भारतीय स्वरूप संवाददाता, सम्पूर्ण मानव समाज इस समय इतिहास के उस दौर से गुजर रहा है जिसकी हम लोगों ने कभी कल्पना भी नहीं की थी। शायद यह कहीं हमारी ही गलतियों का खामियाजा है जिसे न केवल वर्तमान अपितु आने वाली पीढ़ियों को भी भुगतना पड़ेगा । इस संकट से हमको सावधानी तथा धैर्य ही बाहर ला सकता है।
मेरी आप सबसे विनम्र अपील है कि हम उन सभी नियमों का पालन करें जो हमें तथा हमारे परिवारों को सुरक्षित रख सकें। सामाजिक दूरी, स्वच्छता , एकांतवास एवम् विश्वास कुछ एक तरीक़े हैं जो हमको इस महामारी से बचा सकते है।
यह समय सकारात्मक एवम् रचनात्मक कार्यों में व्यतीत
करने का है। उन सपनों को साकार रूप देने का है जो रोजमर्रा की आपा धापी में कहीं पीछे छूट गए थे।
मेरी अपने छात्रों से भी अपील है कि इस समय को वे पाठ्यक्रम तैयारी के साथ साथ कैरियर बिल्डिंग एवम् क्षमता विकास में लगाएं।
साथ ही हमें उन देश वासियों के बारे में भी चिंता करनी है जो आर्थिक रूप से कठिनाइयों के दौर से गुजर रहें हैं जिनके काम आज कल बंद हो गए हैं । हमें सरकार के भी हाथ मजबूत करने हैं जिससे इस बीमारी से हर स्तर पर निबटा जा सके।
आपके स्वस्थ एवम् सुरक्षित जीवन की मंगलकामनाओं सहित
डॉ. सैमुएल दयाल , प्राचार्य एवम्
डॉ. आशुतोष सक्सेना, चीफ प्रॉक्टर
क्राइस्ट चर्च कॉलेज कानपुर