विद्यार्थी का जीवन सफलता से होता है रसपूर्ण,
इसके पथ पर कोई प्रयास नहीं रह जाता है अपूर्ण,
अगर शिक्षक इसके जीवन का नहीं बनते महत्त्वपूर्ण व्यक्ति,
तो क्या विद्यार्थी सदगुणों को समावेश कर बन पाता सदाचारी व्यक्ति,
ज्ञान का स्त्रोत बन कर हमें सिखाते उसका जीवन में उपयोग,
ताकि हम भारतीय नागरिक बन, कर सके देश में विकास का सहयोग ,
बहुत अपेक्षा, निरंतर प्रयत्न, तर्कसंगति से उत्पन्न मति जैसे विशेषताओं का संकलन हो हम छात्रों की अंतरात्मा में,
जीवन की सीढ़ियों में वृद्धि की क्षमता तबदील होती आपके मार्गदर्शन से,
सिखाते आप हमें हर समस्या का समाधान जो आती हर दिवस,
आपको बहुत शुभकामनाएं इस महोत्सव जिसका नाम हैं छात्रों का प्रिय शिक्षक दिवस
शौर्य मोहन
कक्षा – 11
डॉ वीरेंद्र स्वरूप एजुकेशन सेंटर