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प्रधानमंत्री ने कुवैत में अग्नि त्रासदी की समीक्षा की

प्रधानमंत्री मोदी ने आज नई दिल्ली में 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर कुवैत में हुई अग्नि त्रासदी पर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस अग्नि त्रासदी में कई भारतीय नागरिकों की मृत्यु हो गई हैं और कई घायल हो गए हैं।

प्रधानमंत्री ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताई। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की।

प्रधानमंत्री ने सरकार को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है। विदेश राज्य मंत्री को राहत कार्यों की निगरानी और पार्थिव शरीरों को शीघ्र स्वदेश लाने के लिए जल्दी ही कुवैत जाएंगे।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक भारतीय नागरिकों के परिवारों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।

बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विदेश राज्य मंत्री श्री कीर्तिवर्धन सिंह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव श्री प्रमोद कुमार मिश्र, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजीत डोभाल, विदेश सचिव श्री विनय क्वात्रा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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भारत और जापान का संयुक्त समुद्री अभ्यास – 2024 (जिमेक्स – 24) जापान के योकोसुका में प्रारंभ हुआ

भारतीय नौसेना का स्वदेशी त्वरित, चपल एवं रडार से बच निकलने में सक्षम युद्धपोत आईएनएस शिवालिक द्विपक्षीय भारत-जापान संयुक्त समुद्री अभ्यास 2024 (जिमेक्स 24) में भाग लेने के लिए जापान के योकोसुका पहुंचा। साल 2012 में इस संयुक्त समुद्री अभ्यास की शुरुआत के बाद से यह जिमेक्स का आठवां संस्करण है।

वाइस एडमिरल आईटीओ हिरोशी, कमांडर जेएमएसडीएफ योकोसुका डिस्ट्रिक्ट और जापान में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज द्वारा इस जहाज का बड़ी ही गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।

संयुक्त अभ्यास में बंदरगाह और समुद्री दोनों तरह के चरण शामिल किये गए हैं। बंदरगाह चरण में नौसैन्य गतिविधियों से सबंधित, खेल व सामाजिक जुड़ाव के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसके बाद दोनों देशों की नौसेनाएं समुद्र में संयुक्त रूप से अपने युद्ध कौशल को निखारने के प्रयास करेंगी और सतह, उप-सतह एवं वायु क्षेत्रों में जटिल बहु-आयामी संचालन कुशलता के माध्यम से अपनी सहभागिता के साथ क्षमताओं को बढ़ाएंगी।

भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व आईएनएस शिवालिक और जापान की नौसेना का प्रतिनिधित्व गाइडेड मिसाइल विध्वंसक जेएस युगिरी द्वारा किया जा रहा है। दोनों नौसेनाओं के एकीकृत हेलीकॉप्टर भी संयुक्त अभ्यास में शामिल हो रहे हैं।

पिछले कुछ वर्षों में अपने बढ़ते दायरे व मैत्रीपूर्ण अभ्यास गतिविधियों में बढ़ोतरी के साथ जिमेक्स 24 दोनों देशों को एक-दूसरे की सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों से सीखने का अवसर प्रदान करता है और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा के प्रति अपनी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए भारतीय नौसेना व जापान की नौसेना के मध्य परिचालन संबंधी कार्रवाई को सुविधाजनक बनाता है।

 

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एलएसएएम13 (यार्ड 81) 08 x मिसाइल लेस एम्युनिशन (एमसीए) बार्ज नौका परियोजना के पांचवें बार्ज का जलावतरण

08 x मिसाइल लेस एम्युनिशन परियोजना का पांचवा पोत भारतीय नौसेना के लिए विशाखापत्तनम के एमएसएमई शिपयार्ड, मेसर्स सेकॉन इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (एसईपीपीएल) द्वारा तैयार किया गया है। इस मिसाइल सह गोला बारूद पोत एलएसएएम 13 (यार्ड 81)’ को 10 जून, 2024 को मेसर्स विनायगा मरीन पेट्रो लिमिटेड, मीरा भयंदर, महाराष्ट्र (मेसर्स सेकॉन इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड का जलावतरण स्थल) में स्थित डॉकयार्ड से जलावतरित किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता एनडी (एमबीआई) के महाप्रबंधक (क्यूए) कमोडोर मनीष विग ने की थी।

08 x मिसाइल लेस एम्युनिशन बार्ज नौकाओं के निर्माण के लिए अनुबंध पर 19 फरवरी, 2021 को भारतीय रक्षा मंत्रालय और विशाखापत्तनम के एमएसएमई शिपयार्ड, मेसर्स सेकॉन इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के बीच हस्ताक्षर किए गए थे। भार उठाने में सक्षम इन पोतों के नौसेना में शामिल होने से छोटे बांधों एवं बंदरगाहों पर अन्य जहाजों के लिए सामान/गोला-बारूद का परिवहन, रसद की लदान और पोतारोहण तथा अवरोहण की सुविधा के द्वारा भारतीय नौसेना की सैन्य गतिविधियों के संचालन को गति मिलेगी।

इन नौकाओं को भारतीय नौसेना के प्रासंगिक नियमों एवं भारतीय नौवहन रजिस्टर (आईआरएस) के विनियमन के तहत स्वदेशी रूप से तैयार और निर्मित किया गया है। डिजाइन चरण के दौरान बार्ज नौका का मॉडल परीक्षण विशाखापत्तनम स्थित नौसेना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला (एनएसटीएल) में किया गया था। ये विशेष छोटे जहाज भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के गौरवशाली ध्वजवाहक हैं।

 

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सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मीडिया पुरस्कार-2024 के तीसरे संस्करण की घोषणा की

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान-2024 के तीसरे संस्करण की घोषणा की है। भारत और विदेशों में योग के संदेश को फैलाने में मीडिया की सकारात्मक भूमिका और जिम्मेदारी को स्वीकार करते हुए मंत्रालय ने जून 2019 में पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान (एवाईडीएमएस) शुरू किया था।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान-2024 के तहत, बाईस भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में तीन श्रेणियों अर्थात प्रिंट, टेलीविजन और रेडियो के तहत तैंतीस सम्मान प्रदान किए जाएंगे:

  1. 22 भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में 11 सम्मान – “अखबारों में योग पर सर्वश्रेष्ठ मीडिया कवरेज” श्रेणी के तहत प्रदान किए जाएंगे
  2. 22 भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में 11 सम्मान – “इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (टीवी) में योग पर सर्वश्रेष्ठ मीडिया कवरेज” श्रेणी के अंतर्गत प्रदान किए जाएंगे
  3. 22 भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में 11 सम्मान – “इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (रेडियो) में योग पर सर्वश्रेष्ठ मीडिया कवरेज” श्रेणी के अंतर्गत प्रदान किए जाएंगे

 

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

हर साल 21 जून को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, दुनिया भर में स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए एक जन आंदोलन का अलग जगाया है। शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण के लिए इसके समग्र दृष्टिकोण ने महत्वपूर्ण रुचि पैदा की है, जिससे यह एक वैश्विक आयोजन बन गया है। भारत और विदेश दोनों में योग के संदेश को बढ़ाने में मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए, इस प्राचीन परंपरा और इसके कई लाभों को बढ़ावा देने में मीडिया की अपार शक्ति और जिम्मेदारी को मान्यता प्रदान करना महत्वपूर्ण है।

 

एवाईडीएमएस अनुशंसा और दिशानिर्देश

इस सम्मान में एक विशेष पदक/पट्टिका/ट्रॉफी और एक प्रशस्ति पत्र शामिल है। इसे एक स्वतंत्र जूरी द्वारा अनुशंसित किया जाता है। यह पुरस्कार प्रिंट मीडिया, रेडियो और टेलीविजन से जुड़े सभी मीडिया घरानों/कंपनियों के लिए खुले हैं, जिनके पास सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से पंजीकरण/अनुमति है।

दिशानिर्देशों के अनुसार, मीडिया हाउस 12 जून, 2024 से 25 जून, 2024 की अवधि के दौरान बनाए गए और प्रकाशित लेखों या प्रसारित/ऑडियो/विजुअल सामग्री की संबंधित क्लिपिंग के साथ एक निर्धारित प्रारूप में नामांकन का विवरण प्रस्तुत कर सकते हैं। प्रविष्टियों की अंतिम तिथि 8 जुलाई, 2024 है। विस्तृत दिशानिर्देश पत्र सूचना कार्यालय (https://pib.gov.in/indexd.aspx) और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (https://mib.gov.in/sites/default/files/AYDMS%20Guidelines%202024_0.pdf) की वेबसाइटों पर देखे जा सकते हैं।

 

एवाईडीएमएस दूसरा आयोजन – 2023

पहली बार 7 जनवरी, 2020 को पुरस्कार प्रदान प्रदान किए गए थे। एवाईडीएमएस का दूसरा आयोजन – 2023 के लिए सम्मान अभी तक प्रदान नहीं किए गए हैं। पिछले वर्ष के एवाईडीएमएस (द्वितीय आयोजन) के विजेताओं को भी इस वर्ष के एवाईडीएमएस (तृतीय आयोजन) के विजेताओं के साथ-साथ सम्मान प्रदान किया जाएगा।

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केंद्र ने राज्यों को कर हस्तांतरण के रूप में 1,39,750 करोड़ रुपये की किस्त जारी की

यह निर्णय लिया गया है कि जून 2024 के महीने के लिए नियमित जारी की जाने वाली हस्तांतरण धनराशि के अलावा, एक अतिरिक्त किस्त भी जारी की जाएगी। यह धनराशि चालू महीने में संचयी रूप से 1,39,750 करोड़ रुपये की है। यह राज्य सरकारों को विकास और पूंजीगत खर्च में तेजी लाने में सक्षम करेगी।

अंतरिम बजट 2024-25 में राज्यों को करों के हस्तांतरण के लिए 12,19,783 करोड़ रुपये का प्रावधान है।

जारी की गयी इस धनराशि के साथ, 10 जून, 2024 तक राज्यों को हस्तांतरित कुल राशि (वित्त वर्ष 2024-25 के लिए) 2,79,500 करोड़ रुपये है।

जारी की गयी धनराशि का राज्यवार विवरण निम्नलिखित है:

क्रम. सं. राज्य 10 जून, 2024 को हस्तांतरित की गयी टैक्स धनराशि
1 आंध्र प्रदेश 5655.72
2 अरुणाचल प्रदेश 2455.44
3 असम 4371.38
4 बिहार 14056.12
5 छत्तीसगढ़ 4761.30
6 गोवा 539.42
7 गुजरात 4860.56
8 हरियाणा 1527.48
9 हिमाचल 1159.92
10 झारखंड 4621.58
11 कर्नाटक 5096.72
12 केरल 2690.20
13 मध्य प्रदेश 10970.44
14 महाराष्ट्र 8828.08
15 मणिपुर 1000.60
16 मेघालय 1071.90
17 मिजोरम 698.78
18 नगालैंड 795.20
19 ओडिशा 6327.92
20 पंजाब 2525.32
21 राजस्थान 8421.38
22 सिक्किम 542.22
23 तमिलनाडु 5700.44
24 तेलंगाना 2937.58
25 त्रिपुरा 989.44
26 उत्तर प्रदेश 25069.88
27 उत्तराखंड 1562.44
28 पश्चिम बंगाल 10513.46
  कुल 139750.92

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राजनीतिक महाभारत…. जीत किसकी?

देश में चल रहे 2024 लोकसभा चुनाव का सियासी घमासान खत्म हो गया है और अब सबकी नजरें प्रधानमंत्री के शपथ समारोह पर है। सियासी युद्ध के परिणाम लोगों की सोच से परे रहा हालांकि साम दाम दंड भेद वाली नीति भाजपा की हमेशा से रही है मगर इस बार भाजपा की पकड़ कमजोर साबित हुई। इस चुनाव के नतीजों ने जहां बीजेपी की हार ने लोगों को चौकाया वहीं कांग्रेस का मजबूती से खड़ा होना और सत्तारूढ़ दल को टक्कर देना लोगों को आश्चर्य में डाल गया।

ये दीगर बात है कि कांग्रेस बहुमत नहीं ला पाई लेकिन एक मजबूत विपक्ष के रूप में खड़ी हुई है हालांकि सत्ता तक पहुंच बनाने के लिए उसे अभी कड़ी मेहनत की जरूरत है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा ने जिन प्रदेशों पर आंख मूंद कर भरोसा किया था इस बार वहीं से इन्हें मुंह की खानी पड़ी। अयोध्या जैसे शहर से हार जाना जरा अविश्वसनीय लगता है। जो शहर राम मंदिर के प्रचार और जय श्री राम के नारों से गूंजता था वहां भाजपा की हार अप्रत्याशित है हालांकि कई कारण बताए जा रहे हैं।
फैजाबाद लोकसभा सीट के नतीजे से हर कोई हैरान है जहां सरकार द्वारा राम मंदिर का निर्माण कराया गया था और मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा भी ऐसे समय  की गई जब इसी साल देश में लोकसभा चुनाव होने वाले थे। यह दीगर बात है कि यह कार्य भी चुनावी रणनीति के तहत ही किया गया था मगर इन सब के बावजूद भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। ध्यान दें कि यहां साल 2022 की विधानसभा चुनाव में भी भाजपा की जमीन दरक चुकी थी और 2024 के लोकसभा चुनाव आते-आते पूरी तरह खिसक गई। 2022 के चुनाव में भाजपा ने जिले में पांच विधानसभा सीटों में से 2 सीटें गंवा दी थी फिर भी भाजपा सजग नहीं हुई और 2024 के लोकसभा चुनाव के परिणाम सामने है।
हिंदुत्व के रथ पर सवार भाजपा ने स्थानीय मुद्दों और मसलों को दरकिनार किया। 2020 में जब विकास कार्य शुरू हुआ तो सड़कों के चौड़ीकरण के दौरान बड़ी संख्या में मकान और दुकान टूटे। बड़ी संख्या में लोगों के घर उजड़े लोगों के रोजगार छिनें। व्यापारी वर्ग का आरोप है कि उन्हें मकान और दुकानों के अधिग्रहण का उचित मुआवजा नहीं मिला। जो लोग अपनी जमीन से संबंधित कागज पेश नहीं कर सके बड़ी संख्या में ऐसे लोगों को मुआवजा नहीं मिला। अयोध्या के हाई प्रोफाइल बनने की वजह से यहां आम लोगों की सुनवाई ना तो भाजपा के नेताओं ने की और ना ही यहां के अधिकारियों ने की यही वजह है कि भाजपा से लोगों का मोह भंग होने लगा।
अयोध्या में करीब 84% हिंदू और 13% मुसलमान है। इसके बावजूद यहां पर भाजपा का हिंदुत्व का कार्ड फेल हो गया। स्थानीय हिंदू मुसलमानों ने खुलकर कहा कि बाबरी की घटना के बाद यहां पर लगातार भाईचारे को बिगड़ने का काम किया गया है एक समय था कि जब मुसलमानों के बनाये खड़ाऊं वहां के साधू संतों के पैर में सजते थे।
अयोध्या के आसपास के इलाकों में ज्यादातर किसान है और जो खेती किसानी से अपना जीवन यापन करते हैं। ऐसे में आवारा पशुओं की समस्या को भाजपा ने नजरअंदाज किया। खेतीबाड़ी से हुए नुकसान के चलते किसानों ने अपने खेत कई सालों तक खाली छोड़ रखे थे। किसानी से लागत नहीं निकलती थी और आवारा पशुओं द्वारा नुकसान अलग होता था। समाजवादी पार्टी ने इन मुद्दों पर  मोर्चा संभाला और जन समर्थन हासिल किया।
दूसरी बात महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त जनता ना तो कांग्रेस को वोट देना चाह रही थी और ना ही भाजपा को देना चाह रही थी ऐसे में लोगों ने नोटा को अपनाया और बड़ी संख्या में ऐसे लोग वोट देने नहीं गए। यह चुनाव इस बात का प्रमाण है कि धर्म से देश नहीं चलता बल्कि बुनियादी मुद्दे ज्यादा जरूरी होते है।

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आईएनएस रजाली में नौसेना पायलटों की पासिंग आउट परेड

102वें हेलिकॉप्टर कन्वर्जन कोर्स (एचसीसी) के स्नातक होने और चौथे बेसिक हेलिकॉप्टर कन्वर्जन कोर्स (बीएचसीसी) के चरण (I) प्रशिक्षण के पूरा होने के उपलक्ष्य में  नौसेना वायु अड्डा – आईएनएस रजाली, अरक्कोणम, तमिलनाडु में पासिंग आउट परेड आयोजित की गई।

वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पूर्वी नौसेना कमान ने 03 बीएचसीसी के तीन अधिकारियों सहित 21 अधिकारियों को प्रतिष्ठित “गोल्डन विंग्स” से सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त, 04 बेसिक कन्वर्जन कोर्स (बीसीसी) के तीन अधिकारियों ने सफलतापूर्वक अपना चरण – (I) प्रशिक्षण पूरा किया।

इस पासिंग आउट परेड ने भारतीय नौसेना के सभी हेलीकॉप्टर पायलटों के मातृ संस्थान, भारतीय नौसेना वायु स्क्वाड्रन 561 में कठोर उड़ान और जमीनी प्रशिक्षण को शामिल करते हुए 22 सप्ताह के गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल समापन को चिह्नित किया।

लैंगिक समावेशिता और महिलाओं के लिए करियर के अवसरों के विस्तार के लिए भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को उजागर करते हुए, सब लेफ्टिनेंट अनामिका बी. राजीव ने ‘पहली महिला नौसेना हेलीकॉप्टर पायलट’ के रूप में स्नातक की उपाधि प्राप्त करके इतिहास रच दिया। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख से पहली कमीशन प्राप्त नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट जामयांग त्सावांग ने भी योग्य हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में सफलतापूर्वक स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

उड़ान में योग्यता क्रम में प्रथम स्थान पर रहने वाले प्रशिक्षु पायलट के लिए एफओसीइनसी, पूर्वी नौसेना कमान रोलिंग ट्रॉफी लेफ्टिनेंट गुरकीरत राजपूत को प्रदान की गई। ग्राउंड विषयों में योग्यता क्रम में प्रथम स्थान पर रहने के लिए सब लेफ्टिनेंट कुंटे मेमोरियल बुक पुरस्कार लेफ्टिनेंट नितिन शरण चतुर्वेदी को प्रदान किया गया। समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान के लिए केरल राज्यपाल रोलिंग ट्रॉफी लेफ्टिनेंट दीपक गुप्ता को प्रदान की गई।

पांच दशकों से अधिक की अपनी समृद्ध विरासत में, इस हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल ने भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल के साथ-साथ मित्र विदेशी देशों के 849 पायलटों को प्रशिक्षित किया है। यह हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल आईएनएस रजाली, अरक्कोणम में स्थित है। इसकी कमान वर्तमान में कमोडोर कपिल मेहता के पास है और हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल की कमान कमांडर आर्चेश के पास है।

भारतीय नौसेना वायु स्क्वाड्रन का सुरक्षित और अनुकूल प्रशिक्षण वातावरण, सावधानीपूर्वक योजना और निष्पादन के साथ मिलकर ‘हर बार समय पर’ पाठ्यक्रम पूरा करना सुनिश्चित करता है। 102 एचसीसी के नए योग्य पायलटों को भारतीय नौसेना की विभिन्न फ्रंट-लाइन परिचालन इकाइयों में नियुक्त किया जाएगा, जहां वे टोही, निगरानी, ​​खोज एवं बचाव और एंटी-पायरेसी जैसे विविध मिशनों को अंजाम देंगे। 04 बीएचसीसी के अधिकारियों ने सफलतापूर्वक चरण – (I) प्रशिक्षण पूरा कर लिया है, उन्हें हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल में चरण – (II) प्रशिक्षण के लिए रखा जाएगा।

 

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अगले 4 दिनों के दौरान महाराष्ट्र और कर्नाटक के तटीय एवं उत्तरी आंतरिक इलाकों में भारी से अत्‍यधिक भारी बारिश होने की संभावना है

आज 8:30 बजे आईएसटी तक पिछले 24 घंटों का वास्‍तविक मौसम: (विवरण अनुलग्नक I में संलग्‍न है।)
  • कल उत्तर प्रदेश के दक्षिणी इलाकों में कुछ स्थानों पर लू की स्थिति बनी रही।
  • कल, दक्षिणी हरियाणा, दिल्ली, दक्षिणी उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिमी बिहार के छिटपुट इलाकों में अधिकतम तापमान 43 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। इन क्षेत्रों में तापमान सामान्य के मुकाबले 2 से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
  • कल झांसी (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) में 45.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया जो देश भर में सबसे अधिक तापमान रहा।
  • तटीय कर्नाटक में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा, कोंकण एवं गोवा, तमिलनाडु, पुडुचेरी एवं कराईकल में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा, ओडिशा, पश्चिमी मध्य प्रदेश, तेलंगाना, दक्षिणी कर्नाटक के आंतरिक इलाके और केरल एवं माहे में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
  • राजस्थान में कुछ इलाकों में धूल भरी आंधी देखी गई।
  • पश्चिमी मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि देखी गई।
  • देश भर में दर्ज की गई तेज हवा/तूफानी हवाओं के आंकड़े अनुलग्नक II में संलग्न हैं।

 

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की प्रगति:

  • दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 9 जून, 2024 को मध्य अरब सागर, दक्षिण महाराष्ट्र, तेलंगाना एवं दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्‍सों और दक्षिण ओडिशा एवं तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ अन्‍य हिस्सों की ओर बढ़ चुका है।
  • मॉनसून की उत्तरी सीमा अब 18.0°N/60°E, 18.0°N/65°E, 17.5°N/70°E, हरनाई, बारामती, निजामाबाद, सुकमा, मलकानगिरी, विजयनगरम, 19.5°N/88°E, 21.5°N/89.5°E, 23°N/89.5°E और इस्लामपुर से होकर गुजरती है। (अनुलग्नक III)
  • अगले 2 से 3 दिनों के दौरान मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों, महाराष्ट्र के कुछ अन्‍य हिस्सों (मुंबई सहित) और तेलंगाना में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की प्रगति के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।

 

मौसम प्रणाली और पूर्वानुमान एवं चेतावनी: (अनुलग्नक IV)

  • मध्य असम और उसके आसपास के इलाकों के ऊपर क्षोभमंडल के निचले स्तरों में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर राज्यों तक क्षोभमंडल के निचले स्तरों में तेज दक्षिण-पश्चिमी/ दक्षिणी हवाएं चल रही हैं। उसके प्रभाव से:
  • अगले 7 दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम जैसे हिमालय के निचले इलाकों में गरज के साथ बिजली चमने और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ व्यापक तौर पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
  • पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम जैसे हिमालय के निचले इलाकों में 9 से 12 तारीख के दौरान, असम, मेघालय एवं अरुणाचल प्रदेश में 9 से 12 तारीख के दौरान और नागालैंड में 9 व 12 जून, 2024 को अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। असम और मेघालय में 11 और 12 जून को भी अलग-अलग स्‍थानों पर अत्‍यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।

 

  • क्षोभमंडल के निचले एवं मध्यवर्ती स्तरों में 16°N के आसपास एक शियर जोन चल रहा है। क्षोभमंडल के निचले स्तरों में महाराष्ट्र से उत्तरी केरल तक एक गर्त रेखा चल रही है। इनके प्रभाव में:
  • कोंकण एवं गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कर्नाटक, केरल एवं माहे और लक्षद्वीप में गरज के साथ बिजली चमकने और तेज हवाओं (40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे) के साथ व्यापक तौर पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। अगले 5 दिनों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश एवं यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
  • 12 जून, 2024 को कोंकण एवं गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक में अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। केरल और माहे में 10 से 12 जून के दौरान, दक्षिण कर्नाटक के भीतरी इलाकों में 8 से 10 जून, 2024 के दौरान, मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुडुचेरी एवं कराईकल और तेलंगाना में 8 जून, 2024 को अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। 8 से 11 जून के दौरान कोंकण एवं गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय एवं उत्तरी कर्नाटक के भीतरी इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 8 से 9 जून, 2024 के दौरान केरल और माहे में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 8 से 10 जून के दौरान कोंकण और गोवा में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की भी संभावना है। 9 से 11 जून के दौरान मध्य महाराष्ट्र में, 8 से 9 जून को तटीय कर्नाटक और 9 जून को उत्तरी कर्नाटक के भीतरी इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की भी संभावना है।

 

  • उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी बिहार में क्षोभमंडल के निचले स्तरों में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसके प्रभाव से:
  • अगले 4 से 5 दिनों के दौरान बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाके, ओडिशा, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में गरज के साथ बिजली चमकने और तेज हवाओं (30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे) के साथ छिटपुट से लेकर हल्की व मध्यम बारिश होने की संभावना है।
  • 8 और 9 जून, 2024 को मध्य प्रदेश में छिटपुट ओलावृष्टि और तेज हवाएं (50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे) चलने की संभावना है।

 

  • मध्य क्षोभमंडल की पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में पश्चिमी विक्षोभ देखा जा रहा है जो मोटे तौर पर देशांतर 70° पूर्व से अक्षांश 30° उत्तर में है। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अरब सागर से चल रही दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अगले 2 दिनों तक जारी रहने की संभावना है। उनके प्रभाव में:
  • 8 से 9 जून, 2024 के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज के साथ बिजली चमकने और छिटपुट से हल्‍की या मध्यम बारिश होने की संभावना है।
  • 8 और 9 जून, 2024 को राजस्थान में धूल भरी आंधी आने और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।

 

अगले 5 दिनों के लिए अधिकतम तापमान अवलोकन एवं पूर्वानुमान:

  • अगले 2 दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा।
  • अगले 5 दिनों के दौरान राजस्थान को छोड़कर पश्चिमोत्‍तर भारत में अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।
  • अगले 3 दिनों के दौरान मध्य भारत के अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होने की संभावना है और उसके बाद तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।
  • देश के बाकी हिस्सों के अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होने की संभावना नहीं है।

 

अगले 5 दिनों के लिए लूरात की गर्मी और गर्म एवं आर्द्र मौसम की चेतावनी:

  • 8 से 12 जून, 2024 के दौरान पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों के अलग-अलग स्‍थानों पर लू चलने के आसार हैं। 9 से 12 जून, 2024 के दौरान ओडिशा, पंजाब, हरियाणा में, 10 से 12 जून, 2024 के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्‍थानों पर लू चलने के आसार हैं।
  • 8 जून, 2024 को उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लू चलने की संभावना है। 9 से 12 जून, 2024 के दौरान इस क्षेत्र के कुछ इलाको में लू अथवा भीषण लू चलने की संभावना है।
  • 8 जून, 2024 को ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में गर्म एवं आर्द्र मौसम रहने की संभावना है।
  • बिहार में 8 से 9 जून, 2024 को रात में मौसम काफी गर्म रहने की संभावना है।

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भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से 154 रेगुलर कोर्स और 137 टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स के 394 अधिकारी कैडेट पास हुए

08 जून, 2024 को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून, उत्तराखंड के पोर्टल से 154 रेगुलर कोर्स और 137 टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स के कुल 394 अधिकारी कैडेट पास आउट हुए, जिनमें 10 मित्र देशों के 39 कैडेट शामिल थे। अधिकारी कैडेटों ने उत्साह दिखाते हुए ‘सारे जहां से अच्छा’ और ‘कदम कदम बढ़ाए जा’ की सैन्य धुनों पर पूर्णता व गर्व के साथ मार्चिंग का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार ने पासिंग आउट परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारी कैडेटों को उनके प्रशिक्षण के सफल समापन पर बधाई दी। उन्होंने उत्कृष्ट परेड के साथ-साथ स्पष्ट व समन्वित ड्रिल मूवमेंट के लिए उन्हें और प्रशिक्षकों को बधाई दी, जो युवा अधिकारी कैडेटों द्वारा अपनाए गए प्रशिक्षण और अनुशासन के उच्च मानकों को दर्शाता है।

रिव्यूविंग ऑफिसर ने कहा, “परेड आपके प्रशिक्षण की परिणति और पेशेवर करियर की शुरुआत है। यह एक ऐसा क्षण है जो आपके जीवनकाल में एक बार आता है और भविष्य के सभी प्रयासों के लिए प्रेरणा बनेगा। आप जो प्रतिज्ञा लेते हैं और अपने राष्ट्र के लिए जो प्रतिज्ञा करते हैं, वह पवित्र है और अब से आपकी सभी प्रतिबद्धताओं से पहले होगी। यह तथ्य कि आप आज गर्व से और मजबूती के साथ खड़े हैं, एक अधिकारी बनने के लिए आपने जो कड़ी मेहनत और श्रम किया है, उसका प्रमाण है। आईएमए एक विशिष्ट संस्थान है जिसने आपकी क्षमता का दोहन किया है और आपको एक अधिकारी के लिए सभी ज्ञान और विशेषताओं से लैस किया है।”

रिव्यूविंग ऑफिसर ने दोहराया कि भारतीय सेना को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सैनिकों पर गर्व है, जिनके पास युद्ध और वर्षों के परिचालन अनुभव से प्राप्त ज्ञान है। उन्होंने अधिकारी कैडेटों से हमेशा सम्मान के साथ नेतृत्व करने, विशिष्टता के साथ सेवा करने और कर्तव्य के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ आसपास के लोगों को प्रेरित करने का आग्रह किया।

युद्ध की तेजी से बदलती प्रकृति पर रिव्यूविंग ऑफिसर ने कहा कि तकनीकी परिवर्तन आधुनिक युद्धों के स्वरूप को लगातार प्रभावित कर रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि युद्ध में अंतरिक्ष, साइबर और कॉग्निटिव डोमेन आज की हकीकत है। सूचना युद्ध, ड्रोन, स्वायत्त प्रणाली, इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक स्पेक्ट्रम का दोहन और मानव-मशीन टीमिंग न्यू नॉर्मल हैं। उन्होंने कहा कि इन डोमेन को परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकियों के उपयोग के साथ हर गुजरते दिन के साथ परिष्कृत किया जा रहा है, जिससे युद्धों की जटिलताएं बढ़ रही हैं। इसे विचारों, बुद्धि और नवाचार के युद्ध के रूप में वर्णित करते हुए, उन्होंने अधिकारी कैडेटों से इन चुनौतियों का सामना करने के लिए हमेशा तैयार और सबसे आगे रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “कहावत याद रखें कि मशीन के पीछे का व्यक्ति सबसे ज्यादा मायने रखता है। शारीरिक फिटनेस, मानसिक स्फूर्ति, आलोचनात्मक सोच, तकनीकी कौशल और अस्थिर परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया आपकी सफलता की कुंजी होगी।”

इस अवसर पर रिव्यूविंग ऑफिसर ने निम्नलिखित पुरस्कार प्रदान किए:

• ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान पर रहने वाले अधिकारी कैडेट के लिए स्वॉर्ड ऑफ ऑनर और स्वर्ण पदक का प्रतिष्ठित पुरस्कार अकादमी के अंडर ऑफिसर प्रवीण सिंह को प्रदान किया गया। रजत पदक अकादमी के कैडेट एडजुटेंट मोहित कापरी को प्रदान किया गया, जबकि कांस्य पदक बटालियन के अंडर ऑफिसर शौर्य भट्ट को दिया गया।

• टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स से ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान पर रहने वाले अधिकारी कैडेट के लिए रजत पदक अधिकारी कैडेट विनय भंडारी को प्रदान किया गया।

• विदेशी देश से ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान पर रहने वाले अधिकारी कैडेट के लिए बांग्लादेश पदक विदेशी अधिकारी कैडेट मोहम्मद नूर कुतुबुल आलम, बांग्लादेश को प्रदान किया गया।

• स्प्रिंग टर्म 2024 के लिए 12 कंपनियों में से कुल मिलाकर प्रथम स्थान पर रहने के लिए कोहिमा कंपनी को चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ बैनर प्रदान किया गया।

परेड का निरीक्षण करने के बाद, लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार ने प्रतिष्ठित प्रशिक्षण अकादमी के बहादुर पूर्व छात्रों को श्रद्धांजलि देने के लिए युद्ध स्मारक, आईएमए पर पुष्पांजलि अर्पित की, ‘पिपिंग समारोह’, जिसमें अधिकारी कैडेट कमीशन प्राप्त अधिकारियों के रैंक धारण करते हैं, उनके माता-पिता और प्रियजनों द्वारा किया गया।

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प्रधानमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक परिवर्तन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक परिवर्तन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। उन्होंने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारतीय विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन में सुधार पर प्रसन्नता भी व्यक्त की है।

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारतीय विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन में निरंतर सुधार के बारे में क्यूएस क्वाक्वेरेली साइमंड्स लिमिटेड के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक श्री नुंजियो क्वाक्वेरेली को जवाब देते हुए, प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया;

“पिछले दशक में, हमने शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक परिवर्तनों पर ध्यान केन्द्रित किया है। यह क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में परिलक्षित होता है। विद्यार्थियों, शिक्षकों और संस्थानों को उनकी कड़ी मेहनत एवं समर्पण के लिए बधाई। इस कार्यकाल में, हम अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए और भी अधिक काम करना चाहते हैं।”  

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