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दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज कानपुर में सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन दिया गया संसाधन संरक्षण का संदेश

कानपुर 25 मार्च भारतीय स्वरूप संवाददाता दयानंद गर्ल्स पीजी कॉलेज कानपुर मे कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संगीता सिरोही के कुशल निर्देशन में एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के तृतीय दिवस का शुभारंभ प्रथम सत्र में प्रातः कालीन प्रार्थना, एनएसएस सॉन्ग, योगा, प्राणायाम के साथ हुआ।
द्वितीय सत्र में आज के मुख्य विषय *संसाधन संरक्षण : पर्यावरण एवं जल* के अंतर्गत पोस्टर प्रदर्शन व रैली का आयोजन किया गया। जिसमें जल है तो कल है, जल ही जीवन का आधार है, पर्यावरण सुरक्षा आत्मरक्षा जैसे नारों के द्वारा जन जागरूकता फैलाई गई। एनएसएस वॉलिंटियर्स ने मलिन बस्ती अस्पताल घाट में जाकर बस्ती वासियों, युवाओं, महिलाओं व बच्चो को संसाधनों विशेष रूप से पर्यावरण, जल व मिट्टी आदि के संरक्षण के संबंध में पोस्टर, वाक्य, नुक्कड़ नाटक, आपसी वार्तालाप आदि के द्वारा समझाया।
तत्पश्चात स्वल्पाहार के बाद तृतीय सत्र में जल संरक्षण एवम् संचयन पर आई टी विभाग से असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ज्योत्सना पांडे के द्वारा तथा पर्यावरण एवं मिट्टी के संरक्षण पर उर्दू विभाग से असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ हिना अफशा के द्वारा छात्राओं को व्याख्यान दिया गया। इसी विषय पर छात्राओं ने ग्रुप डिस्कशन तथा क्विज भी किया। चतुर्थ सत्र में छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किए।
महाविद्यालय प्राचार्या प्रो. अर्चना वर्मा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति द्वारा प्रदत्त संसाधनों का संरक्षण करना हमारी प्राथमिक ड्यूटी है। हमें मानव तथा पृथ्वी के अस्तित्व के लिए संसाधनों को संरक्षित करके रखना चाहिए। एनएसएस वॉलिंटियर्स कु. सौम्या उपाध्याय ने सभी वक्ताओं का धन्यवाद प्रेषित किया। कार्यक्रम में सभी एनएसएस वॉलिंटियर्स विशेष रुप से शिखा, दीक्षा, दामिनी, दिव्या, वैष्णवी आदि की सक्रिय सहभागिता सराहनीय रही।