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‘कोविड केयर फंड’ का इस्तेमाल जांच सुविधाएं बढ़ाने में किया जाएगा : योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘हम लोगों ने तय किया है कि इस कोष का उपयोग हम प्रदेश में जांच सुविधाओं को बढ़ाने में करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि इस कोष का इस्तेमाल कोविड-19 लेवल वन, लेवल 2 और लेवल 3 के अस्पतालों की संख्या बढ़ाने में किया जाएगा।लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए बनाए गए ‘केयर फंड’ का इस्तेमाल कोविड-19 संक्रमण की जांच की सुविधाओं को बढ़ाने में करेगी और प्रदेश के सभी 24 मेडिकल कॉलेजों में जांच लैब के साथ-साथ हर जिले में एक-एक कलेक्शन सेंटर बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि कोविड-19 के खिलाफ प्रदेश सरकार ने ‘उत्तर प्रदेश कोविड केयर फंड’ की स्थापना की है। इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ समाज के विभिन्न तबकों का भी व्यापक समर्थन मिल रहा है। 

उन्होंने कहा, ‘‘हम लोगों ने तय किया है कि इस कोष का उपयोग हम प्रदेश में जांच सुविधाओं को बढ़ाने में करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि इस कोष का इस्तेमाल कोविड-19 लेवल वन, लेवल 2 और लेवल 3 के अस्पतालों की संख्या बढ़ाने में किया जाएगा। साथ ही कोरोना वायरस के खिलाफ जिन सहायक उपकरणों की जरूरत पड़ती है यानी एन 95 मास्क, 3 लेयर मास्क, थर्मल एनालाइजर, वेंटिलेटर इत्यादि के निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिये भी सरकार निरंतर काम कर रही है। योगी ने कहा कि प्रदेश में इस वक्त कोरोना वायरस संक्रमण जांच की 10 लैब काम कर रही हैं। सरकार ने प्रदेश में सभी मंडलीय मुख्यालय पर स्थित जिला अस्पताल में कोरोना वायरस जांच जांच की स्थापना का फैसला किया है। इसकी कार्रवाई को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए हमने चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया है। 

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 24 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं। उनमें से 10 में पहले से ही जांच लैब संचालित की जा रही हैं। इनके उन्नयन की कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही 14 मेडिकल कॉलेज ऐसे हैं जहां पर अब तक कोविड-19 की जांच की कोई सुविधा नहीं है। इन मेडिकल कॉलेजों में भी जांच लैब स्थापित करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में कोविड-19 की जांच के लिए कलेक्शन सेंटर स्थापित करने की कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश में छह मंडल मुख्यालय ऐसे हैं जहां पर कोई सरकारी मेडिकल कॉलेज नहीं है। सरकार वहां प्रदेश सरकार की ओर से जांच लैब की स्थापना की कार्रवाई करने जा रही है। 
उन्होंने बताया कि इनमें देवीपाटन मंडल के गोंडा जिले में, मिर्जापुर मंडल में मिर्जापुर जिले में, बरेली मंडल में बरेली जिले में, मुरादाबाद मंडल के मुरादाबाद जिले में, वाराणसी मंडल के जिला अस्पताल में और अलीगढ़ में लेवल तीन की लैब बनाई जाएंगी। योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले चार-पांच दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले कुछ बढ़े हैं। अभी तक इस संक्रमण के कुल 308 मामले आए हैं। इनमें 168 तबलीगी जमात से जुड़े हुए लोगों के हैं। उन्होंने लोगों से एक बार फिर कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए घोषित लॉकडाउन के पालन की अपील करते हुए कहा कि यह कार्रवाई 130 करोड़ लोगों के सुरक्षित भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। सभी लोग लॉकडाउन के इस अनुशासन को स्वीकार करें।

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