नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने नागर विमानन मंत्रालय के राज्य मंत्री जनरल विजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त) के साथ आज उत्केला हवाई अड्डे और उत्केला एवं भुवनेश्वर के बीच सीधी उड़ान का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित किया गया। उत्केला हवाई अड्डे का स्वामित्व ओडिशा सरकार के पास है। इसे भारत सरकार के नागर विमानन मंत्रालय की उड़ान स्कीम के तहत 31.07 करोड़ रुपये की लागत से एक क्षेत्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया गया है। उत्केला हवाई अड्डे का रनवे (2,995 फीट) 30 मीटर की चौड़ाई के साथ 917 मीटर लंबा है। उत्केला हवाई अड्डे के जुड़ने से ओडिशा में अब पांच हवाई अड्डे हो जाएंगे।
नव उद्घाटित उत्केला-भुवनेश्वर-उत्केला उड़ान मार्ग क्षेत्रीय हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा और क्षेत्र के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इंडियावन, 31 अगस्त से इस रूट पर उड़ानें शुरू करेगा। ऑपरेटर उड़ान योजना के तहत स्वीकृत 9-सीटर सेसना सी-208 विमान का उपयोग करेगा।
अपने उद्घाटन भाषण में, ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने कहा कि उत्केला से भुवनेश्वर हवाई कनेक्टिविटी से सड़क मार्ग से यात्रा करने में लगने वाला समय कम हो जाएगा जो लगभग 8 घंटे है। अब उत्केला-भुवनेश्वर उड़ान से यह दूरी एक घंटे बीस मिनट में तय की जा सकेगी। श्री सिंधिया ने कहा कि यह कालाहांडी क्षेत्र के लिए एक नई शुरुआत होगी क्योंकि इससे आर्थिक कार्यकलाप बढ़ेंगे और रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे। श्री सिंधिया ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य में नागर विमानन अवसंरचना विकास के लिए ओडिशा सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा नागर विमानन राज्य मंत्री जनरल डॉ. वी के सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा कि केंद्र सरकार ने उत्केला हवाई अड्डे के पुनर्विकास में लगभग 31 करोड़ रुपये व्यय किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब कालाहांडी भुवनेश्वर और राज्य के अन्य शहरों से जुड़ जाएगा जिससे क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी।
इस कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद सुजीत कुमार, लोकसभा सांसद श्री बसंत कुमार पांडा, ओडिशा सरकार की जल संसाधन और वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री श्रीमती तुकुनी साहू, नागर विमानन मंत्रालय के सचिव श्री राजीव बंसल, ओडिशा सरकार की प्रमुख सचिव श्रीमती उषा पाधी और इंडिया वन के सीईओ श्री अरुण कुमार सिंह भी उपस्थित थे।