कानपुर 10 सितंबर भारतीय स्वरूप संवाददाता एस. एन. सेन बी. वी. पी. जी. कॉलेज कानपुर में उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार शिक्षक दिवस के परिप्रेक्ष्य में दिनांक 5 सितंबर 2022 से 9 सितंबर 2022 तक मनाए जा रहे शिक्षक पर्व के पांचवे और अंतिम दिवस का शुभारंभ महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव एवम् प्रथम विशिष्ट अतिथि श्री प्रोबीर कुमार सेन, संयुक्त सचिव एवम् द्वितीय विशिष्ट अतिथि श्री शुभ्रो सेन, कोषाध्यक्ष एवम् आज की मुख्य अतिथि श्रीमति दीपाश्री सेन, आज के कार्यक्रम की अध्यक्षा एवम् प्राचार्या प्रो. सुमन, समापन सत्र प्रभारी प्रो. निशी प्रकाश एवम् शिक्षक पर्व प्रभारी प्रो. रेखा चौबे ने मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण के द्वारा किया। श्रीमति ऋचा सिंह ने अपनी मधुर वाणी में सरस्वती वंदन कर सभागार को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंचासीन अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ के द्वारा किया गया। प्रो. निशी प्रकाश ने स्वागत उद्बोधन दिया एवम् प्रो. रेखा चौबे ने पंच दिवसीय शिक्षक पर्व के अन्तर्गत संपादित कार्यक्रम – संकाय शिक्षकों का अभिवादन, अतिथि व्याख्यान, आशुवाचन प्रतियोगिता, वेबीनार, पोस्टर प्रदर्शनी, पुस्तक वाचन एवम् पैनल चर्चा आदि को समग्र रूप से सदन में प्रस्तुत किया जिसे श्रीमति रोली मिश्रा द्वारा एक वीडियो में संग्रहित कर प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम श्रृंखला में आज छात्राओं हेतु लघु चल चित्र प्रदर्शन में शैक्षिक फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई जिससे सभी छात्राएं आनन्दित थीं।
प्राचार्या प्रो. सुमन ने मुख्य अतिथि श्रीमति दीपाश्री सेन को उत्तरीय तथा सरस्वती सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया। सेन महाविद्यालय एक महिला शिक्षक के रूप में श्रीमति दीपाश्री सेन को सम्मानित कर हर्ष का अनुभव कर रहा है। मुख्य अतिथि ने अपने वक्तव्य में सेन परिवार के शैक्षिक कार्यों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए समस्त महिला शिक्षकों का भावविभोर अभिवादन किया। विशिष्ट अतिथि श्री शुभ्रो सेन ने महाविद्यालय उत्थान में शिक्षकों की भूमिका की प्रशंसा करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। अंत में प्रो. सुमन की ओजस्वी वाणी ने कार्यक्रम के समापन में चार चांद लगा दिए। मंच संचालन श्रीमति किरन एवम् डॉ. प्रीती पांडेय ने संयुक्त रूप से किया। शैक्षिक पर्व समिति ने कार्यक्रम आयोजन में सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया। इस अवसर महाविद्यालय परिवार की उपस्थिति ने वातावरण को जीवंतता प्रदान की।