वाइस एडमिरल संजय जे सिंह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे से स्नातक हैं और उन्हें 1986 में भारतीय नौसेना की प्रबंधन कार्यकारिणी शाखा में नियुक्त किया गया था। उन्होंने अपने 37 साल के सेवाकाल में भारतीय नौसेना के अधिकांश युद्धपोतों पर कार्य किया है। वाइस एडमिरल ने कई अलग-अलग कमान, प्रशिक्षण और कार्मिक नियुक्तियों पर अपनी सेवाएं दी हैं। जिसमें नौसेना स्टाफ के सहायक प्रमुख (संचार, अंतरिक्ष एवं नेटवर्क-केंद्रित संचालन (सीएसएनसीओ), फ्लैग ऑफिसर समुद्री प्रशिक्षण, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग वेस्टर्न फ्लीट, कमांडेंट नेवल वॉर कॉलेज और नियंत्रक कार्मिक सेवा एवं एकीकृत रक्षा स्टाफ (संचालन) के उप प्रमुख की जिम्मेदारी शामिल है।
वाइस एडमिरल संजय जे सिंह भारतीय नौसेना के समुद्री सिद्धांत, 2009, रूपांतरण के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन, 2015 और भारतीय समुद्री सुरक्षा रणनीति, 2015 के प्रमुख प्रारूपकार थे।
वाइस एडमिरल ने वर्ष 1992 में नौवहन परिवहन तथा प्रशासनिक निर्देशन में विशेषज्ञता हासिल की थी और साल 2000 में ब्रिटेन में एडवांस्ड कमांड एंड स्टाफ कोर्स को पूरा किया था। उन्होंने वर्ष 2009 में मुंबई के नेवल वॉर कॉलेज से नेवल हायर कमांड कोर्स और साल 2012 में दिल्ली के डिफेंस कॉलेज में नेशनल सिक्योरिटी स्ट्रैटेजी कोर्स में भाग लिया था।
वाइस एडमिरल संजय जे सिंह ने मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा एवं सामरिक अध्ययन में एमएससी तथा एमफिल, लंदन के किंग्स कॉलेज से रक्षा अध्ययन में एमए और मुंबई विश्वविद्यालय से एमए (इतिहास), एमफिल व पीएचडी (कला) की उपाधि प्राप्त की है। उनकी विशिष्ट सेवा के सम्मान में उनको 2009 में नौसेना पदक और 2020 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी अब नई दिल्ली में नौसेना मुख्यालय में नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख का पदभार संभालेंगे।