कानपुरः भारतीय स्वरूप संवाददाता। न्याय पाने की चाहत में बेगुनाह लुटेरा व उसके परिजन अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें विश्वास है कि उन्हें न्याय मिलेगा और मनगढ़न्त कहानी रचने वाले दोषी पुलिसवालों को सजा अवश्य मिलेगी।
जी हां, मामला गुजैनी थाने का है। मिली जानकारी के अनुसार गुजैनी थाना क्षेत्र के अम्बेडकर नगर नहर पुल के पास 18/19 जून 2022 की रात्रि में लूट की तीन वारदातों को अंजाम दिया गया। लेकिन पुलिस ने पहली लूट के पीड़ित को वादी, दूसरे पीड़ित को गवाह और तीसरे पीड़ित को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया! लेकिन कहा जाता है कि सच्चाई सामने आ ही जाती है और यही हुआ भी। अब तीनों वारदातों के तथ्यों के मिलने पर पुलिस की फर्जी खेल खुल गया। परिणामतः पुलिस द्वारा किये गये लूट के खुलासे पर सवालिया निसान लग रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कानपुर पुलिस कमिश्नरेट अन्तर्गत नवसृजित थाना गुजैनी क्षेत्र में बिगत 18/19 जून 2022 को गुजैनी नहर व हाइवे के पास एक ही रात में कुछेक मिनटों के अन्तराल पर लूट की तीन वारदातों को अंजाम दिया गया। किन्तु पुलिस ने तीनों वारदातों को एक दिखा दिया और पहली घटना के पीड़ित को वादी मुकदमा, दूसरी घटना के पीड़ित को गवाह और तीसरी घटना के शिकायतकर्ता अम्बेडकर नगर निवासी राजन सिंह को आरोपी बनाकर जेल के सलाखों के पीछे भेज दिया?इसके बाद प्रकाश में आया है कि वादी मुकदमा गोविन्द प्रसाद व चश्मदीद गवाह ब्रजेश कुमार सैनी ने जेल भेजे गये राजन सिंह को निर्दोष बताते हुए माननीय न्यायालय व पुलिस आयुक्त के समक्ष शपथपत्र दे दिये थे। साथ ही अब इस खुलासे में नया मोड़ आ गया है और जेल छूटे आरोपी राजन सिंह ने बताया कि उसके साथ भी लूट की गई थी जिसकी सूचना उसने 112 पर दी थी किन्तु उसकी कोई बात नहीं सुनी गई बल्कि पुलिस ने उसे आरोपी बनाकर जेल भेजकर उसका कैरियर खत्म कर दिया। वादी मुकदमा गोविन्द प्रसाद व चश्मदीद गवाह ब्रजेश कुमार सैनी ने गुजैनी पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाया कि सिर्फ गुडवर्क के चक्कर में थानाध्यक्ष रवि शंकर त्रिपाठी ने राजन सिंह को आरोपी बनाया है।
राजन के भाई शिववीर सिंह ने बताया कि जिले के आलाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को मामले से अवगत करा चुका है लेकिन दोषी पुलिस वालों पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई जिससे लगता है कि पुलिस के कुछ अधिकारियों का संरक्षण दोषी पुलिस वालों को प्राप्त है। शिववीर ने बताया कि अपने भाई को न्याय दिला कर रहेगा और न्याय दिलाने के लिये वो निचली अदालत से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक की चौखट तक जायेगा। लेकिन अपने निर्दोष भाई को जेल भेजने वालों को सख्त से सख्त सजा दिलाकर रहेगा।
बताते चलें कि लूट का फर्जी खुलासा करने वाली टीम में गुजैनी थाना प्रभारी रवि शंकर त्रिपाठी, उप निरीक्षक राकेश दीक्षित, उप निरीक्षक अरुण कुमार, उप निरीक्षक रिन्कू कुमार, हे0 का0 देवेन्द्र सिंह,