चुनावी प्रक्रिया के दूसरे चरण में 26 अप्रैल, 2024 को 12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 88 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में लोकतंत्र के महापर्व की स्पष्ट झलक देखने को मिली। आज मतदान के दिन समाज के हर वर्ग की भागीदारी देखी गई जो लोकतंत्र की समावेशी भावना को रेखांकित करती है। चाहे पहली बार अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने के लिए अत्यंत उत्सुक मतदाता हों या महिलाएं, बुजुर्ग नागरिक और दिव्यांगजन हों, आज मतदान में समाज के विभिन्न वर्गों की व्यापक भागीदारी देखने को मिली। यह फोटो फीचर चुनाव के दिन समावेशी लोकतंत्र के स्पष्ट नजारे के साथ-साथ मतदाताओं की सामूहिक आवाज और आकांक्षाओं को भी बखूबी दर्शाता है।
लोकतंत्र के महापर्व की झलक
पहली बार मतदान करने वाले मतदाता भारत का भविष्य तय कर रहे हैं
चंदेल, मणिपुर मेरठ, उत्तर प्रदेश
नागरिक कर्तव्य की अमिट छाप
मेरठ, उत्तर प्रदेश बेंगलुरू, कर्नाटक
लोकतंत्र पर महिला मतदाताओं की गहरी छाप
बेंगलुरू, कर्नाटक
बेंगलुरू, कर्नाटक नानक नगर, जम्मू
मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो रहे हैं मतदाता
त्रिपुरा
दिव्यांग मतदाताओं ने अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग किया
टोंक जिला, राजस्थान सतना, मध्य प्रदेश