कानपुर 16 सितंबर, भारतीय स्वरूप संवाददाता, विश्व ओजोन दिवस के अवसर पर रसायन विज्ञान विभाग, क्राइस्ट चर्च कॉलेज, कानपुर द्वारा एक लघु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर ज्योत्सना लाल की प्रार्थना से हुई। स्वागत भाषण डॉ. सुधीर गुप्ता, एसोसिएट प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष, रसायन विज्ञान विभाग ने दिया। उन्होंने संगोष्ठी के लिए कॉलेज के संकाय सदस्यों और छात्रों का स्वागत किया। इस अवसर का विषयगत परिचय प्रो. मीत कमल, प्रोफेसर, रसायन विज्ञान विभाग द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में एक डाक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई।
इस अवसर की अध्यक्ष श्रीमती अन्नू गोयल, संस्थापक, संरक्षण एवं सामाजिक संगठन, थीं। उन्होंने यह कहकर दर्शकों को अवगत कराया कि यह वर्ष वियना कन्वेंशन के 35 वर्ष और वैश्विक ओजोन परत संरक्षण के 35 वर्ष हैं। उन्होंने कहा कि सूर्य के प्रकाश के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं होगा। लेकिन सूर्य से निकलने वाली ऊर्जा पृथ्वी पर जीवन के फलने-फूलने के लिए बहुत अधिक होगी यदि यह ओजोन परत नहीं होती। यह समतापमंडलीय परत पृथ्वी को सूर्य की अधिकांश हानिकारक पराबैंगनी विकिरण से बचाती है। सूरज की रोशनी जीवन को संभव बनाती है, लेकिन जैसा कि हम जानते हैं, ओजोन परत उस जीवन का संरक्षण करती है।
सचिव, कॉलेज गवर्निंग बॉडी और प्रिंसिपल, प्रो जोसेफ डैनियल ने ओजोन परत संरक्षण की सामयिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हर साल यह दिवस ओजोन परत के क्षरण के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने और इसे संरक्षित करने के संभावित समाधान खोजने के लिए मनाया जाता है। इस दिन दुनिया भर से लोग ओजोन परत पर बातचीत और सेमिनार करते हैं। शिक्षक छात्रों को ओजोन परत के लाभों के बारे में पढ़ाते हैं और जागरूकता फैलाने के लिए विशेष कार्यक्रम और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इसलिए, छात्रों को प्रासंगिक मुद्दे की दिशा में काम करना चाहिए।
विभाग के कुछ छात्रों ने स्वयं रचित कविताओं और गीतों का पाठ किया। धन्यवाद प्रस्ताव प्रो. अनिंदिता भट्टाचार्य, प्रोफेसर, रसायन विज्ञान विभाग ने दिया। पूरे कार्यक्रम का संचालन डॉ. आशिम कुमार नथानिएल, एसोसिएट प्रोफेसर रसायन विज्ञान विभाग, द्वारा किया गया था। इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्यों सहित समस्त प्राध्यापक एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे