कानपुर 6 मई, भारतीय स्वरूप संवाददाता, एस. एन. सेन बी. वी. पी.जी. कॉलेज, कानपुर के कोदोम्बिनी देवी एन. एस. एस. इकाई तथा ‘रुद्र समागम सेवा एवं शिक्षा समिति’ के संयुक्त तत्वावधान में ‘ वैदिक विज्ञान एवं गहन ध्यान’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का आरंभ प्राचार्या डॉ. निशा अग्रवाल, एन. एस. एस. इंचार्ज डॉ. चित्रा सिंह तोमर,’रुद्र समागम सेवा एवं शिक्षा समिति’ के अध्यक्ष श्री अभिषेक शर्मा, उपाध्यक्ष श्रीमती अंजलि सिंह, सचिव श्री आशीष , कोषाध्यक्ष सुश्री प्रीति जी एवं सदस्य सुश्री दीपाली यादव आदि ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया ।
सर्वप्रथम प्रार्थना के पश्चात प्राचार्या डॉ. निशा अग्रवाल जी ने स्वागत वक्तव्य दिया तथा छात्राओं को योग एवं ध्यान को समझने के लिए प्रोत्साहित किया।
अतिथियों के स्वागत के पश्चात ‘रुद्र समागम सेवा एवं शिक्षा समिति’ की सदस्य ,प्रथम वक्ता एवं मनोविज्ञान की शोधार्थी सुश्री दीपाली यादव विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
अगली श्रृंखला में उपाध्यक्ष श्रीमती डॉ. अंजली सिंह आधुनिक जीवनशैली में बढ़ते तनाव एवं दबाव के युग में ध्यान के महत्व के विषय मे बताया। उन्होंने कहा कि, ध्यान स्वप्रबंधन तथा बिखरी हुई ऊर्जा को नियंत्रित करने की कला है ।
इसके पश्चात ‘रुद्र समागम सेवा एवं शिक्षा समिति’ के फाउंडर एवं अध्यक्ष श्री अभिषेक शर्मा जी ने भारतीय पौराणिक कथाओं के प्रतीकात्मक महत्त्व तथा भारतीय वैदिक परंपरा की वैज्ञानिकता पर प्रकाश डाला साथ ही संतुलित जीवन के प्रबंधन के लिए “ध्यान” के वैज्ञानिक महत्व को समझाया।
अंत में कार्यक्रम संयोजिका डॉ. चित्रा सिंह तोमर ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
राष्ट्रगान के साथ कार्यशाला का औपचारिक समापन किया गया ।