कानपुर 6 जुलाई भारतीय स्वरूप संवाददाता, देशभर में पत्रकारों के साथ हो रहीं हिंसक व अभद्रता की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं। किसी ना किसी राज्य में कोई ना कोई मामला प्रकाश में आ ही जाता है। इसी क्रम में एक मामला उप्र राज्य के जिला कानपुर देहात के रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र का प्रकाश में आया है।
जानकारी के अनुसार, रसूलाबाद क्षेत्र में समाचार संकलन का कार्य करने वाले एक दैनिक समाचारपत्र में कार्यरत पत्रकार विशाल सिंह गौतम को एक अस्पताल की खबर बनाना भारी पड़ गया क्यों विशाल के साथ की गई मारपीट व अभद्रता की शिकायत पुलिस ने अनेदखी कर दी और सत्ता रूढ़ दल के नेताओं से संरक्षण प्राप्त एक अस्पताल के डाक्टर की मनगढ़न्त तहरीर के आधार पर रंगदारी मांगने का मामला दर्ज दिया।
पीड़ित पत्रकार के अनुसार, 27 जून 2022 को खबर कवरेज के दौरान रसूलाबाद-झींझक तिराहा स्थित एसएसजी हेल्थकेयर अस्पताल संचालक भाजपा नेता ने पत्रकार का नाम पूंछकर जाति सूचक गालियां भी दीं। इसी दौरान पत्रकार के साथ अस्पताल कर्मियों ने मार-पीट करते हुए उसका मोबाईल छींन लिया। बाद में पुलिस ने इस मोबाइल को अपने कब्जे में लिया। पत्रकार के अनुसार, उसने मदद के लिए पुलिस हेल्पलाईन नम्बर 112 पर फोन किया। सूचना पाकर मौके पर आये 112 के पुलिस कर्मियों ने कोई कार्यवाही नहीं की क्योंकि उन्हें पता था कि यह अस्पताल सत्ता पक्ष के नेताओं का है। बताते चलें कि एसएसजी हेल्थकेयर अस्पताल गेट पर अस्पताल प्रबन्धन के खिलाफ अनियमित्ता व सुविधाओं के नामपर शोषण का आरोप लगाकर कई लोगों द्वारा हंगामा किया जा रहा था। हंगामा देख पत्रकार विशाल ने खबर बनाना शुरू किया तो अस्पताल की डॉक्टर स्वप्निल सिंह खबर ना बनाने की हिदायत दी। किन्तु विशाल ने खबर बनाना जारी रखा तो डॉक्टर आग बबूला हो गई और पत्रकार को जातिसूचक गालियां दीं।
सूत्रों के हवाले से पता चला कि पत्रकार विशाल ने कोतवाल शिव ठाकुर के विरुद्ध अवैध तरीके से राजकीय अतिथि गृह में अपना निवास बनाने को लेकर पहले खबर चलाई थी जिसपर तत्काल कोतवाल से अतिथिगृह खाली कराया था। इस खबर के असर से कोतवाल भी पत्रकार विशाल से खुन्नस रखने लगा था।
वहीं अपुष्ट सूत्रों के अनुसार, कोतवाल ने जातिगत गालियां देते हुए पत्रकार को सबक सिखाने की ठानी थी। परिणामतः पत्रकार के शिकायती प्रार्थना पत्र को दर किनार कर दिया गया और डॉ0 से मनमुताबिक तहरीर बनवा कर पत्रकार के विरुद्ध रंगदारी मांगने का मामला दर्ज कर दिया गया।
पीड़ित पत्रकार विशाल सिंह ने पूरे प्रकरण से आई जी जोन कानपुर को अवगत कराकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। साथ ही प्रेस काउंसिल ऑफ इण्डिया को शिकायती पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। वहीं अखबारों में प्रकाशित खबरों के आधार पत्र प्रेस काउंसिल ऑफ इण्डिया के सदस्य श्याम सिंह पंवार ने संज्ञान लेते हुए आई जी जोन प्रशान्त कुमार से मुलाकात कर व पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात को पत्र लिखकर न्यायपरक कार्यवाई करने की बात कही है।
आई जी प्रशान्त कुमार ने क्षेत्राधिकारी रसूलाबाद को जाँच करने का निर्देश जारी किया है।