कानपुर 12 अगस्त भारतीय स्वरूप संवाददाता, क्राइस्ट चर्च कॉलेज, कानपुर ने कॉलेज के वेस्टकॉट सेंट्रल लाइब्रेरी में पद्मश्री डॉ. एसआर रंगनाथन की 131वीं जयंती पर राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस मनाया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, इसके बाद पद्मश्री डॉ. एस.आर. रंगनाथन की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए गए। पुस्तकालय समिति की समन्वयक प्रो. सुजाता चतुर्वेदी ने अतिथियों का स्वागत किया और समारोह के मुख्य उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
लाइब्रेरियन डॉ. पारुल गुप्ता द्वारा पदमश्री डॉ. एस.आर. रंगनाथन के जीवन पर एक प्रस्तुति दी गई। उन्होंने कहा कि एस.आर. रंगनाथन (शियाली रामामृत रंगनाथन) का जन्म 9 अगस्त, 1892 को शियाली, मद्रास, भारत में हुआ था और उन्होंने 27 सितंबर, 1972 को बैंगलोर में अंतिम सांस ली। वह एक पुस्तकालयाध्यक्ष और शिक्षक थे, जिन्हें भारत में पुस्तकालय विज्ञान का जनक माना जाता है और उनके योगदान का दुनिया भर में प्रभाव था। पेशे के प्रति उनके नेक कार्यों को मान्यता देते हुए, उन्हें 1957 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
अध्यक्षीय भाषण कॉलेज गवर्निंग बॉडी के सचिव और प्रिंसिपल, प्रोफेसर जोसेफ डैनियल द्वारा दिया गया, जिन्होंने छात्रों से पढ़ने और नियमित रूप से पुस्तकालय जाने की आदत विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि महाविद्यालय की समृद्ध लाइब्रेरी से विद्यार्थियों को लाभ होगा। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय पुस्तकालय में अपने कार्यकाल के दौरान डॉ. रंगनाथन द्वारा बनाए गए पुस्तकालय विज्ञान के पांच नियमों पर भी प्रकाश डाला। ये कानून लाइब्रेरियनशिप के पेशे के लिए व्याकरण हैं।
इस अवसर पर निबंध प्रतियोगिता एवं कोलाज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह से कार्यक्रमों में भाग लिया। प्रतियोगिताओं के परिणाम बाद में घोषित किये जायेंगे। धन्यवाद ज्ञापन अर्थशास्त्र विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. अंकिता जैस्मीन लाल ने दिया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।