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प्राकृतिक खेती व कृषि नवाचार कार्यशाला एवं आत्मा योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय किसान मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन

कानपुर नगर, दिनांक 09 सितम्बर, 2022(सू0वि0) प्राकृतिक खेती व कृषि नवाचार कार्यशाला एवं आत्मा योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय किसान मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन आज विकल्प फार्म ग्राम पलरा ढोढर, विकास खण्ड बिधनू, कानपुर नगर में किया गया। कार्यशाला/मेले का शुभारम्भ मा0 मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग उ0प्र0 श्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। मेले में कृषि (बीज/कृषि रक्षा/मृदा परीक्षण), रेशम, गन्ना, उद्यान, यू०पी०एग्रो, इफको, कृभकों, मत्स्य, पशुपालन, दुग्ध, विद्युत, खाद्य प्रसंस्करण, बाल विकास परियोजना, लघु सिंचाई, आदि पब्लिक व प्राइवेट सेक्टर के स्टाल लगाये गये। कार्यशाला में कानपुर, प्रयागराज, बॉदा एवं झॉसी मण्डल के जनपदों से आये कृषकों ने साहित्य प्राप्त कर तकनीकी जानकारी प्राप्त की। कार्यशाला/मेले में मुख्य सचिव, उ0प्र0 श्री दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव (कृषि) उ0प्र0 डा0 देवेश चतुर्वेदी, मा0 जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती स्वप्निल वरूण, मा0 विधायक बिठूर श्री अभिजीत सिंह सॉगा, मण्डलायुक्त कानपुर डा0 राजशेखर, जिलाधिकारी श्री विशाख जी0, कृषि निदेशक, उ0प्र0 श्री विवेक सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्री सुधीर कुमार, संयुक्त कृषि निदेशक श्री महेन्द्र सिंह, उप कृषि निदेशक श्री चौधरी अरूण कुमार सहित कानपुर, प्रयागराज, झॉसी एवं बॉदा मण्डल के उप कृषि निदेशक तथा अन्य राज्य स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहें साथ ही जनपद कानपुर नगर के कृषि तथा कृषि से सम्बन्धित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहें।
सर्वप्रथम मेले/कार्यशाला में विकल्प फार्म के संस्थापक श्री विवेक चतुर्वेदी द्वारा मा0 अतिथिगणों को अपने फार्म का अवलोकन कराते हुये स्वविकसित कृषि यंत्रों यथा बैल चालित डिस्क हैरो, बैल चालित ट्रैक्टर, बैट्री वीडर विद ब्रश कटर, हस्तचालित वीडर, ब्रश कटर, सोलर चालित पोर्टेबल स्प्रिंकलर सेट, बैल चालित पोर्टेबल स्प्रिंकलर सेट, सोलर पम्प से संचालित चैफ कटर, ई-बाइक, सोलर पम्प से पावर थ्रेसर का संचालन करके दिखाया गया जिसे अतिथिगणों द्वारा सराहा गया।
कार्यशाला/मेले में विकल्प फार्म एवं कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रस्तुत प्राकृतिक खेती सम्बन्धी तकनीकी फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कार्यशाला में उपस्थित प्राकृतिक खेती करने वाले कृषक डा0 विपिन शुक्ला, श्री श्याम बिहारी गुप्ता, श्री हिमांशु गंगवार, श्री संजीव शुक्ल एवं श्री श्रीकृष्ण चौधरी द्वारा प्राकृतिक खेती करने में प्राप्त अपने अनुभवों को अन्य कृषकों के साथ साझा करते हुये प्राकृतिक खेती करने हेतु प्रेरित किया गया। कार्यशाला में डा0 अरिवन्द कुमार, के0वी0के0 कन्नौज द्वारा प्राकृतिक खेती करने के सम्बन्ध में कृषकों को तकनीकी ज्ञान दिया गया। श्री सतीश पाल, मा0 पूर्व राज्यमंत्री, उ0प्र0 द्वारा एफ0पी0ओ0 के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।
मा० कृषि मंत्री जी, उ0प्र0 सरकार द्वारा अपने सम्बोधन के पूर्व एक एफ0पी0ओ0, एक ऐसे कृषक जो प्राकृतिक खेती कर रहे तथा एक ऐसे कृषक जो परम्परागत खेती कर रहे, से उनकी समस्याओं के सम्बन्ध में अवगत कराने हेतु आमंत्रित किया गया। मा0 कृषि मंत्री जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार कृषकों के हित में कार्य रही है। बुन्देलखण्ड को प्राकृतिक खेती हेतु हब के रूप में विकसित किया जायेगा, जिसके लिये प्रत्येक विकास खण्ड में 10-10 क्लस्टर बनाये जायेगें। नमामि गंगे योजनान्तर्गत गंगा के किनारे जैविक खेती के क्लस्टर बनाये गये ताकि कीटनाशी का प्रयोग कम कर गंगा को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। परम्परागत कृषि विकास योजना, नमामि गंगे तथा प्राकृतिक खेती को मिलाकर 03 वर्षों के लिये 50 हे0 क्षेत्रफल के क्लस्टर बनाये जा रहे है। प्राकृतिक खेती की कार्यशाला जो सुदूर ग्रामीण क्षेत्र विकल्प फार्म में करायी गयी जहाँ कृषकों द्वारा नवाचार तथा विकसित कृषि यंत्रों को नजदीक से देखा। सोलर पम्प का मल्टीपरपज उपयोग, गोबर गैस का अद्भुत नमूना दिखाया गया है। उ0प्र0 के किसानों के लिये चुनौती है कि तिलहन तथा दलहन में आत्म निर्भरता बढ़ाये जिससे विदेशों से आयात कम हो सके। कृषि हमारी पारम्परिक धरोहर रही है, कृषकों को मल्टी लेयर कापिंग करने हेतु प्रेरित किया गया।
मुख्य सचिव, उ0प्र0 शासन ने अपने सम्बोधन में कहा कि हरित क्रान्ति के माध्यम से रसायनों का तेजी से प्रयोग हुआ जिसके परिणामस्वरूप जमीन में सूक्ष्म जीवाणू मृत हो गये तथा केचुआ नीचे चले गये जिस कारण मृदा की उर्वरता शक्ति कम हो गयी। प्राकृतिक खेती में बीजामृत, जीवामृत, घनजीवामृत के प्रयोग से मृदा की उर्वरता एवं सूक्ष्म जीवाणू की संख्या बढ़ाकर कम लागत में गुणवत्तायुक्त उत्पाद का उत्पादन किया जा सकता है। प्राकृतिक खेती हमें आत्मनिर्भर बनाती है। उनके द्वारा प्राकृतिक खेती एवं कृषि नवाचार कार्यशाला का आयोजन ग्रामीण क्षेत्र में कराने हेतु अपर मुख्य सचिव, कृषि की सराहना की गयी।
अपर मुख्य सचिव, कृषि, उ0प्र0 शासन ने अपने सम्बोधन में कहा कि विकल्प फार्म द्वारा जो नवाचार के अन्तर्गत कृषकों के उपयोग हेतु बुवाई से लेकर कटाई तक की प्रक्रिया हेतु लघु एवं सीमान्त कृषकों हेतु छोटे कृषि यंत्रों को विकसित किया गया है जिससे कृषि लागत तथा श्रम की बचत होगी। पूर्व से प्राकृतिक खेती कर रहे कृषकों का क्लस्टर बनाकर प्राकृतिक खेती करने हेतु निर्देश दिये गये। साथ ही यह भी निर्देशित किया गया कि विकल्प फार्म के आस-पास के ग्रामों में प्राकृतिक खेती हेतु अन्य क्लस्टर बनाये जाये। कृषक किसी कार्य को देखकर ही करता है उनके खेत पर फार्म स्कूल चलाये जाये। देशी गाय की व्यवस्था सहभागिता योजना से गौशाला से हो सकती है।
मण्डलायुक्त डा0 राजशेखर ने सभी अतिथिगणों का स्वागत करते हुये अपने सम्बोधन में कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि किसान गोष्ठी का आयोजन गांव में आकर किसान के खेत में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह विशेष कृषि गोष्ठी प्राकृतिक खेती व विचार गोष्ठी के रूप में आयोजित की जा रही है, इस गोष्ठी में विभिन्न जनपदों से आए किसानों को तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा जानकारी प्रदान की जायेगी तथा किसानों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का समाधान कराया जायेगा।
कार्यशाला/मेले में चन्द्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के वैज्ञानिक डा0 खलील खान द्वारा रसायनमुक्त खेती के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी, डा0 जितेन्द्र सिंह, के0वी0के0 फतेहपुर द्वारा कृषकों एफ0पी0ओ0 गठन के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी तथा डा0 वी0के0 सचान, उप कृषि निदेशक (शोध) अलीगढ़ द्वारा प्राकृतिक खेती करने के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी कृषकों को दी गयी तथा समय-समय पर कृषि की जानकारी लेने हेतु वैज्ञानिकों ने अपने-अपने मोबाइल नं0 कृषकों को उपलब्ध कराये।
इस अवसर पर आई0आई0टी0 कानपुर के वैज्ञानिक श्री पल्लव द्वारा रसायन मुक्त मृदा परीक्षण यंत्र से मिट्टी की जॉच करने का प्रदर्शन किया गया तथा श्री किशोर, वैज्ञानिक, आई0आई0टी0 कानपुर द्वारा ड्रोन का प्रदर्शन करके दिखाया गया। कानपुर, प्रयागराज, झॉसी एवं बॉदा मण्डल से आये किसानों ने विकल्प फार्म का भ्रमण कर प्राकृतिक खेती करने का अनुभव प्राप्त किया गया। कार्यक्रम में प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया जिसमें जनपद कानपुर नगर के कृषक श्री विपिन शुक्ला, ग्राम बरहट बॉगर, विकास खण्ड कल्यानपुर को भी सम्मानित किया गया साथ ही जनपद कानपुर नगर के चयनित कृषकों को तोरिया मिनीकिट वितरित किया गया।