प्रधानमंत्री ने उन्हें रूसी संघ के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने पर बधाई दी और रूस के मैत्रीपूर्ण लोगों की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए शुभकामनाएं दीं।
दोनों नेता आने वाले वर्षों में दोनों देशों के बीच विशेष एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में ठोस प्रयास करने पर सहमत हुए।
उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न मुद्दों में प्रगति की भी समीक्षा की और आपसी हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
रूस-यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री इसके संभावित समाधान के लिए भारत की बातचीत और कूटनीति की दृढ़ स्थिति को दोहराया।
दोनों नेता लगातार संपर्क बनाए रखने पर सहमत हुए।