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केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने फॉर्म 10ए/10एबी दाखिल करने की तिथि 30 जून, 2024 तक बढ़ा दी है

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने परिपत्र संख्या 07/2024 दिनांक 25.04.2024 जारी करके आयकर अधिनियम, 1961 (‘अधिनियम’) के अंतर्गत फॉर्म 10ए/फॉर्म 10एबी दाखिल करने की निर्धारित तिथि को फिर से बढ़ाकर 30 जून, 2024 कर दिया है।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने पहले करदाताओं की वास्तविक कठिनाइयों को कम करने के लिए ट्रस्टों, संस्थानों और फंडों द्वारा फॉर्म 10ए/फॉर्म 10एबी दाखिल करने की निर्धारित तिथि को कई बार बढ़ाया था। इस तरह का आखिरी विस्तार परिपत्र संख्या 06/2023 द्वारा किया गया था, जिसमें निर्धारित तिथि को 30.09.2023 तक बढ़ाया गया था।

करदाताओं को वास्तविक कठिनाइयों से बचाने के लिए अभ्यावेदनों पर विचार करने और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड से ऐसे फॉर्म दाखिल करने की अंतिम तिथि 30.09.2023 से आगे बढ़ाने का अनुरोध किया गया। सीबीडीटी ने फॉर्म 10ए/फॉर्म 10एबी दाखिल करने की निर्धारित तिथि को 30 जून, 2024 तक बढ़ा दिया है। यह अधिनियम की धारा 10(23सी)/धारा 12ए/धारा 80जी/ और धारा 35 के कुछ प्रावधानों के तहत किया गया है।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि यदि ऐसा कोई मौजूदा ट्रस्ट, संस्थान या फंड विस्तारित नियत तारीख के भीतर निर्धारण वर्ष 2022-23 के लिए फॉर्म 10ए दाखिल करने में विफल रहा है और बाद में, एक नई इकाई के रूप में अनंतिम पंजीकरण के लिए आवेदन किया और फॉर्म 10एसी प्राप्त किया, तो वह अब भी दाखिल कर सकता है। उक्त फॉर्म 10एसी को सरेंडर करने के इस अवसर का लाभ उठाएं और मौजूदा ट्रस्ट, संस्था या फंड के रूप में निर्धारण वर्ष 2022-23 के पंजीकरण के लिए फॉर्म 10ए में 30 जून 2024 तक आवेदन करें।

यह भी स्पष्ट किया गया है कि वे ट्रस्ट, संस्थान या फंड जिनके पुन: पंजीकरण के आवेदन केवल देर से दाखिल करने या गलत सेक्शन कोड के तहत दाखिल करने के आधार पर खारिज कर दिए गए थे, वे 30 जून, 2024 की उपरोक्त विस्तारित समय सीमा के भीतर फॉर्म 10एबी में नया आवेदन भी जमा कर सकते हैं।

फॉर्म 10ए/फॉर्म 10एबी के अनुसार आवेदन आयकर विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक रूप से दाखिल किए जाएंगे। परिपत्र संख्या 07/2024 www.incometaxindia.gov.in पर उपलब्ध है

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भारतीय वायु सेना का अलंकरण समारोह

वायु सेना का अलंकरण समारोह 26 अप्रैल, 2024 को परम योद्धा स्थल के पास आयोजित किया गया, जो नई दिल्ली में राष्ट्रीय समर स्मारक परिसर में स्थित है। समारोह की शुरुआत में पुरस्कार विजेताओं ने स्मारक के अमर चक्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और देश के शहीद नायकों को श्रद्धांजलि दी।

इस गरिमामय समारोह के बाद वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने 51 वायु सेना के योद्धाओं को राष्ट्रपति पुरस्कार प्रदान किए।

इन विजेताओं में तीन युद्ध सेवा मेडल, सात वायु सेना मेडल (वीरता), 13 वायु सेना मेडल और 28 विशिष्ट सेवा मेडल पुरस्कार शामिल हैं। वायु सेना प्रमुख ने प्रत्येक पुरस्कार विजेता को उनके वीरतापूर्ण कार्यों और भारतीय वायु सेना को दी विशिष्ट सेवा के लिए बधाई दी।

यह पहली बार है कि किसी भारतीय सेना ने राष्ट्रीय समर स्मारक परिसर में अपना अलंकरण समारोह आयोजित किया। पुरस्कार विजेताओं के निजी अतिथियों और भारतीय वायु सेना के वरिष्ठ वायु योद्धाओं के साथ-साथ, इस कार्यक्रम को पर्यटकों और दर्शकों ने भी देखा। इससे ये सच्चे अर्थों में लोगों का कार्यक्रम बन गया।

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लोकतंत्र का सटीक स्‍वरूप | एक बार में एक वोट

चुनावी प्रक्रिया के दूसरे चरण में 26 अप्रैल, 2024 को 12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 88 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में लोकतंत्र के महापर्व की स्‍पष्‍ट झलक देखने को मिली। आज मतदान के दिन समाज के हर वर्ग की भागीदारी देखी गई जो लोकतंत्र की समावेशी भावना को रेखांकित करती है। चाहे पहली बार अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने के लिए अत्‍यंत उत्सुक मतदाता हों या महिलाएं, बुजुर्ग नागरिक और दिव्यांगजन हों, आज मतदान में समाज के विभिन्न वर्गों की व्‍यापक भागीदारी देखने को मिली। यह फोटो फीचर चुनाव के दिन समावेशी लोकतंत्र के स्‍पष्‍ट नजारे के साथ-साथ मतदाताओं की सामूहिक आवाज और आकांक्षाओं को भी बखूबी दर्शाता है।

लोकतंत्र के महापर्व की झलक  

पहली बार मतदान करने वाले मतदाता भारत का भविष्य तय कर रहे हैं

A first time female voter showing mark of indelible ink after casting her vote at a polling booth during the 2nd Phase of General Elections-2024 at Khangshim, in Chandel, Manipur on April 26, 2024.   

चंदेलमणिपुर       मेरठउत्तर प्रदेश

नागरिक कर्तव्य की अमिट छाप

 

मेरठ, उत्तर प्रदेश    बेंगलुरू, कर्नाटक

लोकतंत्र पर महिला मतदाताओं की गहरी छाप

बेंगलुरू, कर्नाटक

 

बेंगलुरू, कर्नाटक       नानक नगर, जम्मू

 

मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो रहे हैं मतदाता

त्रिपुरा

दिव्यांग मतदाताओं ने अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग किया

 

टोंक जिला, राजस्थान                         सतना, मध्य प्रदेश

 

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कानपुर विद्या मंदिर महिला महाविद्यालय एवं छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय (बहुविषयक) राष्ट्रीय संगोष्ठी Vibrant India@ 2047% Gateway to Social Economic Progress’ का आयोजन

भारतीय स्वरूप संवाददाता, कानपुर विद्या मंदिर (केवीएम) महिला महाविद्यालय स्वरूप नगर के समाजशास्त्र विभाग द्वारा दिनांक 27/04/2024 एवं 28/04/2024 को छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय (बहुविषयक) राष्ट्रीय संगोष्ठी Vibrant India@ 2047% Gateway to Social Economic Progress’ का आयोजन किया जा रहा है. राष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि माननीय श्री योगेन्द्र उपाध्याय उच्च शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश, विशिष्ट अतिथि श्री श्रीराम जी, प्रांत प्रचारक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, कानपुर, माननीय प्रोफेसर विनय कुमार पाठक, कुलपति छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर हैं. गुरुवार को आयोजित प्रेसवार्ता में प्रिंसिपल प्रोफेसर पूनम विज ने बताया कि इस संगोष्ठी का उद्देश्य स्वतंत्र भारत के 2047 में सौ वर्ष पूर्ण होने पर भारत की सामाजिक और आर्थिक प्रगति और वैश्विक स्तर पर इसकी भूमिका पर चर्चा करना है. प्रोफेसर बिजली बताया कि अभी तक 300 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, जिसमें 100 ज्यादा रजिस्ट्रेशन बाहर जिले और प्रदेश से आने वाले लोगों के हैं. 27 अप्रैल को सुबह 10:00 बजे इनॉग्रेशन सेशन के बाद सिंपोजियम होगा जिसमें सीएसजेएमयू के सीडीसी डायरेक्टर प्रोफेसर आर के द्विवेदी, डीएवी कॉलेज के प्रोफेसर विक्रमादित्य राय, मास्को से संजय कुमार तिवारी और बीएचयू से प्रोफेसर अरविंद कुमार द्विवेदी आदि रहेंगे. 27 और 28 दोनों दिन पेपर प्रेजेंटेशन होगा. दूसरे दिन के सेशन के चीफ गेस्ट क्रिस्प संस्था के अध्यक्ष प्रोफेसर बलराज चौहान होंगे. पार्टिसिपेट्स की बात करें तो बिहार, एमपी, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान आदि से लोग आ रहे हैं. इसके अलावा मैरीलैंड यूनिवर्सिटी से दो पार्टिसिपेट ऑनलाइन पेपर प्रजेंट करेंगे.
सेमिनार के संयोजिका डॉक्टर पूर्णिमा शुक्ला ने बताया कि संगोष्ठी में भारत के प्रमुख संस्थानों के समाजशास्त्र एवं अन्य विषय के प्रबुद्ध जन अधिक संख्या में प्रतिभाग कर रहे है, जिसमें एंटरप्रेन्योर, बैंकर, रिसर्च स्कॉलर और रेलवे बोर्ड के मेंबर आदि शामिल है. सेमिनार के बाद एक कंक्लुजन रिपोर्ट बनाकर यूनिवर्सिटी को दी जाएगी. सेमिनार वाले दिन ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की फैसिलिटी भी अवेलेबल रहेगी. कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर शोभा मिश्रा और नेहा सिंह मौजूद रही!

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एफटीआईआई के छात्र की फिल्म “सनफ्लॉवर्स वर फर्स्ट वन्स टू नो” 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में चुनी गई

भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्‍थान (एफटीआईआई) के छात्र चिदानंद नाइक की फिल्म “सनफ्लॉवर्स वर फर्स्ट वन्स टू नो” को फ्रांस के 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल के ‘ला सिनेफ’ प्रतिस्पर्धी खंड में चुना गया है। इस फेस्टिवल का आयोजन 15 से 24 मई 2024 तक होने जा रहा है। ‘ला सिनेफ’ इस फेस्टिवल का एक आधिकारिक खंड है, जिसका उद्देश्य नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना और दुनिया भर के फिल्म स्कूलों की फिल्मों की पहचान करना है।

यह फिल्म दुनिया भर के फिल्म स्कूलों द्वारा प्रस्तुत कुल 2,263 फिल्मों में से चुनी गई 18 शॉर्ट फिल्‍मों (14 लाइव-एक्शन और 4 एनिमेटेड फिल्मों) में से एक है। यह कान्स के ‘ला सिनेफ’ खंड में चुनी गई एकमात्र भारतीय फिल्म है। 23 मई को बुनुएल थिएटर में जूरी सम्मानित फिल्मों की स्क्रीनिंग से पहले एक समारोह में ला सिनेफ पुरस्कार प्रदान करेगी।

“सनफ्लॉवर्स वर फर्स्ट वन्स टू नो” एक बुजुर्ग महिला की कहानी है जो गांव का मुर्गा चुरा लेती है, जिससे समुदाय में अव्‍यवस्‍था फैल जाती है। मुर्गे को वापस लाने के लिए एक भविष्यवाणी लागू की जाती है, जिसमें बूढ़ी महिला के परिवार को निर्वासन में भेज दिया जाता है।

यह पहला अवसर है जब 1-वर्षीय टेलीविजन पाठ्यक्रम के किसी छात्र की फिल्म को प्रतिष्ठित कान्स फिल्म फेस्टिवल में चुना गया है।

एफटीआईआई की अनूठी अध्‍यापन कला तथा सिनेमा और टेलीविजन के क्षेत्र में शिक्षा के लिए अभ्यास आधारित सह-शिक्षण दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करने के परिणामस्वरूप संस्थान के छात्रों और इसके पूर्व छात्रों ने पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में सराहना बटोरी है।

एफटीआईआई की यह फिल्म टीवी विंग एक वर्षीय कार्यक्रम का निर्माण है, जहां विभिन्न विषयों यानी निर्देशन, इलेक्ट्रॉनिक सिनेमैटोग्राफी, संपादन, साउंड के चार छात्रों ने वर्षांत समन्वित अभ्यास के रूप में एक परियोजना पर एक साथ काम किया। फिल्म का निर्देशन चिदानंद एस नाइक ने किया है, फिल्मांकन सूरज ठाकुर ने किया है, संपादन मनोज वी ने किया है और साउंड अभिषेक कदम ने दी है।

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रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने बीआईएस के उच्चतम खतरा स्तर 6 से सुरक्षा के लिए सबसे हल्का बुलेट प्रूफ जैकेट विकसित किया

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के कानपुर स्थित रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (डीएमएसआरडीई) ने 7.62 x 54 आर एपीआई (बीआईएस 17051 का स्तर 6) गोला-बारूद से सुरक्षा के लिए देश में सबसे हल्का बुलेट प्रूफ जैकेट सफलतापूर्वक विकसित किया है। हाल ही में चंडीगढ़ की टर्मिनल बैलिस्टिक अनुसंधान प्रयोगशाला में बीआईएस 17051-2018 के अनुसार इस बुलेट प्रूफ जैकेट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था। यह जैकेट नए डिजाइन दृष्टिकोण पर आधारित है, जहां पर नवीन प्रक्रियाओं के साथ ही नई तरह की सामग्री का इस्तेमाल भी किया गया है। इस जैकेट का फ्रंट हार्ड आर्मर पैनल (एचएपी) आईसीडब्ल्यू (इन-कंजंक्शन विद) और स्टैंडअलोन डिजाइन दोनों 7.62 x 54 आर एपीआई (स्नाइपर राउंड) की कई गोलियों (06 शॉट्स) को निष्क्रिय कर देता है। श्रम-दक्षता की दृष्टि से प्रभावी रूप से तैयार किया गया फ्रंट एचएपी पॉलिमर बैकिंग के साथ मोनोलिथिक सिरेमिक प्लेट से बना है, जो किसी भी अस्त्र-शस्त्र के साथ होने वाली कार्रवाई के दौरान पहनने की क्षमता तथा सहूलियत को बढ़ा देता है। आईसीडब्ल्यू हार्ड आर्मर पैनल (एचएपी) और स्टैंडअलोन एचएपी का क्षेत्रफल घनत्व क्रमशः 40 किलोग्राम/मीटर2 तथा 43 किलोग्राम/मीटर2 से कम है।

रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के अध्यक्ष ने उच्चतम स्तर के खतरे से सुरक्षा के लिए इस सबसे हल्के बुलेट प्रूफ जैकेट के सफल विकास के लिए रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान को बधाई दी है।

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लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में 12 राज्यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों में 1351 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे

लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में 12 राज्यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों के 1351 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। इसमें मध्य प्रदेश के 29-बैतूल (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र में स्थगित चुनाव के लिए लड़ रहे 8 उम्मीदवार शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, गुजरात के सूरत संसदीय क्षेत्र से एक उम्मीदवार को निर्विरोध चुना गया है। सभी 12 राज्यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों के लिए नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 22 अप्रैल, 2024 थी।

लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के मतदान के लिए 12 राज्यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों के 95 संसदीय क्षेत्रों (29-बैतूल सहित) के लिए कुल 2963 नामांकन दाखिल किए गए। सभी 12 राज्यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 19 अप्रैल 2024 थी। दाखिल सभी नामांकनों की जांच के बाद 1563 नामांकन वैध पाए गए।

तीसरे चरण में, गुजरात में 26 संसदीय क्षेत्रों से अधिकतम 658 नामांकन दाखिल किए गए थे, इसके बाद महाराष्ट्र में 11 संसदीय क्षेत्रों से 519 नामांकन थे। महाराष्ट्र में 40-उस्मानाबाद संसदीय क्षेत्र में अधिकतम 77 नामांकन प्राप्त हुए, इसके बाद छत्तीसगढ़ में 5-बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में 68 नामांकन प्राप्त हुए।

लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के लिए राज्य/केन्‍द्र शासित प्रदेशवार विवरण:

राज्‍य/केन्‍द्र शासित प्रदेश तीसरे चरण में निर्वाचन क्षेत्रों की संख्‍या प्राप्‍त नामांकन जांच के बाद वैध नामांकन नाम वापस लेने के बाद,चुनाव लड़ रहे उम्‍मीदवार
असम 4 126 52 47
बिहार 5 141 54 54
छत्तीसगढ़ 7 319 187 168
दादरा और नगर हवेली तथा

दमन और दीव

2 28 13 12
गोवा 2 33 16 16
गुजरात 26 658 328 266
जम्‍मू और कश्‍मीर 1 28 21 20
कर्नाटक 14 503 272 227
मध्‍य प्रदेश 9 236 140 127
महाराष्‍ट्र 11 519 317 258
उत्‍तर प्रदेश 10 271 104 100
पश्चिम बंगाल 4 101 59 57
कुल 95 2963 1563 1352

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मनोरंजन के अपने डेली डोज़ के लिए तैयार हो जाइए… डीडी फ्री डिश पर ज़ी लेकर आ रहा है एक नया मूवी चैनल ज़ी अनमोल सिनेमा 2

भारतीय स्वरूप संवाददाता एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट – अपनी रोजमर्रा की भागदौड़ और व्यस्त ज़िंदगी के तनाव से छुटकारा पाने के लिए सबकी बस यही एक जरूरत होती है। ऐसे में डीडी फ्री डिश पर अलग-अलग कार्यक्रमों की बेतहाशा मांग को पूरा करने के लिए एक नया हिंदी मूवी चैनल ज़ी अनमोल सिनेमा 2 आ रहा है। ज़ी के व्यापक लाइनअप में यह बिल्कुल नया चैनल 26 अप्रैल से डीडी फ्री डिश चैनल नंबर 73 पर उपलब्ध होगा।

ज़ी अनमोल सिनेमा 2 को 15-30 साल की उम्र के दर्शकों को आकर्षित करने के लिहाज से तैयार किया गया है। युवा दर्शकों की बढ़ती रुचि और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए, यह चैनल साउथ की डब और हिंदी फिल्मों का एक जोरदार मिश्रण पेश करता है, जो दर्शकों को दोनों फिल्म उद्योगों के मनोरंजन से जोड़े रखेगा। जहाँ युवा ग्रामीण दर्शकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कोई दूसरा हिंदी फिल्म चैनल नहीं है वहीं ज़ी अनमोल सिनेमा 2 ने इस बात का खास ख्याल रखा है। इस चैनल का लक्ष्य दर्शकों के साथ व्यक्तिगत रूप से जुड़कर, ‘नए भारत का नया साथी’ के रूप में एक खास पहचान बनाकर इस कमी को पूरा करना है।

ज़ी हिंदी मूवीज़ क्लस्टर के बिज़नेस हेड – श्री रुचिर तिवारी ने कहा, “ज़ी अनमोल सिनेमा 2 हमारे लाखों भारतीय दर्शकों की अलग-अलग पसंद को ध्यान में रखते हुए मनोरंजन प्रदान करने की हमारी अटूट प्रतिबद्धता की एक मिसाल है। यह चैनल युवा दर्शकों के नजरिए और उनके जज़्बातों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। हम जो कुछ भी करते हैं, उसके जरिए हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि दर्शक कभी मनोरंजन के अपने डेली डोज़ से अछूते ना रहें।”
300 से ज्यादा फिल्म टाइटल्स के व्यापक संग्रह के साथ, इस चैनल का लक्ष्य देश भर में लाखों डीडी फ्री डिश दर्शकों के लिए टेलीविजन देखने के अनुभव को बेहतर बनाना है।
26 अप्रैल से ज़ी अनमोल सिनेमा 2 देखिए और अपने घरों के सुकून भरे माहौल में मनोरंजन की दुनिया में खो जाइए।

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एस एन सेन महाविद्यालय में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI )मशीन लर्निंग (ML )इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स अर्थात् (आई ओ टी) ,हार्डवेयर बोर्ड्स ,सेंसर , एप्लीकेशन प्रोटोकॉल पर व्याख्यान आयोजित

भारतीय स्वरूप संवाददाता एस एन सेन ब वि पी जी कॉलेज में चल रही आठ दिवसीय व्याख्यान माला के तीसरे दिन दलहन अनुसंधान संस्थान के डॉ मनमोहन देव का व्याख्यान हुआ ।
व्याख्यान का शुभारंभ माँ सरस्वती के वंदन और माल्यार्पण के साथ हुआ । डॉ देव , प्रो सुमन , प्रो गार्गी यादव ,डॉ प्रीति सिंह ने दीप प्रज्वलित किया
डॉ मनमोहन देव का व्याख्यान मुख्यतः आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI )मशीन लर्निंग (ML )इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स अर्थात् (आई ओ टी) ,हार्डवेयर बोर्ड्स ,सेंसर , एप्लीकेशन प्रोटोकॉल ,पीथन, ज्यूपिटर नोटबुक, कूगर आदि के बारे में जानकारी दी ।आज ९ बिलियन आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस डिवाइस हैं पर ये इतनी तेज़ी से बढ़ रहा है कि २०२५ तक १९ बिलियन होने की संभावना है।सुपरवाइज्ड लर्निंग और अनसुपर्विज़्ड लर्निंग में क्या अंतर है। किस प्रकार डीआईएस फोरकास्ट और वेदर फोरकास्ट होता है ।कोई भी सेंसर अल्ट्रासोनिक वेव के सिद्धांत पर कैसे काम करता है।ड्रोन और कृषि में उसका उपयोग , प्रधानमंत्री जी की योजना महिला किसान ड्रोन निधि और डिजिटल स्काई की जानकारी दी साथ ही ड्रोन ख़रीदने के लिए सरकार की नियमावली भी बतायी।नयी नयी जानकारी पाकर छात्राओ की ख़ुशी देखते ही बनती थी। व्याख्यान में डा शैल बाजपेयी , डॉ शिवंगी यादव ,डॉ अमित सिंह ,डॉ रश्मि गुप्ता तथा श्री अवधेश मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।

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क्राइस्ट चर्च कॉलेज में अनुसंधान परियोजना निर्माण पर कार्यशाला आयोजित

भारतीय स्वरुप संवाददाता क्राइस्ट चर्च कॉलेज कानपुर के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा 22 से 24 अप्रैल 2024 तक रिसर्च प्रोजेक्ट मेकिंग पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सामाजिक विज्ञान के स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों को सामाजिक विज्ञान की जटिलताओं से परिचित कराना था। एक अच्छा शोध प्रोजेक्ट बनाना एक विज्ञान भी है और कला भी। व्याख्यान में अनुसंधान समस्या की पहचान से लेकर सही अनुसंधान पद्धति चुनने से लेकर डेटा संग्रह, डेटा विश्लेषण और रिपोर्ट लेखन तक शामिल थे। राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र विभाग से प्रोफेसर आशुतोष सक्सेना, प्रोफेसर विभा दीक्षित और डॉ. अर्चना वर्मा पहले दो दिनों के लिए मुख्य संसाधन व्यक्ति थे।
प्रसिद्ध सामाजिक वैज्ञानिक और आईआईटी कानपुर में समाजशास्त्र के पूर्व प्रोफेसर, ए के शर्मा द्वारा ‘अंडरस्टैंडिंग रिसर्च प्रोजेक्ट्स’ विषय पर विशेष व्याख्यान दिया गया। उन्होंने एक अच्छा शोध प्रोजेक्ट बनाने के विभिन्न आयामों और दृष्टिकोणों पर चर्चा की। उन्होंने एक अच्छा शोध करने में उपयोग की जाने वाली विभिन्न विधियों के बारे में विस्तार से बताया। उनका मुख्य जोर पूरी शोध प्रक्रिया को सीधा, तथ्यात्मक और सरल बनाने पर था। अनुसंधान में नैतिकता और साहित्यिक चोरी से बचना आवश्यक है।
सेमिनार का उद्घाटन कॉलेज के प्राचार्य एवं सचिव प्रोफेसर जोसेफ डेनियल ने किया. समाजशास्त्र विभाग की सुश्री साक्षी यादव और उनकी स्वयंसेवकों की टीम ने कार्यशाला का आयोजन बहुत सुचारू रूप से किया। कार्यशाला में क्राइस्ट चर्च कॉलेज और अन्य कॉलेजों के यूजी और पीजी छात्रों, अनुसंधान विद्वानों और संकाय सदस्यों के साथ-साथ सामाजिक विज्ञान के विभिन्न विषयों ने भी भाग लिया।

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