कानपुर 16 अगस्त भारतीय स्वरूप संवाददाता एस. एन. सेन बी. वी. पी. जी. कॉलेज में 77वें स्वतंत्रता दिवस एवं ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ के अवसर पर स्वतन्त्रता की 77वीं वर्षगाँठ अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ संगीत विभाग की छात्राओं ने ‘वंदे मातरम’ के सुमधुर गायन के साथ किया। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर सुमन,प्रबंध तंत्र अध्यक्ष पी के मिश्रा, सचिव पी के सेन, संयुक्त सचिव शुभ्रो सेन,कोषाध्यक्ष दीपाश्री सेन तथा सदस्य गोपाल शर्मा ने ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। महाविद्यालय की एन सी सी के कैडेट्स ने भी मार्चपास्ट कर सलामी दी ।
राष्ट्रगान के पश्चात प्राचार्या ने पुष्प गुच्छ एवं शब्दसुमनों द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
मुख्य अतिथि मिश्रा ने अपने सम्भाषण में छात्राओं को स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग को सदैव याद रख कर अपने कर्तव्य पालन के लिए प्रेरित किया| देश का प्रत्येक नागरिक जो अपने कर्तव्य का पालन कर रहा है, वह देश सेवा कर रहा है।
मुख्य अतिथि के वक्तव्य के पश्चात संगीत विभाग की छात्राओं ने अपने भावपूर्ण देशभक्ति गीत से सभा को सम्मोहित कर लिया।
कार्यक्रम की अगली श्रृंखला में .. कैप्टन ममता अग्रवाल ने उच्च शिक्षा निदेशक का संदेश प्रेषित किया। कार्यकम श्रृंखला में महाविद्यालय की एन सी सी, एन एस एस, रोवर रेंजर के बच्चों को उनके कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया।
अंत मे कार्यक्रम संचालिका डॉ. शुभा बाजपेयी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं शिक्षानेत्तर कर्मचारी गण कार्याक्रम में उपस्थित रहे।
देश प्रदेश
स्वतंत्रता दिवस 2023 के अवसर पर ऑननेरी रैंक प्रदान किए जाने की सूची
स्वतंत्रता दिवस, 2023 के अवसर पर दिए गए ऑनरेरी कमीशन (ऑनरेरी कैप्टन और ऑनरेरी लेफ्टिनेंट) की निम्नलिखित सूची नीचे संलग्न है:-
(ए) सक्रिय सूची ऑनरेरी रैंक
(बी) सेवानिवृत्ति पश्चात ऑनरेरी रैंक
(सी) सेवानिवृत्ति पश्चात ऑनरेरी नायब सूबेदार रैंक
सारांश
क्रम संख्या | रैंक/पुरस्कार | सक्रिय सूची | सेवानिवृत्ति पश्चात |
1. | ऑनरेरी कैप्टन | 445 | 1388 |
2. | ऑनरेरी लेफ्टिनेंट | 1811 | 393 |
3. | ऑनरेरी सूबेदार मेजर | – | 3584 |
4. | ऑनरेरी सूबेदार | – | 839 |
5. | ऑनरेरी नायब सूबेदार | – | 4012 |
डी जी कॉलेज में मनाया गया स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर क्राइस्ट चर्च कॉलेज परिसर में रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन
77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर क्राइस्ट चर्च कॉलेज परिसर में रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमे मुख्य अतिथि अखिल भारतीय शतरंज महासभा के अध्यक्ष संजय कपूर मौजूद रहे सर्वप्रथम कॉलेज के प्राचार्य डा जोसेफ डैनियल और मुख्य अतिथि ने ध्वाजारोहण किया उसके बाद प्रो शिप्रा श्रीवस्तव ने मुख्य अतिथि को मोमेंटो व पौधा देकर सम्मानित किया तत्पश्चात कॉलेज के कुछ छात्र छात्राओं जिनमे सुप्रिया दास, सालवी श्रीवास्तव, नंदिनी मिश्रा, लक्ष्य वर्मा, सगुन अवस्थी, वंशिका वर्मा , तथा उनके साथ बांसुरी वादक हर्षित प्रेम , आर्थर पार्क्स,और तबला वादक उदित ने देशभक्ति संगीत की प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया तथा उनके साथ साथ कॉलेज के ही छात्र आयुष कुमार भारती ने अपनी कविता से सभी को प्रभावित किया उनके साथ एनएसएस हेड मानवी शुक्ला तथा कल्चरल कमेटी के नागेंद्र प्रताप सिंह ने अपनी एंकरिंग के द्वारा मुख्य अतिथि व सभी टीचर्स और स्टाफ को प्रभावित किया इसके साथ साथ साथ कॉलेज की एनसीसी कैडेट्स अंडर ऑफिसर शिवांश दीक्षित व दिया ,अरबाज खान व उनके कैडेट्स मौजूद रहे तथा जी एनएसएस हेड रितेश यादव तथा उनके स्वयंसेवको की टीम भी मौजूद रही आज के इस कार्यक्रम के कॉर्डिनेटर संजय सक्सेना रहे!
Read More »क्राइस्ट चर्च कॉलेज, कानपुर के कैरियर काउंसलिंग सेल ने “अच्छे प्लेसमेंट की अनिवार्यताएं” पर एक व्याख्यान का आयोजन किया।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्रीअमित शाह ने आज गांधीनगर, गुजरात में राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (NSG) के क्षेत्रीय हब और गुजरात सरकार के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास किया
इस अवसर पर अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि 15 अगस्त 2023 को आज़ादी का अमृत महोत्सव संपन्न हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज़ादी के अमृत महोत्सव में 1857 से लेकर 1947 तक देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति समग्र देश के लोगों के मन में सम्मान और श्रद्धांजलि की भावना पैदा की है।श्री शाह ने कहा कि जब वे माणसा के एक गाँव में शहीद स्मारक का भूमिपूजन करने गए थे तब पूरे गाँव में 90 प्रतिशत लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि 1857 के आंदोलन में इस गाँव के 5 लोग शहीद हुए थे। उन्होंने कहा कि देशभर में स्वाधीनता आंदोलन से जुड़े जो अनेक स्थान और शहीद विस्मृत थे उनका स्मरण कर उन्हें चिरंजीवी बनाने का काम प्रधानमंत्री मोदी जी ने किया है।
अमित शाह ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव की पूर्ण आहुति के साथ ही आज़ादी के अमृत काल की शुरुआत हो रही है। श्री शाह ने कहा कि हो सकता है कि 15 अगस्त 2047 तक हम रहें या न रहें लेकिन भारत माता अजर-अमर है। उन्होंने कहा कि भारत युगों-युगों से दुनिया का मार्गदर्शन कर रहा है। गृह मंत्री ने कहा कि अगले 25 वर्षों में भारत अंतरिक्ष, शिक्षा और सुरक्षा सहित हर क्षेत्र में प्रथम स्थान पर होगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल दुनिया भर में भारत की अर्थव्यवस्था 11 वें नंबर पर थी और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया है। प्रधानमंत्री जी ने आह्वान किया है कि 2027 से पहले भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा कि हम में से बहुत सारे लोगों को आज़ादी के आंदोलन में भाग लेने और देश के लिए शहीद होने का मौक़ा नहीं मिला लेकिन हमें देश के लिए जीने से कोई नहीं रोक सकता।उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत हमारे घर से होनी चाहिए। हमें अपने बच्चों को ऐसे संस्कार देने होंगे कि वे अपनी भाषा, साहित्य, संस्कृति,गांव,प्रदेश और देश के लिए जीएँ। उन्होंने कहा कि जो अपनी भाषा, संस्कृति, गाँव और प्रदेश को नहीं जानेगा वह देश को भी नहीं पहचानेगा और जो देश को नहीं पहचानेगा वह देश का भला कभी नहीं कर पायेगा। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि अगर हम अपनी 15 हजार वर्ष से भी अधिक पुरानी संस्कृति और इतिहासका परिचय अपने बच्चों और युवाओं को नहीं कराएंगे तो हमारी संस्कृति के विलुप्त होने की जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ हमारी होगी। उन्होने आग्रह किया कि आजादी के अमृत महोत्सव में हम यह संकल्प ले कि अपनी आनेवाली पीढी को अपने देश के प्रति अक्षुण देशभक्ति औरअपनी भाषा व संस्कृति के लिए गौरव का संकल्प लेने के लिए प्रेरित करेंगे। श्री शाह ने कहा किआज अनावरण की गयी स्मारक पट्टिका पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी का एक उदगार है कि “मेरे जीवन का क्षण-क्षण और मेरे शरीर का कण-कण इस देश के भले के लिए खर्च करने का मैं संकल्प करता हूँ”। उन्होने कहा कि अगर देश के 130 करोड़ नागरिक यह संकल्प लें तो देश बहुत आगे बढ़ेगा।
गृह मंत्री ने कहा कि आज राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (NSG)के क्षेत्रीय हब का भूमिपूजन हुआ है। उन्होने कहा कि एनएसजी के मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में चार रिजनल कार्यालय हैं और बहुत ही आनंद की बात है कि अब गुजरात में भी एनएसजी का रीजनल सेंटर खुलने वाला है। श्री शाह ने कहा कि एनएसजी आतंकवाद से बखूबी निपटने वाली एक प्रमुख संस्था है। अपनी स्थापना से लेकर अब तक एनएसजी ने 100 से ज्यादा विशेष अभियान चलाकर और सैकड़ों आतंकवादियों को मौत के घाट उतारकर जनता को बचाने का कार्य किया है। NSG ने मुंबई हमले सहित अनेक ऑपरेशन में शानदार काम किया है। श्री शाह ने कहा कि लेकावाडा में 60 एकड़ भूमि में बननेवाले रीजनल सेन्टर के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 400 करोड़रुपये मंजूर किये हैं और यह सेंटर 30 महिने में पूरा हो जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि आज माणसा के अनेकविध विकास कार्यों का भीशिलान्यास हुआ है। उन्होने कहा कि मलाव, मालण और चंद्राणु,तीनों तालाब इतने विकसित होंगे कि 100 वर्ष बाद भी लोग माणसा को याद रखेंगे। माणसा के आसपास के सभी 9 तालाबों के वर्षा के पानी से भरने की व्यवस्था भी की गई है। उन्होने कहा कि माणसा से गांधीनगर तक का फोरलेन मार्ग भी बनेगाऔर इसरोड के शुरु हो जाने के बाद लोग 15 मिनट में गांधीनगरऔर 30 मिनट में अहमदाबाद पहुंच जाएंगे।
ऐतिहासिक लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में 50 स्कूल शिक्षक ‘विशेष अतिथि’ होंगे
स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा 50 स्कूल शिक्षकों के चयनित समूह को आमंत्रित किया गया है, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट समर्पण और प्रतिबद्धता प्रदर्शितकरते हुए युवा छात्रों के भविष्य को आकार देने और शिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये शिक्षक देश भर के केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड व केंद्रीय विद्यालय संगठन स्कूलों में कार्यरत हैं।
ये विशेष अतिथि 14 अगस्त से 15 अगस्त, 2023 तक निर्धारित दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेंगे और उनके यात्रा कार्यक्रम में ऐसी गतिविधियां शामिल हैं जो राष्ट्र की विरासत और प्रगति के सार को समाहित करती हैं। कार्यक्रम की मुख्य विशेषताओं में शामिल हैं:
- 14 अगस्त, 2023: इंडिया गेट, युद्ध स्मारक और प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा। कर्तव्य पथ पर वे उन बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे जिन्होंने देश की संप्रभुता की रक्षा की है। इन नायकों का साहस और बलिदान उपस्थित लोगों की स्मृति में सदैव अंकित रहेगा। नई दिल्ली के तीन मूर्ति मार्ग स्थित प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा उन दूरदर्शी नेताओं के जीवन और योगदान के बारे में जानकारी प्रदान करेगा जिन्होंने देश केभविष्य को आकार दिया है।
इसके बाद, नई दिल्ली में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री राजकुमार रंजन सिंह के साथ आमंत्रित स्कूल शिक्षकों का एक इंटरैक्टिव सत्र होगा।
- 15 अगस्त, 2023: ऐतिहासिक लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेंगे, जहां राष्ट्रगान कीगूंज के बीच प्रधानमंत्री द्वारा तिरंगा झंडा फहराया जाएगा।
स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर इस सम्मान के माध्यम से, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग उन शिक्षकों के योगदान को स्वीकार कर रहा है जो अपनी अटूट प्रतिबद्धता के साथ देश के भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। युवा पीढ़ी में ज्ञान, मूल्यों और कौशल को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका अतुल्य है और इस भाव से राष्ट्र उनका आभार व्यक्त करता है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात की राजधानी गांधीनगर में विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा किआज गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में कुल 1 हजार 52 करोड रुपये के कार्यों का लोकार्पण और शुभारंभ हुआ है। ये कार्य भारत सरकार और गुजरात सरकार के माध्यम से हुए हैं। उन्होने कहा कि गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में इन सभी विकास कार्यों के लिएप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल का दिल से आभार व्यक्त करते हैं। श्री शाह ने कहा कि आज 792 परिवारो को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत खुद का घर मिला है,अब इन सभी को घर की चिंता से मुक्ति मिलेगी और वे अपने भविष्य को समृद्ध बनाने में जुटेंगे।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि रेवाबाई जनरल अस्पताल और सेठ एन.एन.सार्वजनिक अस्पताल ऐसेहॉस्पिटल हैं जिनका उदेश्य लाभ कमाना नहीं है। आज रेवाबाई जनरल अस्पताल को नया बनाने की शुरुआत भी हो गई है। इसीतरह सेठ एन.एन पटेल सार्वजनिक कॉलेज की छह मंज़िला नई इमारत का भूमिपूजन और पूरे अस्पताल को नया बनाने की भी शुरुआतहुई हैा उन्होने कहा कि 25-50 वर्ष किसी संस्था को चलाना बहुत मुश्किल काम है और एक सार्वजनिक हॉस्पिटल चलनासबसे कठिन कार्य है।गृह मंत्री ने अस्पताल के ट्रस्टियों को इस भागीरथ कार्य के लिए शुभकामनायें देते हुए उनसे इस हॉस्पिटल को प्रधानमंत्री आयुष्यमान योजना के पैरामीटर में लाने का आग्रह किया जिससे गरीब से गरीब व्यक्ति भी बिना पैसे के अपना इलाज़ करवा सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्यमान योजना में हॉस्पिटल को अपग्रेड और रजिस्टर्ड करावा देने से गरीब व्यक्ति के इलाज़ का खर्च प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हॉस्पिटल को भेज देंगे।
अमित शाह ने कहा किGIHED CREDAI द्वारा गांधीनगर के 150 आंगनवाड़ियों में शुरू की गई खिलौने वितरण की पहल अत्यंत सराहनीय है, इससे पूरे क्षेत्र के गरीब बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लौटेगी। श्री शाह ने आज GUDA द्वारा नवनिर्मित उद्यान का लोकार्पण कर उसे जनता को समर्पित किया, इस उद्यान में बच्चों के खेलने से लेकर वृद्धजनों के टहलने तक की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि पूरे क्षेत्र में ऐसे अनेक उद्यानों का निर्माण किया जा रहा है।इससे स्थानीय लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। श्री शाह ने कहा कि आज गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए अनेक सड़कों का निर्माण भी हो रहा है। श्री अमित शाह ने अपने लोकसभा क्षेत्र के रंधेजा से बालवा 4 लेन रोड के चौड़ीकरण के कार्य का भी शिलान्यास किया।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने “वीमेन इन फोकस” प्रदर्शनी का उद्घाटन किया:राष्ट्रीय संग्रहालय में आयोजित भारतीय कला प्रदर्शनी में महिलाओं के निर्माण की कल्पना को दर्शाया गया है
यह प्रदर्शनी स्त्रियों के नजरिए से शक्ति, संरक्षण और धर्मनिष्ठता की बहुआयामी पारंपरिक धारणाओं के परीक्षण पर केंद्रित है। इन तीन संरचनाओं को पारंपरिक रूप से धार्मिक और ऐतिहासिक विचारों द्वारा जर्जर पुरुषत्व व्यवस्था से जोड़ा गया है। यह प्रदर्शनी ‘महिला की आवाज’ का प्रतिनिधित्व करने वाली भारतीय कला और इतिहास के अंतर-सांस्कृतिक विचारों को प्रस्तुत करती है। विभिन्न धार्मिक और सामाजिक प्रतिनिधित्वों में फैली हुई यह एक अद्वितीय दृश्य और भौतिक संस्कृति के वाहक के रूप में मूर्तियों, पांडुलिपियों, लघुचित्रों, आभूषण टेपेस्ट्री, अनुष्ठान पदार्थ और ताबीजों के माध्यम से में महिलाओं के प्रतिष्ठित प्रतिनिधित्व पर केंद्रित है।
प्रदर्शनी के उद्घाटन और वीमेन इन फोकस नामक कैटलॉग के विमोचन के अवसर पर श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनियां महिलाओं और समाज तथा अर्थव्यवस्था के विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान का गुणगान करती हैं। ये जी-20 की भारत की अध्यक्षता के महत्वपूर्ण जनादेशों में से एक-समानता और महिलाओं के नेतृत्व में विकास के अनुरूप हैं। सुश्री लेखी ने भारत की शास्त्रीय कला और ऐतिहासिक ग्रंथों में प्रलेखित कई संदर्भों का उल्लेख किया, जो भारतीय समाज में महिलाओं की एक उत्साही और न्यायसंगत स्थिति का प्रमाण हैं। उन्होंने राष्ट्रीय संग्रहालय की प्रसिद्ध डांसिंग गर्ल और भारतीय कला में कई चित्रों और मूर्तियों का उल्लेख किया, जिसमें महिलाओं को लेखक, महावत, संरक्षक के अतिरिक्त देवी, नायिका और पोषणकर्ता के रूप में अधिक पारंपरिक रूप में चित्रित किया गया है। श्रीमती लेखी ने रानी अब्बक्का की वीरता को भी श्रद्धांजलि अर्पित की, जो एक दमनकारी शासन के खिलाफ खड़ी रही और वह आज तक एक प्रेरणा हैं।
स्त्री शक्ति को प्रकृति में द्वैतवादी के रूप में परिकल्पित किया गया है, जो परात्पर बुद्धि और शरीर के रूप में चित्रित किया गया है, जो महिलाओं की अपनी शारीरिक रूप में यात्रा और देवी पंथ के रूप में उनके दिव्य अस्तित्व के द्वारा दर्शाया गया है। इन दो विचारों को आपस में जोड़ा गया है और भारतीय विरासत में एक सर्वोपरि महत्व रखा गया है, जो मौखिक परंपराओं, साहित्य, दृश्य कला और दार्शनिक और अनुष्ठान प्रथाओं में नारीत्व के विविध निरूपण के माध्यम से परिलक्षित होता है। स्त्रीकेंद्रित विचारधारा,ग्रंथों, दृश्य रूपों, लोक कथाओं और अनुष्ठान प्रथाओं में पाई जाती है, जो मातृत्व, सर्वोच्च ज्ञान, करुणा और सुरक्षा, योग्यता, बहुतायत और शुद्धिकरण की अवधारणाओं को दर्शाती है। महिला शरीर के महत्व का आकलन करना, सौंदर्य की अवधारणा और स्त्री शरीर के अलंकरण का अभ्यास, अपने मूल अर्थ में, मातृत्व का एक हिस्सा है, जो महिलाओं को शरीर से मानव जीवन की स्त्री उत्पत्ति, मां के साथ संबंध को जोड़ता है। प्रश्रय की खोज का पता रानियों, राजकुमारियों और कहानियों की नायिकाओं द्वारा सौंपे गए साहित्यिक ग्रंथों और कला के माध्यम से लगाया जाता है, जो समाज में उनके सम्मानित श्रेणीबद्ध पद और उनके योगदान को दर्शाता है। प्रदर्शनी का समापन महिलाओं की भक्ति प्रथाओं के माध्यम से धार्मिक संबंधों और धार्मिक प्रवचनों दोनों के प्रति धर्मनिष्ठा की धारणा के साथ हुआहै। यह वस्तुएं सामूहिक रूप से एक ऐतिहासिक कथा को सामने लाती हैं जो सदियों से भारतीय चेतना का हिस्सा रही है। लगभग सौ वस्तुओं के प्रदर्शन के साथ, प्रदर्शनी में पूर्व-इतिहास, पुरातत्व, पांडुलिपि, नृविज्ञान, सजावटी कला, मध्य एशियाई पुरावशेष, पूर्व-कोलंबियाई और पश्चिमी कला, पेंटिंग, मुद्राशास्त्र, एपिग्राफी और आभूषण, और हथियार और कवच के संग्रह से उत्कृष्ट कृतियों पर प्रकाश डाला गया है।
‘वीमेन इन फोकस’ नामक प्रदर्शनी का उद्घाटन समारोह राष्ट्रीय संग्रहालय द्वारा प्रकाशित दो अतिरिक्त प्रकाशनों की पुस्तक के विमोचन के साथ हुआ। पहली डॉ. बुद्ध रश्मि मणि और श्री सानिब कुमार सिंह की पुस्तक: बुद्ध, बौद्ध धर्म और बौद्ध कला का हिंदी अनुवाद और दूसरी संजीब कुमार सिंह और गुंजन कुमार श्रीवास्तव की सिंधु घाटी सभ्यता का परिचय नामक पुस्तक का तीसरा संस्करण है। राष्ट्रीय संग्रहालय के महानिदेशक डॉ. बीआर मणि ने संग्रहालयों की शैक्षिक भूमिका के महत्व के बारे में बात की और बताया कि कैसे इस तरह की प्रदर्शनियां भारतीय कला में महिलाओं को बढ़ावा देने में मदद करती हैं।
सिंधु-सरस्वती सभ्यता से शुरू होकर प्रसिद्ध डांसिंग गर्ल और मां और बच्चे हिंदू, जैन और बौद्ध परंपराओं में शास्त्रीय और मध्ययुगीन देवी पंथों की ओर बढ़ते हुए, देवी और शक्ति का प्रतिनिधित्व ऐसी विशिष्ट परंपराओं को जोड़ने वाला एक सामान्य मंच है। शाही शक्ति और संरक्षण का प्रतिनिधित्व मध्ययुगीन कला द्वारा किया जाता है, जिसे शाही दरबारों और परिवारों की महिला सदस्यों द्वारा अधिकृत किया जाता है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व पूर्व-आधुनिक लोक प्रथाओं में भी पट्टचित्र, वारली चित्रकला, और मातानिपचेडीव अन्य माध्यमों के द्वारा भी दिखाई देता है। प्रदर्शनी में प्राचीन से आधुनिक समय तक शक्ति, संरक्षण और धर्मपरायणता के पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है, जो भारत की सहस्राब्दियों में महिलाओं द्वारा निभाई गई मौलिक और प्रमुख भूमिका को प्रस्तुत करता है इस अवसर पर अपर महानिदेशक श्री आशीष गोयल ने धन्यवाद प्रस्ताव को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय संग्रहालय ऐसी कई प्रदर्शनियों को प्रदर्शित करने के लिए प्रतिबद्ध है और संस्कृति मंत्रालय द्वारा तैयार किए गए ब्लूप्रिंट को पूरी तरह से लागू किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से ‘हर घर तिरंगा’ की भावना के साथ अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की डीपी बदलने को कहा
राष्ट्र 13 से 15 अगस्त के बीच हर घर तिरंगा अभियान मना रहा है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ट्वीट किया:
“#हर घर तिरंगा अभियान की भावना में, आइए हम अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की डीपी को बदलें और इस अनूठे प्रयास का समर्थन करें जो हमारे प्रिय देश और हमारे बीच के संबंध को और अधिक गहरा करेगा।