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छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस आयोजित

कानपुर 14 अगस्त,  (सू0वि0)* विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर के आडिटोरियम में किया गया। इस अवसर पर अतिथिगणों द्वारा ऑडिटोरियम परिसर में विभाजन विभीषिका से सम्बन्धित लगायी गयी अभिलेख प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया तथा उपस्थित सभी ने विभाजन विभीषित से प्रभावित हुए लोगों के लिए 02 मिनट का मौन रखा। इसके पश्चात् विभाजन विभीषिका से पीड़ित परिवार के परिवारिकजनों को सम्मानित किया गया, जिसमें महेश मेघानी, लालचन्द्र, रमेश राजपाल, बालचंद लालवानी, शांति प्रकाश पूरास्वानी, राजेन्द्र आडवाणी, दिलीप बालानी, सरदार दलजीत सिंह, मुरलीधर आहूजा, नरेश तकवानी, शामिल रहे, इसी प्रकार सिख वेलफेयर सोसाइटी के गुरविंदर सिंह छाबड़ा (प्रदेश अध्यक्ष), डॉ0 मनप्रीत सिंह भट्टी (प्रदेश महामंत्री), हरमिंदर सिंह बिंद्रा (प्रदेश उपाध्यक्ष), हरमिंदर सिंह पुनी (प्रदेश उपाध्यक्ष), चरणजीत सिंह, गगनदीप सिंह, गगन सोनी, जसबीर जुनेजा, गुरविंदर सिंह छाबडा (विक्की) शामिल रहे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि 14 अगस्त विभाजन विभीषिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के पश्चात् देश को दो भागों में विभाजित किया गया, जिसमें आबादी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना था। विभाजन विभीषिका के दौरान काफी परिवार उससे प्रभावित हुये तथा लाखों लोगों की जान गयी, ऐसे प्रभावित हुये लोगों की स्मृति में विभाजन विभीषिका दिवस मानाया जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसा विभाजन दोबारा न हो, इसके लिये हमे एक राष्ट्र की अवधारणा के साथ चलना है, हमे अपने अन्दर राष्ट्र प्रेम की भावना को जागाना होगा। उन्होंने कहा कि तुम यह न सोचो की देश तुम्हारे लिये क्या कर रहा है, तुम यह सोचो की देश के लिये तुम क्या कर रहे हो। हम सब को मिलकर देश को आगे बढाने में अपना योगदान देना है और देश में अमन, चैन कायम रखना है।
मा0 महापौर प्रमिला पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि विभाजन विभीषिका 14 अगस्त वह दिन है, जिसको भुलाया नही जा सकता, देश का किस प्रकार विभाजन हुआ और उसमें कितने परिवार प्रभावित हुये और इसमें सबसे ज्यादा सिख व पंजाबी समाज के लोग प्रभावित हुये उसका स्मरण कर जान गवानें वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनको नमन करने का दिन है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक देशवासी के मन में देश प्रेम की भावना होनी चाहिये, आज का दिन राष्ट्र में एकता और भाईचारे के बंधन की रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने का दिन है। इसलिये हम सब मिलकर वही कार्य करें, जो देश हित में हो।
मा0 विधायक सरोज कुरील ने कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर हम उन अनगिनत लोगों को याद करते है, जो विभाजन की भयावहता के कारण प्रभावित व पीड़ित हुये यह उनके साहस को नमन् करने का दिन है।
मा0 विधायक नीलिमा कटियार ने कहा कि देश के लिये यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाना पड रहा है। हमे आजादी कैसे मिली, इसकी क्या कीमत चुकानी पड़ी, किसको चुकानी पडी और विभाजन कैसे हुआ इसकी जानकारी हमारे देश की युवा पीढ़ी को देनी होगी।
उन्होंने कहा कि विद्यालय के बच्चों को यह जानना आवश्यक है कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस 1947 की दुखद घटनाओं और प्रभावित हुये लोगों की दृढता का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया जाये। 14 अगस्त विभाजन की मानवीय कीमत की याद दिलाता है जिसके कारण भारत के इतिहास में सबसे बडा सामूहिक पलायन हुआ, जिससे करोडो लोग प्रभावित हुये। इस विभाजन की पुनरावृत्ति देश में दोबारा न हो ऐसा लगातार प्रयास किया जाना चाहिये।
इस अवसर पर सिख समाज के महेश मेघानी व विक्की छाबडा ने अपने परिवार पर बीते हुये दर्द को भी साझा किया।
कार्यक्रम में मा0 मेयर प्रमिला पाण्डेय, मा0 विधायक कल्याणपुर नीलिमा कटियार, मा0 विधायक घाटमपुर सरोज कुरील, मा0 जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, अपर जिलाधिकारी (नगर) डॉ0 राजेश कुमार, अपर नगर आयुक्त मो0 आवेश सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।