मेला 2,271
2 पंजीकृत मरीजों की संख्या 2,64,042
क्र.सं. संकेतक 17 सितंबर से लाभ प्राप्त करने वाले लोगों की कुल संख्या
1 सामान्य ओपीडी से परामर्श लेने वाले मरीजों की संख्या 1,98,835
2 विशेषज्ञ ओपीडी से परामर्श लेने वाले मरीजों की संख्या 80,601
3 बड़ी सर्जरी 870
4 छोटी-मोटी सर्जरी 2,376
5 उच्च रक्तचाप का निदान 27,067
6 मधुमेह का निदान 23,594
7 मुँह के कैंसर की जाँच/निदान 3,597
8 स्तन कैंसर की जांच/निदान 2,089
9 सर्वाइकल कैंसर की जांच/निदान 1,602
10 मोतियाबिंद का निदान 4,884
11 आरसीएच सेवाओं का लाभ 23,191
12 प्रयोगशाला परीक्षण 1,03,212
13 रेफर मामला 5,519